भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
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Monday, 2 March 2020
Radhika Madan का हैवी वेट Angrezi Medium प्रचार
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 10 December 2019
Pink...Radhika Madan
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 8 April 2019
Irrfan Khan ने शुरू की अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium) की शूटिंग
लन्दन में, एक साल तक हाई-ग्रेड
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (High-grade Neuroendocrine Tumour) के इलाज़ के बाद, वापस लौटे अभिनेता इरफ़ान खान (Irrfan Khan) की फिल्म का, उनके
प्रशंसक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। दर्शकों को ख़ास तौर पर, २०१७ में रिलीज़ उनकी हिट फिल्म हिंदी मीडियम (Hindi Mediium) की सीक्वल फिल्म का इंतज़ार
था।
बीच में ऐसा लगा था कि
इरफ़ान अभी पूरी से स्वस्थ
नहीं है तथा किसी फिल्म की शूटिंग नहीं कर सकेंगे । लेकिन, अब इंतज़ार की घड़ियाँ
ख़त्म हो गई हैं ।
इरफ़ान (Irrfan Khan) ने हिंदी मीडियम की
सीक्वल फिल्म अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium) की शूटिंग लन्दन में शुरू कर दी है । इस फिल्म की
शूटिंग में, हिंदी
मीडियम में उनके साथी दीपक डोबरियाल (Deepak Dobrial) एक बार फिर साथ हैं।
इरफ़ान ने अपनी फिल्म की
शूटिंग का एक चित्र अपने ट्विटर अकाउंट में पोस्ट किया है । इस पोस्ट से, इरफ़ान खान (Irrfan Khan) की फिल्म की कहानी के
बारे में कुछ ख़ास जानकारी नहीं होती । मगर इतना ज़रूर पता चलता है कि वह फिल्म में
मिठाई दुकानदार बने हैं ।
फर्स्ट लुक में इरफ़ान खान
एक दूकान के बाहर खड़े हुए हैं तथा ऊपर टंगे साइन बोर्ड पर घसीटेराम मिष्ठान्न
भण्डार लिखा है । यह भी पता चलता है कि यह दूकान १९०० से स्थापित है ।
इस पोस्ट से ही पता चलता
है कि फिल्म में इरफ़ान खान ने चम्पकजी मिठाई वाला की भूमिका की है । इससे साफ़ है
कि अंग्रेजी मीडियम का कथानक पहली फिल्म से बिलकुल भिन्न है ।
फिल्म अंग्रेजी मीडियम में
राधिका मदान (Radhika Madan) ने इरफ़ान (Irrfan) की बेटी की भूमिका की है । फिल्म मे करीना कपूर (Kareena Kapoor) भी हैं। रोल
क्या है ! साफ़ नहीं है ।
इस फिल्म का निर्देशन
होमी अडजानिया (Homi Adjania) कर रहे हैं।
Saif Ali Khan not part of the Love Aaj Kal sequel- क्लिक करें
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शूटिंग शुरू
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 6 March 2019
केसरी से टकराव के बावजूद मर्द को दर्द नहीं होता
नवोदित अभिनेता अभिमन्यु दसानी फ़िल्म 'मर्द को
दर्द नहीं होता' के साथ बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने जा रहे है। अभिमन्यु अपनी पहली ही फ़िल्म के साथ अक्षय कुमार की बहुप्रतीक्षित केसरी के साथ बॉक्स ऑफिस पर भिड़ते हुए नज़र आएंगे।
अभिमन्यु दसानी की फ़िल्म 'मर्द को
दर्द नहीं होता' और अक्षय कुमार की 'केसरी' २१ मार्च को बड़े पर्दे पर दस्तक देगी। दोनों फिल्मों की शैली पूरी तरह से
अलग है, ऐसे में ज़ाहिर है कि दोनों फिल्मों की ऑडियंस भी अलग होंगे ।
बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मो की भिड़त देखना मज़ेदार होगा। जहाँ एक तरफ़ नवोदित
अभिनेता अभिमन्यु दासानी कॉमेडी शैली में अपना हुनर दिखाने के लिए तैयार है, वही अक्षय के
प्रशंसक केसरी पर अपनी नज़रे टिकाये होंगे ।
अभिमन्यु दसानी केसरी अपनी फिल्म 'मर्द को
दर्द नहीं होता' को लेकर बहुत आश्वस्त है। यह फिल्म अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रशंसा बटोर रही है।
मामी फिल्म फेस्टिवल में इसकी स्क्रीनिंग के दौरान फिल्म को स्टैंडिंग
ओवेशन के साथ सरहाया गया था और इसी के साथ फ़िल्म रिलीज से पहले ही सुर्खियों में
छाई हुई है। एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित एक लड़के की असामान्य कहानी दिखाने वाली फ़िल्म मर्द को दर्द नहीं होता टीआईएफएफ में मिडनाइट मैडनेस अवार्ड जीत चुकी है।
अभिमन्यु दसानी और राधिका मदान फिल्म के मनोरंजक एक्शन दृश्यों में मार्शल
आर्ट के साथ एक्शन का तड़का लगाते हुए दिखाई देंगे।
आरएसवीपी के बैनर तले बनी यह फ़िल्म रॉनी स्क्रूवाला द्वारा निर्मित है,
और वासन बाला द्वारा लिखित और निर्देशित है। अभिमन्यु दासानी,
राधिका मदान, गुलशन देवैया, महेश
मांजरेकर और जिमित त्रिवेदी फ़िल्म में अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करते हुए
नज़र आएंगे।
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कुछ चटपटी,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 4 March 2019
अभिमन्यु के मर्द को क्यों नहीं दर्द होता ?
मर्द को दर्द नहीं होता के पोस्टर दिलचस्पी पैदा करने वाले हैं। इस फिल्म
के अब तक रिलीज़ पोस्टरों में फिल्म के नायक अभिमन्यु दासानी के भिन्न पोज नज़र आते
हैं।
इन पोस्टरों से ऐसा आभास होता है कि अभिमन्यु का किरदार सूर्य एक ऐसा युवक है, जिसे
कितनी भी बड़ी चोट लग जाए, उसे दर्द नहीं होता।
अब इस फिल्म का राधिका मदान वाला पोस्टर
जारी हुआ है। इस फिल्म में वह किक मारती नज़र आ रही हैं। पोस्टर में उनके किरदार के
परिचय में लिखा गया है- सुप्री एज निंजा वारियर ब्लैक बेल्ट।
इन पोस्टरों से
दर्शकों में फिल्म के प्रति उत्सुकता पैदा होती है। यहाँ बताते चलें कि फिल्म के
नायक अभिमन्यु दासानी, सलमान खान के साथ सुपरहिट फिल्म मैंने प्यार किया से हिंदी
फिल्म डेब्यू करने वाली अभिनेत्री भाग्यश्री के बेटे हैं।
फिल्म में उनकी नायिका
राधिका मदान हैं। राधिका टीवी एक्ट्रेस हैं। उनका टीवी करियर एकता कपूर के शो मेरी
आशिकी तुम्ही से से हुई थी। उनका फिल्म डेब्यू पिछले साल रिलीज़ विशाल भरद्वाज की
दो बहनों की कहानी पटाखा से हुआ था। फिल्म फ्लॉप हुई थी।
इसलिए, मर्द को दर्द नहीं
होता की सफलता की ज़रुरत अभिमन्यु दासानी और राधिका मदान दोनों को ही है।
मर्द को दर्द नहीं होता के लेखक निर्देशक वासन बाला हैं। फिल्म का निर्माण रॉनी स्क्रूवाला के बैनर आरवीएसपी द्वारा किया जा रहा है।
फिल्म में दूसरी भूमिकाओं में गुलशन देवइया, महेश मांजरेकर और जिमित त्रिवेदी है।
क्या २१ मार्च को रिलीज़ हो रही फिल्म मर्द को दर्द
नहीं होता सफल होगी ? अगर नहीं हुई तो सच मानिये मर्द को ही नहीं, औरत को भी दर्द होगा !
कौन है मोहित सूरी की मलंग तिकड़ी ?- क्लिक करें
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कुछ चटपटी
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Thursday, 27 December 2018
बॉलीवुड डेब्यू : टीवी सितारों का जलवा
कुछ नवोदित इतने सौभाग्यशाली नहीं थे कि बॉलीवुड उनका सितारों जैसा स्वागत
करता। लेकिन,
इन नए चेहरों ने अपनी पहली ही फिल्म से बॉलीवुड को अपना मुरीद बना लिया।
इंग्लैंड से मॉडल अभिनेत्री बनिता संधू का हिंदी फिल्म डेब्यू वरुण धवन के
साथ फिल्म अक्टूबर से हुआ था। इस फिल्म को
बड़ी सफलता तो नहीं मिली। लेकिन, सुजीत सरकार
के निर्देशन में इस फिल्म में बनिता के अभिनय की प्रशंसा हुई ।
मौनी रॉय को,
टेलीविज़न से बड़े परदे पर कदम रखने में १४ साल लग गए। हालाँकि, मौनी रॉय ने, अभिषेक
बच्चन की, जीवा
निर्देशित फिल्म रन में छोटी सी भूमिका से हुआ था। लेकिन, महादेव की
सती और नागिन की इच्छाधारी नागिन मौनी रॉय को, नायिका बनने का मौका मिला अक्षय कुमार की
हॉकी का वर्ल्ड कप जीतने पर फिल्म गोल्ड से। वह इस समय, रणबीर कपूर, अमिताभ बच्चन
और आलिया भट्ट के साथ फिल्म ब्रह्मास्त्र और राजकुमार राव के साथ कॉमेडी फिल्म मेड
इन चाइना कर रही हैं।
मराठी फिल्मों की अभिनेत्री मिथिला पालकर का हिंदी फिल्म डेब्यू इरफ़ान खान
जैसे सशक्त फिल्म अभिनेता और मलयालम के सुपर स्टार दुलकर सलमान के साथ हुआ
था। फिल्म के न चलने के कारण उन्हें अभिनयशील होने के बावजूद कोई नई
फिल्म नहीं मिली है।
टेलीविज़न अभिनेत्री राधिका मदान का सौभाग्य की उनकी पहली फिल्म पटाखा के
निर्देशक विशाल भरद्वाज थे। इस फिल्म में, राधिका को
सान्या 'दंगल' मेहरोत्रा
और सुनील ग्रोवर के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला था।
कुमकुम भाग्य की बुलबुल मृणाल ठाकुर का फिल्म डेब्यू लव सोनिया से
हुआ। इस फिल्म में मृणाल का अभिनय सराहनीय
था। उनकी दो फ़िल्में, हृथिक रोशन
के साथ सुपर ३० और जॉन अब्राहम के साथ बाटला हाउस अगले साल रिलीज़ होंगी।
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नए चेहरे,
साल क्या हाल !
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Thursday, 27 September 2018
सुई धागा के पति पत्नी और पटाखा की लडाकी बहने
कल (शुक्रवार २८ सितम्बर), एक ओर जहाँ,
दुबई में भारत और बांग्लादेश के बीच एशिया कप का फाइनल मुक़ाबला होने जा
रहा है, वहीँ भारतीय बॉक्स ऑफिस पर दो चर्चित
फ़िल्में पटाखा और सुई धागा मेड इन इंडिया भी रिलीज़ हो रही है। एशिया कप के
फाइनल से इन दोनों फिल्मों को थोड़ा बहुत नुकसान ज़रूर होगा। लेकिन, काफी कुछ
निर्भर करेगा इन दोनों फिल्मों पर दर्शकों की प्रतिक्रिया पर।
पटाखा दो बहनों की कहानी है,
जो शादी से पहले और बाद में भी काफी लड़ती भिड़ती रहती है। लेकिन, एक दिन
उन्हें अनुभव होता है कि वह एक दूसरे के बिना नहीं रह सकती। इस फिल्म का निर्देशन विशाल भरद्वाज ने किया
है।
विशाल भरद्वाज अब किसी परिचय के
मोहताज़ नहीं। लेकिन,
अपनी इस फिल्म में उन्होंने अपेक्षाकृत कम चर्चित चेहरों को लिया है।
हालाँकि, फिल्म में
छोटी बहन की भूमिका कर रही सान्या मल्होत्रा को दर्शकों ने फिल्म दंगल में देख रखा
है। इस लिहाज़ से उनकी बड़ी बहन की भूमिका
कर रही राधिका मदान भी काफी परिचित चेहरा
है।
मगर, फिल्म का
दंगल बिलकुल अलग होता है। उस पर पटाखा इन
दोनों के किरदारों पर ही निर्भर है। इसकी सफलता और असफलता इन दोनों के अभिनय पर ही टिकी होगी।
दूसरी फिल्म सुई धागा की स्टारकास्ट अपेक्षाकृत
काफी बड़ी है।
दम लगा के हईशा के निर्देशक शरत कटारिया ने सुई धागा मेड इन इंडिया
का निर्देशन किया है।
इस फिल्म के दो
मुख्य चरित्र मौजी और ममता भी गाँव के
हैं। मौजी दरजी है और ममता एक बुनाई करने वाली।
पटाखा और सुई धागा में फर्क इतना है
कि सुई धागा के मौजी वरुण धवन हैं और ममता अनुष्का शर्मा है। यह दोनों ही बॉलीवुड के स्थापित नाम है। दर्शक इन दोनों एक्टर्स के नाम पर फिल्म देखता
है।
लेकिन, ध्यान रहे
कि इन दोनों की भूमिका मसाला नहीं। यह
दोनों एक्टर डीग्लैम अवतार में होंगे।
दर्शक वरुण धवन को फिल्म अक्टूबर में ऐसे ही अवतार में देख चुका है। लेकिन, अनुष्का
शर्मा पहली बार इतनी डीग्लैम दिखाई देंगी।
क्या इन दोनों फिल्मों को दर्शक मिलेंगे ?
जहाँ तक स्क्रीन्स काउंट की बात है, १२२ मिनट २९
सेकंड की फिल्म सुई धागा को कुल २२०० स्क्रीन्स में रिलीज़ किया जा रहा है। इस
फिल्म के प्रति दिन ११ हजार से ज़्यादा शो होंगे।
इस लिहाज़ से पटाखा को कम स्क्रीन मिलना स्वभाविक है। क्योंकि, कल दो हॉलीवुड फ़िल्में जोहनी इंग्लिश स्ट्राइक्स अगेन और द इक्वलाइज़र २ भी रिलीज़ हो रही है।
स्त्री, बत्ती गुल मीटर चालू, मनमर्ज़िया और मित्रों को बीच कुछ स्क्रीन्स और शोज मिलेंगे।
इस लिहाज़ से फिल्म पटाखा के शो भी,
सुई धागा से कम हैं। इस लिहाज़ से
शुरुआत तो सुई धागा की ही अच्छी होनी है। लेकिन, बाकी माउथ
पब्लिसिटी पर काफी निर्भर करेगा।
ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान के ठगों ने ठगा तनुश्री दत्ता के बयान को ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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Monday, 17 September 2018
पटाखा का नैना बंजारे गीत
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Friday, 7 September 2018
हेलो हेलो ! पटाखा में मलाइका अरोड़ा खान का आइटम
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Saturday, 11 August 2018
घनचक्कर बना देंगे यह पटाखा किरदार !
विशाल भारद्वाज की फिल्म छुरियां अब पटाखा बन गई है। यह फिल्म २८ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म का ट्रेलर आने की शुरुआत १५ अगस्त से
हो जाएगी। आज विशाल भरद्वाज ने इस फिल्म
एक तीन करैक्टर पोस्टर जारी किये। पटाखा
दो बहनों के आपसी संघर्ष की विवाह के बाद तक चलने वाली कहानी है। विशाल भरद्वाज ने अपने इन चरित्रों का परिचय
बेहद दिलचस्प ढंग से किया है। फिल्म में
तीन चरित्र ख़ास हैं। इन चरित्रों को
सान्या मल्होत्रा, राधिका मदान और सुनील ग्रोवर ने निबाहा
है। यह तीनों राजस्थानी किरदार हैं।
फिल्म के एक पोस्टर में सान्या मल्होत्रा हैं। सान्या मल्होत्रा को दंगल गर्ल के तौर पर जाना जाता है। पोस्टर में वह चंपा कुमारी बनी हुई बीड़ी फूंक रही
हैं। फिल्म में वह बड़की यानि बड़ी बहन बनी
हैं। पोस्टर में उनके किरदार के नाम के नीचे बापखाणी की चुड़ैल लिखा हुआ है।
दूसरा करैक्टर पोस्टर राधिका मदान का है। इस फिल्म में वह गेंदा कुमार की भूमिका में
हैं। पोस्टर के अनुसार वह छुटकी बताई गई
हैं यानि वह छोटी बहन हैं। उनके करैक्टर
के हाथ में बन्दूक हैं। उनके करैक्टर के
नाम के नीचे 'कुतिया को अंग्रेजी में क्या कहवैं ?
लिखा हुआ है। इसका मतलब यह हुआ कि
उनका किरदार गालीगलौच वाला है।
तीसरा करैक्टर पोस्टर सुनील
ग्रोवर का है। कथा के अनुसार वह इन दोनों
बहनों में से किसी एक के पति बने हैं।
उनके करैक्टर का नाम डिप्पर है।
शायद वह दोनों बहनों के बीच आग लगाने के काम करते हैं। तभी उन्हें नारदमुनि कहा गया है। उनके किरदार के नाम के नीचे लिखा है -भैण की
मम्मी.... एक साडी के साथ एक पेटीकोट फ्री।
यह तीनों पोस्टर, अपने किरदारों का दिलचस्प परिचय कराते हैं । फिल्म की कहानी के अनुसार,
यह दोनों बहने शादी से पहले भी काफी लड़ती झगड़ती रहती थी । शादी के बाद अलग रहते हुए,
उन्हें महसूस होता है कि वह एक दूसरे के बिना नहीं रह सकती हैं । फिल्म में विजय राज ने दोनों बहनों के पिता की
भूमिका की है ।
एक और डरावनी फिल्म सिंड्रेला में राय लक्ष्मी - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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Sunday, 24 June 2018
छुरियां नहीं पटाखा : शनाया मल्होत्रा और राधिका मदान
कुछ समय
पहले तक, फिल्मकार विशाल भारद्वाज की फिल्म छुरियां की छूरियाँ सान्या ‘दंगल’
मल्होत्रा और टीवी एक्ट्रेस राधिका मदान के होने की खबर थी।
लेकिन, अब विशाल
भारद्वाज ने इरादा बदल दिया है।
वह दोनों को छुरियां नहीं पटाखा कहेंगे।
जी हाँ, आप ठीक समझे। विशाल भारद्वाज की फिल्म का टाइटल बदल दिया गया है।
अब इस फिल्म का नाम पटाखा होगा।
दरअसल, विशाल भारद्वाज को लगा था कि अंग्रेजी में छुरियां
टाइटल पढ़ कर, हिंदी फिल्मों के हिंदी दर्शक इसे छोड़ियाँ या छोरियां समझ सकते थे।
इसलिए
विशाल भारद्वाज ने अपनी फिल्म का टाइटल बदलना ही मुनासिब समझा।
इसका मतलब यह हुआ
कि अब आगे से सान्या मल्होत्रा और राधिका मदान, फिल्म के न्रिदेशक विशाल भरद्वाज की
छुरियां नहीं, पटाखा कहलाएंगी।
फिल्म की एक पटाखा आमिर खान की फिल्म दंगल की बबिता
फोगाट सान्या मल्होत्रा है, जबकि दूसरी पटाखा टेलीविज़न से आई हुई है।
इस अभिनेत्री
ने एकता कपूर के शो मेरी आशिकी तुम से ही में इशानी की भूमिका की है।
राजकुमार राव की मेड इन चीन मौनी रॉय - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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Monday, 9 April 2018
सान्या मल्होत्रा के साथ राधिका मदान की चूड़ियां !
अब जा कर विशाल भरद्वाज की फिल्म की दो बहनें तय हो पाई हैं। विशाल
भरद्वाज की फिल्म चूड़ियां दो बहनों की शादी के पहले और शादी के बाद के संबंधों की
कहानी है। इस फिल्म के लिए विशाल भरद्वाज ने कृति सेनन और वाणी कपूर को चूड़ियां की
बहनें बनाना तय कर लिया था। लेकिन, फिर न जाने किस कारण से इन दोनों ही फिल्म से
बाहर हो गई । इसके बाद, दो बहनों की भूमिका में दंगल गर्ल फातिमा सना शैख़ और टीवी
एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर को लिए जाने की खबरें सुर्ख हो गई। लेकिन, यह खबर भी अफवाह मात्र थी। फातिमा सना शैख़ निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्थान
कर रही थी। आमिर खान और अमिताभ बच्चन की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म के शूटिंग में
सना काफी व्यस्त थी. इसलिए, उनकी जगह दूसरी दंगल गर्ल यानि सान्या मल्होत्रा आ गई। उधर मृणाल ठाकुर का चुनाव भी हृथिक रोशन की बायोपिक फिल्म सुपर ३० में हो गया था। इसके बाद, सान्या मल्होत्रा की बहन की खोज जोरशोर से की जाने लगी। यह खोज ख़त्म हुई
एक दूसरी टीवी एक्ट्रेस राधिका मदान पर। राधिका मदान को टीवी सीरियल मेरी आशिकी
तुम से ही की इशानी रणवीर वाघेला के रूप में सराहना मिली थी। वह एक हिंदी फिल्म
मर्द को दर्द नहीं होता में भी काम कर रही है। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि बड़ी और
छोटी बहन कौन सी एक्ट्रेस होंगी। जहाँ तक उम्र का सवाल है, दोनों ही एक्ट्रेस
२४-२४ साल की हैं। कोई भी बड़ी बहन बन सकती है। लेकिन, इस फिल्म के लिए इन दोनों को
अपना वजन १२ किलो तक बढ़ाना होगा। यह फिल्म गाँव की पृष्ठभूमि पर है, इसलिए इन
दोनों को कंडे पाथना और गोबर से दीवार लीपना भी सीखना होगा। इन्हें सर और कमर पर भरी
गगरी रख कर मीलों चलने की प्रैक्टिस करनी होगी। भैंस का दूध दुहना आना भी एक ज़रूरी शर्त
है। तभी यह दोनों बन सकेंगी बहनें और पहन सकेंगी चूड़ियां।
एक्टर माधवन के बेटे वेदांत ने जीता तैराकी का ब्रोंज - पढ़ने के लिए क्लिक करें
एक्टर माधवन के बेटे वेदांत ने जीता तैराकी का ब्रोंज - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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