Friday 30 August 2019

गैंगस्टर फिल्म मुंबई सागा से वापसी करेगी Kajal Aggerwal


एक तरह से कहा जा सकता है कि गैंगस्टर फ़िल्में बनाने में माहिर निर्देशक संजय गुप्ता वापसी कर रहे हैं।  संजय गुप्ता की  पिछली गैंगस्टर फिल्म शूटआउट एट वडाला २०१३ में प्रदर्शित हुई थी।  इस फिल्म के बाद, संजय ने एक्शन थ्रिलर फ़िल्में जज़्बा और काबिल बनाई। अब वह गैंगस्टर फिल्म मुंबई सागा से वापसी कर रहे हैं।  खास बात यह है कि इस फिल्म से दक्षिण की फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री काजल अग्रवाल भी वापसी की कोशिश में हैं।

नेपोटिस्म के बीच काजल 
इस समय दक्षिण की कई अभिनेत्रियां बॉलीवुड में ज़ोरआजमाइश कर रही हैं।  नेपोटिस्म के शिकार बॉलीवुड की फिल्मों में, दक्षिण की अभिनेत्रियों के लिए कठिन स्थिति है।  लेकिन, कुछ ख़ास तरह की फिल्मों में उनके लिए भी काफी मौके हैं।  शायद ऐसे ही किसी मौके को तलाश करने के लिए काजल अगरवाल  एक बार फिर वापसी के प्रयास में हैं।

सीक्वल में काजल नहीं करीना क्यों ? 
काजल अग्रवाल की, क्यों हो गया न की असफलता के बादपहली वापसी काफी सफल साबित हुई थी। अजय देवगन के साथ, रोहित शेट्टी के पुलिस यूनिवर्स की पहली फिल्म सिंघम (२०११)  ने ज़ोरदार सफलता हासिल की थी।  इस सफलता के बाद, रोहित शेट्टी ने अजय देवगन को फिर बाजीराव सिंघम बनाया, लेकिन काजल अग्रवाल की काव्या भोसले को, करीना कपूर की अवनि कामत से बदल दिया।  यह काजल के लिए बड़ा झटका था।

इकलौती फ्लॉप फिल्म का खामियाज़ा 
सिंघम के दो साल बाद, काजल अग्रवाल की अक्षय कुमार के साथ फिल्म स्पेशल २६ (२०१३) से वापसी हुई।  यह वापसी भी सुपरहिट हुई थी।  मगर, काजल अग्रवाल को मार गई दो लफ़्ज़ों की कहानी।  रणदीप हूडा के साथ, इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से असफल हो जाने का जितना खामियाज़ा काजल अग्रवाल को उठाना पड़ा, उसका पासंग भी फिल्म के नायक रणदीप हूडा को नहीं हुआ।

मुंबई सागा में 
अब छह साल बाद, काजल अग्रवाल की बॉलीवुड में वापसी होने जा रही है।  काजल अग्रवाल को, संजय गुप्ता ने अपनी गैंगवार फिल्म मुंबई सागा की स्टार कास्ट में शामिल कर लिया है।  यह फिल्म जॉन अब्राहम की भूमिका के इर्दगिर्द घूमने वाली है।  काजल अग्रवाल की भूमिका जॉन अब्राहम के साथ रोमांटिक है।

बड़ा सवाल 
लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि सिंघम और स्पेशल २६ जैसी हिट फिल्मों की नायिका काजल अग्रवाल को जॉन अब्राहम के अलावा इमरान हाश्मी, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, प्रतीक  बब्बर,गुलशन ग्रोवर, रोहित रॉय, समीर सोनी और अमोल गुप्ते जैसी दिग्गज पुरुष स्टारकास्ट के साथ छोटी भूमिका करके क्या हासिल होगा ? मगर उम्मीद पर तो दुनिया जीती है।  

Thursday 29 August 2019

Sanjay Dutt की फिल्म Prassthanam का ट्रेलर


The Zoya Factor का ट्रेलर


Hollywood फिल्म JOKER का ट्रेलर


सुदेश भोसले के ग्रेविटी स्टूडियो में उलटे का संगीत



सुदेश भोसले, अभिनेता अरुण बख्शी, आदि ईरानी, मुश्ताक खान, फिरोज ईरानी, निर्माता हेमागिनी पटाडीया, लेखक-निर्देशक मनोज नाथवानी और जीत कुमार के साथ इस घटना की शोभा बढाई।

अमिताभ बच्चन के लिए उनके स्वर में गाने से मशहूर सुदेश भोसले का स्वप्न ग्रेविटी स्टुडिओ के रूप में सामने आया है । समस्त सुविधाओं से लैस इस स्टूडियो में एक लाइव रूम के साथ-साथ रिकॉर्डिंग स्टूडियो है । स्टूडियो लांच के अवसर पर हिंदी फिल्म उलटे का संगीत भी लॉन्च भी किया गया ।

उलटे फिल्म की कहानी एक सामान्य ग्रामीण उलटे की है, जिसका नाम वास्तव में उत्तमराव लक्ष्मण तेंडुलकर जो अपने स्थिर स्वभाव के कारण हर किसी के मजाक का पात्र बनता है। इस कहानी में एक नया मोड आता है, जब उसे फर्जी मतदाताओं के बारे में पता चलता है । वह इस गलत काम का भांडा फोड़ने का फैसला करता है। इस दौरान जिन कठिनाइयों से गुजरता है और  हर बाधा पार करता है, यही इस फिल्म की कहानी है।

इस फिल्म के गाने सुदेश भोसले कि आवाज में ग्रेविटी स्टूडियो में रिकॉर्ड किए गए हैं । इस अवसर पर सुदेश भोसले के अलावा निर्माता हेमंगिनी पटाडिया और जीत कुमार, लेखक-निर्देशक मनोज नाथवानी के साथ अभिनेता अरुण बख्शी, आदि ईरानी, मुश्ताक खान,  जीत कुमार, फिरोज ईरानी, फाल्गुनी रजनी, सचिन पाटिल और किरण आचार्य भी इस संगीत लॉन्च में उपस्थित थे।

Ishaan & Ananya to go on a young, edgy roller-coaster ride with Khaali Peeli



Ali Abbas Zafar, who directed multiple block busters like Sultan, Tiger Zinda Hai and Bharat among others, has joined hands with Zee Studios to co-produce Khaali Peeli, directed by Maqbool Khan, slated to release on June 12, 2020.

Set in the maximum city, Mumbai, Khaali Peeli is a young, edgy roller-coaster ride that kick-starts one night, when a boy meets a girl. The audiences’ excitement is bound to soar as this edgy, young film will bring Ishaan and Ananya Panday together for the first time on the big screen. What’s more? The makers have roped in Vishal-Shekhar to compose the music of the film. The film will go on floor on September 11, 2019.

Elaborating on the long-term association with Zee Studios, Ali Abbas Zafar commented, “Khaali Peeli’s process has been organic—Maqbool, Himanshu and I worked on the script for almost a year and when we thought it was completely baked, we took it to this enthusiastic young cast. I am happy that Zee Studios is producing this film with us, apart from the other massive film we are working on. We will announce our next big collaboration soon as well.”

Shariq Patel, CEO, Zee Studios shared, “We at Zee Studios are delighted to partner with Ali as he commences his journey as a producer. This is the first of many!  It’s such an exciting script with tremendously promising talent attached to the film. Exciting times ahead!”

Director Maqbool Khan added, “I can’t wait to start this ride with this young talent!”

Produced by Zee Studios, Ali Abbas Zafar and Himanshu Kishan Mehra, Khaali Peeli starring Ananya Panday & Ishaan will release on June 12, 2020.

Wednesday 28 August 2019

Trailer DCU Titans Season 2


‘Women In Music’ India Chapter launch



In what is bound to come as music to the ears of many women (and men!), global non-profit organization, ‘Women in Music’ recently announced the launch of its India Chapter in an inaugural event held on August 26th 2019 in Mumbai. Aimed at building and fostering creative and business ties among women in the media and entertainment sector, Women in Music is a unique forum for discussion and action among both top leaders and emerging talent. It is the longest running, largest, and leading global organization dedicated to promoting gender parity and women’s visibility in music. The WIM India Chapter is chaired by the renowned lawyer, Priyanka Khimani, Co-Founder & Lead Partner at the law firm, Anand & Anand & Khimani, and she is joined by a team of music industry professionals and artists to be the chapters founding leadership.

“It is an honour to be organizing the first event for Women in Music in India. The WIM team is a powerhouse organization with an inclusive membership, comprising of women from multi-faceted backgrounds,” says Khimani. 

She adds, “Globally, it has been doing a tremendous job, in pushing the boundaries of the music industry and opening it up for women. It is great to finally be bringing WIM’s vision to India. We are excited to get started!” 

The inaugural event for Women in Music, India on August 26th officially flagged off the operations of this national wing. Some of the guests that graced the event included celebrated artists such as Shalmali Kholgade, Neeti Mohan, Sukriti Kakkar, Prakriti Kakkar, Harshdeep Kaur Aditi Singh Sharma and Jonita Gandhi, among other female industry stakeholders. Also present at the event were music industry giants from companies including Universal Music, Sony Music, Indie Music, KWAN, Netflix, Warner Music Group, Saavn, Red FM and some others 

Women in Music, India is currently spearheaded by a core team consisting of women across business, media and creative arts. The membership is now open to everyone…..(both male and female like) who are interested in supporting the mission of Women in Music.

ABOUT WOMEN IN MUSIC (WIM):
About Women in Music (“WIM”): Women in Music was founded in New York in 1985 with a mission to advance the awareness, equality, diversity, heritage, opportunities, and cultural aspects of women in the musical arts through education, support, empowerment, and recognition. At its core WIM is about celebrating the female contribution to the music world and strengthening community ties.

ईशान खान के लक्क बूम बूम गीत में Yuvika Choudhary



भारत के नए म्यूजिक लेबल बीलाइव म्यूजिक ने मंगलवार, २७ अगस्त को युविका चौधरी अभिनीत एक नया संगीत वीडियो 'लक्कड बूम बूम'  लॉन्च किया।इस सॉन्ग से सिंगिंग डेब्यू करने वाले गायक ईशान खान के साथ सतविंदर नूर और अभिनव शेखर इस नए सिंगल में नजर आ रहे हैं।

इस सॉन्ग में ट्रेडिशनल म्यूजिक के साथ ही पॉप म्यूजिक का तड़का लगाया गया है, यह एक परफेक्ट इंडीपॉप पॉप म्यूजिक बेहतरीन मिश्रण है। इस सॉन्ग में अभिनेत्री युविका चौधरी ने अपनी मौजूदगी से चारचांद लगाए है। सॉन्ग एक रॅप का चंक आता है जिसे गायक अभिनव शेखर बखूब ही सॉन्ग को और ऊंचाई दे रहा है। सॉन्ग को वर्षा कुकरेजा, जीतेश राकेजा और बिंद्रा लालीवाला, द्वारा निर्मित किया गया है , जबकि संगीत अंजन भट्टाचार्य ने दिया है।

ईशान खान ने कहा बी लाइव म्यूजिक लेबल के तहत काम करना और अन्य प्रतिभाशाली गायकों के साथ सहयोग करना एक अद्भुत अनुभव है । जैसा कि लक्क बूम बूममेरा पहला गाना है, मैं इसके जरिये भारतीय संगीत उद्योग में अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहा हु और अपना एक स्थान बनाने के लिए तत्पर हूं। उम्मीद करता हु को श्रोताओ को और दर्शको को इस सॉन्ग के जरिये खुश करने में कामयाब रहूँगा।

लक्क बूम बूम यह सॉन्ग बीलाइव  की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है,परियोजना के तहत बीलाइव की  टीम भारतीय संगीत उद्योग में नयी प्रतिभाओं के साथ काम कर रही है और उन्हें प्रोहत्सान दे रही है। लक्क बूम बूमकी शूटिंग बैंकॉक में सिर्फ १८ घंटे की अवधि में की गयी है , यह एक बहुत ही पेपी सॉन्ग है जिस की धुन पर हर कोई थिरकना चाहेगा ।

अब १९११ में फुटबॉल खेलेंगे John Abraham


जॉन अब्राहम को फुटबॉल से ख़ास लगाव हैं। उनकी फुटबॉल टीम नार्थ-ईस्ट यूनाइटेड एफसी में उत्तर पूर्व के नागालैंड, असम, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम, अरुणांचल प्रदेश, त्रिपुरा और मिजोरम के खिलाड़ी खेलते हैं। उन्होंने फुटबॉल पर फिल्म धन धना धन गोल में अभिनय भी किया है। अब वह फिर फुटबॉल पर एक फिल्म करने जा रहे हैं। जॉन अब्राहम इस फिल्म के निर्माता और अभिनेता होंगे। इस फिल्म की कहानी का चुनाव, उन्होंने खुद ही किया है। फुटबॉल पर इस फिल्म का निर्देशन निखिल अडवाणी करेंगे।

फुटबॉल में ऐतिहासिक विजय का साल
१९११ कोई तारीख़ नहीं, सन है। इस फिल्म की कहानी भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी सिदबास भादुरी की है। सिदबास १९११ में मोहन बगान के कप्तान थे। उनके नेतृत्व में मोहन बगान की फुटबॉल टीम ने १९११ की आईऍफ़ए शील्ड के फाइनल मुकाबले में ईस्ट यॉर्कशायर रेजिमेंट की टीम को हरा कर, इस शील्ड को जीतने वाली पहली एशियाई टीम होने का गौरब प्राप्त किया था। इस विजय के साथ ही देश में स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी भी भड़क गई थी।

कहानी पर ५ साल
जॉन अब्राहम की कंपनी फुटबॉल की इस ऐतिहासिक घटना पर फिल्म की कहानी और पटकथा पर पिछले ५ साल से काम कर रहे थे। जॉन अब्राहम, अपनी इस फिल्म का निर्देशन उनके प्रोडक्शन की फिल्म विक्की डोनर और मद्रास कैफ़े के निर्देशक शूजित सरकार से कराना चाहते थे। मगर कुछ कारणों से शूजित को फिल्म छोड़नी पड़ी। इसके बाद, फिल्म की कमान निखिल अडवाणी के हाथों में आ गई।

जॉन-निखिल दोस्ताना
निखिल अडवाणी के निर्देशन में १५ अगस्त को रिलीज़ फिल्म बाटला हाउस बड़ी सफलता हासिल कर रही है। निर्माता और निर्देशक निखिल अडवाणी के साथ जॉन अब्राहम ने सलाम ए इश्क, सत्यमेव जयते और बाटला हाउस जैसी फ़िल्में की हैं। यह दोनों, सत्यमेव जयते की सीक्वल फिल्म भी करने जा रहे हैं। यानि जॉन अब्राहम को रास आ रहा है निखिल अडवाणी के साथ दोस्ताना !

क्यों ख़ास है ‘WAR' के एक्शन ?


हृथिक रोशन के साथ बैंग बैंग जैसी एक्शन फिल्म निर्देशित करने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा, अब दूसरी बार फिल्म वॉर में हृथिक रोशन के साथ हैं। बैंग बैंग, अपने एक्शन और स्टाइल के कारण दर्शकों द्वारा बेहद पसंद की गई थी। वॉर को रिलीज़ होने में अब पांच शुक्रवार ही शेष रह गए हैं। इस फिल्म के प्रचार में फिल्म के एक्शन को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। क्या ख़ास है वॉर के एक्शन में कि फिल्म के प्रचार का दारोमदार एक्शन पर ही है ?

हृथिक रोशन बनाम टाइगर श्रॉफ
वॉर का एक्शन इसलिए ही ख़ास नहीं कि खुद को एक्शन में अच्छी तरह से ढाल चुके हृथिक रोशन फिल्म में है। फिल्म इस लिहाज़ से भी ख़ास है कि इस फिल्म में हृथिक से रोमांस के लिए जहां वाणी कपूर को लिया गया है, वहीँ एक्शन और डांस के लिए उनका साथ टाइगर श्रॉफ दे रहे हैं। टाइगर श्रॉफ, अपनी पहली फिल्म से ही एक्शन हीरो साबित हो चुके हैं।। वह डांस में भी पारंगत है। हृथिक रोशन को ज़बरदस्त चुनौती देने वाले।

एक्शन के लिए एक साल 
स्वाभाविक है कि इन दोनों के एक्शन ख़ास माने जाए। लेकिन, इन दोनों के एक्शन की ख़ास बात यह है कि इनको तैयार करने के लिए सिद्धार्थ आनंद को एक साल से भी ज्यादा का समय लगा। इसके बाद ही उन्होंने फिल्म की शूटिंग शुरू की। वह नहीं चाहते थे कि वॉर में एक्शन ऐसे तैयार हों, जिन्हें हिंदी दर्शक देख चुका हो। सिद्धार्थ आनंद की माने तो एक्शन देखते समय दर्शकों के खून का बहाव हमेशा ऊपर नीचे होता रहेगा।

दुनिया के चार हिस्सों से कोरियोग्राफर
वॉर के एक्शन तैयार करने के लिए, दुनिया के चार श्रेष्ठ एक्शन कोरियोग्राफरों का सहारा लिया गया है। फिल्म के एक्शन द डार्क नाइट और गेम ऑफ़ थ्रोंस के पॉल जेंनिंग्स, सेफ हाउस और डेथ रेस के फ्रांज़ स्पिलहॉस, एज ऑफ़ उल्ट्रॉन के सी यंग ओह और टाइगर जिंदा है के परवेज़ शैख़ ने तैयार किये हैं। यह चारों एक्शन कोरियोग्राफर दुनिया के अलग अलग हिस्सों में रहने वाले हैं।

दुनिया के ७ देश १५ शहर
वॉर का एक्शन युद्ध हृथिक रोशन, टाइगर श्रॉफ, पॉल जेंनिंग्स, फ्रांज़ स्पिलहॉस, सी यंग ओह और परवेज़ शैख़ के कारण तो ख़ास बन पड़े ही हैं। इन्हें परदे पर होते देखना, दर्शकों का अविस्मरणीय  अनुभव होगा। क्योंकि, यह तमाम दृश्य, दुनिया के ७ देशों और १५ विभिन्न शहरों में फिल्माए गए हैं। ख़ास बात यह भी है कि इन सभी एक्शन में हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ आमने सामने होंगे।


क्या विलेन बन पाएंगे हीरो न बन सके Kichcha Sudeep ?


फिल्म निर्माता सोहैल खान, जब दबंग ३ के खलनायक सिकंदर भरद्वाज की भूमिका लेकर, कन्नड़ फिल्मों के सुपर सितारे किच्चा सुदीप के पास गए थे, उन्हें उम्मीद नहीं थी कि सुदीप इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे।  लेकिनसुदीप ने फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर अपनी भूमिका और बॉलीवुड फिल्मों में अपनी जगह बनाने के ख्याल से इस फिल्म के प्रस्ताव को मंज़ूर कर लिया।  सुदीप, निकितन धीर के चुन्नी के साथ दबंग के मुख्य खलनायक बन गए।

बॉलीवुड में जगह बनाने के ख्याल से दबंग ३ मंजूर करने वाले, कन्नड़ फिल्मों के लगातार तीन फिल्मफेयर पुरस्कार जीतने वाले अभिनेता सुदीप, हिंदी फिल्मों में वापसी की कोशिश कर रहे हैं।  उनकी पहली कोशिश  में, दक्षिण के निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने भरपूर सहयोग किया था।  उन्हें, २००८ में प्रदर्शित  भयावनी फिल्म फूक और फूक २ का हीरो बनाया।  इन दो फिल्मों के बीच, सुदीप रण में भी आये।  रामगोपाल  वर्मा की ही फिल्म रक्त चरित्र कर इसके सीक्वल में डीसीपी मोहन प्रसाद की भूमिका करने के बाद, सुदीप की बॉलीवुड की पारी ख़त्म हो गई थी। 

अब सुदीप दबंग ३ के मुख्य खलनायक बन कर आ रहे है।  पांच फ्लॉप हिंदी फिल्मों की पारी का अतीत उनके साथ हैं।  क्या हिंदी दर्शक, सुदीप की इस वापसी पर तालियां बजायेगा ? बताते चलें कि रक्तचरित्र २ (२०१०) के बाद, सुदीप तमिल और तेलुगु में बनाई गई एसएस राजामौली की फंतासी एक्शन फिल्म एगा और कॉस्ट्यूम ड्रामा एक्शन फिल्म पुलि की खल भूमिकाओं और बाहुबली द बिगिनिंग की असलम खान की भूमिका के  कारण दर्शकों के ज़ेहन में बने हुए हैं। दबंग ३, सलमान खान की फिल्म है। इसकी सफलता का फायदा सुदीप को होना चाहिए।

लेकिन, सुदीप के हिंदी बेल्ट के दर्शकों को फिक्र करने की ज़रुरत नहीं। सुदीप की तीन फ़िल्में रिलीज़ होनी है। दबंग ३ से पहले ही सुदीप की दो कन्नड़ फ़िल्में प्रदर्शित हो जाएंगी । एस कृष्णा निर्देशित फिल्म पहलवान में वह बॉक्सर पहलवान कृष्णा की भूमिका में होंगे।  इस फिल्म में बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी उनके ख़ास दोस्त की  भूमिका में हैं ।  सुरेंदर रेड्डी निर्देशित तेलुगु फिल्म सयरा नरसिम्हा रेड्डी तमिल, मलयालम और कन्नड़ के साथ हिंदी में भी रिलीज़ हो रही है। 

क्या दक्षिण के भी दबंग साबित होंगे Salman Khan ?


सलमान खान प्रोडक्शन्स ने ऐलान किया है कि २० दिसम्बर को प्रदर्शित होने जा रही उनकी फिल्म दबंग ३, हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु और कन्नड़ मे भी रिलीज़ होगी। प्रोडक्शन हाउस ने ट्वीट करते हुए लिखा- चुलबुल पाण्डेय का जादू अब तमिल, कन्नड़ और तेलुगु में भी। दक्षिण की तीन भाषाओँ में, सलमान खान की फिल्म प्रदर्शित किये जाने का मतलब यह हुआ कि सलमान खान के चुलबुल पाण्डेय का जादू तमिल, तेलुगु और कन्नड़ दर्शकों पर भी चलाया जायेगा । क्या सलमान खान, दक्षिण में भी दबंग साबित होंगे ?

उत्तर की पृष्ठभूमि 
दबंग ३ का चुलबुल पाण्डेय, उत्तर प्रदेश का रॉबिनहुड टाइप का पुलिस अधिकारी है। उसकी बोलचाल और कपडे आदि इसकी मिसाल हैं। चुलबुल पाण्डेय का यह किरदार हिंदी बेल्ट के दर्शकों को लुभा सकता है। लेकिन, क्या यह किरदार दक्षिण के दर्शकों को भी पसंद आएगा ? इसे बहुत आसानी से साबित नहीं किया जा सकता। इस दबंग की राह में रोड़े जरूर हैं।

प्रभुदेवा और सुदीप के सहारे 
दक्षिण के दर्शकों के लिहाज़ से, सलमान खान की फिल्म दबंग ३ में दक्षिण के लोकप्रिय कोरियोग्राफर, फिल्म निर्देशक और एक्टर प्रभुदेवा फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं। चुलबुल पाण्डेय के रॉबिनहुड पाण्डेय बनने की दास्ताँ को कहने वाली इस प्रीक्वेल फिल्म के विलेन दी दबंग के छेदी सोनू सूद या दबंग २ के ठाकुर बच्चा सिंह प्रकाश राज नहीं है। लेकिन, इसकी भरपाई के लिए दबंग २ के चुन्नी निकितन धीर के साथ कन्नड़ फिल्मों के अभिनेता किच्चा सुदीप बड़ा आकर्षण हैं। क्या प्रभुदेवा और सुदीप के सहारे सलमान खान दक्षिण के दबंग साबित होंगे ?

मगर रोड़े भी 
दबंग की राह में रोड़े हैं। दबंग ३, २० दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है। हिंदी बेल्ट में तो फिलहाल सलमान खान का रास्ता साफ़ है। लेकिन, दक्षिण से चुनौतियाँ हो सकती हैं। कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के नए सुपरस्टार यश की, पिछले साल की सुपर हिट फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ का दूसरा हिस्सा केजीएफ़ चैप्टर २ दिसम्बर में रिलीज़ हो सकती है।

शाहरुख़ खान को धूल चटाई 
केजीएफ़ चैप्टर २, पिछले साल २० दिसम्बर को रिलीज़ हुई थी और इस फिल्म ने शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो को धुल चटाई थी। केजीएफ़ चैप्टर १ के हिंदी संस्करण को फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के एक्सेल एंटरटेनमेंट ने रिलीज़ किया था। इस साल भी, एक्सेल एंटरटेनमेंट इस फिल्म को रिलीज़ कर रहा है। इसका मतलब है कि सलमान खान के लिए चुनौती बरकरार है। 

नवोदय टाइम्स २८ अगस्त २०१९





A second son for Ira in &TV’s Meri Hanikarak Biwi?



&TV’s popular daily Meri Hanikarak Biwi has captivated viewers all this while with its exciting twists and turns. With yet another fascinating change in events, viewers will see a huge epiphany in the upcoming drama, which is sure to leave them captivated when they along with Dr. Ira (Jia Shankar) realize that she is a mother to not one but two children. Yes, you heard that right! 

All this while, it was established that Ira’s only child was Mishri (Vaishnavi Prajapati) but, as soon as the revelation took place, it comes as a hard hitting fact that she was once also a mother to a young boy, who was reported to her as dead but in reality, was abducted by Chanda (Rajeshwari Datta), the woman who had genuinely helped Ira deliver Mishri. Chanda being a barren woman raised Ira’s son like her own and left no stone unturned to fulfil his desires. Coming to terms with this realization, Ira is all set to take fate in her own hands and will be seen reuniting with her long-lost son, Chuttan Yadav (Gauransh Sharma) only to realize he is completely contrary to her temperament and values and has been raised in a completely different setting. 

Unwilling to deal with the loss of her son, Chanda’s character will resurface in the story as she sets to take an evil revenge from Ira and Akhilesh while the duo to try their hands at parenting their long lost son. While on one hand Ira and Akhilesh (Karan Suchak) try to solve their differences that are a result of Chuttan, Mishri begins to develop differences with her own parents as a result of being manipulated by Chanda. The question that remains is, will Ira manage to develop a motherly relationship with her son or will she end up losing her only daughter in that process? 

Essaying the character of Chanda, Rajeshwari Datta who is all set to enter the show and create a stir in Ira’s life says, “Negative roles can be quiet challenging to play. But I have always liked playing negative roles, as it gives the artist a chance to play around with various shades gripping the viewers attention. There is a striking contrast between playing a negative role and how I am in real life. In reality, I am a very amiable and soft spoken personality and in the show, Meri Hanikarak Biwi, my character is totally opposite to that. Everyone on the sets including my cast members have been extremely supportive and I am really enjoying working with them. Playing the character of Chanda is a suppressed feeling and she being a barren woman , her life revolves around Chuttan which in turn makes her very possessive about him and that is exactly where the negative shade comes into play.”

Tuesday 27 August 2019

फिल्म WAR का एक्शन से भरपूर ट्रेलर

फिल्म Pal Pal Dil Ke Paas का title song


साहो की पुलिस भूमिका में मुरली शर्मा



बॉलीवुड में अपने नेगेटिव किरदारों के लिए मशहूर अभिनेता मुरली शर्मा , साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में भी बहुत ज्यादा मशहूर है और इन दिनों एक बार फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं क्योंकि उनकी आने वाली फिल्म साहो बहुत जल्द रिलीज होने वाली है|  इस फिल्म में मुरली शर्मा का काफी अहम किरदार है जिसके लिए वह बेहद उत्साहित हैं.

 मुरली कहते हैं -' इस फिल्म के लिए मैं काफी उत्साहित हूं क्योंकि मेरा काफी दिलचस्प और अहम किरदार है, फिल्म की शूटिंग करते वक्त मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आया| मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि यू वी क्रिएशन, जो कि प्रोडक्शन हाउस है वह एक तरीके से मेरा होम प्रोडक्शन बन गया है, यह लोग अपने काम के प्रति बहुत ही ज्यादा सजग रहते हैं|' 

मुरली आगे कहते हैं- ' प्रभास को डार्लिंग कहा जाता है और सही मायने में वह एक डार्लिंग ही हैं, स्वभाव के अनुसार भी प्रभास काफी सज्जन ,सहायक और हमेशा पॉजिटिव ऊर्जा के साथ नजर आते हैं ,उनके साथ काम करने का मेरा अनुभव और भी ज्यादा बढ़िया था|' 

हालांकि जब हमने मुरली से उनके किरदार के बारे में जानना चाहा तो वह खामोशी के साथ बस अपने पुलिस के किरदार के बारे में बता रहे थे ,मुरली ने कहा-' मैं गलती से भी फिल्म की कहानी या किसी किरदार के बारे में बातचीत नहीं करना चाहता क्योंकि इससे जाने अनजाने में ही कहीं कोई बात बाहर निकल ना जाए, यह कहानी बड़े ही अच्छे तरीके से लिखी गई है और मैं नहीं चाहता कि थिएटर में देखने से पहले इसकी कोई भी बात बाहर निकले. यह एक ऐसी कहानी है जो आपको आखिरी तक बांध कर रखती है, जिसका पूरा श्रेय मेरे डायरेक्टर सुजीत कुमार को जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने बड़े ही दिलचस्प अंदाज में पूरी फिल्म को डायरेक्ट किया है' 

फिल्म की अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के बारे में बातचीत करते हुए मुरली ने बताया- ' श्रद्धा बहुत ही अच्छी कलाकार है और उनके साथ काम करने का अनुभव काफी खास रहा| सबसे अच्छी बात उनकी यह है कि दूसरी भाषा को वह बड़े अच्छे तरीके से पकड़ पाई है. पहले ही दिन मैं सेट पर उनकी काम के प्रति सजगता को  देखकर काफी प्रभावित हुआ.'

Monday 26 August 2019

Baby Won't You Tell Me फिल्म SAAHO


मस्सकली का प्रयास भारतीय हॅन्डलूम को Shabana Azmi का साथ



मस्सकली का प्रयास भारतीय हॅन्डलूम बुनकर को सशक्त बनाना, इसमे शबाना आज़मी, भाग्यश्री और शर्मिला ठाकरे ने दिया साथ

भारतीय हॅन्डलूम उद्योग को पुनर्जीवित करने और पैठणी बुनकर महिलाओं की शिल्पकारी को पुरुजीवित रखने के लिए, श्रद्धा सावंत और उनकी संस्था मस्सकली ने मुंबई में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया. जिसमें ५०० से अधिक हॅन्डलूम साड़ियों समावेश था। हॅन्डलूम प्रेमी और अभिनेत्री शबाना आज़मी और भाग्यश्री इस खास कार्यक्रम में मौजूद थे। शर्मिला ठाकरे, अभिनेत्री इंदिरा कृष्णन, और सोशल मीडिया साड़ी इन्फ्लुएन्सर ममता शर्मा दास उर्फ बोहोबालिका सहित कई अन्य हस्तियाँ भी उपस्थित थी।  उन्हें बुनकरों और उनके परिवारों के साथ घुलमिल कर देखने का एक अलग ही आनंद था।

श्रद्धा सावंत ने अपने दो पैठानी बुनकरों के साथ करघे में पूरे बुनाई की प्रकिया का आयोजन कर यह प्रक्रिया कितनी जटील है इसका एहसास कराया।  पैठानी साड़ियों व्यतरित अन्य कई  हैंडलूम साड़ियों जैसे कि बनारसी, चंदेरी, खादी-जामदानी, इकत, जरी, कांजीवरम, और गढ़वाल का भी इस  प्रदर्शन में समावेश किया गया था. ब्रांड के नाम की व्याख्या करते हुए श्रद्धा सावंत ने कहा,"मस्सकली का अर्थ एक पक्षी है, जो स्वतंत्रता, शांती और समृद्धि का प्रतीक हैं- इस त्यौहार के मौसम में हमारे बुनकर समुदाय के लिए मेरी यही की इच्छा है, की वह भी अपने जीवन में ऐसीही उडान भरें।"

बुनाई समुदाय के लिए स्थिति कितनी कठिन है, इस पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा, “यह बुनकर कलाकार जबरदस्त प्रतिभाशाली हैं, लेकिन बहुत निर्धन हैं, सभी खरीदारों के साथ संपर्क की कमी के वजह से। वे शहरी दर्शकों द्वारा अच्छे खासे मूल्य के लायक हैं, और उनके लिए उपयुक्त रूप से संरक्षण देना जरुरी है ताकि वे बुनाई की सदियों पुरानी पारंपरिक प्रक्रिया को जीवित रखने में सक्षम हो सकें। इसीवजह से मस्सकली ने इस मोहिंम में प्रवेश किया ताकि उनके जीवन में इस जरिये वो अपनी जिंदगी खुशियाली से बिताये । 

परंपरा के विलुप्त होने से पहले बुनाई की कला में नए आर्थिक लहर निर्माण करने की कामना करते हुए, श्रद्धा सावंत ने कहा, “हमारी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए ग्रामीण रोजगार प्रदान करने के लिए हैंडलूम उद्योग एक मुख्य वाहन है। मस्सकली के माध्यम से, मैं उन परंपरावादियों को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही हूं, साथ ही भारत की शानदार सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक बुनाई कला को वापस अपने मुख्य स्थान पर मने का प्रयास हैं । "

श्रद्धा सावंत बुनकरों को  पारंपरिक बुनाई के अलावा अनन्य डिज़ाइनर साड़ी कैसे बनाई जाए इसका प्रशिक्षण भी देती  है। कम से कम, महीने में एक बार, हम व्यक्तिगत रूप से छोटे गांवों का दौरा करते हैं और बुनकरों के साथ बातचीत करते हैं। हम उन्हें नए डिज़ाइन्स की भी कल्पना  देते हैं। इस कृत्य से वे प्रोत्साहित और प्रेरित महसूस करते हैं, “उन्होंने मुस्कुराकर साझा किया।

जब हम भारतीय कलाकारों की गरिमा को बनाए रखते हैं, तो हम वास्तव में खुद की मदद करते हैं। हैंडलूम सिर्फ इको-फ्रेंडली नहीं है; यह कार्बन अस्तित्व  को भी कम करता है क्योंकि पुनर्जीवन ग्रामीण प्रवासन को धीमा कर देता है, इसके अलावा हमें सैकड़ों अद्भुत क्षेत्रीय भारतीय बुनाई और तकनीकों के पुनरुत्थान का भी प्रतिनिधित्व करते है। "

प्रख्यात अभिनेत्री शबाना आज़मी हैंडलूम के प्रति प्यार साझा करते हुए कहा, “हैंडलूम के लिए मेरा प्यार मेरे बचपन से उपजा है। मेरी माँ भी भारतीय हैंडलूम साड़ियों की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब मैंने श्याम बेनेगल की फिल्म "सुस्मान" में एक बुनकर की पत्नी की भूमिका निभाई थी, तो मैंने महसूस किया कि महिलाओं को इस व्यापार में केवल परिधीय स्थिति है। मैं महिला बुनकरों को शामिल करने और उन्हें इस प्रक्रिया में सशक्त बनाने के लिए श्रद्धा सावंत की दिल से सराहना करती हूँ।

अगम सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध भाग्यश्री ने एक सारगर्भित रहस्य साझा करते हुए कहा, "मेरे पास पैठनी साड़ीयो का भंडार है जो मेरी माँ की है, जो मुझे आशा है कि मेरी बेटी पहनेंगी और उनकी  बेटी किसी दिन पहनेंगी, एक बहुत ही सरल कारण के लिए - कि वे बहुत खूबसूरत हैं ! "

उन्होंने एक अहम् बात कही, "इस तरह की साड़ियों के साथ जो हमेशा के लिए अपनी सुंदरता को बनाए रखती हैं, यह न केवल लोगों के आभूषण हैं, जो हमारे बच्चों को सौंपे सकते हैं, बल्कि ये भी अनमोल रत्न से कम नहीं हैं।" दोनों कलाकारों ने सभी से अपील की वह भी बुनकरों के समर्थन में आगे आएं।