Saturday 29 June 2019

Th Lion King में बॉलीवुड के सितारे


डिज्नी की, पूरी दुनिया के साथ, भारत के बच्चों द्वारा भी बेसब्री से इंतज़ार की जा रही, फिल्म द लायन किंग के दर्शकों के लिए बढ़िया खबर है। जैसा कि पहले बताया गया था कि फिल्म के दो मुख्य एनीमेशन चरित्रों प्राइड लैंड के राजा मुफासा और उसके बेटे सिम्बा को, बॉलीवुड के किंग शाहरुख़ खान और उनके बेटे आर्यन खान क्रमशः अपनी आवाज़े दे रहे हैं। द इन्क्रेदिब्लेस के बाद, यह दूसरा मौका है, जब खान पिता-पुत्र किसी एनीमेशन करैक्टर को वॉइसओवर कर रहे हैं। 


टीमोन पुम्बा जाजू और स्कार
डिज्नी की सबसे प्रसिद्द जंगल गाथा द जंगल बुक ने २०१६ में भारत के दर्शकों को मुग्ध कर लिया था। अब, डिज्नी द लायन किंग के ज़रिये भारतीय दर्शकों का मनोरंजन उत्कृष्ट और प्रेरणाप्रद कथानक तथा श्रेष्ठ तकनीक के साथ पेश कर रहे हैं। जॉन फाव्रो निर्देशित इस फिल्म में, पिता और बेटा मुफासा और सिम्बा की जोड़ी दर्शकों को अपने भावुक संबंधों से प्रभावित करेगी ही, कुछ दूसरे करैक्टर इसे हलके फुल्के और तनावपूर्ण क्षण भी देंगे। इनमे टीमोन और पुम्बा की श्रेष्ठ हास्य जोड़ी के साथ चतुर चिड़िया जाजू और खतरनाक खलनायक स्कार शामिल है। 


आशीष विद्यार्थी के स्कार तेवर  
अब चूंकि, मुफासा और सिम्बा को शाहरुख़ खान और उनके बेटे आवाज़ दे रहे है तो दूसरे चरित्रों को बॉलीवुड के अपने काम में माहिर एक्टर आवाज़ दे रहे हैं। आशीष विद्यार्थी को अपने श्रेष्ठ अभिनय के लिए नेशनल अवार्ड सहित कई पॉपुलर अवार्ड मिले हैं। उनके खल तेवर दर्शकों को गुस्सा दिलाने वाले होते हैं। वह द लायन किंग में, मुफासा के द्रोही भाई स्कार को अपनी आवाज़ देंगे। 


असरानी के साथ श्रेयस और संजय मिश्रा
फिल्म में, सिम्बा को पालने वाले नेवले टिमोंन और सूअर पुम्बा के किरदार काफी ख़ास हैं। यह दोनों सिम्बा के साथ हमेशा रहने और रक्षा करने वाले हैं। इनसे फिल्म में हास्य भी पैदा होता है। इन दोनों चरित्रों को हिंदी फिल्मों के मशहूर एक्टर श्रेयस तलपडे और संजय मिश्र आवाज़ दे रहे हैं। बड़ा पक्षी हार्नबिल जाजू की भूमिका भी मुफासा के निकट की है। वह मुफासा के घर का प्रबंधक है। मुफासा उससे राय लेता है। इस एनीमेशन करैक्टर को असरानी ने अपनी विशिष्ट शैली में आवाज़ दी है।  



Abhinay Dev का पॉवरपैक फिल्म DOOSRA



निर्देशक अभिनय देव की आने वाली स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म दूसरा अपने पोस्टर से दर्शकों के ध्यान आकर्षित कर चुकी थी। एक परंपरावादी परिवार की युवा लड़की के जरिए सुनाई गई इस फिल्म का ट्रेलर आज जारी हुआ। इस ट्रेलर से कहानी की एक झलक देती है। साहस और स्वतंत्रता की दो कहानियों को साथ बुनते हुए यह फिल्म उस क्षण से प्रेरित है, जब लॉर्ड्स के मैदान पर नेटवेस्ट सीरिज जीतने के बाद सौरव गांगुली ने अपनी टी-शर्ट निकाल कर हवा में लहराई थी। यह फिल्म खेल और नई पीढी के सपने और आकांक्षाओं को एक साथ लाती है। 

क्रिकेट इतिहास में भारत की सबसे प्रसिद्ध जीत में से एक (नेटवेस्ट) ने देश को एक साथ ला दिया था। इसने राष्ट्रीय गौरव की भावना को उभार दिया था। नब्बे के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में, यह कहानी इंग्लैंड के खिलाफ 2002 के नेटवेस्ट फाइनल में भारत की जीत के बाद एक महत्वपूर्ण चरमोत्कर्ष पर आती है। यह एक ऐसा पल था जिसने एक पूरी पीढ़ी को बदल दिया, एक ऐसा पल जिसने भारतीयों को उनकी कीमत बताई। 

यह फिल्म उपन्यास प्रारूप में एक स्पोर्ट्स ड्रामा है, जिसमें वास्तविक फुटेज के साथ एक काल्पनिक कथा दिखाई गई है। दूसरा में भारतीयों के वास्तविक जीवन और उनके दृष्टिकोण पर क्रिकेट के प्रभाव को दर्शाया है। इस ट्रेलर में गांगुली की टी-शर्ट क्षण के साथ नायक को दिखाया गया है। हर्षा भोगले, राजदीप सरदेसाई, शशि थरूर, बोरिस मजुमदार और पीयूष पांडे जैसे क्रिकेट जगत से जुड़े जाने-माने लोगों के साक्षात्कार हैं। 

फिल्म के पीछे मूल विचार शिकागो स्थित कार्यकारी निर्माता माशा और रोहन सजदेह का था। बाद में, इस मूल विचार पर कान्स में आयोजित भारत के पहले एडवर्टिजमेंट ग्रां प्री विजेता एंजेलो डायस ने इसकी कहानी और पटकथा लिखी। 

फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेत्री प्लाबिता बोरठाकुर (पीके, लिपस्टिक अंडर माय बुर्का) और अंकुर विकल (स्लमडॉग मिलियनेयर) निभा रहे हैं। 

Thursday 27 June 2019

हलकी फुलकी हास्य फिल्मों के आयुष्मान के लिए तनाव भरी होगी Article 15


पिछले शुक्रवार (२१ जून)शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह रिलीज़ हो रही थी।  लेकिनउनका कोई इम्तिहान नहीं था। पिछले चार सालों में वह, पद्मावत के अलावा  एक्शन जैक्सन, शानदार, उड़ता पंजाब, रंगून और बत्ती गुल मीटर  चालू जैसी फ्लॉप फ़िल्में दे चुके थे।  उनकी इस फिल्म से  दूसरी पद्मावत बनने की उम्मीद नहीं की जाती थी।  अलबत्ताट्रेलर से उम्मीद ज़रूर थी।  शाहिद कपूर बिना परीक्षा के अव्वल नंबर साबित हुए।   कबीर सिंह ने, पांच दिनों में १०० करोड़ उड़ा लिए।

इस शुक्रवार (२८ जून) फिल्म आर्टिकल १५ रिलीज़ हो रही है।  लेकिन, आयुष्मान खुराना का कडा  इम्तिहान होना है।  वह पिछले साल दो फिल्मों बधाई हो और अंधाधुन और २०१७ में तीन फिल्मों यानि शुभ मंगल सावधान, बरेली की बर्फी और मेरी प्यारी बिंदु के नायक थे।  यानि दो साल में पांच हिट फ़िल्में।  वह तो हिट फिल्मों की मशीन बन चुके हैं।  उनकी फिल्म आर्टिकल १५ से काफी उम्मीदें हैं। ट्रेड रिकॉर्ड तोड़े जाने की राह देख रहा है।

लेकिन, सब इतना आसान नहीं होगा।  आयुष्मान  खुराना की फिल्मों के विषय तो भिन्न रहे थे।  लेकिन, उन्हें ख़ास फॉर्मेट में पेश किया जा रहा था।  यानि एक सीधा सदा, अमोल पालेकर मार्का लड़का और उसके चारों ओर हास्य-व्यंग्य का जाल।  इसमें गूँथ कर आयुष्मान खुराना तीर मार ले जाते थे। यह ज़्यादातर फ़िल्में इनके निर्देशकों की थी। लेकिन, तारीफ २१वी सदी के अमोल पालेकर को मिल रही थी।

इसलिए, फिल्म आर्टिकल १५ से, आयुष्मान खुराना काँटों वाली रहा पर चल  निकले हैं।  आर्टिकल १५ का विषय विवादित हैं।  इसमें कोई नयापन नहीं है।  विषय गंभीर है।  आयुष्मान का पहली बार सामना तनाव भरे माहौल से होगा।  क्या वह पुलिस भूमिका में कामयाब होंगे उनके प्रशंसक दर्शक उम्मीद तो रख ही रहे हैं । यहीं पर उन्हें तनाव होना चाहिए । वह अपनी वर्दी मे कितने पुलिस वाले साबित होंगे, यह खुराना को साबित करना है ।


अनुभव सिन्हा ने, रा.वन के फ्लॉप होने के बाद ट्रैक बदला है । वह विवादित विषयों पर फ़िल्में बनाने लगे हैं । इसके बावजूद गुलाब गैंग, जिद और तुम बिन २ फ्लॉप रही । मुल्क से हिन्दू-मुस्लमान का मसला उठा । पर काठ की हांड़ी पहली बार भी नहीं चढ़ी । अब उन्होंने जात-पात की बात की है । पर जातिवाद अब उस रूप में नहीं रहा । यह कथित शोषित भी जानता है और शोषण करने वाला भी । अनुभव सिन्हा क्या कहना चाहेंगे ? ऐसे में आयुष्मान खुराना कथानक के तनाव में तो फसेंगे ही ।

Laughing Colors के १६ साल



Laughing Colors, फेसबुक पर कॉमेडी एंटरटेनमेंट शुरू करने वाला हिंदुस्तान का पहला पेज था । लाफिंग कलर्स (Laughing Colors) कई जानेमाने एक्टर्स का काम देखती है।

सोलह साल पहले, Laughing Colors ने, सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों को हँसाने का जिम्मा उठाया। लाफिंग कलर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश शर्मा का एक ही सपना रहा है कि दुनिया में हर इंसान को हास्य से जोड़ दूँ।

वह कहते हैं, "जब एक बच्चे को देखकर हम मुस्कुराते हैं तब बच्चा भी हमें देखकर मुस्कुराता है। इस कहते हैं लाफ्टर का जादू।"

वैदेही तेंदुलकर इस पेज का पूरा ख्याल रखती हैं। एक समय था जब Laughing Colors में सिर्फ दो लोग काम करते थे पर आज ८० लोग काम करते हैं। वैदेही इस कंपनी की बैकबोन हैं। लौघिंग कलर्स के फेसबुक पर ३० मिलियन प्रशंसक हैं । इंस्टाग्राम पर १.८ मिलियन लोग फॉलो करते हैं और यूट्यूब पे दो लाख़ सब्सक्राइबर हैं। इस समय हर रोज़ लगभग ५ से ६ लाख लोग रोज़ वेबसाइट देखते हैं।

लाफिंग कलर्स शुरू हुआ था लोगों को हँसाने के लिए । आज पूरी दुनिया इस पेज के बारे में जानती है।

Ajith Kumar की तमिल फिल्म Nerkonda Paarvai का गीत Vaanil Irul


साउथ एक्टर कबीर दूहन सिंह की डॉली सिद्धू से सगाई



जील और वेदलम फेम कबीर दूहन सिंह, जो की दक्षिण में नकारात्मक भूमिकाएं निभाने के लिए जाने जाते हैं, ने गायिका डॉली सिद्धू से सगाई कर ली है।

पांच साल से एक-दूसरे को जानने वाले इस जोड़े ने मुंबई में सप्ताहांत में एक दूसरे को अंगूठियां पहनाई। यह सगाई परिवार और करीबी दोस्तों की उपस्थिति में एक अंतरंग समारोह में हुई ।

कबीर ने जैसे ही अपनी सगाई की पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताई, उनकी वाल बधाई संदेशों से भर गई । किच्छा सुदीप कुछ उन पहले लोगों में से थे जिन्होंने स्टार को शुभकामनाये दी ।

इस सगाई के बारे में बताते हुए कबीर ने कहा, “मेरे मन में सगाई का ख्याल कुछ समय से चल रहा था । हम रिश्ते को औपचारिक बनाने पर विचार कर रहे थे । अब वह खुशी का पल आ गया । हमने सगाई कर ली । यह समारोह एक रोका समारोह जैसा था।”

एक सूत्र ने बताया कि कबीर और डॉली आम पारिवारिक मित्रों के माध्यम से मिले और फिर बातचीत शुरू हुई। दोनों न केवल रोमांटिक साथी है, बल्कि जिम के साथी भी है ।” 

बिग बी एक, चेहरे अनेक


अमिताभ बच्चन, इन दिनों, कॉमेडी ड्रामा फिल्म गुलाबो सिताबो की शूटिंग लखनऊ में कर रहे हैं। पिछले दिनों इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के किरदार का एक चित्र सोशल नेटवर्क पर जारी हुआ । इस चित्र में, लम्बी सफ़ेद दाढ़ी,  हाई पॉवर का चश्मा, स्कल कैप के ऊपर कपड़ा ओढ़े हुए हैं । पहली नज़र में पहचानना मुश्किल था कि वह अमिताभ बच्चन हैं । यह कमाल था प्रोस्थेटिक मेकअप का, जिसमे अमिताभ बच्चन की नाक कुछ ज्यादा बड़ी और लम्बी नज़र आ रही थी ।



वकील का जुदा चेहरा
अमिताभ बच्चन, खुद पर प्रोस्थेटिक मेकअप का उपयोग करने के लिए जाने जाते हैं । उनकी एक आगामी फिल्म चेहरे भी इसका प्रमाण हैं । रूमी जाफ़री की इस फिल्म में वह इमरान हाश्मी के आमिर व्यवसाई चरित्र के साथ एक रिटायर हो चुके बूढ़े वकील की भूमिका में हैं ।  अमिताभ बच्चन ने पहले भी पिंक और बदला जैसी फिल्मों में वकील की भूमिका की है । इसलिए, इन भूमिकाओं के दोहराव से बचने के लिए उन्होंने खुद पर प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल किया । चेहरे में उनका वकील किरदार लम्बी चोटीदार दाढी और बालों के कारण बिलकुल अलग नज़र आता है ।



बूढ़े बेटे के बाप !
नसीब, अमर अकबर अन्थोनी, कुली और अजूबा की मशहूर अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर जोड़ी, २७ साल बाद, फ़िल्म १०२ नॉट आउट में बूढ़े किरदारों में साथ थी । इस जोड़ी ने फिल्म में बाप और बेटा बनने के लिए अपने चेहरे पर घंटों प्रोस्थेटिक मेकअप करवाया था । इस मेकअप में अमिताभ बच्चन लम्बे सफ़ेद बाल और दाढ़ी में थे ।



अमिताभ बच्चन बने औरो
प्रोस्थेटिक मेकअप के ज़रिये परदे पर कमाल करना कोई अमिताभ बच्चन से सीखे । दस साल पहले रिलीज़, आर बल्की की फिल्म पा में प्रोस्थेटिक मेकअप करवा कर, अमिताभ बच्चन, अपने रियल लाइफ बेटे अभिषेक बच्चन के, प्रोगेरिया बीमारी से ग्रस्त १२ साल के बच्चे की भूमिका कर रहे थे । इस भूमिका के लिए, उन्हें श्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिया गया था ।

बू सबकी फटेगी से Mallika Sherawat की वापसी


ऑल्ट बालाजी की हॉरर कॉमेडी वेब सीरीज बू...सबकी फटेगी से दो एक्टरों का डिजिटल डेब्यू हो रहा है। इस सीरीज सेएकता कपूर के फ्लॉप अभिनेता भाई तुषार कपूर तथा ख्वाहिश और मर्डर फिल्म की गर्मागर्म अभिनेत्री मल्लिका शेरावत पहली बार किसी डिजिटल प्लेटफार्म पर नज़र आएंगी।

मल्लिका शेरावत की तो यह अभिनय की दुनिया में वापसी जैसा भी है। मल्लिका शेरावत की पिछली फिल्म ज़ीनत २०१७ में रिलीज़ हुई थी। डिजिटल सीरीज में मल्लिका शेरावत एक भूतनी की भूमिका कर रही है। इस हॉरर कॉमेडी की यह भूतनी खुद ही कहती है कि तुमको मुझसे डरना चाहिए।

हॉरर जॉनर के लिहाज़ सेमल्लिका ने एक एडवेंचर हॉरर क्रॉसओवर फिल्म हिस्स (२०१०) की थी। इससे पहले वह रामगोपाल वर्मा की फिल्म डरना ज़रूरी है (२००६)  की एक कहानी में नज़र आई थी। इस कहानी में वह एक भूतनी  रिया की भूमिका में थी। इस लिहाज़ से तो वह दूसरी बार भूतनी बन रही है।

मल्लिका शेरावत बॉलीवुड की बोल्ड अभिनेत्री हैं।  ऑल्ट बालाजी की एकता कपूरबोल्ड सामग्री पेश करने के लिए बदनाम हैं। उन्होंने अपनी कई डरावनी फिल्मों और सीरीज में बोल्ड सीन करवाए थे। खबर है कि बू... सबकी फटेगी की भूतनी भी डराती हैंमगर बोल्ड तरीके से।

क्या एकता कपूर की सीरीज में मल्लिका  का बोल्ड और डरावना अवतार दर्शकों को पसंद आएगा ?

बायोपिक फिल्मों में विक्की का कौशल !




बायोपिक फिल्मों का, फिल्म करियर में कितना और कैसे फायदा हो सकता है, इसे विक्की कौशल से ज्यादा अच्छी तरह से कौन दूसरा एक्टर जान सकता है!

आधा दर्जन फिल्मों के बाद विक्की कौशल दर्शकों की निगाह में चढ़े मेघना गुलजार की फिल्म राज़ी में रियल लाइफ रॉ एजेंट के पाकिस्तानी सैनिक पति की भूमिका से। संजय दत्त की बायोपिक फिल्म संजू ने विक्की कौशल को सह भूमिकाओं में हिट कर दिया।

अब शक इसी बात पर था कि क्या वह सोलो हीरो हिट हो सकते हैं ? इसकी कसर पूरी की फिल्म उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक ने। यह फिल्म पाकिस्तान से भेजे गए आतंकवादियों द्वारा उरी में सेना के मुख्यालय पर हमला करने के बाद, भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक करने के घटनाक्रमों पर थी।

इस ब्लॉकबस्टर फिल्म ने विक्की कौशल को सोलो फिल्म का हीरो साबित कर दिया। इसी का नतीजा है कि अब वह सोलो हीरो फिल्मों में लिए जा रहे हैं। फिल्म भूत: पार्ट १, द हॉंटेड शिप में विक्की कौशल की मुख्य भूमिका है।

लेकिन, ख़ास है दो बायोपिक फ़िल्में। शूजित सरकार की बायोग्राफिकल फिल्म सरदार उधम सिंह में, विक्की कौशल टाइटल रोल कर रहे हैं। ऊधम सिंह ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के अपराधी जनरल ओडायर की लन्दन में हत्या कर दी थी। आजकल इस फिल्म की शूटिंग लन्दन में चल रही है।

अब, विक्की कौशल, मेघना राज़ीगुलजार और रॉनी उरीस्क्रूवाला की फिल्म सैम में, भारत के इकलौते फील्ड मार्शल सैम मानकशॉ की भूमिका कर रहे हैं। इस फिल्म के लिए विक्की दूसरी बार वर्दी पहन रहे हैं। यह फ़िल्म विक्की का मेघना गुलजार और रोनी स्क्रूवाला के साथ दूसरी बार सहकार भी है।

चार देशों में होगी Baaghi 3 की शूटिंग


निर्माता साजिद नाडियाडवाला की, बागी फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म बागी ३ में, रितेश देशमुख को  भी शामिल कर लिया गया हैं। अहमद खान निर्देशित इस फ्रैंचाइज़ी फिल्म के एक्शन हीरो टाइगर श्रॉफ हैं।

पहली बागी में श्रद्धा कपूर, टाइगर की नायिका थी। लेकिन, दूसरी बागी में दिशा पटानी ने श्रद्धा की जगह ले ली। अब श्रद्धा कपूर ने फिर बागी में वापसी की है।

बागी ३ में रितेश देशमुख की भूमिका क्या होगी ? वह फिल्म के सह नायक होंगे या खलनायक ? अभी इन सारे सवालों का जवाब मिलना बाकी है।

रितेश देशमुख, ने साजिद नाडियाडवाला की छः फ़िल्में की हैं। मगर, वह पहली बार टाइगर श्रॉफ के साथ स्क्रीन शेयर कर रहे होंगे। श्रद्धा कपूर के साथ, रितेश ने फिल्म एक विलेन की थी। इस फिल्म के विलेन रितेश देशमुख ही थे। फिल्म को बड़ी सफलता मिली थी। इससे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बागी ३ के मुख्य विलेन रितेश देशमुख ही होंगे।

खबर है कि बागी ३ की शूटिंग दुनिया के चार देशों में की जायेगी। जहाँ तक फिल्म के प्लाट की बात है, इसके लिए टर्की और सर्बिया की लोकेशन उपयुक्त होगी। लेकिन, साजिद नडियादवाला और अहमद खान का इरादा मिस्त्र और मोरक्को की लोकेशन को भी फिल्म का हिस्सा बनाने का है।

यह फिल्म ६ मार्च २०२० को रिलीज़ होगी।

टाइटल बदलने का मेंटल, बॉक्स ऑफिस का रूह अफज़ा


निर्माता एकता कपूर की फिल्म मेन्टल है क्या को इस महीने सेंसर सर्टिफिकेट दिया जाना था। लेकिनबोर्ड के सदस्यों के सामने कंगना रनौत, राजकुमार राव और अमायरा दस्तूर की इस फिल्म की स्क्रीनिंग यकायक टाल दी गई।  इसके साथ ही खबर उड़ी कि इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी की शिकायत का संज्ञान लेते हुए, सेंसर बोर्ड ने फिल्म के निर्माताओं को टाइटल बदलने का सुझाव दिया है। अब खबर है कि एकता कपूर इस फिल्म का टाइटल मेन्टल है क्या से बदल कर सेंटीमेंटल है क्या करने पर विचार कर रही है।



रूह अफज़ा या रूही अफज़ा या....!
बॉलीवुड के गलियारों की खबर है कि एक और फिल्म का टाइटल बदलेगा।  संयोग की बात यह है कि इस फिल्म के नायक भी राजकुमार राव हैं।  निर्माता दिनेश विजन की हॉरर कॉमेडी फ्रैंचाइज़ी की फिल्म रूह अफ़ज़ा में राजकुमार राव की नायिका जाह्नवी कपूर की है।  यह एक भूत के दुल्हन की सुहाग सेज की खुशबू सूंघ कर बेकाबू हो जाने की रोचक दास्तान है। हार्दिक मेहता की इस फिल्म की शूटिंग शुरू होने पर क्लैपर बोर्ड पर रूह अफ़ज़ा के बजाय रूही अफ़ज़ा लिखा नज़र आ रहा था।  लेकिन, खबर है कि अभी इस फिल्म का टाइटल फिर बदला जाएगा।



जब लवरात्रि बनी लवयात्री  
टाइटल का झगड़ा तो बरसों से चला आ रहा है। पिछले साल, संजय लीला भंसाली अपनी काल्पनिक ऐतिहासिक फिल्म पद्मावती को पद्मावत नाम किये जाने के बाद ही रिलीज़ कर सके थे। इसी प्रकार से निर्माता सलमान खान को अपने बहनोई आयुष शर्मा की फिल्म लवरात्रि का टाइटल बदल कर लवयात्री करना पड़ा था।



भारत में पार्टीशन बनी वाइसराय हाउस
वैसे आखिरी समय में फिल्म का टाइटल का खेल निर्माता भी खूब करते हैं। ऐन रिलीज़ से पहले टाइटल बदलने की गवाह हसीना: द क्वीन ऑफ़ मुंबई से हसीना पार्कर, द रिंग से जब हैरी मेट सेजल, अकूरी से बीइंग साइरस बनी फ़िल्में हैं। गुरिंदर चड्डा ने, पूरी दुनिया में वाइसरायस हाउस के टाइटल से रिलीज़ फिल्म को बॉक्स ऑफिस को ध्यान रख कर भारत में पार्टीशन १९४७ टाइटल के साथ रिलीज़ किया था ।

Saaho और Baatla House के लिए


कुमार मंगत पाठक और अभिषेक पाठक के पैनोरमा स्टूडियोज इंटरनेशनल लिमिटेड और पीवीआर पिक्चर्स लिमिटेड ने पूरे भारत में फ़िल्में वितरित करने के लिए सहकार करने का फैसला किया है। 

इस समझौते के तहत पीवीआर पिक्चर्स द्वारा, पैनोरमा स्टूडियोज की फिल्म बाटला हाउस को १५ अगस्त को रिलीज़ किया जाएगा। इसके बाद, पैनोरमा स्टूडियोज की निर्माणाधीन दो फिल्मों सेक्शन ३७५ और खुदा हाफिज को भी पीवीआर पिक्चर्स ही प्रदर्शित करेगा।

इन दोनों सहयोगियों को भारत में चुनौती मिलेगी एए फिल्म्स से। इस कंपनी के मालिक अनिल थडानी हैं। अनिल थडानी, बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन के पति हैं। वह, १५ अगस्त २०१९ को रिलीज़ हो रही बाहुबली अभिनेता प्रभाष की पहली हिंदी फिल्म साहो को एए फिल्म्स के अंतर्गत रिलीज़ कर रहे हैं।

जहाँ तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर साहो को रिलीज़ करने का सवाल है, इसका जिम्मा फारस फिल्म को सौंपा जा चुका है। वह, भारत के स्टूडियो यशराज फिल्म्स के साथ, साहो को पूरी दुनिया में रिलीज़ करेंगे। लेकिन, मध्य पूर्व में साहो को रिलीज़ करने के अधिकार सिर्फ और सिर्फ फारस फिल्म ने अपने पास ही रखे हैं। फारस फिल्म की अपनी कंपनी इन देशो में फिल्म रिलीज़ करेगी। 

म्यूजिक विडियो मनमोहिनी - फिल्म हमें तुमसे प्यार कितना


Aamir Khan के लाल सिंह चड्डा की Kareena Kapoor Khan


Kareena Kapoor ने अपने दो दशक लम्बे फिल्म करियर में, बॉलीवुड के तमाम बड़े अभिनेताओं के साथ फ़िल्में की हैं। वह तीनों खान अभिनेताओं के साथ भी फ़िल्में कर चुकी हैं।

उन्होंने Shahrukh Khan के साथ फिल्म अशोका से शुरुआत करते हुए, कभी ख़ुशी कभी गम, डॉन और रा.वन जैसी फ़िल्में की।

Salman Khan के साथ क्योंकि, मैं और मिसेज खन्ना, बॉडीगार्ड और बजरंगी भाईजान जैसी फ़िल्में की।

लेकिन तीसरे खान Aamir Khan के साथ सिर्फ एक ही फिल्म ३ इडियट्स की थी। राजकुमार हिरानी की फिल्म ३ इडियट्स २००९ में रिलीज़ हुई थी।

अब दस साल बाद, करीना कपूर (Kareena Kapoor) और आमिर खान (Aamir Khan) दूसरी बार फिल्म लाल सिंह चड्डा कर रहे हैं। यह फिल्म, हॉलीवुड की ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली फिल्म फारेस्ट गंप की ऑफिसियल रीमेक हैं।

रॉबर्ट ज़ेमिकिस निर्देशित कॉमेडी ड्रामा फिल्म फारेस्ट गम्प में कई सहयोगी पुरुष चरित्र थे। इन चरित्रों के बीच फारेस्ट गंप की पत्नी और बचपन की दोस्त जेनी कुर्रन का चरित्र भी है। गंप जेनी से बहुत प्यार करता है। जेनी का, बचपन में ही, अपने विधुर पिता के दवारा सेक्स शोषण हुआ था। इसलिए वह दुनिया से उचाट है, इसलिए गंप के जीवन से निकल कर हिप्पी जीवन जीने लगती है। हालाँकि, इन दोनों के प्यार की निशानी एक बच्चा है। काफी बाद में दोनों शादी करते है। लेकिन शादी के बाद ज़ल्द ही जेनी की अज्ञात बीमारी से मौत हो जाती है। यह भूमिका रॉबिन राईट ने की थी।

इस लिहाज़ से, करीना कपूर के करियर के लिए आमिर खान के साथ दूसरी फिल्म लाल सिंह चड्डा खास हो सकती है। अद्वैत चन्दन निर्देशित यह फिल्म क्रिसमस २०२० में प्रदर्शित होगी ।


Article 15 से पहले बनी थी जाति पर फ़िल्में


अनुभव सिन्हा की इस शुक्रवार प्रदर्शित हो रही फिल्म आर्टिकल १५ के बारे में, फिल्म के निर्माता-निर्देशक अनुभव सिन्हा से लेकर फिल्म के नायक आयुष्मान खुराना तक दावा कर रहे हैं कि यह फिल्म दलित समस्या पर संविधान के अनुच्छेद १५ की रोशनी में हैं। पर, इसे क्राइम थ्रिलर फिल्म भी कहा जा रहा है।  इससे, फिल्म का मकसद सामजिक सुधार से ज़्यादा सनसनी फैलाना है।  इस लिहाज़ से, पुराने जमाने के फिल्मकार और एक्टर साहसी साबित होते हैं, जिन्होंने छुआछूत और हरिजन उद्धार पर एक नहीं कई कई फ़िल्में बनाई और जनमानस को प्रभावित कर पाने में भी सफल रहे।

बॉम्बे टॉकीज की अछूत कन्या और जीवन प्रभात
बॉम्बे टॉकीज की तीन हस्तियों निर्देशक निर्माता हिमांशु राय, उनकी निर्माता और अभिनेत्री पत्नी देविका रानी तथा निर्देशक फ्रेंज़ ऑस्टिन की तिकड़ी ने, १९३५ और १९३६ में, दो ज़बरदस्त प्रभावशाली फिल्मों जीवन प्रभात और अछूत कन्या का निर्माण किया।  इन फिल्मों से हरिजन समस्या को सामजिक समरसता के प्रकाश में हरिजन और सवर्ण विवाह और पुनर्विवाह जैसे संदेशों के जरिये उठाया।  इन फिल्मों में हरिजन चरित्र करने वाले तमाम एक्टर सवर्ण ब्राह्मण थे। इसी कड़ी में, हरिजन लड़की और सवर्ण लडके के प्रेम और विवाह के कथानक पर, बिमल रॉय की सुनील दत्त और नूतन अभिनीत फिल्म सुजाता भी थी।  इनमे से किसी ने भी भाषणबाजी या समाज को  ललकारने की कोशिश नहीं की, बल्कि सकारात्मक सन्देश दिया।

बेनेगल  की अंकुर और रे की सद्गति
बॉम्बे टॉकीज की फिल्मों में जहाँ सामाजिक सद्भाव का माहौल रहा करता था, वही नए दौर के सिनेमा में जाति प्रथा के खिलाफ दलित आवाज़ की वकालत की गई थी। श्याम बेनेगल की फिल्म अंकुर में, एक दलित महिला का शोषण करने वाले जमींदार के  घर में एक छोटे बच्चे के पत्थर फेंकने से हुई थी।  वही सत्यजीत रे की सद्गति मुंशी प्रेमचंद की कहानी पर फिल्म थी। अंकुर के इस  छोटे विरोध  कोशेखर कपूर एक मल्लाह जाति की फूलन देवी के कत्लेआम तक ले आये थे, जिसकी परिणीति शूद्र : द राइजिंग में जाति प्रथा की अपने तौर पर व्याख्या में हुई थी।

ख़ास है कबीर सिंह
शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट फिल्म साबित हुई है । यहाँ तक कि इस फिल्म को हिंदी इतर भारत में भी पसंद किया जा रहा है । कबीर सिंह, मूल रूप से तेलुगु फिल्म अर्जुन रेड्डी की रीमेक है । कबीर सिंह और अर्जुन रेड्डी में बड़ा फर्क यह है कि जहाँ अर्जुन रेड्डी में नायक-नायिका के विवाह में जाति आड़े आती थी, वही कबीर सिंह में यह एंगल हटा लिया गया है । क्यों ?

जाति के खिलाफ खाप
जाति के खिलाफ कुछ दूसरी फिल्मों में खाप, चौरंगा, आरक्षण और हालिया रिलीज़ फिल्म धड़क भी थी।  धड़क के अलावा बाकी की फ़िल्में सतही तौर पर बनाई गई प्रचारात्मक फ़िल्में थी, जो विषय से भटकने वाली फ़िल्में थी। इन फिल्मों की ख़ास बात यह थी कि इन ज़्यादातर फिल्मों को सवर्ण (ब्राह्मण) ने बनाया था। कथित रूप से जाति प्रथा के खिलाफ कुछ फिल्मों में एकलव्य द रॉयल गार्ड, ओमकारा, मशान, कोर्ट, आदि भी थी। 

Wednesday 26 June 2019

Jackky Bhagnani के तीन डायरेक्टर




नब्बे के दशक में नंबर वन सीरीज की फिल्मों के निर्माता वाशु भगनानी ने, अभिनेता जितेन्द्र के बेटे का दर्शकों से फिल्म मुझे कुछ कहना है से सफल परिचय करवाया था। लेकिन, जब वह अपने बेटे जैकी भगनानी (Jackky Bhagnani) को हीरो बनाने चले तो कल किसने देखा जैसी फ्लॉप फिल्म बना बैठे। वह, दो साल बाद फालतू फिल्म से जैकी को दर्शकों के सामने फिर लेकर आये। फिल्म चली, लेकिन जैकी नहीं चल सके।

शायद अब जैकी की समझ में भी आ गया है कि उनमे हीरो मटेरियल नहीं है। इसलिए उन्होंने फिल्म निर्माण में अपने बिल्डर पिता का हाथ बटाने का फैसला किया है।

हालाँकि, वाशु भगनानी, बैनर पूजा फिल्म्स के अंतर्गत दो फिल्मों वरुण धवन और सारा अली खान के साथ कुली नंबर १ तथा सैफ अली खान, तब्बू, कुबरा सेत और अलिया ऍफ़ के साथ फिल्म जवानी जानेमन का ऐलान पहले ही कर रखा है।

लेकिन, Jackky Bhagnani ने पूजा फिल्म्स को अगले पड़ाव में ले जाने का फैसला किया है। इसके लिए उन्होंने तीन निर्देशकों राही अनिल बर्वे, विजय लालवानी और नितिन कक्कर को साइन किया है।

बर्वे ने फिल्म तुब्बाड़ से दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया था। विजय लालवानी ने कार्तिक कालिंग कार्तिक और नितिन कक्कर ने फिल्मिस्तान तथा हालिया रिलीज़ नोटबुक का निर्माण किया था। ख़ास बात यह है कि तीनों निर्देशक अपनी फिल्मों से बॉक्स ऑफिस को रौशन नहीं कर सके थे।

Jackky Bhagnani यह दावा करते हैं कि 'यह तीन निर्देशक पूजा फिल्म्स के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री वाली फ़िल्में बनायेंगे। यह फ़िल्में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन भी करेंगी।'