निर्देशक ओनिर की शुक्रवार रिलीज़ हो रही फिल्म शब कहानी है ग्लैमर वर्ल्ड की। यहाँ रोज हजारों युवा अपने सपनों को पूरा करने आते हैं। यह फिल्म रोशनी से नहाए इस ग्लैमर वर्ल्ड के अँधेरे पक्ष को दिखाने वाली फिल्म है। इस फिल्म की कहानी के केंद्र में रैना, अफ़ज़ार और सोनल के चरित्र है। रैना कॉफ़ी शॉप चलाती है। वह अफ़ज़ार से प्रेम करती है, जो मॉडल बनने छोटे शहर से मुंबई आया है। सोनल फैशन उद्योग का बड़ा नाम है। इन तीनों के किरदारों के एक फ्रेम में आते ही प्रेम, आकांक्षाएं, शोषण और विवाहेतर संबंधों का गहरा जाल तन जाता है। फिल्म में अफ़ज़ार का किरदार आशीष बिष्ट कर रहे हैं और सोनल का किरदार रवीना टंडन ने किया है। परन्तु ख़ास है रैना। इस बेहद इमोशनल किरदार को बांगला फिल्म अभिनेत्री अर्पिता चटर्जी कर रही है। अर्पिता बांगला फिल्मों के सुपर स्टार प्रोसेनजीत चटर्जी की पत्नी हैं। प्रोसेनजीत, साठ के दशक की हिंदी फिल्मों के चॉकलेटी हीरो विश्वजीत के बेटे हैं। प्रोसेनजीत ने डेविड धवन निर्देशित फिल्म आंधियां (१९९०) से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। मुमताज़ की वापसी फिल्म होने के बावजूद आंधियां को बॉक्स ऑफिस पर असफलता की आंधी ले उड़ी। प्रोसेनजीत को बांगला फिल्मों का सुपर स्टार कहा जाता है। अर्पिता का बांगला फिल्म डेब्यू प्रोसेनजीत के साथ बंगला फिल्म से ही हुआ था। वास्तविकता तो यह है कि ३८ साल की अर्पिता की अधिकतर फ़िल्में प्रोसेनजीत के साथ ही हैं। शब से उनका हिंदी फिल्म डेब्यू क्या रंग लाएगा ? क्या अर्पिता को हिंदी फिल्मों में सुचित्रा सेन और जया भादुड़ी जैसी सफलता मिल पाएगी? अर्पिता कहती हैं, "मैं बंगाल से हूँ। लेकिन, मेरा दिल्ली से कनेक्शन काफी ख़ास है। यह फिल्म वास्तव में बहुत सुन्दर बन पड़ी है।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 13 July 2017
क्या अर्पिता के लिए शब के बाद बॉलीवुड में होगा सवेरा !
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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