Friday 2 August 2019

Sonakshi Sinha की सोलो हीरोइन Khandaani Shafakhana


खानदानी शफाखाना का विषय बालिग़ हैक्योंकि इस शफाखाने में सेक्स सम्बन्धी बीमारियों का ईलाज किया जाता है।  लेकिनइसका पारिवारिक एंगल भी है। क्योंकि, फिल्म की नायिका बेबी बेदी इस शफाखाना को अपने परिवार के लिए चलाना चाहती  है।  शिल्पी  दासगुप्ता के निर्देशन में इस ड्रामा फिल्म का पूरा ड्रामा सोनाक्षी सिन्हा की बेबी बेदी के इर्दगिर्द घूमता चलता है।

आज भी दबंग एक्ट्रेस !
खानदानी शफाखाना को सोनाक्षी सिन्हा की सोलो हीरोइन फिल्म कहा जा सकता है। लेकिन, मुश्किल यह है कि दबंग और दबंग २ में सलमान खान, राउडी राठौर में अक्षय कुमार और सन ऑफ़ सरदार में अजय देवगन की नायिका सोनाक्षी सिन्हा जैसे ही खुद पर केंद्रित फिल्म लुटेरा करती है, १०० करोड़ की फिल्मों की हीरोइन से जीरो बन जाती है। वह आज भी, सलमान खान की दबंग एक्ट्रेस के तौर पर याद की जाती है ।

दर्शकों ने नकारी सोनाक्षी की सोलो फ़िल्में  
सोनाक्षी सिन्हा ने जब जब, सोलो हीरोइन फिल्म या नायक के बराबर एक्शन फिल्म करने की कोशिश की, बॉक्स ऑफिस ने बुरी तरह से नकारा है । अकिरा से शुरू हुआ, उनकी असफल सोलो हीरोइन फिल्मों का सिलसिला नूर, इत्तेफाक, वेलकम टू न्यूयॉर्क और हैप्पी भाग जायेगी तक जारी रहा । वह फ़ोर्स २ जैसी फिल्म में, नायक के साथ एक्शन करने की कोशिश करती है, नाकामयाब होती हैं । जहाँ तक अभिनय की बात है, सोनाक्षी सिन्हा अकिरा, नूर और इत्तेफाक मे अच्छा अभिनय कर ले जाती है । सोनाक्षी सिन्हा कहती हैं, “मेरी फ़िल्में चाहे न चले, लेकिन मेरा काम पसंद किया जाता है ।“ कलंक इसका प्रमाण है ।

अब अहम् भूमिकाएं  
खानदानी शफाखाना, सोनाक्षी सिन्हा की सोलो हीरोइन फिल्म है । उनकी आगामी फ़िल्में सोलो हीरोइन नहीं, मगर सोनाक्षी सिन्हा की भूमिका महत्वपूर्ण है । फिल्म मिशन मंगल मे अक्षय कुमार और बाकी चार फीमेल एक्टर के बीच सोनाक्षी की वैज्ञानिक की भूमिका अहम् है । वह भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया में गाँव वालों को युद्ध के बीच सेना की हवाई पट्टी  की मरम्मत करने के लिए प्रेरित करती है । अलबत्ता, सलमान खान के साथ दबंग ३ का वह ग्लैमर से भरा चेहरा है ।

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