Sunday 30 September 2018

ऑस्कर अवार्ड्स की फिल्मों में भारतीय


९१वे ऑस्कर अवार्ड्स दिलचस्प होंगे। यह पुरस्कार अगले साल२४ फरवरी २०१९ को दिए जाएंगे। 

इन  पुरस्कारों मेंविदेशी फिल्मों की श्रेणी में भारत की फिल्म विलेज रॉकस्टार होगी। रीमा दास निर्देशित यह फिल्म असमी भाषा में हैं। यह फिल्म एक गाँव के रॉक बैंड की है। यह फिल्म राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बेस्ट फिल्म का पुरस्कार जीत चुकी है।

हालाँकिइस श्रेणी में विलेज रॉकस्टार ही भारत की इकलौती फिल्म होगी। लेकिनभारतीयों का जलवा दूसरे देशों की फिल्मों में भी देखने को मिलेगा।

ऑस्कर के लिए नामित पाकिस्तानी फिल्म केक की एडिटिंग आरती बजाज ने की है । इस फिल्म का वितरण भारत के बी४यू मोशन पिक्चर्स ने किया है । यह फिल्म दो बहनों की कहानी हैजिसमे से एक बहन विदेश चली जाती हैजबकि दूसरी पाकिस्तान में ही रह जाती है।  इन दोनों के बीच संबंधों का टकराव होता रहता है।

ऑस्कर पुरस्कारों में कुछ दूसरी फिल्मों में भी भारतीय होंगे।

नॉर्वे की फिल्म व्हाट विल पीपल से में तो भारतीय एक्टरों की भरमार है। नॉर्वे में रहने वाली पाकिस्तानी लड़की के पिता मिर्ज़ा की भूमिका में मशहूर एक्टर आदिल हुसैन हैं।

आदिल हुसैन के अलावा कुछ दूसरे भारतीय एक्टर भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं।

माँ नजमा की भूमिका करने वाली एक्ट्रेस एकावली खन्ना को दर्शकों ने हाल ही मेंबॉयोस्कोपवाला  वीरे दी वेडिंग और अंग्रेजी में कहते हैं में देखा था। 

मौसी बनी शीबा चड्डा इसी साल रेड में देखी गई। उनकी फिल्म बधाई हो अक्टूबर में रिलीज़ होने वाली है।

चाचा बने ललित परिमू टेलीविज़न की मशहूर हस्ती हैं। वह एजेंट विनोदहैदरमुबारकां और पंचलैट जैसी फिल्मो में काम कर चुके हैं।

सलीमा की भूमिका करने वाली जन्नत ज़ुबैर रहमानी टीवी पर ज़्यादा काम करती हैं। उन्होंने सीरियल तू आशिक़ी में पंक्ति शर्मा की भूमिका की है।

बंगलादेश की एंट्री नो बेड ऑफ़ रोजेज (बँगला टाइटल डूब) के नायक जावेद हसन की भूमिका बॉलीवुड फिल्म अभिनेता इरफ़ान खान ने की है।  


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केनेथ ब्राना के साथ गाल गैडोट

केनेथ ब्राना, हरफनमौला हैं।

वह एक्टर, डायरेक्टरनिर्माता और पटकथा लेखक भी हैं।

उन्होंने, पिछले साल, अगाथा क्रिस्टी के रहस्य उपन्यास मर्डर ऑन द ओरिएंट एक्सप्रेस पर फिल्म का निर्माण किया था। खुद ब्राना ने डिटैक्टिव हरक्यूल पाइरॉट की भूमिका की थी।

इस फिल्म में उन्हें पेनेलोप क्रज़, जुडी डेंच, विलेम डेफो, डेज़ी रिडले और जॉनी डेप का साथ मिला था। फिल्म ने, ५५ मिलियन डॉलर के बजट के खिलाफ ३५१ मिलियन डॉलर कमा लिए थे।

इसके बाद ही, ब्राना को, अगाथा क्रिस्टी के दूसरे नावेल भी इंटरेस्टिंग लगने लगे।

अब वह इस फिल्म का सीक्वल बनाने जा रहे हैं। उन्हें ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स का साथ मिल चुका है। इस फिल्म का नाम डेथ ऑन द नील होगा। यह फिल्म भी अगाथा क्रिस्टी के नावेल पर आधारित होगी। माइकल ग्रीन ही डेथ ऑन द नील की पटकथा लिखेंगे।

यह फिल्म, नील नदी पर जा रहे शानदार क्रूज़ जहाज पर हुए हत्याकांड के रहस्य को सुलझाने की कवायद पर होगी। पोइरॉट इस मामले को सुलझाने निकलता है। अब होता यह है कि वह जिस पर संदेह करता है, अगले दिन वही मर जाता है।

डेथ ऑन द नील का निर्देशन तो केनेथ ब्राना ही करेंगे। लेकिन, क्या वह डिटेक्टिव किरदार भी करेंगे ? अभी यह तय नहीं है। लेकिन, अगर वह डेटेक्टविट की भूमिका करेंगे तो एक्टर गाल गैडोट के अपोजिट होंगे।

इस फिल्म में, गाल एक अमीर की उत्तराधिकारिणी लिंनेट रिजवे डॉयल की भूमिका करेंगी। यह भूमिका हुए हत्याकांड से किस प्रकार जुड़ी होगी, यह देखना ख़ास होगा।

डेथ ऑन द नील, गाल गैडोट की २०१९ में रिलीज़ होने वाली दूसरी फिल्म होगी। उनकी पहली फिल्म वंडर वुमन १९८४, १ नवंबर २०१९ को रिलीज़ हो रही है।

यह पहला मौका नहीं है, जब अगाथा क्रिस्टी के इस उपन्यास पर फिल्म बनाई जा रही है। इस उपन्यास पर, १९७८ में, जॉन गुइलर्मिन ने अन्थोनी शाफेर की पटकथा पर फिल्म का निर्माण किया था। अभिनेता पीटर उस्तिनोव ने हर्क्युल पाइरॉट की भूमिका की थी।

केनेथ ब्राना की फिल्म ३० दिसंबर २०१९ को रिलीज़ होगी।

गाल गैडोट को, ड्वेन जॉनसन की २०२० में रिलीज़ होने वाली एक्शन कॉमेडी फिल्म रेड नोटिस में भी लिया गया है। वंडर वुमन गाल गैडोट को १ नवंबर २०१९ से पहले परदे पर नहीं देखा जा सकता।

लेकिन, उनकी आवाज़ एनिमेटेड सीक्वल राल्फ ब्रेक्स द इंटरनेट में  शैंक के  किरदार में उनकी आवाज़ सुनी जा सकती है।



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बॉलीवुड न्यूज़ ३० सितम्बर

जब गोविंदा के साथ नाचे उनके प्रशंसक वरुण शर्मा !
वरुण शर्मा के लिए, गोविंदा के साथ स्क्रीन शेयर करना और उनके साथ डांस करना किसी सपने के सच हो जाने जैसा था । फिल्म फुकरे के चूचा वरुण शर्मा ने अपनी कॉमेडी टाइमिंग से अपने ढेरों प्रशंसक बना लिए हैं । वह किरदार में घुस कर, हास्य अभिनय कर जाते हैं । इसीलिए, निर्देशक अभिषेक डोगरा की कॉमेडी फिल्म फ्राईडे में गोविंदा और वरुण शर्मा जोडी हंसाते हंसाते भेजा फ्राई कर देने वाली साबित होगी  । वरुण शर्मा के पैदा होने से चार साल पहले ही गोविंदा फिल्म लव ८६ से बॉलीवुड के डांसिंग स्टार बन चुके थे । इस लिहाज़ से, वरुण शर्मा और गोविंदा के बीच एक पीढ़ी का फासला है । वरुण शर्मा, गोविंदा की फिल्म देखते हुए और उनके डांस स्टेप्स को दोहराते हुए बड़े हुए हैं । उनके मन में कहीं न कहीं गोविंदा बनने की इच्छा न जाने कब पैदा हो गई थी । कहते हैं वरुण शर्मा, “बचपन से मैं गोविंदा सर का प्रशंसक रहा हूँ । मेरे लिए यह सपना पूरा होने से कम नहीं है कि मुझे स्क्रीन में छोटे बड़े गीत में उनके साथ नाचने का मौका मिला । मैं उनके गीतों पर हमेशा उनकी नक़ल करता रहता था । इसलिए, उनके साथ नाचना मुझे चकित कर देने वाला था । मैं सोचता भी नहीं था कि कभी वह मेरे बड़े और मैं उनका छोटे बन सकूंगा ।यह फिल्म १२ अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही है ।

सॉफ्टलाइन लेगिंग्स को अनुष्का शर्मा का ग्लैमर
भारत की प्रमुख सॉफ्टलाइन लेगिंग्स ने खुद को युवा पहचान देने के लिए बॉलीवुड का युवा चेहरा अभिनेत्री अनुष्का शर्मा को चुना है।  विराट कोहली से शादी के बाद, अनुष्का शर्मा युवा पीढ़ी की बड़ी पसंद बन गई हैं।  उनकी एक फिल्म सुई धागा: मेड इन इंडिया जल्द रिलीज़ होने जा रही है।  बहरहाल, यह बता दें कि सॉफ्टलाइन लेगिंग्स, मर्दों में अंदर की बात को बखूबी बताने वाली कंपनी रूपा एंड कंपनी लिमिटेड का उत्पाद है। इस कंपनी की खासियत हैं हमेशा कुछ नया, भिन्न और आरामदेह करने वाली सोच। सॉफ्टलाइन लेगिंग्स में महिलाओं की आवश्यकताओं और आराम को ध्यान में रख कर बनाई गई वस्तुएं हैं। चूंकि, सॉफ्टलाइन का प्रमुख ग्राहक की युवा और मस्त महिलाएं हैं, इसलिए, इसके ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर अनुष्का शर्मा सही चुनाव लगती हैं। यह ब्रांड अनुष्का की इमेज से तालमेल रखने वाला है। सॉफ्टलाइन की ब्रांड एम्बेसडर अनुष्का शर्मा कहती हैं, "सॉफ्टलाइन लेगिंग्स से जुड़ कर मैं खुश हूँ, क्योंकि यह ब्रांड उन युवतियों से जुड़ा है, जो चाहती हैं कि वह जो कुछ करें या पहने आरामदेह हो ।  यह ब्रांड अपने ग्राहकों पर फोकस है तथा भिन्न प्रकार के डिज़ाइन में उपलब्ध है, जो सामायिक और शांत हैं।"

बैटल ऑफ़ बिट्टोरा में काम करेंगी सोनम कपूर
सोनम कपूर आहूजा को उपन्यासों का पर फिल्म बनाने का चस्का लग गया है। अनुजा चौहान की उपन्यास द ज़ोया फैक्टर पर इसी टाइटल वाली फिल्म द ज़ोया फैक्टर को पूरा करने के बाद, सोनम कपूर अब बैटल ऑफ़ बिट्टोरा में उतरेंगी। द ज़ोया फैक्टर में एक पीआर फर्म और एड एजेंसी चलाने वाली लड़की की भूमिका करने के बाद, सोनम कपूर एनिमेटर की भूमिका में होंगी।  बैटल ऑफ़ बिट्टोरा की एनिमेटर सरोजिनी पांडेय उर्फ़ जीनी को, अपनी माँ के लिए राजनीती के दल दल में उतरना पड़ता है। वह लोकसभा चुनाव में अपनी माँ की पार्टी के लिए बिट्टोरा जाती हैं।  वहां वह पाती है कि जिस पार्टी का वह प्रचार कर रही है, उसी की विरोधी पार्टी के  टिकट पर उसका बचपन का प्रेमी ज़ैन अल्ताफ खान चुनाव लड़ रहा है। बैटल ऑफ़ बिट्टोरा की शूटिंग अगले साल से शुरू होगी।  उस समय तक द ज़ोया फैक्टर में सोनम कपूर का काम पूरा हो जाएगा।  सोनम कपूर ने कृष्णा उदयशंकर की पौराणिक कथानक पर पुस्तक गोविंदा की तीन सीरीज के अधिकार खरीद लिए हैं। सोनम कपूर, एक सितारा बहुल फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा में अपने पिता  अनिल कपूर के साथ काम कर रही हैं। राजकुमार राव और जूही चावला के साथ यह फिल्म १ फरवरी २०१९ को रिलीज़ होगी।

अब श्रीनारायण सिंह की चित्रकूट के तुलसीदास
महिलाओं के लिए टॉयलेट बनवाने और घरों की बत्ती गुल करवाने के बाद, निर्देशक श्रीनारायण सिंह, अब चित्रकूट में तुलसीदास की शरण में जा सकते हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि श्रीनारायण सिंह की अगली फिल्म की स्क्रिप्ट अभी तैयार नहीं है, मगर टाइटल फाइनल हो चुका है।  इस फिल्म का टाइटल चित्रकूट के तुलसीदास रखा जाएगा।  इस फिल्म का निर्माण साजिद नाडियाडवाला करेंगे। लेकिन, यह फिल्म पौराणिक या धार्मिक तत्व वाली नहीं होगी।  यह सामयिक सवाल उठाने वाली सामजिक फिल्म है।  कहानी यह सवाल उठाती हैं कि हमेशा लड़कियां ही क्यों अपना घर छोड़ कर जाती हैं ? कभी लड़का क्यों नहीं लड़की के घर जाता ? अलबत्ता, यह कहानी छोटे शहर चित्रकूट की पृष्ठभूमि पर होगी।  इसलिए   श्रीनारायण सिंह ने इस फिल्म का टाइटल चित्रकूट के तुलसीदास रखा है।  मगर, यह फिल्म तभी शुरू हो पायेगी, जब इसकी स्क्रिप्ट फाइनल हो जाएगी।  अभी स्क्रिप्ट ड्राफ्टिंग के स्टेज पर है।  श्रीनारायण सिंह की आदत है कि वह खाली नहीं बैठ सकते। इसलिए, अगर चित्रकूट के तुलसीदास की स्क्रिप्ट तैयार नहीं हुई तो श्रीनारायण सिंह किसी पूरी हो चुकी स्क्रिप्ट पर फिल्म शुरू कर सकते हैं।  अगर चित्रकूट के तुलसीदास की स्क्रिप्ट पूरी हो गई तो फिर इसके लिए उपयुक्त एक्टर्स की तलाश शुरू हो जाएगी।  फिलहाल तो देखने जाइये आज रिलीज़ श्रीनारायण सिंह की फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू को। 

अब काजोल ने भी कहा- रुक रुक रुक
प्रदीप सरकार की फिल्म हेलीकॉप्टर इला में, अजय देवगन की फिल्म का गीत रिक्रिएट कर शामिल किया गया है। परदे पर, इस गीत को काजोल गाती दिखाई देंगी। यह गीत १९९४ में फिल्म विजयपथ से है। इस फिल्म में अजय देवगन की नायिका तब्बू थी।  तब्बू ने फिल्म में यह गीत अजय देवगन के किरदार को छेड़ते हुए गाया था। इस गीत के बोल थे रुक रुक रुक अरे बाबा रुक। हेलीकाप्टर इला में, काजोल एक सिंगल मदर बनी हैं। जो अपने बेटे को अकेले दम पर पालती और बड़ा करती है। वह एक गायिका के तौर पर अपना करियर बनाना चाहती है।  इसी सिंगर किरदार पर रुक रुक रुक गीत फिल्माया गया है। इस गीत को किस पृष्ठभूमि में फिल्माया गया होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।  लेकिन, इस फिल्म को राघव सच्चर द्वारा रिक्रिएट किया गया है।  १९९४ की फिल्म विजयपथ के गीत को अलीशा चिनाई ने गाया था।  लेकिन, रिक्रिएट वर्शन पॉलोमी घोष द्वारा गाया गया है। फिल्म में, काजोल की इला ने इस गीत को किस प्रकार किया है, उससे ज़्यादा यह चिंता करनी ज़रूरी है कि निर्माता अजय देवगन ने अपनी ही फिल्म के गीत का रिक्रिएशन किस प्रकार से करवाया है। यह फिल्म १२ अक्टूबर २०१८ को रिलीज़ हो रही है।

कंगना रनौत से पत्रलेखा का पंगा ?
अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म पंगा से अभिनेत्री पत्रलेखा के निकल जाने की खबर है।  अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म पंगा की नायिका कंगना रनौत ही हैं।  इसलिए, पत्रलेखा के बाहर होने का ठीकरा उन पर  ही फोड़ा जा रहा है।  कहा जा रहा है कि कंगना रनौत के कारण पत्रलेखा ने पंगा छोड़ दी। जबकि, वास्तविकता दूसरी है।  दरअसल, पत्रलेखा के पंगा से बाहर निकलने के पीछे राजकुमार राव है।  उन्होंने अपनी दिलरुबा पत्रलेखा को सलाह दी कि कंगना रनौत की मौजूदगी में वह (पत्रलेखा) वह सुर्खियां नहीं पा सकती। खुद राजकुमार राव भी कंगना रनौत की फिल्म क्वीन में काम कर, उनके किरदार के नायक बनने के बजाय सपोर्टिंग बन कर रह गए।  क्वीन के लिए ही कंगना रनौत को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था।  राजकुमार राव को अच्छी तरह से मालूम है कि अभिनय के मामले में, इस समय की कोई भी अभिनेत्री कंगना रनौत के सामने टिक नहीं सकती। यहाँ बताते चलें कि राजकुमार राव, फिल्म मेन्टल है क्या में कंगना रनौत के साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं।  कंगना के कारण, पंगा से पत्रलेखा के निकल जाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए अश्विनी अय्यर तिवारी ने कहा, "पंगा के कहानी मेरे दिल के काफी करीब है।  मैं जानती हूँ कि इस चरित्र में जीवन कंगना रनौत ही जान डाल सकती हैं।"

नेटफ्लिक्स पर अवतार द लास्ट एयरबेंडर
नेटफ्लिक्स ने क्रिएटर जोड़ी ब्र्याँ कोनिएत्ज़को और माइकल डिमार्टिनो को एनिमेटेड शो अवतार द लास्ट एयरबेंडर को लाइव-एक्शन सीरीज के तौर पर तैयार करने के लिए कहा है।  इस सीरीज का निर्माण २०१९ से शुरू किया जाएगा तथा यह केवल नेटफ्लिक्स के नेटवर्क पर उपलब्ध होगी।  नेटफ्लिक्स ने निकलोडियन के साथ इस सीरीज को २००५ से २००८ के मध्य तीन सीजन में दिखाया था।  द एमी और  पीबॉडी पुरस्कार जीतने वाली इस सीरीज में आंग के मुख्य चरित्र के साहस को दर्शकों ने काफी पसंद किया था।  आंग अपने दोस्तों के समूह के साथ अग्नि के देवता ओज़ई को पराजित कर दुनिया को विनाश से बचाता था। द लास्ट एयरबेंडर को पूरी दुनिया में बहुत सराहा और पसंद किया गया था । आंग करैक्टर, इस सीरीज के ख़त्म होने के बाद भी कॉमिक बुक्स में जीवित रहा था।  २०१० में, एम नाईट श्यामलन ने, नूह रिंगर को आंग की भूमिका में लेकर लाइव एक्शन एडवेंचर फैंटसी फिल्म द लास्ट एयरबेंडर का निर्माण किया था। परन्तु इस फिल्म को ख़ास सफलता नहीं मिली। दरअसल, अवतार: द लास्ट एयरबेंडर में आंग के करैक्टर के साथ समसामयिक दूसरे करैक्टर और घटनाये भी थी। अब चूंकि, आंग और उसके साथियों को भूमिका को एनिमेटेड करैक्टर से निकाल आकर लाइव एक्शन करैक्टरों में पूरी दुनिया के सामने लाया जा रहा है ।

पाकिस्तान में रिलीज़ होंगी ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान और जीरो
बॉलीवुड के दो फिल्म निर्माताओं के लिए पाकिस्तान से खुशखबरी है। यह दो फिल्म निर्माता हैं आनंद एल राय और यशराज फिल्म्स।  इन दोनों की दो फ़िल्में इस साल नवंबर और दिसंबर में रिलीज़ होने वाली है।  पहले, ८ नवंबर को, यशराज फिल्मस की, विजय कृष्ण आचार्य उर्फ़ विक्टर की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान रिलीज़ होगी।  इसके बाद, २१ दिसंबर को, आनंद एल राय निर्देशित फिल्म जीरो रिलीज़ होगी। ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान में आमिर खान, अमिताभ बच्चन, कैटरीना कैफ और फातिमा सना शैख़ मुख्य भूमिका में हैं।  फिल्म जीरो में भी कैटरीना कैफ नायिका है।  लेकिन, उनके हीरो शाहरुख़ खान है और सह नायिका की भूमिका में अनुष्का शर्मा हैं।  खुशखबरी यह है कि यह दोनों फिल्मे पाकिस्तान में, पूरी दुनिया के साथ रिलीज़ होगी।  पाकिस्तान में भारतीय फ़िल्में रिलीज़ करने वाली संस्था आईएमजीसी ने इन दोनों फिल्मों को पूरे पाकिस्तान में रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया है।  शाहरुख़ खान और आमिर खान, जितने हिंदुस्तान में लोकप्रिय हैं, उतने ही पाकिस्तान में भी हैं।  इसलिए, ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान और जीरो के पाकिस्तान में रिलीज़ किये जाने से सबसे ज़्यादा खुश पाकिस्तान के फिल्म प्रदर्शक भी खुश होंगे, क्योंकि बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया कारोबार करने के लिहाज़ से बॉलीवुड के खान अभिनेता बेमिसाल हैं। इन दोनों फ़िल्में पाकिस्तान में ३०+ करोड़ का कारोबार किये जाने की उम्मीद है ।

अब बटला हाउस में एनकाउंटर करेंगे जॉन अब्राहम !
पिछले हफ्ते अभिनेता और फिल्म निर्माता जॉन अब्राहम ने अपनी अगली फिल्म बटला हाउस के निर्माण का ऐलान करते हुए फिल्म की रिलीज़ की तारिख १५ अगस्त २०१९ भी तय कर दी।  यह फिल्म १९ सितम्बर २००८ को
, दिल्ली के जामिया नगर इलाके में बटला हाउस में छुपे आतंकवादियों से दिल्ली पुलिस की मुठभेड़इस मुठभेड़  में घर में छिपे दो आतंकवादियों के मारे जाने के अलावा एक पुलिस अधिकारी मोहनचंद्र शर्मा भी मारे गए थे। यह अपने समय का सबसे विवादित एनकाउंटर था।  इस एनकाउंटर पर कांग्रेस के तकालीन केंद्रीय मंत्रियों ने ही सरकार पर आरोप लगाए। यह मामला ८ साल बाद, मुख्य अभियुक्त शहजाद को सज़ा के  बाद ही ख़त्म हुआ।  इसी किस्से पर जॉन अब्राहम की फिल्म है।  परमाणु : द पोखरण स्टोरी के बाद, जॉन अब्राहम के साथ निखिल अडवाणी का यह दूसरे सहयोग है।  जॉन अब्राहम ने इस फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर जारी  करते हुए ट्वीट किया, "हर कहानी के दो पहलू होते हैं। एक सही और दूसरा गलत।  लेकिन, क्या हो अगर सच और झूठ के बीच खींची यह पतली रेखा धुंधली हो, काफी धुंधली !" जॉन अब्राहम तथा दूसरे निर्माताओं की ट्वीट से  ऐसा लगता है कि यह फिल्म ९५ मिनट चली मुठभेड़ की आठ साल तक चली लम्बी कहानी पर है।  इस कहानी को, निखिल अडवाणी और रितेश शाह पिछले तीन सालों से लिख रहे हैं। 

शिफ्ट मे फ़िल्में करने वाली पूजा हेगड़े

पूजा हेगड़े, तेलुगु फिल्मों की व्यस्त अभिनेत्री हैं।  इस समय उनके पास चार बड़ी फ़िल्में हैं।  एक फिल्म हिंदी में हैं, खालिस बॉलीवुड मसाला फिल्म।  फिल्म का नाम है हाउसफुल ४।  इस फिल्म में अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और बॉबी देओल के साथ दो कृतियां कृति खरबंदा और कृति सैनन तथा एक पूजा हेगड़े हैं।  यह, साजिद खान शैली में कॉमेडी फिल्म है।  खासियत है पुनर्जन्म।  बाकी तीन फ़िल्में तेलुगु भाषा में हैं।  इन तीनों फिल्मों में वह तेलुगु के बड़े सितारा अभिनेताओं के साथ अभिनय कर रही हैं।  लेकिनतेलुगु इंडस्ट्री के जानकार बताते हैं कि इतने बड़े अभिनेताओं की फिल्मों को भी  वह शूटिंग के लिए रोजाना तीन शिफ्टों में घंटों में समय दे रही हैं। मसलन, एनटीआर जूनियर की तेलुगु एक्शन फिल्म अरविंदा सामेथा वीरा राघवा को सुबह ६ से १२ बजे की शिफ्ट में शूट करती हैं। इस फिल्म के निर्देशक त्रिविक्रम श्रीनिवास हैं।  इसके बाद, वह महेश बाबू की ड्रामा फिल्म महर्षि की शूटिंग १ बजे से ७ बजे के बीच करती हैं। इस फिल्म के निर्देशक वामशी पैडीपल्ली हैं।  तीसरी अनाम तेलुगु फिल्म में पूजा हेगड़े के नायक प्रभाष हैं।  रात ८ बजे से देर रात १ बजे तक वह, प्रभाष की अनाम फिल्म की शूटिंग करती हैं। इस अनाम रोमांस फिल्म के निर्देशक केके राधाकृष्ण कुमार हैं।  एक ख़ास बात और भी हैं कि यह सभी फ़िल्में भिन्न जॉनर की है।  वह एक्शन, ड्रामा और रोमांस फ़िल्में एक साथ कर रही हैं।  हिंदी की फिल्म हाउसफुल ४ तो के कॉमेडी हैं ही।  संभव है कि हाउसफुल ४ के बाद, वह बॉलीवुड फिल्मों में भी व्यस्त हो जाएँ।   


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यह सपोर्टिंग ही अच्छे हैं फिल्म की सेहत के लिये !

इस साल की टॉप ग्रॉसिंग कुछ फिल्मों पर एक नज़र डालते हैं।  संजू, राज़ी, गोल्ड, वीरे दी वेडिंग, स्त्री, सत्यमेव जयते, पैडमैन, आदि फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली थी।  इन तमाम फिल्मों की खासियत यह थी कि इन फिल्मों से अपने प्रभावशाली अभिनय के बल पर कुछ एक्टर उभर कर आये थे। कुछ ने तो अपने नायकों को भी ज़बरदस्त टक्कर दी थी।  दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा था।  संजू में कमलेश उर्फ़ कमली तथा राज़ी में नायिका रहमत (आलिया भट्ट) के शौहर इक़बाल की भूमिका में अभिनेता विक्की कौशल दर्शकों की निगाहों में चढ़ गए थे।  अक्षय कुमार की फिल्म गोल्ड में एक्टरों की भरमार है।  इसके बावजूद अभिनेता अमित साध अपनी भूमिका में उभर का आये थे। वीरे दी वेडिंग चार महिला दोस्तों की कहानी थी।  करीना कपूर और सोनम कपूर जैसी बड़ी एक्ट्रेस के सामने करीना कपूर के मंगेतर बने सुमीत व्यास उभर कर आते हैं।  सत्यमेव जयते में एक्टर मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के माचो एक्टर जॉन अब्राहम को ज़ोरदार टक्कर देते हैं। पैडमैन में अक्षय कुमार और सोनम कपूर के बावजूद राधिका आप्टे अपनी मौजूदगी दर्ज कराती हैं।  ऎसी बहुत सी फ़िल्में हैं, जिनमे नायक-नायिका के सपोर्टिंग एक्टर बाज़ी मार ले जाते हैं।  दर्शक सिनेमाघरों से बाहर निकालता है, तो उसके जेहन मे इन्ही एक्टर्स के किरदार घूम रहे होते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अगर यह अभिनेता अभिनेत्रियां अगर लीड में आये तो दर्शक इनकी फिल्मों को हाथों हाथ लेगा

नहीं चली विक्की कौशल की मनमर्ज़ियाँ
कोई दो हफ्ता पहले अनुराग कश्यप की रोमांस फिल्म मनमर्ज़ियाँ रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म के ट्रेलर में, नायिका तापसी पन्नू अपने नायक विक्की कौशल को उत्तेजनापूर्ण चुम्बन कर रही थी।  उम्मीद थी कि अभिषेक बच्चन की दो साल बाद वापसी वाली यह फिल्म बढ़िया शुरुआत करेगी।  लेकिन, पहले राज़ी और फिर संजू से उभर कर आने वाले विक्की कौशल के नायक वाली फिल्म मनमर्ज़ियाँ बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ ३.२० करोड़ की ओपनिंग ही ले सकी ।  विक्की कौशल दर्शकों को सिनेमाघरों में ला पाने में नाकामयाब रहे।  विक्की कौशल तो अपने बूते पर मसान, जुबां और रमन राघव २.० तक नहीं सफल करा पाते। लव पर स्क्वायर फ़ीट बॉक्स ऑफिस पर मुंह के बल गिरती है। 

सन्नाटे में स्वरा भास्कर की फ़िल्में
स्वरा भास्कर के खाते में वीर दी वेडिंग जैसी १०० करोडिया फिल्म दर्ज है।  इस फिल्म में, करीना कपूर और सोनम कपूर जैसी सेक्सी अभिनेत्रियों की मौजूदगी में भी उनके हस्त मैथुन करने के दृश्य की काफी चर्चा हुई है।कहा जा सकता है कि उनके इस चरित्र को देखने के लिए काफी दर्शक गए। लेकिन, ध्यान रहे कि यही स्वरा भास्कर, जब अनारकली ऑफ़ आरा की नायिका बन कर आई थी, तो दर्शक सिनेमाघरों की तरफ गया  तक नहीं था । देश में, विदेशो में चर्चित स्वरा भास्कर की फिल्म निल बटे सन्नाटा का सिनेमाघर सन्नाटे में डूबा मिलता है।

करीना कपूर के मंगेतर सुमीत
वीरा दी वेडिंग में करीना कपूर के मंगेतर बने सुमीत व्यास दर्शकों और समीक्षकों को पसंद आते हैं। महिलाओं की दोस्ती पर इस फिल्म में सुमीत व्यास का ऋषभ मल्होत्रा उभर कर आता है।  वह वास्तव में सशक्त अभिनेता हैं भी।  लेकिन, जब यह सुमीत, नवोदित निर्देशक आकर्ष खुराना की फिल्म हाई जैक में एक डीजे की मुख्य भूमिका में आते हैं, दर्शकों को बेसुरे लगते हैं। फिल्म बुरी तरह से असफल होती है।  तमाम प्रचार प्रसार के बावजूद रिबन को दर्शक नहीं मिलते। 

अक्षय कुमार और सलमान खान के अमित साध
अमित साध ने, सलमान खान के साथ ३०० करोड़ कमाने वाली फिल्म सुल्तान की है।  इस साल भी, वह अक्षय कुमार के साथ फिल्म गोल्ड में अमित साध ने उत्साही हॉकी खिलाड़ी की जटिल भूमिका की है।  एक अमीर बाप के हॉकी खिलाड़ी बेटे की इस जटिल भूमिका को अमित साध बखूबी कर ले जाते हैं। वह अगले साल रिलीज़ होने जा रही हृथिक रोशन की फिल्म सुपर ३० में भी महत्वपूर्ण भूमिका कर रहे हैं।   लेकिन, यही अमित साध फिल्म रनिंग शादी डॉट कॉम और राग देश की मुख्य भूमिका में अप्रभावी साबित हुए थे।  उनकी एक फिल्म जैक एंड जिल २१ सितम्बर को रिलीज़ हो चुकी होगी। इस फिल्म की कोई चर्चा नहीं हुई। 

ऋचा चड्डा की तमंचे को नहीं मिले दर्शक
दस साल पहले, फिल्म ओये लकी लकी ओये से अपने करियर की शुरुआत करने वाली ऋचा चड्डा, आज भी फुकरे की गैंगस्टर भोली पंजाबन और गैंग्स ऑफ़ वासेपुर की नगमा खातून के किरदारों से ही अपनी पहचान रखती हैं।  संजय लीला भंसाली की फिल्म गोलियों की रासलीला राम लीला की रसीला की छोटी भूमिका में प्रभावित करने वाली ऋचा चड्डा तमंचे की नायिका के बतौर तमाम अंग प्रदर्शन के दर्शकों को पसंद नहीं आती।उनकी दास देव और जिया और जिया को दर्शक देखने नहीं जाते। यह फ़िल्में बिना किसी  चर्चा के सिनेमाघरों से उतर जाती हैं।

फिल्मों के राजकुमार नहीं
ज़रूरी नहीं कि सपोर्टिंग भूमिकाओं में उभरने वाले एक्टर किसी फिल्म को अपने कन्धों पर ढो सकें। हालिया उदाहरण राजकुमार राव हैं।  बरेली की बर्फी में वह आयुष्मान खुराना और कृति सैनन और हमारी अधूरी कहानी में इमरान हाश्मी और विद्या बालन के साथ भी उभर के आते हैं।  राजकुमार राव की पहली फिल्म लव सेक्स और धोखा के सफल नायक राजकुमार राव काई पो चे और क्वीन की सह भूमिकाओं में खूब सफल होते हैं।  अभी उनकी हॉरर फिल्म स्त्री ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश किया है।  लेकिन, यही राजकुमार राव बतौर हीरो किसी फिल्म को सफल बना सकते हैं ? ओमेर्ता, बहन होगी तेरी, शादी में ज़रूर आना, न्यूटन, ट्रैप्ड, अलीगढ और सिटी लाइट्स जैसी फिल्मों की लम्बी श्रंखला है, जो नायक राजकुमार राव की असफल फिल्मों में शुमार हैं।  स्त्री की सफलता में हॉरर, कॉमेडी, श्रद्धा कपूर और पंकज त्रिपाठी के करैक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कमज़ोर और प्रभावहीन मनोज बाजपेयी
रामगोपाल वर्मा की गैंगस्टर फिल्म सत्या के भीखू म्हात्रे के भूमिका में दबदबा कायम करने वाले मनोज बाजपेयी ने शूल के इंस्पेक्टर समर प्रताप सिंह की भूमिका में खुद को नया एंग्री यंगमैन के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की थी।  लेकिन, जल्द ही उनका यह मुलम्मा उतर गया। बेशक उन्होंने, जॉन अब्राहम की फिल्म सत्यमेव जयते तक अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है। लेकिन, मनोज बाजपेयी, जैसे ही किसी कमज़ोर अभिनेता के साथ भी होते हैं तो प्रभावहीन साबित होते हैं।  ऐयारी इसका प्रमाण है।  इस फिल्म में, मनोज बाजपेयी के जोड़ीदार सिद्धार्थ मल्होत्रा थे।  फिल्म असफल हुई।  इसलिए, सत्यमेव जयते के लिए मनोज बाजपेयी को सारे अंक देना जॉन अब्राहम के साथ अन्याय होगा।  क्योंकि, जॉन खुद के बूते पर परमाणु द पोखरण स्टोरी को भी सफल बना ले जाते हैं।  लेकिन, मनोज बाजपेयी की हालिया रिलीज़ फ़िल्में लव सोनिया, गली गुलियाँ और मिसिंग के सिनेमाघरों ने दर्शकों को मिस किया।
 
नेटफिल्क्स की राधिका आप्टे 
राधिका आप्टे ने कम बजट की, फिल्म मेलों में प्रशंसा पाने वाली और भारतीय सिनेमाघरों में बहुत कम रिलीज़ पाने वाली बहुत सी फ़िल्में की हैं।  लेकिन, पैडमैन और बदलापुर के अलावा बड़े  बजट की फ़िल्में उनके खाते में इक्कादुक्का ही दर्ज हैं। अब तो उनकी पहचान नेटफ्लिक्स की राधिका आप्टे वाली बन गई है।  नेटफ्लिक्स पर, राधिका आप्टे की फ़िल्में स्ट्रीम तो करती ही हैं, वह नेटफ्लिक्स की कई प्रमुख सीरीज में भी काम कर चुकी हैं। वह नेटफ्लिक्स के लिए लस्ट स्टोरीज, सेक्रेड गेम्स और घौल जैसी सीरीज भी कर चुकी हैं।  

ज़ाहिर है कि ज़रूरी नहीं है कि सह भूमिका में अपने अभिनय का डंका बजाने वाला एक्टर, बतौर नायक भी वैसा ही प्रभावशाली हो।  कुछ ऐसे अभिनेता हैं जो सह भूमिकाओं में ज़बरदस्त टक्कर देते हैं।  इसलिए, उनसे यह अपेक्षा लगा लेना कि वह बतौर नायक भी दर्शक बटोर लाएंगे, बेमानी होगा।  फिल्म की भलाई इसी में है कि यह नायक के सपोर्टिंग बने रहे।  अन्यथा, इनकी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर ढेर होने में देर नहीं लगती है।




झुण्ड में फुटबॉल टीम बनाने वाले प्रोफेसर बनेंगे अमिताभ बच्चन

अब जबकि, आमिर खान, कैटरीना कैफ और फातिमा सना शैख़ की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान की रिलीज़ को १ महीना ८ दिन रह गए हैं, अमिताभ बच्चन आराम की मुद्रा में हैं।

थोड़ा आराम करने के बाद वह, ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान के प्रचार में जुट जायेंगे।

जब तक, ठग्स  ऑफ़ हिन्दोस्तान परदे पर रिलीज़ होगी, अमिताभ बच्चन अपनी अगली फिल्म की शूटिंग में व्यस्त होने के लिए तैयार हो चुके होंगे ।

निर्माता भूषण कुमार की नागराज मंजुले निर्देशित इस फिल्म का टाइटल झुण्ड है। इस फिल्म की शूटिंगनवंबर से नागपुर में नॉन-स्टॉप होगी।

सूत्र बताते हैं कि अमिताभ बच्चन के क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति का फाइनल नवंबर के मध्य में खेला जाएगा। इसके बाद, अमिताभ बच्चन भी झुण्ड में शामिल हो जायेंगे।

यह फिल्म नागपुर के एक प्रोफेसर विजय बारसे  की कहानी है, जो झुग्गी-झोपड़ियों के युवकों में से एक फुटबॉल टीम स्लम सॉकर खडी करता है।

ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान में ठग खुदाबख्श की भूमिका करने वाले अमिताभ बच्चन झुण्ड में प्रोफेसर विजय बारसे की भूमिका करेंगे।

इस फिल्म को ७०-८० दिनों के शिड्यूल में पूरा किया जाना है। अमिताभ बच्चन को, नॉन स्टॉप ४५ दिनों तक, नागपुर में झुण्ड की शूटिंग पूरी करनी है।

नागराज मंजुले ने फिल्म में फुटबॉल टीम को सड़क के बच्चों को ही तैयार किया है। इन बच्चों को गहन प्रशिक्षण दिया गया है। अब यह युवा प्रोफेशनल एक्टर की तरह बन गए हैं।

इस फिल्म को नागपुर में ही शूट किये जाने को लेकर नागराज मंजुले कहते हैं, "मैं फिल्म का लुक और फील, ज़्यादा से ज़्यादा वास्तविक रखना चाहता था।  इसलिए, फिल्म की शूटिंग नागपुर में ही रखी हैं।

फिल्म की भाषा भी नागपुर में बोली जाने वाली भाषा की तरह ही होगी।  अमिताभ बच्चन इस भूमिका के साथ पूरा न्याय करेंगे।"


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Saturday 29 September 2018

कंगना रनौत ने किया मणिकर्णिका का क्रेडिट लेने से इंकार

लम्बे इंतज़ार के बादकंगना रनौत की ऐतिहासिक फिल्म, झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की बहादुरी  की जीवन गाथा मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी मेंकंगना रनौत के रानी झाँसी अवतार का एक  चित्र जारी हुआ।

इस चित्र के साथ यह सूचना दी गई है कि मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी २५ जनवरी २०१९ को रिलीज़ होने जा रही।

फिल्म मणिकर्णिका का ट्रेलर इस गाँधी जयंती को यानि २ अक्टूबर को रिलीज़ किया जायेगा ।

इस ऐलान से साफ़ है कि कंगना रानौत की फिल्म मणिकर्णिका अपने तय समय पर ही रिलीज़ होगी, बेशक उसका टकराव हृथिक रोशन की फिल्म सुपर ३० से होगा ।

कंगना रानौत, अपनी इस फिल्म के प्रति कितना समर्पित हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब फिल्म के निर्देशक कृष फिल्म को एनटीआर बायोपिक के लिए बीच मे ही छोड़ कर चले गए थे तो कंगना रानौत ने तत्काल इस फिल्म की कमान अपने हाथों में सम्हाल ली और इस फिल्म की ४५ दिनों की शूटिंग पूरी की ।

इसके बावजूद कि सोनू सूद जैसे लोग यह कह  कर फिल्म छोड़ कर चले गए कि कंगना अपने डायरेक्टर बनने की चाहत फिल्म को पूरा करके पूरी कर रही है ।

ख़ास बात यह है कि कंगना रानौत ने ४५ दिनों तक एक्टर-डायरेक्टर की भूमिका करने के बावजूद, इस काम के लिए अतिरिक्त मेहनताना नहीं लिया । हालाँकि, फिल्म के निर्माता ने इसकी पेशकश की थी ।

अब यह भी खबर है कि कंगना रानौत नहीं चाहती हैं कि फिल्म में उनका नाम बतौर निर्देशक फिल्म की क्रेडिट में जाए । उन्होंने फिल्म के निर्माता और जी स्टूडियोज ने क्रेडिट देने का ऑफर किया तो कंगना ने साफ़ मना कर दिया ।

कंगना ने कहा, “मैं इस फिल्म के विषय से प्यार करती हूँ । इसलिए चाहती हूँ कि फिल्म अच्छी बने और समय पर रिलीज़ हो ।“ 



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