स्टार भारत के शो निमकी मुखिया से सहानुभूति रखने वाली दादिया सास नहीं
रही।
सीरियल निमकी मुखिया में बब्बू की दादी का पिछली रात डेढ़ बजे देहांत हो
गया। वह ६२ साल की थी।
रीता भादुड़ी मशहूर फिल्म एक्टर चंद्रिमा भादुड़ी
की बेटी थी।
वह ऐसी एक्ट्रेस थी, जिसने कमल
हासन का मलयालम फिल्म डेब्यू कराया था। यह
फिल्म थी के एस सेतुमाधवन की कन्याकुमारी (१९७४) । फिल्म एक मूर्तिकार शंकरन की समुद्र के किनारे चूड़ियां और मोती बेचने वाली लड़की पारवती से प्रेम की कहानी थी । शंकरन कमल हासन की पारवती रीता भादुड़ी ही थी।
अगले साल, निर्देशक
विजय सिंह की फिल्म डिंपल (१९७५) से रीता भादुड़ी का हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ। इस फिल्म में रीता के नायक सतीश कौल थे। फिल्म फ्लॉप हुई।
रीता को पहचान मिली लक्ष्मी और विक्रम की
फिल्म जूली (१९७५) के ये राते गीत से। जूली भी के
एस सेतुमाधवन की ही फिल्म थी।
इस फिल्म को
मिली बड़ी सफलता के बाद रीता बहादुरी बहन की भूमिका के लिए उपयुक्त मान ली गई। क्योंकि, जूली में उनकी उषा की भूमिका नायक विक्रम की
बहन और एंग्लो इंडियन नायिका की सहेली की थी।
जुली के बाद रीता भादुड़ी को बहन के या नायिका की सहेली के किरदार ही
मिले।
चूंकि,
ज़्यादातर हिंदी फ़िल्में नायक का महिममण्डन
करने वाली हुआ करती थी और इन फिल्मों में महिला चरित्र नाम के ही हुआ करते
थे।
इसलिए वह महिलाओं पर ज़्यादा केंद्रित
टीवी सीरियलों की ओर आकर्षित हुई।
मृत्यु
के समय भी वह निमकी मुखिया की दादी की भूमिका में सक्रिय थी।
ज़िन्दगी, चुनौती और मुजरिम हाजिर उनकी सफल प्रारंभिक सीरीज थी।
उन्होंने ४४ साल लम्बे सक्रिय जीवन में कोई १३९
फ़िल्में और टीवी सीरियल किये।
उन्हें श्रद्धांजलि।
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