Sunday 13 March 2016

कैबरे के सेट पर पूजा भट्ट से मिले राहुल रॉय

टी सीरीज, फिशऑय नेटवर्क प्रोडक्शंस और वेव सिनेमाज  की फिल्म 'कैबरे' के सेट अनोखा मिलन हुआ। महबूब स्टूडियोज  में फिल्म की शूट के दौरान मौजूद लोगों को नब्बे का दशक याद आ गया।  १९९० में रिलीज़ महेश भट्ट के निर्देशन में म्यूजिकल रोमांस फिल्म 'आशिक़ी' ने राहुल रॉय और अनु अग्रवाल की जोड़ी सुपर हिट साबित हुई थी।  इस फिल्म का संगीत टी सीरीज ने जारी किया था।  आशिक़ी के बाद गुलशन कुमार और महेश भट्ट की म्यूजिकल जोड़ी जम गई। आशिक़ी के हीरो राहुल रॉय ने महेश भट्ट की बिटिया पूजा भट्ट के साथ जूनून, फिर तेरी कहानी याद आई  और जूनून जैसी फिल्मों में जोड़ी बनाई।  बाद में राहुल रॉय अपनी सफलता बरकरार नहीं रख सके।  पूजा भट्ट भी कुछ फिल्मों के बाद कैमरा के पीछे चली गई।  उन्होंने दुश्मन, ज़ख्म, जिस्म, पाप, आदि फिल्मों का निर्माण किया।  पाप,  हॉलिडे, धोखा, आदि फिल्मों की निर्देशक पूजा भट्ट ही थी।  कौस्तव नारायण नियोगी निर्देशित फिल्म 'कैबरे' ने राहुल रॉय, फिल्म की निर्मात्री पूजा भट्ट और महेश भट्ट का मिलन कराया था।  वैसे टी सीरीज की भी फिल्म होने के कारण यह चार हस्तियों का मिलन था। फिल्म  सेट पर राहुल रॉय का बर्थडे मनाया गया।  फिल्म में राहुल रॉय खुद की यानि फिल्म निर्माता की भूमिका कर रहे हैं।  बताते चलें कि फिल्मों में बतौर एक्टर असफल होने के बाद राहुल रॉय ने फिल्म निर्माण में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था।  कैबरे की मुख्य भूमिका ऋचा चड्डा कर रही हैं।  यह फिल्म एक कैबरे गर्ल की कहानी है।  इस किरदार में एक औरत का दर्द है, उसकी नाराज़गी है  और संघर्ष से भरी जीवन यात्रा भी।  एक छोटे किरदार से फिल्मों में वापसी को लेकर राहुल रॉय कहते हैं, "आशिकी से मेरा जन्म हुआ था।  मैं अपने जन्मदिन पर कैबरे के सेट पर फिर पैदा हुआ हूँ।  मैं उस भट्ट कैंप में वापसी कर बेहद  खुश हूँ, जो लोग मुझे सबसे अच्छी तरह जानते हैं ।" 




Saturday 12 March 2016

लीज़ा मालिक के दो शो

एक्टर सिंगर लीज़ा मालिक के प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर है।  चार्ट बस्टर गीत 'आई एम द ओनली सेक्सी लेडी' की गायिका लीज़ा टीवी पर दो शो में नज़र आएँगी।  चैनल वी पर प्रसारित होने वाला ड्रामा शो इश्क़ अनप्लग्ड पैनोरमा एंटरटेनमेंट बना रहा है।  दूसरा सीरियल कॉमेडी क्लासेज लाइफ ओके से प्रसारित होगा। इस शो के प्रोडूसर विपुल डी शाह हैं।  अपने शोज के बारे में बताते हुए लीज़ा मालिक कहती हैं, "इश्क़ अनप्लग्ड का कांसेप्ट बिलकुल नया और अलग तरह का है।  इस रियलिटी शो की खासियत है कि इस में हिस्सा लेने वाले तमाम एक्टर वास्तव में सिंगर हैं।" लीज़ा को यह शो उनके गायिका होने के कारण मिला। इसमें लिए एक नेगेटिव रोल में हैं।  वह कहती हैं, "इस रोल में मैं अपनी गायन और अभिनय क्षमता, दोनों का प्रदर्शन कर सकूंगी।" दूसरा शो कॉमेडी क्लासेज, जैसा कि टाइटल से साफ़ है, एक कॉमेडी शो है।  इस कॉमेडी शो में लीज़ा ने भिन्न करैक्टर किये हैं।  लेकिन, इनका रंग हास्य से सरोबार होगा।  लीज़ा कहती हैं, "मैं जानती हूँ कि कॉमेडी करना आसान नहीं।  फिर भी मैं कोशिश करूंगी।  उम्मीद है कि मेरी कोशिश दर्शकों को पसंद आयेगी।" 

जॉन विक के चैप्टर २ में किआनु रीव्स

१३ अक्टूबर २०१४ को एक अपराध एक्शन फिल्म जॉन विक रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म में अभिनेता किआनु रीव्स ने एक रिटायर हिटमैन जॉन विक का किरदार किया था, जो इस कारण से हथियार उठा लेता है कि कुछ लोग उसकी विंटेज कार और उसके प्यारे पप्पी की निर्मम हत्या कर गए थे, जिसे उसकी हालिया दिवंगत पत्नी ने उपहार स्वरुप दिया था।  फिल्म में जॉन विक की भूमिका किआनु रीव्स ने की थी।  पचास साल के हो चुके रीव्स के लिए यह फिल्म सेलिब्रेशन का मौका थी।  बीस मिलियन डॉलर से बनी इस फिल्म ने ८६ मिलियन डॉलर का कारोबार किया था।  स्वाभाविक है कि फिल्म का सीक्वल बनाया जाए और उसके हीरो किआनु रीव्स ही हो।  फिल्म में कई दूसरे सितारों की वापसी हो रही है या नए सदस्य शामिल किये जा रहे हैं।  द मैट्रिक्स में किआनु के साथी लॉरेंस फिशबर्न फिर साथ आ रहे हैं। वह फिल्म में अंडरवर्ल्ड सरगना द बोवेरी किंग का किरदार कर रहे हैं।  फिल्म में पीटर स्टोर्मर की नई भूमिका है।  उनके अलावा कॉमन, रूबी रोज और रिकर्डो स्कैमरचो की खल भूमिकाये हैं।  २०१४ की जॉन विक के इआन मैकशन, ओहन लेगुइज़मो, ब्रिजेट मोइनहन, थॉमस सडोस्की और लांस रेड्डिक अपनी मूल भूमिकाओं में हैं।  इस फिल्म की पृष्ठभूमि रोम है।  फिल्म को डेविड लेिच के साथ चाड स्तहेल्स्की  निर्देशित कर रहे हैं।  यह फिल्म १० फरवरी २०१७ को रिलीज़ होगी।


जेसी आइजनबर्ग चाहें दूसरी जोबीलैंड भी

यह वाक़या २००९ का है।  फिल्म ज़ोम्बीलैंड थिएटरों में रिलीज़ हुई थी।  २३ मिलियन डॉलर  में बनी चलते फिरते पागल मुर्दों की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर १०२ मिलियन डॉलर से ज़्यादा का कलेक्शन किया था।  इतनी बड़ी सफलता फिल्म की ही नहीं, फिल्म में ज़ॉम्बीज़ से लड़ने वाले कॉलेज के छात्र कोलंबस का किरदार करने वाले २६ साल के एक्टर जेसी आइजनबर्ग की भी बड़ी सफलता थी।  हालाँकि, सोशल नेटवर्क में मार्क जुकेरबर्ग की भूमिका के लिए उन्हें ऑस्कर अवार्ड्स सहित तमाम अन्य पुरस्कारों में या तो नॉमिनेशन मिला या उन्होंने यह पुरस्कार जीते।  लेकिन, बॉक्स ऑफिस पर ज़ोम्बीलैंड जैसी सफलता का स्वाद कुछ दूसरा ही था।  इसलिए, जेसी का ज़ोम्बीलैंड का सीक्वल बनाये जाने पर उसमे कोलंबस को फिर जीवंत करने की इच्छा रखना लाज़िमी था।  जेसी ने इसे जब तब दिए गए अपने इंटरव्यूज में इसे साफ़ भी किया।  अब ज़ोम्बीलैंड २ बनाये जाने की खबरें गर्म हैं।  डेडपूल की रहेट रीस और पॉल वेर्निक की लेखक जोड़ी ज़ोम्बीलैंड २ में एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर की भूमिका में है।  रूबेन फ्लैशर फिल्म को डायरेक्ट करेंगे।  जेसी फिल्म बैटमैन वर्सेज सुपरमैन: डॉन ऑफ़ जस्टिस में लेक्स लूथर के किरदार में नज़र आएंगे।

बॉलीवुड के बिग बॉस क्यों नहीं साबित होते बिग बॉस के विजेता !

डच रियलिटी शो बिग ब्रदर्स पर आधारित हिंदी रियलिटी शो बिग बॉस ने अपने बोल्ड कांसेप्ट और कंटेंट से दर्शकों में उत्सुकता पैदा की थी।  एंडमॉल द्वारा तैयार और वर्तमान में कलर्स चैनल पर प्रसारित इस शो ने सफलता के ऐसे आयाम स्थापित किये कि कोई दूसरा चैनल ऐसे शो बनाने की सोच तक नहीं सका।  इस चैनल के  बड़े से घर में रह रहे सेलिब्रिटी खुद ही निश्चित  रकम से अपना घर चला रहे थे और मेनू तैयार कर रहे थे।  यह लोग खुद को बॉस साबित करने के लिए दांव पेंच भी रचते थे।  अब यह बात दीगर है कि इनमे से बिग बॉस  एक ही प्रतिभागी साबित होता था।  यह प्रतिभागी करोड़ रुपये और ट्रॉफी जीतता ही था, ढेरो शोहरत भी पाता था।  लेकिन, बिग बॉस के विजेताओं का इतिहास गवाह है कि  इतनी शोहरत के बावजूद कोई भी बिग बॉस बॉलीवुड का बॉस नहीं बन सका।  हालाँकि, इस शो का पहला विजेता पूर्व स्टार अभिनेता था।  इस शो को टीवी एक्ट्रेस ने भी जीता और नए चेहरों ने भी।  क्यों नहीं सफल हो सके यह प्रतिभागी ! आइये जानने की कोशिश करते हैं।
राहुल रॉय तो पहले ही असफल थे-  बिग बॉस की शुरुआत सोनी एंटरटेनमेंट पर २००६ में हुई थी। बिग बॉस  सीजन २ के विजेता राहुल रॉय थे।  राहुल रॉय को १९९० की म्यूजिकल रोमांस ब्लॉकबस्टर फिल्म 'आशिक़ी' से ज़बरदस्त सफलता मिली थी।  वह एक ही शुक्रवार सुपर स्टार बन गए थे।  उनके बाल और कपडे युवाओं में  क्रेज बन गए।  लेकिन, राहुल रॉय इस सफलता को गलत फिल्मों के चुनाव के कारण बरकरार नहीं रख सके।  हालाँकि, जब उन्होंने २००६ में बिग बॉस को जीता, तब वह मात्र ४० साल के थे।  लेकिन, करियर उनके हाथों से निकल चूका था।  उन्होंने बिग बॉस का फायदा अपनी प्रोडक्शन कंपनी और एलान फिल्म बना  कर उठाया ज़रूर,  लेकिन फिल्म के हीरो होने के बावजूद वह जीरो ही  रहे।
मॉडल आशुतोष कौशिक बने ज़रूर हीरो - बिग बॉस सीजन २ विजेता मॉडल आशुतोष कौशिक थे।  उन्होंने टीवी एक्टर राजा चौधरी को इस खेल में मात दी।  आशुतोष एमटीवी हीरो हौंडा रोडीज़ के विजेता भी थे।  बिग बॉस  जीतने के बाद आशुतोष कौशिक ने किस्मत लव पैसा  दिल्ली, शॉर्टकट रोमियो, भड़ास, जिला गाज़ियाबाद जैसी फ़िल्में की।   लेकिन, ख़ास सफल नहीं हो सके।  वैसे इस समय भी उनके पास पितामह, लव के फंडे, यह लाल रंग और चल जा बापू जैसी फ़िल्में हैं।
पहलवान का कमज़ोर बेटा बिंदु -  बिग  बॉस के तीसरे विजेता बिंदु द्वारा सिंह के साथ अपने पहलवान पिता दारा सिंह की शोहरत थी।  लेकिन, कहा जाता है कि वह अक्षय कुमार के कारण इस शो के विजेता बने।  जहाँ तक  फिल्मों की बात है, विंदू बिग बॉस से पहले ही फ्लॉप हीरो साबित हो चुके थे और इसे जीतने के बाद भी फ्लॉप ही रहे।  उनसे ज़्यादा सफलता तो इसके रनरअप प्रवेश राणा को मिली।
टीवी का ग्लैमरस चेहरा श्वेता- टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी ने जब बिग बॉस के सीजन ४ में हिस्सा लिया, वह टीवी सीरियल कसौटी ज़िन्दगी की की प्रेरणा बासु के बतौर मशहूर हो चुकी थी।  श्वेता को प्रेरणा  बासु की इमेज का फायदा पहुंचा।  श्वेता तिवारी बिग बॉस की विजेता ज़रूर बनी, लेकिन वह सफल टीवी एक्ट्रेस से सफल फिल्म एक्ट्रेस नहीं बन सकी।  हालाँकि, उन्होंने फिल्म बिन बुलाये बाराती और दो फिल्मों में अपने आइटम सांग में अपनी सेक्स अपील का ठोंक कर प्रदर्शन किया था।
अगले तीन सीजन, विजेता तीन एक्ट्रेस- श्वेता तिवारी के बाद लगातार तीन सीजन अभिनेत्रियों के नाम रहे।  बिग बॉस सीजन ५ जीता टीवी एक्ट्रेस जूही परमार ने।  जूही को भी टीवी सीरियल की अभिनेत्री होने का फायदा हुआ।  बिग बॉस में आने से पहले जूही परमार को कुमकुम के टाइटल रोल से शोहरत मिल चुकी थी।  उन्होंने सलमान खान की चहीती एक्ट्रेस महक चहल को पछाड़ कर बिग बॉस सीजन ५ जीता।  जूही के बाद बिग बॉस सीजन ६ और ७ की विजेता क्रमशः उर्वशी ढोलकिया और गौहर खान बनी।  उर्वशी ढोलकिया सीरियल कसौटी ज़िन्दगी की कोमलिका बासु के नेगेटिव किरदार के कारण चर्चित हुई थी।  गौहर खान ने बिग बॉस सीजन ७ की विजेता होने से पहले रणबीर कपूर के साथ फिल्म राकेट सिंह : सेल्समेन ऑफ़ द ईयर से धमाकेदार शुरुआत की थी। लेकिन, यह तीनों ही अभिनेत्रियां बिग  बॉस की अपनी सफलता को फिल्मों में बदल नहीं सकी।  सिर्फ गौहर खान ही हिंदी फिल्मों की आइटम गर्ल बन पाने में कामयाब हो पाई।
गौतम गुलाटी- गौतम गुलाटी बिग बॉस सीजन ८ जीतने से पहले टीवी सीरियल कहानी हमारे महाभारत की के दुर्योधन के रूप में मशहूर हो चुके थे।  वह दिया और बाती हम के विक्रम राठी के रूप में दर्शकों की पसंदगी बने हुए थे।  उन्होंने अभिनेत्री करिश्मा तन्ना को हरा कर बिग बॉस सीजन ८ जीता।  बिग बॉस से पहले उन्होंने सिद्धार्थ: द बुद्धा और डरपोक जैसी फ़िल्में की थी।  लेकिन, बिग बॉस सीजन ८ के बाद वह किसी तीसरी फिल्म को नहीं पा सके। 
फिल्मों के प्रिंस (नहीं बन सके) नरूला-  प्रिंस नरूला ने मंदना करीमी को हरा कर सीजन ९ जीता।  वह एमटीवी रोडीज़ और स्प्लिट्सविला के बिजेता भी हैं।  लेकिन, बिग बॉस प्रिंस नरूला हिंदी फिल्मों के प्रिंस साबित नहीं हो सके।  उनसे ज़्यादा सफलता तो उपविजेता मंदना करीमी को मिली।
बिग बॉस का पहला सीजन २००६ में शुरू हुआ था।  इस शो की शुरुआत सोनी से हुई थी।  आजकल यह कलर्स से प्रसारित हो रहा है।  इस शो के पहले प्रजेंटर अरशद वारसी थे।  वह असफल रहे तो इस शो की कमान शिल्पा शेट्टी, अमिताभ बच्चन और संजय दत्त के पास आई।  इनके बाद सलमान खान को इस शो में ख़ास सफलता मिली।  ठीक प्रजेंटर की असफलता की तरह बिग बॉस सीजन के विजेता भी हिंदी फिल्मों में असफल होते रहे।  बिग बॉस के विजेताओं में ऎसी   क्या कमी थी कि वह बिग बॉस बनाने के बावजूद बॉलीवुड के बिग बॉस नहीं बन सके ? बताते हैं बिग बॉस सीजन के कई प्रतिभागियों के पीआर डेल भगवागर, "स्टार होना इतना इम्पोर्टेन्ट नहीं, जितना बिग बॉस से मिली पहचान को बरकरार रखना और उसके साथ खुद को विकसित करना।   बिग बॉस के विजेता यहीं लड़खड़ा गए।  रातों रात मिली सफलता, प्रशंसकों की नई उगी भीड़, उनके कट्टर समर्थकों की थी।  यह काफी हद तक नकली थी।  अगर इन सेलिब्रिटी प्रोफेशनल पीआर का सहारा मिलता तो बात कुछ दूसरी होती।" इसमे कोई शक नहीं कि बिग बॉस से मिली शोहरत इनके दिमाग पर चढ़ गई।  यकीनन ऐसे बरसाती कुकुरमुत्तों को ख़त्म होना ही था। वही  हुआ बिग बॉस के विजेताओं के साथ।  वह बॉलीवुड में सफल नहीं हो सके।

राजेंद्र कांडपाल

Thursday 10 March 2016

क्यों नाराज़ हैं 'एक योद्धा शूरवीर' से विद्या बालन !

इस शुक्रवार (११ मार्च) को एक डब फिल्म 'एक योद्धा शूरवीर' रिलीज़ हो  रही है।  इस फिल्म के पोस्टर में साउथ के अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन के साथ  बॉलीवुड के ज़्यादा जाने पहचाने चहरे प्रभुदेवा, तब्बू, विद्या बालन, जेनेलिआ डिसूज़ा और अमोल गुप्ते नज़र आते हैं।  यह एक पीरियड ड्रामा फिल्म है।  लेकिन, यह डब संस्करण २०१० में रिलीज़ मलयालम फिल्म 'उरुमी' का है।  इस मलयालम फिल्म में विद्या बालन ने एक कैमिया किया था।  अब जबकि यह फिल्म हिंदी में डब कर रिलीज़ की जा रही है तो बताते हैं कि विद्या बालन बेहद नाराज़ हैं कि एक डब फिल्म के पोस्टर में उन्हें ख़ास अहमियत दी जा रही है, जबकि फिल्म में उनका कैमिया है।  यहाँ बताते चले कि यह पीरियड फिल्म १५०० वी शताब्दी के केरल की है।  पूरी फिल्म में पृथ्वीराज सुकुमारन, प्रभुदेवा और  अमोल  गुप्ते के अलावा जेनेलिआ डिसूज़ा की ही मुख्य भूमिका है।  बॉलीवुड की एक्ट्रेस तब्बू और विद्या बालन का एक्सटेंडेड कैमिया है।  विद्या बालन का कहना है कि जब फिल्म में उनका कैमिया है।  उन्होंने फिल्म में केवल एक गीत और कुछ मिनटों के चार सीन किये हों।  तब हिंदी फिल्म के पोस्टरों में उन्हें अहमियत दे कर उनके बॉलीवुड स्टारडम का फायदा उठाया जा रहा है।  क्या विद्या बालन के दावे में बल है ? इसमे कोई  शक नहीं कि फिल्म के निर्माता उरुमी को डब कर बॉलीवुड के चेहरों का फायदा उठाना चाहते हैं।  लेकिन, हिंदी फिल्म दर्शकों में जितना परिचित चेहरा विद्या बालन का है, उतना ही जाना पहचाना चेहरा फिल्म की नायिका जेनेलिआ डिसूज़ा, प्रभु देवा और अमोल गुप्ते का भी है।  पृथ्वीराज सुकुमारन भी हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।  फिल्म में तब्बू का भी एक्सटेंडेड कैमिया है।  पोस्टर में इन सभी कलाकारों के चहरे नज़र आते हैं।  तब विद्या बालन की क्यों ऐतराज़ ? उरुमी को तमिल में डब कर भी रिलीज़ किया गया था।  उरुमी के मलयालम और तमिल संस्करणों के पोस्टरों में भी यह चहरे नज़र आते हैं।  विद्या बालन को उस समय विरोध करना चाहिए था। अब उनका विरोध करना फिल्म को पब्लिसिटी दिलाना भी हो सकता  है।  उरुमी के टाइटल्स में मणिरत्नम के साथ शाहरुख़ खान और जूही चावला के भाई बॉबी चावला को थैंक्स दिया गया है।  इस फिल्म के एक निर्माता रिलायंस भी है।  ऐसे में केवल विद्या बालन का विरोध वाजिब नहीं लगता।









ए आर रहमान की फिल्म ९९ सांग्स

भारत के ऑस्कर अवार्ड विजेता फिल्म संगीतकार ए आर रहमान की फिल्म '९९ सांग्स' आजकल चर्चा में हैं।  अभी इस फिल्म का पोस्टर रिलीज़ किया गया।  यह पोस्टर रहमान के संगीत की तरह दिल को छू लेने वाला साबित होता है।  इस पोस्टर में स्वर्ग से पियानो को लटका दिखाया गया है।  मुख्य पुरुष चरित्र अपने हाथ से इस पियानो के एक पाँय को पकड़े हुए है और उसके दूसरे हाथ से एक स्त्री लटकी हुई है। यह कोमलांगी नायक का हाथ पकड़े नृत्य मुद्रा में दिखाई देती है।  वह दूसरे हाथ से गुलाब की पंखड़ियों को बिखेर रही है।  यह पंखुड़ियां आकाश में उठ कर ९९ का  अकार बना रही हैं।  लाल गुलाब की पंखुड़ियां पूरे दृश्य को रोमांटिक और जादुई एहसास देती हैं।  इस म्यूजिकल रोमांस फिल्म को विश्वेश कृष्णमूर्ति डायरेक्ट कर रहे हैं।  विश्वेश ने ही फिल्म की स्क्रिप्ट भी लिखी है।  रहमान ने फिल्म का म्यूजिक तैयार किया ही  है, स्टोरी आईडिया भी उन्ही का है।  ए आर रहमान की प्रस्तुति '९९ सांग्स' के निर्माता आइडियल एंटरटेनमेंट और वाय एम मूवीज हैं।  यह फिल्म २०१७ में रिलीज़ होगी।  क्या विचार हैं इन पोस्टर पर ? 


Wednesday 9 March 2016

अब रियल लाइफ 'गठबंधन' में एक्ट्रेस

दो साल पहले मुंबई के एक अंग्रेजी अख़बार ने बॉलीवुड की ११ अविवाहित अभिनेत्रियों की लिस्ट निकाली थी, जो तीस के पार हो जाने के बावजूद शादी की नहीं सोच रही थी।  हालाँकि, उस समय तक ३६ साल की रानी मुख़र्जी ने ४३ साल के फिल्म निर्माता निर्देशक आदित्य चोपड़ा से शादी कर खुद पर से अविवाहित का टैग हटा दिया था।  इसके बावजूद इस लिस्ट में कुछ ऐसे नाम थे, जिनकी शादी की चिंता उनके माता  पिता  से अधिक फिल्म मॅगज़ीन्स और बॉलीवुड के चाहने वालों को होनी ही थी। इन अभिनेत्रियों में प्रियंका चोपड़ा, बिपाशा बासु, सोहा अली खान, प्रीटी जिंटा, अमृता राव, अमीषा पटेल, नेहा धूपिया, राइमा सेन, तनीषा मुख़र्जी, सुष्मिता सेन, उर्मिला मातोंडकर और तब्बू के नाम शामिल है।  आइये, पहले जानते हैं इन अभिनेत्रियों की वैवाहिक स्थिति और संबंधों के बारे में-
सोहा अली खान- थर्टी प्लस की अविवाहित अभिनेत्रियों की खबर अखबार में छपने के बाद सबसे पहले शादी की खुशखबर सुनाने वाली अभिनेत्री सोहा अली खान थी। उन्होंने २५ जनवरी २०१५  को अपने लम्बे समय से बॉय फ्रेंड कुणाल खेमू को अपना पति बना लिया।  शादी के वक़्त वह घायल वन्स अगेन में काम कर रही थी।  सनी देओल के साथ उनकी यह फिल्म इस साल ५ फरवरी को रिलीज़ हुई है।
अमृता राव- सोहा अली खान के बाद शादी करने वाली अभिनेत्री थी शाहरुख़ खान और ज़ायद खान के साथ फराह खान की फिल्म हैप्पी न्यू ईयर करने वाली अमृता राव। अमृता राव का स्क्रीन डेब्यू आर्य बब्बर के साथ २००२ में रिलीज़ फिल्म 'अब के बरस' से हुआ था।  अमृता राव के बारे में खबर थी कि  उन्होंने ४ फरवरी २०१५ को आरजे अनमोल के साथ गुपचुप शादी कर ली।  हालाँकि, इस दौरान उनके द लीजेंड ऑफ़ कुणाल और सत्संग जैसी फिल्मे करने की खबरे भी गर्म थी।
मिनिषा लाम्बा- हालाँकि, मुंबई के अख़बार ने मिनिषा लाम्बा  का नाम नहीं शामिल किया था।  लेकिन, अख़बार की खबर पर शादी करने वाली तीसरी अभिनेत्री मिनिषा लाम्बा ही थी।  उन्होंने मुंबई में रेस्टोरेंट चलाने वाले रयान थामस के साथ ६ जुलाई को शादी कर ली।  रयान बिग बॉस में मिनिषा के साथी प्रतिभागी थे।  उनका कुछ समय से रोमांस सुर्ख हो रहा था।  शादी के वक़्त मिनिषा लाम्बा हिंदी फिल्मों में असफलता के बाद पंजाबी फ़िल्में करके अपना दिल बहला रही थी।
प्रीटी जिंटा ने सोचा भी न था- तीनों खान अभिनेताओं के साथ फ़िल्में करने वाली अभिनेत्री प्रीटी जिंटा ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनकी शादी की खबर इतनी फीकी साबित होगी। लेकिन, खुद को नायिका बना कर २०१३ मे फिल्म इश्क़ इन पेरिस बनाने वाली प्रीटी जिंटा को दर्शकों से इतने फीके रिस्पांस की उम्मीद नहीं थी ।  ऐसे में इश्क़ इन पेरिस की असफलता के बाद प्रीटी जिंटा के लिए शादी ही एक रास्ता बच गई थी।  सो उन्होंने एक अमेरिकन कॉर्पोरेट जीन गुडएनफ के साथ २९ फरवरी २०१६ को लॉस एंजेल्स में शादी कर ली। प्रीटी जिंटा वाडिया-सन के बाद जीन के साथ लम्बे समय से डेटिंग कर रही थी।
उर्मिला  मातोंडकर- कभी उर्मिला मातोंडकर ने रामगोपाल वर्मा के निर्देशन में मस्त फिल्म करके मस्तानी और रंगीला करके रंगीली एक्ट्रेस की उपाधि पाई थी। उन्होंने सत्या में  विद्या के किरदार में जान भर दी थी।  लेकिन, उनका करियर बड़ी ऊंचाइयों को तय नहीं कर पाया।  उनकी आखिरी फिल्म संजय दत्त के साथ 'ईएमआई' २००८ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद उनके लिए शादी ही एकमात्र रास्ता था। जिसे ४२ साल की उर्मिला मातोंडकर ने कश्मीर के एक व्यवसाई और मॉडल मोहसिन अख़्तर मीर के साथ ३ मार्च २०१६ को शादी कर तय कर लिया।
अमीषा पटेल- कभी अमीषा पटेल ने कहो न प्यार है, ग़दर एक प्रेमकथा और हमराज़ जैसी फिल्मों से बॉलीवुड की टॉप की अभिनेत्रियों को चुनौती पेश की थी।  लगता था कि वह लम्बे समय तक फिल्मकाश पर छाई रहेंगी।  लेकिन, वह अपने रियल लाइफ रोमांस में कुछ इतना बिजी हुई कि अपने करियर को ही भूल गई।  बतौर नायिका उनकी आखिरी फिल्म चतुर सिंह टू स्टार २०११ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद उनकी भैयाजी सुपरहिट, रन भोला रन और देसी मैजिक जैसी फिल्मों की चर्चा ही सुनने को मिली।  लेकिन, इन फिल्मों से ज़्यादा उन्हें सुर्खियां मिली कुणाल घूमर के साथ अपने रोमांस और शादी की खबरों के कारण।  अब वक़्त बताएगा कि अमीषा पटेल शादी का सुर्ख जोड़ा कब तक पहनती हैं।  अमीषा पटेल इसी ९ जून को ४१ साल की हो जाएंगी।
तनीषा कपूर - रानी मुख़र्जी तो शादी कर एक बच्ची की माँ भी बन गई हैं।  लेकिन, उनकी छोटी बहन और ३८ साल की असफल फिल्म अभिनेत्री तनीषा कपूर अभी तय नहीं कर पाई हैं कि वह कब और किससे शादी करेंगी।  हालाँकि, उनके बिग बॉस में उनके प्रतिद्वंदी और प्रेमी के रूप में उभरे अरमान कोहली से रोमांस की खबरे शादी तक पहुँचाने से पहले ही ख़त्म हो गई।  अब देखने वाली बात होगी कि तनीषा अपनी बड़ी बहन रानी मुख़र्जी की तरह इटली में शादी करती हैं  या उर्मिला की तरह चुपचाप मुंबई या कलकत्ता में !
नेहा धूपिया- नेहा धूपिया ने कभी जूली, सिसकियाँ, क्या कूल हों हम और शीशा जैसी फिल्मों से साबित कर दिया था कि बॉक्स ऑफिस पर सेक्स बिकता है।  लेकिन, जैसे ही दर्शकों के सर से अर्धनग्न नायिका और कामुक सेक्स अपील  का बुखार उतरा नेहा धूपिया बाहर हो गई।  उन्होंने, सिंह इज़ किंग जैसी फिल्मों से अपनी इमेज बदलने की कोशिश की, लेकिन दर्शकों को जूली का यहाँ बदला रूप रास नहीं आया।  वह कभी स्क्वाश खिलाड़ी ऋत्विक भट्टाचार्य  तो  कभी किसी विदेशी जेम्स सीलवेस्टर के  साथ जोड़ी जमाती नज़र आती।  २०१४ में उनकी आखिरी फिल्म ऊँगली रिलीज़ हुई थी।  ऐसे में दर्शकों को भी इस ३६ साल की अभिनेत्री की शादी की खुशखबरी सुनने की उत्सुकता है।
राइमा सेन- गॉड मदर और दमन से अपने अभिनय लोहा मनवाने वाली  राइमा सेन कमर्शियल हिंदी फिल्मों में असफल साबित हुई हैं।  हालाँकि, उन्होंने दस, हनीमून ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड्, परिणीता और एकलव्य द रॉयल गार्ड जैसी कमर्शियल फ़िल्में की।  इसीलिए, अब सुचित्रा सेन के प्रशंसकों को उनकी ३७ साल की नातिन राइमा सेन की शादी की चिंता सताने लगी है।  लेकिन, राइमा है कि कभी  ट्विटर पर अपनी सगाई के चित्र डालने के बाद उन्हें मज़ाक साबित करने का मज़ा ले रही हैं।
बिपाशा बासु- सचमुच! सेक्स बम  बिपाशा बासु की शादी की चिंता किसे नहीं होगी।  जब उन्होंने अपने फिल्म जिस्म के को-स्टार जॉन अब्राहम के साथ रोमांस जमाया था, तब लोगों को लगा था कि यह बंगाली बाला ठीक समय पर मिसेज अब्राहम बन जाएगी।  लेकिन, दस साल बाद यह रिश्ता टूट गया।  २०१४ में उन्होंने हरमन बवेजा के साथ अपने रिलेशन को उजागर किया।  लेकिन, जल्द ही यह रिश्ता भी टूट गया।  अब उनके फिल्म अलोन में अपने हीरो करण सिंह ग्रोवर से रोमांस और शादी की खबरे सुर्ख हो रही हैं।  लेकिन, दर्शक अब इस ३७ साल की सेक्स सिंबल की शादी की फोटो देखने को बेताब है।
तब्बू- थर्टी प्लस की अविवाहित अभिनेत्रियों के जत्थे में ४५ साल की तब्बू ही अपवाद है, जिसके रोमांस की खबरें लम्बे समय से नहीं सुनी गई।  वह हैदर, दृश्यम और फितूर जैसी फिल्मों से दर्शकों को चौंका रही है।  वैसे अगर तब्बू शादी कर भी लेगी तो उसके करियर को कोई नुकसान नहीं होने जा रहा।
प्रियंका चोपड़ा- ऐसे में जबकि दर्शकों को थर्टी प्लस की तमाम अभिनेत्रियों की शादी की चिंता है, कोई भी नहीं चाहेगा कि प्रियंका चोपड़ा शादी करें। मैरी कॉम और बाजीराव मस्तानी के बाद प्रियंका चोपड़ा क्वांटिको करके अन्तर्राष्टीय हस्ती बन गई है।  वह बेवॉच का हॉलीवुड फिल्म रीमेक कर रही हैं।  इसी  २८  जुलाई को प्रियंका चोपड़ा ३४ साल की हो जाएंगी, लेकिन हिंदी फिल्म दर्शकों को उनकी शादी नहीं, उनकी जय  गंगाजल जैसी फिल्मों का इंतज़ार है।
शादी नहीं करेगी सुष्मिता सेन- रील लाइफ में गर्मागर्म रोमांस करने वाली सुष्मिता सेन के रियल लाइफ रोमांस चर्चित ज़रूर हुए, लेकिन रणदीप हूडा तक वह शादी की दहलीज़ तक नहीं पहुँच सके।  पाकिस्तानी क्रिकेटर से उनका रोमांस सबसे ज़्यादा गर्म था।  लेकिन, फिलहाल वह शादी के बजाय अपनी दत्तक पुत्रियों की शादी की चिंता करना  चाहेंगी।
हॉलीवुड से विपरीत बॉलीवुड में थर्टी प्लस की अभिनेत्री बूढी मान ली जाती है। ऐसे में उनके करियर में कुछ ख़ास नहीं रह जाता।  नए और ताज़ा चेहरे दर्शकों को ज़्यादा  अपील करते हैं।  ऐसे में ज़्यादातर थर्टी प्लस अभिनेत्रियां बेकार हो जाती हैं।  ज़ाहिर है कि घर बैठी लड़की की चिंता किसे न हो।  अख़बारों को भी होती है।  और अख़बारों की सुर्खियां बनती हैं - कब रियल लाइफ गठबंधन में बंधेंगी  फिल्म एक्ट्रेस।

राजेंद्र कांडपाल

फ़ास्ट एंड फ्यूरियस को चाहिए चार्लीज थेरोन

यूनिवर्सल स्टूडियोज द्वारा फ़ास्ट एंड फ्युरिअस सीरीज की आखिरी तिकड़ी फिल्मों की रिलीज़ की तारीख का ऐलान कर दिया है। फ़ास्ट एंड फ्युरिअस ८ इस लास्ट ट्राइलॉजी की पहली फिल्म होगी, जो सितम्बर २०१७ में रिलीज़ होगी। हालाँकि, इस फिल्म के लिए नए करैक्टरस को शामिल किये जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। लेकिन, आखिरी दो फ़िल्में फ़ास्ट एंड फ्युरिअस ९ और फ़ास्ट एंड फ्युरिअस १० की रिलीज़ की तारीख़ १९ अप्रैल २०१९ और ०२ अप्रैल २०२१ तय कर दी गई है। जहाँ तक फ़ास्ट एंड फ्युरिअस ८ का सवाल है, फिल्म के निर्देशक ऍफ़ गैरी ग्रे ने अपने राइटर क्रिस मॉर्गन से एक नए विलेन किरदार को फिल्म की स्क्रिप्ट में शामिल करने का निर्देश दिया है। यह विलेन महिला चरित्र होगा। ग्रे इस खलनायिका किरदार में मैड मैक्स फ्यूरी रोड की चार्लीज थेरोन को लेना चाहते हैं। खबर है कि फ़ास्ट एंड फ्युरिअस ८ की शुरुआत ही चार्लीज थेरोन के किरदार से होगी। वैसे यह सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम लट्ठा होना जैसा होगा। क्योंकि थेरोन को अभी फिल्म की स्क्रिप्ट ही नहीं मिली है। स्क्रिप्ट मिलने के बाद ही चार्लीज तय करेंगी कि वह फ़ास्ट एंड फ्युरिअस सीरीज की रफ़्तार वाली गाड़ियों पर सवार हो या नहीं !

सिविल वॉर में मार्वल खिलाडियों का जमावड़ा

मार्वेल के सुपर हीरो वाली फिल्म कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर’ इस साल अमेरिका में ६ मई को रिलीज़ होगी। हालाँकियह फिल्म यूनाइटेड किंगडम में एक हफ्ता पहले २९ अप्रैल को रिलीज़ हो जायेगी। इस फिल्म को मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स के तमाम सुपर हीरो किरदारों का जमावड़ा लगाने वाली फिल्म कहा आ सकता है। फिल्म में द अवेंजर्स के सुपर हीरो ब्लैक पैंथर और स्पाइडर-मैन पहले ही शामिल किये जा चुके थे। कुछ समय पहले ही हल्क को शामिल किये जाने की खबर थी। अब इस सुपर हीरो जमावड़े में पीपर पॉट्स भी शामिल हो गया है। ग्वएँथ पाल्ट्रो के इस किरदार को आखिरी समय में फिल्म रिशूट कर शामिल किया गया। फिल्म के लिहाज़ से यह किरदार कितना अहम् हैनहीं कहा जा सकता। लेकिनअन्दर खाने की खबर यह है कि ग्वएँथ पाल्ट्रो का रोल छोटा मगर महत्वपूर्ण होगा। रूसो भाइयों- जो और अन्थोनी निर्देशित इस फिल्म में क्रिस इवांसरोबर्ट डाउनी जूनियरस्कारलेट जोहानसनअन्थोनी मैकी और सेबेस्टियन स्टेन की मुख्य भूमिका है। 

Sunday 6 March 2016

हॉलीवुड फिल्म से ऑस्कर तक भारतीय सितारे

आजकल बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा अमेरिका में तहलका मचाये हुए हैं । वह एबीसी नेटवर्क के शो 'क्वांटिको' में एफबीआई रिक्रूट अलेक्स परिश के किरदार की कामुक सेक्स अपील के कारण मीडिया चर्चित हो रही थी । इस सीरियल के कारण प्रियंका चोपड़ा को ऑस्कर प्रजेंटर का सम्मान मिला और फिल्म बेवॉच करने का मौका भी । प्रियंका चोपड़ा कहती हैं, "मैं एक एक्टर और  एंटरटेनर हूँ। इसलिए  मैं लगातार नई चुनौतियों को खोजते रहती हूँ।  मैं अपनी क्रिएटिविटी के लिए कोई सीमा तय करना नहीं चाहती।"  
प्रियंका चोपड़ा को यह सफलता मिली है सीएए का सदस्य होने के कारण।  वह २०१२ से सिने आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सीएए) की सदस्य हैं। उन्हें यह सदस्यता अपनी हॉलीवुड में एजेंट अनुजा आचार्या-बाथ के कारण मिली। अब उन्हें अमेरिका के टैलेंट एजेंसी विलियम मारिस एंडवर ने साइन कर लिया है। वह बेवॉच के फिल्म रीमेक में ड्वेन जॉनसन के साथ विलेन किरदार मे नज़र आएंगी। फिल्म बाजीराव मस्तानी में प्रियंका चोपड़ा के अपोजिट मस्तानी का किरदार करने वाली दीपिका पादुकोण  ने भी विन डीजल के साथ ट्रिपल एक्स फिल्म सीरीज की तीसरी फिल्म 'एक्सएक्सएक्स: रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज' साइन कर ली है। उनकी ब्रैड पिट के साथ एक फिल्म करने की भी खबर है।
क्वांटिको जैसा प्रचार नहीं !
हॉलीवुड के परदे पर बॉलीवुड के सितारे 
जब हिंदुस्तानी अख़बारों में क्वांटिको की धूम मची हुई थी, बहुत से भारतीय सितारे विदेशी टेलीविज़न पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे थे। अलबत्ता, एबीसी के शो क्वांटिको की तरह इतना ज़बरदस्त प्रचार किसी दूसरे शो को नहीं मिला। फिल्म '७ खून माफ़' में प्रियंका चोपड़ा के शौहर वसीउल्लाह खान का किरदार निभाने वाले इरफ़ान खान दूसरे विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर एक जापानी शो करने जा रहे हैं।  इस शो में इरफ़ान एक जज की भूमिका करेंगे। इरफ़ान कहते हैं, "मैं इस करैक्टर की छानबीन करने के लिए उत्साहित हूँ।" इस सीरियल को कैनेडियन डायरेक्टर रॉब डब्ल्यू किंग और डच डायरेक्टर पीटर वेर्होएफ कर रहे हैं।  क्या इस शो को इतना प्रचार मिला?  जुरासिक वर्ल्ड के बाद इरफ़ान खान दुनिया के दर्शकों के जाने पहचाने बन गए हैं।  इरफ़ान ने 'द माइटी हार्ट', 'स्लमडॉग मिलियनेयर', 'द नेमसेक',  आदि ढेरों विदेशी फिल्में की हैं। आजकल वह हॉलीवुड  फिल्म 'इन्फर्नो' की  शूटिंग में बिजी हैं। वह २०१० में  सीरीज 'इन ट्रीटमेंट' कर चुके हैं।
और भी हैं बॉलीवुड सितारे
इरफ़ान खान ही नहीं बहुत से दूसरे बॉलीवुड सितारे हैं जो विदेशी टीवी और फिल्मों में चमक रहे हैं। ओम पूरी और नसीरुद्दीन शाह तो काफी पहले से हॉलीवुड और बिर्टिश फिल्में कर रहे हैं। अनुपम खेर तो विदेशी छोटे परदे पर बहुत लोकप्रिय हैं। वह अपनी पत्नी किरण खेर के साथ 'ईआर' के सिंगल एपिसोड में अभिनय कर चुके हैं । नेटफ्लिक्स पर साइंस फिक्शन ड्रामा 'सेंस ८' में तो अनुपम खेर के अलावा टीना देसाई, पूरब कोहली, मीता वशिष्ट और दर्शन जरीवाला जैसे इंडियन एक्टर्स की भरमार है। शबाना आज़मी, पिछले दिनों बीबीसी वन की मिनी सीरीज कैपिटल की लंदन में शूटिंग कर चुकी हैं। हॉलीवुड और ब्रिटेन की इन कस्टडी, द ब्लैक प्रिंस, आदि कई फिल्मों में अभिनय कर चुकी शबाना आज़मी की यह पहली टीवी सीरीज होगी। लंचबॉक्स की एक्टर निम्रत कौर ने आतंकवाद पर ड्रामा 'होमलैंड' में एक पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट तस्नीम कुरैशी का किरदार किया हैं। वह सीरीज वेवर्ड पाइंस कर रही हैं। अनिल कपूर तो काफी मशहूर हैं।  वह २०१० में एक्शन-थ्रिलर ' २४' में राष्ट्रपति ओमर हसन की भूमिका कर चुके थे।  इसी के बाद उन्होंने इस सीरीज को हिंदी में बनाया। अनिल कपूर स्लमडॉग मिलियनेयर और मिशन: इम्पॉसिबल, घोस्ट प्रोटोकॉल जैसी हॉलीवुड फ़िल्में कर चुके हैं। वह एक एडल्ट एनिमेटेड सीरीज 'फैमिली गय' में ग्रिफिन फैमिली के एक किरदार के लिए वॉयस ओवर कर रहे हैं। अनिल कपूर कहते हैं, "ग्रिफिन फैमिली का हिस्सा बन कर मैं उत्तेजित हूँ।" पिछले दिनों, नर्गिस फाखरी हॉलीवुड फिल्म 'स्पाई' में लिया के किरदार में नज़र आई । 
कबीर बेदी जैसा कोई नहीं 
विदेशी टीवी पर हिंदुस्तानी एक्टर्स का अभिनय करना आज की बात नहीं। हिंदुस्तानी एक्टर्स ने विदेशी टीवी पर हमेशा से धूम मचाई है,  बशर्ते कि रोल एशियाई हो। चालीस साल पहले, जब भारत में टेलीविज़न आज का जितना पॉपुलर नहीं था, कबीर बेदी ने इटैलियन मिनी टीवी सीरीज 'संदोकन' से सुदूर इटली में धूम मचा दी थी। इस सीरीज में कबीर बेदी ने एक भारतीय राजकुमार संदोकान का किरदार किया था, जिस का राज्य ब्रितानी हुकूमत छीन लेती है।  वह बदला लेने के लिए समुद्री डाकुओं का नेता बन जाता है और ब्रितानी सेना पर हमले करता रहता है। कबीर बेदी जैसी लोकप्रियता शायद आज की प्रियंका चोपड़ा के लिए स्वप्न सामान ही होगी। कबीर बेदी ने अमेरिकी ओपेरा 'द बोल्ड एंड द ब्यूटीफुल' में प्रिंस ओमर  रशीद का किरदार भी किया। कबीर बेदी इकलौते बॉलीवुड एक्टर हैं, जिन्होंने किसी जेम्स बांड फिल्म में कोई किरदार किया। कबीर बेदी १९८३ में रिलीज़ बांड फिल्म ऑक्टोपसी में विलेन के गुर्गे गोबिंद के किरदार में थे।  कबीर बेदी ऑस्कर पुरस्कारों के वोटिंग मेंबर में शामिल हैं।  वह स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड के भी वोटिंग मेंबर हैं। उन्होंने हॉलीवुड फिल्म प्रिंस ऑफ़ पर्शिया : द सेंड्स ऑफ़ टाइम के हिंदी संस्करण में बेन किंग्सले के चरित्र को आवाज़ दी थी। 
एशियाई चरित्रों के लिए
अमेरिकी सीरीज में हिंदुस्तान के कलाकार खास तौर पर पाकिस्तानी या एशियाई भूमिका के कारण लिए जाते हैं। प्रियंका चोपड़ा क्वांटिको के लिए इसी लिए चुनी गई कि उनका अलेक्स परिश का किरदार भारतीय और कोकेशियान मिश्रित रक्त वाला है। इसी प्रकार से, अनिल कपूर का सीरीज '२४' में ओमर हसन, निम्रत कौर का 'होमलैंड' में तस्नीम खान का किरदार एशियाई लुक वाला हैं। अक्षय खन्ना शीत युद्ध के दौर का ड्रामा 'द अमेरिकन्स' में रूस के जासूस एक पाकिस्तानी अफसर की भूमिका में थे । लिलेट दुबे १९३२ के भारत में ब्रितानी साम्राज्यवादी शासन के खात्मे पर ब्रिटिश सीरीज 'इंडियन समर्स' में रोशना दलाल का किरदार कर रही हैं । इस सीरीज का प्रसारण २७ सितम्बर से शुरू हो चूका है। इस सीरीज में रोशन सेठ और निकेश पटेल जैसे कुछ दूसरे भारतीय चेहरे भी नज़र आएंगे । लिलेट दुबे कहती हैं, "एक्टर्स भी चाहते हैं कि उनके काम को दूसरे देशों में भी देखा जाये।"   
ऑस्कर पुरस्कारों में 
अमेरिका में लोकप्रियता का तकाज़ा है कि प्रियंका चोपड़ा ८८ वे ऑस्कर पुरस्कारों में प्रेजेंटर की हैसियत से नज़र आई । लेकिन, ऑस्कर समारोहों में हिस्सा लेने वाली प्रियंका चोपड़ा पहली भारतीय हस्ती भी नहीं हैं । हिंदुस्तान १९५७ से ऑस्कर अवार्ड्स की विदेशी फिल्मों की श्रेणी में अपनी फ़िल्में भेज रहा है। लेकिन, अब तक केवल तीन फ़िल्में ही आखिरी पांच फिल्मों में शामिल हो पाई । बॉलीवुड सितारे अक्सर ऑस्कर पुरस्कारों में नज़र आते हैं।  दरअसल, इस समारोह में नामित फिल्मों से जुड़ी हस्तियां हिस्सा ले सकती हैं। इसलिए, लगान के नामित होने पर निर्देशक आशुतोष गोवारिकर और आमिर खान रेड कारपेट पर नज़र आये । ७१ वे ऑस्कर अवार्ड्स में शेखर कपूर अपनी इंग्लिश फिल्म एलिज़ाबेथ के नामित होने के कारण ऑस्कर पुरस्कारों के फंक्शन में नज़र आये। दीपा मेहता की फिल्म वॉटर के ऑस्कर में नॉमिनेट होने के कारण जॉन अब्राहम, लिसा रे और सीमा बिस्वास को दीपा मेहता के साथ ७९ वे ऑस्कर अवार्ड्स समारोह में शामिल होने का मौका मिला। लाइफ ऑफ़ पाई के हीरो और भारतीय अभिनेता  सूरज शर्मा २०१३ में हुए ८५ वे ऑस्कर अवार्ड्स समारोह में शामिल हुए थे। इसी फिल्म के लिए बॉम्बे जयश्री भी बेस्ट सांग की श्रेणी में नामित हुई। स्टीवन स्पीलबर्ग और रिलायंस की फिल्म लिंकन के १२ श्रेणियों में नामित होने के कारण इस फिल्म के निर्माता के तौर पर अनिल अम्बानी और टीना मुनीम अम्बानी इस समारोह में मौजूद थी।  डेविड ओ रसेल की फिल्म सिल्वर लइनिंग्स प्लेबुक के ऑस्कर में नामित होने के कारण अनुपम खेर को इस फंक्शन में शामिल होने का मौका मिला। ऑस्कर पुरस्कारों का ८१ वां एडिशन  भारत के लिए ख़ास था। जैसे पूरा बॉलीवुड ऑस्कर समारोह में मौजूद था। भारतीय संगीतकार ए आर रहमान ने २००९ में डैनी बॉयल की इंग्लिश फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए दो श्रेणियों (बेस्ट ओरिजिनल स्कोर और गुलज़ार के साथ बेस्ट ओरिजिनल सांग जय हो) में ऑस्कर पुरस्कार जीता था। इसी फिल्म के लिए रसूल पुकुट्टी ने साउंड मिक्सिंग की श्रेणी में पुरस्कार जीता था। इसी साल स्माइल पिंकी ने शार्ट डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार जीता। १९८३ में रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गांधी एकेडेमी अवार्ड्स की आठ श्रेणियों में नामित हुई थी।  इस फिल्म की कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर भानु अथैया थी।  उन्होंने जॉन मोलो के साथ बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन का पुरस्कार जीता था। सितार वादक रवि शंकर का ऑस्कर अवार्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल स्कोर की श्रेणी में नामित किया गया था। सत्यजित रे को १९९२ में मानद ऑस्कर से सम्मानित किया गया। अश्विन कुमार की लघु फिल्म लिटिल टेररिस्ट को २००५ में ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था। वह ऑस्कर्स  में नामित होने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय थे। 

Friday 4 March 2016

मोहसिन अख्तर की हो गई उर्मिला मातोंडकर

आखिरकार ४२ साल की उर्मिला मातोंडकर ने शादी कर ही ली। उन्होंने कश्मीर के एक बिज़नेस मैन मोहसिन अख्तर मीर के साथ हिन्दू रीति से अपने मुंबई स्थित घर में शादी की । मोहसिन मॉडलिंग भी कर चुके हैं।  उनकी बतौर नायिका आखिरी फिल्म संजय दत्त के साथ 'इएमआई : लिया है तो चुकाना पड़ेगा' २००८ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद वह इक्का दुक्का फिल्मों के कैमिया में नज़र आई।  ज़ाहिर है कि उर्मिला का करियर ख़त्म हो चूका था।  वह इक्का दुक्का नए पुराने विज्ञापनों में नज़र आ  कर खुद के होने का एहसास कराती थी।  इसीलिए उनका निकाह गुपचुप साबित हुआ।  डॉक्टर श्रीराम लागू की १९८० की मराठी फिल्म 'ज़कोल' से बाल कलाकार डेब्यू करने वाली उर्मिला मातोंडकर को शेखर कपूर की फिल्म 'मासूम' से शोहरत मिली।  इस फिल्म में भी वह बेबी उर्मिला बनी थी। चंदू नार्वेकर उर्फ़ एन चंद्रा की फिल्म 'नरसिम्हा' (१९९१) में वह पहली बार रवि बहल के साथ नायिका बनी। उनकी बतौर नायिका ग्रोथ की तेज़ी का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि अगली ही फिल्म 'चमत्कार' (१९९२) में वह शाहरुख़ खान की नायिका बन गई।  हालाँकि, उस समय तक शाहरुख़ खान स्टार नहीं बने थे।  लेकिन, तीन साल बाद रामगोपाल वर्मा की फिल्म 'रंगीला' ने उन्हें दो खानों की नायिका बना दिया। रंगीला ने उर्मिला मातोंडकर को नई सेक्स बम बनाया ही, हिंदी फिल्म अभिनेत्रियों के लिए सेक्स अपील के नए मानदंड स्थापित कर दिए। मनीष मल्होत्रा के ज़रिये पेशेवर डिज़ाइनर के लिए हिंदी फिल्मों के रास्ते खुल गए।  हालाँकि, उर्मिला को सराहना मिली सत्या और जुदाई जैसी फिल्मों के कारण। वह अनिल कपूर और अजय देवगन की फिल्मों की नायिका बनी तो कमल हासन और मनोज बाजपेई की फिल्म की नायिका भी बनी। लेकिन, इतनी रफ़्तार भरने और जुदाई,  इंडियन, सत्य, कुदरत, कौन, जानम समझा करो, जंगल, लज्जा, कंपनी, दीवानगी, भूत, पिंजर, एक हसीना थी और मैंने गांधी को नहीं मारा जैसी फिल्मों के बावजूद वह वैसी बुलंदियां नहीं छू सकी, जिन्हे उनकी समकालीन अभिनेत्रियों ने छुआ था।  उर्मिला मातोंडकर को केवल एक फिल्मफेयर अवार्ड  फिल्म भूत के लिए बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स) ही मिला।  उन्हें शादी की बधाइयाँ !








Thursday 3 March 2016

क्या 'डेडपूल' को पछाड़ पायेगी 'जूटोपिया' ?

क्या इस शुक्रवार रिलीज़ हो रही फिल्म 'जूटोपिया' 'डेडपूल' को पछाड़ पायेगी ? डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस के लिहाज से हॉलीवुड के लिए यह सवाल बिलियन डॉलर्स का है।  ट्वेंटीथ सेंचुरी फॉक्स की सुपर हीरो फिल्म 'डेडपूल' पिछले तीन हफ़्तों से बॉक्स ऑफिस पर टॉप का बिज़नस कर रही है।  इस फिल्म ने डोमेस्टिक मार्किट में २८५.२ मिलियन डॉलर और इंटरनेशनल मार्किट में ३२४ मिलियन डॉलर कमा लिए हैं।  इतना लम्बा समय किसी फिल्म के कलेक्शन के लिहाज़ से बहुत बढ़िया है।  लेकिन, अब उम्मीद की जा रही है कि इस वीकेंड 'डेडपूल' की सुपर हीरो कॉमेडी पिछड़ जायेगी।  इस हफ्ते तीन फ़िल्में डिज्नी की एनीमेशन फिल्म 'जूटोपिया', फोकस फीचरस की एक्शन फिल्म 'लन्दन हैज फालेन' और पैरामाउंट पिक्चरस की कॉमेडी फिल्म 'व्हिस्की टैंगो फॉक्सट्रॉट' रिलीज़ हो रही हैं।  लंदन हैज फालेन में एंजेला बैसेट और जेराल्ड बटलर जैसी स्टार कास्ट हैं, जबकि व्हिस्की टैंगो फॉक्सट्रॉट में टीना फे, मार्गोट रॉबी, मार्टिन फ्रीमैन और अल्फ्रेड मोलिना का कॉमेडी अंदाज़ देखने को मिलेगा।  लेकिन, बॉक्स ऑफिस भरोसा कर रहा है डिज्नी की एनीमेशन फिल्म पर।  उम्मीद की जा रही है कि ज़ूटोपिया को डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस पर ६३ मिलियन डॉलर की ओपनिंग मिलेगी।  इतनी बड़ी ओपनिंग ४ मार्च को रिलीज़ हो रही तीन फिल्मों में सबसे ज़्यादा होगी ही, पिछले तीन हफ़्तों से टॉप पर जमी सुपर हीरो फिल्म के जादू को भी उतार देगी।  जहाँ तक दूसरी दो फिल्मों की ओपनिंग का सवाल है लंदन हैज फालेन को २२ मिलियन डॉलर और व्हिस्की टैंगो फॉक्सट्रॉट को १० मिलियन डॉलर की ओपनिंग मिलने का अंदाज़ा किया आ रहा है।  बॉक्स ऑफिस के पंडितों का मानना है कि इस वीकेंड डेडपूल को तीसरे स्थान पर पिछड़ना है, क्योंकि वह १७.८ मिलियन डॉलर का बिज़नेस ही कर पाएगी।




Wednesday 2 March 2016

क्यों नहीं बन पाई मैड मैक्स ४ ?

मैड मैक्स ४ के मैड मैक्स फरी रोड बनने का लम्बा इतिहास है।  मैड मैक्स सीरीज की पिछली फिल्म मैड मैक्स ३: बियॉन्ड थंडरडोम १९८५ में रिलीज़ हुई थी।  १० मिलियन डॉलर के बजट से बनी इस फिल्म ने ३६.२ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था। यहाँ बताते चलें कि मैड मैक्स सीरीज की फिल्मों ने ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता मेल गिब्सन को हॉलीवुड में मुकाम दिलवाया था।  इसलिए स्वाभाविक था कि मेल गिब्सन मैड मैक्स ४ भी करना चाहते। मैड मैक्स का रिबूट या मैड मैक्स ४ को बनाने का सिलसिला १५ साल पहले बनना शुरू हुआ।  मैड मैक्स ४ के लिए मेल गिब्सन को अनुबंधित भी कर लिया गया था।  सब सही जाता तो मेल गिब्सन २००१ में ही चौथी बार  मैड मैक्स ४ में योद्धा मैक्स रॉकटेन्सकी के किरदार में नज़र आते हैं।  लेकिन, भाग्य को कुछ और मंज़ूर था।  ११ सितम्बर २००१ को अमेरिका पर अल क़ायदा का आतंकी हमला हुआ।  मशहूर ट्विन टॉवर जमींदोज़ कर दी गई।  ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत ध्वस्त हो गई।  इसके फलस्वरूप कुछ दिनों में निर्माताओं को बजट के २५  प्रतिशत का नुक्सान हो गया।  इस नुक्सान से निर्माता उबर नहीं पाये। मैड मैक्स ४ हमेशा के लिए डिब्बा बंद हो गई। इसके लम्बे समय बाद मैड मैक्स सीरीज के डायरेक्टर जॉर्ज मिलर की वार्नर ब्रदर्स में वापसी हुई।  उनकी २००६ में रिलीज़ एनिमेटेड म्यूजिकल कॉमेडी हैप्पी फ़ीट न केवल हिट हुआ, बल्कि इसे श्रेष्ठ एनिमेटेड फिल्म का ऑस्कर अवार्ड भी मिला।  इस सफलता के बाद जॉर्ज मिलर ने एक बार फिर मेल गिब्सन को मैड मैक्स बनाने की कोशिश शुरू की।  लेकिन, तब तक मेल गिब्सन की शोहरत हलकी पड़ चुकी थी। वह शराब पी कर गाडी चलाने के अपराध में गिरफ्तार हुए।  वह यहूदी विरोधी बयानबाज़ी के कारण काफी अलोकप्रिय हो गए।  तब २०१० में जॉर्ज मिलर ने तय किया कि वह टॉम हार्डी के साथ मैक्स को नए अंदाज़ में पेश करेंगे।  अब यह हॉलीवुड फिल्मों के दर्शक जानते हैं कि चार्लीज थेरॉन के साथ नए मैक्स टॉम हार्डी ने तहलका मचा दिया।  यह फिल्म इस साल ऑस्कर पुरस्कार में श्रेष्ठ फिल्म की होड़ में थी ।


क्यों नहीं बन पाई मैड मैक्स ४ ?

मैड मैक्स ४ के मैड मैक्स फरी रोड बनने का लम्बा इतिहास है।  मैड मैक्स सीरीज की पिछली फिल्म मैड मैक्स ३: बियॉन्ड थंडरडोम १९८५ में रिलीज़ हुई थी।  १० मिलियन डॉलर के बजट से बनी इस फिल्म ने ३६.२ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था। यहाँ बताते चलें कि मैड मैक्स सीरीज की फिल्मों ने ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता मेल गिब्सन को हॉलीवुड में मुकाम दिलवाया था।  इसलिए स्वाभाविक था कि मेल गिब्सन मैड मैक्स ४ भी करना चाहते। मैड मैक्स का रिबूट या मैड मैक्स ४ को बनाने का सिलसिला १५ साल पहले बनना शुरू हुआ।  मैड मैक्स ४ के लिए मेल गिब्सन को अनुबंधित भी कर लिया गया था।  सब सही जाता तो मेल गिब्सन २००१ में ही चौथी बार  मैड मैक्स ४ में योद्धा मैक्स रॉकटेन्सकी के किरदार में नज़र आते हैं।  लेकिन, भाग्य को कुछ और मंज़ूर था।  ११ सितम्बर २००१ को अमेरिका पर अल क़ायदा का आतंकी हमला हुआ।  मशहूर ट्विन टॉवर जमींदोज़ कर दी गई।  ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत ध्वस्त हो गई।  इसके फलस्वरूप कुछ दिनों में निर्माताओं को बजट के २५  प्रतिशत का नुक्सान हो गया।  इस नुक्सान से निर्माता उबर नहीं पाये। मैड मैक्स ४ हमेशा के लिए डिब्बा बंद हो गई। इसके लम्बे समय बाद मैड मैक्स सीरीज के डायरेक्टर जॉर्ज मिलर की वार्नर ब्रदर्स में वापसी हुई।  उनकी २००६ में रिलीज़ एनिमेटेड म्यूजिकल कॉमेडी हैप्पी फ़ीट न केवल हिट हुआ, बल्कि इसे श्रेष्ठ एनिमेटेड फिल्म का ऑस्कर अवार्ड भी मिला।  इस सफलता के बाद जॉर्ज मिलर ने एक बार फिर मेल गिब्सन को मैड मैक्स बनाने की कोशिश शुरू की।  लेकिन, तब तक मेल गिब्सन की शोहरत हलकी पड़ चुकी थी। वह शराब पी कर गाडी चलाने के अपराध में गिरफ्तार हुए।  वह यहूदी विरोधी बयानबाज़ी के कारण काफी अलोकप्रिय हो गए।  तब २०१० में जॉर्ज मिलर ने तय किया कि वह टॉम हार्डी के साथ मैक्स को नए अंदाज़ में पेश करेंगे।  अब यह हॉलीवुड फिल्मों के दर्शक जानते हैं कि चार्लीज थेरॉन के साथ नए मैक्स टॉम हार्डी ने तहलका मचा दिया।  यह फिल्म इस साल ऑस्कर पुरस्कार में श्रेष्ठ फिल्म की होड़ में थी । 


सीता देवी और देविका रानी से करीना कपूर तक किस किस को 'किस'

आजकल आर० बाल्की की हिंदी फिल्म 'कि एंड का' में करीना कपूर खान और अर्जुन कपूर के चुम्बन की चर्चा हो रही है। अब जबकि हर हिंदी फिल्म में चुम्बन की भरमार हो गई है, कि एंड का का चुम्बन ख़ास गर्माहट वाला नहीं लगता।   क्योंकि, हिंदी फिल्मों ने देविका रानी से करीना कपूर तक का ८३ साल लम्बा सफर तय कर लिया है।  प्रेम की अभिव्यक्ति करने का यह प्रभावशाली तरीका है।  इसके बावजूद करीना कपूर का चुम्बन इस लिहाज़ से ख़ास है कि उन्होंने अपने मिया सैफअली खान के लिए नो किस जोन बना रखा है।
खामोश चुम्बन
हिंदुस्तानी फिल्मों का सबसे पहला चुम्बन खामोश फिल्म अ थ्रो ऑफ़ डाइस (परपंच पाश) में सीता देवी और चारु रॉय के बीच हुआ था।  हालाँकि, फ्रेंज़ ऑस्टिन निर्देशित इस फिल्म के नायक हिमांशु रॉय थे।   लेकिन, चुम्बन फिल्म के विलेन और नायिका के बीच हुआ था।  यह फिल्म १९२९ में रिलीज़ हुई थी।  यह फिल्म महाभारत की द्यूत सभा से प्रेरित थी।
पहला पहला 'किस'
किसी  अभिनेत्री के लिए पहला ऑन स्क्रीन किस या चुम्बन ख़ास होता है। किसी गैर मर्द को सेट पर ढेरों लोगों के सामने चूमना आसान नहीं होता।  सामाजिक बंधन और आपत्तियां भी आँखों के सामने तैर रही होती है।  देविका रानी ने १९३३ में जब फिल्म 'कर्मा' में फिल्म के नायक हिमांशु राय का प्रगाढ़ चुम्बन लिया, तब यह उनका ही नहीं, हिंदी फिल्मों का पहला किस था।  लेकिन, देविका रानी के लिए यह किस कुछ आसान था।  पहला यह कि हिमांशु राय उनके पति थे।  दूसरे वह अल्ट्रा मॉडर्न लेडी थी।  तीसरे यह इंग्लिश फिल्म थी।  बाद में इस फिल्म को नागिन की रागिनी टाइटल के साथ हिंदी में रिलीज़ किया गया।  चौथे यह फिल्म इंटरनेशनल ऑडियंस को निशाने पर रख कर बनाई गई थी।  पांचवे, अंग्रेज़ों के दौर के सेंसर के लिए फिल्मों में चुम्बन आपत्तिपूर्ण नहीं था।  वैसे यह चार मिनट का चुम्बन अब तक का सबसे लंबा ऑन स्क्रीन चुम्बन माना जाता है।
राजकपूर के सिनेमा के अनसेंसर्ड किस
आज़ादी के बाद भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड के मानक बदले।  हिंदी फिल्मों में चुम्बन टैबू हो गया।   लेकिन, फिल्म निर्माता और निर्देशक राजकपूर के लिए अपनी फिल्मों के चुम्बन पास करा ले जाना बाएं हाथ का खेल था।  उनकी १९६४  में रिलीज़ फिल्म  'संगम' में एक चुम्बन को सेंसर बोर्ड द्वारा पारित करना पड़ा था।  राजकपूर का तर्क था कि यह चुम्बन एफिल टावर पर विदेशी जोड़े पर फिल्माया गया था।  इसी आड़ में आई एस जौहर ने भी  अपनी फिल्म जौहर-महमूद इन गोवा का उनके द्वारा नायिका सोनिया साहनी का लिया गया चुम्बन भी पारित करवा लिया गया था कि यह चुम्बन विदेशी करैक्टर का लिया गया था।  राजकपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर का राजकपूर और रशियन एक्ट्रेस क्सेनिया रयाबिंकिना के बीच चुम्बन दृश्य भी इसी बिना पर पारित हुआ।   लेकिन, फिल्म बॉबी (ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया), सत्यम शिवम सुंदरम (शशि कपूर और ज़ीनत अमान ) और राम तेरी गंगा मैली (राजीव कपूर और मन्दाकिनी) के चुम्बन दृश्य सेंसर की कैची से बचा ले जाना राजकपूर  का ही जलवा था।  
कुछ समकालीन अभिनेत्रियों का पहला चुम्बन
आज की टॉप बॉलीवुड एक्ट्रेस में से एक कैटरीना कैफ ने अपना पहला चुम्बन हिंदी अंग्रेजी फिल्म 'बूम' में दिया था।  भारतीय दर्शकों के लिए कैटरीना का यह पहला चुम्बन कैटरीना के लिए इस लिहाज़ से अजीबोगरीब था कि वह किसी नायक को नहीं, बल्कि खलनायक गुलशन ग्रोवर को चूम रही थी।  इस चुम्बन की गर्माहट सेंसर बोर्ड को इस कदर महसूस हुई कि इसे भारतीय दर्शकों के लिए प्रतिबंधित कर दिया।  दीपिका पादुकोण को अब दर्शक एक्सएक्सएक्स रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में अपने नायक विन डीजल के साथ जम कर स्मूचिंग करते देखेंगे।   लेकिन, २००७ में शाहरुख़ खान के साथ फिल्म ओम शांति ओम से अपने करियर की शुरुआत करने वाली दीपिका पादुकोण ने पहली बार फिल्म 'बचना ऐ हसीनों' में रणबीर कपूर को किस किया था।  उस समय इन दोनों का रोमांस सुर्ख़ियों में था।  इस लिहाज़ से दर्शको ने  भी दीपिका और रणबीर के चुम्बन की गर्माहट महसूस की।  अनुष्का शर्मा का करियर भी किंग खान के साथ शुरू हुआ था।  अनुष्का ने पहला चुम्बन फिल्म बदमाश कंपनी में शाहिद कपूर का लिया था।   लेकिन,यह चुम्बन काफी छोटा था।  लेकिन, तीसरी फिल्म बैंड बाजा बारात में उन्होंने रणवीर सिंह के साथ स्मूचिंग कर दर्शकों को निहाल कर दिया।  करीना कपूर को अपना पहला ऑन स्क्रीन किस देने में ३ साल और १४ फ़िल्में लग गई।  उन्होंने पहला ऑन स्क्रीन किस फिल्म 'देव' के लिए फरदीन खान का लिया।  कपूर खानदान की बिटिया का यह पहला चुम्बन दर्शकों में इतनी  उत्तेजना नहीं पैदा कर सका कि फिल्म हिट हो जाती।  कंगना रनौत आज चाहे जो शर्त रखे।   लेकिन, अपनी पहली ही फिल्म गैंगस्टर में उन्हें अपने सीरियल किसर नायक इमरान हाशमी को चुम्बन देने पड़े। इसी प्रकार परिणीति  चोपड़ा ने भी पहली फिल्म इशकज़ादे में अर्जुन कपूर का चुम्बन लिया था। सावरिया (२००७) से फिल्म करियर की शुरुआत करने वाली सोनम कपूर ने खुद की भले घर की लड़की की इमेज बनाने की कोशिश की।   लेकिन, उन्होंने जब इस इमेज को तोड़ने के लिए फिल्म बेवकूफियां' में चुम्बन दिया तो आयुष्मान खुराना का और भाग मिल्खा भाग और रांझणा की सफलता के बाद।
सनसनी फैलाने वाले चुम्बन
चुम्बन सनसनी फैलाने में भी कामयाब होते हैं।  'सागर' में ऋषि कपूर का डिंपल को किस करने के सीन को रोमांचक बताया गया था।  क्योंकि, यह पलक झपकते ही हो जाता है। फिल्म 'राजा हिंदुस्तानी' का  करिश्मा कपूर और आमिर खान के बीच चुम्बन सबसे रोमांटिक चुम्बनों में  शामिल है।  माधुरी दीक्षित के दिल में आमिर खान और दयावान में विनोद खन्ना को दिए चुम्बन कामुकता के लिहाज़ से याद किये जाते हैं।  धूम २ में ऐश्वर्या राय और ह्रितिक रोशन के बीच चुम्बन ने बच्चन परिवार को इतना बेचैन कर दिया कि उन्होंने उसे फिल्म से हटवा कर ही दम लिया। अपनी नायिका को कभी न वाले अभिनेता शाहरुख़ खान ने जब तक है जान में  कैटरीना कैफ का चुम्बन लिया तो यह फिल्म का ख़ास हिस्सा बन गया।  अनयूज़अल जोड़े के बीच होने के कारण ब्लैक में अमिताभ बच्चन और रानी मुख़र्जी का चुम्बन चौंकाने वाला था।
'नो किस' एक्टर
कुछ एक्टर्स को स्क्रिप्ट की डिमांड के बावजूद ऑन स्क्रीन किस करने पर ऐतराज होता है।  सलमान खान इन एक्टरों में सबसे आगे हैं।  वह कभी अपनी फिल्म की नायिका को नहीं चूमते। द डर्टी पिक्चर में तुषार कपूर ने विद्या बालन को किस करने से साफ़ मना कर दिया था।  पाकी एक्टर अली ज़फ़र भी नो किसिंग प्लीज एक्टर हैं।  उन्होंने लंदन पेरिस न्यूयॉर्क फिल्म में अदिति राव हैदरी को चूमने से इंकार कर दिया।  बताते हैं कि इस चुम्बन को हैदरी के पूर्व पति के साथ फिल्माया गया। फव्वाद खान को भी  लगता है कि पाकिस्तानी होने के नाते उन्हें अपनी एक्ट्रेस का किस नहीं लेना चाहिए। रितेश देशमुख किस को निजी और इंटिमेट मामले मानते हैं और ऑन स्क्रीन किस करते मुतमईन नहीं होते।  साउथ एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया भी चुम्बन देने और बिकिनी पहनने में कतराती हैं।  असिन ने तो अपनी पहली हिंदी फिल्म गजिनी में आमिर खान के साथ चुम्बन सीन करने से मना कर दिया। बॉलीवुड की शिल्पा शेट्टी और सोनाक्षी सिन्हा भी ऑन स्क्रीन किस के खिलाफ हैं।
चुम्बन के लिए पहल की
बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस ऑन स्क्रीन किस में पहल करती दिखाई देती हैं।  फिल्म जब वी मेट में करीना कपूर ही शाहिद कपूर का  किस करने में पहल करती हैं। ख्वाहिश में हिमांशु मलिक को चूमने में मल्लिका शेरावत बिंदास अंदाज़ दिखाती हैं।  अनुष्का शर्मा फिल्म बैंड बाजा बरात में रणवीर सिंह के साथ स्मूचिंग के लिए आगे बढती हैं। विद्या बालन फिल्म इश्क़िया में अरशद वारसी के करैक्टर को उकसाने के लिए उस पर ताबड़तोड़ चुम्बनों की बारिश कर देती है ।   लेकिन,इश्क़िया से काफी पहले फिल्म जिस्म में  जॉन अब्राहम के करैक्टर को अपने जाल में फंसाने के लिए चुम्बन का इस्तेमाल करती थी।
चुम्बन की आंच घर तक
अमेरिकी टीवी शो क्वांटिको के पहले एपिसोड में ही अपने को-स्टार जेक मैकलाफलिन के स्मूचिंग और कार में सेक्स करती प्रियंका चोपड़ा ने फिल्म ऐतराज़ में पहली बार अक्षय कुमार को चूमना शुरू किया था ताकि वह उत्तेजित हो कर उसका हमबिस्तर होने को तैयार हो जाए।  प्रियंका चोपड़ा का यह चुम्बन काफी उत्तेजक और फिल्म का आकर्षण बन पड़ा था।  प्रियंका के इस चुम्बन की आंच ट्विंकल खन्ना तक भी पहुंची थी और उसने अक्षय कुमार को फिर कभी प्रियंका के साथ कोई फिल्म न करने की हिदायत दे दी थी।
पोस्टर पर चुम्बन
करीना कपूर और अर्जुन कपूर का फिल्म 'कि एंड का' का डाइनिंग टेबल पर चुम्बन  इस फिल्म के पोस्टर में जगह पाया है।  इसे पोस्टर में पहला चुम्बन बताया जा रहा है।   लेकिन, वास्तविकता यह है कि कृष्णा शाह की धर्मेन्द्र और ज़ीनत अमान की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'शालीमार' के पोस्टरों में पहली बार धर्मेन्द्र-ज़ीनत किस ने जगह पाई थी।

Saturday 27 February 2016

जंगल बुक के लिए डिज्नी और वार्नर ब्रदर्स आमने सामने

जब १८९३-९४ में रुडयार्ड किपलिंग की जंगल पर आधारित कहानियों की सीरीज अख़बारों में प्रकाशित होनी शुरू हुई थी, तो शायद उन्हें भी अंदाज़ा नहीं रहा होगा कि उनकी इन  कहानियों का संग्रह 'द जंगल बुक' दुनिया के लगभग सभी देशों में इतना लोकप्रिय होगा कि इन कहानियों पर सैकड़ों की तादाद में फ़िल्में, शार्ट मूवीज और सीरीज बनाई जानी लगेंगी।  उनके लिए यह सोचना भी मुमकिन नहीं था कि हॉलीवुड के दो  बड़े स्टूडियो एक ही समय पर फ़िल्में बनाएंगे।  लेकिन, आज जंगल में भेड़ियों द्वारा पाले गए मानव बालक मोगली पर दो फ़िल्में वाल्ट डिज्नी और वार्नर ब्रदर्स द्वारा बनाई जा रही हैं।  यह बात दीगर है कि इन दोनों फिल्मों की रिलीज़ की तारीखों के बीच १८ महीनों का अंतराल हैं।
डिज्नी की मोगली करैक्टर वाली फिल्म का टाइटल 'द जंगल बुक' है।  यह फिल्म १५ अप्रैल को रिलीज़ होने जा रही है। द जंगल बुक के डायरेक्टर जॉन फवरो  हैं।  जॉन फवरो ने एल्फ, ज़थूरा, आयरन मैन, आयरन मैन २,  काऊबॉयज एंड एलियंस, रेवोलुशन और द ऑफिस जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया है।  उन्होंने कोई ६३ फिल्मों में मुख्य या कॉमेडियन की भूमिकाये की हैं।  उनकी हालिया रिलीज़ फिल्म शेफ थी।  द जंगल बुक में उनके एक्टर का कोई काम नहीं है।  लेकिन, वह द जंगल बुक को  मनोरंजक फिल्म बना सकते हैं।  द जंगल बुक की कहानी भेड़ियों द्वारा पाले गए मानव बालक मोगली की कहानी है, जिसे जंगल में शेर खान का सामना करना पड़ता है तथा उसे जंगल के लिए अजनबी समझने वाले अन्य पशु भी नहीं चाहते।  बघीरा और बालू ही उसके साथ हैं।
वॉर्नर ब्रदर्स की फिल्म का टाइटल जंगल बुक : ओरिजिन की कहानी के बारे में ख़ास कुछ नहीं मालूम।  यह कहना मुश्किल है कि वॉर्नर ब्रदर्स की फिल्म रुडयार्ड किपलिंग की कहानियों में से होगी या वॉर्नर ब्रदर्स के लिए लेखक केलिए क्लोव्स ने कुछ नया देने की कोशिश की है।  लेकिन टाइटल से इतना तो तय है कि फिल्म की कहानी मोगली के जंगल में पहुँचने पर केंद्रित होगी।  इस फिल्म का निर्देशन एंडी सर्किस कर रहे हैं।  द जंगल बुक के निर्देशक जॉन फवरो की तरह एंडी  सर्किस भी एक्टर से  डायरेक्टर बने हैं। वह फिल्म द लार्ड ऑफ़ द रिंग्स सीरीज की फिल्मों में गोलम के किरदार से पहचाने जाते हैं।  उन्होंने अब तक ९२ फिल्मों में अभिनय किया है।  जंगल बुक ओरिजिंस उनकी बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म है।
आइये जानते हैं इन दोनों फिल्मों के विभिन्न करैक्टरों को परदे पर करने वाले और आवाज़ देने वाले कलाकारों के बारे में।
मोगली- भेड़िया बालक - द जंगल बुक और जंगल बुक ओरिजिंस में केवल मोगली ही ऐसा करैक्टर है, जो मानव है।  बाकी करैक्टर पशुओं के एनिमेटेड हैं, जो मानव भाषा में बातचीत करते हैं। दोनों ही फिल्मों में  मोगली का करैक्टर भारतीय मूल के बाल अभिनेता कर रहे हैं।  द जंगल बुक के मोगली नील सेठी हैं।  वह २२ दिसंबर २००३ को न्यूयॉर्क सिटी में जन्मे नील सेठी अमेरिकन इंडियन मूल के हैं।  उन्होंने केवल एक फिल्म दिवाली (२०१३) की है।  जंगल बुक ओरिजिंस में मोगली की भूमिका करने वाले रोहन चाँद न्यूयॉर्क में भारत से आकर अमेरिका में बसे माता पिता से जन्मे हैं। रोहन भी नील सेठी के हमउम्र हैं।  वह छह साल की उम्र से फ़िल्में कर रहे हैं।  उनकी जैक एंड जिल, होमलैंड, बैड वर्ड्स, लोन सर्वाइवर और द हंड्रेड फूट- जर्नी जैसी फ़िल्में और सीरीज कर चुके हैं।
शेर खान- मोगली को नापसंद करने वाला शेर खान फिल्म का अहम एनिमेटेड करैक्टर है।  इस करैक्टर को डिज्नी की फिल्म 'द जंगल बुक' में इदरीस अल्बा आवाज़ देंगे। इदरीस अल्बा को भारतीय दर्शकों ने अवेंजर्स: एज ऑफ़ अल्ट्रान, थॉर और थॉर द डार्क वर्ल्ड में हैंडल के किरदार में देखा था।  वार्नर ब्रदर्स की जंगल बुक : ओरिजिंस के शेर खान को बेनेडिक्ट कम्बरबैच आवाज़ दे रहे हैं।  बेनेडिक्ट ने द होब्बिट सीरीज की फिल्मों के स्मॉग किरदार को आवाज़ दी है।
बालू- भालू -  मोगली के दोस्त इस मशहूर काले तेंदुआ करैक्टर को फिल्म 'द जंगल बुक' में बिल मरे और जंगल बुक ओरिजिंस में एंडी सर्किस आवाज़ दे रहे हैं।
बघीरा- काला तेंदुआ- भारत के जंगल में रहने वाले इन तेंदुआ करैक्टर को द जंगल बुक में बेन किंग्सले और जंगल बुक ओरिजिंस में क्रिस्चियन बेल ने आवाज़ दी है।
का- सांप- मोगली की जान का दुश्मन करैक्टर है।  द जंगल बुक में का को स्कारलेट जॉनसन ने और जंगल बुक ओरिजिंस में केट ब्लैंचेट ने आवाज़ दी है।
निशा- मादा भेड़िया- मोगली को पालने वाली माँ निशा या रक्षा को द जंगल बुक में लुपिता न्योंग'ओ ने और जंगल बुक ओरिजिंस में नाओमी हैरिस ने आवाज़ दी है।
अकेला -भेड़िया- मोगली को पालने वाले तीन भेड़ियों में से एक अकेला को द जंगल बुक में गिअन्सारलो ने और जंगल बुक ओरिजिंस में पीटर मूलन ने आवाज़ दी है।
डिज्नी की फिल्म  में कई ऐसे करैक्टर हैं, जो वार्नर ब्रदर्स की फिल्म में नज़र नहीं आएंगे।  ऐसा स्वाभाविक भी है।  क्योंकि,  ओरिजिंस मोगली के जंगल में आने और पाले जाने पर ख़ास केंद्रित है।  जबकि, द जंगल बुक आगे की कहानी है।  ओरिजिंस में भेड़िया चरित्रों को ज़्यादा महत्व दिया गया है। साफ़ तौर पर जहाँ द जंगल बुक एक्शन एडवेंचर से भरी कहानी होगी, वहीँ जंगल बुक ओरिजिंस बच्चों की अभिरुचि के अनुरूप होगी।
 डिज्नी ने कम से कम चार जंगल बुक फ़िल्में और एक एनिमेटेड टीवी सीरीज बनाई है।  १९६७ में एनिमेटेड द जंगल बुक सीरीज रिलीज़ हुई।  इसके बाद १९९४ में एक लाइव-एक्शन फिल्म 'रुडयार्ड किपलिंग्स द जंगल बुक' और १९९८ में 'द जंगल बुक : मोगलीज स्टोरी' रिलीज़ हुई।  २००३ में १९६७ की द जंगल बुक का सीक्वल द जंगल बुक २ रिलीज़ की गई।  लेकिन, सबसे ज़्यादा लोकप्रियता मिली डिज्नी कार्टून की १९९० के दौर  की टीवी सीरीज टेलस्पिन को।  ज़ाहिर है कि रुडयार्ड किपलिंग की किताब पर फिल्म बनाना डिज्नी के लिए कोई नया अनुभव नहीं है।
२०१४ में जब डिज्नी की द जंगल बुक और वार्नर ब्रदर्स की फिल्म जंगल बुक ओरिजिंस के निर्माण की घोषणा की गई थी, तब डिज्नी ने अपनी फिल्म के  १९ अक्टूबर २०१५ को और वॉर्नर ब्रदर्स ने २१ अक्टूबर २०१६ को रिलीज़ करने का ऐलान किया था। लेकिन,पिछले दिनों हॉलीवुड  में मचे तारीखों के बदलाव के घमासान में इन दोनों फिल्मों की रिलीज़ में बदलाव हो गया।  इसके बाद द जंगल बुक की रिलीज़ की तारिख १५ अप्रैल २०१६ तय कर दी गई।  उस समय वॉर्नर ब्रदर्स की फिल्म को को ६ महीने बाद २१ अक्टूबर को रिलीज़ होना था। लेकिन, फिर काफी सोच विचार के वॉर्नर ब्रदर्स ने स्पेशल इफेक्ट्स पर अधिक ध्यान दिए जाने के ख्याल से फिल्म की रिलीज़ ६ अक्टूबर २०१७ कर दी।  डिज्नी की द जंगल बुक और वार्नर ब्रदर्स की जंगल बुक ओरिजिंस की रिलीज़ की तारीखों के बीच डेढ़ साल का फासला है।
रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास पर बनी दूसरी जंगल बुक फ़िल्में और सीरीज
१८९४ में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगल बुक पाठकों के हाथों में आई।  इसके बाद १८९५ में द सेकंड जंगल बुक और फिर तीसरी किताब आल द मोगली स्टोरीज १९३३ में आई। १९३३ की किताब रुडयार्ड किपलिंग की लिखी तमाम कहानियों का क्रोनोलॉजिकल कलेक्शन है।
फिल्म रूपांतरण और टीवी सीरीज- रुडयार्ड किपलिंग की जंगल कहानियों पर बनी सबसे पहली फिल्म एलीफैंट बॉय (१९३७) थी।  फिर जंगल बुक (१९४२), द जंगल बुक (१९६७), एडवेंचर्स ऑफ़ मोगली (१९७३), द जंगल बुक (१९९४), द सेकंड जंगल  बुक : मोगली एंड बालू (१९९७), द जंगल बुक: मोगलीज स्टोरी (१९९८) और द जंगल बुक २ (२००३) रिलीज़ हुई। टेलीविज़न सीरीज में जंगल  बुक शोनेन मोगली (१९८९-९०), जंगल कब्स (१९९६-९८), मोगली: द न्यू एडवेंचर्स ऑफ़ द जंगल बुक (१९९८) और द जंगल बुक (२०१०-१४) उल्लेखनीय है।
चक जोंस ने १९७६ में रुडयार्ड  किपलिंग के उपन्यास पर शार्ट फिल्म मोगलीज  ब्रदर्स का निर्माण किया था। यह फिल्म काफी दिलचस्प बन पड़ी थी।

नकली टाइटल के साथ गुपचुप बनती फ़िल्में

कुछ  समय पहले डिज्नी और लुकास फिल्म ने अधिकारिक तौर पर स्टार वार्स: एपिसोड ८ का प्रोडक्शन शुरू करने की सूचना ल्यूक स्काईवॉकर के एक वीडियो के ज़रिये  दी थी।  स्टूडियो ने इस बार यह सावधानी बरती थी कि फिल्म के सेट के ऊपर उड़ने वाले ड्रोन कैमरा की तोड़ ढूंढ ली थी।  पिछली बार २०१४ में जब स्टार वार्स: द फ़ोर्स अवकेंस की शूटिंग चल रही थी, तब ड्रोन कैमरा के ज़रिये फिल्म के सेट के फोटो और शूटिंग के दृश्य चुरा लिए गए थे। स्टार वार्स ८ का वर्किंग टाइटल स्पेस बेयर रखा गया है।   लेकिन,कुछ लोगों को इस पर शक है।  स्टार वार्स सीरीज की फिल्मों का वर्किंग टाइटल रखने की लम्बी परंपरा है।  स्टार वार्स ६ : रिटर्न ऑफ़ द जेडई का वर्किंग टाइटल ब्लू हार्वेस्ट रखा गया था। बाद में इस टाइटल को फैमिली गय प्रेजेंट्स: ब्लू हार्वेस्ट के बतौर उपयोग किया गया।  यह स्टार वार्स की एनिमेटेड ट्राइलॉजी शो की पहली कड़ी थी।  द फ़ोर्स अवकेंस को भी नकली टाइटल अवको के साथ शूट किया गया था।  स्पिन-ऑफ रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी को कोड नाम लूनक हैवी के साथ शूट किया जा रहा है। बहरहाल, स्टार वार्स: एपिसोड ८ को रयान जॉनसन ने लिखा है और निर्देशित कर रहे हैं।  स्टार वार्स के आठवें एपिसोड में मार्क हैमिल, करी फिशर, एडम ड्राइवर, डेज़ी रिडली, जॉन बोयेगा, ऑस्कर इसाक, लुपिता न्योंग'ओ, डोमहनल ग्लीसन, अन्थोनी डेनियल्स, ग्वेंडोलिन क्रिस्टी और एंडी सर्किस को फिर देखा जा सकेगा। बेनिसिओ डेल टोरो, लौरा डेरन और केली मारी ट्रेन की नई भर्ती की गई है।  एपिसोड ८ को १५ दिसम्बर २०१७ को देखा जा सकेगा।  

ऑफिस क्रिसमस पार्टी के लिए फिर साथ जेनिफ़र एनिस्टन और जैसन बॅटमॅन

जेनिफर एनिस्टन और जैसन बॅटमॅन ने  २००६ में पहली बार फिल्म 'द ब्रेक-अप' एक साथ की थी। इसके बाद  यह दोनों 'द  स्विच', 'हॉरिबल बॉसेस' और 'हॉरिबल बॉसेस २' में भी नज़र आये। 'हॉरिबल बॉसेस २'  दो साल पहले रिलीज़ हुई थी।  अब यह दोनों फिर साथ आ रहे हैं 'ऑफिस क्रिसमस पार्टी' के लिए।  ऑफिस क्रिसमस पार्टी के कॉमेडी फिल्म है।  दरअसल, ऑफिस क्रिसमस पार्टी पिछले छह सालों से प्लान की जा रही थी । इसे द स्विच की विल स्पेक और जॉश गॉर्डोन की जोड़ी निर्देशित करने जा रहे हैं ।  पहले इस कॉमेडी फिल्म को द हैंगओवर के लेखक द्वय जॉन लुकास और स्कॉट मूर की जोड़ी लिख रही थी।  अब फिल्म का फाइनल ड्राफ्ट लॉरा सोलोन के साथ जीन स्तूपनित्स्की और ली आइजनबर्ग ने लिखा है।  फिलहाल, फिल्म में टी जे मिलर और केट मैककिनोन के अलावा किसी अन्य एक्टर के शामिल होने की खबर नहीं है। यह फिल्म ९ दिसंबर २०१६ को रिलीज़ होगी।




क्या लिओनार्डो डिकेप्रिओ जीतेंगे ऑस्कर !

ऑस्कर पुरस्कारों की जूरी इस साल परेशान है।  ऑस्कर अवार्ड्स में नॉमिनेशन को लेकर बावेला मचा हुआ है।  हालाँकि,  हॉलीवुड में डॉल्बी थिएटर में २८ फरवरी की शाम होने जा रहे ऑस्कर समारोह को अश्वेत अभिनेता और कॉमेडियन क्रिस रॉक होस्ट का रहे हैं।   लेकिन, पुरस्कारों के लिए फिल्मों के चुनाव में केवल सफ़ेद चमड़ी वाले कलाकारों और तकनीशियन को तरजीह दिए जाने के कारण रंगभेद पर बहस छिड़ चुकी है।  घबराई ऑस्कर एकेडेमी ने ऑस्कर पुरस्कारों के लिए फिल्मों के चुनाव सम्बन्धी नियमों में कुछ बदलाव किये जाने का ऐलान भी किया है।  इस बार बेस्ट पिक्चर की केटेगरी में घमासान मचा हुआ है ।  ऑस्कर पुरस्कारों की बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में पहले पांच फ़िल्में शामिल की जाती थी।  लेकिन, २००६ से नियमों में बदलाव करते हुए दस फ़िल्में शामिल की जाने लगी, ताकि नॉमिनेशन के कारण कोई अच्छी फिल्म छूट न जाये।  इसका परिणाम यह हुआ है कि इस साल बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में द बिग शार्ट, ब्रिज ऑफ़ स्पाईज, ब्रुकलिन, मैड मैक्स फरी रोड, द मर्शियन, द रेवनैंट, रूम और स्पॉटलाइट ऑस्कर की दौड़ में शामिल हैं।  आम तौर पर ऑस्कर सेरेमनी के नज़दीक आने से काफी पहले यह साफ़ हो जाता है कि कौन दो फ़िल्में सबसे आगे रहेंगी।  लेकिन,  इस  साल अभी तक तीन फ़िल्में द रेवनैंट, द बिग शार्ट और स्पॉटलाइट खुद को कमतर साबित होने देना नहीं चाहती।  उस पर मैड मैक्स फरी रोड भी दावा ठोके बैठी है।  वैसे उसका दावा तकनीकी श्रेणियों में ही गंभीर लगता है।
क्या चौथी बार ऑस्कर विजेता एक्टर साबित होंगे डिकेप्रिओ !
इस साल का सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अभिनेता लिओनार्डो डीकेप्रिओ इस साल फिल्म द रेवनैंट के लिए बेस्ट एक्टर की ट्रॉफी ले जा पाएंगे।  लिओनार्डो तीन बार से ऑस्कर की श्रेष्ठ पांच अभिनेताओं की श्रेणी में शामिल किये जा रहे हैं।  वह पहली बार फिल्म द एविएटर (२००५) में होवार्ड ह्यूजेज की भूमिका के लिए नामित हुए थे।  फिर २००७ में वह ब्लड डायमंड के लिए नामित हुए।  तीसरी बार वह २०१४ में द वुल्फ ऑफ़ वॉल स्ट्रीट के लिए नामित हुए। लेकिन, तीनों ही बार ऑस्कर जूरी ने उन्हें नकार दिया ।  इसीलिए, इस साल भी उनके आलोचक अंदाज़ा लगा रहे हैं कि लिओनार्डो बेस्ट एक्टर साबित नहीं होने जा रहे।  वैसे यदि कराये गए पोल की बात की जाये तो ७३ प्रतिशत लोग लिओनार्डो डीकेप्रिओ के इस साल ऑस्कर जीतने का दावा कर रहे हैं।
द रेवनैंट को १२ नॉमिनेशन
इस साल एकेडेमी अवार्ड्स में सबसे ज़्यादा १२ नॉमिनेशन द रेवनैंट को मिले हैं।  द रेवनैंट के ठीक पीछे है १० ऑस्कर नॉमिनेशन के साथ मैड मैक्स फरी रोड।  ऐसा दूसरी बार होगा जब निर्देशक अलेजैंड्रो जी इनरितु की फिल्म सबसे ज़्यादा ऑस्कर नॉमिनेशन पा रही है।  पिछले साल अलेजैंड्रो की फिल्म बर्डमैन ने सबसे ज़्यादा नॉमिनेशन पाये थे।  ऑस्कर पुरस्कार निकट आते आते कयासों का बाज़ार गर्म हो जाता है।  इस साल भी अनुमान-दर-अनुमान लगाए जा रहे हैं। अनुमान किया जा रहा है कि किस केटेगरी में कौन-सी फिल्म बेस्ट साबित होगी। अटकलें हैं कि बेस्ट लाइव एक्शन शार्ट फिल्म शॉक, बेस्ट डॉक्यूमेंट्री एमी, बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शार्ट अ गर्ल इन द रिवर, बेस्ट एनिमेटेड शार्ट फिल्म वर्ल्ड ऑफ़ टुमारो बेस्ट एनिमेटेड फीचर फिल्म इनसाइड आउट,  बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म सन ऑफ़ सॉल साबित होने जा रही है।  बेस्ट ओरिजिनल सांग की केटेगरी में द हंटिंग ग्राउंड के गीत टिल इट हैप्पेंस टू यू को ऑस्कर ट्रॉफी मिल सकती है।  अगर ऐसा होता है तो लेडी गागा के साथ गीत लिखने वाली और आठ बार की ऑस्कर नॉमिनी डिएन वारेन का ऑस्कर ट्रॉफी अपने घर ले जाने का सपना पूरा हो जायेगा।  बेस्ट ओरिजिनल स्कोर का पुरस्कार द हेटफुल एट के एंनिओ मोरीकन को मिलने की संभावना है। हालाँकि, निर्देशक जॉर्ज मिलर की फिल्म मैड मैक्स फरी रोड को बेस्ट पिक्चर और बेस्ट डायरेक्टर सहित दस श्रणियों में नॉमिनेशन मिला है।  लेकिन, इस फिल्म के टेक्निकल केटेगरी में बेस्ट साउंड मिक्सिंग, बेस्ट साउंड एडिटिंग, बेस्ट विसुअल इफेक्ट्स, बेस्ट मेकअप एंड हेयर स्टाइलिंग और बेस्ट प्रोडक्शन डिज़ाइन के पुरस्कार ही जीतने की संभावना है। सैंडी पॉवेल दो फिल्मों कैरोल और सिंड्रेला के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन की श्रेणी में नॉमिनेट हुई है।  वह अब तक १२ बार नॉमिनेट हो चुकी हैं।  वह शेक्सपीअर इन लव, द एविएटर और द यंग विक्टोरिया के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन के ऑस्कर जीत चुकी हैं।  बेस्ट सिनेमेटोग्राफर का अवार्ड द रेवनैंट के सिनेमेटोग्राफर इम्मानुएल लुबेज़्की जीत सकते हैं।  द बिग शार्ट के चार्ल्स रैन्डोल्फ और एडम मैका्य को बेस्ट अडाप्टेड स्क्रीनप्ले का अवार्ड मिल सकता है।  जहाँ तक मौलिक पटकथा का सवाल है यह स्पॉटलाइट के जॉश सिंगर और टॉम मैकार्थी को ही मिलने जा रहा है।
ऑस्कर पुरस्कारों की प्रमुख छह श्रेणियों बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट एक्टर और एक्ट्रेस, बेस्ट पिक्चर और बेस्ट डायरेक्टर के अवार्ड्स क्रमशः द डेनिश गर्ल की अलिसिआ विकंदर, क्रीड के सीलवेस्टर स्टैलोन, रूम की ब्री लार्सन, द रेवनैंट के लिओनार्डो डि केप्रिओ, द रेवनैंट के अलेजैंड्रो इनरितु  और  द बिग शार्ट को मिल सकता है।  उल्लेखनीय है कि क्रीड को सपोर्टिंग एक्टर के अलावा दूसरी किसी श्रेणी में नॉमिनेशन नहीं मिला है।  इसलिए इस फिल्म के निर्माता निर्देशक सीलवेस्टर स्टेलोन के लिए ऑस्कर का सांत्वना पुरस्कार बताया जा रहा है।    
आजकल ऑस्कर पुरस्कारों में बांटे जा रहे ऑस्कर्स गिफ्ट बैग चर्चा में हैं।  दो लाख डॉलर की कीमत वाले इनबैगो  में लक्ज़री गिफ्ट्स हैं।  ५५ हजार डॉलर कीमत की इजराइल की सैर, ४५ हजार डॉलर  कीमत का जापान टूर के अलावा २७५ डॉलर का टॉयलेट पेपर कुछ ख़ास है।  इस बैग को डिस्टिंक्टिव एसेट्स कंपनी ऑस्कर के सेलिब्रिटीज को दे रही हैं।  हालाँकि, कंपनी का कहना है कि यह गिफ्ट बैग सेलिब्रिटी को इस लिए  दिए जा रहे हैं ताकि वह उनके प्रोडक्ट प्रमोट करें।  लेकिन, एकेडेमी को इस पर ऐतराज़ है।  कंपनी ने दस साल पहले ऐसे बैग बांटने शुरू किये थे।  वह इन बैग को यह कह कर देती है कि एवरीवन वीनस एट द ऑस्कर्स ! नॉमिनी गिफ्ट बैग्स' ।  २००६ में एकेडेमी ने इन पुरस्कारों को बांटने से रोक दिया।  अमेरिका का इनकम टैक्स विभाग भी इन बैग्स को आमदनी मानते हुए टैक्स माँगने लगा।  इस साल फिर, जब यह कंपनी इन बैग्स को ऑस्कर का नाम उपयोग करते हुए बांटने लगी, तब एकेडेमी ने उसे कानूनी नोटिस जारी कर दिया।