Wednesday, 19 October 2016

सोनाक्षी सिन्हा क्यों नहीं कर रही मुबारकां !

निर्देशक अनीस बज़्मी, अनिल कपूर और उनके भतीजे अर्जुन कपूर के साथ फिल्म मुबारकां की नायिका के लिए सोनाक्षी सिन्हा को लेना चाहते थे।  लेकिन, खबर है कि सोनाक्षी सिन्हा ने अनीस बज़्मी को इनकार कर दिया है। अनीस बज़्मी कहते हैं, "हाँ मैंने सोनाक्षी सिन्हा से कांटेक्ट किया था।  लेकिन, उन्होंने मना कर दिया।  कारण क्या है, मैं नही जानता।" लेकिन, बॉलीवुड गलियारों की खबर है कि सोनाक्षी सिन्हा ने अर्जुन कपूर के कारण मुबारकां को मुबारक नहीं कहा।  क्यों सोनाक्षी सिन्हा ने अर्जुन के साथ फिल्म मना कर दी।  हालाँकि, इस फिल्म में अनिल कपूर और अमृता सिंह की जोड़ी बनाई जा रही है।  इस जोड़ी ने अस्सी के दशक में ठिकाना, चमेली की शादी  और साहेब जैसी फ़िल्में की थी।  तो क्या सोनाक्षी सिन्हा ने इस जोड़ी से घबरा का मुबारकां नहीं की ! क्या सोनाक्षी सिन्हा को फिल्म में अर्जुन कपूर की दोहरी भूमिका से डर लग रहा था ?  अब इस फिल्म में इलेना डिक्रूज़ और अथिया शेट्टी आ गई हैं।  परंतु, सोनाक्षी सिन्हा के लिए दोहरी भूमिका इतने मायने नहीं रखती।  सोनाक्षी सिन्हा पहले भी अक्षय कुमार की दोहरी भूमिका वाली फिल्म राउडी राठौर कर चुकी हैं।  अंदर खाने खबर यह है कि सोनाक्षी सिन्हा को अर्जुन कपूर की फिल्मों की असफलता से डर लगता है।  अर्जुन कपूर की औरंगज़ेब, गुंडे, फाइंडिंग फेनी, आदि फ़िल्में बुरी तरह से फ्लॉप हुई हैं।  खुद सोनाक्षी सिन्हा ने भी अर्जुन कपूर के साथ फिल्म तेवर की असफलता का स्वाद चखा है।  सोनाक्षी सिन्हा की पिछली तीन फ़िल्में एक्शन जैक्सन, तेवर और अकीरा फ्लॉप हो चुकी हैं।  ज़ाहिर है कि अब वह किसी ऐलानिया फ्लॉप एक्टर के साथ फिल्म मंज़ूर करना नहीं चाहेगी।

चीन में तिब्बत का ज़िक्र नहीं होगा डॉक्टर स्ट्रेंज में !

इसका मतलब तो यही हुआ कि मार्वेल के बॉसेज़ ने सही फैसला लिया था।  मार्वेल कॉमिक्स की डॉक्टर स्ट्रेंज सीरीज में डॉक्टर स्ट्रेंज की मदद करने वाला 'द अन्सिएंट वन' का किरदार एक रहस्यमय तिब्बती पुरुष का था, जो डॉक्टर स्ट्रेंज की मदद करता है।  कॉमिक्स के अलावा १९७८ की टीवी फिल्म और २००७ की एनीमेशन फिल्म में यह किरदार तिब्बती ही था।  लेकिन, जब इस करैक्टर को लेकर फिल्म डॉक्टर स्ट्रेंज बनाने का फैसला किया गया तब अन्सिएंट वन के रोल में ब्रितानी अभिनेत्री टिल्डा स्वीनटन को लिया गया तथा यह करैक्टर तिब्बती न होकर सेलिक रहस्यमयी महिला का बना दिया गया।  इसका फायदा मार्वेल यूनिवर्स को चीन का बाजार पा कर हुआ। चीन को तिब्बत के ज़िक्र से एलर्जी है।  वह विदेशी फिल्मों की स्क्रिप्ट की ख़ास पड़ताल करने के बाद ही फिल्म की शूटिंग होने या देश में रिलीज़ होने की अनुमति देते हैं।  लेकिन,  अब इस परिवर्तन के बाद डॉक्टर स्ट्रेंज चीन में ४ नवम्बर को रिलीज़ हो रही है।  इस फिल्म के साथ हैरी पॉटर स्पिनऑफ फैंटास्टिक बीस्ट्स एंड वेयर टू फाइंड देम, आंग ली की फिल्म बिली लीन'स लॉन्ग हॉफटाइम वॉक और चीनी डायरेक्टर फेंग सियाओगैंग की आई एम नॉट मैडम बावरी भी रिलीज़ हो रही हैं।  

Tuesday, 18 October 2016

यह दुर्गा रानी सिंह की कहानी २ है !

आज सोशल साइट्स पर एक पोस्टर जारी किया गया है। पुलिस को इस पोस्टर वाली महिला दुर्गा रानी सिंह की हत्या और अपहरण के मामलों में तलाश है।  जानकारी देने के लिए फेसबुक पर कहानी २ पर संपर्क करने के लिए कहा गया है।  लेकिन यह तलाश रियल लाइफ नहीं रील लाइफ हैं।  क्योंकि यह दुर्गा रानी सिंह का फोटो विद्या बालन का है।  २०१२ की हिट थ्रिलर कहानी’ के बाद २ दिसंबर २०१६ को रिलीज होने जा रहीं सीक्वल फिल्म का नाम कहानी-२दुर्गा रानी सिंह’ है । यह पोस्टर इसी फिल्म का है।  इस सस्पेन्स थ्रिलर फिल्म के लिए निर्देशक सुजॉय घोष और विद्या बालन फिर एक बार एक साथ आयें हैं। विद्या बालन और अर्जुन रामपाल अभिनीत यह फिल्म पहले २५ नवंबर को रिलीज होनेवाली थी। लेकिन पेन इंडिया के निर्माता जयंतीलाल गाडा ने बॉक्स ऑफिस टकराव को टालने के लिए फिल्म की रिलीज डेट आगे करने का फैसला लिया।
हालांकि, सभी निर्माता प्रतिस्पर्धी से होनवाले टकराव से बचने के लिए इस तरह की रणनीती अपनाते हैं। लेकिन निर्माता जयंतीलाल गाडा ने महेश भट्ट के साथ रहीं कई सालों की दोस्ती के मद्देनजर यह फैसला लिया हैं। आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म डिअर जिंदगी भी २५ नवम्बर को रिलीज़ होने जा रही है । महेश भट्ट और जयंतीलाल गाडा की इस बारे में बातचित हुई। दोनों ने मिलकर फैसला लिया की दोनों फिल्में एक ही वक्त रिलीज नहीं होंगी। इसिलए कहानी-२ के निर्माता ने फिल्म की रिलीज एक हफ्ते आगे कर ली। यह सस्पेन्स फिल्म अब २ दिसंबर को रिलीज होंगीं।इस सम्बन्ध में महेश भट्ट ने कहा, "मैं कई वर्षों से जयंतीलाल गाडा को जानता हुँ। हम एक दूसरे के लिए एक परिवार की तरह हैं। कहानी-२ और डिअर जिंदगीं, दोनों ही अपने आप में अनोखी फिल्में हैं। हमने सोचा कि इन फिल्मों को सोलो रिलीज मिलनी चाहियें। ताकि, दोनों फिल्मों को फायदा मिलें।" इस बारे में संपर्क करने पर जयंतीलाल गाडा ने कहा, "भट्ट साहब हमारे सुप्रसिध्द टीवी शो उडान और नामकरण से जुड़े हैं । लेकिन इन दो शो से भी ज्यादा अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि महेश भट और आलिया हमारे लिए परिवार की तरह हैं। परिवारों के भीतर कभी भी प्रतियोगिता या टकराव नही हो सकता।  इसलिए मैंने कहानी-२ दुर्गा रानी सिंह की रिलीज २ दिसंबर को करने का फैसला लिया है।“ 

४२ साल पहले बॉक्स ऑफिस पर लगा था सितारों का मेला

क्या आप जानते हैं कि आज से ४२ साल पहले बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड सितारों का मेला जुटा था ? बॉलीवुड के लिए १९७४ की ईद-उल-फ़ित्र गज़ब की ईदी देने वाली साबित हुई थी ।  ठीक ४२ साल पहले १८ अक्टूबर १९७४ को चार बड़ी हिंदी फ़िल्में रिलीज़ हुई थी । ख़ास बात यह थी कि यह सभी बड़े सितारों वाली फ़िल्में थी।  इनकी बड़ी स्टार कास्ट के कारण १८ अक्टूबर को देश के सिनेमाघरों में जैसे सितारों का जमावड़ा लग गया था।  स्टार कास्ट के लिहाज़ से, निर्देशक मनोज कुमार की खुद और ज़ीनत अमान, अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, मौशमी चटर्जी, प्रेमनाथ, कामिनी कौशल, धीरज कुमार, मदन पुरी और अरुणा ईरानी अभिनीत महंगाई ड्रामा फिल्म रोटी कपड़ा और मकान सबसे बड़ी स्टार कास्ट वाली फिल्म थी । रोटी कपड़ा और मकान के अलावा एक दूसरी रोटी फिल्म, निर्देशक मनमोहन देसाई की राजेश खन्ना और मुमताज़ की हिट जोड़ी वाली फिल्म रोटी इसके सामने थी । इस रोमांस फिल्म के सामने थी,  मोहन सैगल निर्देशित नवीन निश्चल और रेखा की जोड़ी वाली थ्रिलर फिल्म मैं वह नहीं और निर्देशक नरेंद्र बेदी की अमिताभ बच्चन, मौशमी चटर्जी और मदन पुरी के अभिनय से सजी मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म बेनाम। एक ही शुक्रवार चार बड़ी फ़िल्में ! सोचना भी अविश्वसनीय सा लगता है । आज का समय होता तो बॉलीवुड थर्रा रहा होता । एक ही दिन, चार बड़ी फिल्में ! क्या गुल खिलेगा बॉक्स ऑफिस पर इस टकराव से । ख़ास बात यह थी कि इन फिल्मों में कुछ स्टार कास्ट भी समान थी। रोटी कपड़ा और मकान की मौशमी चटर्जी और अमिताभ बच्चन बेनाम के नायक नायिका थे।   जॉनर सामान था । फिल्म रोटी कपड़ा और मकान में लता मंगेशकर और मुकेश के साथ नरेंद्र चंचल की आवाज़ को सूट करने वाली शैली में कवाली थी तो बेनाम में भी मैं बेनाम हो गया जैसा गीत था। उस दौर में मनोज कुमार बॉलीवुड के भारत कुमार बने हुए थे । रोटी कपड़ा और मकान का विषय ज्वलंत था, स्टार कास्ट हिट थी । उस दौर में अमिताभ बच्चन जंजीर से एंग्रीयंग मैन बन चुके थे । शशिकपूर भी खूब चल रहे थे । नवीन निश्चल और रेखा का भी जलवा था । राजेश खन्ना सुपर स्टार की पोजीशन में विराजे हुए थे । ऐसे में यह सोचा जाना स्वाभाविक था कि बॉलीवुड को बड़ा नुकसान होगा।  लेकिन गज़ब बीती ईद भी । चारों ही फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई।  अलबत्ता बड़े सितारों से सजी मनोज कुमार की फिल्म रोटी कपड़ा और मकान ने बाज़ी मारी। यह फ़िल्म सबसे ज़्यादा हिट फिल्म साबित हुई। उसके पीछे थी राजेश खन्ना की फिल्म रोटी और पीछा कर रहे थे अमिताभ बच्चन फिल्म बेनाम से ।   


Tuesday, 11 October 2016

शुरू हुई हसीना की शूटिंग

आज अपूर्व लाखिया की फिल्म हसीना का महूरत संपन्न होने के बाद फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई। इस फिल्म की केंद्रीय भूमिका में श्रद्धा कपूर हैं। हसीना, कहानी है कुख्यात आतंकी और १९९२ के बॉम्बे बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहीम की बहन पर केन्द्रित फिल्म है। हसीना के शौहर इस्माइल पारकर की हत्या के बाद ही दाऊद इब्राहीम और अरुण गवली गैंग के बीच खूनी गैंगवॉर छिड़ गई थी। १९९२ बम ब्लास्ट के बाद दाऊद इब्राहीम के पाकिस्तान भाग जाने के बाद हसीना पारकर ने ही दाऊद के साम्राज्य का संचालन किया था। उसे मुंबई में गॉड मदर कहा जाता था। इसी शख्सियत पर है हसीना। पहले इस भूमिका के लिए सोनाक्षी सिन्हा को लिया जाना था। लेकिन, बाद में सोनाक्षी ने फिल्म करने से इनकार कर दिया। अब देखने वाली बात होगी कि तन्वंगी हसीना श्रद्धा कपूर एक गैंगस्टर महिला का सख्त किरदार किस प्रकार अंजाम दे पाती हैं?

रियल हसीना पारकर 

फिल्म हसीना में हसीना का किरदार करेगी श्रद्धा कपूर 

तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों की निकेशा पटेल

यह है एक्ट्रेस निकेशा पटेल।  यूनाइटेड किंगडम में बॉर्न गुजरती फॅमिली से है।  २००६ में मिस वेल्स के फाइनल में पहुंची।  पीटर वुलरिज स्कूल से एक्टिंग का डिप्लोमा लेने के बाद निकेशा ने बीबीसी के कैसुअलटी, ट्रेसी बीकर और डॉक्टर हु जैसी टीवी सीरीज में हिस्सा लिया।  इसके बाद वह मुम्बई आ गई हिंदी फिल्मों में करियर बनाने के लिए।  देव आनंद ने उन्हें अपनी फिल्म ब्यूटी क्वीन के लिए साइन भी किया।  लेकिन फिल्म डिब्बा बंद हो गई।  तेलुगु फिल्म पुली की वह लीड एक्ट्रेस थी।  फिल्म फ्लॉप हुई।  वह अब तक १२ तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं।  उनकी यह फोटोज उनकी तेलुगु फिल्म कोटुकोक्कडु की म्यूजिक रिलीज़ की है।  निकेशा पटेल की एक द्विभाषी तमिल-तेलुगु फिल्म का हाल ही में ऐलान हुआ है।  इस फिल्म के डायरेक्टर मित्रन जवाहर हैं।




Monday, 10 October 2016

पद्मावती के रावल बनेंगे शाहिद कपूर

संजयलीला भंसाली की २०१७ में रिलीज़ होने वाली फिल्म पद्मावती की कास्ट का अंतिम रूप से ऐलान कर दिया गया है।  इस फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार अभिनेत्री दीपिका पादुकोण करेंगी।  पद्मावती को पाने के लिए युद्ध के लिए तैयार अलाउद्दीन सिद्दीकी का किरदार गोलियों की रासलीला -रामलीला और बाजीराव मस्तानी में उनके कोस्टार रणवीर सिंह करेंगे।  पहले खबर थी कि रानी पद्मावती के पति राजा रावल रतन सिंह का किरदार विक्की कौशल करेंगे।  लेकिन, दीपिका पादुकोण द्वारा एक छोटे अभिनेता को अपना पति चुने जाने से इनकार कर दिया।  इस पर संजयलीला भंसाली ने तमाम खोजबीन के बाद शाहिद कपूर को रतन सिंह के किरदार के लिए चुना है।  हालाँकि, इससे पहले पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान का नाम इस रोल के लिए उछला। शाहिद कपूर ने भी राजा रावल रतन सिंह के किरदार को हाँ तभी कि जब फिर स्क्रिप्ट लिख कर उनके किरदार को स्ट्रांग बनाया गया और उनकी फीस बढ़ाई गई।  अब मुख्य कास्ट फाइनल हो जाने के बाद पद्मावती की शूटिंग जल्द शुरू हो जाएगी।  इस फिल्म को भंसाली प्रोड्क्शन्स के साथ वायाकॉम १८ मूवीज द्वारा बनाया जा रहा है।  भंसाली प्रोड्क्शन्स ने पद्मावती को रिलीज़ करने की फाइनल तारिख १५ दिसम्बर २०१७ भी तय कर दी है।


Wednesday, 28 September 2016

आरई ६ और आरई ७ के बीच वेंडेटा

रेसिडेंट ईविल : वेंडेटा, रेसिडेंट ईविल सीरीज की फिल्मों की एक कड़ी नहीं है। जापान में बायोहैजर्ड वेंडेटा टाइटल से रिलीज़ की जाने वाली इस फिल्म को  इसके बावजूद यह मूल फ्रैंचाइज़ी की आरई ६ और आरई ७ के बीच की कड़ी बताया जा रहां है।  यह फिल्म सीजी फिल्म की तीसरी कड़ी है।  इससे पहले दो सीजी फ़िल्में रेसिडेंट ईविल :डिजनरेशन (२००८) और रेसिडेंट ईविल : डैमनेशन (२०१२) बनाई जा चुकी हैं।  रेसिडेंट ईविल : वेंडेटा एक सीजी ३डी हॉरर फिल्म है। इस फिल्म की कहानी उसी यूनिवर्स की है, जिसमे वीडियो गेम सेट किया गया था।  इस फिल्म में क्रिस रेडफील्ड और रेबेका चैम्बर्स के चरित्र नज़र आएंगे।  इनके अलावा, कहानी में क्लेयर रेडफील्ड और लीओन स्कोट कैनेडी के करैक्टर भी शामिल होंगे। रेजिडेंट ईविल : वेंडेटा की कहानी के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं दी गई है।  लेकिन, यह फिल्म रेजिडेंट ईविल के मशहूर स्पेंसर मेन्शन पर ही दिखाई जाएगी।  इस फिल्म का निर्माण जापान के शिमिज़ू और कैपकॉर्न स्टूडियो द्वारा किया जा रहा है।  फिल्म के निर्देशक तकनोरी त्सुजीमोटो हैं।  रेसिडेंट ईविल: वेंडेटा के अगले साल वसंत में रिलीज़ किये जाने की योजना है।  


एरोगेंट है डॉक्टर स्ट्रेंज -बेनेडिक्ट कम्बरबैच

मार्वेल के सबसे ज़्यादा पसंदीदा कॉमिक्स करैक्टरो में डॉक्टर स्ट्रेंज एक है।  इस करैक्टर पर एक टेलीविज़न फिल्म १९७८ में प्रसारित हो चुकी है।  इस करैक्टर को केंद्र में रख कर एक  एनिमेटेड फिल्म डॉक्टर स्ट्रेंज: द सॉर्सेरेर सुप्रीम २००७ में रिलीज़ हुई थी।  अब यह करैक्टर पूरी लम्बाई की लाइव-एक्शन फिल्म में नज़र आने वाला है।  डॉक्टर स्ट्रेंज  टाइटल के साथ रिलीज़ होने जा रही है इस फिल्म में डॉक्टर स्ट्रेंज की भूमिका द हॉबिट सीरीज की फिल्मों में स्मॉग की भूमिका करने वाले एक्टर बेनेडिक्ट कम्बरबैच कर रहे हैं।  डॉक्टर स्ट्रेंज एक न्यूरोसर्जन है।  वह एक कार दुर्घटना में घायल हो जाने के बाद उसका बतौर सर्जन करियर ख़त्म हो जाता है। अपने हाथों के उपचार के दौरान डॉक्टर महसूस करता है कि अब उसके हाथों में अनोखी जादुई शक्ति आ गई है।  अब वह इस ताकत के ज़रिये दुनिया के लिए खतरा बन रही दुष्ट ताकतों से  टकरा सकता है।  बेनेडिक्ट फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर अवाक रह गया था। बेनेडिक्ट कम्बरबैच बताते हैं, "एक एक्टर अच्छी स्क्रिप्ट का लालची होता है।  सोने पर सुहागा डायरेक्टर स्कोट डेरिकसॉन डेर्रिकसन और निर्माता केविन फीज थे।  स्क्रिप्ट की ख़ास बात थी साठ और सत्तर के दशक के करैक्टर को समकालीन सन्दर्भों के उपयुक्त बनाना।" डॉक्टर स्ट्रेंज सफल सर्जन है, इसलिए काफी कुछ अक्खड़ भी है।  "लेकिन", कहते हैं कम्बरबैच, "यह अक्खड़ है, लेकिन हास्यपूर्ण भी है।" डॉक्टर स्ट्रेंज में चिवेटेल चूइटेल एजिओफॉर ने कार्ल मोर्डो, रेचल मैकएडम्स ने क्रिस्टीन पामर, मैड्स मिकेल्सन ने कैसिलियस और टिल्डा स्विन्टन ने अन्सिएंट वन का किरदार किया है। यह फिल्म ४ नवम्बर को रिलीज़ होगी।"


जुरैसिक पार्क के जेफ़ और सैम थॉर रैग्नारोक में

जुरैसिक पार्क सीरीज की पहली दो फिल्मों  जुरैसिक पार्क और द लॉस्ट वर्ल्ड में जेफ़ गोल्डब्लम ने डॉक्टर इयान मेलकॉम का किरदार किया था।  जुरैसिक पार्क में सैम नील डॉक्टर एलन ग्रांट के किरदार में थे।  जहाँ, जेफ जुरैसिक पार्क सीरीज की तीसरी फिल्म में नहीं थे, वहीँ सैम द लॉस्ट वर्ल्ड से नदारद थे।  लेकिन, २०१५ की जुरैसिक फिल्म जुरैसिक वर्ल्ड में इन दोनों के करैक्टर नहीं थे।  इस  लिहाज़ से मार्वेल की फेज ३ की फिल्म थॉर: रैग्नारोक इन दोनों सितारों को मिलाने वाली फिल्म साबित हो रही है।  इस सुपर ह्यूमन फिल्म में जेफ गोल्डब्लम एक खल चरित्र ग्रैंडमास्टर का किरदार कर रहे हैं।  अब इस फिल्म से सैम नील को भी शामिल कर लिया गया है।  लेकिन अभी यह साफ़ नहीं है कि सैम का किरदार क्या होगा।  यहाँ तक कि यह  कहना भी मुश्किल है कि इन दोनों के कोई सीन साथ साथ हैं भी या नहीं।  थॉर रैग्नारोक की शूटिंग ४ जुलाई से क्वीनस लैंड ऑस्ट्रेलिया में शुरू हो चुकी है।  इस फिल्म में ऑस्कर पुरस्कार विजेता एक्ट्रेस कैट ब्लैनचेट खल चरित्र हेल के किरदार में होंगी।  टेस थॉम्पसन के वल्क्यरी और कार्ल अर्बन के स्कर्ज चरित्रों को करने के अलावा मार्क रफैलो ब्रूस बैनर उर्फ़ द हल्क, क्रिस हेम्सवर्थ थॉर, सर अंथोनी होपकिन्स ओडिन और टॉम हिड्लेस्टन लोकी के किरदार में नज़र आएंगे।

होती रहेगी २०२० के बाद भी 'स्टार वार्स'

लुकास फिल्म्स के लिए आगामी कुछ साल स्टार वार्स फिल्मों की व्यस्तता के रहेंगे।  दिसम्बर में रोग वन अ स्टार वार्स स्टोरी रिलीज़ होनी है।  इस सीरीज के एपिसोड ८ और एपिसोड ९ की रिलीज़ की तारीखें २०१७ और २०१९ के कैलेंडर में तय कर दी गई है।  स्टार वार्स एपिसोड ८  अगले साल १५ सितम्बर को तथा २०१९ में २४ मई को स्टार वार्स एपिसोड ९ रिलीज़ होगी।  इन दोनों के बीच इस स्टूडियो की स्टार वार्स के एक करैक्टर हान सोलो पर फिल्म रिलीज़ होगी।  चालू दशक में स्टार वार्स स्टोरी की ट्राइलॉजी का खत्म हो जायेगा।  लेकिन, स्टार वार्स फ्रैंचाइज़ी पर दूसरी फिल्मों का निर्माण नए दशक में भी जारी रहेगा।  इस बात का खुलासा डिज्नी के सीईओ ने इन्वेस्टर्स कांफ्रेंस में किया।  स्टूडियो ने २०२० तक की स्टार वार्स फिल्मों  और उसके बाद की फिल्मों को रिव्यु करने के बाद यह तय पाया गया कि स्टार वार्स की तीसरी श्रंखला जारी रखी जाए।  स्टार वार्स ट्राइलॉजी में यह तीसरी श्रंखला आकाश गंगा के इनाम के लिए मिशन पर जाने वाले गिरोह बोबा फेट का स्पिन ऑफ होगी। डिज्नी के सीईओ बॉब ईगर रोग वन की सफलता को  लेकर मुतमईन हैं।  लेकिन, यह फिल्म द फाॅर्स अवकेंस के मुकाबले कितनी सफल होगी, इसके बारे में कुछ कहना नहीं चाहते।  वैसे, जहाँ तक  पिछले दस सालों में स्टार वार्स फिल्मों को लेकर जो माहौल बना था, उसके  लिहाज़ से द फाॅर्स अवकेंस लुकास फिल्म्स का बड़ा इम्तिहान थी।  क्योंकि, स्टार वार्स फ़िल्में इसके दर्शकों में अजीब सा उत्साह पैदा कर देती हैं।  बहरहाल, रोग वन इस फिल्म के डायरेक्टर गैरेथ एडवार्ड्स का बड़ा इम्तिहान होगा।  हालाँकि, २००५ में एन्ड डे फिल्म से डायरेक्शन में उतरने वाले गैरेथ के खाते में मॉन्स्टर्स और गॉडजिला जैसी हिट फ़िल्में दर्ज हैं।   लेकिन, उन्हें अपनी फिल्मों के बजाय द फाॅर्स अवकेंस की सफलता से मुकाबला करना हैं, जिसे जे जे अब्राम्स ने निर्देशित किया था।

Saturday, 24 September 2016

क्या लुभा पायेगा नौ सौ साल पहले का रोमांस ?

राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म मिर्जया प्राचीन पंजाब की दुखद चार प्रेम कथाओं में मिर्ज़ा और साहिबां के प्रेम की कहानी भी एक है। बाकी तीन दुखद प्रेम कहानियों में सोहनी-महिवाल, हीर-रांझा और सस्सी-पुन्नू हैं। मिर्ज़ा खान खरल जनजाति के नेता वांझल खान का बेटा  था। वह खेवा के मुखिया मदनी की बेटी थी। दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने इस प्रेम कहानी को समकालीन बनाने के लिए पुनर्जन्म पर बनाया है। इस फिल्म से अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्द्धन कपूर का डेब्यू हो रहा है। यह नायिका सैयमी खेर की भी डेब्यू फिल्म है। क्या पाकिस्तान सिंध और बलूचिस्तान में आज भी लोकप्रिय यह दुखांत प्रेम कथा हर्षवर्द्धन और सैयमी का सुखद करियर बना पाएगी ? इसका जवाब तो फिल्म के रिलीज़ होने के बाद ही पता चलेगा।  लेकिन, इस लेख का उद्देश्य मिर्जया के बहाने उन प्रेम कथाओं और उन पर बनी फिल्मों के बारे में जानना है, जो कभी अविभाजित हिंदुस्तान में फैली संस्कृति का हिस्सा थी।  
मिर्ज़ा और साहिबां
मिर्ज़ा और साहिबां की मोहब्बत की दुखद दास्ताँ पर कई लोक गीतों की रचना की गई और फ़िल्में बनाई गई । इस लिहाज़ से नूरजहाँ का गाया मिर्ज़ालोक गीत उल्लेखनीय है। इस गीत को नूरजहाँ ने पंजाबी भाषा में बनी पाकिस्तानी फिल्म मिर्ज़ा जट के लिए गाया था। दिलचस्प तथ्य यह है कि मिर्ज़ा और साहिबान के रोमांस पर हिंदी में इक्का दुक्का फ़िल्में ही बनी।  यों कहा जा सकता है कि दोनों ही देशों में पंजाबी भाषा में ही इस रोमांस को परदे पर उतारा गया। १९९२ में रिलीज़ रविंदर रवि की फिल्म मिर्ज़ा जट और बलजीत सिंह देव की जिप्पी ग्रेवाल और मैंडी टखर की केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म मिर्ज़ा द अनटोल्ड स्टोरी ऎसी ही फ़िल्में है।  बलजीत सिंह ने मिर्ज़ा और साहिबां की मोहब्बत को आधुनिक सन्दर्भ में कॉमेडी और एक्शन से भरपूर एक अपराध कथा बना दिया।  अब देखने वाली बात होगी कि राकेश ओमप्रकाश मेहरा इस कथानक को किस अंदाज़ में पेश करते हैं। 
सस्सी और पुन्नू
अविभाजित भारत में लोकप्रिय कहानियों पर फिल्मों के मामले में सस्सी-पुन्नू का की कथा को भी बॉलीवुड ने काफी नकारा है।  भंबौर के राजा आदमख़ाँ की बेटी सस्सी को नज़ूमी शाही खानदान के लिए श्राप बताते हैं।  नतीजतन उसे लकड़ी की डलिया में रख कर चेनाब में बहा दिया जाता है। सस्सी एक धोबी द्वारा पाली जाती है। इस पाकिस्तानी लोक कथा पर हिंदुस्तान में ज़्यादा फ़िल्में पंजाबी भाषा में फ़िल्में बनाई गई। जगतराम पेशुमल अडवाणी ने १९४६ में और १९६५ में शांति प्रकाश बख्शी ने सस्सी पुन्नू फिल्मों का निर्माण किया। अडवाणी की फिल्म हिंदी पंजाबी में थी। एक अन्य फिल्म, पंजाबी भाषा में निर्देशक सतीश भाखरी ने किया था। इस फिल्म में सतीश कौल ने पुन्नू और भावना भट्ट ने सस्सी की मुख्य भूमिका की थी। फिल्म में रवि का संगीत था। पाकिस्तान में विभाजन के बाद इंडस्ट्री को जिलाने का काम किया इसी रोमांस कथा पर फिल्म ने। १९४० में बनी फिल्म सस्सी इसी स्टार कास्ट के साथ १९५४ में फिर बनाई गई। इसे जीए चिस्ती ने बनाया था। इसके बाद चिस्ती ने सबीहा और सुधीर को सस्सी और पुन्नू बनाते हुए  फिर सस्सी पुन्नू फिल्म का निर्माण किया। 
सोहनी और महिवाल
पंजाब के एक कुम्हार की बेटी सोहनी और चरवाहे महिवाल के दुखद प्रेम प्रसंग को काफी बॉलीवुड फिल्मों में अपनाया गया। १९२८ में दो फ़िल्में निर्देशक के पी भावे और आनंद प्रसाद कपूर ने फिल्म सोहनी महिवाल ने बनाई। यह दोनों मूक फ़िल्में थी। १९३३ में हर्षदराय साकरलाल मेहता की फिल्म सोहनी महिवाल में भीम और गौहर की केंद्रीय भूमिका थी। रोशन लाल शोरे ने भी १९३९ में सोहनी महिवाल फिल्म का निर्माण किया। डायरेक्टर इश्वरलाल और रविन्द्र जयकार की १९४६ में रिलीज़ फिल्म सोहनी महिवाल में बेगम पारा, राजा नवाथे की १९५८ में रिलीज़ फिल्म में भारत भूषण और निम्मी ने तथा १९८४ में रिलीज़ उमेश मेहरा की फिल्म सोहनी महिवाल में सनी देओल और पूना ढिल्लों ने महिवाल और सोहनी का किरदार किया था। 
हीर और रांझा
बांसुरी बजाने में माहिर पंजाबी जाट रांझा पड़ोस के गाँव की हीर पर मर मिटता है। इस दुखांत कथानक पर भी फ़िल्में बनाई गई।  दिलचस्प तथ्य यह था कि यह ज़्यादातर फ़िल्में खूब सफल भी हुई। हीर और रांझा की प्रेम कथा पर मूक युग में ही फिल्मों का निर्माण शुरू हो गया।  सबसे पहले १९२८ में फातमा बेगम ने जुबैदा को लेकर मूक फिल्म हीर राँझा का निर्माण किया।  इसके बाद १९२९ में आर एस चौधरी और पेसी करानी की फिल्म हीर राँझा में दिनशा बिलमोरिया, रूबी मायेर्स, फारुखी और इस्माइल ने हीर रांझा की प्रेमकथा को पेश किया था। १९३१ में जगत राय पेसुमल अडवाणी की फिल्म हीर रांझा में मास्टर फकीरा और शांति कुमारी के साथ हीर रांझा का निर्माण किया। १९४८ में मुमताज़ शांति, गुलाम मोहमद को लेकर हीर रांझा बनी। ए आर करदार की पंजाबी फिल्म हीर रांझा में रफ़ीक गजनवी और अनवरी बेगम ने रांझा और हीर के किरदार किये थे। क्षितिज चौधरी और हरजीत सिंह की फिल्म हीर राँझा: अ ट्रू लव स्टोरी  में गायक हरभजन मान ने रांझा और नीरू बजवा ने हीर का किरदार किया था। इससे पहले हरमेश मल्होत्रा की फिल्म हीर राँझा (१९९२) में यह किरदार श्रीदेवी और अनिल कपूर ने किये थे। प्रोडूसर डायरेक्टर पी ड़ी मेहरा की फिल्म इश्क खुदा है की कहानी भी हीर रांझा पर ही थी। हीर रांझा की मोहब्बत की दास्ताँ को क्लासिक फिल्म का रूप दिया चेतन आनंद ने।  फिल्म थी हीर रांझा।  फिल्म के रांझा राजकुमार थे तथा उनकी हीर प्रिय राजवंश थी।  पद्य शैली में इस फिल्म को असफलता मिली।  
अरब से आये लैला और मजनू 
मोहब्बत की प्राचीन दुखांत कथाओं में अरब देश से आकर हिंदुस्तान में बेहद लोकप्रिय क़ैस और लैला मोहब्बत की दास्तान पर बनी हिंदी फिल्मों का ज़िक्र लाजिमी है। लैला के साथ मोहब्बत में पड़ कर क़ैस शायरी करने लगा।  उसके शायरी और लैला के प्रति जूनून को देख कर लोगों ने उसे मजनूँ यानि पागल का खिताब दे दिया।  मजनूं ने जब लैला के पिता से उसका हाथ माँगा तो पिता ने साफ़ मना कर दिया और लैला की शादी एक रईस व्यापारी के साथ कर दी। अब यह बात दीगर है कि लैला को यह शादी रास नहीं आई और वह बीमार हो कर मर गई ।  लैला के गम में दीवाना मजनू भी पहाड़ों पर शायरी गढ़ता हुआ मर जाता है। बॉलीवुड ने लैला मजनू की दास्ताँ पर ढेरों फ़िल्में बनाई हैं। १९२२ में लैला मजनू पर पहली मूक फिल्म रिलीज़ हुई। कांजीभाई राठौड़ की १९३१ में बनाई गई लैला मजनू में ग़ज़नवी और जहाँआरा कज्जन ने मजनू और लैला की दास्ताँ पहली बार परदे पर सवाक पेश की।  दो साल बाद बी एस राजहंस ने एम् सूकी और फातिमा जैस्मिन को लेकर लैला मजनू बनाई। १९४५ में नज़ीर ने खुद मजनू और स्वर्णलता को अपनी लैला बना कर लैला मजनू का निर्माण किया। यहाँ एक दिलचस्प तथ्य यह कि याहू अभिनेता शम्मी कपूर के करियर की शुरुआत की तीसरी फिल्म लैला मजनू थी।  इस फिल्म में मजनू बने शम्मी कपूर की लैला नूतन थी। वहीँ उनके बड़े भाई राजकपूर के बेटे ऋषि कपूर की एक बड़ी हिट फिल्मों में एच एस रवैल की फिल्म लैला मजनू का नाम शामिल है।  १९७९ में रिलीज़ इस फिल्म में लैला की भूमिका रंजीता ने की थी।  लैला मजनू की कहानी पर दक्षिण में भी फ़िल्में बनाई गई।  इनमे १९४९ में रिलीज़ पी एस रामकृष्ण राव की फिल्म उल्लेखनीय है। इस फिल्म में ए नागेश्वर राव ने क़ैस और भानुमति रामकृष्ण ने लैला की भूमिका की थी।  पी. भास्करन की १९६२ में रिलीज़ मलयालम फिल्म लैला मजनू में प्रेम नज़ीर ने मजनू और एल विजयलक्ष्मी ने लैला का किरदार किया था।  
शीरीं और फरहाद 
ईरान से आई, ससानियां के राजा फरहाद और आर्मेनिया की राजकुमारी शीरीं की मोहब्बत की दास्तान पर भी बॉलीवुड ने फ़िल्में बनाई । होमी मास्टर ने १९२२ में मूक फिल्म शीरीं फरहाद बनाई। जे जे मदन ने १९३१ में निसार, शरीफा, जहाँआरा कज्जन और मोहम्मद हुसैन को लेकर शीरीं फरहाद का निर्माण किया। १९४५ में जयंत, गुलाम मोहम्मद रागिनी और ज़हूर शाह के साथ, अस्पी ईरानी ने मधुबाला को शीरीं और प्रदीप कुमार को फरहाद बना कर, ईरानी लोक कथा को अमर कर दिया।  
राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने मिर्ज़ा और साहिबां की मोहब्बत की दास्तान को समकालीन रंग दिया है। देखने वाली बात यह होगी कि वह इस फिल्म को रोमांटिक अंदाज़ के साथ पेश करते हैं या एक्शन फिल्म बना कर। फिल्म के ट्रेलर तो ऐसा आभास देते हैं कि यह एक्शन से भरी फिल्म है। समकालीन कथानक होने के कारण इसमे गोला-बारूद भी दगेगा। क्या १२वी सदी में लिखी गई यह कहानी इक्कीसवी सदी के दर्शकों को लुभाएगी ? 

राजेंद्र कांडपाल 

बनेगा मैड मैक्स : फ्यूरी रोड का प्रेकुएल

जॉर्ज मिलर की १९७९ में शुरू मैड मैक्स फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म मैड मैक्स : फ्यूरी रोड ने २०१६ के ऑस्कर पुरस्कारों में ६ अकादमी अवार्ड्स जीते थे।  उस दौरान डायरेक्टर जॉर्ज मिलर ने कहा था कि उनके पास मैड मैक्स फ्रैंचाइज़ी के लिए दो फ़िल्में बनाने का मटेरियल है।  हालाँकि, मैड मैक्स फ्यूरी रोड के प्रमोशन के दौरान उन्होंने एक छोटी फिल्म बनाने का इरादा बताया था।  परंतु, एक अखबार ने अब सूत्रों के हवाले से यह बताया है कि मैड मैक्स सीरीज में अब प्रेकुएल फिल्म बनाई जाएगी।  इस फिल्म का टाइटल मैड मैक्स : द वेस्टलैंड होगा। मिलर ही फिल्म के डायरेक्टर होंगे।  इस फिल्म की शूटिंग इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया के ब्रोकन हिल फिल्म स्टूडियो में शुरू हो जाएगी।  यहाँ बताते चले कि फ्यूरी रोड की शूटिंग भी इसी स्टुडिओं में होनी थी।  लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के १५ सालों के इतिहास में पहली बार वहां के रेगिस्तानी इलाकों में मूसलाधार बारिश हो गई।  बहरहाल, फ्रैंचाइज़ी के प्रशंसकों में उत्सुकता इस बात को लेकर है कि द वेस्टलैंड की कहानी क्या होगी ? अखबार की बात माने तो फिल्म में चार्लीज़ थेरोन के बुरे करैक्टर फ्यूरिओसा पर केंद्रित कथा होगी।  फिल्म के लिए टॉम हार्डी पहले से ही बुक हैं।  मैड मैक्स को लगता है कि जीवित रहने के लिए अकेले घूमना ठीक होगा। लेकिन, वह फंस जाता है इम्परेटर फ़्यूरिओसा के डर से भाग रहे समूहों के बीच।  इस फिल्म में इम्मोरटन जोए भी होगा, वारलॉर्ड मार्शल भी होने और दहला देने वाली निर्मम रोड वॉर भी।


छटी बार मिशन इम्पॉसिबल को पॉसिबल बनायेंगे टॉम क्रूज़

मिशन :इम्पॉसिबल के प्रशंसकों के लिए बढ़िया खबर है।  इस फिल्म का छठा भाग बनाया जायेगा।  ईथन हंट एक बार फिर रूपहले परदे पर अपने साहसिक कारनामे दिखायेगा।  दो साल बाद, अभिनेता टॉम क्रूज़ फिर से ईथन हंट का चोला ओढ़े नज़र आएंगे।  छठे  मिशन : इम्पॉसिबल का ऐलान तो काफी पहले हो जाता।  लेकिन, स्काईडांस और  पैरामाउंट पिक्चर्स के बीच प्रॉफिट के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा था।  लेकिन, अब सब सुलझा लिया गया है।  एमआई ६ की शूटिंग जनवरी २०१७ से शुरू हो जानी चाहिए थी।  पर अब यह बसंत से फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी।  क्रिस्टोफर मैकुअरी इस फिल्म की स्क्रिप्ट भी लिख रहे हैं और निर्देशन भी करेंगे।  मिशन :इम्पॉसिबल फ्रैंचाइज़ी की फिल्मों की खासियत रही है कि इसकी हर फिल्म पहली से बेहतर बनती जाती है।  ऐसे में मिशन : इम्पॉसिबल रोग नेशन के लेखक- निर्देशक क्रिस्टोफर मैकुअरी की ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है कि वह छठे मिशन :इम्पॉसिबल को टॉम क्रूज़ के साथ ज़्यादा बेहतर पॉसिबल करें।

Wednesday, 21 September 2016

स्टेन ली पर एक्शन एडवेंचर फिल्म

आयरन मैन, सुपर मैन और अवेंजर्स : एज ऑफ़ उल्ट्रॉन जैसी सुपरहीरो फ़िल्में लिखने और उनमे कोई भूमिका करने वाले स्टेन ली पर फिल्म बनाये जाने की खबर है।  यह कोई बायोपिक फिल्म नहीं होगी।  ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स ने स्टेन ली की ज़िन्दगी पर फिल्म बनाने के अधिकार खरीद लिए हैं। फॉक्स ने ही स्टेन ली के क्रिएट फैंटास्टिक फोर और एक्स-मेन जैसे किरदार परदे पर उतारे थे।  फॉक्स का इरादा स्टेन ली को सत्तर के दशक के एक्शन-एडवेंचर हीरो के बतौर पेश करना है।  यह वही समय है, जिसमे स्टेन ली ने हॉलीवुड का रुख किया था।  इस फिल्म का निर्माण मार्टी बोवेन और विक गॉडफ़्रे करेंगे।  इस टीम ने ट्वाईलाईट, द मेज़ रनर जैसी फ़िल्में बनाई हैं।  यह टीम पावर रेंजर्स की रिबूट फिल्म भी बना रही है।  स्टेन ली पर फिल्म का लहज़ा किंग्समैन : द सीक्रेट सर्विस और रॉजर मूर की जेम्स बांड फिल्मों जैसा होगा।  यानि की परदे पर स्टेन ली का रूप समर्थ, चतुर और चुलबुला होगा।  यहाँ बताते चलें कि ली ने १९३९ में मार्वेल कॉमिक्स के लिए काम करना शुरू किया था।  उस समय इस कंपनी को टाइमली कहा जाता था।  ली को अपने समय से दशकों आगे का कहा जाता था।  इसलिए, ली को ख़ास सफलता नहीं मिली।  ऐसे में, जब साठ के दशक में ली ने इंडस्ट्री छोड़ने का मन बना लिया था, उनकी पत्नी ने समझाया कि वह अपने हिसाब से कॉमिक स्टोरी लिखने के बजाय उनके वरिष्ठ जैसा लिखने के लिए कहते हैं, लिखें।  परिणामस्वरूप ली ने फैंटास्टिक फोर #१ की रचना की।  इस के साथ जैक किर्बी के साथ उनकी जोड़ी बनी। इसी जोड़ी ने बाद में मार्वेल यूनिवर्स की स्थापना की।  ली ने किर्बी और स्टीव डिटको के साथ स्पाइडर-मैन, द एक्स-मेन, हल्क और डॉक्टर स्ट्रेंज जैसे चरित्रों की रचना की।  बहरहाल, सुपर हीरो किरदारों के रचयिता स्टेन ली पर फिल्म को अभी कोई लेखक नहीं मिला है।



पैसिफिक २ में नई स्टार कास्ट

पिछले दिनों, लेखक जेम्स गन (गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी) की ग्रेग मैकलीन निर्देशित हॉरर थ्रिलर फिल्म द बेल्को एक्सपेरिमेंट टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई थी।  फेस्टिवल में इस फिल्म को काफी सराहा और देखा गया।  इस फिल्म की प्रशंसा में  जेम्स गन ने एक ट्वीट भी किया।  इस ट्वीट पर पैसिफिक रिम २ के डायरेक्टर स्टीव एस डि'नाइट  ने ट्वीट करते हुए लिखा कि वह जेम्स गन की आगामी फिल्म  गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी वॉल्यूम २ देखना चाहेंगे और हो सकता है कि उनकी (गन की) फिल्म का कोई एक सदस्य मेरी फिल्म में हो।  इस पर गन ने डि'नाइट को चिढाते हुए ट्वीट किया 'अगर वह एक्टर (माइकल) रूकर है तो भूल जाओ पैसिफिक रिम २ को। रूकर, आम तौर पर जेम्स गन की फिल्मों के नियमित सदस्य होते हैं।  वह गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी सीरीज में योन्डु ओडोंटा का किरदार कर रहे हैं।  इससे साफ़ है कि डि'नाइट की फिल्म के एक एक्टर माइकल रूकर हो सकते हैं।  जहाँ तक ऐलानिया नाम का सवाल है स्टार वार्स : द फाॅर्स अवकेंस के जॉन बोएगा के नाम का ऐलान किया जा  चूका है।  वह फिल्म में स्टैकर पेंटकोस्ट (इदरीस एल्बा) के बेटे का किरदार करेंगे।  लेजेंडरी और यूनिवर्सल स्टूडियोज की फिल्म पैसिफिक रिम २ की रिलीज़ की तारिख २०१८ में २३ फरवरी तय की गई है।

Tuesday, 20 September 2016

वकील बनेंगे फ्रेडी दारूवाला

फ्रेडी दारूवाला जिन्होंने विपुल शाह की फिल्म "​हॉलिडे - सोल्जर इस नेवर ऑफ़ ड्यूटी" धमाकेदार परफॉर्मन्स देकर सभी को अपने एक्टिंग से चौका दिया था। अब वे अपनी अगली फिल्म में एक अलग किरदार  नजर आएंगे। फ्रेडी के आगामी फिल्म का नाम  "मिया एक उम्मीद" यह है इस फिल्म वे एक वकील बनेंगे जो की नो - नॉनसेंस है।  वकील  निभाने के लिए फ्रेड्डी ने कोर्ट के कई सेशन में गए तथा वकीलो को कोर्ट रूम में मिले ताकी वे वकीली पेशा समझ सके और हावभाव सिख सके। इतना ही नहीं फ्रेड्डी ने अपने वकील दोस्त से भी मदत ली ​, वे दोस्त की मदत से कोर्ट रूम गए कुछ केस स्टडीज पड़ी और किताबे भी पड़ी।  अपने किरदार को वास्तविक और विश्वसनीय बनाने के लिए, फ्रेडी को कोर्ट रूम की शिक्षा महसूस करना  और सीखना आवश्यक था। ​फ्रेडी अपने किरदार की थोड़ी जानकारी देते हुए कहते है " मेने कई ऐसी फिल्मे देखी जिसमे कई अभिनेताओ ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से वकील का किरादर जीवित किया है। यह एक चुनौतीपूर्ण भूमिका है जो कथा का अभिन्न अंग है। "​

Saturday, 17 September 2016

डेमी गॉड को ड्वेन जॉनसन की आवाज़

डिज्नी की एनिमेटेड एडवेंचर फिल्म मोआना बड़ी तेज़ी से रिलीज़ की तैयारी पर है। इस फिल्म से ड्वेन जॉनसन को डेमी गॉड मोई के किरदार से जोड़ कर दर्शकों में थ्रिल पैदा कर दिया है। एक आकर्षक महिला मोआना समुद्र पार एक काल्पनिक द्वीप की खोज करने निकल पड़ती है। मोआना नाविकों  के मुखिया की खूबसूरत बेटी है वह नौका चालन में माहिर है। उसका पिता नहीं चाहता कि मोआना इस प्रकार की यात्रा पर निकले। मगर वह जिद्द कर के निकल पड़ती है। इस यात्रा में उसके साथ मोई है। इस फिल्म में, जहाँ मोई को आवाज़ ड्वेन जॉनसन ने दी है, वही मोआना को हवाई की नवोदित औली'ल क्रेवल्हो ने दी है। इस फिल्म से एलन तुदिक, जेमैने क्लेमेंट, निकोल शेरजिंगर, तैमुरा मोर्रिसों और रेचल हाउस जैसे नाम अपनी आवाज़ों से आ जुड़े हैं। लिटिल मरमेड और अलादीन जैसी फिल्मों की निर्देशक जोड़ी रॉन क्लेमेंट्स और जॉन मस्कर ने मोआना का निर्देशन किया है। मोआना की खासियत इसका संगीत है। फिल्म से मार्क मन्सिना, ओपेटिया फ़ॉ'ई और लिन-मनुएल मिरांडा जैसे संगीतकारों के नाम जुड़े हो तो उम्मीद कुछ ज्यादा बढ़ जाती हैं। यह फिल्म २३ नवम्बर को रिलीज़ होगी।
    

हॉलीवुड फिल्मों के केंद्र में टॉम हैंक्स

दुनिया में हॉलीवुड फिल्मों के दर्शक और टॉम हैंक्स के प्रशंसक चाहते हैं कि जिस फिल्म में टॉम हो, उसकी पूरी बागडोर उन्ही के हाथ में हो। टॉम हैंक्स की मुख्य भूमिका वाली फिल्म कैप्टेन फिलिप्स के बाद रियल लाइफ ड्रामा फिल्म सुली की अमेरिकन बॉक्स ऑफिस पर सफलता इसे साबित करती हैं। टॉम हैंक्स दूसरे विश्व युद्ध पर एक फिल्म भी लिख भी रहे हैं। वह फिल्म में अभिनय भी करेंगे और को-प्रोडूसर भी होंगे।  इस फिल्म के डायरेक्टर आरोन श्नीडर होंगे। एक कैरियर ऑफिसर को नेवी एक विनाशकारी जहाज की कमान सौंप दी जाती है। फिलहाल इस फिल्म के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। जहाँ तक टॉम हैंक्स की फिल्म सुली का सवाल है, यह फिल्म अभी ग्रेट ब्रिटेन में ही धमाका कर रही है। अमेरिका में इस फिल्म को दिसम्बर में रिलीज़ होना है। लेकिन, इससे पहले दर्शक टॉम हैंक्स को २८ अक्टूबर को इंफरनो फिल्म में प्रोफेसर रॉबर्ट लैंगडॉन के किरदार में देख लेंगे। 



Thursday, 15 September 2016

फ़िल्मी गीतों के कवर वर्शन की गायिकाएं

हिंदी फिल्मों के गीतों की लोकप्रियता गायक या गायिका की सफलता का पैमाना होती ही है, फिल्म की सफलता में भी इन गीतों का बड़ा हाथ होता है। आजकल, टेलीविज़न पर बड़े पैमाने पर प्रसारित हो रहे म्यूजिक आधारित रियलिटी शो में प्रतिभागियों की भीड़ हिंदी फिल्मों में नाम और नामा कमाने की दृष्टि से उल्लेखनीय है। लेकिन, ऎसी भी प्रतिभाएं हैं, जिन्हें हिंदी फिल्मों में सफलता मिली हो या न मिली हो, लाखों दर्शकों द्वारा उन्हें सुना और पहचाना जाता है। इन प्रतिभाओं की पहचान बनती है यू-ट्यूब से। ऐसी कई प्रतिभाशाली गायिकाये है, जिन्हें यू-ट्यूब पर अपलोड अपने गीतों के कारण दर्शक और श्रोता दोनों ही मिले। इन आवाजों को किसी भी तरह से ओरिजिनल आवाजों से कमतर आंका नहीं जा सकता। आइये जानते हैं ऎसी ही कुछ यू-ट्यूब प्रतिभाओं के बारे में –
श्रद्धा शर्मा- देहरादून की श्रद्धा शर्मा ने सफलता का पहला स्वाद चखा फिल्म विरसा के तेनु समझावन की के एकॉस्टिक कवर वर्शन के अपने विडियो को यू-ट्यूब पर अपलोड कर। फिल्म मर्डर २ के गीत हालेदिल के चौथे कवर वर्शन विडियो ने उन्हें २६ लाख दर्शक दिला दिए। अपने यू-ट्यूब सब्सक्राइबरों की बड़ी संख्या के लिहाज़ से वह टॉप पर बताई जाती हैं। उनके कुछ लोकप्रिय कवर वर्शन गीतों में रास्ते, मुस्कुराने, हर किसी को नहीं मिलता और इकतारा उल्लेखनीय हैं। उनका पहला एल्बम रास्ते में आठ गीत हैं।  
शिरली सेतिया- भारतीय और कीवी मूल की शिरली सेतिया को यू-ट्यूब की दूसरी सबसे लोकप्रिय गायिका बताया जाता है। ,फिल्म आशिकी २ के गीत तुम ही हो के अपने पहले ही कवर वर्शन के विडियो से वह यू-ट्यूब की पसंदीदा गायिका बन गई थी। कहते हैं कि उन्होंने जितने भी कवर वर्शन विडियो अपलोड किये, सभी लोकप्रिय हुए और देखे गए। दावा तो यह भी किया जाता है कि उनके हर कवर वर्शन विडियो ने दस लाख से ज्यादा हिट पाए। उनके लोकप्रिय कवर वर्शन विडियो में तू ज़रूरी जिद, कुछ न कहो, बारिश, आदि उल्लेखनीय हैं। 
विद्या अय्यर - अन्य गायिकाओं से विद्या इस मायने में अलग हैं कि वह भारत में जन्मी अमेरिकन हैं। उन्हें मैशअप क्वीन कहा जाता है। उनके कवर वर्शन की खासियत होती है कि उनके पाश्चात्य एल्बमों में देसी धुनों का तड़का लगा होता है। न जाने क्या बात है कि उनका हर मैशअप दर्शकों की पसंद के अनुरूप बैठता है। सूत्र बताते हैं कि आजकल विद्या हिन्दुस्तानी क्लासिकल संगीत के साथ साथ पाश्चात्य वोकल भी सीख रही हैं। यू-ट्यूब पर उनका पहला विडियो बिग गर्ल्स क्राई और कभी जो बादल हैं का मैशअप था। उनके इस पहले ही प्रयास को हज़ारों हज़ार प्रशंसा मिली .
प्रियंका पराशर- संगीत का शौक रखने वाली दिल्ली की प्रियंका पराशर की खासियत है कि वह कभी हताश नहीं होती। यू-ट्यूब पर पिछले दो सालों से उनका चैनल सफलतापूर्वक चल रहा है। वह अच्छी गायिका होने के अलावा गिटार भी ख़ूब बढ़िया बजा लेती हैं। वह ऎसी गायिका संगीतकार हैं, जो मौलिक गीत भी बनाती हैं और एकॉस्टिक कवर भी। उनके कुछ मौलिक गीतों में दिल का आशियाना, क्या कोई फिर, वुड यू लव मी लवर, आदि हैं। 
लिसा मिश्रा – भारत में जन्मी और शिकागो में पली-बढ़ी लिसा की गायन शैली अनूठी मानी जाती है। वह अपनी गायिकी और लुक से दर्शकों को सम्मोहित कर लेती हैं। उनके लिए कोई ऐसा नोट नहीं, जिसे वह अच्छी तरह से गा न सकें। लिसा मिश्रा को गिटार के साथ गीत गाना पसंद है। उन्होंने भी इंग्लिश और हिंदी गीतों के कवर वर्शन बनाए हैं। लिसा मिश्रा के सबसे ज्यादा देखे गए कवर में जीना जीना, हंसी बन गई, चल वहाँ जाते हैं और एज लॉन्ग एज यू लव मी हैं। 
अवनी जोशी- दिल्ली की छोरी अवनी के बारे में कहा जाता है कि वह कई दिलों की धड़कन हैं। उन्हें ओरिजिनल गीत रचना करने में भी महारत हासिल है। उनके कई कवर वर्शन बड़े हिट साबित हुए हैं। उनके विडियो अपलोड होते ही वायरल हो जाते हैं। अपनी आवाज़ और लुक्स के कारण अवनी जोशी को बोल्ड एंड ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। उनके सुपरहिट कवर्स में चाहूं मैं या न, बंजारा, चित्तियाँ कलईयां, सजना, आदि उल्लेखनीय हैं। 
अमिका शैल- रियलिटी शो भारत की शान- सिंगर स्टार के तीसरे सीजन की उपविजेता अमीक शैल में गायिका माँ ने गायन के प्रति रुझान पैदा किया, जिसे उन्होंने अपना पेशा बना लिया। उनकी आवाज़ सुरीली तो है ही, थोड़ी सेक्सी भी है। इसी वजह से वह जब कोई गीत पेश करती हैं तो दर्शक सांस रोक कर सुनना चाहता है। यू-ट्यूब पर अमिका शैल के एकॉस्टिक कवर्स के अलावा इंस्ट्रुमेंटल कवर और ओरिजिनल गीत भी लोकप्रिय हुए हैं। अमिका शैल अन्य तमाम यू-ट्यूब गायिकाऑ से इस मायने में अलग हैं कि उन्होंने कई विज्ञापनॉ को अपनी आवाज़ दी है। अमिका के अपनी माँ को श्रद्धांजलि स्वरुप गीत मेरी माँ ने काफी दर्शको का दिल छू लिया। 
श्वेता सुब्रम- विद्या की तरह श्वेता भी भारत में जन्मी कैनेडियन गायिका हैं। हालाँकि, वह कई बॉलीवुड फिल्मों में गीत गा चुकी हैं, लेकिन उन्हें ख़ास बनाता है आकाश गाँधी के साथ उनका चैनल। श्वेता सुब्रम को संदीप ठाकुर के पियानो आधारित कवर वर्शन गीत गा कर यू-ट्यूब पर ज़बरदस्त लोकप्रियता हासिल हुई। उनके भारत के अलावा विदेशों में भी लाखों प्रशंसक हैं। आकाश गाँधी और स्व्हेता सुब्रम का कवर वर्शन जीना जीना २० लाख दर्शक संख्या पार कर चूका है। 

वर्षा त्रिपाठी- मुम्बई की वर्षा के खाते में कई उल्लेखनीय सफलताएँ दर्ज हैं। वह कई कॉन्सर्ट का हिस्सा बन चुकी हैं और लाइव कॉन्सर्ट करती रहती हैं। वह क्लोज-अप वेब सिंगर हैं। हालाँकि, उनके कवर वर्शन ज्यादा नहीं, लेकिन जो भी हैं वह काफी अनमोल माने जाते हैं। ख़ास तौर पर उनके कवर वर्शन मैया मैया, दुआ, महबूबा महबूबा, आदि। 
यू-ट्यूब पर लोकप्रिय यह गायिकाएं अपनी ख़ास गायन शैली के कारण लोकप्रिय तो कही जा सकती है। लेकिन, यह अपने लुक से भी पसंदीदा बन जाती हैं।  इनका चेहरा आकर्षक हैं। कई गायिकाएं अपनी सेक्स अपील का प्रदर्शन करने से नहीं हिचकती।  खूबसूरत चेहरा और सुरीली आवाज़ इन गायिकाओं को यू-ट्यूब की बोल्ड एंड ब्यूटीफुल गायिका बना देती है।