क्रिएटिव
डिफरेंस भी क्या क्या गुल नहीं खिलाते ! कहाँ विशाल भरद्वाज अपने चेले, फिल्म मकडी
और मक़बूल से लेकर ओमकारा और डेढ़ इश्किया तक उनकी फिल्मों के सह निर्देशक हनी
त्रेहन को स्वतंत्र रूप से डायरेक्टर बनाने जा रहे थे, कहाँ खुद ही कमान सम्हाल ली। हनी त्रेहन के लिए यह बड़ा
मौक़ा था। क्योंकि, इस अनाम फिल्म में उन्हें इरफ़ान खान और दीपिका पादुकोण की जोड़ी
को निर्देशित करना था। इस फिल्म से इरफ़ान खान और दीपिका पादुकोण दूसरी बार दर्शकों के सामने पेश होने वाले थे। अंतर्राष्ट्रीय सुपर स्टार इरफ़ान खान और बॉलीवुड की सबसे बड़ी अभिनेत्रियों में एक दीपिका पादुकोण की जोड़ी के साथ पहली निर्देशित फिल्म सचमुच ख्वाब सच होने के सामान था। इस अनाम फिल्म की कहानी का सही सही पता किसी को नहीं था। सिर्फ यह अनुमान था कि इस फिल्म में दीपिका पादुकोण एक महिला डॉन का किरदार कर रही हैं। इसीलिए, यह खबर चौंकाने वाली थी कि अब हनी त्रेहन को डायरेक्टर की कुर्सी से हटा दिया गया है और उनकी जगह विशाल भरद्वाज ने सम्हाल ली है। विशाल भरद्वाज क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट के साथ फिल्म के निर्माता भी हैं। कहा गया कि यह क्रिएटिव डिफरेंस था, जिससे फिल्म हनी के हाथ से निकल गई। हर फिल्मकार का किसी कहानी को देखने का अपना विज़न होता है। वह बतौर डायरेक्टर उसी प्रकार से फिल्म बनाना चाहता है। हनी त्रेहन का अपना विज़न रहा होगा। सभी जानते हैं कि डार्क फिल्मों को विशाल भरद्वाज किस प्रकार से देखते हैं। हनी तो खास तौर पर इसे जानते होंगे। कहानी को कहने का तरीका क्या हो, यही विशाल और होने के बीच का मतभेद था। इसे एक बयान के ज़रिये विशाल भरद्वाज ने कहा, "फिल्म के प्रति भिन्न आर्टिस्टिक विज़न के कारण, हनी और मैं इस निर्णय पर पहुंचे कि डायरेक्टर के रूप में ज़्यादा ठीक रहूंगा और इसे आखिर तक देखता भी रहूँ।" सालों से विशाल भरद्वाज के सहायक रहे हनी त्रेहन भी इस निर्णय से सहमत नज़र आये। वह कहते हैं, "क्रिएटिव अंडरस्टैंडिंग की भिन्नता कारण, हम दोनों को लगा कि फिल्म की भलाई के लिए विशाल सर फिल्म को डायरेक्ट करें।" बहरहाल, हनी त्रेहन को निराश होने की ज़रुरत नहीं। हनी जल्द ही, विशाल भरद्वाज पिक्चर्स और क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट की अगली फिल्म का निर्देशन करते नज़र आएंगे। अब जबकि, सभी क्रिएटिव डिफ्रेंसेज़ सुलझा लिए गए हैं, उम्मीद की जानी चाहिए कि इरफ़ान और दीपिका की फिल्म फरवरी से शूट होने लगेगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 23 December 2017
हनी त्रेहन बाहर विशाल भरद्वाज अन्दर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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