सलमान खान की फिल्म टाइगर ज़िंदा है मुसीबत में हैं। टाइगर को यह मुसीबत पहुंचाने में ठाकरे भाइयों की सेनाये एकजुट हो गई हैं। उनकी यह एक जुटता टाइगर ज़िंदा है के कैटरीना कैफ के किरदार ज़ोया के पाकिस्तानी एजेंट होने के विरोध में नहीं है । महाराष्ट्र की इन सेनाओं का पाकिस्तान विरोध अब वक़्त वक़्त की बात
हो गई है । उद्धव ठाकरे की शिव सेना और राज ठाकरे
की महाराष्ट्र नव निर्माण सेना अड़ी हुई हैं कि २२ दिसम्बर को दो मराठी फ़िल्में
देवा और गच्ची भी रिलीज़ हो । इस समय सलमान खान की फिल्म टाइगर जिंदा है
हिंदुस्तान के तमाम सिंगल और मल्टीप्लेक्स थिएटरों के पर्दों पर काबिज़ हैं। फिल्म
के निर्माता
यशराज फिल्म्स ने मुंबई में भी सभी सिनेमाघरों की प्राइम टाइम की सभी
स्क्रीन अपनी फिल्म टाइगर जिंदा है के लिए बुक कर रखी हैं । देवा और गच्ची के लिए प्राइम टाइम पर कोई स्क्रीन उपलब्ध नहीं है । मराठी फिल्मों के लिए
हमेशा से लड़ती आई महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने यशराज फिल्म्स को पत्र लिख कर टाइगर
जिंदा है की कुछ स्क्रीन छोड़ने की अपील की है ताकि देवा और गच्ची रिलीज़ हो सकें। चूंकि फिल्म प्रदर्शक अपनी तमाम स्क्रीन्स पर यशराज फिल्म्स से समझौता कर चुके हैं, इसलिए उनके
हाथ में ऐसा कुछ नहीं है कि वह प्राइम टाइम की स्क्रीन्स मराठी फिल्मों को उपलब्ध करा
सकें । जहाँ तक मराठी फिल्मों का सवाल है, देवा को १ दिसम्बर को रिलीज़ होना
था । लेकिन, सेंसर के ६८ दिनों के रूल के कारण इस फिल्म को समय से प्रमाणपत्र नहीं मिल सका ।
अब जबकि फिल्म पारित हुई है तो इसके निर्माता अपनी फिल्म २२ दिसम्बर को ही रिलीज़
किये जाने पर अड़े हुए हैं । ऐसे में गेंद यशराज फिल्म्स के पाले में हैं। उन्हें निर्णय लेना है कि वह सेनाओं की बात मान कर स्क्रीन खाली करें या नहीं ! हालाँकि, मराठी फिल्मों
को पर्याप्त शो देने का नियम राज्य सरकार का बनाया हुआ है । ऐसे में हो
सकता है कि महाराष्ट्र सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़े । लेकिन,
अगर यशराज फिल्म्स ने स्क्रीन खाली नहीं किये तब क्या होगा ! महाराष्ट्र नव
निर्माण सेना के अमे खोपकर धमकी देते हैं, “देवा तो २२ दिसम्बर को ज़रूर रिलीज़ होगी
। अब इसके लिए स्क्रीन शांति से दिए जाएँ या हमें दूसरे तरीके अपनाने पड़े ।“
यानि एम्एनएस सीधे सीधे तोड़फोड़ की धमकी दे रहा है । देखिये क्या होता
है....!
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 21 December 2017
'देवा' और 'गच्ची' से मुसीबत में टाइगर ज़िंदा है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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