२०१० के दशक की फ़िल्में अजय देवगन को बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त पकड़ रखने वाले
अभिनेता के तौर पर स्थापित करती थी। वह एक ऐसे अभिनेता माने जाते हैं, जो बिना
किसी इमेज में बंधे फ़िल्में भी हिट करा सकता है । यानि उन्हें स्टार एक्टर की संज्ञा दी जा
सकती है । अजय देवगन के इस दशक की शुरुआत ७ फिल्मों में देख और सुन कर हुई। यानि २०१०
में अजय देवगन की रिलीज़ फिल्मों में तीन पत्ती में उनका कैमिया था, जबकि टूनपुर
का सुपर हीरो में वॉइसओवर। उनकी बाकी की फिल्मों में अतिथि तुम कब जाओगे, राजनीति, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई और गोलमाल ३ हिट
साबित हुई। आक्रोश और तीन पत्ती को असफलता का मुंह देखने को मिला। २०११ में अजय
देवगन की फिल्म दिल तो बच्चा है जी, रेडी, सिंघम और रास्कल्स में रेडी और सिंघम बड़ी
हिट फिल्मों में शामिल हैं। अजय देवगन की २०१२ में प्रदर्शित फिल्म तेज़ असफल हुई
तो बोल बच्चन और सन ऑफ़ सरदार हिट हुई। अजय देवगन के लिए २०१३, हिम्मतवाला
और सत्याग्रह जैसी फ्लॉप फ़िल्में देने वाला साबित हुआ। अजय देवगन के करियर में २०१४ से बदलाव साफ़ नज़र
आता है, जब उनकी
प्रदर्शित तमाम फिल्मे हिट और लीक से हट कर थी। उनकी हिट फिल्मों में सिंघम
रिटर्न्स, दृश्यम, शिवाय, गोलमाल अगेन, रेड, टोटल धमाल
और दे दे प्यार दे शामिल हैं। लेकिन, एक्शन जैक्सन, फितूर और बादशाहो को असफलता का मुंह देखना
पड़ा।
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