काजोल, शाहरुख़ खान के साथ फिल्म दिलवाले (२०१५) के बाद, अब अपनी पति अजय देवगन के साथ प्रदीप सरकार के निर्देशन में फिल्म इला (फिलहाल टाइटल) कर रही हैं। वह अजय देवगन के साथ पूरे सात साल बाद कोई फिल्म कर रही है। यह दोनों पिछली बार फिल्म टूनपुर का सुपरहीरो में दिखाई दिए थे। ऐश्वर्या राय बच्चन ने गुज़ारिश (२०१०) के बाद २०१५ में फिल्म जज़्बा से वापसी की थी। फिल्म में उनका किरदार एक महिला वकील का था, जो अपनी बेटी को बचाने के लिए अपराधियों के चंगुल में फंस जाती है। २०१६ में ऐश्वर्या राय बच्चन की दो फ़िल्में रियल लाइफ स्टोरी सरबजीत और ऐ दिल है मुश्किल में रिलीज़ हुई थी । पिछले साल (२०१७ में) उनकी कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हुई। अब वह, अतुल मांजरेकर की फिल्म फन्ने खान में, अनिल कपूर के साथ फिल्म हमारा दिल आपके पास है के १७ साल बाद फिल्म कर रही हैं। काजोल की फिल्म इला और ऐश्वर्या की फिल्म फन्ने खान की खासियत यह है कि यह दोनों अभिनेत्रियां अपनी फिल्मों में गायिका की भूमिका कर रही हैं। फन्ने खान में ऐश्वर्या राय की गायिका, एक स्थापित पॉप गायिका है, जिसका एक बड़ी पॉप सिंगर बनने की इच्छा रखने वाले टीनएज लड़की के पिता द्वारा अपहरण कर लिया जाता है। इस फिल्म में संगीत के साथ साथ रहस्य और रोमांच भी है। जबकि, काजोल की फिल्म इला की नायिका एक ऐसी महिला है, जो गायिका बनना चाहती है। लेकिन, शादी हो जाने के कारण उसे अपनी इच्छा को दबा लेना पड़ता है। शादी टूट जाती है। वह अपने बेटे को अपने दम पर पालती पोसती है। जब लड़का बड़ा हो जाता है तो वह बेटे की मदद से अपने हुनर को मांजती है। एक दिन उसे उसके गायन को मान्यता मिलती है। इन गायिका-नायिका फिल्मों की खासियत है कि इन दोनों फिल्मों की कहानियां मौलिक नहीं हैं । जहाँ ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म फन्ने खान ऑस्कर के लिए नामित बेल्जियन फिल्म एवरीबॉडी इज फेमस (२०००) की ऑफिसियल रीमेक फिल्म है। वहीँ काजोल की फिल्म एक गुजराती नाटक बेटा, कागड़ो का फिल्म रूपांतरण है। दोनों फ़िल्में गायिका-नायिका वाले कथानक वाली फिल्म हैं। लेकिन, इनमे मूलभूत अंतर यह है कि जहाँ इला की नायिका को संघर्ष करते हुए सफलता मिलती है, वहीँ फन्ने खान की नायिका को अपनी शोहरत का मूल्य अपहृत हो कर चुकाना पड़ता है। अलबत्ता, दोनों ही फ़िल्में महिलाओं के सशक्तिकरण को छूती हैं। ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म ईद २०१८ को रिलीज़ हो रही है। जबकि काजोल की फिल्म के लिए कास्ट का चुनाव तक नहीं हुआ है। यह फिल्म २०१८ के आखिर या २०१९ के शुरू में रिलीज़ हो सकती है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday 25 December 2017
परदे पर गायेंगी काजोल और ऐश्वर्य राय भी, पर कहानी अलग अलग
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खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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