अश्विनी
अय्यर तिवारी ने हिंदी फिल्म निल बटे सन्नाटा में अपनी निर्देशकीय प्रतिभा से काफी प्रशंसा बटोरी। यह उनका डायरेक्टोरियल डेब्यू था। निल बटे सन्नाटा एक माँ और बेटी की कहानी थी। इस फिल्म की समीक्षकों ने खूब प्रसंशा की। अब अश्विनी अपनी अगली फिल्म पिता और पुत्री के सम्बन्धो पर बनाने जा रही हैं । सूत्र बताते है," अश्विनी की अगली फिल्म होमवर्क नामक किताब से पूरी तरह रूपांतरित
की जाएगी। यह फिल्म हिंदी और मलयालम दोनों ही भाषाओं में
रिलीज़ की जाएगी।" अपनी फिल्म के बारे में अश्विनी कहती हैं,"मैं अपनी आगामी फिल्म को लेकर बहुत उत्साहित हूँ। यह एक ऐसी
कहानी है जिसके बारे में लोगो को जानना बहुत ज़रूरी है। मैं जब निल बटे सन्नाटा का
तमिल संस्करण डायरेक्ट कर रही थी, उसी वक्त मैंने अमला (अभिनेत्री) से इस सब्जेक्ट के बारे में
बात की थी और उन्हें यह आईडिया बहुत पसंद आया था।" फिल्म का हिंदी
संस्करण अश्विनी द्वारा डायरेक्ट किया जायेगा। इस फिल्म के मलयालम संस्करण में अमला पॉल अभिनय
करती नज़र आएँगी। अमला ने फिल्म निल बटे सन्नाटा के तमिल संस्करण में स्वरा भास्कर का किरदार निभाया था।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 18 May 2016
पिता और पुत्री के सम्बन्धो पर होगी अश्विनी अय्यर तिवारी की अगली फिल्म
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड ने भी खेली है 'बाज़ी' !
एक वेब मॅगज़ीन ने देव आनंद और गीता बाली का चित्र लगा कर लिखा था 'बाज़ी' के पचास साल। जी हाँ, यह चित्र देव आनंद, कल्पना कार्तिक, गीता बाली, के एन सिंह, जॉनी वॉकर अभिनीत फिल्म 'बाज़ी' का है। लेकिन, यह फिल्म १९५१ में रिलीज़ हुई थी, इसलिए बाज़ी के पचास साल नहीं ६५ साल हो जाते हैं। यह फिल्म अभिनेता और निर्देशक गुरु दत्त की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म थी। गुरु दत्त ने इस फिल्म का सह लेखन किया था। फिल्म की कथा, पटकथा और संवाद बलराज साहनी के लिखे थे। बाज़ी बलराज साहनी की कलम से लिखी गई इकलौती फिल्म है। १९४६ में फिल्म दूर चलें से फिल्म करियर शुरू करने वाले बलराज साहनी को १९५३ में रिलीज़ फिल्म दो बीघा ज़मीन ने संवेदनशील अभिनेता के बतौर स्थापित कर दिया था। जॉनी वॉकर की यह बतौर अभिनेता पहली फिल्म थी। वह उस समय बदरुद्दीन जमालुद्दीन क़ाज़ी के नाम से फ़िल्में करने आये थे। गुरु दत्त ने उन्हें जॉनी वॉकर बना दिया। बाज़ी अभिनेत्री कल्पना कार्तिक की भी पहली फिल्म थी। कल्पना कार्तिक ने देव आनंद के साथ कोई पांच फ़िल्में करने के बाद देव आनंद के साथ ही शादी कर घर बसा लिया। जहाँ तक वेब मॅगज़ीन वाली फिल्म बाज़ी का सवाल है, यह फिल्म १९६८ में रिलीज़ धर्मेंद्र, वहीदा रहमान, महमूद, एन ए अंसारी अभिनीत बाज़ी लगती है। इस एक्शन थ्रिलर फिल्म का निर्देशन मोनी भट्टाचार्जी ने किया था। इस फिल्म में भी जॉनी वॉकर ने अभिनय किया था। १६ साल बाद तीसरी बाज़ी रिलीज़ हुई। यह भी धर्मेंद्र की मुख्य भूमिका वाली फिल्म थी। पर इस फिल्म में उनका साथ रेखा ने दिया था। रेखा और धर्मेंद्र ने कोई दर्जन भर फिल्मों में साथ अभिनय किया था। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती और रंजीता की जोड़ी भी थी। इन दोनों ने कोई २० फ़िल्में साथ की थी। मिथुन-रंजीता रोमांस भी काफी गर्म हुआ था। बाज़ी (१९८४) के निर्देशक राज एन सिप्पी थे। फिल्म को साहित्यकार कमलेश्वर ने लिखा था। कमलेश्वर ने लगभग १९ फिल्मों की कहानी, पटकथा और संवाद लिखे थे। १९९५ में रिलीज़ चौथी बाज़ आशुतोष गोवारिकर निर्देशित और आमिर खान, ममता कुलकर्णी और परेश रावल अभिनीत फिल्म थी।
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फिल्म पुराण
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Tuesday, 17 May 2016
काजल अग्रवाल का पहला ऑन स्क्रीन किस
काजल अग्रवाल अब स्क्रीन की वर्जिन गर्ल नहीं रह गई। उनका नो किसिंग सीन प्लीज का जुमला, सिर्फ जुमला रह गया है। दीपक तिजोरी की रोमांस ड्रामा फिल्म में रणदीप हूडा और काजल अग्रवाल के बीच बेहद रोमांटिक सीन फिल्माया जा रहा था। मलेशिया में फिल्माए जा रहे इस सीन के दौरान रणदीप हूडा ने यकायक काजल अग्रवाल को बाँहों में खींच कर गहरा चुम्बन अंकित कर दिया। शायद काजल अग्रवाल को इसका एहसास नहीं था। इसलिए वह भौंचक सी रह गई। उन्होंने खुद को तुरंत अलग किया और रणदीप से दूर हट गई। उन्होंने दीपक तिजोरी से तुरंत इस सीन को काट देने के लिए कहा और अपने मेकअप रूम में चली गई।तब यह किसिंग सीन कैसे बचा रह गया ? बताते हैं दीपक तिजोरी, "हमें मालूम था कि काजल साउथ की फिल्मों में भी चुम्बन नहीं देती। वह साउथ की बड़ी स्टार हैं। हम उनके साउथ करियर को प्रभावित नहीं कर सकते थे। लेकिन, वह सीन एक इमोशनल क्षण में लिया गया था। मैं अपने एक्टरों को सीन में इमोशन दिखाने की छूट देता हूँ। सीन के अनुसार रणदीप का काजल को किस स्वाभाविक था। तब मैंने काजल को इस सीन और चुम्बन के प्रभाव के बारे में बताया। सब जानने समझने के बाद काजल ने इस सीन को आवेश के साथ फिर से किया।" इस प्रकार से काजल अग्रवाल से नो किस गर्ल का टैग हमेशा के लिए हट गया।
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ये ल्लों !!!
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अभिषेक बच्चन के साथ ज़ंजीर का रीमेक बनाना चाहते थे प्रकाश मेहरा
प्रकाश मेहरा की मृत्यु १७ मई २००९ को हुई थी। उनके खाते में बिना अमिताभ बच्चन के हसीना मान जाएगी, मेला, समाधी, एक कुंवारी एक कुंवारा, हाथ की सफाई, खलीफा, ज्वालामुखी, आदि फ़िल्में दर्ज़ हैं। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ ज़ंजीर, हेरा फेरी, मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस, नमक हलाल और शराबी जैसी सुपर हिट फ़िल्में दी थी । हालाँकि, अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म जादूगर के बाद प्रकाश मेहरा कोई हिट फिल्म नहीं दे सके। लेकिन, एक समय उन्होंने ज़ंजीर का रीमेक बनाने का इरादा किया था। इस रीमेक फिल्म में इंस्पेक्टर विजय का किरदार अभिषेक बच्चन को करना था। अमिताभ बच्चन उसके पिता अजय बने थे और प्राण को खान साहेब का किरदार करना था। लेकिन, कुछ कारणों से यह फिल्म ऐलान से आगे नहीं बढ़ सकी। इसके बाद २०१३ में प्रकाश मेहरा के बेटे अमित मेहरा ने कुछ दूसरे निर्माताओं के साथ अपूर्व लखिया के निर्देशन में ज़ंजीर को रीमेक किया। फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी बच्चन, प्राण और अजित वाला किरदार क्रमशः रामचरण तेज, प्रियंका चोपड़ा, संजय दत्त और प्रकाश राज ने किया। लेकिन, फिल्म बुरी तरह से असफल हुई।
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क्लासिक फिल्मों के रीमेक,
श्रद्धांजलि
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Monday, 16 May 2016
स्टीवन स्पीलबर्ग ने कहा- फायर हर राइट नाउ !
२१ साल की मेगन डेनिस फॉक्स के लिए ट्रांसफार्मर में काम करना सुनहरे ख्वाबों का सच हो जाने जैसा था। उस समय तक मेगन वीडियो या टीवी सीरीज में काम कर रही थी। हालाँकि, उनके नाम के सामने कंफेशंस ऑफ़ टीनएज ड्रामा क्वीन जैसी फिल्म का नाम दर्ज़ था। लेकिन, ट्रांसफार्मर्स में शिया बेलोउफ जैसा एक्टर काम कर रहा था। इस मेन-मशीन की टक्कर वाली एक्शन, एडवेंचर विज्ञानं फैंटसी फिल्म ट्रांसफार्मर्स' में मेगन फॉक्स के लिये करने से ज़्यादा दिखाने के पूरे मौके थे। मेगन ने इसका भरपूर फायदा उठाया। उन्होंने अपनी सेक्स अपील का ऐसा प्रदर्शन किया कि फिल्म मेन मशीन और वुमन की बन गई। मेगन फॉक्स १६ साल के लड़कों की सेक्स फैंटसी बन गई। यह फिल्म ३ जुलाई २००७ को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म के बाद मेगन ने रिवेंज ऑफ़ द फालेन भी की। जेनिफर्स बॉडी ने मेगन को स्थापित अभिनेत्री बना दिया। जोन हेक्स और पैशन प्ले के बाद जब मेगन फॉक्स ट्रांसफार्मर्स सीरीज की तीसरी फिल्म डार्क ऑफ़ द मून की शूटिंग करने गई तो बिलकुल बदली हुई थी। उनका मानना था कि फिल्म के डायरेक्टर माइकल बे डिक्टेटर जैसा व्यवहार करते हैं। इसलिए, जब शिया बेलोउफ के साथ फिल्म की शूट के लिए मेगन पहुंची तो उनका व्यवहार काफी खराब था। सेट पर लोगों से उन्होंने हाय हेलो तक नहीं की। मौजूद लोगों का कहना था कि वह हाय हेलो के बजाय थैंक्स यु बोल रही थी। माइकल बे, जिन्होंने मेगन फॉक्स को इतना बड़ा मौका दिया था, वह उनका अपमान कर रही थी। जब यह बात फिल्म के निर्माता स्टीवन स्पीलबर्ग को मालूम ही तो उन्होंने नाराज़ी भरे लहज़े में कहा, "फायर हर राइट नाउ। " इसके साथ ही मेगन फॉक्स की जगह रोसी हटिंगटन व्हिटले आ गई। आज मेगन फॉक्स का ३१ वा जन्मदिन है।
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मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स के १० बिलियन
जैसी की उम्मीद थी, मार्वेल स्टूडियोज की फेज थ्री की पहली फिल्म कैप्टेन अमेरिका : सिविल वॉर ने पहले हफ्ते की तरह दूसरे वीकेंड में भी बॉक्स ऑफिस पर पैसों का ढेर लगा दिया है। दूसरे वीकेंड में ७२.५ मिलियन डॉलर की कमाई कर सिविल वॉर इस हफ्ते नई प्रदर्शित फिल्मों मनी मॉन्स्टर और द डार्कनेस से आसानी से आगे निकल गई है। इस कमाई के ज़रिये मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स फ्रैंचाइज़ी ने १० डॉलर के आंकड़ों को पार कर लिया है। सिविल वॉर बॉक्स ऑफिस पर जैसा धमाल मचा रही है, उससे लगता नहीं कि यह सिलसिला यहीं रुकने वाल है। कैप्टेन अमेरिका :सिविल वॉर मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की १३ वी तथा तीसरे फेज की पहली फिल्म है। मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स द्वारा तीसरे फेज में कुल १० फ़िल्में रिलीज़ की जानी हैं। यह फ्रैंचाइज़ी २०१४ में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की फ्रैंचाइज़ी बन गई थी। इसने वार्नर ब्रदर्स की हैरी पॉटर फ्रैंचाइज़ी के घरेलु बाज़ार में २.३९ बिलियन डॉलर तथा वर्ल्ड वाइड ७.७ बिलियन डॉलर के बिज़नेस को पछाड़ दिया है। यह फ्रैंचाइज़ी घरेलु बाजार में ३.८ बिलियन डॉलर का बिज़नेस कर चुकी है। हालाँकि, हैरी पॉटर फ्रैंचाइज़ी में फैंटास्टिक बीस्ट्स और वेयर टू फंड देम इस साल बाद में रिलीज़ होनी हैं , लेकिन ऐसा नहीं लगता कि मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स का १० बिलियन डॉलर वर्ल्डवाइड का आंकड़ा छुआ जा सकेगा। हालाँकि, मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स को चुनौती पेश आयेगी स्टार वार्स से। स्टार वार्स: द फ़ोर्स अवकेंस ने घरेलु बाजार में ९३६.४ मिलियन और वर्ल्डवाइड २.०६ बिलियन डॉलर का कलेक्शन कर पिछले सारे रेकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया था। सुनने में आ रहा है कि डिज्नी का इरादा हर साल एक नई स्टार वार्स मूवी रिलीज़ करने का है। मगर, मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स हर साल कम से कम दो फ़िल्में रिलीज़ कर रहा है। उसका इरादा इसे तीन फिल्मों तक ले जाने का है। सिविल वॉर के यूनिवर्स की फेज ३ में डॉक्टर स्ट्रेंज ४ नवंबर को रिलीज़ होनी है। डॉक्टर स्ट्रेंज एक एक्शन एडवेंचर फैंटसी फिल्म है। फिल्म की कहानी के अनुसार एक अक्खड़ डॉक्टर को उसका करियर नष्ट हो जाने के बाद एक जादूगर का साथ मिलता है, जो उसे बुरी ताकतों से दुनिया को बचाने का प्रशिक्षण देता है। स्कॉट डेरिक्सन निर्देशित इस फिल्म में बेनेडिक्ट कंबरबैच डॉक्टर स्ट्रेंज के किरदार में हैं। अन्य भूमिकाओं में टिल्डा स्विंटन, मैडस मिकेलसन, रेचल मैकएडम्स, स्कॉट अड्किन्स, आदि हैं। इसके बाद अगले साल मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की फिल्मों की शुरुआत गार्डियन्स ऑफ़ द गैलेक्सी २ की रिलीज़ से होगी, जो ५ मई २०१७ को रिलीज़ होगी। इसके बाद ७ जुलाई को स्पाइडर-मैन : होमकमिंग और ३ नवंबर को थॉर: रगनरोक रिलीज़ होनी है। २०२० तक मार्वल सिनेमेटिक यूनिवर्स से ब्लैक पैंथर (१६ फरवरी २०१८), अवेंजर्स: इंफिनिटी वॉर पार्ट १ (४ मई २०१८), अंट-मैन एंड द वास्प (६ जुलाई २०१८), कैप्टेन मार्वेल (८ मार्च २०१९) और अवेंजर्स: इंफिनिटी वॉर पार्ट २ (३ मई २०१९) रिलीज़ होंगी। स्टूडियो ने २०२० में १ मई, १० जुलाई और ६ नवंबर की तारीखें अपनी फिल्मों के लिए अभी से बुक कर रखी हैं। संभव है कि कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर इस हफ्ते १ बिलियन डॉलर का अंक छू ले। यह भी संभव है कि यह मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म द अवेंजर्स (२०१२) के १.५ बिलियन डॉलर के आंकड़े को भी ध्वस्त कर दे। परन्तु, उसके लिए द अवेंजर्स के घरेलु बाजार में ६२३.३ मिलियन डॉलर के अंक को छूना इतना आसान भी नहीं होगा। क्योंकि, इसी महीने ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स की फिल्म एक्स-मेन : अपोकैलिप्स (२७ मई २०१६) रिलीज़ होनी है। यह फिल्म भारत में २० मई २०१६ को रिलीज़ हो रही है।
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बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Sunday, 15 May 2016
जब करियर ख़त्म हो गया इन अभिनेत्रियों का !
बॉलीवुड में गजिनी जैसी १०० करोडिया फिल्म से प्रवेश करने वाली असिन ने इस साल १९ जनवरी को माइक्रोमैक्स मोबाइल के सह संस्थापक राहुल शर्मा से शादी कर ली। असिन का चौंकाने वाला निर्णय यह रहा कि उन्होंने लिखित रूप से यह बयान जारी किया कि वह अब कोई नई फिल्म साइन नहीं करेंगी। उन्होने अपने हाथ की फिल्मों को ज़ल्दी पूरी करने के लीये अपनी फिल्म निर्माताओं को बहुत पहले ही नोटिस दे दिया था।
शादी के बाद फिल्मों को टाटा
असिन पहली या इकलौती ऎसी अभिनेत्री नहीं थी, जिन्होंने शादी के बाद फिल्मों को अलविदा कह दी। साठ के दशक में अभिनेत्री नर्गिस ने अपने मदर इंडिया फिल्म के बेटे सुनील दत्त से शादी करने के बाद अपने करियर को विराम दे दिया। अभिनेत्री सायरा बानू ने भी दिलीप कुमार शादी करने के बाद हमेशा के लिए फ़िल्में छोड़ दी। सत्तर के दशक में बबिता और नीतू सिंह जैसी मशहूर अभिनेत्रियों ने कपूर खानदान की बहु बनाने की खातिर अपने सुनहरे करियर को लात मार दी। १९८८ में कातिल फिल्म से डेब्यू करने वाली संगीता बिजलानी ने हथियार, बंटवारा, त्रिदेव, जुर्म, आदि फिल्मों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन से निकाह पढ़वाने के बाद अपने सुनहरे करियर को अलविदा कह दी। त्रिदेव में संगीता की कोस्टार सोनम ने भी फिल्म के निर्देशक राजीव राय से शादी करने के बाद फिल्मों से मुंह मोड़ लिया। घायल, घातक,दामिनी, मेरी जंग, आदि कामयाब फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस मीनाक्षी शेषाद्री ने हरीश मैसूरी से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। हेमंत विराजे के साथ बी-ग्रेड फिल्म टार्ज़न से अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत करने वाली किमी काटकर ने फिल्म हम में अमिताभ बच्चन की नायिका बन कर बुलंदियां छुई थी। उन्होंने भी सेलेब्रिटी फोटोग्राफर शांतनु शोरे से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। ऐसे ही कई उदाहरण हैं, जिनमें स्थापित अभिनेत्रियों ने अपने सुनहरे करियर का मोह नहीं किया। जेनेलिया डिसूजा ने रितेश देशमुख से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। सलमान खान की सुपरहिट फिल्म वांटेड की नायिका आयशा टाकिया ने करियर पर अपने बचपन के साथी फरहान अजमी के साथ शादी को तरजीह दी।
शादी के बाद भाग्यश्री का भाग्य !
भाग्यश्री पटवर्धन की पहली फिल्म सलमान खान के साथ मैंने प्यार किया सुपर हिट साबित हुई थी। फिल्म निर्माता इस हिट जोड़ी के साथ कुछ और फ़िल्में बनाए जाने का ऐलान करते कि भाग्यश्री ने अपने बचपन के दोस्त हिमालय से शादी कर फ़िल्में छोड़ने का एलान कर दिया। डिंपल कपाडिया के बाद बॉलीवुड को यह बड़ा झटका था। इसके बावजूद फिल्म निर्माता भाग्यश्री की घेराबंदी करने में जुटे रहे। इस पर भाग्यश्री ने फिल्मों में वापसी के लिए हां तो की, लेकिन इस शर्त के साथ कि उनकी हर फिल्म का नायक उनका पति हिमालय होगा। इस शर्त ने कई निर्माताओं को भाग्यश्री से दूर छिटका दिया। जिन निर्मातों ने भाग्यश्री की शर्त के अनुरूप हिमालय के साथ फ़िल्में बनाई, अपना हाथ बुरी तरह से जला बैठे। इसके साथ ही भाग्यश्री का फिल्म करियर बिलकुल ख़त्म हो गया।
ऎसी बहुत सी अभिनेत्रियां हैं, जिनका करियर अंडरवर्ल्ड चर गया। अंडरवर्ल्ड के लोगों का साथ और रोमांस कई अभिनेत्रियों के करियर के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। आइये जानते हैं ऎसी ही कुछ अभिनेत्रियों के बारे में -
जस्मीन का करियर वीराना
जैस्मिन ने वीराना (१९८८) से पहले दो फ़िल्में सरकारी मेहमान (१९७९) और डिवोर्स (१९८४) भी की थी। लेकिन, उनके सुस्त करियर को उड़ान मिली थी, श्याम रामसे और तुलसी रामसे की डायरेक्टर जोड़ी की फिल्म वीराना की सेक्स भूमिका से। इस फिल्म में उन्होंने जम कर कामुक अंग प्रदर्शन किया था तथा हावभाव दिखाये थे। उन्हें लगता था कि इससे उनका करियर उड़ान भरने लगेगा। ऐसा होता भी। लेकिन, जैस्मिन के भरे बदन को नज़र लग गई अंडरवर्ल्ड की। उन्हें सेक्स करने के लिए बुलाये जाने वाले टेलीफोन आने लगे। आगे भी फ़िल्में करने की इच्छुक जैस्मिन ने पुलिस में रिपोर्ट भी लिखाई। लेकिन, उन दिनों महाराष्ट्र पुलिस अंडरवर्ल्ड की गुलाम बनी हुई थी। जैस्मिन की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। नतीजे के तौर पर जैस्मिन ने हिंदी फिल्मों को अलविदा कह कर अमेरिका में शादी कर घर बसा लिया।
शादी के बाद फिल्मों को टाटा
असिन पहली या इकलौती ऎसी अभिनेत्री नहीं थी, जिन्होंने शादी के बाद फिल्मों को अलविदा कह दी। साठ के दशक में अभिनेत्री नर्गिस ने अपने मदर इंडिया फिल्म के बेटे सुनील दत्त से शादी करने के बाद अपने करियर को विराम दे दिया। अभिनेत्री सायरा बानू ने भी दिलीप कुमार शादी करने के बाद हमेशा के लिए फ़िल्में छोड़ दी। सत्तर के दशक में बबिता और नीतू सिंह जैसी मशहूर अभिनेत्रियों ने कपूर खानदान की बहु बनाने की खातिर अपने सुनहरे करियर को लात मार दी। १९८८ में कातिल फिल्म से डेब्यू करने वाली संगीता बिजलानी ने हथियार, बंटवारा, त्रिदेव, जुर्म, आदि फिल्मों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन से निकाह पढ़वाने के बाद अपने सुनहरे करियर को अलविदा कह दी। त्रिदेव में संगीता की कोस्टार सोनम ने भी फिल्म के निर्देशक राजीव राय से शादी करने के बाद फिल्मों से मुंह मोड़ लिया। घायल, घातक,दामिनी, मेरी जंग, आदि कामयाब फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस मीनाक्षी शेषाद्री ने हरीश मैसूरी से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। हेमंत विराजे के साथ बी-ग्रेड फिल्म टार्ज़न से अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत करने वाली किमी काटकर ने फिल्म हम में अमिताभ बच्चन की नायिका बन कर बुलंदियां छुई थी। उन्होंने भी सेलेब्रिटी फोटोग्राफर शांतनु शोरे से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। ऐसे ही कई उदाहरण हैं, जिनमें स्थापित अभिनेत्रियों ने अपने सुनहरे करियर का मोह नहीं किया। जेनेलिया डिसूजा ने रितेश देशमुख से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। सलमान खान की सुपरहिट फिल्म वांटेड की नायिका आयशा टाकिया ने करियर पर अपने बचपन के साथी फरहान अजमी के साथ शादी को तरजीह दी।
शादी के बाद भाग्यश्री का भाग्य !
भाग्यश्री पटवर्धन की पहली फिल्म सलमान खान के साथ मैंने प्यार किया सुपर हिट साबित हुई थी। फिल्म निर्माता इस हिट जोड़ी के साथ कुछ और फ़िल्में बनाए जाने का ऐलान करते कि भाग्यश्री ने अपने बचपन के दोस्त हिमालय से शादी कर फ़िल्में छोड़ने का एलान कर दिया। डिंपल कपाडिया के बाद बॉलीवुड को यह बड़ा झटका था। इसके बावजूद फिल्म निर्माता भाग्यश्री की घेराबंदी करने में जुटे रहे। इस पर भाग्यश्री ने फिल्मों में वापसी के लिए हां तो की, लेकिन इस शर्त के साथ कि उनकी हर फिल्म का नायक उनका पति हिमालय होगा। इस शर्त ने कई निर्माताओं को भाग्यश्री से दूर छिटका दिया। जिन निर्मातों ने भाग्यश्री की शर्त के अनुरूप हिमालय के साथ फ़िल्में बनाई, अपना हाथ बुरी तरह से जला बैठे। इसके साथ ही भाग्यश्री का फिल्म करियर बिलकुल ख़त्म हो गया।
ऎसी बहुत सी अभिनेत्रियां हैं, जिनका करियर अंडरवर्ल्ड चर गया। अंडरवर्ल्ड के लोगों का साथ और रोमांस कई अभिनेत्रियों के करियर के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। आइये जानते हैं ऎसी ही कुछ अभिनेत्रियों के बारे में -
जस्मीन का करियर वीराना
जैस्मिन ने वीराना (१९८८) से पहले दो फ़िल्में सरकारी मेहमान (१९७९) और डिवोर्स (१९८४) भी की थी। लेकिन, उनके सुस्त करियर को उड़ान मिली थी, श्याम रामसे और तुलसी रामसे की डायरेक्टर जोड़ी की फिल्म वीराना की सेक्स भूमिका से। इस फिल्म में उन्होंने जम कर कामुक अंग प्रदर्शन किया था तथा हावभाव दिखाये थे। उन्हें लगता था कि इससे उनका करियर उड़ान भरने लगेगा। ऐसा होता भी। लेकिन, जैस्मिन के भरे बदन को नज़र लग गई अंडरवर्ल्ड की। उन्हें सेक्स करने के लिए बुलाये जाने वाले टेलीफोन आने लगे। आगे भी फ़िल्में करने की इच्छुक जैस्मिन ने पुलिस में रिपोर्ट भी लिखाई। लेकिन, उन दिनों महाराष्ट्र पुलिस अंडरवर्ल्ड की गुलाम बनी हुई थी। जैस्मिन की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। नतीजे के तौर पर जैस्मिन ने हिंदी फिल्मों को अलविदा कह कर अमेरिका में शादी कर घर बसा लिया।
मैली हो गई मन्दाकिनी
राजकपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली से मेरठ की यास्मीन जोसफ का मन्दाकिनी नाम से प्रवेश हुआ था। इस फिल्म में उनके झरने के नीचे सफ़ेद साडी में स्नान करते और ट्रेन में अपने बच्चे को दूध पिलाने के दृश्यों ने मन्दाकिनी को हिट बना दिया। उन्होंने १९८५ से १९९० के बीच कोई ३७ फ़िल्में की। उनकी मिथुन चक्रवर्ती के साथ जोड़ी पसंद की गई। इसी दौरान उनका नाम कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहीम से जुड़ा। १९९९४ में मन्दाकिनी और दाऊद की साथ तस्वीरों ने सनसनी फैला दी। उस समय तक दाऊद की डी कंपनी आतंकवाद को लेकर आरोपित हो चुकी थी। इसलिए फिल्म निर्माता मन्दाकिनी से लगे। दाऊद से नाम जुड़ने के बाद मन्दाकिनी ने १९९१ से १९९६ तक केवल दो फ़िल्में की। ज़ोरदार (१९९६) के साथ उनका करियर ख़त्म हो गया।
अबू सालेम की प्रेम दीवानी मोनिका बेदी
जहाँ मन्दाकिनी के करियर को दाऊद खा गया, वहीँ मोनिका बेदी को दाऊद का दाहिना हाथ अबु सालेम का प्रेम बर्बाद कर गया। हालाँकि, मोनिका बड़ी को संजय दत्त और गोविन्द जैसी एक्टरों की फिल्म जोड़ी नंबर वन अंडरवर्ल्ड के इशारे पर ही मिली। लेकिन, मोनिका अबु सालेम की ऎसी दीवानी हुई कि भारत छोड़ कर पुर्तगाल और स्पेन तक जा पहुंची। अभी उन्हें टीवी सीरियल सरस्वतीचंद्र से बॉलीवुड में वापसी के लिए जद्दोजहद करते देखा गया।
प्रोडूसर से पंगा तो करियर कहाँ चंगा !
अपनी फिल्मों के प्रोड्यूसरों से पंगा लेना सलमा आगा और महिमा चौधरी को भारी पड़ा। पाकिस्तान की अभिनेत्री सलमा आगा के करियर की शुरुआत बीआर चोपड़ा की इस्लाम में तीन तलाक की बुराइयों पर आधारित फिल्म निकाह से हुई थी। निकाह हिट हुई। लेकिन, सलमा आगा ने बीआर चोपड़ा से पंगा ले लिया। नतीजे के तौर पर कुछ सफल असफल फिल्मों के बाद सलमा आगा को बॉलीवुड को अलविदा कहानी पड़ी। कुछ यही कहानी सुभाष घई की फिल्म परदेस की नायिका महिमा चौधरी की भी है। उन्होंने सुभाष घई को फिल्म के प्रचार में हिस्सा न लेकर नाराज़ कर दिया। धीरे धीरे उनका करियर ख़त्म हो गया।
जब गायत्री जोशी के लिए विदेश बनी 'स्वदेस'
गायत्री जोशी एक पढ़ी लिखी युवती और पेशे से मॉडल थी। उन्हें उनकी खूबसूरती और योग्यता के अनुरूप शाहरुख़ खान के साथ आशुतोष गोवारिकर की फिल्म स्वदेस मिली भी। इस फिल्म में गीत के किरदार में गायत्री ने अपनी अभिनय प्रतिभा प्रदर्शित भी की थी। हालाँकि, फिल्म फ्लॉप हुई थी, लेकिन गायत्री ने दर्शकों का ध्यान खींचा था। मगर इस फिल्म के बाद गायत्री ने फिल्मों को अलविदा कह दिया। बताते हैं कि स्वदेस बनने के दौरान ही ऐसा कुछ घटा था कि उन्होंने फ़िल्में छोड़ने का मन बना लिया। उन्होंने एक बिजनेसमैन विकास ओबेरॉय के साथ शादी कर ली।
शोषण के खिलाफ किमी काटकर
टार्ज़न में अपनी सूती देह का उदार प्रदर्शन करने वाली किमी काटकर फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों के शोषण और गैर बराबरी के व्यवहार के सख्त खिलाफ थी। वह हर मौके पर इसका विरोध करती रहती थी। जब उन्हें लगा कि इंडस्ट्री में बदलाव लाना संभव नहीं है तो उन्होंने शादी की घोषणा के साथ इंडस्ट्री में गैर बराबरी के विरोध में भी बयान जारी किया।
राजकपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली से मेरठ की यास्मीन जोसफ का मन्दाकिनी नाम से प्रवेश हुआ था। इस फिल्म में उनके झरने के नीचे सफ़ेद साडी में स्नान करते और ट्रेन में अपने बच्चे को दूध पिलाने के दृश्यों ने मन्दाकिनी को हिट बना दिया। उन्होंने १९८५ से १९९० के बीच कोई ३७ फ़िल्में की। उनकी मिथुन चक्रवर्ती के साथ जोड़ी पसंद की गई। इसी दौरान उनका नाम कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहीम से जुड़ा। १९९९४ में मन्दाकिनी और दाऊद की साथ तस्वीरों ने सनसनी फैला दी। उस समय तक दाऊद की डी कंपनी आतंकवाद को लेकर आरोपित हो चुकी थी। इसलिए फिल्म निर्माता मन्दाकिनी से लगे। दाऊद से नाम जुड़ने के बाद मन्दाकिनी ने १९९१ से १९९६ तक केवल दो फ़िल्में की। ज़ोरदार (१९९६) के साथ उनका करियर ख़त्म हो गया।
अबू सालेम की प्रेम दीवानी मोनिका बेदी
जहाँ मन्दाकिनी के करियर को दाऊद खा गया, वहीँ मोनिका बेदी को दाऊद का दाहिना हाथ अबु सालेम का प्रेम बर्बाद कर गया। हालाँकि, मोनिका बड़ी को संजय दत्त और गोविन्द जैसी एक्टरों की फिल्म जोड़ी नंबर वन अंडरवर्ल्ड के इशारे पर ही मिली। लेकिन, मोनिका अबु सालेम की ऎसी दीवानी हुई कि भारत छोड़ कर पुर्तगाल और स्पेन तक जा पहुंची। अभी उन्हें टीवी सीरियल सरस्वतीचंद्र से बॉलीवुड में वापसी के लिए जद्दोजहद करते देखा गया।
प्रोडूसर से पंगा तो करियर कहाँ चंगा !
अपनी फिल्मों के प्रोड्यूसरों से पंगा लेना सलमा आगा और महिमा चौधरी को भारी पड़ा। पाकिस्तान की अभिनेत्री सलमा आगा के करियर की शुरुआत बीआर चोपड़ा की इस्लाम में तीन तलाक की बुराइयों पर आधारित फिल्म निकाह से हुई थी। निकाह हिट हुई। लेकिन, सलमा आगा ने बीआर चोपड़ा से पंगा ले लिया। नतीजे के तौर पर कुछ सफल असफल फिल्मों के बाद सलमा आगा को बॉलीवुड को अलविदा कहानी पड़ी। कुछ यही कहानी सुभाष घई की फिल्म परदेस की नायिका महिमा चौधरी की भी है। उन्होंने सुभाष घई को फिल्म के प्रचार में हिस्सा न लेकर नाराज़ कर दिया। धीरे धीरे उनका करियर ख़त्म हो गया।
जब गायत्री जोशी के लिए विदेश बनी 'स्वदेस'
गायत्री जोशी एक पढ़ी लिखी युवती और पेशे से मॉडल थी। उन्हें उनकी खूबसूरती और योग्यता के अनुरूप शाहरुख़ खान के साथ आशुतोष गोवारिकर की फिल्म स्वदेस मिली भी। इस फिल्म में गीत के किरदार में गायत्री ने अपनी अभिनय प्रतिभा प्रदर्शित भी की थी। हालाँकि, फिल्म फ्लॉप हुई थी, लेकिन गायत्री ने दर्शकों का ध्यान खींचा था। मगर इस फिल्म के बाद गायत्री ने फिल्मों को अलविदा कह दिया। बताते हैं कि स्वदेस बनने के दौरान ही ऐसा कुछ घटा था कि उन्होंने फ़िल्में छोड़ने का मन बना लिया। उन्होंने एक बिजनेसमैन विकास ओबेरॉय के साथ शादी कर ली।
शोषण के खिलाफ किमी काटकर
टार्ज़न में अपनी सूती देह का उदार प्रदर्शन करने वाली किमी काटकर फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों के शोषण और गैर बराबरी के व्यवहार के सख्त खिलाफ थी। वह हर मौके पर इसका विरोध करती रहती थी। जब उन्हें लगा कि इंडस्ट्री में बदलाव लाना संभव नहीं है तो उन्होंने शादी की घोषणा के साथ इंडस्ट्री में गैर बराबरी के विरोध में भी बयान जारी किया।
सबीहा और राजेश खन्ना का अनोखा रिश्ता
पुराने जमाने की अभिनेत्री अमीता की बेटी सबीहा ने अब्बास मस्तान की फिल्म खिलाड़ी में इस अपने मासूम चहरे और अभिनयशीलता से फिल्म निर्माताओं और दर्शकों को प्रभावित किया था। लेकिन, पहली फिल्म अनोखा रिश्ता में राजेश खन्ना से पंगा लेना उन पर भारी पड़ा। बताते हैं कि अपनी बेटी को बड़ा प्रचार दिलाने के लिए अमीता ने पत्रकारों से यह कह दिया कि अनोखा रिश्ता की शूटिगं के दौरान राजेश खन्ना ने सबीहा के साथ कास्टिंग काउच करना चाहा था। राजेश खन्ना ने अमीता की इस हरकत का बुरा माना। कहा जाता है कि राजेश खन्ना के इशारे पर निर्मातों ने सबीहा को फिर अपनी फिल्मों में साइन नहीं करवाया।
पुराने जमाने की अभिनेत्री अमीता की बेटी सबीहा ने अब्बास मस्तान की फिल्म खिलाड़ी में इस अपने मासूम चहरे और अभिनयशीलता से फिल्म निर्माताओं और दर्शकों को प्रभावित किया था। लेकिन, पहली फिल्म अनोखा रिश्ता में राजेश खन्ना से पंगा लेना उन पर भारी पड़ा। बताते हैं कि अपनी बेटी को बड़ा प्रचार दिलाने के लिए अमीता ने पत्रकारों से यह कह दिया कि अनोखा रिश्ता की शूटिगं के दौरान राजेश खन्ना ने सबीहा के साथ कास्टिंग काउच करना चाहा था। राजेश खन्ना ने अमीता की इस हरकत का बुरा माना। कहा जाता है कि राजेश खन्ना के इशारे पर निर्मातों ने सबीहा को फिर अपनी फिल्मों में साइन नहीं करवाया।
जब नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता पर छलांग लगा दी
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को नाना पाटेकर के साथ फिल्म हॉर्न ओके प्लीज में एक आइटम सांग पो पो पो करना था। इस गीत के दौरान कोरियोग्राफर ने तनुश्री से कुछ इंटिमेट सीन करने के लिये कहा। तनुश्री ने ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर नाना पाटेकर ने कथित तौर पर तनुश्री से गालीगलोच की। सेट पर मौजूद कुछ लोग बताते हैं कि नाना ने तनुश्री को दबोचने के लिए उन पर छलांग लगा दी थी। इस घटना के बाद भयभीत तनुश्री हॉर्न ओके प्लीज के सेट पर ही वापस नहीं लौटी, बल्कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को ही छोड़ दिया।
राजेंद्र कांडपाल
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को नाना पाटेकर के साथ फिल्म हॉर्न ओके प्लीज में एक आइटम सांग पो पो पो करना था। इस गीत के दौरान कोरियोग्राफर ने तनुश्री से कुछ इंटिमेट सीन करने के लिये कहा। तनुश्री ने ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर नाना पाटेकर ने कथित तौर पर तनुश्री से गालीगलोच की। सेट पर मौजूद कुछ लोग बताते हैं कि नाना ने तनुश्री को दबोचने के लिए उन पर छलांग लगा दी थी। इस घटना के बाद भयभीत तनुश्री हॉर्न ओके प्लीज के सेट पर ही वापस नहीं लौटी, बल्कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को ही छोड़ दिया।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एक अलबेला में विद्या बालन का गीता बाली लुक
सिल्क
स्मिता जैसी अहम किरदार निभानेवाली अभिनेत्री विद्या बालन एक बार फिर से
चुनौतीपूर्ण भूमिका में नज़र आएँगी। मराठी
फिल्म एक अलबेला में वे हिंदी सिनेमा की
मशहूर अभिनेत्री गीता बाली की भूमिका कर रही हैं । मंगलमूर्ति
फिल्म्स द्वारा प्रस्तुत इस फिल्म को प्रोडूस कर रहे हैं किमया मोशन पिक्चर प्रोडक्शन और मोनिश
बाबरे और इसे डायरेक्ट कर रहे हैं शेखर
सरटांडेल। इस फिल्म द्वारा द्वारा महशूर अभिनेता भगवान दादा (भगवान आबाजी पालव) को ट्रिब्यूट होगी। मेक
अप आर्टिस्ट विद्याधर भट्टे और
डिज़ाइनर सुबर्णा राय चौधरी ने
विद्या के इस लुक को वास्तविक रूप देने के लिए काफी रिसर्च किये है । विद्याधर
का कहाँ है "मैं छह से सात विग्स अपने साथ ले गया था काफी हेयर स्टाइल ट्राय करने के बाद हमने विद्या को यह मिडिल
पार्टिंग हेयर स्टाइल को फाइनल किया। विद्या काफी समय से मराठी फिल्म करना चाहती थी। जब हमने उन्हें स्क्रिप्ट सुनाई तो उन्होंने तुरंत हाँ दी । विद्याधर चाहते थे कि विद्या बालन को
गीताबाली का वास्तविक रूप दिया जा सके, इसीलिए उन्होंने गीताबाली की हर बारीकियों
को ध्यान में रखते हुए विद्या को वास्तविक लगने वाला यह लुक दिया ।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 14 May 2016
नए म्यूटेंटस को लीड करेगी मिस्टिक
अपोकैलिप्स को सभ्यता की शुरुआत से ही भगवान की तरह पूजा जाता है। वह सुपरह्यूमन पावर वाला म्युटेंट है। वह दूसरे म्युटेंटस की शक्तियां भी समेटे हुए है। इसलिए वह अमर और अपराजेय हो गया है। हजारों साल बाद जागने के बाद वह विश्व को निराशाजनक स्थिति में पाता है। वह हताश मैग्नेटो के नेतृत्व में शक्तिशाली म्युटेंटस की टीम तैयार करता, ताकि मानव सभ्यता की सफाई की जा सके और नए विश्व का निर्माण किया जा सके, जिस पर वह राज करेगा। पृथ्वी का क्या होगा ? ऐसे समय में प्रोफेसर एक्स की मदद से रैवेन युवा एक्स-मेन की टीम तैयार करती है ताकि मानवता को पूरी तरह से ख़त्म होने से बचाया जा सके। जाहिर है कि रैवेन उर्फ़ मिस्टिक के कन्धों पर जिम्मेदारी है। जेनिफर लॉरेंस ने इस किरदार को निभाया है। वह अब नए इरादों के साथ दुनिया की रक्षा करेंगी। ब्र्याँ सिंगर निर्देशित फिल्म एक्स-मेन : अपोकैलिप्स में अपोकैलिप्स का किरदार ऑस्कर इसाक कर रहे हैं। म्युटेंट मिस्टिक ऑस्कर अवार्ड विजेता एक्ट्रेस जेनिफर लॉरेंस कर रही हैं। मैग्नेटो का किरदार माइकल फासबेंडर और प्रोफेसर एक्स का किरदार जेम्स मैकवॉय कर रहे हैं। यह फिल्म एक्स-मेन सीरीज की नौवीं फिल्म है। २०११ में एक्स-मेन : फर्स्ट क्लास से शुरू ट्राइलॉजी में आखिरी फिल्म है अपोकैलिप्स। इस फिल्म को एक्स-मेन: डेज ऑफ़ फ्यूचर पास्ट का सीक्वल भी कहा जा सकता है। यह खबर भी गर्म है कि ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स एक्स- मेन सीरीज की फिल्मों को आगे भी बढ़ा सकता है। यह सीरीज का स्पिन ऑफ हो सकता है। इसमें नए म्युटेंट शामिल किये जा सकते हैं या पुरानी फिल्मों के म्युटेंट वापसी कर सकते हैं। यह फिल्म २० मई को भारत में रिलीज़ होगी।
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Jeniffer Lawrence
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कॉमिक्स की तरह नज़र नहीं आयेगी स्कारलेट विच !
पिछली गर्मियों में, मार्वेल की फिल्म 'अवेंजर्स: एज ऑफ़ अल्ट्रॉन' में एक नए सुपरह्यूमन किरदार स्कारलेट विच को इंट्रोडस किया गया था। इस किरदार को अभिनेत्री एलिज़ाबेथ ओलसन कर रही थी। २०१४ की फिल्म कैप्टेन अमेरिका : द विंटर सोल्जर के आखिर में क्रेडिट्स दृश्यों में स्कारलेट विच के भाई क्विकसिल्वर का भी परिचय कराया गया था। एज ऑफ़ अल्ट्रॉन के बाद करैक्टर स्कारलेट विच अवेंजर्स का आधिकारिक साथी सदस्य बन गया था। यहाँ एक ख़ास बात यह कि जैसा सभी जानते हैं कि मार्वल कॉमिक्स के यह तमाम करैक्टर रील पर भी कॉमिक्स बुक वाली वेशभूषा में दिखाये जाते हैं। केवल स्कारलेट विच का किरदार ही अपवाद है। कॉमिक्स में यह करैक्टर काफी देह दर्शन कराने वाली पोशाक में नज़र आता है। लेकिन, पहले एज ऑफ़ अल्ट्रॉन और अब सिविल वॉर में स्कारलेट विच को देखें तो उसकी पोशाक अंग उघाड़ने वाली नहीं। एलिज़ाबेथ ओलसन के करैक्टर के लिए यह नजरिया फिल्म के डायरेक्टर जॉस व्हेडॉन का था। इस बारे में एक्ट्रेस का कहना था कि पहले तो वह खुद कॉमिक्स वाली पोशाक नहीं पहन सकती थी। लेकिन, पहली मुलाक़ात में ओलसन से जॉस ने कहा कि वह उसे (एलिज़ाबेथ को) कॉमिक्स करैक्टर वाली पोशाकें नहीं पहनाने जा रहे। दरअसल, जॉस व्हेडॉन को स्कारलेट विच की पोशाक असुरक्षित सोच वाली औरत की लगती थी। बहरहाल, एलिज़ाबेथ ओलसन का स्कारलेट विच का किरदार अवेंजर्स: इन्फिनिटी वॉर पार्ट १ और अवेंजर्स: इन्फिनिटी वॉर पार्ट २ में नज़र आने वाला है। फिलहाल, इन दोनों फिल्मों की कास्ट का ऐलान नहीं किया। अलबत्ता इन दोनों फिल्मों की शूटिंग इस साल के अंत में रूसो भाइयों अंथोनी और जो द्वारा शुरू कर दी जाएगी।
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'जग्गा जासूस' गायेगा १८ गीत !
पिछले दिनों खबर थी कि रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ अलग अलग उड़ानों से मोरक्को में अपनी फिल्म जग्गा जासूस की शूटिंग करने चले गए। इस खबर का मतलब केवल यही था कि रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ अब लव बर्ड्स नहीं रहे। लेकिन, मोरक्को में दोनों ने जम कर शूटिंग की रोमांस सीन किये। इधर सोशल साइट्स पर मोरक्को में जग्गा जासूस के एक गीत की शूटिंग के चित्र वायरल हुए हैं। खबर है कि रणबीर कपूर इस फिल्म का मोरक्को शिड्यूल जल्द से जल्द पूरा कर लेना चाहते हैं। इसका एक कारण यह तो है कि बतौर कोप्रोडूसर वह फिल्म के बढ़ते बजट को लेकर चिंतित हैं। दूसरा कारण यह भी है कि रणबीर कपूर मोरक्को के बाद फिल्म के संगीत के लिए संगीतकार प्रीतम के साथ बैठना चाहते हैं। सूत्र बताते हैं कि जग्गा जासूस में कुल १८ गीत हैं और यह अठारहों गीत फिल्म में शामिल किये जायेंगे। यह गीत फिल्म का ज़रूरी हिस्सा भी होंगे। ऐसे में, ज़ाहिर है कि इन महतवपूर्ण गीतों की तैयारी में व्यक्तिगत रूप से शामिल हों, जैसे उनके दादा जी स्वर्गीय राजकपूर शामिल हुआ करते थे।
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Thursday, 12 May 2016
महात्मा गांधी ने देखी थी विजय भट्ट की 'रामराज्य'
भारतीय शास्त्रीय संगीत का परिचय हिंदी फिल्मों के ज़रिये कराने वाले विजय भट्ट का आज जन्म हुआ था। १२ मई १९०७ को गुजरात के भावनगर जिले के एक रेलवे गार्ड के घर जन्मे बृजलाल जगनेश्वर भट्ट को फ़िल्मी दुनिया ने विजय भट्ट नाम से परिचित करवाया। विजय भट्ट की दो फिल्मों बैजू बावरा (१९५२) और गूँज उठी शहनाई (१९५९) को बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता हासिल हुई थी। इन फिल्मों की सफलता का राज था इनके शास्त्रीय संगीत पर आधारित गीत। बैजू बावरा ने मीना कुमारी को फिल्मफेयर अवार्ड दिलाया ही, वह और भारत भूषण हिंदी फिल्मों के बड़े सितारे भी बन गए। विजय भट्ट ने बेबी महजबीं को पहली बार अपनी फिल्म लेदरफेस में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौक़ा दिया। यहीं महजबीं आगे चलकर मीना कुमारी बनी और विजय भट्ट की फिल्म बैजू बावरा की नायिका भी। केपी भावे की मूक फिल्म विधि का विधान से बतौर स्क्रिप्ट राइटर इंडस्ट्री में प्रवेश पाने वाले विजय भट्ट ने राम राज्य (१९४२) जैसी फिल्म बनाई, जो महात्मा गांधी द्वारा देखी गई इकलौती फिल्म थी। कलकत्ता की कमर सुल्ताना को अमीता बनाने वाले विजय भट ही थे। वह कमर सुल्ताना को अपनी फिल्म चैतन्य महाप्रभु की नायिका बनाने जा रहे थे। लेकिन, फिल्म के लिए कमर सुल्ताना नाम की हीरोइन जंच नहीं रही थी। इसलिए, विजय भट्ट ने अख़बारों में विज्ञापन दे कर अपनी हीरोइन के नामकरण के लिए नाम मांगे। इसके बाद कमर सुल्ताना फिल्म चैतन्य महाप्रभु की अमीता बन सकी। फिल्म फ्लॉप हुई। लेकिन, विजय भट्ट का अमीता पर विश्वास जमा रहा। उन्होंने पांच साल बाद अमीता को गूँज उठी शहनाई फिल्म में राजेंद्र कुमार की नायिका के बतौर पेश किया। फिल्म हिट हुई। तुम सा नहीं देखा के बाद गूँज उठी शहनाई की सफलता ने अमीता को भी स्थापित कर दिया। विजय भट्ट ने प्रकाश पिक्चरस और प्रकाश स्टूडियो स्थापित कर कोई २३ फिल्मों का निर्माण किया। उनके एक बेटे प्रवीण भट्ट सिनेमेटोग्राफर हैं। प्रवीण भट्ट ने अपने पिता के निर्देशन में बनी फिल्म हिमालय की गोद में से डेब्यू किया। विक्रम भट्ट भी इन्हीं विजय भट्ट के पोते हैं। महेश भट्ट के पिता नानाभाई भट्ट ने बतौर प्रकाश पिक्चरस के साउंड रिकार्डिस्ट फिल्मों में कदम रखा। विजय भट्ट का देहांत ८६ साल की उम्र में १७ अक्टूबर १९९३ को हो गया।
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अबुल कलाम आज़ाद पर फिल्म
आजकल बॉलीवुड में बायोपिक फिल्मों की बाढ़ आ गयी है। अब इंडियन मिसाइल मैन स्वर्गीय
श्री अब्दुल कलाम आज़ाद के जीवन पर भी एक फिल्म बनने जा रही है। मराठी फिल्म निर्माता प्रमोद गोरे, अथर्वा मोशन पिक्चर्स के बैनर
तले इस फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। प्रमोद गोरे ने इस फिल्म टाइटल 'एपीजे' इम्पा में रजिस्टर्ड करा लिया है। इस फिल्म लिए उनका इरादा किसी हॉलीवुड निर्देशक लेंगे। पिछले दिनों यह खबर थी कि इरफ़ान खान को कलाम का किरदार करने के लिए लिया गया है। लेकिन, अभी यह साफ़ नहीं हुआ है कि फिल्म में लीड रोल के लिए इरफ़ान खान या नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी में से किसको लिया जायेगा । सूत्र बताते हैं कि इस बायोपिक फिल्म में पूर्व राष्ट्रपति की उपलब्धियों के साथ साथ संघर्ष के दिनों को भी दिखाया जायेगा। प्रमोद गोरे ने अपनी पहली मराठी फिल्म रेती बनाई है जो रेत माफिया
की कहानी है। पिछले दिनों,प्रमोद गोरे पूर्व राष्ट्रपति के घर
रामेश्वरम गए थे और उनके परिवार वालों से मिले
थे। यह फिल्म इस साल जुलाई अगस्त में शुरू होगी और २०१७ में रिलीज़ होगी। अपनी फिल्म के बारे में प्रमोद गोरे बताते है, "कलाम जी ने हमारे देश के लिए बहुत कुछ किया है। वो हम सबके लिए प्रेरणा
का स्रोत हैं। पिछले दिनों कलाम बारे में
ज़्यादा जानकारी के लिए रामेश्वरम में कई जगह घुमा। उनकी २२ किताबें भी खरीदी। कलाम
की दरगाह पर भी गया। कलाम जी के जीवन को ढाई घंटे में बनाकर पेश करना इतना आसान
नहीं होगा पर मैं पूरी कोशिश करूँगा।" प्रमोद गोरे का इरादा इस फिल्म के मुनाफे का पैसा सरकार को देने का है ताकि उनका एक बड़ा
म्यूजियम और मज़ार रामेश्वरम में बनाई जा सके ।
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Wednesday, 11 May 2016
क्या मोहनजोदड़ो आशुतोष गोवारिकर की सबसे छोटी फिल्म है ?
सिनेमाघरों के ठन्डे
माहौल में आशुतोष गोवारिकर की लम्बी
फ़िल्में देख कर गर्मी से निजात पाने वाले दर्शकों के लिए निराश करने वाली खबर है।
आशुतोष गोवारिकर की ह्रितिक रोशन और पूजा हेगड़े के साथ एपिक पीरियड फिल्म
मोहनजोदड़ो उनकी अब तक की सबसे कम लम्बाई वाली फिल्म बताई जा रही है । हालाँकि, आज के लिहाज़ से, जब दो घंटे से भी कम
समय की बहुत सी फ़िल्में बनाई जा रही है, मोहनजोदड़ो की ढाई
घंटे की लम्बाई कम नहीं है। लेकिन,
मोहनजोदड़ो आशुतोष गोवारिकर की लम्बी लम्बी
फ़िल्में बनाने की शोहरत के अनुरूप नहीं बताई जा रही है । आशुतोष गोवारिकर की आदत फिल्म की स्क्रिप्टिंग
तीन घंटे से ज़्यादा की करने की है। केवल
अभिषेक बच्चन और दीपिका पादुकोण के साथ फिल्म खेले हम जी जान से ही तीन घंटे से कम
यानि १६८ मिनट लम्बी थी। क्या सचमुच
मोहनजोदड़ो आशुतोष गोवारिकर की सबसे कम लम्बाई वाली फिल्म है ? आशुतोष गोवारिकर की १५ जून २००१ को रिलीज़ आमिर
खान और ग्रेसी सिंह अभिनीत फिल्म लगान २३४ मिनट लम्बी यानि ३ घंटा ५४ मिनट की
थी। शाहरुख़ खान और गायत्री जोशी के साथ
फिल्म 'स्वदेस' १९५ मिनट लम्बी यानि
३ घंटा १५ मिनट की थी। ह्रितिक रोशन और
ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ गोवारिकर की पहली फिल्म जोधा अकबर की लम्बाई भी
२१४ ३ घंटा ३४ मिनट थी। राशि के आधार पर प्रियंका चोपड़ा की १२ भूमिकाओं
वाली फिल्म व्हाट्स योर राशि को २१३ मिनट की यानि ३ घंटा ३३ मिनट लम्बी होना ही
था। परन्तु इसके बावजूद निर्देशक आशुतोष
गोवारिकर की फिल्म मोहनजोदड़ो को उनकी सबसे कम लम्बाई वाली फिल्म नहीं कहा जा
सकता। आशुतोष गोवारिकर ने बतौर निर्देशक
पहली फिल्म दीपक तिजोरी, रवीना टंडन और पूजा
भट्ट के साथ पहला नशा बनाई थी। यह फिल्म
१३ अगस्त १९९३ को रिलीज़ हुई थी। पहला नशा
केवल १३० मिनट १९ सेकंड लम्बी यानि दो घंटा १० मिनट १९ सेकंड लम्बी थी। इसके बाद
१९९५ में आमिर खान के साथ फिल्म बाज़ी
बनाने से आशुतोष गोवारिकर का लम्बी फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू हो गया।
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Pooja Hegde,
फिल्म पुराण
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पुराने गीत में मिलावट सफलता का नया फार्मूला !
अभी अख़बारों और पत्रिकाओं के एंटरटेनमेंट पेज पर नर्गिस फाखरी और मंदाना करीमी के बीच कैट फाइट की ख़बरें सुर्ख थी। नर्गिस और मंदना की कैट फाइट का कारण था एक रिक्रिएट गीत। फिल्म अज़हर में १९८९ की हिट फिल्म त्रिदेव का हिट गीत ओये ओये को तरोताज़ा कर शामिल किया गया। यहाँ बता दें कि अज़हर में इमरान हाश्मी क्रिकेटर मोहम्मद अज़हरुद्दीन का किरदार कर रहे हैं। नर्गिस फाखरी ने फिल्म में अभिनेत्री संगीता बिजलानी का किरदार किया है, जो रियल लाइफ में बाद में अज़हर की पत्नी बनती हैं। ओये ओये का तरोताज़ा संस्करण मंदना करीमी के साथ नर्गिस फाखरी पर भी फिल्माया गया है। कैट फाइट की बात यह थी कि नर्गिस को ऐसा लगता था कि दर्शकों का जाना पहचान चेहरा होने के कारण मंदाना उनसे लाइम लाइट छीन सकती थी।
रीक्रिएट गीत के लिए कैट फाइट
मंदाना से नर्गिस का घबराना समझ से बाहर है। क्योंकि, फिल्म त्रिदेव में एक ओये ओये सोनम और नसीरुद्दीन शाह पर फिल्माया गया था और दूसरा ओये ओये संस्करण गजर ने किया है इशारा फिल्म की तीनों नायिकाओं यानि संगीता बिजलानी के अलावा सोनम और माधुरी दीक्षित पर भी फिल्माया गया था। ऐसे में नर्गिस का केवल संगीता बिजलानी का किरदार करने के कारण गीत पर दावा करना समझ से परे है। इससे तो केवल यह साबित होता है कि नर्गिस फाखरी को भी तरोताज़ा किये गए पुराने गीतों की दरकार है।
रीक्रिएट हुए गुमनाम भी, जुड़वां भी
कोई अभिनेत्री क्या, फिल्मों को भी पुराने गीतों का रीमिक्स यह तरोताज़ा संस्करण रास आने लगा है। विक्रम भट्ट की हॉरर फ्रैंचाइज़ी और १९२० की सीक्वल फिल्म १९२० लंदन में राजा नवाथे की ५१ साल पहले रिलीज़ फिल्म गुमनाम का गुमनाम है कोई को तरोताज़ा किया गया है। लता मंगेशकर के गाये इस गीत को आकाश और कौशिक ने तरोताज़ा किया है और जुबिन नौटियाल और अंतरा मित्रा की जोड़ी ने गाया है। साजिद नाडियाडवाला ने अपनी १९७७ में रिलीज़ सलमान खान की दोहरी भूमिका वाली फिल्म जुड़वाँ के रीमेक में १९७७ की फिल्म के दो गीतों ऊंची है बिल्डिंग लिफ्ट तेरी बंद है और चलती है क्या नौ से बारह को रीक्रिएट करवाया है। इन दोनों गीतों पर अभिनेता वरुण धवन थिरकते नज़र आएंगे।
मेलोडी और यूथ टारगेट के लिए
फ़िल्में हो या विज्ञापन फ़िल्में, इनके पात्र अस्सी और नब्बे के दशक या उससे पहले की फिल्मों के गीतों के रिक्रिएशन को गुनगुनाते नज़र आते हैं। यह रिक्रिएशन पुरानी फिल्मों वाली मेलोडी तो देता ही है, युवा पीढी के साथ भी तालमेल बैठा लेता है। यही कारण है कि पुरानी हिंदी फिल्मों के गीतों के रीमिक्स आज कल फिल्मों में नज़र आने लगे हैं। आइये नज़र डालते हैं कुछ फिल्मों के गीतों पर, जो पुरानी मिठास को नया स्वाद देने की फिराक मे हैं।
हेट स्टोरी ३ - तुम्हे अपना बनाने का- विक्रम भट्ट की हिट हेट स्टोरी फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म हेट स्टोरी ३ में १९९१ में रिलीज़ संजय दत्त और पूजा भट्ट की फिल्म सड़क का कुमार सानु और अनुराधा पौडवाल द्वारा गाया सॉफ्ट रोमांटिक गीत तुम्हे अपना बनाने का रीक्रिएट कर शामिल किया गया था। १९९१ के गीत के विपरीत २०१५ की फिल्म का गीत उत्तेजनापूर्ण सेक्सी था। अरमान मालिक और नीति मोहन के इस गीत को फिल्म की नायिका ज़रीन खान और नायक शर्मन जोशी पर फिल्माया गया था।
बाजीराव मस्तानी- अलबेला साजन- संजय लीला भंसाली ने अपनी ही फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत अलबेला साजन को रीक्रिएट करवा कर फिल्म बाजीराव मस्तानी में शामिल किया था। हम दिल दे चुके सनम के इस्माइल दरबार के संगीतबद्ध तथा सुल्तान खान, शंकर महादेवन और कविता कृष्ण्मूर्ति के गए गीत को विक्रम गोखले, ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर फिल्माया गया था। इस गीत का रिक्रिएशन बाजीराव के जीत हासिल करने के बाद वापस लौटने पर प्रियंका चोपड़ा के खुशिया मनाते हुए फिल्माया गया था। इस गीत में शशि सुमन, कुणाल पंडित, पृथ्वी गन्धर्व, कनिका जोशी, राशि राजा और गीतिका मांजरेकर के स्वर शामिल थे।
एक पहेली लीला- ढोल बाजे- भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम के एक और गीत ढोल बाजे को निर्देशक बॉबी खान ने अपनी फिल्म एक पहेली लीला में मीत ब्रदर्स अंजान और मोनाली ठाकुर से रीक्रिएट करवा कर फिल्म की नायिका सनी लियॉन पर फिल्माया था। जबकि, कविता कृष्ण्मूर्ति, विनोद राठौर और करसन सगाथिया के गए हम दिल दे चुके सनम के गीत में ऐश्वर्या राय का साथियों के साथ सामूहिक नृत्य था। भंसाली ने इस गीत को रीक्रिएट कराने का काफी विरोध किया था।
मैं और चार्ल्स- जब छाये मेरा जादू- ऋचा चड्डा और रणदीप हुड्डा की फिल्म मैं और चार्ल्स में देव आनंद की थ्रिलर फिल्म लूटमार (१९८०) का क्लब डांस गीत इसी रूप में शामिल किया गया था। जहाँ लूटमार के गीत गीत को आशा भोंसले ने अपनी सेक्सी आवाज़ में गया था, वहीँ मैं और चार्ल्स के लिए कनिका कपूर ने ऎसी कोशिश की थी। लूटमार का गीत सिंपल कपाड़िया पर फिल्माया गया था।
आल इज़ वेल- ऐ मेरे हमसफ़र- अल्का याग्निक और उदित नारायण ने आमिर खान और जूही चावला के लिए फिल्म क़यामत से क़यामत तक का गीत ऐ मेरे हमसफ़र गाया था। इस रोमांटिक गीत को उमेश शुक्ल ने अपनी फिल्म आल इज़ वेल में थोड़े बहुत परिवर्तन के साथ तुलसी कुमार और मिथुन से धीमी गति पर गवा कर फिल्म के अभिषेक बच्चन और असिन के मुख्य चरित्रों पर फिल्माया था।
एक पहेली लीला- मैं हूँ दीवाना तेरा- निर्देशक बॉबी खान ने अपनी फिल्म एक पहेली लीला में एक गैर फ़िल्मी एल्बम के गीत को रीक्रिएट करवा कर शामिल किया था। यह एल्बम था सोनू निगम का गाया टाइटल ट्रैक दीवाना तेरा। मीत ब्रदर्स अंजान के रीक्रिएट इस गीत को सनी लियॉन के आधुनिक अवतार और जय भानुशाली पर फिल्माया था।
भाग जॉनी -इस कदर प्यार है- सोनू निगम के गैर फ़िल्मी अलबमों से एक दूसरा गीत इस कदर प्यार है को भाग जॉनी में शामिल किया गया था। दीवाना एल्बम के इस गीत को अंकित तिवारी ने रीक्रिएट किया था। इस गीत को फिल्म के हीरो कुनाल खेमू और दूसरी नायिका मंदना करीमी पर सेक्सी अंदाज़ में फिल्माया गया था।
रीक्रिएट कर शामिल किये गए, पुराने गीतों को शामिल किये जाने के बाद फिल्मों का हिट होना सुनिश्चित सा नहीं था। अलबत्ता, यह गीत फिल्म के लिए ख़ास बन गए। दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने का जरिया। इन गीतों को युवाओं ने अपने क्लब डांस एल्बम में भी शामिल कर लिया। इस लिहाज़ से रीक्रिएट गीतों को फिल्म से ज्यादा इसका क्रिएशन करने वालों के लिए फायदेमंद कहा जा सकता है।
रीक्रिएट गीत के लिए कैट फाइट
मंदाना से नर्गिस का घबराना समझ से बाहर है। क्योंकि, फिल्म त्रिदेव में एक ओये ओये सोनम और नसीरुद्दीन शाह पर फिल्माया गया था और दूसरा ओये ओये संस्करण गजर ने किया है इशारा फिल्म की तीनों नायिकाओं यानि संगीता बिजलानी के अलावा सोनम और माधुरी दीक्षित पर भी फिल्माया गया था। ऐसे में नर्गिस का केवल संगीता बिजलानी का किरदार करने के कारण गीत पर दावा करना समझ से परे है। इससे तो केवल यह साबित होता है कि नर्गिस फाखरी को भी तरोताज़ा किये गए पुराने गीतों की दरकार है।
रीक्रिएट हुए गुमनाम भी, जुड़वां भी
कोई अभिनेत्री क्या, फिल्मों को भी पुराने गीतों का रीमिक्स यह तरोताज़ा संस्करण रास आने लगा है। विक्रम भट्ट की हॉरर फ्रैंचाइज़ी और १९२० की सीक्वल फिल्म १९२० लंदन में राजा नवाथे की ५१ साल पहले रिलीज़ फिल्म गुमनाम का गुमनाम है कोई को तरोताज़ा किया गया है। लता मंगेशकर के गाये इस गीत को आकाश और कौशिक ने तरोताज़ा किया है और जुबिन नौटियाल और अंतरा मित्रा की जोड़ी ने गाया है। साजिद नाडियाडवाला ने अपनी १९७७ में रिलीज़ सलमान खान की दोहरी भूमिका वाली फिल्म जुड़वाँ के रीमेक में १९७७ की फिल्म के दो गीतों ऊंची है बिल्डिंग लिफ्ट तेरी बंद है और चलती है क्या नौ से बारह को रीक्रिएट करवाया है। इन दोनों गीतों पर अभिनेता वरुण धवन थिरकते नज़र आएंगे।
मेलोडी और यूथ टारगेट के लिए
फ़िल्में हो या विज्ञापन फ़िल्में, इनके पात्र अस्सी और नब्बे के दशक या उससे पहले की फिल्मों के गीतों के रिक्रिएशन को गुनगुनाते नज़र आते हैं। यह रिक्रिएशन पुरानी फिल्मों वाली मेलोडी तो देता ही है, युवा पीढी के साथ भी तालमेल बैठा लेता है। यही कारण है कि पुरानी हिंदी फिल्मों के गीतों के रीमिक्स आज कल फिल्मों में नज़र आने लगे हैं। आइये नज़र डालते हैं कुछ फिल्मों के गीतों पर, जो पुरानी मिठास को नया स्वाद देने की फिराक मे हैं।
हेट स्टोरी ३ - तुम्हे अपना बनाने का- विक्रम भट्ट की हिट हेट स्टोरी फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म हेट स्टोरी ३ में १९९१ में रिलीज़ संजय दत्त और पूजा भट्ट की फिल्म सड़क का कुमार सानु और अनुराधा पौडवाल द्वारा गाया सॉफ्ट रोमांटिक गीत तुम्हे अपना बनाने का रीक्रिएट कर शामिल किया गया था। १९९१ के गीत के विपरीत २०१५ की फिल्म का गीत उत्तेजनापूर्ण सेक्सी था। अरमान मालिक और नीति मोहन के इस गीत को फिल्म की नायिका ज़रीन खान और नायक शर्मन जोशी पर फिल्माया गया था।
बाजीराव मस्तानी- अलबेला साजन- संजय लीला भंसाली ने अपनी ही फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत अलबेला साजन को रीक्रिएट करवा कर फिल्म बाजीराव मस्तानी में शामिल किया था। हम दिल दे चुके सनम के इस्माइल दरबार के संगीतबद्ध तथा सुल्तान खान, शंकर महादेवन और कविता कृष्ण्मूर्ति के गए गीत को विक्रम गोखले, ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर फिल्माया गया था। इस गीत का रिक्रिएशन बाजीराव के जीत हासिल करने के बाद वापस लौटने पर प्रियंका चोपड़ा के खुशिया मनाते हुए फिल्माया गया था। इस गीत में शशि सुमन, कुणाल पंडित, पृथ्वी गन्धर्व, कनिका जोशी, राशि राजा और गीतिका मांजरेकर के स्वर शामिल थे।
एक पहेली लीला- ढोल बाजे- भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम के एक और गीत ढोल बाजे को निर्देशक बॉबी खान ने अपनी फिल्म एक पहेली लीला में मीत ब्रदर्स अंजान और मोनाली ठाकुर से रीक्रिएट करवा कर फिल्म की नायिका सनी लियॉन पर फिल्माया था। जबकि, कविता कृष्ण्मूर्ति, विनोद राठौर और करसन सगाथिया के गए हम दिल दे चुके सनम के गीत में ऐश्वर्या राय का साथियों के साथ सामूहिक नृत्य था। भंसाली ने इस गीत को रीक्रिएट कराने का काफी विरोध किया था।
मैं और चार्ल्स- जब छाये मेरा जादू- ऋचा चड्डा और रणदीप हुड्डा की फिल्म मैं और चार्ल्स में देव आनंद की थ्रिलर फिल्म लूटमार (१९८०) का क्लब डांस गीत इसी रूप में शामिल किया गया था। जहाँ लूटमार के गीत गीत को आशा भोंसले ने अपनी सेक्सी आवाज़ में गया था, वहीँ मैं और चार्ल्स के लिए कनिका कपूर ने ऎसी कोशिश की थी। लूटमार का गीत सिंपल कपाड़िया पर फिल्माया गया था।
आल इज़ वेल- ऐ मेरे हमसफ़र- अल्का याग्निक और उदित नारायण ने आमिर खान और जूही चावला के लिए फिल्म क़यामत से क़यामत तक का गीत ऐ मेरे हमसफ़र गाया था। इस रोमांटिक गीत को उमेश शुक्ल ने अपनी फिल्म आल इज़ वेल में थोड़े बहुत परिवर्तन के साथ तुलसी कुमार और मिथुन से धीमी गति पर गवा कर फिल्म के अभिषेक बच्चन और असिन के मुख्य चरित्रों पर फिल्माया था।
एक पहेली लीला- मैं हूँ दीवाना तेरा- निर्देशक बॉबी खान ने अपनी फिल्म एक पहेली लीला में एक गैर फ़िल्मी एल्बम के गीत को रीक्रिएट करवा कर शामिल किया था। यह एल्बम था सोनू निगम का गाया टाइटल ट्रैक दीवाना तेरा। मीत ब्रदर्स अंजान के रीक्रिएट इस गीत को सनी लियॉन के आधुनिक अवतार और जय भानुशाली पर फिल्माया था।
भाग जॉनी -इस कदर प्यार है- सोनू निगम के गैर फ़िल्मी अलबमों से एक दूसरा गीत इस कदर प्यार है को भाग जॉनी में शामिल किया गया था। दीवाना एल्बम के इस गीत को अंकित तिवारी ने रीक्रिएट किया था। इस गीत को फिल्म के हीरो कुनाल खेमू और दूसरी नायिका मंदना करीमी पर सेक्सी अंदाज़ में फिल्माया गया था।
रीक्रिएट कर शामिल किये गए, पुराने गीतों को शामिल किये जाने के बाद फिल्मों का हिट होना सुनिश्चित सा नहीं था। अलबत्ता, यह गीत फिल्म के लिए ख़ास बन गए। दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने का जरिया। इन गीतों को युवाओं ने अपने क्लब डांस एल्बम में भी शामिल कर लिया। इस लिहाज़ से रीक्रिएट गीतों को फिल्म से ज्यादा इसका क्रिएशन करने वालों के लिए फायदेमंद कहा जा सकता है।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जेम्स कैमरून के चार अवतार सीक्वल
दुनिया के दर्शकों को जेम्स कैमरून की साइंस फैंटसी फिल्म अवतार के सीक्वल का बेसब्री से इंतज़ार है। जेम्स कैमरून की फिल्म अवतार १८ दिसंबर २००९ को पूरी दुनिया में रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म वर्ल्डवाइड अब तक २.७८ बिलियन डॉलर का बिज़नेस कर चुकी है। इतने बड़े बिज़नेस को देखते हुए ही स्टूडियो ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स इस फिल्म का सीक्वल बनवाना चाहता था। लेकिन कैमरून ने ख़ामोशी ओढ़ ली थी। बहरहाल, स्टूडियो का सब्र काम आया। एक वेब मैगज़ीन से बातचीत में जेम्स कैमरून ने अवतार का सीक्वल बनाये जाने की बात मंज़ूर की। लेकिन, उन्होंने बम फोड़ा कि वह अवतार के एक दो नहीं चार सीक्वल बनाएंगे। इन सीक्वेलस के लिए दुनिया के चार श्रेष्ठ स्क्रीन राइटरों (शायद रिक जफा, अमांडा सिल्वर, जॉश फ्रीडमैन और शेन सलेर्नो ) और डिज़ाइनरों से बातचीत की जा रही है। यह स्क्रिप्ट राइटर और डिज़ाइनर अवतार की दुनिया तैयार करेंगे। सीक्वल अवतारों का नया माहौल होगा और नई संस्कृति होगी। कैमरून ने कहा था, "मैं जो कल्पना कर रहा हूँ, वह पहली अवतार से बिलकुल अलग है। मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता।" इस प्रकार से अब अवतार के पांच अवतार होंगे। अवतार २ क्रिसमस २०१८ में, अवतार ३ क्रिसमस २०२० में, अवतार ४ क्रिसमस २०२२ में और अवतार ५ क्रिसमस २०२३ में रिलीज़ होगी। तो दुनिया के दर्शक तैयार रहे जेम्स कैमरून की अनोखी दुनिया के पांच अवतारों को देखने के लिए।
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James Cameron
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जैसन स्टैथम करेंगे दैत्याकार शार्क का मुकाबला !
अपनी लम्बी-चौड़ी और गठीली कद काठी से ऑन स्क्रीन अपने बड़े बड़े दुश्मनों को धूल चटाने वाले जैसन स्टैथम का मुकाबला अब एक दैत्याकार शार्क से होने जा रहा है। हत्यारी दैत्याकार मछली की दास्तान वाली इस फिल्म का नाम मेग है। मेग कहानी है दो गोताखोरों की, जिनका शगल गहरे समुद्र में डुबकियां लगाना है। कभी का समझ लिया गया था कि ग्रेट वाइट शार्क ख़त्म हो चुकी है। लेकिन, जोनास टेलर और मसाओ तनाका जब सत्तर फुट गहरे समुद्र में पहुंचते हैं तो उन्हें मालूम होता है कि उनमे से अब तक बची रह गई एक मेगलोडोंस मछली अब आज़ाद घूम रही है । यह दैत्याकार मछली मरीना ट्रेंच से भाग कर कैलिफ़ोर्निया के समुद्र तट की ओर जा रही है। इन दोनों को ही इसे रोकना है। बताते हैं कि चीनी बाजार के बढ़ते आकार को देखते हुए निर्माता इस फिल्म में शार्क का रुख कैलिफ़ोर्निया के बजाय चीन की ओर करना चाहते हैं। इससे फिल्म को चीन की प्रोडक्शन कंपनी ग्रेविटी का साथ मिल जायेगा। मेग, स्टीवन अल्टेन के १९९७ में लिखे उपन्यास मेग: अ फिल्म नॉवेल ऑफ़ डीप टेरर पर आधारित है। इस उपन्यास पर फिल्म बनाने का अधिकार डिज्नी ने १९९७ में ही प्राप्त कर लिए थे। उसी दौरान फिल्म डीप ब्लू सी (१९९९) रिलीज़ हुई थी। परन्तु यह फिल्म दर्शकों पर शार्क मछलियों का आतंक जमा पाने में नाकामयाब रही थी। इस लिए फिलहाल मेग पर फिल्म बनाने का इरादा छोड़ दिया गया। अलबत्ता, स्क्रिप्ट के ड्राफ्ट ज़रूर लिखे और रद्द किये जाते रहे। अब जबकि, जुरैसिक वर्ल्ड ने दर्शकों पर दैत्याकार समुद्री मछलियों का आतंक पैदा कर दिया है, मेग ने अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। जोनास टेलर का किरदार जैसन स्टैथम करेंगे। बाकी की स्टार कास्ट का चुनाव होना है। इस फिल्म का निर्देशन नेशनल ट्रेजर के जॉन टर्टलटाब कर रहे हैं। यह फिल्म २०१७ में रिलीज़ होगी।
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Tuesday, 10 May 2016
अब' धूम' सीरीज होगी 'रीलोडेड'
यशराज फिल्म्स की २००४ में शुरू धूम फ्रैंचाइज़ी २०१३ तक तीन पायदान चढ़ चुकी है। हर धूम फिल्म ने पहली से ज़्यादा बिज़नेस किया। धूम फिल्मों का फोकस नायक नहीं विलेन हुआ करता था। २००४ की धूम में जॉन अब्राहम ने तेज़ रफ़्तार मोटरसाइकिल चला कर डकैती डालने वाले नायक का किरदार किया था। फिल्म में पुलिस की भूमिका अभिषेक बच्चन और उनके साथी उदय चोपड़ा कर रहे थे। धूम २ और धूम ३ में यही दोनों पुलिस और उसके साथी की भूमिका करते रहे। लेकिन, हर फिल्म के साथ विलेन हीरो बदल गया। धूम २ में बुरा किरदार ह्रितिक रोशन कर रहे थे। धूम ३ में आमिर खान चोर बने थे। पहली दो फिल्मो के डायरेक्टर संजय गढवी थे। धूम ३ का निर्देशन विक्टर आचार्य ने किया था। धूम के निर्माण में ११ करोड़ खर्च हुए थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ४२.४७ करोड़ का बिज़नेस किया। धूम २ के बनाने में ३५ करोड़ खर्च हुए थे। फिल्म ने १०५ करोड़ का बिज़नेस किया था। धूम ३ ने रिकॉर्ड तोड़ बिज़नेस किया था। इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड ५४८ करोड़ का बिज़नेस किया। अब धूम सीरीज की चौथी कड़ी बनाई जा रही है। इस फिल्म का टाइटल धूम ४ नहीं होगा, बल्कि यह फिल्म धूम रीलोडेड कहलाएगी। इस फिल्म में जॉन अब्राहम, ह्रितिक रोशन और आमिर खान के बाद सलमान खान बुरे नायक की भूमिका करेंगे। पहली धूम फ्रैंचाइज़ी फिल्म में अभिषेक बच्चन और उदय चोपड़ा नहीं होंगे। उनकी जगह लेने के लिए अभी सिर्फ एक अभिनेता का चुनाव हुआ है और वह हैं रणवीर सिंह। बाजीराव मस्तानी के बाद रणवीर सिंह के सितारे बुलंदी पर है। वह आदित्य चोपड़ा की फिल्म बेफ़िक्रे के नायक तो हैं ही, धूम रीलोडेड में पॉजिटिव भूमिका पा कर वह सातवें आसमान में होंगे। फिलहाल, वह बेफ़िक्रे की शूटिंग के लिए पेरिस में व्यस्त हैं। धूम रीलोडेड का निर्देशन विजय कृष्ण आचार्य यानि विक्टर ही करेंगे। धूम रीलोडेड की शूटिंग अगले साल की शुरू में की जाएगी। इस बार फिल्म की लोकेशन पहली तीन फिल्मों से बिलकुल अलग होगी। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि फिल्म में अभिषेक बच्चन तो नहीं होंगे, लेकिन युथ को टारगेट में रख कर बनाई जा रही इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ख़ास भूमिका में नज़र आ सकते हैं।
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ये ल्लों !!!
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Monday, 9 May 2016
इन्फर्नो का इंटरनेशनल ट्रेलर
Academy Award® winner Ron Howard returns to direct the latest bestseller in Dan Brown’s (Da Vinci Code) billion-dollar Robert Langdon series, Inferno, which finds the famous symbologist (again played by Tom Hanks) on a trail of clues tied to the great Dante himself. When Langdon wakes up in an Italian hospital with amnesia, he teams up with Sienna Brooks (Felicity Jones), a doctor he hopes will help him recover his memories. Together, they race across Europe and against the clock to foil a deadly global plot.
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हॉलीवुड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मार दिया जाये या छोड़ दिया जाए पूछने वाली लक्ष्मी छाया
आज से १२ साल पहले, ९ मई २००४ को लक्ष्मी छाया ने आखिरी सांस ली थी। साठ और सत्तर के दशक की खलनायिका और डांसर लक्ष्मी छाया ने बॉलीवुड की फिल्मों में बड़ी डांसर अभिनेत्रियों की मौजूदगी में अपना दबदबा कायम कर लिया था। १९६२ में नॉटी बॉय फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाली लक्ष्मी छाया ने कोई ८६ फ़िल्में की थी। उन पर उस समय के तमाम हिट गीतों को फिल्माया गया। फिल्म मेरा गांव मेरा देश में आशा पारेख जैसी नृत्यांगना अभिनेत्री थी। लेकिन, दर्शकों के बीच हिट हुआ था लक्ष्मी छाया पर फिल्माया गया मार दिया जाए या छोड़ दिया जाये, बोल तेरे साथ क्या सलूक किया जाए गीत। बहारों के सपने का दो पल जो तेरी आँखों, आया सावन झूम के का मैं एक हसीना, रात और दिन का आवारा ऐ मेरे दिल, उपकार का गुलाबी रात गुलाबी, गुमनाम का जान पहचान हो जैसे गीत उनकी भिन्न शैली के नृत्य कर सकने की क्षमता का प्रमाण थे। उनका मास्क पहन कर किया गया जान पहचान हो गीत २००१ की अमेरिकी फिल्म घोस्ट वर्ल्ड की ओपनिंग क्रेडिट्स में शामिल किया गया था। १९८२ में उन्होंने फिल्मों से सन्यास ले लिया बच्चों को डांस सिखाने के लिए स्कूल खोल लिया। २००४ में छप्पन साल की उम्र में कैंसर ने उनकी जान ले ली।
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श्रद्धांजलि,
हस्तियां
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