रानी मुख़र्जी की फिल्म हिचकी के ट्रेलर के जारी होते ही, फिल्म विवादों में आ गई। ऑस्ट्रेलिया के एक भारतीय लेखक ने यशराज फिल्म्स पर अपनी स्क्रिप्ट पर फिल्म बनाने के बावजूद क्रेडिट न देने का आरोप लगा दिया। ऑस्ट्रेलिया के निशांत कौशिक ने एक के बाद एक ट्वीट कर हिचकी को अपनी पटकथा पर लिख फिल्म बताते हुए, डायरेक्टर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा पर आरोप लगा दिया कि वह फिल्म की कहानी का क्रेडिट खुद ले रहे हैं। इस पर सिद्धार्थ ने बाकायदा प्रेस रिलीज़ निकाल कर, निशांत के आरोपों का खंडन किया और यह साफ़ किया कि हिचकी हॉलीवुड फिल्म फ्रंट ऑफ़ द क्लास का महिला संस्करण है। उन्होंने यह साफ भी किया कि निशांत कौशिक की स्क्रिप्ट अप टू मार्क नहीं थी। इसलिए उस पर कभी विचार ही नहीं किया गया। सिद्धार्थ ने यह भी साफ़ किया कि निशांत को इसकी सूचना दे भी दी गई थी। अपने तौर पर सिद्धार्थ ने बात साफ़ कर दी थी और इस पर अब विराम लग जाना चाहिए था। लेकिन, हिचकी ने अपूर्व असरानी के हिचकी ला दी। ऐसा नहीं था कि अपूर्व असरानी ने भी हिचकी की स्क्रिप्ट पर काम किया था। दरअसल, अपूर्व असरानी दूध के जले हुए थे। अपूर्व ने सिमरन के निर्देशक हंसल मेहता पर आरोप लगाया था कि हंसल ने उनकी स्क्रिप्ट पर फिल्म बनाने के बावजूद क्रेडिट नहीं दिया। यह स्क्रिप्ट विवाद काफी दूर तक भी गया था। परन्तु, सिमरन के फ्लॉप हो जाने के बाद ख़ामोशी छा गई थी। बॉलीवुड में असफलता का कोई श्रेय नहीं लेता। परन्तु, हिचकी, निशांत कौशिक और सिद्धार्थ पी मल्होत्रा के कारण अपूर्व असरानी फिर नाराज़ हो गए। दरअसल, हुआ यह कि सिमरन के निर्देशक हंसल मेहता ने सिद्धार्थ की ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिख दिया कि लेखकों के लिए अब समय आ गया है कि सम्बंधित पार्टी के साथ आपस में बैठ कर मसला सुलझाए। यो सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप लगाना ठीक नहीं। इससे आम जनता बिना कुछ जाने समझे निष्कर्ष पर पहुंचने लगती है।हंसल मेहता की ट्वीट पर उनसे कुढ़े बैठे अपूर्व असरानी ने लिखा, "शर्म करो हंसल मेहता। लेखक की शिकायत को बड़बड़ बताना ठीक नहीं। यह गलत काम करने वालों को प्रोत्साहित करने वाली बात है। हंसल मेहता कहते हैं कि लेखकों को अपनी शिकायत व्यक्तिगत बैठ कर सुलटानी चाहिए, न कि सोशल मीडिया में जाना चाहिए। सहमत हूँ, जब तक कि उन जैसे डायरेक्टर गलत काम करके फिर सामने नहीं आते।" अपूर्व असरानी ने हंसल मेहता की ट्वीट की ओर इशारा करते हुए यह भी लिखा कि यह बयान उस आदमी से आया है, जो नरेंद्र मोदी से लेकर अमिताभ बच्चन तक के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करता है। जबकि यह इस पोजीशन में हैं कि इन्हे सीधे पत्र लिखे। इनकी सोशल मीडिया अकाउंट हर आदमी के लिए इस प्रकार की बकवास से भरी हुई है। अब चुप्पी मारने की बारी हंसल मेहता की थी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 23 December 2017
बार बार क्यों आती है फिल्म राइटर को हिचकी !
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खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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