सेंसर में उलझी अपनी फिल्म पद्मावती से बेफिक्र रणवीर सिंह फुटबॉल के प्रमोशन में जुटे हुए हैं। रणवीर सिंह के फुटबॉल प्रेम से कौन वाक़िफ़ नहीं ! वह हमेशा से आर्सेनल फुटबॉल क्लब के समर्थक रहे हैं। वह पूरे सीजन, प्रीमियर लीग के तमाम मैचों को नज़दीकी से देखते रहे हैं। अब उनके इस फुटबॉल और प्रीमियर लीग प्रेम के मद्देनज़र एक आधिकारिक सहभागिता की गई है। इसके अंतर्गत, रणवीर सिंह अपनी एम्बेसडर की भूमिका में लीग के पूरे भारत में सामुदायिक प्रयासों को सपोर्ट करेगी। वह फुटबॉल को प्रमोट करेंगे और फुटबॉल प्रेमियों को अपने फुटबॉल प्रेम से अवगत कराएँगे। यहाँ बताते चलें कि द प्रीमियर लीग ने हाल ही में बेंगलुरु में एक अंतर्राष्ट्रीय फैन पार्क का आयोजन किया था। इस आयोजन से पूरे भारत से कोई २० हजार सदस्यों ने फुटबॉल क्लबों और उनकी गतिविधियों को नज़दीक से देखा था। यह लीग २००७ से भारत में प्रीमियर स्किल्स के लिए अंतर्राष्ट्रीय सामुदायिक कार्यक्रम चला रहा है। इसका उद्देश्य ज़मीनी और उच्च स्तर फुटबॉल के विकास को समर्थन देना है। प्रीमियर स्किल्स का संचालन इंडियन सुपर लीग का साझा है कार्यक्रम है। रणवीर सिंह, प्रीमियर लीग और आईएसएल के बीच की २०१४ से शुरू साझेदारी को मज़बूत करेंगे। इस साझेदारी को सेलिब्रेट करने के लिए २२ दिसंबर को हुए आर्सेनल बनाम लिवरपूल मैच के समय रणवीर सिंह भी मौजूद थे। प्रीमियर लीग के प्रबंध निर्देशक रिचर्ड मास्टर्स कहते हैं, "रणवीर सिंह प्रीमियर लीग के उत्साहित समर्थक हैं। उनमे हिंदुस्तान और दुनिया के तमाम फुटबॉल प्रेमियों से जुड़ने की क्षमता है। खेल सम्बन्धी उनका और समर्पण फुटबॉल के विकास में सहयोगी होगा। इसी लिए हमने रणवीर सिंह से यह साझेदारी की है।" प्रीमियर लीग के समर्थक दर्शक इस मैचों को स्टार स्पोर्ट्स सेलेक्ट और हॉटस्टार देख सकेंगे।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 23 December 2017
फुटबॉल के 'बेफ़िक्रे' 'बाजीराव' रणवीर सिंह
Labels:
Ranvir Singh,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment