भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 31 August 2019
सत्ता के लिए संघर्ष का Prassthanam: title track
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
The Aeronauts का ट्रेलर
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ट्रेलर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday 30 August 2019
Smita Tambe खुद बनाती है इको फ्रेंडली गणेश
‘सैक्रेड गेम्स 2’
वेबसीरिज में अभिनेता सैफ अली खान के साथ दिखी अभिनेत्री स्मिता तांबे के
घर सात दिन के लिए गणेश भगवान विराजमान होते हैं। इन सात दिनों में गणेशजी की
पूजा- अर्चना बडी ही भक्तिभाव से स्मिता करती हैं। साथ ही,
गणेशजी की मुर्ती को खुदके घर में आकार देने पर स्मिता विश्वास रखती हैं।
स्मिता कहती हैं, “मै और मेरे पति जब एक बार गणेश मूर्ति खरीदने
गयें तब मूर्तिकार जिस तरीके से भगवान की मूर्ति का मार्केटिंग कर रहें थे,
उससे हम हैरान हो गयें। भगवान की मूर्ति इस तरह से बाजार में बिकते देख
दु:ख हुआ, और सोचा कम से कम हमारे घर तो विराजमान
होनेवाले गणेश जी का यह घर आते हुए अवमान ना हो। इसलिए हमने खुद के ही हाथों से
गणेश मूर्ति बनाने का फैसला लिया।“
वह आगे कहती हैं, “मेरे पति बेहतरीन मुर्तियाँ बनाते हैं। मूर्तियों को अच्छे से पेन्ट भी करते हैं। फिर मैं, गणेश जी के
लिए अलंकार और वस्त्र बनाती हूँ। अपने हाथों से बने भोजना का भोग चढाती हूँ। हमारे
मुर्ती की विशेषता होती हैं, यह मुर्ती
बनाते वक्त हम उसमें बीज डालते हैं। इस गणेश मूर्ति का फिर हम घर में ही विसर्जन
करते हैं। जिसके बाद जो पौधा खिल उठता हैं। उससे भगवान का आशिर्वाद हमारे साथ
हमेशा के लिए रहता हैं, साथ ही पर्यावरण की भी रक्षा कर पातें हैं।
मुझे लगता हैं, उत्सव मनाते वक्त नैचर का विनाश ना हो इस का
हमें ध्यान रखना चाहिए।
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खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
नवोदय टाइम्स ३० अगस्त २०१९
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नवोदय टाइम्स
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
John Abraham का वेलकम करेंगे Ahmed Khan
निर्माता फ़िरोज़ नाडियाडवाला ने, पिछले
साल हिट वेलकम फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म वेलकम ३ का ऐलान किया था। वेलकम सीरीज की पहली दो फिल्मों में नाना
पाटेकर, अनिल कपूर और परेश रावल की तिकड़ी थी । दूसरी
वेलकम फिल्म वेलकम बैक में अक्षय कुमार के बजाय जॉन अब्राहम का किरदार शामिल थे। इन
दोनों ही फिल्मों का निर्देशन अनीस बज़्मी ने किया था। लेकिन, वेलकम ३ के
निर्देशन की ज़िम्मेदारी उन्हें नहीं सौंपी गई थी। किसी नए निर्देशक को
फिल्म निर्देशित करना था ।
ब्रेक डांस ने बनाई पहचान
अब इस नए निर्देशक के नाम का ऐलान कर
दिया गया है । वेलकम ३ का निर्देशन अहमद खान करेंगे । अहमद खान ने, अपने फिल्म
करियर के शुरू में, शेखर कपूर की फिल्म मिस्टर इंडिया में ब्रेक डांस करने वाले एक
छोटे बच्चे की भूमिका में अपनी पहचान बनाई थी । उनकी पहली निर्देशकीय फिल्म लकीर
(२००४) थी ।
बागी २ से सुर्ख़ियों में
अहमद खान, एक बार फिर सुर्ख़ियों में
आये, जब साजिद नाडियाडवाला ने, बागी २ के निर्देशन की कमान, टाइगर श्रॉफ की सुपर हिट
डेब्यू फिल्म के सब्बीर खान से लेकर, अहमद खान को सौंप दी । अहमद साजिद के विश्वास
पर खरे उतरे । बागी २, पहली फिल्म से बड़ी हिट फिल्म साबित हुई । यही कारण है कि
बागी ३ का निर्देशन भी अहमद खान ही कर रहे हैं ।
दूसरी
फ्रैंचाइज़ी श्रंखला की तीसरी फिल्म
अब अहमद खान को तीसरी वेलकम की कमान भी
मिल गई है । इस फिल्म में वह इंडस्ट्री के तीन दिग्गज नाना पाटेकर, अनिल कपूर और
परेश रावल को निर्देशित कर रहे हैं । उन्हें, जॉन अब्राहम को भी निर्देशित करने का
मौक़ा मिल रहा है । ख़ास बात यह है कि जहाँ पहली दो वेलकम फिल्मों में कॉमेडी की डोज़
ज्यादा थी, वेलकम ३ में कॉमेडी के साथ साथ एक्शन भी भरपूर होगा । बागी ३ अगले साल प्रदर्शित
हो सकती है ।
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गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Priyanka Chopra क्यों नहीं बन सकी डिज्नी की मिस मार्वल
इस साल की शुरुआत में, मार्वेल स्टूडियोज ने डिज्नी प्लस के लिए लाइव एक्शन
सीरीज बनाने का ऐलान किया था। यह सीरीज मार्वेल कॉमिक्स के सुपरहीरो किरदारों में
से एक महिला सुपर हीरो मिस मार्वेल का है। यह सुपरहीरो, मार्वेल
सिनेमेटिक यूनिवर्स की पहली महिला सुपरहीरो कैप्टेन मार्वेल की तरह ही है।
कमला खान है
मिस मार्वेल
२०१३ में,
मार्वेल कॉमिक्स ने, पहले कैरोल डंवरस को सुपरहीरो मिस मार्वेल बनाने की
सोची थी। लेकिन, बाद में
कैरोल को कैप्टेन अमेरिका टाइटल दे दिया गया तथा मिस मार्वेल को अलग सुपरहीरो के
रूप में विकसित किये जाने का फैसला किया गया। मिस मार्वेल, दरअसल
पाकिस्तान- अमेरिकन कमला खान है। वह न्यू
जर्सी की रहने वाली है। उसमे कई मानवेतर शक्तियां है। यह अपने शरीर को घटा-बढ़ा
सकती है और बदल सकती है। इस पहली एशियाई सुपरहीरो को काफी पसंद किया गया।
प्रियंका चोपड़ा को मिस मार्वेल
कुछ महीनों पहले, मार्वेल स्टूडियोज ने, मार्वेल
सिनेमेटिक यूनिवर्स की फिल्मों और सीरीज का ऐलान किया, तब उसमे एक
लाइव एक्शन सीरीज मिस मार्वेल भी थी। जहाँ मार्वेल की कैप्टेन मार्वल पर फिल्म की
पहली महिला सुपरहीरो ब्री लार्सन बनी, वहीँ सीरीज की मिस मार्वेल के लिए प्रियंका
चोपड़ा के नाम पर गंभीरता से विचार किया जा रहा था। लेकिन, प्रियंका
चोपड़ा का एक ट्वीट उन पर भारी पड़ गया था।
क्यों कह दिया
भारतीय सेना को जयहिन्द
भारतीय सेना द्वारा बालकोट
स्ट्राइक के बाद,
फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भारतीय सेना को जयहिंद करते हुए ट्वीट
किया था। पाकिस्तानियों और दूसरे देशों
में रहने वाले मुसलमानों को यूनीसेफ की गुडविल एम्बेसडर होने के बावजूद प्रियंका
का यह ट्वीट नागवार गुजरा और उन्होंने प्रियंका को हटाने की मांग कर दी। हालाँकि, यूनीसेफ ने इसे नकार दिया। मुसलमानों का
गुस्सा उस समय आसमान पर चढ़ गया, जब प्रियंका ने मोदी सरकार द्वारा आर्टिकल ३७० संशोधित करने का समर्थन कर दिया।
छिन गया मिस
मार्वेल बनने का मौका
प्रियंका चोपड़ा को मुस्लिम आबादी
की नाराज़गी भारी पड़ी । प्रियंका चोपड़ा से
डिज्नी की मिस मार्वेल कमला खान की भूमिका
छीन ली। डिज्नी ने महसूस किया कि मिस
मार्वेल में प्रियंका चोपड़ा की मौजूदगी से सीरीज को पाकिस्तानियों तथा दूसरे देशों
के मुसलमानों की नाराज़गी से नुकसान उठाना
पड़ सकता है। इस प्रकार, प्रियंका
चोपड़ा से डिज्नी की महिला सुपरहीरो बनने का मौक़ा छिन गया।
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गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
भिन्न भूमिकाओं में एक Angad Bedi
रेमो डिसूज़ा और विक्की भगनानी की डेब्यू फिल्म फालतू से डेब्यू करने वाले
अंगद बेदी को सही मायनों में पहचान मिली, २०१७ में रिलीज़ कानूनी दांवपेच दर्शाने वाली
ड्रामा फिल्म पिंक के खलनायक राजवीर सिंह से। इस भूमिका से, अंगद ने
अपने काफी प्रशंसक बनाये और डिअर ज़िन्दगी, टाइगर ज़िंदा है, आदि बड़े
सितारों वाली फिल्मों में अहम् भूमिकाये भी बटोरी।
भिन्न
भूमिकाओं में अंगद
भारतीय क्रिकेट स्पिन गेंदबाज़ बिशन सिंह बेदी के बेटे के नाम से फिल्मों
में आये अंगद बेदी ने,
अब अपनी खुद की पहचान बना ली है। दर्शक उन्हें उनके भिन्न किरदारों से
जानने पहचानने लगा है। हालाँकि, अंगद की ज़्यादा भूमिकाये बुरे चरित्र हैं। लेकिन, उन्हें हॉकी
खिलाड़ी संदीप सिंह पर सूरमा में संदीप को सहयोग करने वाले बिक्रम सिंह की भूमिका
में भी काफी पसंद किया गया। यही कारण है कि अब उनके पास भिन्न प्रकार की भूमिकाये
हैं।
फिल्म और
डिजिटल माध्यम में
अंगद बेदी,
आने वाले समय में फिल्म और डिजिटल माध्यम पर भिन्न भूमिकाओं में नजर आने
वाले हैं। खेल की राजनीति पर अमेज़न की सीरीज इनसाइड एज २ में वह एक बार फिर टी-२०
क्रिकेट के कप्तान अरविन्द वशिष्ठ की भूमिका में नज़र आने जा रहे है। ऑल्ट बालाजी
के शो द वर्डिक्ट में अंगद बेदी एक वकील की भूमिका कर रहे हैं। कारगिल युद्ध में
युद्ध के दौरान दुर्गम स्थलों पर लड़ाकू विमान उड़ाने वाली गुंजन सक्सेना की बायोपिक
फिल्म में अंगद बेदी की भूमिका गुंजन के भाई और सैन्य अधिकारी की हैं।
जोया फैक्टर
का अंगद फैक्टर
अंगद के करियर के लिहाज़ से ख़ास है सोनम कपूर के साथ फिल्म जोया फैक्टर।
हालाँकि, अंगद ने यह
फिल्म अपने क्रिकेट प्रेम की वजह से ही साइन की है । पर कहानी के घुमाव के लिहाज़
से फिल्म में अंगद बेदी की रॉबिन भूमिका काफी ख़ास हैं। यह किरदार बहुत कुटिल और
दुष्ट चरित्र है।
अंगद से
भिन्न रॉबिन
ज़ोया फैक्टर में अपनी भूमिका के बारे में अंगद बेदी कहते हैं, “रॉबिन मेरे
व्यक्तित्व से बहुत अलग है। पर मैं एक खिलाड़ी की मनःस्थिति को समझता हूं। यही
कारण है कि इस भूमिका को निभाने के दौरान ये सभी भावनाएं मुझमें जीवंत हो गईं थी
।"
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
गैंगस्टर फिल्म मुंबई सागा से वापसी करेगी Kajal Aggerwal
एक तरह से
कहा जा सकता है कि गैंगस्टर फ़िल्में बनाने में माहिर निर्देशक संजय गुप्ता वापसी
कर रहे हैं। संजय गुप्ता की पिछली गैंगस्टर फिल्म शूटआउट एट वडाला २०१३ में
प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म के बाद, संजय ने एक्शन थ्रिलर फ़िल्में जज़्बा और
काबिल बनाई। अब वह गैंगस्टर फिल्म मुंबई सागा से वापसी कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस फिल्म से दक्षिण की फिल्मों
की लोकप्रिय अभिनेत्री काजल अग्रवाल भी वापसी की कोशिश में हैं।
नेपोटिस्म के
बीच काजल
इस समय
दक्षिण की कई अभिनेत्रियां बॉलीवुड में ज़ोरआजमाइश कर रही हैं। नेपोटिस्म के शिकार बॉलीवुड की फिल्मों में, दक्षिण की अभिनेत्रियों के लिए कठिन
स्थिति है। लेकिन, कुछ ख़ास तरह की फिल्मों में उनके लिए भी
काफी मौके हैं। शायद ऐसे ही किसी मौके को
तलाश करने के लिए काजल अगरवाल एक बार फिर
वापसी के प्रयास में हैं।
सीक्वल में
काजल नहीं करीना क्यों ?
काजल अग्रवाल
की, क्यों हो गया न की असफलता के बाद, पहली वापसी काफी सफल साबित हुई थी। अजय देवगन के साथ, रोहित शेट्टी के पुलिस यूनिवर्स की पहली
फिल्म सिंघम (२०११) ने ज़ोरदार सफलता हासिल
की थी। इस सफलता के बाद, रोहित शेट्टी ने अजय देवगन को फिर बाजीराव
सिंघम बनाया,
लेकिन काजल
अग्रवाल की काव्या भोसले को, करीना कपूर की अवनि कामत से बदल दिया। यह काजल के लिए बड़ा झटका था।
इकलौती फ्लॉप
फिल्म का खामियाज़ा
सिंघम के दो
साल बाद, काजल अग्रवाल की अक्षय कुमार के साथ फिल्म
स्पेशल २६ (२०१३) से वापसी हुई। यह वापसी
भी सुपरहिट हुई थी। मगर, काजल अग्रवाल को मार गई दो लफ़्ज़ों की
कहानी। रणदीप हूडा के साथ, इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से
असफल हो जाने का जितना खामियाज़ा काजल अग्रवाल को उठाना पड़ा, उसका पासंग भी फिल्म के नायक रणदीप हूडा
को नहीं हुआ।
मुंबई सागा
में
अब छह साल बाद, काजल अग्रवाल की बॉलीवुड में वापसी होने
जा रही है। काजल अग्रवाल को, संजय गुप्ता ने अपनी गैंगवार फिल्म मुंबई
सागा की स्टार कास्ट में शामिल कर लिया है।
यह फिल्म जॉन अब्राहम की भूमिका के इर्दगिर्द घूमने वाली है। काजल अग्रवाल की भूमिका जॉन अब्राहम के साथ
रोमांटिक है।
बड़ा सवाल
लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि सिंघम और स्पेशल २६
जैसी हिट फिल्मों की नायिका काजल अग्रवाल को जॉन अब्राहम के अलावा इमरान हाश्मी, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी,
प्रतीक बब्बर,गुलशन ग्रोवर,
रोहित रॉय, समीर सोनी और अमोल गुप्ते जैसी दिग्गज
पुरुष स्टारकास्ट के साथ छोटी भूमिका करके क्या हासिल होगा ? मगर उम्मीद पर तो दुनिया जीती है।
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खबर चटपटी
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Thursday 29 August 2019
Sanjay Dutt की फिल्म Prassthanam का ट्रेलर
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The Zoya Factor का ट्रेलर
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ट्रेलर
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Hollywood फिल्म JOKER का ट्रेलर
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सुदेश भोसले के ग्रेविटी स्टूडियो में उलटे का संगीत
सुदेश भोसले, अभिनेता अरुण बख्शी,
आदि ईरानी, मुश्ताक खान, फिरोज ईरानी,
निर्माता हेमागिनी पटाडीया, लेखक-निर्देशक
मनोज नाथवानी और जीत कुमार के साथ इस घटना की शोभा बढाई।
अमिताभ बच्चन के लिए उनके स्वर में गाने से मशहूर सुदेश भोसले का स्वप्न
ग्रेविटी स्टुडिओ के रूप में सामने आया है । समस्त सुविधाओं से लैस इस स्टूडियो में
एक लाइव रूम के साथ-साथ रिकॉर्डिंग स्टूडियो है । स्टूडियो लांच के अवसर पर हिंदी
फिल्म उलटे का संगीत भी लॉन्च भी किया गया ।
उलटे फिल्म की कहानी एक सामान्य ग्रामीण उलटे की है,
जिसका नाम वास्तव में उत्तमराव लक्ष्मण तेंडुलकर जो अपने स्थिर स्वभाव के
कारण हर किसी के मजाक का पात्र बनता है। इस कहानी में एक नया मोड आता है, जब उसे
फर्जी मतदाताओं के बारे में पता चलता है । वह इस गलत काम का भांडा फोड़ने का फैसला
करता है। इस दौरान जिन कठिनाइयों से गुजरता है और हर बाधा पार करता है,
यही इस फिल्म की कहानी है।
इस फिल्म के गाने सुदेश भोसले कि आवाज में ग्रेविटी स्टूडियो में रिकॉर्ड
किए गए हैं । इस अवसर पर सुदेश भोसले के अलावा
निर्माता हेमंगिनी पटाडिया और जीत कुमार, लेखक-निर्देशक
मनोज नाथवानी के साथ अभिनेता अरुण बख्शी, आदि ईरानी,
मुश्ताक खान, जीत कुमार,
फिरोज ईरानी, फाल्गुनी रजनी,
सचिन पाटिल और किरण आचार्य भी इस संगीत लॉन्च में उपस्थित थे।
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खबर है
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Ishaan & Ananya to go on a young, edgy roller-coaster ride with Khaali Peeli
Ali Abbas Zafar, who directed multiple block
busters like Sultan, Tiger Zinda Hai and Bharat among others, has joined hands
with Zee Studios to co-produce Khaali Peeli, directed by Maqbool Khan, slated
to release on June 12, 2020.
Set in the maximum city, Mumbai, Khaali Peeli is a
young, edgy roller-coaster ride that kick-starts one night, when a boy meets a
girl. The audiences’ excitement is bound to soar as this edgy, young film will
bring Ishaan and Ananya Panday together for the first time on the big screen.
What’s more? The makers have roped in Vishal-Shekhar to compose the music of
the film. The film will go on floor on September 11, 2019.
Elaborating on the long-term association with Zee Studios,
Ali Abbas Zafar commented, “Khaali Peeli’s process has been organic—Maqbool,
Himanshu and I worked on the script for almost a year and when we thought it
was completely baked, we took it to this enthusiastic young cast. I am happy
that Zee Studios is producing this film with us, apart from the other massive
film we are working on. We will announce our next big collaboration soon as
well.”
Shariq Patel, CEO, Zee Studios shared, “We at Zee
Studios are delighted to partner with Ali as he commences his journey as a
producer. This is the first of many!
It’s such an exciting script with tremendously promising talent attached
to the film. Exciting times ahead!”
Director Maqbool Khan added, “I can’t wait to
start this ride with this young talent!”
Produced by Zee Studios, Ali Abbas Zafar and
Himanshu Kishan Mehra, Khaali Peeli starring Ananya Panday & Ishaan will
release on June 12, 2020.
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नई फिल्म
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Wednesday 28 August 2019
Trailer DCU Titans Season 2
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Television
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‘Women In Music’ India Chapter launch
In what is bound to come as music to the ears of
many women (and men!), global non-profit organization, ‘Women in Music’
recently announced the launch of its India Chapter in an inaugural event held
on August 26th 2019 in Mumbai. Aimed at
building and fostering creative and business ties among women in the media and
entertainment sector, Women in Music is a unique forum for discussion and
action among both top leaders and emerging talent. It is the longest running,
largest, and leading global organization dedicated to promoting gender parity
and women’s visibility in music. The WIM India Chapter is chaired by the
renowned lawyer, Priyanka Khimani, Co-Founder & Lead Partner at the law
firm, Anand & Anand & Khimani, and she is joined by a team of music
industry professionals and artists to be the chapters founding leadership.
“It is an honour to be organizing the first event
for Women in Music in India. The WIM team is a powerhouse organization with an
inclusive membership, comprising of women from multi-faceted backgrounds,” says
Khimani.
She adds, “Globally, it has been doing a
tremendous job, in pushing the boundaries of the music industry and opening it
up for women. It is great to finally be bringing WIM’s vision to India. We are
excited to get started!”
The inaugural event for Women in Music, India on
August 26th officially flagged off the operations of this
national wing. Some of the guests that graced the event included celebrated
artists such as Shalmali Kholgade, Neeti Mohan, Sukriti Kakkar, Prakriti
Kakkar, Harshdeep Kaur Aditi Singh Sharma and Jonita Gandhi, among other female
industry stakeholders. Also present at the event were music industry giants
from companies including Universal Music, Sony Music, Indie Music, KWAN,
Netflix, Warner Music Group, Saavn, Red FM and some others
Women in Music, India is currently spearheaded by
a core team consisting of women across business, media and creative arts. The
membership is now open to everyone…..(both male and female like) who are
interested in supporting the mission of Women in Music.
ABOUT WOMEN IN MUSIC (WIM):
About Women in Music (“WIM”): Women in Music was
founded in New York in 1985 with a mission to
advance the awareness, equality, diversity, heritage, opportunities, and
cultural aspects of women in the musical arts through education, support,
empowerment, and recognition. At its core WIM is about celebrating the female
contribution to the music world and strengthening community ties.
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गीत संगीत
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ईशान खान के लक्क बूम बूम गीत में Yuvika Choudhary
भारत के नए म्यूजिक लेबल बीलाइव म्यूजिक ने मंगलवार,
२७ अगस्त को युविका चौधरी अभिनीत एक नया संगीत वीडियो 'लक्कड बूम
बूम' लॉन्च
किया।इस सॉन्ग से सिंगिंग डेब्यू करने वाले गायक ईशान खान के साथ सतविंदर नूर और अभिनव शेखर इस नए सिंगल में नजर आ रहे हैं।
इस सॉन्ग में ट्रेडिशनल म्यूजिक के साथ ही पॉप म्यूजिक का तड़का लगाया गया
है, यह एक परफेक्ट इंडीपॉप पॉप म्यूजिक बेहतरीन मिश्रण है। इस सॉन्ग में
अभिनेत्री युविका चौधरी ने अपनी मौजूदगी से चारचांद लगाए है। सॉन्ग एक रॅप का चंक
आता है जिसे गायक अभिनव शेखर बखूब ही सॉन्ग को और ऊंचाई दे रहा है। सॉन्ग को वर्षा
कुकरेजा, जीतेश राकेजा और बिंद्रा लालीवाला,
द्वारा निर्मित किया गया है , जबकि संगीत
अंजन भट्टाचार्य ने दिया है।
ईशान खान ने कहा “बी लाइव म्यूजिक लेबल के तहत काम करना और
अन्य प्रतिभाशाली गायकों के साथ सहयोग करना एक अद्भुत अनुभव है । जैसा कि ‘लक्क बूम
बूम’ मेरा पहला गाना है,
मैं इसके जरिये भारतीय संगीत उद्योग में अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहा हु
और अपना एक स्थान बनाने के लिए तत्पर हूं। उम्मीद करता हु को श्रोताओ को और दर्शको
को इस सॉन्ग के जरिये खुश करने में कामयाब रहूँगा।
लक्क बूम बूम यह सॉन्ग बीलाइव की
सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है,परियोजना के
तहत बीलाइव की टीम भारतीय संगीत उद्योग
में नयी प्रतिभाओं के साथ काम कर रही है और उन्हें प्रोहत्सान दे रही है। ‘लक्क बूम
बूम’ की शूटिंग बैंकॉक में सिर्फ १८ घंटे की अवधि
में की गयी है , यह एक बहुत ही पेपी सॉन्ग है जिस की धुन पर
हर कोई थिरकना चाहेगा ।
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Music Video
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अब १९११ में फुटबॉल खेलेंगे John Abraham
जॉन अब्राहम को फुटबॉल से ख़ास लगाव हैं। उनकी फुटबॉल टीम नार्थ-ईस्ट
यूनाइटेड एफसी में उत्तर पूर्व के नागालैंड, असम, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम, अरुणांचल प्रदेश, त्रिपुरा और
मिजोरम के खिलाड़ी खेलते हैं। उन्होंने फुटबॉल पर फिल्म धन धना धन गोल में अभिनय भी
किया है। अब वह फिर फुटबॉल पर एक फिल्म करने जा रहे हैं। जॉन अब्राहम इस फिल्म के
निर्माता और अभिनेता होंगे। इस फिल्म की कहानी का चुनाव, उन्होंने
खुद ही किया है। फुटबॉल पर इस फिल्म का निर्देशन निखिल अडवाणी करेंगे।
फुटबॉल में ऐतिहासिक विजय का साल
१९११ कोई तारीख़ नहीं, सन है। इस फिल्म की कहानी भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी
सिदबास भादुरी की है। सिदबास १९११ में मोहन बगान के कप्तान थे। उनके नेतृत्व में
मोहन बगान की फुटबॉल टीम ने १९११ की आईऍफ़ए शील्ड के फाइनल मुकाबले में ईस्ट
यॉर्कशायर रेजिमेंट की टीम को हरा कर, इस शील्ड को जीतने वाली पहली एशियाई टीम
होने का गौरब प्राप्त किया था। इस विजय के साथ ही देश में स्वतंत्रता संग्राम की
चिंगारी भी भड़क गई थी।
कहानी पर ५ साल
जॉन अब्राहम की कंपनी फुटबॉल की इस ऐतिहासिक घटना पर फिल्म की कहानी और
पटकथा पर पिछले ५ साल से काम कर रहे थे। जॉन अब्राहम, अपनी इस
फिल्म का निर्देशन उनके प्रोडक्शन की फिल्म विक्की डोनर और मद्रास कैफ़े के
निर्देशक शूजित सरकार से कराना चाहते थे। मगर कुछ कारणों से शूजित को फिल्म छोड़नी
पड़ी। इसके बाद,
फिल्म की कमान निखिल अडवाणी के हाथों में आ गई।
जॉन-निखिल दोस्ताना
निखिल अडवाणी के निर्देशन में १५ अगस्त को रिलीज़ फिल्म बाटला हाउस बड़ी
सफलता हासिल कर रही है। निर्माता और निर्देशक निखिल अडवाणी के साथ जॉन अब्राहम ने
सलाम ए इश्क,
सत्यमेव जयते और बाटला हाउस जैसी फ़िल्में की हैं। यह दोनों, सत्यमेव
जयते की सीक्वल फिल्म भी करने जा रहे हैं। यानि जॉन अब्राहम को रास आ रहा है निखिल
अडवाणी के साथ दोस्ताना !
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्यों ख़ास है ‘WAR' के एक्शन ?
हृथिक रोशन के साथ बैंग बैंग जैसी एक्शन फिल्म निर्देशित करने वाले
सिद्धार्थ मल्होत्रा,
अब दूसरी बार फिल्म वॉर में हृथिक रोशन के साथ हैं। बैंग बैंग, अपने एक्शन
और स्टाइल के कारण दर्शकों द्वारा बेहद पसंद की गई थी। वॉर को रिलीज़ होने में अब
पांच शुक्रवार ही शेष रह गए हैं। इस फिल्म के प्रचार में फिल्म के एक्शन को ज्यादा
तवज्जो दी जा रही है। क्या ख़ास है वॉर के एक्शन में कि फिल्म के प्रचार का
दारोमदार एक्शन पर ही है ?
हृथिक रोशन बनाम टाइगर श्रॉफ
वॉर का एक्शन इसलिए ही ख़ास नहीं कि खुद को एक्शन में अच्छी तरह से ढाल
चुके हृथिक रोशन फिल्म में है। फिल्म इस लिहाज़ से भी ख़ास है कि इस फिल्म में हृथिक
से रोमांस के लिए जहां वाणी कपूर को लिया गया है, वहीँ एक्शन और डांस के लिए उनका साथ टाइगर
श्रॉफ दे रहे हैं। टाइगर श्रॉफ, अपनी पहली फिल्म से ही एक्शन हीरो साबित हो चुके
हैं।। वह डांस में भी पारंगत है। हृथिक रोशन को ज़बरदस्त चुनौती देने वाले।
एक्शन के लिए एक साल
स्वाभाविक है कि इन दोनों के एक्शन ख़ास माने जाए। लेकिन, इन दोनों के
एक्शन की ख़ास बात यह है कि इनको तैयार करने के लिए सिद्धार्थ आनंद को एक साल से भी
ज्यादा का समय लगा। इसके बाद ही उन्होंने फिल्म की शूटिंग शुरू की। वह नहीं चाहते
थे कि वॉर में एक्शन ऐसे तैयार हों, जिन्हें हिंदी दर्शक देख चुका हो। सिद्धार्थ
आनंद की माने तो एक्शन देखते समय दर्शकों के खून का बहाव हमेशा ऊपर नीचे होता
रहेगा।
दुनिया के चार हिस्सों से कोरियोग्राफर
वॉर के एक्शन तैयार करने के लिए, दुनिया के चार श्रेष्ठ एक्शन कोरियोग्राफरों
का सहारा लिया गया है। फिल्म के एक्शन द डार्क नाइट और गेम ऑफ़ थ्रोंस के पॉल
जेंनिंग्स, सेफ हाउस और
डेथ रेस के फ्रांज़ स्पिलहॉस, एज ऑफ़ उल्ट्रॉन के सी यंग ओह और टाइगर जिंदा है के
परवेज़ शैख़ ने तैयार किये हैं। यह चारों एक्शन कोरियोग्राफर दुनिया के अलग अलग
हिस्सों में रहने वाले हैं।
दुनिया के ७ देश १५ शहर
वॉर का एक्शन युद्ध हृथिक रोशन, टाइगर श्रॉफ, पॉल जेंनिंग्स, फ्रांज़
स्पिलहॉस, सी यंग ओह
और परवेज़ शैख़ के कारण तो ख़ास बन पड़े ही हैं। इन्हें परदे पर होते देखना, दर्शकों का
अविस्मरणीय अनुभव होगा। क्योंकि, यह तमाम
दृश्य, दुनिया के ७
देशों और १५ विभिन्न शहरों में फिल्माए गए हैं। ख़ास बात यह भी है कि इन सभी एक्शन
में हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ आमने सामने होंगे।
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क्या विलेन बन पाएंगे हीरो न बन सके Kichcha Sudeep ?
फिल्म निर्माता सोहैल खान, जब दबंग ३
के खलनायक सिकंदर भरद्वाज की भूमिका लेकर, कन्नड़
फिल्मों के सुपर सितारे किच्चा सुदीप के पास गए थे, उन्हें
उम्मीद नहीं थी कि सुदीप इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे। लेकिन, सुदीप ने फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर अपनी
भूमिका और बॉलीवुड फिल्मों में अपनी जगह बनाने के ख्याल से इस फिल्म के प्रस्ताव
को मंज़ूर कर लिया। सुदीप,
निकितन धीर के चुन्नी के साथ दबंग के मुख्य खलनायक बन गए।
बॉलीवुड में जगह बनाने के ख्याल से दबंग ३ मंजूर करने वाले,
कन्नड़ फिल्मों के लगातार तीन फिल्मफेयर पुरस्कार जीतने वाले अभिनेता सुदीप,
हिंदी फिल्मों में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। उनकी पहली कोशिश में, दक्षिण के
निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने भरपूर सहयोग किया था। उन्हें, २००८ में
प्रदर्शित भयावनी फिल्म फूक और फूक २ का
हीरो बनाया। इन दो फिल्मों के बीच,
सुदीप रण में भी आये।
रामगोपाल वर्मा की ही फिल्म रक्त
चरित्र कर इसके सीक्वल में डीसीपी मोहन प्रसाद की भूमिका करने के बाद,
सुदीप की बॉलीवुड की पारी ख़त्म हो गई थी।
अब सुदीप दबंग ३ के मुख्य खलनायक बन कर आ रहे है। पांच फ्लॉप हिंदी फिल्मों की पारी का अतीत उनके
साथ हैं। क्या हिंदी दर्शक,
सुदीप की इस वापसी पर तालियां बजायेगा ? बताते चलें
कि रक्तचरित्र २ (२०१०) के बाद, सुदीप तमिल
और तेलुगु में बनाई गई एसएस राजामौली की फंतासी एक्शन फिल्म एगा और कॉस्ट्यूम
ड्रामा एक्शन फिल्म पुलि की खल भूमिकाओं और बाहुबली द बिगिनिंग की असलम खान की
भूमिका के कारण दर्शकों के ज़ेहन में बने
हुए हैं। दबंग ३,
सलमान खान की फिल्म है। इसकी सफलता का फायदा सुदीप को होना चाहिए।
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क्या दक्षिण के भी दबंग साबित होंगे Salman Khan ?
सलमान खान प्रोडक्शन्स ने ऐलान किया है कि २० दिसम्बर को प्रदर्शित होने जा रही उनकी फिल्म दबंग ३, हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु और कन्नड़ मे भी रिलीज़ होगी। प्रोडक्शन हाउस ने ट्वीट करते हुए लिखा- चुलबुल पाण्डेय का जादू अब तमिल, कन्नड़ और तेलुगु में भी। दक्षिण की तीन भाषाओँ में, सलमान खान की फिल्म प्रदर्शित किये जाने का मतलब यह हुआ कि सलमान खान के चुलबुल पाण्डेय का जादू तमिल, तेलुगु और कन्नड़ दर्शकों पर भी चलाया जायेगा । क्या सलमान खान, दक्षिण में भी दबंग साबित होंगे ?
उत्तर की पृष्ठभूमि
दबंग ३ का चुलबुल पाण्डेय, उत्तर प्रदेश का रॉबिनहुड टाइप का पुलिस अधिकारी
है। उसकी बोलचाल और कपडे आदि इसकी मिसाल हैं। चुलबुल पाण्डेय का यह किरदार हिंदी
बेल्ट के दर्शकों को लुभा सकता है। लेकिन, क्या यह किरदार दक्षिण के
दर्शकों को भी पसंद आएगा ? इसे बहुत आसानी से साबित नहीं किया जा सकता। इस दबंग की
राह में रोड़े जरूर हैं।
प्रभुदेवा और सुदीप के सहारे
दक्षिण के दर्शकों के लिहाज़ से, सलमान खान की फिल्म दबंग ३ में दक्षिण के
लोकप्रिय कोरियोग्राफर, फिल्म निर्देशक और एक्टर प्रभुदेवा फिल्म का निर्देशन कर
रहे हैं। चुलबुल पाण्डेय के रॉबिनहुड पाण्डेय बनने की दास्ताँ को कहने वाली इस प्रीक्वेल फिल्म के विलेन दी दबंग के छेदी सोनू सूद या दबंग २ के ठाकुर बच्चा सिंह
प्रकाश राज नहीं है। लेकिन, इसकी भरपाई के लिए दबंग २ के चुन्नी निकितन धीर के साथ कन्नड़
फिल्मों के अभिनेता किच्चा सुदीप बड़ा आकर्षण हैं। क्या प्रभुदेवा और सुदीप के
सहारे सलमान खान दक्षिण के दबंग साबित होंगे ?
मगर रोड़े भी
दबंग की राह में रोड़े हैं। दबंग ३, २० दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है। हिंदी
बेल्ट में तो फिलहाल सलमान खान का रास्ता साफ़ है। लेकिन, दक्षिण से चुनौतियाँ हो
सकती हैं। कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के नए सुपरस्टार यश की, पिछले साल की सुपर हिट फिल्म
केजीएफ़ चैप्टर १ का दूसरा हिस्सा केजीएफ़ चैप्टर २ दिसम्बर में रिलीज़ हो सकती है।
शाहरुख़ खान को धूल चटाई
केजीएफ़
चैप्टर २, पिछले साल २० दिसम्बर को रिलीज़ हुई थी और इस फिल्म ने शाहरुख़ खान की
फिल्म जीरो को धुल चटाई थी। केजीएफ़ चैप्टर १ के हिंदी संस्करण को फरहान अख्तर और
रितेश सिधवानी के एक्सेल एंटरटेनमेंट ने रिलीज़ किया था। इस साल भी, एक्सेल
एंटरटेनमेंट इस फिल्म को रिलीज़ कर रहा है। इसका मतलब है कि सलमान खान के लिए
चुनौती बरकरार है।
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