सलमान खान की फिल्म 'वीर' की नायिका और 'रेडी' में आइटम सांग ' करैक्टर ढीला' करने वाली ज़रीन खान ने अक्षय कुमार के साथ फिल्म 'हाउसफुल २' में जेलो का किरदार किया था। हाउसफुल २ के बाद ज़रीन खान ने एक तमिल फिल्म में आइटम और पंजाबी फिल्म 'जट्ट जेम्स बांड' में नायिका का रोल अदा किया। अब, हाउसफुल २ के तीन साल बाद ज़रीन खान की कोई हिंदी फिल्म रिलीज़ होने जा रही है। वह फिल्म 'हेट स्टोरी ३' से पाओली डैम ( हेट स्टोरी) और सुरवीन चावला (हेट स्टोरी २) के नक़्शे कदम पर चलेंगी। इन दोनों फिल्मों में नायिकाओं ने कामुक अंग प्रदर्शन किया था। हेट स्टोरी की पाओली डैम पर हेट स्टोरी २ की सुरवीन चावला भारी पड़ी थी। इसलिए, ज़रीन खान को हेट स्टोरी ३ में इन दोनों पर भारी पड़ना है। इस इरोटिका प्रदर्शन के लिए फिल्म में ज़रीन का साथ डेज़ी शाह भी दे रही हैं। डेज़ी शाह कोरियोग्राफर से अभिनेत्री बनी हैं। वह 'जय हो' में सलमान खान की नायिका थी। इस प्रकार से हेट स्टोरी ३ में सलमान खान की दो नायिकाएं मुख्य भूमिका कर रही हैं। इन दोनों के अपोजिट करण सिंह ग्रोवर और शरमन जोशी हैं। करण सिंह ग्रोवर को दर्शकों ने बिपाशा बासु के साथ फिल्म 'अलोन' में देखा था। जहाँ तक हेट स्टोरी सीरीज की फिल्मों का सवाल है, इन फिल्मों में नायक को कुछ ख़ास नहीं करना होता। इसलिए, सारा दारोमदार ज़रीन खान और डेज़ी शाह पर होगा। क्या यह दोनों 'हेट स्टोरी ३' से दर्शकों का प्यार जीत पाएंगी ! लेकिन, इस सफलता को पाने के लिए ' हेट स्टोरी ३' को ४ दिसंबर को रिलीज़ होने जा रही सनी लियॉन की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'मस्तीज़ादे' से भिड़ना होगा। 'हेट स्टोरी ३' जहाँ इरोटिका थ्रिलर फिल्म है, वहीँ 'मस्तीज़ादे' सेक्स कॉमेडी है। इन दोनों फिल्मों में कॉमन फैक्टर नायिकाओं की सेक्स अपील है। क्या ज़रीन खान की सेक्स अपील सनी लियॉन पर भारी पड़ेगी ? मगर, बात यहीं ख़त्म नहीं होती। ४ दिसंबर को दो अन्य फ़िल्में भी रिलीज़ हो रही हैं। बिजॉय नम्बिआर निर्देशित ड्रामा फिल्म 'वज़ीर' में अमिताभ बच्चन, फरहान अख्तर, नील नितिन मुकेश, जॉन अब्राहम और प्रकाश राज जैसे सितारे हैं। दूसरी फिल्म इरफ़ान खान, जिमी शेरगिल और तुषार दलवी की थ्रिलर फिल्म 'मदारी' है। इस फिल्म के निर्देशक निशिकांत कामथ हैं। निशिकांत कामथ की इस साल रिलीज़ फिल्म 'दृश्यम' को बड़ी सफलता मिली थी। ज़ाहिर है कि हिंदी फिल्मों में वापसी की ज़रीन खान की कोशिश आसान नहीं होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 23 September 2015
क्या ज़रीन खान की सेक्स अपील भारी पड़ेगी सनी लियॉन पर !
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ज़ी टीवी पर सीरियल 'जमाई राजा' में 'सिंह इज़ ब्लिंग' अक्षय कुमार
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
छोटे परदे की जलेबी बाई
एक हिंदी फिल्म 'नशा' और एक साउथ की फिल्म 'मालिनी एंड कंपनी' के बाद पूनम पाण्डेय ने एक बार फिर छोटे परदे का रुख किया है। वह बिग मैजिक से प्रसारित होने वाले सीरियल 'प्यार मैरिज स्स्श' में जलेबी जलेबी बाई की भूमिका करेंगी। यह सीरियल युवाओं की शादी के बाद की समस्याओं पर है। इस सीरियल में संवादों के ज़रिये हास्य पैदा करने की कोशिश की गई है।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
यह भी कैलेंडर गर्ल्स थी !
निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म 'कैलेंडर गर्ल्स' किन्ही न किन्ही कारणों से चर्चा में है। ख़ास तौर पर फिल्म की पांच कैलेंडर गर्ल्स। आम तौर पर मधुर भंडारकर ने अपनी फिल्मों में नए चेहरों पर पूरा दांव नहीं लगाया है। फैशन में प्रियंका चोपड़ा ,कॉर्पोरेट में बिपाशा बासु, पेज ३ में कोंकणा सेनशर्मा, सत्ता में रवीना टंडन और चांदनी बार में तब्बू ऐसे कुछ स्थापित चहरे हैं, जो मधुर की फिल्मों से पहले ही दर्शकों के जाने पहचाने थे। पहली बार, वह कैलेंडर गर्ल्स में पांच नए चेहरों पर दांव लगा रहे हैं। क्या यह पाँचों चहरे बॉलीवुड की फिल्मों के जाने माने चहरे बन पाएंगे ? क्या बॉलीवुड इन पर दांव लगाएगा ?
मधुर भंडारकर की फिल्म 'कैलेंडर गर्ल्स' याद दिलाती है किंगफ़िशर के हर साल निकलने वाले कैलेंडर और उनकी मॉडल्स की। इन बारह पन्नों की मॉडल में से ज़्यादातर इस कैलेंडर के रंगीन पृष्ठों तक सिमट कर रह गई। कुछ को सेल्युलाइड पर देखा गया। इनमे भी ज़्यादा फिर गुमनामियों में खो गई। कुछ बॉलीवुड में अपना नाम रोशन करने में कामयाब हुईं। आइये जानते हैं ऎसी कुछ कैलेंडर गर्ल्स के बारे में जो बॉलीवुड पर छा गई।
कीरा दत्ता-
इसे इत्तेफ़ाक़ ही कहा जायेगा कि जिस 'कैलेंडर गर्ल्स' के कारण किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल्स का जिक्र हो रहा है, मधुर भंडारकर की इस फिल्म में कीरा दत्ता भी एक मॉडल बनी हैं। २०१३ की किंगफ़िशर कैलेंडर मॉडल कीरा दत्ता को पिछले दिनों चर्चा मिली एकता कपूर की इरोटिक थ्रिलर फिल्म 'एक्सएक्सएक्स' की नायिका के तौर पर। इस फिल्म के लिए बंगाली बाला कीरा दत्ता ने न्यूडिटी क्लॉज़ भी साइन किया था। इस प्रकार से वह इस प्रकार का क्लॉज़ साइन करने वाली पहली अभिनेत्री बन गई थी। वह एक तेलुगु फिल्म 'रेस गुर्रम' में आइटम सांग कर चुकी हैं।
कैटरीना कैफ-
आज की टॉप बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ ने करियर की शुरुआत कैजाद गुस्ताद की इंग्लिश फिल्म बूम, जो हिंदी में डूब कर रिलीज़ हुई थी, से की। इस फिल्म के साथ ही वह २००३ के किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल भी बनी। यह किंगफ़िशर कैलेंडर का पहला साल था। २००३ में किंगफिशर कैलेंडर की मॉडल उज्ज्वला राउत, शिवानी कपूर, याना गुप्ता, कटरीना कैफ और विद्या पवाटे थी। इनमे याना गुप्ता को दम फिल्म के आइटम 'बाबू जी ज़रा धीरे चलो' से शोहरत मिली। लेकिन, बॉलीवुड की फिल्मों में पैर जमा सकी केवल कैटरीना कैफ। कैटरीना कैफ को सफलता मिली अक्षय कुमार के साथ फिल्म 'हमको दीवाना कर गए' से। २००७ में नमस्ते लंदन, वेलकम, पार्टनर और अपने जैसी फिल्मो की सफलता के बाद कैटरीना कैफ बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस में शामिल हो गई। इस प्रकार से वह बॉलीवुड में सफल होने वाली पहले किंगफ़िशर कैलेंडर की पहली मॉडल बन गई।
शीतल मेनन-
शीतल मेनन फोटोग्राफर अतुल कस्बेकर के लिए मॉडलिंग किया करती थी। वही उसे किंगफ़िशर कैलेंडर २००५ में लाये। इस कैलेंडर में आने के बाद शीतल ने भ्रम, माय नेम इज़ खान, शैतान और डेविड जैसी हिंदी फिल्मों में काम किया। लेकिन, उन्हें ख़ास सफलता नहीं मिली।
दीपिका पादुकोण-
दीपिका पादुकोण किगफिशर कैलेंडर २००६ की कैलेण्डर गर्ल थी। उनके साथ इस कैलेंडर में शिल्पा रेड्डी, नीलम चौहान, माशूम सिंघा और अनिला वर्घीस भी थी। लेकिन, बॉलीवुड में सफलता मिली केवल दीपिका पादुकोण को। इस फैशन मॉडल को किगफिशर कैलेंडर के बाद एक कन्नड़ फिल्म 'ऐश्वर्या' मिली। इसके बाद फराह खान ने अपनी फिल्म 'ओम शांति ओम' की दोहरी भूमिका में दीपिका पादुकोण को शाहरुख़ खान की नायिका बना दिया। इस फिल्म के बाद दीपिका पादुकोण ने मुड़ कर नहीं देखा। वह अब तक कॉकटेल, यह जवानी है दीवानी, रेस २, चेन्नई एक्सप्रेस, गोलियों की रासलीला : राम-लीला और हैप्पी न्यू ईयर जैसी सुपर हिट फिल्मों की नायिका बन चुकी हैं। आज बॉक्स ऑफिस पर उनका नाम बिकता है।
करिश्मा कोटक-
दीपिका पादुकोण के साथ एक दूसरी मॉडल करिश्मा कोटक बॉलीवुड में कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई। उनकी दो फ़िल्में जोए बी कार्वाल्हो और लखनवी इश्क़ रिलीज़ हो चुकी है। बिग बॉस ६ में उन्होंने के प्रतिभागी के बतौर हिस्सा लिया था।
ब्रूना अब्दुल्ला-
ब्रूना अब्दुल्ला २००७ में किंगफ़िशर कैलेंडर में नज़र आई। इसी साल उन्हें फिल्म 'कॅश' में एक आइटम 'रहम करे' में देखा गया। आई लव स्टोरी में वह इमरान खान के अपोजिट जिसेल के किरदार में थी। वैसे उन्हें हिंदी फिल्म में नायिका का रोल कभी नहीं मिला, लेकिन वह आइटम सांग में खूब पॉपुलर हुई। उनकी आने वाली फिल्मों में उड़नछू शामिल है।
नर्गिस फाखरी-
इम्तियाज़ अली की 'रॉकस्टार' गर्ल नर्गिस फाखरी २००९ में किगफिशर कैलेंडर की टॉपलेस मॉडल के रूप में मशहूर हुई। इसके बाद वह कुछ उत्पादों की मॉडलिंग की। किंगफ़िशर कैलेंडर के दो साल बाद उन्हें 'रॉकस्टार' मिल गई। उनके खाते में मद्रास कैफ़े, मैं तेरा हीरो, जैसी फ़िल्में दर्ज़ हैं। उनकी आगामी फिल्मों में 'हाउसफूल ३' और 'अज़हर' के नाम शामिल हैं।
लिसा हेडन-
लिसा हेडन भी किंगफ़िशर कैलेंडर में आने से पहले सोनम कपूर के साथ फिल्म 'आइशा' से फिल्म डेब्यू कर चुकी थी। २०११ में वह किंगफ़िशर की मॉडल बानी। उन्होंने रास्कल्स में सेक्सी और छोटे रोल किये। उन्हें शोहरत मिली फिल्म 'क्वीन' में कंगना रनौत सहेली के बतौर।
टीना देसाई-
नर्गिस फाखरी की तरह टीना देसाई की परवरिश भी विदेशी माहौल में हुई है। वह २०१२ में किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल बनी। टीना देसाई का मामला थोड़ा अलग है। वह २०११ में हिंदी फिल्म 'यह फैसले' से डेब्यू कर चुकी थी। 'सही धंदे गलत बन्दे' के अगले साल यानि २०१२ में वह किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल बनी। वह ऑस्कर विनर फिल्म 'द बेस्ट एक्सोटिक मैरीगोल्ड होटल' से ख़ास तौर पर मशहूर हुई। टेबल नंबर २१ में उन्होंने अपने बाल मुंडवा कर अपनी बोलडनेस का इज़हार किया। वह इस समय नेटफ्लिक्स की साइंस फिक्शन ड्रामा फिल्म 'सेंस ८' में काम कर रही हैं।
एषा गुप्ता-
तमाम किगफिशर कैलेंडर गर्ल्स से हट कर एषा गुप्ता पहले २००७ में फेमिना मिस इंडिया बनी। फिर २०१० में वह किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल बनी। उसी साल उन्हें इमरान हाश्मी के साथ फिल्म 'जन्नत २' मिल गई। जन्नत २ हिट हो गई। उनकी अगली फिल्म राज़ ३ डी भी हिट हुई। वह चक्रव्यूह, गोरी तेरे प्यार में और हमशकल्स जैसी फ़िल्में भी कर चुकी हैं। वैसे एषा बॉलीवुड से ज़्यादा फैशन सर्किट में ज़्यादा सफल है।
सोनाली राउत-
सोनाली राउत का हिंदी फिल्म डेब्यू हिमेश रेशमिया के साथ फिल्म 'द एक्सपोज़' में २०१४ में हुआ था। वह २०१० में किंगफ़िशर कैलेंडर गर्ल बनी। वह किंगफ़िशर कैलेंडर गर्ल २००३ उज्ज्वला राउत की छोटी बहन हैं। उन्होंने बिग बॉस ८ में बतौर प्रतिभागी हिस्सा लिया।
हिमार्ष वेंकटसामी-
एषा गुप्ता और सोनाली राउत के साथ हिमार्ष वेंकटसामी भी किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल थी। उन्हें 'आई हेट लव स्टोरीज' में सोनम कपूर और ब्रूना अब्दुल्ला के साथ देखा गया। लेकिन, उन्हें पहचान मिली कमल सडाना की जंगल फिल्म 'रोर- टाइगर ऑफ़ द सुंदरबन्स की झुम्पा के तौर पर।
नतालिया कौर-
२०१२ की किंगफ़िशर कैलेंडर मॉडल नतालिया कौर को डिपार्टमेंट फिल्म में एक आइटम 'दन दन' में देखा गया। कमांडो अ वन मैन आर्मी में उनका स्पेशल अपीयरेंस था। वह इस समय रॉकी हैंडसम और गन्स ऑफ़ बनारस में अभिनय कर रही हैं।
पूनम पाण्डेय-
मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाली पूनम पाण्डेय ने ग्लैडराग २०१० में हिस्सा लिया। वह किंगफ़िशर कैलेंडर २०१२ में आने से पहले, २०११ में कुल २९ कैलेंडरों की मॉडल बन चुकी थी। उनकी पहली फिल्म 'नशा' थी। तेलुगु की सी ग्रेड फिल्म 'मालिनी एंड कंपनी' में वह अपनी सेक्स अपील और एक्शन से तहलका मचाये हुए हैं।
सैयामी खेर-
पुराने जमाने की एक्ट्रेस उषा किरण की नातिन और तन्वी आज़मी की भतीजी सैयामी खेर अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन के साथ मिर्ज़ा साहिबान का किरदार करेंगी। वह किंगफ़िशर कैलेंडर २०१२ की एक मॉडल थी। मिर्ज़ियाँ का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा कर रहे हैं।
कनिष्ठा धनकर-
किंगफ़िशर कैलेंडर २०१३ की मॉडल बनने से पहले कनिष्ठाकर धनकर २००८ में मधुर भंडारकर की फिल्म 'फैशन' में अभिनय कर चुकी थी। वह मिस वर्ल्ड २०११ में टॉप ३० में काबिज़ रही।
निकोल फ़रिआ-
निकोल फ़रिआ-
२०१४ की किंगफ़िशर सुपरमॉडल निकोल फ़रिआ टी सीरीज की फिल्म 'यारियां' से बॉलीवुड फिल्म डेब्यू चुकी हैं। फिलहाल उनके पास कोई अन्य फिल्म नहीं है। उन्होंने २०१० में फेमिना मिस इंडिया में हिस्सा लिया था। सारा जेन-डिआस-
सारा २०१५ के कैलेंडर की मॉडल थी। लेकिन, वह हिंदी फिल्मों में पिछले चार सालों से अभिनय कर रही हैं। गेम उनकी पहली हिंदी फिल्म थी। इसके बाद वह 'क्या सुपर कूल हैं हम', 'ओ तेरी' और 'हैप्पी न्यू ईयर' में अभिनय कर चुकी हैं। इस समय उनकी एक फिल्म 'एंग्री इंडियन गॉडेसज' काफी चर्चा में हैं। वह एक एक तमिल और तेलुगु फिल्म भी कर चुकी हैं।
दक्षिण की फिल्मों में- कुछ किंगफ़िशर कैलेंडर मॉडल निकिता दास फिल्म मन्दहास में और अंजलि लवानिया पवन कल्याण के साथ तेलुगु फिल्म पंजा में अभिनय कर चुकी है।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
लंदन में हो रही है छह बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग
अगले साल से बॉलीवुड फिल्मों में लंदन छाया नज़र आ सकता है। इस समय और आने वाले कुछ दिनों में बॉलीवुड की कम से कम छह फिल्मों की शूटिंग लंदन में होनी हैं। इन फिल्मों की शूटिंग लंदन में होने के कारण एक समय ऐसा आ सकता है, जब लगभग पूरा बॉलीवुड लंदन में नज़र आये। आजकल करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' की शूटिंग लंदन में हो रही है। इस फिल्म की शूट से समय निकाल कर मंगलवार को रणबीर कपूर अपनी दीपिका पादुकोण के साथ फिल्म 'तमाशा' की ट्रेलर रिलीज़ पर मुंबई पहुंचे। 'ऐ दिल है मुश्किल' लंदन की पाकिस्तानी एनआरआई महिलाओं के रणबीर कपूर के साथ प्रेम त्रिकोण की कहानी है। इस फिल्म में पाकिस्तानी औरतों का किरदार ऐश्वर्या राय बच्चन और अनुष्का शर्मा ने किया है। ऐसे में, जब बॉलीवुड की इतनी खूबसूरत महिलाएं लंदन में हो तो उनसे मिलने आने वालों का सिलसिला शुरू हो ही जायेगा। पिछले दिनों अनुष्का शर्मा से मिलने क्रिकेटर विराट कोहली और ऐश्वर्या राय बच्चन से मिलने अभिनेता अभिषेक बच्चन 'ऐ दिल है मुश्किल' के सेट पर पहुंचे। जब अभिषेक बच्चन की फिल्म की शूटिंग भी लंदन में हो रही हो तो उनका अपनी पत्नी ऐश्वर्या से मिलना स्वाभाविक था। अभिषेक बच्चन साजिद खान की फिल्म 'हाउसफुल ३' की शूटिंग के लिए अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, बोमन ईरानी, लिसा हेडन और जैकलिन फर्नांडीज़ के साथ लंदन में हैं। अब जहाँ रणबीर कपूर हो, वह कैटरीना कैफ न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। जी हाँ, कैटरीना कैफ भी नित्या मेहरा की रोमांस फिल्म 'बार बार देखो' में सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ रील लाइफ रोमांस की आड़ में, रणबीर कपूर के साथ अपना रियल लाइफ रोमांस कर रही हैं। लंदन में क्रिकेट का मक्का 'लॉर्ड्स' भी है। सो यहाँ बॉलीवुड की दो क्रिकेट फिल्मों की शूटिंग भी हो रही है। एकता कपूर की टोनी डिसूज़ा निर्देशित मोहम्मद अज़हरुद्दीन की बायोपिक फिल्म 'अज़हर' की शूटिंग लंदन में चल रही है। इस फिल्म में पूर्व क्रिकेट कप्तान अज़हरुद्दीन का किरदार अभिनेता इमरान हाशमी कर रहे हैं। फिल्म में उनकी दो बीवियों के किरदार में प्राची देसाई और नर्गिस फाखरी हैं। फिलहाल, महेंद्र सिंह धोनी पर फिल्म 'एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' की शूटिंग धोनी के गृह नगर रांची में हो रही है। इस शिड्यूल के बाद पूरी यूनिट लंदन जाएगी। इस फिल्म में धोनी का किरदार अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत कर रहे हैं। इस फिल्म के निर्देशक नीरज पाण्डेय हैं। कुछ समय पहले ही शाहरुख़ खान की फिल्म 'फैन' की शूटिंग लंदन की भिन्न लोकेशन में हुई थी।
अल्पना कांडपाल
अल्पना कांडपाल
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शूटिंग/लोकेशन
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Tuesday, 22 September 2015
वैश्विक मंदी पर 'द बिग शार्ट' फिल्म
२००८ की कुख्यात मंदी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। इसी मंदी पर माइकल लेविस द्वारा लिखी गई पुस्तक पर बनाई गई है पैरामाउंट की सितारों से भरी फिल्म, जिस का नाम है 'द बिग शार्ट' । डायरेक्टर एडम मकाय की फिल्म 'द बिग शार्ट' में हॉलीवुड के ब्रैड पिट, क्रिस्चियन बेल, रयान गॉस्लिंग और स्टीव करेल जैसे सशक्त अभिनय कर सकने वाले सितारे हैं। यह कहानी है चार इन्वेस्टर बैंकर्स की है, जो बैंक की नीतियों के विरुद्ध इन्वेस्टमेंट करना जारी रखते हैं, लेकिन एक नए विचार के साथ । फिल्म की इस बड़ी स्टारकास्ट को सपोर्ट करने के लिए मेलिसा लियो, मारिसो तोमैं और करेन गिलन जैसी अभिनेत्रियां भी शामिल की गई हैं। अभी तक कॉमेडी फिल्मों में हाथ आजमाने वाले निर्देशक एडम मकाय के लिए इतना गंभीर विषय किसी चुनौती से काम नहीं है। 'द बिग शार्ट' इस साल के शुरू में पूरी हो चुकी है । लेकिन फिल्म को २०१६ की शुरुआत में रिलीज़ होना है। फिलहाल, यह फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा रही है। फिल्म का १२ नवंबर को अमेरिकन फिल्म इंस्टिट्यूट के फेस्टिवल में प्रीमियर होगा। ११ दिसंबर को इसे लिमिटेड स्क्रीन्स पर अमेरिका में रिलीज़ किया जायेगा।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
टॉवल तेरे यूज़ हजार
सीन -१ : फिल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' । कंगना रनौत की बहन को देखने लडके वाले आये हुए हैं। कंगना को यह रिश्ता मंज़ूर नहीं है। इसलिए वह घुटनो से ऊपर तौलिया लपेटे हुए लडके वालों के सामने बैठ कर बाते करने लगती हैं। मौजूद लोग बेहद लज़्ज़ित होते हैं। शादी की बात टूट जाती है। दर्शक हँसते हँसते लोटपोट हो जाते हैं।
सीन-२ : पिछले दिनों शाहरुख़ खान एक चॉल में अपनी फिल्म 'फैन' की शूटिंग कर रहे थे। इस खबर के फैलते ही, सलमान खान के प्रशंसकों की भीड़ उस चॉल के बाहर इकठ्ठा हो जाती है। वह खान को देखने के लिए बेकरार हो रहे थे। यह देख कर शाहरुख़ खान खुद को रोक नहीं पाये। वह बिना बटन लगी शर्ट पहने और कमर पर तौलिया लपेटे छज्जे पर आ जाते हैं।
हिंदी फिल्मों में टॉवल यानि तौलिये की अजब महिमा है। फिल्म एक्टर भी तौलिया-मुग्ध हैं। हिंदी फिल्मकारों ने अपनी फिल्मों में टॉवल का जितना और जैसा उपयोग किया है, उससे कहा जा सकता है कि टॉवल तेरे यूज़ हजार। इस सफ़ेद, लाल, पीले, गुलाबी और हरे टॉवल को हीरोइन भी पहन लेती है और हीरो भी लपेट लेता है। दोनों का मक़सद कुछ छुपाना नहीं, कुछ दिखाना होता है। और यह कुछ है सेक्स अपील।
बॉलीवुड फिल्मों में टॉवल यानि तौलिया डांस पॉपुलर किया अभिनेता सलमान खान ने। उन्होंने फिल्म मुझसे शादी करोगी के एक गीत जीने के दो चार दिन में टॉवल डांस किया था । इस डांस ने फिल्म को हिट बनाने में खाद पानी का काम किया ही, सलमान खान का नाम इससे चस्पा भी हो गया। मुझसे शादी करोगी में सलमान खान के हाथों इधर उधार खींचा जाता यह टॉवल ऑन लाइन १.४२ लाख में ऑक्शन हुआ। इस गीत को स्टेप्स फराह खान ने तैयार किये थे। बाद में तीस मार खान में भी फराह खान ने यह स्टेप अक्षय कुमार से वल्लाह रे वल्लाह गीत में करवाये। लेकिन, वह बात नज़र नहीं आई। तेलुगु फिल्म एगा को, जब एस एस राजामौली ने हिंदी में डब कर मक्खी शीर्षक से रिलीज़ करने की सोची तो सलमान खान के इसी गीत का एनीमेशन संस्करण मक्खियों के ग्रुप पर फिल्माया गया ।
ऐसा नहीं है कि टॉवल डांस २००४ से हिंदी फिल्मों में शामिल किया गया। फिल्म मुझसे शादी करोगी की रिलीज़ के ३६ साल पहले ही हिंदी फिल्मों की नायिकाओं ने अपनी सेक्स अपील का प्रदर्शन करने और विलेन को ललचाने के लिए टॉवल पहन कर नृत्य गीत किये। १९६८ में रिलीज़ राजेंद्र कुमार और सायरा बानू की रोमांस फिल्म 'झुक गया आसमान' का एक गीत 'उनसे मिली नज़र कि मेरे होश उड़ गए' नायिका सायरा बानू पर बाथरूम में फिल्माया गया था। इसी प्रकार से १९७२ में रिलीज़ ब्रिज की फिल्म 'विक्टोरिया नंबर २०३' में सायरा बानो विलेन रंजीत को आकर्षित करने के लिए टॉवल पहन कर 'थोड़ा सा ठहरो' गीत गाती है। वह रंजीत को उत्तेजित करते हुए शराब के नशे में धुत्त कर देती है। किसी गीत के दौरान तौलिये का उपयोग राकेश रोशन की फिल्म 'खून भरी मांग' के 'मैं तेरी हूँ जानम' गीत से ज़्यादा अच्छा नहीं किया जा सकता। यह गीत स्विमिंग पूल में नहा रहे कबीर बेदी और सोनू वालिया फिल्माया गया था। वन पीस बिकनी में सोनू वालिया पूल से बाहर निकलती है। वह एक तौलिया उठा कर कुछ इस खूबी से डांस करती है जैसे बदन पोछ रही हैं।
बहरहाल, सलमान खान के टॉवल गीत के बाद, सलमान खान की मेहमान भूमिका वाली एक फिल्म 'सांवरिया' का गीत काफी चर्चित हुआ। इस फिल्म से कपूर खानदान के नूर-ए-चश्म रणबीर कपूर का डेब्यू हो रहा था। रणबीर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अधनंगा हो कर एक टॉवल में फिल्म का एक पूरा गीत 'जबसे तेरे नैना' किया था । यह गीत इसलिए विवादित भी हुआ कि गीत के अंत में रणबीर कपूर अपनी कमर से बंधा टॉवल भी गिरा देते हैं। यह बात दीगर है कि दर्शकों को कुछ दिखा नहीं।
कामुकता जगाने वाला टॉवल
हिंदी फिल्मों ने टॉवल को कामुकता पैदा करने वाला भी बताया है। शोर इन द सिटी में तुषार अपनी नवेली पत्नी राधिका आप्टे को केवल टॉवल में लिपटा देख कर कामुक हो उठता है । बाद में दोनों सहवास करते हैं। १९६९ में रिलीज़ शक्ति सामंत निर्देशित राजेश खन्ना की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'आराधना' में राजेश खन्ना और शर्मीला टैगोर मंदिर में शादी कर लेते हैं। वह घर लौटते होते हैं कि पानी बरसाने लगता है। दोनों एक लॉज में जाते हैं। दोनों के कपडे भीग गए हैं। शर्मीला टैगोर के तौलिया लपेट कर कपडे सूखने डाल देती है। राजेश खन्ना उन्हें देख कर कामुक हो उठते हैं। पार्श्व में बजता 'रूप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दीवाना' गीत पूरी कहानी बयान करता है। डिम्पल कपाडिया की राजेश खन्ना से शादी के बाद की फिल्म 'सागर' के एक सीन में डिंपल की नंगी छाती से तौलिया सरक जाता है। यह सीन कुछ सेकंड का था।
टॉवल में बिंदास मूमेंट
मनीष शर्मा निर्देशित फिल्म शुद्ध देसी रोमांस में परिणीति चोपड़ा और सुशांत सिंह राजपूत पर के गीत तेरे मेरे बीच में' बड़ा दिलचस्प बन पड़ा है। इस गीत में परिणीति तौलिया लपेटे सुशांत से छेड़ छाड़ कर रही हैं। वह सुशांत का टॉवल खींचने की कोशिश भी करती है। यानी छेड़ छाड़ के लिहाज़ से टॉवल परफेक्ट है। टॉवल लपेट कर अपने दिलवर की कल्पना भी की जा सकती है। बीस साल पहले रिलीज़ काजोल और शाहरुख़ खान की फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे तौलिया डांस के लिहाज़ से भी रिकॉर्ड तोड़ है। इस फिल्म में सिमरन बनी काजोल अपने प्रिंस चार्मिंग की कल्पना करते हुए टॉवल में मेरे ख्वाबों में जो आये गीत गाती है। यानि कल्पना के लिहाज़ से टॉवल परफेक्ट है। काजोल ने अपनी पहली ही फिल्म बेखुदी में पीले टॉवल में अपने हुस्न का जलवा बिखेरने की असफल कोशिश की थी।
फ्रेंडली मौज़ मस्ती का तौलिया
राज कँवर की फिल्म हर दिल जो प्यार करेगा में रानी मुख़र्जी और प्रीटी जिंटा गहरी दोस्त बनी हैं। वह एक ही आदमी सलमान खान से प्यार करती हैं। इसका दोनों को ही नहीं पता। ऎसी सिचुएशन में रानी और प्रीटी पर तौलिया लपेट कर फिल्माया गया पिया पिया ओ पिया पिया गीत दिलचस्प बन जाता है। निर्देशक राजकुमार हिरानी की फिल्म ३ इडियट्स में हॉस्टल में रह रहे तीन दोस्त आमिर खान, माधवन और शरमन जोशी टॉवल पहन कर नहाते हुए आल इज़ वेल गीत गाते हैं । यह काफी मसखरा गीत बन पड़ा था।
इन्होने भी तौलिये पहने
१९९२ की फिल्म ये रात फिर न आएगी में मिनाक्षी शेषाद्रि पीले टॉवल मे डरी डरी सी सिमटी हुई थी। फिल्म और प्यार हो गया में ऐश्वर्या राय नहाने के बाद नीला टॉवल पहन कर निकलती है और फिर नाइटी पहन लेती है। दर्शकों की उसे जी भर देखने की इच्छा धरी की धरी रह जाती है। माचो मैन अक्षय कुमार ने भी फिल्म सुहाग में नहाते हुए तौलिया लपेट कर डांस किया था । अलिया भट्ट ने अभी किसी फिल्म में टॉवल नहीं पहना है, लेकिन मेकअप आर्टिस्ट मिक्की कांट्रेक्टर के सफ़ेद टॉवल पहन कर एक सुपर सेक्सी पोज़ ज़रूर दिया है।
अलिया की तरह जैक्विलिन फर्नांडीज़ ने भी फोटोग्राफर डब्बू रत्नानी के लिए सफ़ेद टॉवल में फोटो सेशन करवाया।
राजेंद्र कांडपाल
सीन-२ : पिछले दिनों शाहरुख़ खान एक चॉल में अपनी फिल्म 'फैन' की शूटिंग कर रहे थे। इस खबर के फैलते ही, सलमान खान के प्रशंसकों की भीड़ उस चॉल के बाहर इकठ्ठा हो जाती है। वह खान को देखने के लिए बेकरार हो रहे थे। यह देख कर शाहरुख़ खान खुद को रोक नहीं पाये। वह बिना बटन लगी शर्ट पहने और कमर पर तौलिया लपेटे छज्जे पर आ जाते हैं।
हिंदी फिल्मों में टॉवल यानि तौलिये की अजब महिमा है। फिल्म एक्टर भी तौलिया-मुग्ध हैं। हिंदी फिल्मकारों ने अपनी फिल्मों में टॉवल का जितना और जैसा उपयोग किया है, उससे कहा जा सकता है कि टॉवल तेरे यूज़ हजार। इस सफ़ेद, लाल, पीले, गुलाबी और हरे टॉवल को हीरोइन भी पहन लेती है और हीरो भी लपेट लेता है। दोनों का मक़सद कुछ छुपाना नहीं, कुछ दिखाना होता है। और यह कुछ है सेक्स अपील।
बॉलीवुड फिल्मों में टॉवल यानि तौलिया डांस पॉपुलर किया अभिनेता सलमान खान ने। उन्होंने फिल्म मुझसे शादी करोगी के एक गीत जीने के दो चार दिन में टॉवल डांस किया था । इस डांस ने फिल्म को हिट बनाने में खाद पानी का काम किया ही, सलमान खान का नाम इससे चस्पा भी हो गया। मुझसे शादी करोगी में सलमान खान के हाथों इधर उधार खींचा जाता यह टॉवल ऑन लाइन १.४२ लाख में ऑक्शन हुआ। इस गीत को स्टेप्स फराह खान ने तैयार किये थे। बाद में तीस मार खान में भी फराह खान ने यह स्टेप अक्षय कुमार से वल्लाह रे वल्लाह गीत में करवाये। लेकिन, वह बात नज़र नहीं आई। तेलुगु फिल्म एगा को, जब एस एस राजामौली ने हिंदी में डब कर मक्खी शीर्षक से रिलीज़ करने की सोची तो सलमान खान के इसी गीत का एनीमेशन संस्करण मक्खियों के ग्रुप पर फिल्माया गया ।
बहरहाल, सलमान खान के टॉवल गीत के बाद, सलमान खान की मेहमान भूमिका वाली एक फिल्म 'सांवरिया' का गीत काफी चर्चित हुआ। इस फिल्म से कपूर खानदान के नूर-ए-चश्म रणबीर कपूर का डेब्यू हो रहा था। रणबीर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अधनंगा हो कर एक टॉवल में फिल्म का एक पूरा गीत 'जबसे तेरे नैना' किया था । यह गीत इसलिए विवादित भी हुआ कि गीत के अंत में रणबीर कपूर अपनी कमर से बंधा टॉवल भी गिरा देते हैं। यह बात दीगर है कि दर्शकों को कुछ दिखा नहीं।
कामुकता जगाने वाला टॉवल
हिंदी फिल्मों ने टॉवल को कामुकता पैदा करने वाला भी बताया है। शोर इन द सिटी में तुषार अपनी नवेली पत्नी राधिका आप्टे को केवल टॉवल में लिपटा देख कर कामुक हो उठता है । बाद में दोनों सहवास करते हैं। १९६९ में रिलीज़ शक्ति सामंत निर्देशित राजेश खन्ना की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'आराधना' में राजेश खन्ना और शर्मीला टैगोर मंदिर में शादी कर लेते हैं। वह घर लौटते होते हैं कि पानी बरसाने लगता है। दोनों एक लॉज में जाते हैं। दोनों के कपडे भीग गए हैं। शर्मीला टैगोर के तौलिया लपेट कर कपडे सूखने डाल देती है। राजेश खन्ना उन्हें देख कर कामुक हो उठते हैं। पार्श्व में बजता 'रूप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दीवाना' गीत पूरी कहानी बयान करता है। डिम्पल कपाडिया की राजेश खन्ना से शादी के बाद की फिल्म 'सागर' के एक सीन में डिंपल की नंगी छाती से तौलिया सरक जाता है। यह सीन कुछ सेकंड का था।
टॉवल में बिंदास मूमेंट
मनीष शर्मा निर्देशित फिल्म शुद्ध देसी रोमांस में परिणीति चोपड़ा और सुशांत सिंह राजपूत पर के गीत तेरे मेरे बीच में' बड़ा दिलचस्प बन पड़ा है। इस गीत में परिणीति तौलिया लपेटे सुशांत से छेड़ छाड़ कर रही हैं। वह सुशांत का टॉवल खींचने की कोशिश भी करती है। यानी छेड़ छाड़ के लिहाज़ से टॉवल परफेक्ट है। टॉवल लपेट कर अपने दिलवर की कल्पना भी की जा सकती है। बीस साल पहले रिलीज़ काजोल और शाहरुख़ खान की फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे तौलिया डांस के लिहाज़ से भी रिकॉर्ड तोड़ है। इस फिल्म में सिमरन बनी काजोल अपने प्रिंस चार्मिंग की कल्पना करते हुए टॉवल में मेरे ख्वाबों में जो आये गीत गाती है। यानि कल्पना के लिहाज़ से टॉवल परफेक्ट है। काजोल ने अपनी पहली ही फिल्म बेखुदी में पीले टॉवल में अपने हुस्न का जलवा बिखेरने की असफल कोशिश की थी।
फ्रेंडली मौज़ मस्ती का तौलिया
इन्होने भी तौलिये पहने
१९९२ की फिल्म ये रात फिर न आएगी में मिनाक्षी शेषाद्रि पीले टॉवल मे डरी डरी सी सिमटी हुई थी। फिल्म और प्यार हो गया में ऐश्वर्या राय नहाने के बाद नीला टॉवल पहन कर निकलती है और फिर नाइटी पहन लेती है। दर्शकों की उसे जी भर देखने की इच्छा धरी की धरी रह जाती है। माचो मैन अक्षय कुमार ने भी फिल्म सुहाग में नहाते हुए तौलिया लपेट कर डांस किया था । अलिया भट्ट ने अभी किसी फिल्म में टॉवल नहीं पहना है, लेकिन मेकअप आर्टिस्ट मिक्की कांट्रेक्टर के सफ़ेद टॉवल पहन कर एक सुपर सेक्सी पोज़ ज़रूर दिया है।
अलिया की तरह जैक्विलिन फर्नांडीज़ ने भी फोटोग्राफर डब्बू रत्नानी के लिए सफ़ेद टॉवल में फोटो सेशन करवाया।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एलिज़ाबेथ बैंक्स डायरेक्ट करेंगी चार्लीज एंजेल्स रिबूट
कैमरॉन दिआज़, ड्रियू बैरीमोर और लूसी ली की मुख्य भूमिका वाली २००० में प्रदर्शित हिट फिल्म 'चार्लीज एंजेल्स' का रिबूट बनाया जायेगा। एमसीजी द्वारा निर्देशित ९३ मिलियन डॉलर से बनी तीन महिला योद्धाओं की इस कहानी ने बॉक्स ऑफिस पर २६४ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया। इस सफलता से उत्साहित हो कर २००३ में फिल्म का सीक्वल चार्लीज एंजेल्स : फुल थ्रॉटल रिलीज़ किया गया। सीक्वल फिल्म का बजट १२० मिलियन डॉलर का था। लेकिन, बॉक्स ऑफिस पर इसका कलेक्शन केवल २५९ मिलियन डॉलर रहा। खबरों के अनुसार अब 'चार्लीज एंजेल्स' को रिबूट किया जा रहा है। सोनी द्वारा इस फिल्म के निर्देशन के लिए पिच परफेक्ट २ की डायरेक्टर एलिज़ाबेथ बैंक्स से बात चल रही है। एलिज़ाबेथ बैंक्स १९७६ से १९८१ के बीच प्रसारित टीवी सीरीज 'चार्लीज एंजेल्स' को रिबूट करेंगी। लेकिन, उन्हें यहाँ ध्यान रखना होगा कि इस सीरीज पर दो फ़िल्में बनाई जा चुकी हैं। अब देखने वाली बात होगी कि २००० की चार्लीज एंजेल्स में जॉन बोस्ले का किरदार करने वाले बिल मरे रिबूट फिल्म में नज़र आएंगे ? क्योंकि, उन्होंने फुल थ्रोटल में इस भूमिका को फिर करने से मना कर दिया था।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
इस गीत ने फिर मिलाया था साज और आवाज़ को
लता मंगेशकर ने सचिन देव बर्मन उर्फ़ बर्मनदा के लिए एक से एक खूबसूरत गीत गाये हैं। लता मंगेशकर सचिनदा की पसंदीदा गायिका थी। लेकिन, एक इंटरव्यू ने इन दोनों के बीच ऎसी दरार पैदा की कि सुर से संगीत दूर हो गया। एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में सचिन देव बर्मन ने कहा था कि लता मंगेशकर को बनाया किसने ! हमने ! हमने दिए उन्हें यह गीत !' इस इंटरव्यू का लता मंगेशकर ने बहुत बुरा माना। उन्होंने १९५८ से १९६२ के बीच पूरे पांच साल तक सचिन देव बर्मन की धुन पर कोई गीत नहीं गाये। सचिनदा तो खुद को राजकुमार समझते थे। उन्होंने ने भी लता की नाराज़गी की परवाह नहीं की। सचिनदेव बर्मन ने इस दौरान लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोंसले और दूसरी नई आवाजों से गीत गवाए। लता मंगेशकर भी दूसरे संगीतकारों के साथ सफलता की सीढियां चढ़ती चली गई। लता और सचिनदा के बीच की दीवार को गिराया सचिनदा के बेटे और संगीतकर राहुल देव बर्मन उर्फ़ पंचम ने। उन्होंने बंदिनी फिल्म के गीत मोरा गोरा रंग लाई ले मोहे श्याम रंग दे दे' को गाने के लिए लता को फ़ोन करने को कहा। बर्मनदा ने फ़ोन किया। सुर पिघल गया। इस प्रकार से इस गीत के साथ (देखिये सोंग विडियो) लता मंगेशकर ने सचिन देव बर्मन के लिए फिर गीत गाने शुरू कर दिए।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
इंसानी एक जुटता और जीवटता की दास्तान 'द ३३'
पैट्रिशिया रिग्गेन निर्देशित फिल्म 'द ३३' का कथानक २०१० में चिली के सान जोस माइन में हुए हादसे पर आधारित है, जिसमे ३३ खान मज़दूर फंस गए थे। मीको अलाने और क्रैग बोर्टेन की लिखी पटकथा पर आधारित इस फिल्म में स्पेनिश एक्टर अन्तोनिओ बँडेरास ने माइन में फंसे ३३ मज़दूरों में से एक मज़दूर सुपर मारिओ का किरदार किया है, जो रेस्क्यू टीम को खान में फंसे मज़दूरों की वीडियो भेजता रहता है। यह फिल्म मानवीय भावनाओं, जीवटता और जीने की लालसा का चित्रण करने वाली है। इस फिल्म को २४ अक्टूबर को शिकागो फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जायेगा।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
असम से 'पूरब की आवाज़'
असम की राजधानी गुवाहाटी में, १९ जनवरी को कनकलता की पुण्य तिथि मनाई गई। असम की इस बेटी को, जब वह मात्र १४ साल की थी, ब्रितानी सरकार ने उसके तिरंगा फहराते समय गोली मार दी थी। इस छोटी बच्ची के बलिदान को पूरे देश में, जहाँ हर दिन बलिदानियों की याद की जाती है, शायद ही कोई जानता हो। इसे देखते हुए असम के फिल्म निर्माता लोकनाथ देखा एक फिल्म 'पूरब की आवाज़' का निर्माण कर रहे है। लोकनाथ को लगता है कि कनकलता के बलिदान को देश को बताने की ज़रुरत है। इसीलिए पूरब की बेटी को हिंदी में बनाया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन चन्द्र मुदोइ कर रहे हैं। असम की फिल्मों के बारे में देश में जानकारी बहुत कम है। जबकि, वहां बेहद सशक्त विषयों पर फिल्मों का निर्माण किया जाता रहा है। खास तौर पर महिला सशक्तिकरण पर फिल्मों की कोई कमी नहीं। दरअसल, १९३५ में, जब असमी फिल्म उद्योग की शुरुआत हुई थी, तब पहली फिल्म 'जोयमोती' अहोम की राजकुमारी सोती जोयमोती की राजनीतिक कुशलता पर फिल्म थी। यह फिल्म १० मार्च १९३५ को रिलीज़ हुई थी। भबेन्द्र नाथ सैकिया और जाह्नू बरुआ अपनी सशक्त संदेशात्मक फिल्मों के कारण ही जाने जाते हैं। जाह्नू बरुआ की फिल्म 'मैंने गांधी को नहीं मारा' को काफी सराहना मिली । हिंदी दर्शक अभिनेत्री बिंदिया गोस्वामी को पहचानते हैं। लेकिन, वह शायद ही जानते हों कि वह असम से थी। संजयलीला भंसाली की फिल्म 'गुज़ारिश' में असम की सुपर मॉडल मोनिकांगना दत्ता की ह्रितिक रोशन की पूर्व प्रेमिका की सशक्त भूमिका थी। सैकिया की फिल्मों संध्या राग, अनिर्बान, अग्निस्नान, कोलाहल, सारथी, अबर्तन और इतिहास को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में रजत कमल मिले। १९९९ में उनकी हिंदी फिल्म 'काल संध्या' नार्थ ईस्ट में विद्रोह पर थी। इसी कड़ी लोकनाथ देखा आगे बढ़ाना चाहते हैं। वह पूरब की आवाज़ के अलावा एक दूसरी फिल्म 'ऐपः फुलिल ऐपः सरिल' असमी में है। लेकिन, यह दोनों फ़िल्में ही महिलाओं पर केंद्रित हैं। ऐपः फुलिल ऐपः सरिल आज की पीढ़ी की बेटियों के संघर्ष पर आधारित होगी। इन दोनों फिल्मों में निपोन गोस्वामी, उर्मिला महंता, देबाशीष बरथकुर, मणिमाला, तपन शर्मा, रीना बोरा, आदि कर रहे हैं। असमी सिनेमा के इस उत्साह को देखते हुए शेष भारत के लोग तैयार हो जाएँ 'पूरब की बेटी' का स्वागत करने के लिए।
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असम से
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Monday, 21 September 2015
हैनेकेन बियर के साथ 'स्पेक्ट्र'
हैनेकेन इकलौता ऐसा ब्रांड है, जो अपनी पब्लिसिटी के लिए 'स्पेक्ट्र' का यूज़ कर सकता है। यह कमर्शियल ऑनलाइन रिलीज़ हो चुका है। मंगल से यह कमर्शियल टीवी और अन्य माध्यमों से प्रसारित होने लगेगा। इस विज्ञापन में बड़े बालों वाले जेम्स बांड यानि डेनियल क्रैग (स्पेक्ट्र में उनके बाल छोटे ही होंगे) एक स्पीड बोट को दौड़ा रहे हैं। उनका पीछा एक खूबसूरत लड़की कर रही है। इस कमर्शियल में उसके हाथ में चार हैनेकेन बियर की चार बोतल वाली ट्रे लग जाती है। यह एक इंटरेस्टिंग कमर्शियल है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Sunday, 20 September 2015
बॉलीवुड ने बहुत किये ऐसे एड
भारत के एक नेता सनी लियॉन के कंडोम विज्ञापन से
विचलित हो गए। उन्होंने फतवा दिया कि सनी
लियॉन के इस एड से बलात्कार बढ़ेंगे। राखी सावंत जैसी दोयम दर्जे की अभिनेत्रियाँ भी
सनी लियॉन के विरोध में आ गई हैं। लेकिन, पोलिटिकल
लीडर और राखी सावंत नहीं जानते कि बॉलीवुड सेलिब्रिटी ने पहले भी ऐसे बहुत से 'कंडोम'
विज्ञापन किये हैं। उस समय भी इन विज्ञापनों ने भारतीय समाज में हलचल मचा
दी। इनका ज़बरदस्त विरोध हुआ। नतीजे के तौर
पर इन विज्ञापनों में कुछ को वापस भी लिया गया।
लेकिन, इतने हो हल्ले के बाद हुआ क्या ?
पिछले साल ही गोलियो की रास लीला: रामलीला के
अभिनेता रणवीर सिंह ने ड्यूरेक्स कंडोम का विज्ञापन किया था। रणवीर सिंह के इस
विज्ञापन को 'बोल्ड' माना गया
था। एड में रणवीर सिंह अपनी महिला को-स्टार के साथ मौज मस्ती करते दिखाए गए थे।
रणवीर सिंह की इस बोल्ड्नेस को लेकर भी हो हल्ला मचा। इस एड पर रणवीर सिंह कुछ यो
इतरा रहे थे, जैसे वह ऐसा बोल्ड एड करने वाली पहली
बॉलीवुड हस्ती हैं। जबकि,
वास्तव में रणवीर सिंह ऐसा नया कुछ नहीं कर रहे थे। क्योंकि,
कुछ समय पहले ही सनी लियॉन मैनफोर्स कंडोम का विज्ञापन कर चुकी थी। अलबत्ता पहली बार किसी बड़े बॉलीवुड अभिनेता ने
कंडोम का विज्ञापन किया था । इस विज्ञापन
में रणवीर सिंह अपनी इमेज के अनुरूप बिंदास हो कर अपनी को-स्टार के साथ मौज मस्ती
कर रहे थे और कामुक हाव भाव प्रदर्शित कर रहे थे।
हो हल्ला चाहे जितना मचे,
समाज पर ऐसे विज्ञापनों का असर होता है।
सनी लियॉन ने मैनफाॅर्स कंडोम का विज्ञापन किया। सनी लियॉन द्वारा मैनफ़ोर्स कंडोम के विज्ञापन
का असर यह हुआ कि इस कंडोम की निर्माता कंपनी ने तीन हजार करोड़ का बिज़नेस किया।
यहाँ भारतीय नेताओं की जानकारी के लिए यह बताना ज़रूरी है कि सनी लियॉन का मैनफोर्स
एड आज से नहीं २०१३ से आ रहा है। इसे
थाईलैंड की सुन्दर वादियों में फिल्माया गया है।
इस विज्ञापन में सनी लियॉन पार्श्व में बजते उत्तेजक संगीत के बीच अदा दिखाती
हुई इधर उधर घूमती और काले अंगूर खाती तथा नहाती दिखाई गई हैं। वह अपनी 'कुछ ज़्यादा
और कुछ नया' की चाहत प्रकट करना भी नहीं भूलती। ऐसे में जबकि यह विज्ञापन २०१३ से एयर हो रहा
है, आज कैसे इसके पुनर्प्रसारण से बलात्कार बढ़
सकते हैं। अलबत्ता लोगों में गर्भ निरोध
के प्रति जागरूकता बढी, जो सरकारी
विज्ञापन नहीं कर सके।
पूजा बेदी का 'कामसूत्र'
कंडोम के विज्ञापनों की बात करते समय पूजा बेदी की
याद आ जाती है। सोशलाइट प्रोतिमा बेदी और अभिनेता कबीर बेदी की बेटी पूजा ने कोई
२४ साल पहले ही कामसूत्र कंडोम का विज्ञापन
कर तहलका मचा दिया था। इस एड में पूजा बेदी उस समय के सुपर मॉडल मार्क रॉबिंसन के
साथ शावर लेती दिखाई गई थी। इस विज्ञापन
फिल्म ने तहलका मचा दिया। बताते हैं कि उस
समय के चैनलों ने इस फिल्म को अपने चैनल
से प्रसारित करने से मना कर दिया था। उस समय तक पूजा बेदी की पहली फिल्म 'विषकन्या'
रिलीज़ नहीं हुई थी। इस एड के बाद
पूजा बेदी की सेक्सी और बोल्ड इमेज पुख्ता हो गई।
इसी एड को बाद में विवेक बाबजी और इन्दर सुलतान ने भी एक झरने के नीचे किया
था। इन विज्ञापनों को लेकर ज़बरदस्त बवाल
कटा गया। लेकिन, यकीन मानिये कि आज कामसूत्र कंडोम किसी
प्रचार का मोहताज़ नहीं है।
अंदर की बात
कथित अश्लीलता 'अंदर की बात'
का मामला है। विज्ञापन शयन कक्ष में प्रयोग होने वाले कंडोम का है या
कपड़ों के अंदर पहने जाने वाले इनर वियर का, हंगामा
मचेगा ही। वैसे यह विज्ञापन अपने कंटेंट
के कारण अश्लील भी हो जाते हैं। बिपाशा
बासु और डिनो मोरया को लेकर एक एड १९९७ में शूट हुआ था। उस समय बिपाशा बासु और डिनो मोरया रोमांस सुर्ख
हो रहा था। यह जोड़ी काफी हॉट मानी जा रही थी। ऐसे समय,
स्विट्ज़रलैंड की एक इनरवियर कंपनी 'कैलिडा ने
बिपाशा बासु और डिनो मोरया पर एक विज्ञापन बड़ी चतुराई से शूट किया। इस एड में ब्रा
और पैंटी पहने पेट के बल लेटी बिपाशा बासु की पैंटी को डिनो मोरया दांत से पकड़ कर खींचते नज़र आ रहे
थे। इस एड के बाहर आते ही,
तहलका मच गया। इसे काफी कामुक
माना गया। हो हल्ले से विचलित हो कर अल्ट्रा मॉडर्न बिपाशा
बासु ने भी उस समय बड़ी बचकाना दलील दी, "यह हमारा 'प्राइवेट
मोमेंट' था।
इसकी फोटोग्राफी कर एड नहीं बनाना था।" बाद में इस जोड़ी की फिल्म 'राज़'
रिलीज़ हुई। इस फिल्म में भी
बिपाशा और डिनो बिंदास नज़र आ रहे थे।
फिल्म सुपर हिट हुई।
सिज़लिंग अमीषा पटेल
कोई चार साल पहले,
मुंबई जुहू बीच पर बड़े बड़े विज्ञापनपट नज़र आये। इन विज्ञापनों में कोमक साहनी क्रिस्टल बिकनी
एड में अमीषा पटेल बिकिनी पहने उत्तेजक अंदाज़ में पूल के किनारे इठला रही थी। इनकी
टैग लाइन थी- 'अमीषा पटेल सिज़लिंग इन समर'
। वैसे अमीषा पटेल अक्सर फिल्मों में भी टूपीस बिकिनी में उत्तेजना फैलाती
नज़र आती हैं। रेस २ और थोड़ा प्यार थोड़ा
मैजिक जैसी फ़िल्में अमीषा पटेल की बिकिनी उत्तेजना के ज़रिये प्रचारित की गई।
सना खान की अंदर की बात
अंदर की बात कोई सना खान से पूछे। साल २०१३ में अभिनेत्री सना खान एक एड में अपने
पति की अमूल माचो चड्ढी धोते दिखाई गई थी।
चड्ढी को मीसते और फटकते हुए उनके चहरे पर कामुक हाव भाव आज जा रहे थे। वह
चड्ढी धोने के बाद दर्शकों की तरफ फैलाते हुए कहती हैं, "यह तो बड़ा
ट्वाइन्ग हैं।" इसी के एक विज्ञापन
में एक नर चिम्पांजी के हाथ सना खान के पति की चड्ढी लग जाती है। यह इसे पहन लेता है। नर चिम्पांज़ी को उस चड्ढी में देख कर तमाम मादा
चिम्पांजी उस पर चिपट पड़ती हैं। एड में इस दृश्य को देखती सना खान को निहाल होते
दिखाया गया था। इस एड को भारत सरकार
ने थोड़े समय के लिए प्रतिबंधित भी किया
था।
कंगना रनौत भी शाकाहारी नहीं
लेविस का एक विज्ञापन कहता था "स्टक ऑन
यू" । इस विज्ञापन में कंगना रनौत बिकिनी टॉप पर लेविस की स्टक जीन्स पहने एक
बिना शर्ट वाले पुरुष मॉडल के साथ लेटी-खड़ी
मुद्रा में चिपकी दिखाई गई थी ।
अगर टारगेट में युथ हो !
ज़रूरी नहीं कि सब 'अंदर की बात'
ही हो। यह एड बनाने का नजरिया है
कि वह अपने उत्पाद के लिए दर्शकों को किस
प्रकार से आकर्षित करता है। अगर किसी
उत्पाद के लिए यूथ को टारगेट करना है तो कामुकता ज़रूरी हो जाती है। कटरीना कैफ का 'आमसूत्र'
का विज्ञापन इसका प्रमाण है। इस एड में कटरीना कैफ को मैनफोर्स की सनी
लियॉन की तरह आम के बगीचे में टहलते और लटकते आमों को सहलाते देखा जा सकता
था। इसके बाद वह आमसूत्र की बोतल उठा का
अपने होंठों पर आम रस की एक बूँद टपकाती हैं।
इस एड की कटरीना पूरे कामुक हाव भाव के साथ दर्शकों की और देखते हुए कहती
हैं, "सब्र का फल
मीठा होता है।" अपने इस विज्ञापन के कंटेंट पर कटरीना कैफ कहती हैं,
"यह एड सब्र के मीठे फल को सेलिब्रेट करता है। मेरे जीवन में भी सब्र का
महत्व है।" आम आदमी के लिए यह सोचना ज़रा मुश्किल होगा कि किसी कॉफ़ी का
विज्ञापन उत्तेजक हो सकता है। लेकिन,
अगर वह सलमान खान की 'आइटम गर्ल'
भाभी और भाई हैं तो उत्तेजना देखी जा सकती है। एक कॉफ़ी का एड कहता है,
"सही आनंद यकायक नहीं आ
सकता।" इस एड में मलाइका अरोरा खान
और अरबाज़ खान एक दूसरे में डूबे हुए दिखाए गए थे। इस एड को बोल्ड माना गया
था। इसी समय अमूल ने इसके कैरीकेचर
विज्ञापन को टैग लाइन- रियल प्लेझर कमस इन अन इंस्टेंट- के साथ जारी किया था ।
१९९५ में रिलीज़ टफ शूज के विज्ञापन ने भी तहलका मचा दिया था। इस विज्ञापन में मॉडल मिलिंद सोमन और मधु सप्रे बिलकुल नग्न हालत में
टफ शूज पहने, एक दूसरे से चिपकाए खड़े थे। इन दोनों के बीच एक अजगर फैला हुआ था। इस विज्ञापन को अश्लील मानते हुए बैन कर दिया गया था।
डूरेक्स कंडोम का विज्ञापन कर तहलका मचाने वाले
रणवीर सिंह कहते हैं, "सेक्स हमारे समाज में टैबू है। मैंने समाज में जागरूकता लाने के लिए इस एड को
किया।" इसमे कोई शक नहीं कि आम आदमी का ध्यान सेक्स आसानी से खींचता है। इनर वियर और कंडोम जैसे विज्ञापनों में सेक्स
को टैबू नहीं माना जा सकता। इसलिए,
इनके कारण बलात्कार जैसे अपराध बढ़ते हैं,
बचकानी दलील है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 19 September 2015
एक 'किस' ४५ रिटेक
निर्देशक रिखिल बहादुर की फिल्म 'टाइमआउट' आज के नौजवानों की ज़िन्दगी में मची हलचल की कहानी है। इसलिए इस स्टोरी में युवा जोड़े के बीच चुम्बन होना तो लाजिमी था। अब यह बात दीगर है कि प्रणय चौधरी और सनाया अरोरा के युवा जोड़े को इस चुम्बन को फिल्माने में ४५ रिटेक देने पड़े। जब भी दोनों चुम्बन लेते, डायरेक्टर को लगता कि किस में कुछ मिस हो रहा है। सो वह कट इट बोलकर रिटेक का फरमान जारी कर देते। इस प्रयास में प्रणय और सनाया का कितना पसीना बहा, पता नहीं। लेकिन, डायरेक्टर ने यह सीन तभी ओके किया, जब सीन के लिए ज़रूरी पैशन उन्हें नज़र नहीं आ गया। एक दूसरे से लिपलॉक करने में कौन शर्मा रहा था, पता नहीं। लेकिन, इस सीन को परफेक्ट करने में निर्देशक का गुस्सा, ४५ रिटेक और छः घंटे खर्च हो गए। तब जाकर 'टाइमआउट' का यह चुम्बन ओके हो पाया। अब समय बतायेगा कि वायाकॉम १८ मोशन पिक्चरस की इस फिल्म को इस मैराथन चुम्बन का क्या फायदा होता है। बताते चलें कि २५ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही 'टाइमआउट' के निर्देशक रिखिल बहादुर, एक्टर प्रणय पचौरी और सनाया अरोरा की यह पहली फिल्म है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 18 September 2015
सलमान भाई मेरे लिए लकी हैं : शबाब साबरी
बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर शबाब साबरी इन दिनों बुलंदियों पर हैं। अनीस बज़्मी की फिल्म 'वेलकम बैक' में उनका गया गाना 'नस नस में' ज़बरदस्त हिट हो रहा है। इसी साल उनकी दो बड़ी फिल्मे सिंह इज़ ब्लिंग और प्रेम रतन धन पायो भी रिलीज़ हो रही हैं। इन फिल्मों में उनके गाये गीत भी ज़रूर हिट होंगे। पेश हैं एक मुलाकात शबाब साबरी से -
थोड़ा अपने बारे में बताएं। आपने संगीत की ट्रेनिंग कब से लेनी शुरू की ?
मेरा जन्म ६ जुलाई १९७९ को सहारनपुर में हुआ। मेरे पिता इक़बाल साबरी और अंकल अफ़ज़ाल साबरी विख्यात क़व्वाली और सूफी सिंगर्स रहे हैं। घर में मौसिकी का माहौल था। एक तरह से बचपन से ही मैंने ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। लेकिन १४ साल की उम्र से उस्ताद रशीद खान साहेब से मैंने प्रॉपर ट्रेनिंग शुरू की। बाद में मैंने अपने वालिद साहेब के साथ और चाचा जान के साथ लाईव शोज़ में गाया। इससे मेरे हौसले को पंख मिले और मैं मक़बूल होता चला गया।
बॉलीवुड में आपकी शुरुआत किस मूवी से हुई?
मैंने सलमान भाई की फिल्म जब प्यार किया तो डरना क्या से अपना फ़िल्मी करिअर शुरू किया था। यह फिल्म १९९८ में सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी। साजिद वाजिद का संगीत था। अपने वालिद और चचा के साथ मैंने भी तेरी जवानी बड़ी मस्त मस्त है गाया था। यह नगमा गाने के बाद मेरे पास बहुत सी फिल्मो में गाने की पेशकश आई। ज़ाहिर सी बात है कि उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा । मैं समझता हूँ कि सलमान भाई मेरे लिए लक्की हैं ।
अब तक आपके कितने गाने हो गए होंगे?
मुझे बड़ी ख़ुशी है कि मैंने अब तक सौ से ज़्यादा गाने गाये हैं। इनमे से एक दर्जन गीत ज़बरदस्त हिट हुए हैं। दबंग, बोल बच्चन और एजेंट विनोद जैसी फिल्मो में गाये मेरे गीतों को लोगों ने बेहद सराहा है। इसके अलावा मैंने तेज़, वीर, डैंजरस इश्क, पेज थ्री और पिक्चर अभी बाकी है के भी गीत गाये हैं।
आप कैरियर में कौन लोग मददगार साबित हुए ?
कैरियर के इस मुकाम पर मैं हिमेश रेशमिया का भी शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, जिन्होंने मुझसे बहुत सारे गाने गवाए और मुझ पर विश्वास रखते हुए मुझे मौके देते रहे। साजिद वाजिद और हिमेश रेशमिया के साथ मैंने सबसे ज़्यादा काम किया है। मैं खुद को बड़ा खुशनसीब मानता हूँ कि मुझे इन संगीतकारों के साथ काम करने का मौका मिला।मैं एक और नाम लेना चाहूंगा और वह हैं हिमांशु झुनझुनवाला वह मुंबई में मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं और मेरी कामयाबी में उनका भी बड़ा हाथ है क्योंकि वही वह शख़्स हैं जिन्होंने मुझे मायानगरी में टिके रहने की सलाह दी।
आप खुद को कैसे अलग रख पाते हैं अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाना भी मुश्किल काम होता है?
मैने अपनी गायकी में वैरीएशन का खास ख्याल रखा है एक तरफ मैंने सूफी गाने गाये हैं तो दूसरी तरफ ठुमरी भी गाई है, ग़ज़ल भी गाई है तो रोमांटिक नग्मे भी गाये हैं। क्लासिकल गीत भी गाये है।
मेरा जन्म ६ जुलाई १९७९ को सहारनपुर में हुआ। मेरे पिता इक़बाल साबरी और अंकल अफ़ज़ाल साबरी विख्यात क़व्वाली और सूफी सिंगर्स रहे हैं। घर में मौसिकी का माहौल था। एक तरह से बचपन से ही मैंने ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। लेकिन १४ साल की उम्र से उस्ताद रशीद खान साहेब से मैंने प्रॉपर ट्रेनिंग शुरू की। बाद में मैंने अपने वालिद साहेब के साथ और चाचा जान के साथ लाईव शोज़ में गाया। इससे मेरे हौसले को पंख मिले और मैं मक़बूल होता चला गया।
बॉलीवुड में आपकी शुरुआत किस मूवी से हुई?
मैंने सलमान भाई की फिल्म जब प्यार किया तो डरना क्या से अपना फ़िल्मी करिअर शुरू किया था। यह फिल्म १९९८ में सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी। साजिद वाजिद का संगीत था। अपने वालिद और चचा के साथ मैंने भी तेरी जवानी बड़ी मस्त मस्त है गाया था। यह नगमा गाने के बाद मेरे पास बहुत सी फिल्मो में गाने की पेशकश आई। ज़ाहिर सी बात है कि उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा । मैं समझता हूँ कि सलमान भाई मेरे लिए लक्की हैं ।
अब तक आपके कितने गाने हो गए होंगे?
मुझे बड़ी ख़ुशी है कि मैंने अब तक सौ से ज़्यादा गाने गाये हैं। इनमे से एक दर्जन गीत ज़बरदस्त हिट हुए हैं। दबंग, बोल बच्चन और एजेंट विनोद जैसी फिल्मो में गाये मेरे गीतों को लोगों ने बेहद सराहा है। इसके अलावा मैंने तेज़, वीर, डैंजरस इश्क, पेज थ्री और पिक्चर अभी बाकी है के भी गीत गाये हैं।
आप कैरियर में कौन लोग मददगार साबित हुए ?
कैरियर के इस मुकाम पर मैं हिमेश रेशमिया का भी शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, जिन्होंने मुझसे बहुत सारे गाने गवाए और मुझ पर विश्वास रखते हुए मुझे मौके देते रहे। साजिद वाजिद और हिमेश रेशमिया के साथ मैंने सबसे ज़्यादा काम किया है। मैं खुद को बड़ा खुशनसीब मानता हूँ कि मुझे इन संगीतकारों के साथ काम करने का मौका मिला।मैं एक और नाम लेना चाहूंगा और वह हैं हिमांशु झुनझुनवाला वह मुंबई में मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं और मेरी कामयाबी में उनका भी बड़ा हाथ है क्योंकि वही वह शख़्स हैं जिन्होंने मुझे मायानगरी में टिके रहने की सलाह दी।
आप खुद को कैसे अलग रख पाते हैं अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाना भी मुश्किल काम होता है?
मैने अपनी गायकी में वैरीएशन का खास ख्याल रखा है एक तरफ मैंने सूफी गाने गाये हैं तो दूसरी तरफ ठुमरी भी गाई है, ग़ज़ल भी गाई है तो रोमांटिक नग्मे भी गाये हैं। क्लासिकल गीत भी गाये है।
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साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अमृता राव कर रही 'सत्संग'
टाइटल चौंकाऊ, लेकिन बिलकुल सही है। अमृता राव आजकल सत्संग कर रही हैं। लेकिन, उनका यह सत्संग किसी बाबा के मठ में नहीं। न ही वह साधुनी बन कर धूनी रमा रही हैं। उनका यह सत्संग अजय देवगन के साथ हैं और प्रकाश झा की फिल्म के लिए। प्रकाश झा की फिल्म सत्संग में वह सत्संग करती नज़र आयेंगी। प्रकाश झा की यह फिल्म भी ज्वलंत सामाजिक मुद्दे पर है। बताते हैं कि वह फिल्म में बिलकुल नए अवतार में होंगी। अमृता राव प्रकाश झा की फिल्मों स्थाई सदस्य बन गई लगती हैं। प्रकाश झा की पिछली फिल्म 'सत्याग्रह' में भी अमृता राव का रोल सशक्त था। प्रकाश झा, फिलहाल प्रियंका चोपड़ा की मुख्य भूमिका वाली कॉप फिल्म 'गंगाजल २' की शूटिंग में व्यस्त हैं। गंगाजल २ के बाद यह सत्संग की शूटिंग शुरू कर देंगे। अमृता राव की पिछले दो सालों से कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हुई है। अब देखने की बात होगी कि 'सत्संग' के बाद अमृता राव का करियर कैसा मोड़ लेता है।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
भगवान के स्ट्रगल में विद्या बालन का 'शोला जो भड़के'
जब फिल्मों ने बोलना शुरू किया था, उस दौर में बजरिये मूक फिल्म 'बेवफा अश्क' से दीक्षित, मुबारक, ईश्वरलाल और कौशल्या की हिंदी फिल्म 'ज़बान' से भगवान दादा का प्रवेश हुआ था। उन्होंने कई छोटे बजट की मराठी फ़िल्में भी बनाई थी। राजकपूर के कहने पर वह स्टंट फिल्मों के बजाय कॉमेडी फैमिली फिल्मों की और मुड़े। फिल्म थी १९५१ में रिलीज़ 'अलबेला' । भगवान दादा खुद इस फिल्म के हीरो थे तथा नायिका गीता बाली थीं, जो उस समय की बड़ी नायिका थीं और बाद में राजकपूर के भाई शम्मी कपूर की बीवी बनी। इस फिल्म को बनाने में और बाद के भगवान दादा के संघर्ष की मार्मिक गाथा पर मराठी फिल्म डायरेक्टर शेखर सरतनदेल मराठी फिल्म 'एक अलबेला' बना रहे हैं। शेखर ने अपनी फिल्म का नाम एक अलबेला इसलिए रखा कि एक तो यह भगवान दादा की आज भी लोकप्रिय फिल्म है तथा दूसरे भगवान दादा अपने आप में अलबेले थे। एक अलबेला में भगवान दादा के अलबेला बनाते समय आई कठिनाइयों, इसके गीतों के फिल्मांकन की तकलीफों, आदि का चित्रण हुआ है। इस फिल्म के 'शोला जो भड़के' गीत के लिए बैकग्राउंड डांसर जुटाने में भगवान दादा को आर्थिक बाधाओं का सामना करना पड़ा। फिल्म 'एक अलबेला' में विद्या बालन भगवान दादा की नायिका नहीं, बल्कि अलबेला फिल्म की नायिका गीता बाली को परदे पर पेश करने का ज़िम्मा ही उन्हें मिला है। इस फिल्म में उन पर अलबेला के दो गीत 'शोला जो भड़के' और 'भोली सूरत दिल के खोटे' का फिल्मांकन किया गया है। यह दोनों गीत ख़ास कर शोला जो भड़के भगवान दादा की ख़ास डांसिंग स्टाइल के लिए मशहूर है। इस गीत में गीता बाली के चेहरे के हाव भाव मुग्ध करने वाले हैं। गीता बाली ऎसी अभिनेत्री थी, जिनकी आँखे और चेहरा अभिनय करता था। इस लिहाज़ से, गीता बाली को परदे पर उतारने के लिहाज़ से विद्या बालन बेजोड़ हैं। बहरहाल, विद्या बालन 'एक अलबेला' में केवल मेहमान भूमिका में हैं। एक अलबेला में भगवान दादा के उस जीवन को दिखाया गया है, जब क़र्ज़ चुकाने के लिए उन्हें जुहू स्थित अपना २५ कमरों का मकान बेचना पड़ा, हर दिन उपयोग की जाने वाली सात बड़ी कारों को एक एक कर बेचना पड़ा। जब वह मरे तब तक उनके सभी साथी उनका साथ छोड़ चुके थे, सिवाय संगीतकार सी रामचन्द्र, हास्य अभिनेता ओम प्रकाश और गीतकार राजिंदर कृष्ण के । उनकी ज़बरदस्त दिल का दौरान पड़ने से मौत एक चॉल में हुई।
राजेंद्र कांडपाल
राजेंद्र कांडपाल
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मराठी फिल्म इंडस्ट्री
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जब रियल लाइफ ने दी रील लाइफ को ट्रेनिंग
निर्देशक रॉबर्ट
ज़ेमेकिस की फिल्म 'द वाक' दो ऊंची इमारतों के बीच खींचे तार पर चलने वाले
फ्रांसीसी कलाकार फिलिप पेटिट की वास्तविक ज़िन्दगी पर हैं। यह फिल्म ख़ास तौर पर उस
घटना पर है, जब 1974 में फिलिप ने न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स
के बीच बेहद ऊँचे तार पर चलकर सफलता और प्रसिद्धि को प्राप्त की थी । इस फ़िल्म में
पेटिट का किरदार जोसफ गॉर्डन-लेविट निभा रहे हैं। उन्हें इस किरदार को निभाने के
लिए ऊँचे तार पर चलने के बेहद मुश्किल कौशल में खुद को दक्ष करना पड़ा है । उन्हें
इसके लिए खुद फिलिप पेटिट ने प्रशिक्षित किया था। फिलिप से ट्रेंड होने के बाद
जोसेफ अपने बायो डेटा में 'ऊँचे तारों पर चलना' हुनर भी दर्शा सकते
हैं। हाल ही में एक साक्षात्कार में अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए गॉर्डन
ने बताया, " दरअसल लाजवाब फिलिप
पेटिट ने खुद ही यह आग्रह किया की वह मुझे ऊँचे तारों पर चलना सिखाएंगे। उनके
सहयोगी कैथी ने इसके लिये विस्तार में एक कार्यशाला लगायी।फिलिप ने सब कुछ बहुत
खुलकर और विस्तारपूर्वक बताया । इसके लिए मैंने पूरे आठ दिन लगातार तार पर चलने का
निरंतर अभ्यास किया । वह मुझे लगातार हौसला देते रहे कि मैं इन तारों पर ज़रूर चल
पाऊँगा। और आखिरकार मैं ऊँचे तार पर अपना संतुलन बनाने में कामयाब हो पाया । मैं
लगातार चलते रहना चाहता था। यहाँ तक कि इस प्रक्रिया ने मेरे पैरों सुन्न कर दिया ।
लेकिन, सच कहूँ मुझे इसे करने में बहुत मज़ा आ रहा था
।" रोमांच, संघर्ष, साहस और आश्चर्य से भरी फ़िल्म 'द वाक' भारत में सोनी
पिक्चर्स द्वारा 9 अक्टूबर को रिलीज़
की जा रही है।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जब अक्षय कुमार ने एमी जैक्सन के साथ की मोटर साइकिल की सवारी
अक्षय कुमार मोबाइक के बेहद शौक़ीन हैं। उन्हें मोटर साइकिल पर सवार मुंबई की सडकों पर घूमते देखा जाता रहा है। वह मोटरसाइकिल की सेफ्टी के लिए होने वाले कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते हैं। वह हौंडा मोटरसाइकिल के ब्रांड एम्बेसडर हैं। उनका बाइक शौक कुछ इतना ज़्यादा है कि वह अपने को-स्टार्स को भी बाइक की सैर करा देते हैं। ऐसा ही कुछ एमी जैक्सन के साथ भी हुआ। रोमानिया में फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' की शूटिंग के लिए एक ख़ास बाइक मंगवाई गई थी। फिल्म में अक्षय कुमार के काफी सीन की शूटिंग इस बाइक पर हुई है। यह बाइक लिमिटेड एडिशन में होने के कारण कुछ ख़ास है। शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार को बाइक से कुछ इतना प्यार हो गया कि वह खुद ही बाइक की साफ़ सफाई भी कर दिया करते थे। उन्होंने इस बाइक पर फिल्म की शूटिंग की ही, शूटिंग के बाद अपनी को-स्टार एमी जैक्सन को भी इस बाइक से शहर की सैर कराई। अब अक्षय कुमार वैसे ही फीचर वाली बाइक मुंबई में मंगवाना चाहते हैं। सिंह इज़ ब्लिंग का निर्देशन प्रभुदेवा कर रहे हैं। प्रभुदेवा और अक्षय कुमार की सफल जोड़ी की यह दूसरी फिल्म है। अक्षय कुमार २०१२ में प्रभुदेवा के साथ 'राउडी राठौर' जैसी हिट फिल्म दे चुके हैं। सिंह इज़ ब्लिंग २ अक्टूबर को रिलीज़ हो रही है।
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