फीचर फ़िल्म 'गौर हरी दास्ताँ -द फ्रीडम' फ़ाइल में कोंकणा सेन आज़ादी के गुमनाम नायक गौर हरी दास की पत्नी लक्ष्मी दास जी का चरित्र निभा रही है। कोंकणा को लक्ष्मी दास जी के किरदार से जुडी तमाम बारीकियों और जीवन शैली को खुद लक्ष्मी दास जी ने बताया है। सूत्रों ने बताया है कि लक्ष्मी दास जी सभी कॉस्ट्यूम ट्रायल के समय कोंकणा के साथ पूरे समय मौजूद थी।
आज के समय में जहाँ डिज़ाइनर और स्टाइलिश कॉस्ट्यूम के साथ किरदार को प्रभावशाली बनाये जाने की कोशिश की जाती है,वहीँ दूसरी और इस फ़िल्म में वास्तविकता को आधार बनाते हुए,कोंकणा के चरित्र को बखूबी दर्शाया गया है।कोंकणा ने भावुक होते हुए बताया कि स्क्रिप्ट पढ़ने के तुरंत बाद से ही वह लक्ष्मी दास जी से मिलने के लिए उत्सुक हो गयीं थी।लक्ष्मी दास जी ने उन्हें पूरा घर घुमाया,और अपनी हर आदत और नजरिया कोंकणा के साथ बांटा।यहाँ तक कि उनका किचन में बर्तन पकड़ने का अंदाज़ और अपने पति ले लिए चाय बनाने का तरीका तक उन्होंने बहुत गहनता से अध्ययन किया।इस संजीदा अभिनेत्री ने यह भी बताया कि उनका सबसे बड़ा गुण मृदुभाषिता है जो उन्होंने इस पूरी फ़िल्म के दौरान अपनी संवाद अदायगी में उपयोग की है।तीन दिनों तक कोंकणा के लक्ष्मीदास जी के घर बिताया गया समय बहुत दिलचस्प रहा।खादी और सूती कपड़ों से बनी साड़ियों का चयन इस किरदार को खूबसूरत रंग देने के लिए खुद लक्ष्मी दास जी ने किया है।
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