जॉन अब्राहम के बैनर जेए एंटरटेनमेंट की प्रस्तुति फिल्म परमाणु: द स्टोरी
ऑफ़ पोखरण के पोस्टर के पोस्टर के रिलीज़ होते ही, हंगामा खड़ा
हो गया है। इस पोस्टर से,
परमाणु से पहले जुडी दो फिल्म निर्माण संस्थायें क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट और
ज़ी एंटरटेनमेंट का नाम नदारद है। पोस्टर में सैन्य वर्दी में जॉन अब्राहम के चेहरे
में राजस्थान का नक्शा नज़र आ रहा है। नीचे की तरफ, जॉन अब्राहम
के साथ डायना पेंटी तथा दूसरे सैनिक किरदार बावर्दी नज़र आ रहे हैं। पूरा पोस्टर
पीले रंग का है। इसमें सेना का बेस कैंप, शायद जहाँ
परमाणु परीक्षण हुआ होगा, दिखाया गया है। इस पोस्टर से साफ़ है कि जॉन अब्राहम और
निर्देशक अभिषेक शर्मा देश के गौरवशाली इतिहास का चित्रण करने वाली फिल्म बना पाने
में कामयाब हुए हैं। इस फिल्म को दर्शकों
के सामने ज़रूर आना चाहिए। लेकिन, क्रिअर्ज
एंटरटेनमेंट की प्रेरणा अरोड़ा फिल्म की रिलीज़ को लगातार टालती आ रही थी। उनके द्वारा फिल्म को पिछले साल से तीन बार
टाला जा चुका था। परमाणु की रिलीज़ की पहली तारीख़ ८ दिसंबर २०१७ थी। परन्तु,
इसकी रिलीज़ पद्मावत के लिए टाल दी गई। इसके बाद,
परमाणु की रिलीज़ की दूसरी तारीख़ २३ फरवरी का ऐलान किया गया। लेकिन, फिल्म तब भी
रिलीज़ नहीं हो सकी। पानी तब सर से ऊपर चला
गया, जब परमाणु द स्टोरी ऑफ़ पोखरण तीसरी बार ६
अप्रैल को भी नहीं रिलीज़ की गई। इसीलिए, मुख्य
निर्माता जॉन अब्राहम ने एकतरफा निर्णय लेते हुए दो अन्य निर्माताओं को इसके
निर्माण के अधिकार से वंचित करते हुए
फिल्म को रिलीज़ करने का निर्णय लेना पड़ा।
हालाँकि, मीडिया में यह खबरे आ रही है कि प्रेरणा
अरोड़ा फिल्म परमाणु की रिलीज़ रोकने की हर कोशिश में है। लेकिन, जॉन अब्राहम
द्वारा पोस्टर जारी कर, उनकी किसी भी कोशिश से बेफिक्र होने की
कोशिश की है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 5 April 2018
क्या परमाणु की पोखरण टेस्ट की कहानी रिलीज़ होगी !
Labels:
John Abraham,
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment