२०१५ ख़त्म होने को है। खान अभिनेताओं - आमिर खान, शाहरुख़ खान और सलमान खान की उम्र में एक एक साल का इजाफा हो चूका है। आमिर खान अगले साल १४ मार्च को फिफ्टी प्लस के अभिनेता बन जायेंगे। शाहरुख़ खान भी फिफ्टी प्लस के हैं। सलमान खान २७ दिसंबर को फिफ्टी के हो जायेंगे। साफ़ है कि अब यह काफी उम्र के हो गए हैं। अपनी से आधी उम्र की अभिनेत्री के साथ रोमांस लड़ाना इन्हे फबता नहीं। इसके बावजूद यह खान अभिनेता रोमांस पे रोमांस दे मारे हैं। सलमान खान अभी दिवाली में ३० साल की सोनम कपूर के साथ रोमांस कर प्रेम रतन धन पायो की झोली में १०० करोड़ गिरवा चुके हैं। शाहरुख़ खान ने ३१ साल की दीपिका पादुकोण के साथ रोमांस लड़ा लड़ा कर 'चेन्नई एक्सप्रेस' और 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी हिट फ़िल्में दी हैं। आमिर खान की फिल्म 'पीके' की नायिका अनुष्का शर्मा मात्र २७ साल की हैं। धूम ३ की कैटरिना कैफ भी ३२ साल की हैं। उम्र के इतने फासले के बावजूद इन्हे बेमेल जोड़ा नहीं समझा जा रहा। दर्शक इनकी फ़िल्में देख रहे हैं।
बेमेल जोड़ी बनाने के बावजूद खान अभिनेता लोकप्रिय हैं। इनकी फिल्मों को दर्शक मिलते हैं। यह अभिनेता एक्शन भी करते हैं और रोमांस भी लड़ाते हैं। यह इन खान अभिनेताओं की स्टार पावर ही है कि इन अभिनेताओं की फिल्म लगते ही दर्शक सिनेमाघरों में टूट पड़ते हैं। ऎसी फ़िल्में दर्शकों के लिए फेस्टिवल सेलिब्रेशन जैसा माहौल ले आती हैं। बॉक्स ऑफिस पर जितने दर्शक किसी सलमान खान, शाहरुख़ खान या आमिर खान की फिल्म को जुटते हैं, उतने किसी भी अभिनेता की फिल्म के लिए नहीं जुटते। टॉप ग्रॉसिंग १० फिल्मों के चार्ट पर नज़र डालें तो आठ फिल्मों के नायक खान अभिनेताओं में से कोई नज़र आता है। आमिर खान और सलमान खान की तीन तीन फ़िल्में इस चार्ट में हैं। बाकी दो फ़िल्में शाहरुख़ खान की हैं। टॉप पर काबिज़ आमिर खान की फिल्म 'पीके' का वर्ल्डवाइड कलेक्शन ७३५ करोड़ का है। सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान ६२६ करोड़ के कलेक्शन के साथ दूसरी पायदान पर है। धूम ३ ने ५४२ करोड़, चेन्नई एक्सप्रेस ने ४२३ करोड़, प्रेम रतन धन पायो ४०० करोड़, ३ इडियट्स ३९५ करोड़, हैप्पी न्यू ईयर ३८३ करोड़ और किक ३७७ करोड़ का कलेक्शन कर चुकी हैं ।
इससे साफ़ है कि बॉलीवुड में सबसे ज़्यादा सफल अभिनेता यही तीन हैं। लेकिन, यह तीनों अभिनेता, ख़ास कर शाहरुख़ खान और सलमान खान, अपनी इमेज को भुना रहे हैं। इनकी फ़िल्में और इनिशियल पर डिपेंड करती हैं। आम तौर पर इन तीनों खानों की फ़िल्में तीन हजार से चार हजार प्रिंट्स में रिलीज़ होती हैं। प्रेम रतन धन पायो तो ४००० प्लस प्रिंट में रिलीज़ हुई थी। इनका बिज़नेस पहले वीकेंड पर टिका होता है। वीकडेस में यह फ़िल्में धड़ाम हो जाती हैं। 'प्रेम रतन धन पायो' का बिज़नेस तो वीकेंड में संडे को ही गिर गया था। आमिर खान की फिल्म ३ इडियट्स और पीके ही वीकडेस को होल्ड कर पाई थी। इससे ज़ाहिर है कि दर्शक इनकी स्टार पावर के कारण और इनका प्रशंसक होने के कारण सिनेमाघर तक जाता है। लेकिन, फिल्म में कुछ ख़ास न होने पर वह फिल्म से मुंह मोड़ लेता है। यानि, दर्शक कंटेंट पर आधारित फिल्म को तवज्जो देने लगा है।
ऐसे में खान अभिनेताओं के अलावा अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती हैं। यह कहना ठीक नहीं होगा कि सभी निर्माता इन तीन खान अभिनेताओं को लेना चाहते हैं। इसके दो कारण है। सभी निर्माताओं के पास इन तीन अभिनेताओं की फीस भरने लायक रकम नहीं जुटती। दूसरी बात यह अभिनेता कितने निर्माताओं की फ़िल्में करेंगे और कब शूट करेंगे। आमिर खान साल में एक फिल्म के फ्रॉमूला पर चल रहे हैं। सलमान खान की व्यस्तता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह अपने भाई अरबाज़ खान की फिल्म दबंग ३ के लिए तारीखे एलाट नहीं कर पा रहे हैं। जबकि, बॉलीवुड हर साल २०० से ज़्यादा फिल्मों का निर्माण करता है। पिछले साल २०१४ में २०१ हिंदी फ़िल्में रिलीज़ हुई थी। ऐसे में नए अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती है।
ऐसा नहीं है कि दर्शक किसी सलमान, शाहरुख़ या आमिर की फिल्म ही देखना चाहते हैं। इस साल आमिर खान की कोई फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। शाहरुख़ खान की इकलौती फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है। सलमान खान की रिलीज़ दो फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल है। इसके बावजूद इस साल बॉलीवुड की दो फ़िल्में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और एबीसीडी २ मशहूर सौ करोडिया क्लब में शामिल हो चुकी है। तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की नायिका कंगना रनौत के वजह से फिल्म हिट हुई। एबीसीडी २ में वरुण धवन और श्रद्धा शर्मा ही जमे जमाये चहरे थे। तीन फ़िल्में अक्षय कुमार की फिल्म बेबी और सिंह इज़ ब्लिंग तथा जॉन अब्राहम की फिल्म 'वैलकम बैक' ने ९० करोड़ से अधिक का बिज़नेस किया। ऐसे में दर्शकों को खान अभिनेताओं को विकल्प दिया जा सकता है। यह विकल्प सस्ता भी होगा और प्रोडूसर के लिए फायदेमंद भी।
तब कौन चेहरा या कौन कौन से चेहरे इन तीन खानों की जगह ले सकते हैं? अगर किसी अभिनेता को खान अभिनेताओं के जूते पर पैर घुसेड़ने को कहा जायेगा तो मामला मिसफिट का हो जायेगा। कोई अभिनेता हू-ब- हू किसी दूसरे अभिनेता की जगह नहीं ले सकता। मौलिकता बेहद ज़रूरी है। इस लिहाज़ से कुछ चहरे घूमते हैं। इस साल अक्षय कुमार की चार फिल्मों बेबी, सिंह इज़ ब्लिंग, गब्बर इज़ बैक और ब्रदर्स ने ठीक ठाक बिज़नेस किया था। वह खुद को इमेज से हटा कर हिट फ़िल्में देने वाले अभिनेता हैं। यह खासियत किसी सलमान खान या शाहरुख़ खान में नहीं है। ह्रितिक रोशन टॉप पर जा सकते थे। लेकिन, उनका इमेज से न बंधने का इरादा, उनके स्टारडम के आड़े आता है। हालाँकि टॉप ग्रॉसर दस फिल्मों में शेष दो फ़िल्में 'बैंग बैंग' और 'कृष ३' ह्रितिक रोशन की ही हैं। वह खान अभिनेताओं जैसे लोकप्रिय भी हैं। हालाँकि, इस साल रणबीर कपूर 'बॉम्बे वेलवेट' जैसी १०० करोडिया असफलता दे चुके हैं। इसके बावजूद वह सबसे ज़्यादा प्रतिभाशाली और प्रशंसक रखने वाले अभिनेता हैं। अजय देवगन भी विश्वसनीय अभिनेता हैं। जहाँ तक अभिनेताओं की नई खेप का सवाल है. फिलहाल रणवीर सिंह, वरुण धवन, अर्जुन कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, सुशांत सिंह राजपूत, आदि ही विश्वसनीय नाम लगते हैं। रणवीर सिंह और वरुण धवन बड़ी फिल्मों के नायक बन रहे हैं। रणवीर सिंह की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' और वरुण धवन की फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ होगी। ख़ास बात यह है कि जहाँ रणवीर 'बाजीराव मस्तानी' के नायक हैं, वहीँ वरुण धवन 'दिलवाले' में सह नायक हैं। रणवीर सिंह 'दिल धड़कने दो' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म के नायक रहे हैं। परन्तु, वरुण धवन ने इस साल दो हिट फ़िल्में 'एबीसीडी २' और 'बदलापुर' दी है। यह दोनों अभिनेता आगे चल कर अलग अलग भूमिकाओं में पकड़ बना सकते हैं। सुशांत सिंह राजपूत हर प्रकार की फ़िल्में कर रहे हैं। वह हरफनमौला अभिनेता साबित हो सकते हैं। भविष्य में कौन अभिनेता खान तिकड़ी की जगह लेगा, यह बड़ा सवाल है। इसलिए, जवाब मिलने तक खान अभिनेताओं के साथ अक्षय कुमार, ह्रितिक रोशन और अजय देवगन की फिल्मों से ही संतोष करना होगा।