आज देश में इंजिनियरस डे मनाया जा रहा है. ऐसे में अनायास याद आ जाते हैं बॉब क्रिस्टो. बॉब क्रिस्टो को हिंदी दर्शक गंजे बुरे आदमी के रूप मे याद करते हैं.
अरविन्द देसाई की अजीब दास्तान और पहरेदार फिल्म में छोटी भूमिका करने वाले बॉब क्रिस्टो को पहला बड़ा मौक़ा दिया स्वर्गीय फ़िरोज़ खान ने अपनी फिल्म क़ुरबानी में.इस फिल्म के बाद, वह फ़िरोज़ खान की हर फिल्म में नज़र आने लगें.
बॉब क्रिस्टो को पहला मौका परवीन बाबी के कारण मिला. उस समय वह वर्क परमिट के लिए बॉम्बे में रुके हुए थे. किसी ने परवीन बाबी से बॉब क्रिस्टो का परिचय करवाया था.
बॉब क्रिस्टो ने डेढ़ सौ के करीब फिल्मों में अभिनय किया क्या मार खाई. ज़्यादातर वह अमिताभ बच्चन से लेकर अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ तक से मार खाते रहे.
उनका हिंदी बोलने का ऑस्ट्रेलियाई लहजा दर्शकों का पसंदीदा था. उनकी आखिरी फिल्म अमन के फ़रिश्ते २०१६ में प्रदर्शित हुई थी. उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई.
एक बहुत जरूरी बात.
बॉब क्रिस्टो का पूरा नाम रोबर्ट जॉन क्रिस्टो था. वह पेशे से सिविल इंजिनियर थे.
उन्होंने फ्रांसिस फोर्ड कोपोला की फिल्म अपोकैलिप नाउ के जंगल का महल बनवाया था.
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