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Saturday 18 November 2023

Man of Masses NTR Jr. 's Blockbuster 'Adhurs' Returns to Theatres in 4K Glory on November 18, 2023, Today



Man of masses NTR Jr. ‘Adhurs’ is re-released in theatres the Telugu entertainer, 'Adhurs,' starring the charismatic NTR Jr., is set to grace the big screen once again in a spectacular 4K version on November 18, 2023 today. Directed by W Vinayak, the film originally hit theatres in 2010, and its re-release promises an upgraded cinematic experience for fans and new audiences alike.

Few Reasons to Catch the Man of Masses NTR Jr 'Adhurs' Upgraded Version on the Big Screens:

NTR Jr. in Dual Role: 'Adhurs' showcases NTR Jr. in a dual role - Narasimha, an undercover agent working for the police department disguised as a gangster, and Chari, a Brahmin priest mentored by Bhattu, played by the legendary Brahmanandam.

Chemistry NTR Jr. with Nayanthara: The film marked the first collaboration between NTR Jr. and Nayanthara, creating an unforgettable on-screen chemistry. The magic of their pairing is still etched in the audience's memory, especially through the hit songs 'Chari' and 'Chandrakala.'

Re-released After 13 Years: Despite its initial release in 2010, 'Adhurs' continues to captivate audiences with its timeless humour, memorable characters, and engaging storyline. The re-release offers a chance for both loyal fans and new viewers to experience the magic on the big screen.

Budget and Box Office Success: Made on a budget of Rs 26 crore, 'Adhurs' surpassed expectations by earning a distributor share of Rs 28-30 crore, a testament to its widespread popularity.

NTR Jr.'s Ongoing Projects: While fans eagerly anticipate the re-release of 'Adhurs,' NTR Jr. is currently busy with the shooting of 'Deevara,' a highly anticipated project featuring Saif Ali Khan and Janhvi Kapoor. Directed by Koratala Siva, the movie is slated for release in 2024.

Don't miss the chance to relive the magic of 'Adhurs' on the big screen, as Man of Masses NTR Jr. takes you on a rollercoaster ride of action, comedy, and timeless entertainment.

Monday 21 November 2022

बॉलीवुड के खान अभिनेताओं के सूर्यास्त का २०२३


फिल्म की कहानी बहुत प्यारी है, पटकथा अद्भुत है. यह दिल को छु लेने वाली, प्यारी फिल्म है।  पर मैं समझता हूँ कि अभी मुझे ब्रेक लेना चाहिए।  मैं अपने परिवार के साथ रहना चाहता हूँ, अपनी माँ और बच्चों के साथ।



यकायक सन्यास - यह आमिर खान थे, जो फिल्म चैंपियंस के बारे में बात करते हुए, फिलहाल फिल्मों से दूर रहने की घोषणा कर रहे थे। चैंपियंस का नाम पिछले दिनों, आमिर खान की फिल्म के रूप में सामने आया था। यह फिल्म स्पेनिश फिल्म कैंम्पिओनेस की आधिकारिक रीमेक फिल्म है।  इस कॉमेडी फिल्म के चैंपियन आमिर खान बनने जा रहे थे। पर फिल्म की घोषणा से पहले ही आमिर खान की इस यकायक घोषणा का क्या अर्थ हो सकता है ?




बदसूरत अभिनय के आमिर - आमिर खान की, इस साल स्वतंत्रता दिवस सप्ताहांत में प्रदर्शित फिल्म लाल सिंह चड्डा बॉक्स ऑफिस पर धूल चाट गई थी।  अद्वैत चन्दन निर्देशित लाल सिंह चड्डा न केवल सुस्त और पुरानी शैली वाली फिल्म थी, बल्कि आमिर खान भी उतना ही बुरा अभिनय कर रहे थे।  २०१८ में दिवाली सप्ताहांत में प्रदर्शित आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान की भी कुछ ऎसी ही दुर्दशा हुई थी।  फिल्म न केवल बॉक्स ऑफिस पर असफल ही थी, पर आमिर खान के साथ साथ अमिताभ बच्चन के बदसूरत अभिनय की साक्षी बन रही थी।  अपनी अद्भुत अभिनय प्रतिभा के कारण पहचाने जाने वाले अभिनेता आमिर खान के बचकाने अभिनय के लिए आलोचना होना, सचमुच दिल तोड़ने वाली बात थी।  लगातार दो बड़ी फिल्मों की असफलता और अभिनय की आलोचना से आमिर खान का दहल जाना स्वाभाविक था।




खान तिकड़ी में भगदड़ - परन्तु, ऐसा लगता है कि बॉलीवुड की खान तिकड़ी  भगदड़ मची हुई है।  लाल सिंह चड्डा की असफलता के अतिरिक्त अक्षय कुमार और अजय देवगन की फिल्मों की असफलता ने बॉलीवुड की खान तिकड़ी को दहला दिया है। यहाँ तक कि हृथिक रोशन की चौथे खान सैफ अली खान के साथ फिल्म विक्रम वेधा भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास नहीं कर पाई।  इस आतंक का परिणाम है कि यह तिकड़ी स्वयं को सुरक्षित अनुभव नहीं कर रही।  हॉलिडे वीकेंड ही नहीं, सुरक्षित वीकेंड की तलाश की जा रही है। इसीलिए शाहरुख़ खान की पिछले चार सालों में एक भी हिंदी फिल्म प्रदर्शित नहीं हो सकी है।  सलमान खान, दबंग ३ के बाद वास्तविक हिट फिल्म की प्रतीक्षा ही कर रहे है। हालाँकि, उनकी दो फिल्में राधे और अंतिम द फाइनल ट्रुथ प्रदर्शित हो कर निराशा के गर्त में डूब चुकी है।  चिरंजीवी ने हिंदी बेल्ट में अपनी फिल्म गॉडफादर को दर्शक दिलवाने के विचार से सलमान खान को महत्वपूर्ण भूमिका में लिया था। परे हिंदी दर्शकों ने गॉडफादर को नकार कर अपने मूड का परिचय दे दिया।




तिथियों में भारी बदलाव- यही कारण है कि सलमान खान और शाहरुख़ खान की फ़िल्में के प्रदर्शन की तिथियो में भारी  बदलाव किया गया है।  सलमान खान की कभी ईद कभी दिवाली से भाईजान और फिर किसी का भाई किसी की जान बनी फिल्म ३० दिसंबर २०२२ को प्रदर्शित की जानी थी। इससे एक सप्ताह पहले रणवीर सिंह की फिल्म सर्कस प्रदर्शित हो रही थी।  किसी का भाई किसी की जान के बाद, बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होने वाली दूसरी फिल्म प्रभास की आदिपुरुष ही थी।  उस समय भी सलमान खान की फिल्म को तीन खाली शुक्रवार मिल रहे थे।  पर २०२२ में, बॉलीवुड के सुपर सितारों की फिल्म को मिली असफलता ने सलमान खान को डगमगा दिया था। गॉडफादर की असफलता ने आग में घी का काम किया था।  इसके बाद, सलमान खान ने पहले अपनी फिल्म किसी का भाई किसी की जान को ईद २०२३ का भाई और जान दोनों ही बनाने की घोषणा कर दी थी।  यानि उन्हें परंपरागत ईद साप्ताहांत ही चाहिए था। पहले की योजना के अनुसार, सलमान खान की फिल्म टाइगर ३ प्रदर्शित होनी थी।  पर यशराज फिल्म्स ने टाइगर ३ को दिवाली  २०२३ में प्रदर्शित किये जाने की घोषणा कर दी।




वापस नहीं आत्मविश्वास - एक समय ऐसा था, जब शाहरुख़ खान की फिल्म पठान का हृथिक रोशन की एक्शन फिल्म फाइटर से सीधा मुक़ाबला था। किसी साल का गणतंत्र दिवस साप्ताहांत हृथिक रोशन की फिल्मों के लिए सुरक्षित समझा जाता है।  परन्तु, निर्देशक सिद्धार्थ आनंद अपनी दो फिल्मों में टकराव कैसे होने दे सकते थे ! इसलिए, सिद्धार्थ ने पठान को गणतंत्र दिवस २०२३ में रखते हुए फाइटर को गणतंत्र दिवस २०२४ में शिफ्ट कर दिया ।  इसके बावजूद शाहरुख़ खान का जीरो की असफलता से जीरो हो गया आत्मविश्वास वापस नहीं आया है।  उनकी यह फिल्म दक्षिण की एक सप्ताह पहले प्रदर्शित तेलुगु और तमिल फिल्मों से चुनौती पा सकती है।




क्या खानों का सूर्यास्त ? - यह खान अभिनेताओं के अस्तित्व की लड़ाई है।  जहाँ, बॉलीवुड की बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धड़ाम गिर रही है, वहीँ दक्षिण से छोटे बजट की कार्तिकेय २ और कांतारा जैसी फ़िल्में भी सेंचुरी मार रही है।  ऐसे में खान अभिनेताओं के सामने चुनौती कठिन है।  आमिर खान मैदान छोड़ चुके है।  सलमान खान भी अपनी फ़िल्में भगा रहे है।  शाहरुख़ खान का आत्मविश्वास जीरो हो चुका है।  इन खान अभिनेताओं का पीआर सक्रीय है। ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि २०२३ को खान अभिनेताओं की फिल्मो का साल बनाया जाए।  पर यह तभी संभव हो पायेगा, जब दक्षिण की तेलुगु, कन्नड़ और तमिल फिल्में डब हो कर प्रदर्शित न होने दी जाए।  ऐसा होना संभव नहीं है।  ऐसे मे खान अभिनेताओं की राहों में कांटे ही कांटे है।  उनका सूर्यास्त होने जैसी आशंका है।  क्या २०२३ खान अभिनेताओं के सूर्यास्त का साल होगा ?

Sunday 6 November 2022

बॉलीवुड के स्टारडम की परीक्षा!


अब २०२२ समाप्त होने में मात्र कुछ  सप्ताह शेष रह गए है।  पर बॉलीवुड की फ़िल्में और इसके सितारों का कथित स्टारडम संकट में दिखाई देता है।  अक्षय कुमार
, अजय देवगन और आमिर खान की फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी है।  अधिकतर फिल्में अपनी लागत तक वापस कर पाने में असमर्थ रही है।  हालाँकि, यह आशा की जा रही थी कि बॉलीवुड के बड़े सितारों की बड़े बजट की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर दर्शक खींच ला पाएंगी।  क्योंकि, दक्षिण के तमाम  सितारे हिंदी बेल्ट पर अपनी डब फिल्मों के कारण छाये हुए थे।





वाशआउट फ़िल्में- बॉलीवुड और उसके स्टार सिस्टम को आशा और अपेक्षा है नवंबर माह में प्रदर्शित होने वाले फिल्मों से ।  जब तक यह लेख प्रकाशित होगा, ४ नवंबर को फ़ोन भूत, डबल एक्स एल, बनारस, शाकुंतलम, मिली, रामराज्य और धुप छाव रिलीज़ हो चुकी होंगी।  इनमे से कोई फिल्म सफल होगी, इस पर संदेह करने के कई कारण हैं।  क्योंकि, यह अधिकतर फिल्में छोटे बजट की कम नामचीन कलाकारों वाली फिल्में हैं या इनमे बॉक्स ऑफिस पर कोई पकड़ न रखने वाले बॉलीवुड के सितारे सफलता की तलाश में हाथपैर मार रहे है।  यह फ़िल्में केवल इस कारण सिनेमाघरों में स्क्रीन पाना चाहती है, क्योंकि, ओटीटी के नए नियमों के अनुसार, थिएटर पर  प्रदर्शित हो चुकी फिल्मों को ही प्लेटफार्म दिए जाएंगे। अर्थात हिंदी बेल्ट में वाशआउट फिल्मों का सप्ताह।




फिर भी अपेक्षाएं - नवंबर की वॉशआउट शुरुआत होने के बाद भी, बॉलीवुड को नवंबर में प्रदर्शित होने जा रहे शेष फिल्मों से आशा और अपेक्षा है।  अपेक्षा कि यह बढ़िया व्यवसाय करेंगी, आशा यह कि बॉलीवुड की स्टार पावर अपनी शक्ति दिखा पाएगी।




सात फ़िल्में- इस शुक्रवार अर्थात ११ नवंबर को भी फिल्मों की भीड़ है।  ११ नवंबर को ७ फिल्में प्रदर्शित हो सकती है।  इन सात फिल्मों के नाम थाई मसाज, ऊँचाई, राकेट गैंग, मिस्टर मम्मी, यशोदा, बाल नरेन और मोनिका माय डार्लिंग (यह फिल्म ओटीटी पर स्ट्रीम होगी) हैं।  क्या इन फिल्मों को दर्शक देखने घर से निकलेगा ? गजराज राव और दिव्येंदु शर्मा की फिल्म थाई मसाज का हास्य बड़ा खुरदुरा और कमोबेश अश्लील है।  डांस कोरियोग्राफर बोस्को मार्टिस की फिल्म राकेट गैंग के नर्तक आदित्य सील और निकिता दत्ता हैं।  अभी इस फिल्म का कोई गीत सुना हुआ नहीं है।  तब दर्शक क्यों इन नर्तकों को देखने जाएगा ! बाल नरेन, प्रधान मंत्री पर फिल्म है।  पर दर्शक मिलेंगे ! कहना आसान नहीं होगा।




साइंस फिक्शन यशोदा - इस सप्ताह प्रदर्शित जिन फिल्मों पर आस लगाई जा सकती है, उनमे से एक यशोदा हिंदी में डब तेलुगु फिल्म है।  इस नायिका प्रधान साइंस फिक्शन एक्शन थ्रिलर फिल्म की नायिका पुष्पा द राइज की ऊ ऊ गर्ल सामंता रुथ प्रभु है।  हिंदी दर्शक उन्हें अच्छी तरह से पहचानते है।  इसलिए, यह फिल्म मौखिक प्रशंसा के बल पर दर्शकों को आकर्षित कर सकती है। यो नहीं साइंस  फिक्शन थ्रिलर फिल्में का दर्शक अच्छी संख्या में है।




आदमी बना मम्मी - मिस्टर मम्मी, २००३ में प्रदर्शित फिल्म तुझे मेरी कसम से फिल्मों में प्रवेश पाने वाली रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसौज़ा देशमुख की कॉमेडी शैली में फिल्म है। परन्तु, इस फिल्म का ट्रेलर प्रभावित कर पाने में असमर्थ रहता था।  इस फिल्म का निर्देशन मुज़फ्फर अली और सुहासनी अली के बेटे शाद अली ने किया है. क्या एक व्यक्ति के अपनी पत्नी के साथ गर्भवती हो जाने के अजीबोगरीब कथानक पर इस फिल्म के लिए दर्शक है ?




अमिताभ बच्चन की ऊंचाई - ऊंचाई फिल्म से, बॉलीवुड के स्टार पॉवर की परीक्षा होगी। दोस्ती पर आधारित इस फिल्म में अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में है।  उनके दोस्तों की भूमिका में अनुपम खेर, बोमन ईरानी, डैनी डैंग्जोप्पा, नीना गुप्ता और सारिका है।  इस फिल्म की एक अन्य स्टार पावर इसके निर्देशक सूरज बड़जात्या है।सलमान खान को स्टार बनाने वाली फिल्म मैंने प्यार किया से अपने फिल्म निर्देशक का प्रारम्भ करने वाले सूरज बड़जात्या पहली बार अमिताभ बच्चन को निर्देशित कर रहे है। अमिताभ बच्चन की पिछली फिल्म गुड न्यूज़ निर्माताओं के लिए बैड न्यूज़ साबित हुई थी। क्या ऊंचाई अमिताभ बच्चन के कद के अनुरूप ऊंचाई छू पाएगी ?





दो सितारा फिल्में- बॉलीवुड के स्टारडम की वास्तविक और कड़ी परीक्षा होगी १८ नवंबर और २५ नवंबर को प्रदर्शित होने वाली दो फिल्मों से। यह परीक्षा इस लिए भी कड़ी होगी, क्योंकि, यह दोनों फ़िल्में एकल फिल्म के रूप में बॉक्स ऑफिस पर होंगी।  अर्थात इनका कोई प्रतिस्पर्द्धी नहीं होगा। यदि यह फिल्म चली तो इसका सारा श्रेय इन के नायकों को मिलेगा, यदि नहीं चली तो पूरा दोष बीच इन्ही अभिनेताओं के स्टारडम का होगा। 





रीमेक दृश्यम २ - नवंबर के अंतिम दो शुक्रवारों में प्रदर्शित होने वाली दो फिल्मों में पहली १८ अप्रैल को प्रदर्शित होने वाली दृश्यम २ है। कुमार मंगत पाठक के बेटे अभिषेक पाठक निर्देशित पहली हिंदी फिल्म दृश्यम २, मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल की हिट थ्रिलर फिल्म दृश्यम २ की हिंदी रीमेक है। इस फिल्म में हिंदी दृश्यम के अजय देवगन ही प्रमुख भूमिका कर रहे है।  अजय देवगन की पिछली कॉमेडी फिल्म थैंक गॉड, दिवाली पर प्रदर्शित ओने के बाद भी बुरी तरह से मार खाई थी। थ्रिलर फिल्मों से दर्शकों को आकर्षित करने वाले अजय देवगन, दृश्यम ३ दर्शकों को आकृष्ट कर पाएंगे ?




बॉलीवुड का भेड़िया मानव - इस समय सबसे अधिक चर्चित हो रही है वरुण धवन की भेड़िया बन जाने वाले मानव पर केंद्रित फिल्म भेड़िया २५ नवंबर को प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म में ट्रेलर ने दर्शकों की प्रशंसा बटोरी है। वरुण धवन की हिम्मत की भी दाद दी जा रही है।  वह फिल्म में भेड़िया बन जाने वाले युवक की भूमिका में है। यह फिल्म अपने अच्छे वीएफएक्स के कारण दर्शकों की बहुप्रतीक्षित फिल्म बन गई है। क्या यह फिल्म नवंबर में हिट होने वाली फिल्म बन पाएगी?





खुद को दोहराएगा इतिहास ! - क्या होगा नवंबर में ? बॉलीवुड के सितारों की विजय होगी ? क्या ऊंचाई, दृश्यम २ और भेड़िया में से कोई या सभी हिट-सुपरहिट होंगी ? इन सवालों का उत्तर तो भविष्य के गर्भ में है।  पर अतीत से कोई अनुमान लगाया जा सकता है।  यह अनुमान सबसे अच्छा पिछले साल नवंबर में प्रदर्शित फिल्मों से लगाया जा सकता है। क्योंकि, २०२१ बॉलीवुड के लिए सबसे खराब समय था।  इसके बावजूद अक्षय कुमार की एक्शन फिल्म सूर्यवंशी हिट हुई थी। इस फिल्म के हिट होने से नवंबर में प्रदर्शित फिल्मों के हिट होने का अनुमान किया जा सकता है।  पर थोड़ा रुके। नवंबर २०२१ में सिर्फ सूर्यवंशी ही प्रदर्शित नहीं हुई थी।  इस महीने सलमान खान की फिल्म अंतिम द फाइनल ट्रुथ, जॉन अब्राहम की फिल्म सत्यमेव जयते २ और यश राज फिल्म्स की फिल्म बंटी और बबली २ भी प्रदर्शित हुई थी। यह सभी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांग सकी थी। क्या २०२१ का इतिहास, २०२२ में भी दोहराया जाएगा ?


Sunday 30 October 2022

बॉलीवुड फिल्में : आपातकाल, इंदिरा गाँधी, सिख हत्याकांड

नेटफ्लिक्स के लिए, अली अब्बास ज़फर निर्देशित फिल्म जोगी, १९८४ के उन सिख दंगों की पृष्ठभूमि में है, जो तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी की ह्त्या के बाद, दिल्ली तथा देश के दूसरे क्षेर्त्रों में प्रारंभ हुए थे. इनमे सैकड़ों निर्दोष सिखों को अपनी जाने गंवानी पड़ी थी. इस फिल्म में शीर्षक भूमिका में दिलजीत दोसांझ है. ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर जोगी को मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.




दिलजीत की पहली फिल्म - पर जोगी अकेली फिल्म नहीं, जो इंदिरा गाँधी हत्याकांड पर है. ऎसी बहुत सी कुछ फ़िल्में बनी है, जो विवादित हुई. इनमे से कुछ सफल हुई, कुछ असफल. पर फ़िल्में बनने का सिलसिला बना रहा. १९८४ के दंगों पर फिल्म जोगी, दिलजीत दोसांझ की पहली फिल्म नहीं, जो १९८४ में हुए इंदिरा गाँधी हत्याकांड के बाद के सिख विरोधी दंगों पर केन्द्रित है. दोसांझ की २०१४ में प्रदर्शित फिल्म पंजाब १९८४ में इंदिरा गाँधी हत्याकांड के बाद सिखों पर ज्यादतियों और पुलिस की एकतरफा कार्यवाही का चित्रण हुआ था. इस फिल्म में किरण खेर ने एक माँ की भूमिका की थी. पंजाब १९८४ के निर्देशक अनुराग सिंह थे. पर यह पंजाबी फिल्म थी.




पहली फिल्म हवाएं - १९८४ के कथानक पर, पहली फिल्म हवाएं थी. इसे पंजाबी फिल्म अभिनेता और निर्देशक अमितोज मान ने बनाया था. इस फिल्म में अमितोज मान के अतिरिक्त बब्बू मान और माही गिल प्रमुख भूमिकाओं में थे. यह फिल्म पंजाबी और हिंदी में बनाई थी. समीक्षक इस फिल्म को सर्वाधिक सत्यापित फिल्म बताते है. यह फिल्म २००३ में प्रदर्शित हुई थी. हॉट स्टार से स्ट्रीम सीरीज ग्रहण का निर्माण शैलेन्द्र कुमार झा ने किया था. यह सीरीज सत्य व्यास के उपन्यास चौरासी पर थी. इस सीरीज में ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गाँधी हत्याकांड और फिर सिख विरोधी दंगों का विस्तार से वर्णन किया गया था. इस सीरीज में पवन मल्होत्रा, जोया हुसैन, अंशुमान पुष्कर और वामिका गब्बी प्रमुख भूमिका में थे. दिलजीत दोसांझ की फिल्म पंजाब १९८४ के बाद, २०१६ में शिवाजी लोटन की हिंदी फिल्म ३१ अक्टूबर प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म की कहानी भी १९८४ में इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद से प्रारंभ होती थी. सोहा अली खान, वीर दास, लखविंदर सिंह लक्खा और प्रीतम कांगने की प्रमुख भूमिका वाली यह फिल्म कुछ नया दे पाने में असफल हुई थी. इसी साल प्रदर्शित आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा का मुख्य चरित्र लाल सिंह भी १९८४ के दंगों की त्रासदी का सामना करता है.




विवादित फिल्में - शोनाली बोस द्वारा अपने ही उपन्यास पर बनाई गई फिल्म अमु, विदेशी फिल्म मेलों में तो दिखाई गई, लेकिन भारत में यह फिल्म रिलीज़ नहीं हो सकी. इस फिल्म के निर्माण में निरंतर बाधाएं आती रही. निर्माता फिल्म निर्माण से हाथ खींचते रहे. इसके बाद, जब यह फिल्म सेंसर के पास गई तो इस ६ कट्स के बाद भी बालिगों के लिए वाला प्रमाणपत्र दिया गया. इस फिल्म को डीवीडी पर सीधे रिलीज़ कर दिया गया. निर्माता रविंदर राव की पंजाबी फिल्म कौम दे हीरे, इंदिरा गाधी की हत्या को उचित बताने वाली और उनके हत्यारों सतवंत सिंह, बेंत सिंह और केहर सिंह का महिमा मंडन करने वाली फिल्म थी. इस फिल्म को सेंसर ने प्रमाणित करने से मना कर दिया था. परन्तु, बाद में दिल्ली उच्च न्यायलय के हस्तक्षेप के बाद फिल्म प्रदर्शित की गई. शशि कुमार की फिल्म काया तरन अंगद बेदी, सीमा विस्वास, आदि की उपस्थिति में भी कुछ विशेष प्रभाव नहीं डाल सकी. यह फिल्म चू चू का मुरब्बा अधिक साबित हुई.




बड़े परदे पर इंदिरा गाँधी - इंदिरा गांधी एक ऐसा राजनीतिक व्यक्तित्व थी कि उनका प्रभाव जन सामान्य पर बहुत अधिक था. तभी तो उनकी हत्या के बाद, सिखों के विरुद्ध आम जन का रोष उमड़ पडा और एक दर्दनाक हत्याकांड हो गया. ऊपर हमने १९८४ के इंदिरागांधी ह्त्या कांड और सिख विरोधी दंगों पर बनी फिल्मों का उल्लेख किया है. स्वाभाविक है कि ऐसे चरित्र पर भी कुछ फिल्में बनती. ऐसी फिल्में बनाई भी गई. पर यह अधिकतर फ़िल्में १९७५ के आपातकाल की पृष्ठभूमि पर ही है. हालाँकि, गुलजार की फिल्म आंधी इंदिरा गाँधी की काल्पनिक राजनीतिक यात्रा पर फिल्म थी. गुलजार ने फिल्म में आरती के गेटअप और घटानक्रम को  इंदिरा गाँधी से कुछ इतना मिलता जुलता रखा कि आपातकाल के दौरान फिल्म को बैन कर दिया गया. बाद में जनता पार्टी के शासन में आंधी पूनः प्रदर्शित हुई और बड़ी सफल फिल्म साबित हुई. इस फिल्म में संजीव कुमार के साथ आरती की भूमिका सुचित्रा सेन ने निबाही थी.




इंदिरा गाँधी की हमशक्ल - सलमान रुश्दी के उपन्यास पर आधारित दीपा मेहता की फिल्म मिडनाइट चिल्ड्रेन में इंदिरा गाँधी के कुशासन का चित्रण हुआ था. फिल्म में इंदिरा गाँधी की भूमिका सरिता चौधरी ने की थी. मध्रू भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार १९७५ के आपातकाल पर फिल्म थी. इस फिल्म नें सुप्रिया विनोद के इंदिरा गाँधी की भूमिका बखूबी की थी. सुप्रिया विनोद, कदाचित ऎसी इकलौती अभिनेत्री है, जिन्होंने एनटीआर के जीवन पर फिल्म कथानायाकुडू और इसके सीक्वल एनटीआर महानयाकुडू में भी इंदिरा गाँधी की भूमिका की थी. इसी प्रकार से अवंतिका अचरेकर को भी इंदिरा गाँधी से शक्ल मिलने का लाभ नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ठाकरे और रणवीर सिंह की भारत के पहला विश्व कप क्रिकेट जीतने के कथानक पर फिल्म ’८३ में इंदिरा गाँधी की भूमिका करने के रूप में मिला.



अनाम फ्लोर का नाम - अभिनेत्री फ्लोरा जैकब को कोई तब तक नहीं पहचानता था, जब तक उन्होंने निर्देशक राज कुमार गुप्ता की थ्रिलर फिल्म रेड में इंदिरा गाँधी की छोटी भूमिका नहीं कर ली. इस फिल्म के बाद, फ्लोरा को कंगना रानौत की जयललिता बीओपी फिल्म थालैवी में भी इंदिरा गाँधी की भूमिका करने का अवसर मिला. इसी प्रकार से, नरेन्द्र मोदी के जीवन पर फिल्म पीएम नरेन्द्र मोदी में इंदिरा गाँधी की भूमिका किशोरी शहाने के की थी. २०२१ में प्रदर्शित अक्षय कुमार की स्पाई थ्रिलर फिल्म बेल बॉटम में लारा दत्ता ने इंदिरा गाँधी को परदे पर जीवंत कर पर्याप्त प्रशंसा बटोरी. अजय देवगन की फिल्म भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया का कथानक १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध पर था. इसलिए फिल्म में इंदिरा गाँधी का चरित्र होना ही था. फिल्म में यह संक्षिप्त भूमिका नवनी परिहार ने की थी.




अब कंगना की इमरजेंसी - अब एक बार पूनः इंदिरा गाँधी और आपातकाल चर्चा में है. थालैवी कंगना रानौत निर्देशित फिल्म इमरजेंसी का कथानक १९७५ का कुख्यात आपातकाल ही है. इस फिल्म में आपातकाल और उस दौर में जनता पर हुए अत्याचार का चित्रण किया जायेगा. फिल्म मे इंदिरा गाँधी की भूमिका केंद्र में होगी. इसलिए इस चरित्र को स्वयं कंगना रानौत कर रही है. इस फिल्म में दर्शकों को तत्कालीन राजनीति के कई परिचित चेहरे, परिचित बॉलीवुड कलाकार करते दिखाई देंगे.

Monday 24 October 2022

दिवाली में रोशन होते बॉलीवुड सितारे

पिछले दो महीनों में कुछ बड़ी हिंदी फिल्मों के बुरी तरह से असफल हो जाने के बाद भी बॉलीवुड की दो बड़े बजट की बड़े सितारों वाली फिल्में दिवाली के दौरान बॉक्स ऑफिस पर फड़ जमाये बैठी है. अक्षय कुमार की थ्रिलर फिल्म राम सेतु का बजट १५० करोड़ के आसपास का है. इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ जेक्वेलिन फर्नांडेज, नुसरत भरुचा और सत्यदेव प्रमुख भूमिकाओं में है. इस फिल्म का निर्देशन अभिषेक शर्मा कर रहे है. इस फिल्म में अभिषेक शर्मा की अक्षय कुमार के नेतृत्व में पुरातत्वविदों की टीम राम सेतु की सच्चाई का पता लगाने भेजी जाती है. फिल्म के अंडरवाटर दृश्य विशेष महत्त्व वाले है. इन सभी दृश्यों को दमन और दीव में शूट किया गया है. बजट के लिहाज से, थैंक गॉड का ७० करोड़ का बजट राम सेतु का आधे से भी कम है. निर्देशक इन्द्रकुमार की कॉमेडी फिल्म में अजय देवगन, सिद्धार्थ मल्होत्रा, राकुल प्रीत सिंह के साथ नोरा फतेही का आइटम नंबर दर्शकों को भा रहा है. थैंक गॉड की अधिकतर शूटिंग इंडोर और मुंबई में ही हुई है. राम सेतु और थैंक गॉड का एक ही दिन प्रदर्शित होना, बॉक्स ऑफिस पर टकराव को रोचक बना देता है. परन्तु, यह टकराव दोनों ही फिल्मों के कारोबार को प्रभावित भी कर सकता है.





तीन दशकों की दीवाली - इसमें कोई संदेह नहीं कि पिछले तीन दशकों से दिवाली का त्यौहार, बॉलीवुड की फिल्मों के लिए उपजाऊ बन गया है. सुपरस्टार अमिताभ बच्चन हो या शाहरुख़ खान या आमिर खान, दिवाली इनका पसंदीदा त्यौहार है. इन्ही की तरह अक्षय कुमार और अजय देवगन को भी दिवाली पर अपनी फिल्मों का प्रदर्शित किया जाना भाता है. जा सकता है कि यदि ईद में दर्शक सलमान खान को ईदी देते है तो दीवाली पर धमाके करने में शाहरुख खान शीर्ष पर हैं. जबसे दिवाली बॉक्स ऑफिस पर प्रकाश पर्व बना है, शाहरुख़ खान ने ही इसका सबसे अधिक फायदा उठा है. उनकी दिवाली पर बाजीगर, डर, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे,डॉन २, दिल तो पागल है, कभी खुशी कभी गम, कुछ कुछ होता है, मोहब्बतें, रा.वन, वीर जारा और जब तक है जान जैसी ११ फिल्में प्रदर्शित हुई है. इन फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बड़ा कारोबार करने का मौका भी मिला है. शाहरुख़ खान के बाद, अजय देवगन आते है, जिनकी जिगर, बेदर्दी, सुहाग, तेरा मेरा साथ रहे, गोलमाल रिटर्न्स, आल द बेस्ट, गोलमाल २, सन ऑफ़ सरदार, गोलमाल अगेन जैसी ९ फ़िल्में दिवाली पर प्रदर्शित हुई है. बाकी के सितारों में दिवाली में प्रदर्शित फिल्मों में हृथिक रोशन, आमिर खान और रणबीर कपूर की दो दो फिल्में तथा अक्षय कुमार और सलमान खान की सात सात फिल्में प्रदर्शित हुई है. अब यह बाद दूसरी है कि सलमान खान और अक्षय कुमार की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं कर सकी.




बॉलीवुड की फिल्मों के अलावा फिल्में - इसके बाद भी दीवाली में, बॉलीवुड की दो हिंदी फिल्मों के अतिरिक्त कन्नड़, तेलुगु, तमिल फिल्म उद्योग से भी नई फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर लक्ष्मी को आकर्षित करना चाह रही है. जिस प्रकार से, पिछले दिनों में तेलुगु और कन्नड़ भाषा की कम बजट की कम जाने पहचाने चेहरों वाली फिल्मों कन्नड़ कान्तारा और तेलुगु कार्तिकेय २ को सफलता मिली है, उससे आशा की जानी चाहिए इनमे से कोई फिल्म हिंदी दर्शकों का ध्यान भी आपनी ओर खींच ले.




तेलुगु गंधादा गुडी - निर्देशक अमोघवर्ष जेएस की कन्नड़ फिल्म गंधादा गुडी, कन्नड़ फिल्म अभिनेता पुनीत राजकुमार की अंतिम फिल्म है. कन्नड़ सुपरस्टार डॉक्टर राजकुमार के बेटे पुनीत का निधन इसी अक्टूबर में हृदयाघात से हो गया था. परन्तु, उस समय तक वह इस फिल्म की शूटिंग पूरी कर चुके थे. यह फिल्म पर्यावरण और पारिस्थितिक चिंता करने वाली फिल्म है. इस फिल्म मे पुनीत पर्यावरण की रक्षा के लिए सदैव तैयार रहने वाले नायक बने है. यह फिल्म २८ अक्टूबर को प्रदर्शित होगी.




मलयालम पदावेत्तु - पदावेत्तु, मलयालम फिल्मों की परंपरा में जातीय राजनीतिक तेवर वाली फिल्म है. इस फिल्म में दलित जाति के दुनिया में अपना स्थान बनाने का संघर्ष निविन पौली, अदिति बालन, शम्मी तिलकन, शाइन टॉम चाको ने निर्देशक लिजू कृष्णा के निर्देशन में दिखाया गया है. यह लिजू की पहली फिल्म है.




हॉलीवुड से ब्लैक एडम - बॉलीवुड की फिल्मों की उपस्थिति में ड्वेन जॉनसन की सुपर हीरो फिल्म ब्लैक एडम सबसे अधिक दर्शकों को अपनी तरफ खींच सकती है. डीसी कॉमिक्स की यह फिल्म २०१९ की सुपर हीरो फिल्म शज़म की स्पिन ऑफ है. जहाँ, बॉलीवुड की फिल्में दिवाली के बाद २५ अक्टूबर को प्रदर्शित हो रही है, वही ब्लैक एडम २० अक्टूबर को प्रारंभ वीकेंड में ही हिंदी, तमिल, तेलुगु और इंग्लिश में दर्शकों के सामने होगी. ड्वेन की जिस प्रकार की पकड़ हिंदी दर्शकों पर है, कोई संदेह नहीं अगर यह राम सेतु और थैंक गॉड के कारोबार को प्रभावित कर जाए.




तमिल प्रिंस - अनुदेव निर्देशित तमिल फिल्म प्रिंस एक्शन रोमांस ड्रामा फिल्म है. इस फिल्म में एक स्कूल अध्यापक शिवकार्तिकेयन अपने स्कूल की विदेशी अध्यापिका से रोमांस करने लगता है. अब इन दोनों को अपनी शादी के लिए संघर्ष करना है. इस फिल्म में शिवकार्तिकेयन की रोमांस यूक्रेन सुंदरी मारिया रयबोशाप्का बनी है. यह संगीतमय फिल्म २१ अक्टूबर को प्रदर्शित हो जायेगी.




मोहनलाल बने मॉन्स्टर - निर्देशक वैशाख की, २१ अक्टूबर को प्रदर्शित होने जा रही फिल्म मॉन्स्टर मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल के कारण चर्चित हो रही है. दृश्यम सीरीज के मोहनलाल की फिल्म मॉन्स्टर थ्रिलर फिल्म है. इस फिल्म में मोहनलाल एक सिख पुलिस अधिकारी बने है.




कार्ति की सरदार- कार्ति की तमिल स्पाई थ्रिलर फिल्म जल्द ही बहुत चर्चित होने जा रही है. इस फिल्म में कार्ति की दोहरी भूमिका है. पोंनियिन सेल्वन १ में दर्शकों को अपने अभिनय से प्रभावित कर चुके कार्ति को इस फिल्म के द्वारा हिंदी दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने का अवसर मिल सकता है.




घातक टकराव -हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषाओं की फिल्मों के दिवाली के दौरान प्रदर्शित होते देखना दिलचस्प होगा. यह इसलिए कि पिछले कुछ समय से दक्षिण की फ़िल्में हिंदी बेल्ट में अपना सिक्का जमाये हुए है. हिंदी की कई बड़ी फिल्मों को दक्षिण की इन फिल्मों के कारण बॉक्स ऑफिस पर भारी हानि हुई है. बॉलीवुड फिल्मों की त्रासदी यह है कि दो बड़ी फिल्मों का टकराव हो रहा है. यह टकराव अधिकतर किसी एक फिल्म को हानि पहुंचाता है. 


Sunday 16 October 2022

बॉलीवुड अक्षय कुमार और अजय देवगन करेंगे बॉक्स ऑफिस पर धमाका !

इस साल, बॉलीवुड का दिवाली साप्ताहांत मंगलवार २५ अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है. बॉलीवुड की दृष्टि से यह लंबा सप्ताहांत है, जिसमे छुट्टी के मूड में दर्शक कुछ अच्छी फ़िल्में देखना चाहेगा. सामान्य रूप से, हिंदी फिल्मों के बड़े सितारे ऐसे विस्तृत साप्ताहांत में अपनी फिल्में  प्रदर्शित करना उपयुक्त समझते है. इस साल, दीवाली साप्ताहांत का लाभ उठाने के लिए बॉलीवुड के दो बड़े सितारों की दो बड़ी फ़िल्में प्रदर्शित होने जा रही है. दीवाली साप्ताहांत में, अजय देवगन की हास्य से भरपूर फिल्म थैंक गॉड प्रदर्शित हो रही है. इसके सामने अक्षय कुमार की थ्रिलर फिल्म राम सेतु प्रदर्शित की जा रही है. वास्तविकता यह है कि अक्षय कुमार की रामसेतु के सामने अजय देवगन ने अपनी फिल्म थैंक गॉड ला दी है. यह दोनों आपस में अच्छे मित्र भी है. इसलिए इन मित्रों की फिल्मों के मध्य मैत्री टकराव क्या रंग लाता है, इसे देखने की इच्छा सभी सिनेमा प्रेमियों को है.



१९९१ में अक्षय और अजय -अक्षय कुमार और अजय देवगन की फिल्म यात्रा लगभग एक साथ प्रारंभ हुई थी. अजय देवगन की पहली फिल्म फूल और कांटे १९९१ में प्रदर्शित हुई थी. मधु के साथ अजय देवगन की यह एक्शन फिल्म बड़ी हिट फिल्म के रूप में उभरी थी. इसी साल, अक्षय कुमार की पहली फिल्म सौगंध भी प्रदर्शित हुई थी. संयोग की बात यह कि अक्षय कुमार की सौंगंध भी एक्शन फिल्म थी तथा इससे दक्षिण से एक अभिनेत्री शांतिप्रिया का हिंदी फिल्म दर्शकों से प्रथम परिचय हुआ था. सौगंध को विशेष सफलता नहीं मिली थी. पर अक्षय कुमार दर्शकों की दृष्टि में चढ़ गए थे.



अजय-अक्षय जोड़ी - स्वाभाविक है कि एक ही साल में, हिंदी फिल्म उद्योग में अपने पैर रखने वाले अभिनेताओं के मध्य मैत्री भाव होता. ऐसा हुआ भी. इन दोनों ने इस मैत्री को बॉलीवुड की फिल्मों में भी दिखाया. सुहाग (१९९४) ऎसी पहली फिल्म थी, जिसमे अक्षय कुमार और अजय देवगन की मरदाना जोड़ी बनी थी. इस फिल्म को सफलता मिली. सुहाग के सामने प्रदर्शित सलमान खान और आमिर खान की हास्य फिल्म अंदाज अपना अपना कही बहुत पीछे रह गई थी. सुहाग के बाद, यह दोनों अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ कोप फिल्म खाकी में दिखाई दिए. इस फिल्म में अजय देवगन ने खल भूमिका की थी. यह फिल्म भी सफल हुई. ऐसा पहली बार हुआ था कि अमिताभ बच्चन की एक ही दिन दो फिल्में प्रदर्शित हुई हो. इस टकराव के कारण अमिताभ बच्चन फिल्म एतबार में जॉन अब्राहम के साथ अमिताभ बच्चन को पछाड़ने में सफल हुए थे. इसके बाद फिल्म इंसान में अजय देवगन और अक्षय कुमार का साथ हुआ. पर इंसान को बॉक्स ऑफिस पर असफलता का मुंह देखना पडा. इसके बाद, अजय देवगन और अक्षय कुमार सिम्बा और सूर्यवंशी में मेहमान भूमिका करते दिखाई दिए. यह दोनों ही फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई थी. इससे साफ़ है कि अजय देवगन और अक्षय कुमार की जोड़ी को दर्शकों ने पसंद किया.



दीवाने अजय पर भारी अक्षय की धड़कन -अजय देवगन और अक्षय कुमार को बॉलीवुड में सफलता मिलना स्वभाविक था. दोनों ने धडाधड फ़िल्में की. इन फिल्मों के प्रदर्शित होने से कभी न कभी बॉक्स ऑफिस पर टकराव होना ही था. ऐसा हुआ भी. इन दोनों का पहला टकराव स्वतंत्रता दिवस साप्ताहांत में ११ अगस्त २००० को हुआ. आमने सामने थी अजय देवगन और उर्मिला मातोंडकर की रोमांस ड्रामा फिल्म दीवाने और अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी और शिल्पा शेट्टी की पारिवारिक रोमांस फिल्म धड़कन. पारिवारिक रोमांस और मधुर संगीत वाली धड़कन भारी पड़ी रोमांटिक दीवाने पर. धड़कन को पूरे देश में सफलता मिली. धड़कन की सफलता, अक्षय कुमार की अजय देवगन के विरुद्ध इकलौती सफलता थी.



अजय देवगन २-१ - इन दोनों का इसके बाद दो बार का मुकाबला अजय देवगन के पक्ष में गया. २००९ की दिवाली पर टकराव त्रिकोणात्मक था. इस दिन, अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म आल द बेस्ट फन बैगिन्स और अक्षय कुमार की भारत की पहली अंडरवाटर फिल्म ब्लू के साथ त्रिकोण बना रही थी सलमान खान की फिल्म मैं और मिसेज खन्ना. इस त्रिकोणात्मक टकराव में अजय देवगन अव्वल रहे थे. अक्षय कुमार सलमान खान को पछाड़ पाने में सफल रहे थे. कहा जा सकता है कि २००९ की दीवाली में दर्शकों ने रोमांच और रोमांस के बजाय हास्य को पसंद किया. अगले साल यानि २०१० में, इन दोनों की फिल्मों का सीधा टकराव था. अजय देवगन की गोलमाल फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म गोलमाल ३ और अक्षय कुमार की रेट्रो फिल्म एक्शन रीप्ले आमने सामने थी. इस टकराव में अक्षय कुमार को बुरी मात मिली.



पराजित सितारे - इन मित्रों का चौथा मुकाबला बड़ा दिलचस्प रहा. २०१० में ही, क्रिसमस साप्ताहांत में अक्षय कुमार की फराह खान के साथ इकलौती फिल्म तीस मार खान के सामने अजय देवगन की टून फिल्म टूनपुर का सुपर हीरो प्रदर्शित हुई थी. आशा की जाती थी कि एक महीने के अन्दर इस दूसरे टकराव में अक्षय कुमार अवश्य विजयी रहेंगे. पर जो हुआ, वह सबकी सोच से परे था. टूनपुर का सुपर हीरो को तो फ्लॉप होना ही था, तीस मार खान भी बॉक्स ऑफिस पर मार खा गई.



सफल होंगे बॉलीवुड के सुपरस्टार ? - दीवाली पर ऐसे बहुत से टकराव, बॉलीवुड के सुपर सितारों के मध्य फिल्मों के माध्यम से बहत से मुकाबले हुए. कोई हरा कोई जीता या सभी जीते. इन सब टकरावों का लम्बा इतिहास है. पर देखने की बात होगी कि इस साल दो दोस्तों का पांचवा टकराव दीवाली में क्या रूप लेता है. सूर्यवंशी के बाद अक्षय कुमार की अतरंगी रे, बच्चन पाण्डेय, सम्राट पृथ्वीराज और रक्षाबंधन बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही है. अजय देवगन को भी ऎसी फिल्म की आवश्यकता है, जो उनकी सितारा शक्ति से सफल हो. राम सेतु और थैंक गॉड इन दोनों अभिनेताओं की सितारा शक्ति की परीक्षा लेंगी. फिलहाल तो ट्रेलर से हुए इस शक्तिपरीक्षण मे अक्षय कुमार आगे लगते है. पर इन दोनों ही फिल्मों को लेकर दर्शकों में कोई रूचि दिखाई नहीं दे रही. क्या होगा ? कौन जीतेगा अजय देवगन या अक्षय कुमार? क्या इन दोनों की फ़िल्में तीस मार खान और टूनपुर का सुपर हीरो की गति को प्राप्त होंगी. प्रतीक्षा कीजिये २५ अक्टूबर २०२२ की.

Sunday 9 October 2022

रिलीज़ होंगी अभिनेत्रियों की वापसी वाली बॉलीवुड फ़िल्में

कभी वह समय था, जब अमिताभ बच्चन की फिल्में प्रदर्शित होती थी, तो कोई दूसरी फिल्म मुकाबले में तो होती ही नहीं थी, आने वाले तीन सप्ताहों में भी कोई नई फिल्म प्रदर्शित होने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी. आज यह हाल है कि ७ अक्टूबर को, जब अमिताभ बच्चन की पारिवारिक हास्य फिल्म गुडबाय प्रदर्शित हुई है तो ९ नौ नई फिल्मों के घेरे में है. यहाँ तक कि आगामी तीन सप्ताह क्या अगला ही हफ्ता उनकी फिल्म के लिए चुनौती देता लग रहा है. इस शुक्रवार यानि १४ अक्टूबर को १० फिल्में प्रदर्शित हो सकती है. इन फिल्मों में आयुष्मान खुराना के अलावा सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी भी ताल ठोंक रही है. कई दिलचस्प संयोग और घटनाये भी जुड़ रही है १४ अक्टूबर को प्रदर्शित होने जा रही फिल्मों के कारण. सलमान खान की फिल्मो की दो नायिकाएं भी वापसी कर रही है.




डबल एक्सएल सोनाक्षी - आयुष्मान खुराना की कॉमेडी फिल्म डॉक्टर जी से अनुराग कश्यप की बहन अनुभूति कश्यप पहली बार किसी फिल्म का निर्देशन कर रही है. इस फिल्म में राकुल प्रीत सिंह और आयुष्मान खुराना की जोड़ी बन रही है. इस फिल्म में आयुष्मान खुराना आर्थोपेडिक डॉक्टर बनना चाहते है, पर बन जाते हैं महिला रोग के डॉक्टर. निर्देशक सतराम रमणी की कॉमेडी ड्रामा फिल्म डबल एक्सएल में सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी दोहरे बदन की महिलाओं के  रियल लाइफ चरित्र कर रही है. निर्देशक समर इकबाल की ड्रामा तारा वर्सेज बिलाल में सोनिया राठी और हर्षवर्द्धन राणे शीर्षक भूमिकाएं कर रहे है. एडी सिंह की मोदी जी की बेटी में अवनी मोदी, पितोबश त्रिपाठी विक्रम कोछार, तरुण खन्ना कविता घई के चरित्र मोदी जी की बेटी के चारों तरफ घूमते रहते है. पवन नागपाल की ड्रामा बाल नरेन यज्ञ भसीन, बिदिता  बाग, रजनीश दुग्गल और गोविन्द नामदेव, आदि प्रमुख भूमिकाओं में है. यह फिल्म प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के समर्थन में है. 




सलमान खान की स्नेहा - इस सप्ताह प्रदर्शित हो रही फिल्मों में कुछ रुचिकर तथ्य है. निर्देशक अभय निहलानी की सोशल ड्रामा लव यू लोकतंत्र से बॉलीवुड की कभी चर्चित रही दो अभिनेत्रियों की वापसी हो रही है. यह अभिनेत्रियाँ ईशा कोप्पिकर और स्नेहा उल्लाल है. स्नेहा उल्लाल का सलमान खान की नायिका के रूप में फिल्म लकी नो टाइम फॉर लव से बॉलीवुड फिल्म दर्शकों से परिचय हुआ था. उन्हें ऐश्वर्या राय की हमशक्ल होने के कारण प्रसिद्धि मिली थी. अब यह बात दूसरी है कि वह फिल्मों में सफल नहीं हो सकी. फिल्म बेजुबान इश्क के बाद वह दर्शकों की दृष्टि में नहीं आई. अब उनकी ६ साल बाद वापसी हो रही है. इस फिल्म से, ११ साल बाद वापसी हो रही है कभी खल्लास गर्ल के नाम से मशहूर इशा कोपिकर की. ईशा की १९९७ में प्रदर्शित फिल्म एक था दिल एक थी धड़कन बुरी तरह से असफल हुई थी. उन्हें पहचान मिली रामगोपाल वर्मा की गैंगस्टर फिल्म कंपनी के खल्लास गीत से खल्लास गर्ल के रूप में. इस छवि के सहारे उन्होंने कुछ बड़ी छोटी फिल्में की. पर २०११ में प्रदर्शित फिल्म गहराई के बाद, वह दक्षिण की फिल्मों की हो कर रह गई. लव यू लोकतंत्र में उनके साथी सितारे  रवि किशन, मनोज जोशी, स्नेह उल्लाल, आदि है.




सलमान खान की लव रेवती - स्नेहा उल्लाल के अतिरिक्त एक दूसरी अभिनेत्री भी १४ अप्रैल को परदे पर दिखाई दे सकती है. अनिरबन बोस की सोशल ड्रामा फिल्म ऐ ज़िन्दगी की कहानी लीवर सिरोसिस के मरीज और अस्पताल की काउंसलर के संबंधों पर है. फिल्म में काउंसलर की भूमिका दक्षिण की सफल अभिनेत्री रेवती कर रही है. रेवती का हिंदी फिल्म करियर सलमान खान के साथ रोमांस फिल्म लव से हुआ था. रेवती ने रात, मुस्कराहट, और एक प्रेम कहानी, धुप, आदि फिल्में की पर उनका हिंदी फिल्मों में उनकी धाक नहीं जम सकी.  फिल्म गुड मोर्निंग सनशाइन (२०१५) बाद, रेवती की अब वापसी हो रही है. उन्हें फिल्म मेजर में माँ की भूमिका में देखा गया था.



अनुपमा की काव्या मदालसा - टीवी पर सक्रिय एक अन्य अभिनेत्री की भी फिल्मों में वापसी हो रही है. यह अभिनेत्री है मदालसा शर्मा. महाभारत में कृष्ण की माँ देवकी की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री शीला डेविड उर्फ़ शीला शर्मा की बेटी हैं मदालसा शर्मा. वह अनिल दत्त की ड्रामा फिल्म करतूत में  साहिल कोहली, पियूष रानाडे, धीरज राज, हिमानी शिवपुरी, आदि के साथ वापसी कर रही है. मदालसा शर्मा को टीवी दर्शक अनुपमा की काव्या के नाम से जानते है. उनका उनका हिंदी फिल्म डेब्यू राजीव खंडेलवाल के साथ स्पाई फिल्म सम्राट एंड कंपनी (२०१४) से हुआ था. पैसा हो पैसा, दिल साला सनकी और मौसम इकरार के दो पल प्यार के के बाद २०१८ में उनका हिंदी फिल्म करियर ख़त्म हो गया. इसके बाद, उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के बेटे महाक्षय चक्रवर्ती के साथ विवाह कर लिया.




दिलचस्प रबर बैंड - फिल्म कहानी रबर बैंड की की कहानी दिलचस्प लगाती है. काव्या और आकाश नव दंपत्ति है उन्होंने कई सपने देख रखे है. लेकिन, एक दिन उनका यह सपना बिखर जाता है., जब उन्हें ,मालूम होता है कि काव्या गर्भवती है. उनके सम्बन्ध बिखराव की ओर आ जाते है. तब आकाश कंडोम बनाने की वाली कॉम्पनी वी केयर कंडोम पर मुक़दमा करता है. यह मुकदमा अपनी शादी बचाने के लिए तो है ही, लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए भी है ताकि लोग कंडोम का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें. सारिका संजोत की इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म में प्रतिक गाँधी, अविका गोर, मनीष रायसिंघानी, गौरव गेरा, आदि प्रमुख भूमिकाओं में है.




एजेंट परिणीति - प्रदर्शित होने जा रही दस फिल्मों में, जिस एक फिल्म पर दर्शक सिनेमाघर जा सकते है, वह है परिणीति चोपड़ा की एजेंट फिल्म कोड नेम तिरंगा. निर्देशक रिभु दासगुप्ता की यह फिल्म विदेश में बैठे आतंकवादियों पर प्रहार की है. इस मिशन की मुखिया परिणीति चोपड़ा है. यानि वह एजेंट बनी है. यह परिणीति चोपड़ा की पहली एक्शन फिल्म है. फिल्म में कई दुसरे नामी अभिनेता भी है, पर फिल्म के केंद्र में परिणीति चोपड़ा ही है. परिणीति चोपड़ा ने रिभु की पिछली फिल्म गर्ल ऑन द ट्रेन में मुख्य भूमिका की थी.