Sunday, 30 June 2019

कुछ बॉलीवुड की ३० जून २०१९


फिल्मों में रियल हीरो अजय देवगन 
कॉमेडीएक्शन कॉमेडी और फॅमिली कॉमेडी फिल्मों के बाद अजय देवगनवास्तविक घटनाओं पर फिल्मों में वास्तविक चरित्र करने जा रहे हैं। अजय देवगन के यह तीन चरित्र अपनी बहादुरी के लिए जाने जाते हैं। अजय देवगन सन १६७० के मराठा क्षत्रप शिवाजी महाराज के सेनापति तानाजी मलुशरे के द्वारा सिंहगढ़ किले को जीतने की वीरगाथा पर फिल्म तानाजी : द अनसंग वारियर की शूटिंग पूरी कर चुके हैं। इस फिल्म में अजय देवगन वीर तानाजी की भूमिका कर रहे हैं। यह फिल्म अगले साल १० जनवरी को रिलीज़ होगी। इसके बादअजय देवगन१० जुलाई से १९७१ के भारत- पाकिस्तान युद्ध के कथानक के फिल्मांकन में जुट जायेगे।  भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया टाइटल वाली इस फिल्म में अजय देवगन १९७१ के युद्ध के हीरो इंडियन एयर फाॅर्स के विंग कमांडर विजय कार्णिक की भूमिका कर रहे हैं। इन दो युद्ध फिल्मों के बादअजय देवगन एक फुटबॉल कोच की भूमिका करेंगे।  अमित शर्मा की अनाम डेब्यू फिल्म मेंअजय देवगन१९५६ के मेलबॉर्न ओलंपिक्स की फुटबॉल प्रतिस्पर्द्धा में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में पंहुचाने वाले कोच सैयद अब्दुल रहीम की भूमिका करेंगे।

आलिया ऍफ़ ने क्रिकेट देख कर शुरू की शूटिंग 
एक्टर कबीर बेदी और मॉडल प्रोतिमा बेदी की बेटी पूजा बेदी के फिल्म करियर की पहली फिल्म विषकन्या पिता कबीर बेदी के साथ थी। जगमोहन मूंधड़ा निर्देशित इस फिल्म में पूजा ने जम कर अंग प्रदर्शन किया था।  उनके चपटे पेट की प्रशंसा हुई।  लेकिन,  अभिनय के मामले में उन्हें जम कर कोसा  गया।  इसके बादवह आमिर खान की फिल्म जो जीता वही सिकंदर की सह भूमिका में मैरिलिन मोनरो स्टाइल में स्कर्ट हवा में उड़ाते पहचानी गई। मगरइससे फिल्म नहीं मिलती।  इसके साथ हीपूजा  बेदी का फिल्म करियर ख़त्म हो गया। उनकी आखिरी हिंदी फिल्म आतंक ही आतंक थीजिसमे उन्होंने मेहमान भूमिका की थी।  अब उनकी बेटी आलिया ऍफ़ से मशहूर आलिया फर्नीचरवाला का हिंदी फिल्म डेब्यू होने जा रहा है।  वह सैफ अली खान के साथ सोशल कॉमेडी फिल्म जवानी जानेमन से डेब्यू करने जा रही हैं।  यह फिल्म एक पिता और उसकी बेटी के संबंधों पर है। फिल्म में आलिया के पिता  की  भूमिका सैफ कर रहे हैं। आलिया के फिल्म करियर की शुरुआत इस लिहाज़ से बढ़िया है कि उन्हें फिल्म की शूटिंग से पहलेलंदन मेंसैफ के साथ भारत-पाकिस्तान का मैच देखने को मिला।  अब जबकि भारत यह मैच जीत चुका हैक्या आलिया ऍफ़ भी फिल्म फ्रंट में जीतेंगी ?

बॉलीवुड में ऐसा भी होता है
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री किस तरह से बड़े सितारों के दबाव में होती हैइसका उदाहरण संजय गुप्ता है।  संजय गुप्ता एक गैंगस्टर फिल्म मुंबई सागा का निर्माण करने जा रहे हैं।  संजय ने इस फिल्म के लिए जॉन अब्राहमइमरान हाश्मीअनिल कपूरजैकी श्रॉफअमोल गुप्तेसुनील शेट्टीगुलशन ग्रोवरप्रतीक बब्बर और रोहित रॉय जैसी स्टार कास्ट २४ घंटों में इकठ्ठा कर ली थी।  संजय दत्त और रवीना टंडन जैसे स्टार के साथ आतिश जैसी फिल्म से अपने निर्देशक करियर की शुरुआत करने वाले संजय गुप्ता को एक समय अपनी फिल्म के लिए स्टार कास्ट बटोरने के लाले पड़ गए थे। जैसे ही वह अपनी फिल्म के लिए किसी सितारे से संपर्क करतेउस सितारे पर फिल्म न करने का दबाव पड़ने लगता। कारण थे संजय दत्त। ज़िंदा की शूटिंग के दौरान दोनों संजय में झगड़ा हो गया। इसका खामियाजा संजय गुप्ता को ७ साल तक भुगतना पडा । जब संजय गुप्ता ने शूटआउट एट वडाला की कमान सम्हाली तो तमाम अभिनेताओं ने उन मना कर दिया । ऐसे में अनिल कपूर आगे आये। उन्होंने साफ़ किया कि संजय दत्त भी अगर मुझे मना करेंगे तो मैं पहले उनसे इसका कारण जानना चाहूंगा। इसके बादअनिल कपूर ने जॉन अब्राहम के साथ फिल्म शूटआउट एट वडाला की।  फिल्म हिट हुई।  बाद में संजय गुप्ता ने ऐश्वर्या राय के साथ जज़्बा और हृथिक रोशन के साथ काबिल जैसे फ़िल्में की। 
  
पेन मरुधर द्वारा बालाजी की चार फ़िल्में
एकता कपूर की फिल्म निर्माण संस्था बालाजी टेलीफिल्म्स की चार फ़िल्में रिलीज़ होने के लिए तैयार हैं। यह फ़िल्में इस साल के उत्तरार्ध में रिलीज़ होना शुरू होंगी। इन फिल्मों को पेन मरुधर एंटरटेनमेंट द्वारा वितरित किया जाएगा। कंगना रानौत, राजकुमार राव और अमायरा  दस्तूर अभिनीत फिल्म मेंटल है क्या २६ जुलाई को प्रदर्शित होगी। इस इरोटिक ब्लैक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म का निर्देशन प्रकाश कोवेलामुडी ने किया है। यह प्रकाश की पहली हिंदी फिल्म है। निर्देशक प्रशांत सिंह की फिल्म जबरिया जोड़ी काफी लम्बे समय से रिलीज़ का इंतज़ार कर रही है। अब यह फिल्म २ अगस्त को रिलीज़ होगी। इस रोमकॉम फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीती चोपड़ा की जोड़ी बनी है। यह फिल्म बिहार की पकडुआ शादी पर है। आयुष्मान खुराना की फिल्म ड्रीम गर्ल १३ सितम्बर को रिलीज़ होगी। राज शांडिल्य निर्देशित इस रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा फिल्म ड्रीम गर्ल में पहली बार आयुष्मान खुराना की जोड़ीदार नुसरत भरुचा बन रही हैं। निर्माता एकता कपूर की जिस चौथी फिल्म का वितरण पेन मरुधर एंटरटेनमेंट द्वारा किया जाना है, उसका टाइटल डॉली किटी और वह चमकते सितारे हैं। महिलाओं द्वारा महिलाओं की इस फिल्म का निर्देशन अलंकृता श्रीवास्तव ने किया है। फिल्म में भूमि पेडनेकर, कुबरा सैत और कोंकणा सेन शर्मा है। 

सोना महापात्र का पेपर टाइगर कौन ?
अम्बरसरिया और जिया लागे न जैसे खूबसूरत गीतों की, उतनी ही खूबसूरत गायिका सोना महोपात्रा, अपने तीखे बोलों से सुर्ख़ियों में रहा करती हैं। पिछले साल, जब तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर मीटू का आरोप लगाया था, तब सोना ने उनका बढ़चढ़ कर साथ दिया था तथा कई दूसरे लोगों की पोल भी खोली थी। उन्होंने कैलाश खेर पर हलकी भाषा में बात करने वाला बताया था तथा अनु मालिक का साथ देने के लिए सोनू निगम की कड़ी आलोचना की थी। ऎसी कड़वी जुबान वाली खूबसूरत गायिका ने सलमान खान को पेपर टाइगर कह दिया है, जो एक हफ्ता भी अपनी फिल्म हिट नहीं बना सकता। सोना का यह कमेंट, सलमान खान की फिल्म भारत के पहले ही हफ्ते में बॉक्स ऑफिस पर धीमा पड़ जाने को लेकर था। मगर वास्तविकता तो यह है कि सोना, सलमान खान से उस समय से चिढी हुई हैं, जब सलमान खान, भारत के प्रमोशन के दौरान दिए इंटरव्यू में ज़बरदस्ती प्रियंका चोपड़ा ज़िक्र करते हुए, प्रियंका की बुराई करने लगे। सोना को यह नागवार गुजरा। उन्होंने सलमान खान को  महिलाओं का सम्मान नहीं करने वाला, ज़हरीली मर्दानगी वाला पोस्टर बच्चा कह दिया। सोना के इतने कडुए कमेंट्स के बावजूद सलमान खान ने कोई रिएक्शन नहीं दिया है। क्या सोना की तलवार जैसी धार वाली जुबान से बच कर रहना चाहता है यह खान एक्टर ?

आइटम नंबर कहे जाने से नाराज़ कृति सेनन
टाइगर श्रॉफ के साथ, फिल्म हीरोपंथी से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली कृति सैनन को फिल्म स्त्री और कलंक में केवल एक गीत क्रमशः आओ कभी हवेली राजा और ऐरा गैरा में देखा गया। कृति के इस वन सांग अपीयरेंस को आइटम सांग कहा गया। इससे कृति सैनन बेहद नाराज़ हैं। उन्होंने कहा, “मैं समझ नहीं पाती कि इन्हें आइटम सॉंग क्यों कहा गया? यह विशुद्ध डांस नंबर हैं, जो फिल्म में मनोरंजन की खुराक बढाने के लिए रखे गए हैं। दर्शकों द्वारा इन्हें पसंद भी किया गया। तब भी इन गीतों और इनसे जुड़े लोगों को सम्मान क्यों नहीं दिया जाता !कृति सैनन या किसी दूसरी अभिनेत्री द्वारा किये गए डांस नंबर को अगर आइटम नंबर कहा जाता है तो इसमे बुराई क्या है ? दरअसल, कृति को समझ में नहीं आता है कि जब कोई शाहरुख़ खान, सलमान खान या आमिर खान ऐसा कोई गीत करता है तो उसे आइटम सोंग नहीं कहा जाता। तब किसी एक्ट्रेस द्वारा किये गये डांस नंबर को आइटम सॉन्ग क्यों कहा जाता है ? कदाचित कृति का इशारा सलमान खान के फिल्म यमला पगला दीवाना फिर से और किक के रफ्ता रफ्ता और जुम्मे की रात, आमिर खान के फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान के सुरैया तथा शाहरुख़ खान के फिल्म रईस में लैला ओ लैला गीत की तरफ है। क्या कुछ गलत कहा कृति सेनन ने ?  

ज़रीन खान की होमोसेक्सुअल प्रेम कहानी
पिछले सालसर्वोच्च न्यायालय द्वारा समलैंगिकता सम्बन्धी धारा ३७७ ख़त्म किये जाने से बॉलीवुड बेहद उत्साहित लग रहा है. फिल्म वीर में सलमान खान की नायिका ज़रीन खान एक फिल्म में समलैंगिक किरदार करने जा रही है. हम भी अकेलेतुम भी अकेले टाइटल वाली यह फिल्ममुख्यधारा की पहली फिल्म होगीजिसमे दो मुख्य किरदार समलैंगिक है. यानि पुरुष  गे है और महिला लेस्बियन है । इस भूमिका को परदे पर अंशुमन झा और ज़रीन खान कर रहे हैं. फ़िल्म का निर्देशन अंग्रेज़ी में कहते हैं का निर्देशन करने वाले हरीश व्यास कर रहे हैं. फ़िल्म हम भी अकेलेतुम भी अकेले की कहानी अलग सेक्सुएलिटी वाले दो चरित्रों के इर्दगिर्द घूमती हैजिनका एक सफ़र के दौरान जीवन भर का एक गहरा मानवीय रिश्ता बन जाता है। फ़िल्म की शूटिंग दिल्लीचंडीगढ़मेरठ में हो चुकी है और बाकी का हिस्सा जल्द ही धर्मशाला मक्लॉडगंज और मुंबई में शूट होने वाला है। यह फ़िल्म अगले साल वेलेनटाईन्स डे पर रिलीज़ होगी।

मलाल का बाजीराव मस्तानी कनेक्शन
एक्टर जावेद जाफ़री के बेटे मिजान के साथ फिल्म मलाल से डेब्यू करने वाली शर्मिन सहगल का फिल्म कनेक्शन यह है कि वह संजय लीला भंसाली की भतीजी तथा फिल्म निर्माता मोहन सहगल की पोती है। उनका एक दूसरा कनेक्शन बाजीराव मस्तानी से भी है। बाजीराव मस्तानी में काशीबाई और मैरी कोम में बॉक्सर मैरी कोम की भूमिका करने वाली एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा जोनासशर्मिन की मेंटर हैं। इन दोनों फिल्मों की सह निर्देशक शर्मिन ही थी। इन दोनों फिल्मों में काम के दौरान ही प्रियंका ने ही शर्मिन को एक्ट्रेस बनने के लिए प्रोत्साहित किया। शर्मिन का एक दूसरा बाजीराव मस्तानी कनेक्शन यह है कि इस फिल्म मेंप्रियंका चोपड़ा के मेकअप आर्टिस्ट उदय शिराली ही  मलाल में शर्मिन के मेकअप आर्टिस्ट हैं। शर्मिन के मलाल के उधल गाने में नवर साड़ी और नथनी से पारंपरिक महाराष्ट्रीयन लुक देने वाली आशा गणपत मालपेकर ने बाजीराव मस्तानी में भी प्रियंका पर पारंपरिक श्रृंगार किया था । शर्मिनप्रियंका चोपड़ा को कार्य के प्रति समर्पण और फोकस के कारण अपना आदर्श और प्रेरणा स्त्रोत मानती हैं। 

खुद को दर्शकों का नौकर मानने वाली कायनात 
कायनात अरोरा का बॉलीवुड कनेक्शन २०१० से हैं। कायनात नेअक्षय कुमार की फिल्म खट्टा मीठा में आइटम आईला रे आईला किया था। इंद्रकुमार की फिल्म ग्रैंड मस्ती में उनका मार्लो किरदार विवेक ओबेरॉय के साथ था। कायनात की दोनों ही फ़िल्में फ्लॉप हुई। उन्होंने तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषा की तीन फिल्मे की। मगर इन सब में उनकी भूमिका काफी छोटी थी। उन्होंने दो पंजाबी फ़िल्में भी की हैं। अब सहारनपुर की कायनात आरोरा का नाम एक बार फिर चर्चा में है। कायनात अरोरा एक बार फिर हिंदी फ़िल्म 'खली बलीसे खलबली मचाने की फिराक में है। मनोज शर्मा की फिल्म 'खली बली' की कहानी जिस संजना के किरदार के इर्दगिर्द घूमेगी, उसे कायनात अरोरा ही कर रही हैं । फिल्म में कायनात का किरदार गंभीर है । पर फ़िल्म में डर के साथ कॉमेडी का भी तड़का लगा हुआ है। निर्माता इस फिल्म को सिचुएशनल हॉरर फिल्म बताते है। बॉलीवुड के तमाम एक्टरों से अलग, कायनात का मानना है कि कलाकार अपने दर्शकों की नौकरी कर रहे हैं । जिस दिन दर्शक फिल्म देखना बंद कर देंगेतमाम कलाकार बेरोजगार हो जाएंगे। प्रोड्यूसर और डायरेक्टर कलाकारों को सिर्फ काम देते हैं, परंतु दर्शक उन्हें शिखर पर पहुंचा देते हैं। क्या कायनात की यह बिलकुल अलग सोच, उन्हें बॉलीवुड में कोई अलग मुकाम देगी ?

दो दशक बाद हिट होगी जूही-ऋषि जोड़ी !
अगस्त के आखिर तक ऋषि कपूर वापस स्वदेश लौट आयेंगे। ४ सितम्बर को यह बॉबी एक्टर अपना ६७वा जन्मदिन मनायेगा। उनकी वापसी से पहले उनके जोड़ी बनाने की खबर अख़बारों में है। इन खबरों के अनुसार वह जूही चावला के साथ, निर्देशक हितेश भाटिया की पहली हिंदी फिल्म में काम करेंगे। जूही चावला ने, शाहरुख़ खान और अनिल कपूर की तरह, ऋषि कपूर के साथ भी जोड़ी बनाई थी। दिलचस्प तथ्य यह है कि जूही चावला की, ऋषि कपूर के साथ पहली फिल्म चांदनी में जूही का कैमिया था। फिल्म की नायिका श्रीदेवी थी। लेकिन, इस फिल्म के बाद, ऋषि कपूर और जूही चावला ने बोल राधा बोल, इज्ज़त की रोटी, घर की इज्ज़त, साजन का घर, ईना मीना डीका, दरार और कारोबार जैसी फ़िल्में की। कारोबार (२०००) के बाद इन दोनों की साथ जोड़ी नहीं बनी। एक साथ लगभग ८ फ़िल्में करने वाले इन जोड़े की नायक नायिका वाली पहली फिल्म बोल राधा बोल हिट हुई थी। लेकिन, ईना मीना डीका, दरार और कारोबार की असफलता के बाद यह जोड़ी असफल मान ली गई। ऐसे में, जबकि यह दोनों १९ साल बाद फिर साथ आ रहे हैं तो किस इमेज के सहारे हिट फिल्म दे पायेंगे ! क्योंकि, कारोबार के बाद भी जूही चावला बतौर नायिका फ़िल्में करती रही। लेकिन, उनकी ऋषि कपूर के साथ कोई फिल्म नहीं आई।

हिंदी फिल्मों के परदे पर Prosthetic Makeup का जादू


अच्छी एक्टिंग और अच्छी कहानी ही नहीं स्टार्स के लुक्स भी फ़िल्म को श्रेष्ठ बनाने के लिए जरुरी है और हमारे बॉलीवुड स्टार इस बात को बहुत सीरियस लेते हैं। कभी जिम में घंटो मेहनत करके तो कभी मेकअप का ज़बरदस्त इस्तेमाल करके वो कुछ ऐसे अंदाज़ में सामने आते हैं कि जनता उन्हें देखकर चौंक जाती है। आजकल तो प्रोस्थेटिक मेकअप का जलवा है। इस मेकअप के सहारे तमाम बॉलीवुड एक्टर दर्शकों को चौंका रहे हैं। 

अमिताभ बच्चन के चेहरे
प्रोस्थेटिक मेकअप के कमाल के लिहाज़ से अमिताभ बच्चन की दो निर्माणाधीन फ़िल्में उल्लेखनीय हैं। रूमी जाफ़री निर्देशित फिल्म चेहरे में अमिताभ बच्चन और इमरान हाश्मी की मुख्य भूमिका है।  पिछले दिनों जारी, इस फिल्म के फर्स्ट लुक में अमिताभ बच्चन को देख कर दर्शक चौंक पड़े थे। लम्बी चोटीदार दाढ़ी में वह पहचान नहीं आ रहे थे। इस फिल्म में वह एक सजग नागरिक की भूमिका में हैं। अमिताभ बच्चन ने, पिछली दिनों एक फिर अपने प्रशंसकों को चौंकाया था। फिल्म गुलाबो- सिताबो के निर्माता द्वारा जारी फिल्म के फर्स्ट लुक वाले एक्टर को कोई पहचान नहीं सकता था, अगर फिल्म के निर्माता ने यह न बताया होता कि ऊंचे पैजामे द्वारा यह मुस्लिम वास्तव में अमिताभ बच्चन हैं। प्रोस्थेटिक मेकअप के जरिये उनकी नाक को तक काफी बदल दिया गया था।

सुपरस्टार भी चाहे प्रोस्थेटिक 
अगर, दर्शक मिले और उनकी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर चांदी बटोरें तो प्रोस्थेटिक मेकअप के लिए अमिताभ बच्चन ही नहीं, बॉलीवुड के कई बड़े स्टार भी तैयार हैं। बॉलीवुड के ग्रीक गॉड माने जाने वाले अभिनेता हृथिक रोशन भी प्रोस्थेटिक मेकअप के ज़रिये अपना चेहरा बदल चुके हैं। निर्देशक संजय गढ़वी की धूम फ्रैंचाइज़ी की दूसरी फिल्म धूम २ में हृथिक रोशन ने एक शातिर चोर की भूमिका की थी। यह चोर वेश बदल कर पुलिस वालों को चकमा देता है और कीमती माल ले उड़ता है। हृथिक रोशन, यह चकमा प्रोस्थेटिक मेकअप से बनाए गए चेहरे की बदौलत ही दे सके थे। पिछले साल रिलीज़ शंकर की विज्ञान फंतासी फिल्म २.० के पक्षी राजन के लिए अक्षय कुमार ने प्रोस्थेटिक मेकअप करवा था। इस फिल्म में वह पक्षी के रूप में बदलते नज़र आते थे। इस फिल्म ने, अक्षय कुमार को उनके करियर की सबसे अच्छी ओपनिंग लेने वाली फिल्म दिलवाई थी। शाहरुख़ खान ने फिल्म फैन में अपनी दोहरी भूमिका में से एक के लिए प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल किया था। अमिताभ बच्चन ने पा और १०२ नॉट आउट में अपने किरदारों के लिए प्रोस्थेटिक मेकअप का सहारा लिया था।

प्रोस्थेटिक मेकअप के कमल
तमिल फिल्म सुपरस्टार कमल हासन ने, २०१३ में रिलीज़ फिल्म विश्वरूपम में एक रॉ एजेंट की भूमिका की थी. चूंकि, रॉ एजेंट को अपने बदले रूप में भी जासूसी करनी पड़ती है, इसलिए कमल हासन के किरदार ने भी कई रूप धरे थे. वह फिल्म में एक नृत्य प्रशिक्षक के रूप में बेमिसाल थे. कमल हासन ने अपनी कई तमिल फिल्मों में विभिन्न अवतार किये थे. लेकिन, हिंदी दर्शकों ने उनके कुछ किरदार ही देखें हैं. कमल हासन ने, अप्पू राजा फिल्म में एक बौने की भूमिका कर दर्शकों को चौंका दिया था. १९९६ में रिलीज़ फिल्म हिन्दुस्तानी में कमल हासन ने बाप और बेटे की दोहरी भूमिका की थी. इस बूढ़े पिता की भूमिका के लिए कमल हासन ने प्रोस्थेटिक मेकअप करवाया था. फिल्म हे राम का कमल हासन का ८९ साल का हिन्दू किरदार प्रोस्थेटिक की देन था. कमल हासन ने फिल्म मेयर साहब, दशावतारम, चाची ४२०, आदि फिल्मों के भिन्न किरदार प्रोस्थेटिक मेकअप के सहारे ही किये थे। 

प्रोस्थेटिक चेहरे पे चेहरा
हालाँकि, प्रोस्थेटिक मेकअप के ज़रिये फिल्म एक्टर का चेहरा बदलने के उदाहरण आजकल काफी नज़र आ रहे हैं। लेकिन, बॉलीवुड के लिहाज़ से प्रोस्थेटिक मेकअप आज की बात नहीं है। १३ मार्च १९८१ को रिलीज़ ड्रामा हॉरर रोमांस फिल्म चेहरे पे चेहरा में पहली बार प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल किया गया था। संजीव कुमार और रेखा की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में संजीव कुमार ने गोवा के एक छोटे गाँव में रहने वाले डॉक्टर विल्सन की भूमिका की थी। उसका एक वैज्ञानिक शोध कुछ गड़बड़ हो जाता है, जिसके कारण से डॉक्टर विल्सन भयानक चेहरे वाला ब्लैकस्टोन बन जाता है। राज तिलक निर्देशित इस फिल्म को सफलता नहीं मिली थी। बाद में, संजीव कुमार ने फिल्म नया दिन नई रात और जानी दुश्मन में भी प्रोस्थेटिक मेकअप के जरिये कुछ किरदार किए थे। 

आगामी फिल्मों में
कभी पूरी तरह से एक्टर की इमेज पर आधारित फ़िल्में बनाने वाला बॉलीवुड अब रीयलिस्टिक फ़िल्में भी बनाने लगा है। इन फिल्मों को दर्शकों में मिलती स्वीकार्यता को देखते हुए एक्टर भी अपने लुक को बदलने में हिचक नहीं दिखाते। यही कारण है कि बॉलीवुड की तमाम ग्लैमरस एक्ट्रेस और चॉकलेटी हीरो भी अपने चेहरे को बदलने के लिए घंटों मेकअप कराने में हिचक नहीं दिखाते। पिछले दिनों, निर्देशक मेघना गुलजार की फिल्म छपाक का फर्स्ट लुक जारी हुआ था। यह फिल्म एसिड अटैक की शिकार एक लड़की लक्ष्मी अगरवाल के चरित्र से प्रेरित है। इस फिल्म में लक्ष्मी अगरवाल की भूमिका पद्मावत एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण कर रही हैं। फिल्म में जले हुए चेहरे वाली लक्ष्मी बनने के लिए दीपिका पादुकोण ने अपने चेहरे पर प्रोस्थेटिक मेकअप करवाया है। इसके लिए उन्होंने लगातार रोजाना दो तीन घंटे तक अपने चेहरे पर मेकअप करवा था। इस मेकअप को उतरवाने के लिए भी दो घंटे लगते थे। मेकअप करवाने में इतना ही समय तापसी पन्नू और भूमि पेडणेकर को भी फिल्म सांड की आंख में दो बूढ़े किरदार करने के लिए करवाना पड़ता था। इस फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर देख कर इस मेकअप का कमाल देखा जा सकता है।
  
कुछ चौंकाऊ मेकअप
२०१७ में, निर्देशक दिनेश विजन की डेब्यू फिल्म राबता का एक फर्स्ट लुक जारी हुआ था। इसमे एक बूढा व्यक्ति पहाड़ी पर बैठा नज़र आता था। यह बूढा किरदार अभिनेता राजकुमार राव थे। यह बूढा ३२४ साल की उम्र का था। वह सुशांत सिंह राजपूत और कृति सेनन को उनके पूर्व जन्म की कहानी सुनाता था। इस चित्र को देख कर राजकुमार राव के प्रशंसक चौंक उठे थे। राजकुमार राव की तरह श्रीदेवी की थ्रिलर फिल्म मॉम में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी भी अपने लुक से पहचाने नहीं जाते थे। इस भूमिका के लिए नवाज़ ने कम बालों वाली विग पहनी थी और जबड़ों पर प्रोस्थेटिक चढ़वाया था। फिल्म फैन में, शाहरुख़ खान ने फिल्म स्टार और उसके हमशक्ल प्रशंसक की भूमिका की थी। हमशक्ल प्रशंसक की भूमिका के लिए शाहरुख़ खान ने अपने चेहरे पर प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल किया था। एक निगाह में दर्शक उनके इस प्रशंसक को वास्तविक हमशक्ल समझ रहे थे। ऋषि कपूर ने फिल्म कपूर एंड संस तथा १०२ नॉट आउट में भी बूढ़े किरदार के लिए प्रोस्थेटिक मेकअप करवाया था। कपूर एंड संस में तो वह व्हील चेयर पर बैठे तोंद वाले दादा कपूर बने थे। 


कुछ यह भी
अनुराग कश्यप और इम्तियाज़ अली की फिल्मों के एक्टर टेडी मौर्या फिल्म गुलाल में प्रोस्थेटिक मेकअप के कमाल से ही अर्द्ध-नारीश्वर की भूमिका कर सके थे। इम्तियाज़ अली की रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म तमाशा में एक कहानीकार की भूमिका में पियूष मिश्र को पहचानना मुश्किल हो रहा था। इसी प्रकार से गोविंदा ने आंटी नंबर १, विक्रम ने फिल्म आई, नील नितिन मुकेश ने इंदु सरकार में प्रोस्थेटिक मेकअप की बदौलत संजय गाँधी की भूमिका की थी। विशाल भरद्वाज की फिल्म मकड़ी में शबाना आज़मी का चुड़ैल रूप इसी प्रोस्थेटिक मेकअप की बदौलत था।फिल्म तेरे बिन लादेन में सिकंदर खेर प्रोस्थेटिक मेकअप के ज़रिये वेश बदल बदल कर, सीआईए के एजेंट का किरदार अंजाम दे रहे थे। फिल्म रॉ में भी रॉ एजेंट बने जॉन अब्राहम, प्रोस्थेटिक मेकअप करके वेश बदल रहे थे। प्रोस्थेटिक मेकअप के सहारे दिलीप प्रभावलकर को गाँधी जी का रूप दिया गया था। निर्देशक सृजित मुख़र्जी की फिल्म बेगम जान में, हाउसफुल सीरीज की फिल्मों का पाश्ता चंकी पाण्डेय, प्रोस्थेटिक मेकअप के सहारे ही कुटिल विलेन कबीर बन सका था। श्रद्धा कपूर ने फिल्म हसीना पार्कर, प्रियंका चोपड़ा ने मैरी कॉम तथा रणदीप हूडा ने फिल्म सरबजीत में प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल कर अपनी केंद्रीय भूमिकाये की थी। 

Saturday, 29 June 2019

बिना Calvin Klein के Disha Patani




Rishi Kapoor दूसरी बार झूठा कहीं का !


ऋषि कपूर के, ईलाज के बाद, अमेरिका से वापस आने की खबर के बीच, उनकी एक नई फिल्म रिलीज़ होने की खबर भी आ रही हैं।  झूठा कहीं का टाइटल वाली इस कॉमेडी फिल्म का निर्देशन समीप कंग ने किया है। इस फिल्म में ऋषि कपूर के अलावा ओमकार कपूर, सनी सिंह, जिमी शेरगिल, लिलेट दुबे और मनोज जोशी भी अपनी अपनी भूमिकाओं में दर्शकों को हंसाने आ रहे हैं।

दो लडके (ओमकार कपूर और सनी सिंह), पढ़ने के लिए मॉरिशस जाते हैं।  लेकिन, अब वह गाँव वापस लौटना नहीं चाहते। इस पर ओमकार कपूर का पिता (ऋषि कपूर) उन्हें वापस लेने मॉरिशस जाता है।  वह उन्हें चौंकाने के ख्याल से यकायक जा पहुंचता है। लेकिन, उसके इस प्रकार पहुँचने पर, लडके तो नहीं पर, उनकी लाइफस्टाइल देख कर, उनके पिता ज़रूर चौंक उठते हैं।


ऋषि कपूर की वापसी से पहले, १९ जुलाई २०१९ को रिलीज़ होने वाली फिल्म झूठा कहीं का में ऋषि कपूर चरित्र भूमिका में हैं।  इस समय, ऋषि कपूर ६६ साल के हैं।  लेकिन जब वह २६ के हुआ करते थे, तब उन्होंने इसी टाइटल से एक रोमांटिक फिल्म झूठा कहीं का की थी।  इस  फिल्म की नायिका नीतू सिंह थी, जो बाद में ऋषि की पत्नी बनी ।

१९७९ की  झूठा कहीं का का निर्देशन रवि टंडन ने किया था।  रवि टंडन की बेटी रवीना टंडन भी बाद में हीरोइन बनी। जिस समय, रवि टंडन फिल्म झूठा कहीं का बना रहे थे, उस समय रवीना सिर्फ ५ साल की थी।  अन्यथा, वह ऋषि की नायिका होती।  अलबत्ता, रवीना टंडन ने बाद में, ऋषि कपूर के साथ तीन फ़िल्में साजन की बाहों में, जय हिन्द और जादू की।



दिलचस्प बात यह है कि ऋषि कपूर को, ४० साल पहले की झूठा कहीं का में उन्हें उनकी लवरब्यॉय इमेज के कारण लिया गया था।  उस समय वह, बॉबी के बाद बॉलीवुड के चॉकलेटी हीरो बन गए थे।नीतू सिंह के साथ उनका रोमांस चर्चित था।  आज, ४० साल बाद, उन्हें झूठा कहीं का में इसलिए लिया गया कि वह फिल्म की कॉमिक टाइमिंग के अनुरूप डरा सकने वाले लगते हैं।   





Violence और Sex की भरमार के कारण Amla Paul की Aadai की मिला A टैग


दक्षिण की सेक्सी अभिनेत्रियों में शामिल अमला पॉल, आजकल सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। चारों ओर  चर्चा है, उनकी आगामी १९ जुलाई को पूरी दुनिया में प्रदर्शित हो रही तमिल और तेलुगु भाषा में फिल्म आडाई की।

इस फिल्म की चर्चा, फिल्म का पोस्टर जारी होते ही, होने लगी थी। पोस्टर में, अमला पॉल फटे कपड़ों में अर्द्धनग्न अवस्था में, किसी बंद कमरे में रो-चिल्ला रही हैं। इस पोस्टर से आभास होता था कि फिल्म किसी बलात्कार पीड़ित महिला की है।


फिल्म का टीज़र, १८ जून को बॉलीवुड फिल्म निर्माता करण जौहर ने जारी किया। 

इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने बालिगों के लिए यानि एडल्ट टैग दिया है। हालाँकि, निर्माताओं को उम्मीद थी कि फिल्म आडाई को यूए सर्टिफिकेट मिलेगा।  लेकिन, सेंसर के सदस्यों को ऐसा लगता था कि बहुत ज़्यादा हिंसा है और वयस्कों वाली सामग्री है। खबरों के अनुसार अमला पॉल ने फिल्म में काफी बोल्ड सीन भी दिए हैं।

फिल्म आडाई का निर्देशन रत्ना कुमार ने किया है। उनकी पहली फिल्म मेयाधा मान एक रोमांस फिल्म थी। आडाई में, अमला पॉल के साथ विवेक प्रसन्ना और बिजली रमेश सहयोगी भूमिका में हैं। इस फिल्म को, फिल्म के पोस्टरों को मिले बढ़िया रिस्पांस को देखते हुए, मलयालम में भी रिलीज़ किये जाने की योजना है। 


अमला पॉल ने अपनी फिल्म की रिलीज़ की तारीख़ लिखा पोस्टर जारी करते हुए, अंग्रेजी की निम्न कविता पोस्ट की -

I will fight,
I will survive,
let obstacles come, big or small
I will shine, I will stand tall
crush them to bits & blow away the dust
my strength is the only thing i trust
I will fight,
I will survive,
for freedom & happiness combined I thrive
cos if you have will, then no one can fail
well this is just me, its my tale

Censor Board ने बनाया Mental Hai Kya को 'Judgemental' !


शुरू होने के साथ ही, लगातार विवादों के घेरे में रही कंगना रनौत और राजकुमार राव की फिल्म मेन्टल है क्या का टाइटल बदल दिया गया है।  इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी के लगातार विरोध के बावजूद, फिल्म की निर्माता एकता कपूर अपनी फिल्म का टाइटल बदलें को तैयार नहीं थी।

हालाँकि, खबर यह भी थी कि फिल्म का टाइटल न बदले जाने पर सोसाइटी  न्यायालय का दरवाज़ा खटखटा सकती है। इसके बावजूद एकता कपूर टस से मस नहीं हो रही थी। यहाँ तक कि फिल्म के २६ जुलाई को रिलीज़ की तारिख बदलने का भी कोई इरादा नहीं था।

लेकिन आड़े आया सेंसर बोर्ड।  बोर्ड को साइकियाट्रिक सोसाइटी की आपत्ति वाजिब लगी। बोर्ड ने, फिल्म को पारित करने से पहले फिल्म का टाइटल बदलने की शर्त रख दी। 

टाइटल को बदले जाने को लेकर कई खबरें थी।  फिल्म का टाइटल बदले जाने की दशा में प्रचार के लिए पोस्टरों को  भी बदला जाना पड़ता है ।  फिल्म का टाइटल भी ऐसा रखा जाना ठीक होता है, जिसे सुनकर पहले वाले टाइटल की याद आये।  मसलन, पद्मावती का  पद्मावत या लवरात्रि का लवयात्री।

इस ट्रेंड को देखते हुए मेन्टल है क्या का नया टाइटल सेंटीमेंटल है क्या ठीक समझा जा रहा था।  लेकिन, आज बालाजी फिल्म्स के प्रवक्ता ने बताया कि हम किसी का दिल नहीं दुखाना चाहते।  इसलिए फिल्म का टाइटल मेन्टल है क्या से बदल कर जजमेंटल है क्या कर दिया गया है।


अब फिल्म के जजमेंटल बन जाने के बाद, कंगना रनौतराजकुमार राव, अमायरा दस्तूर और जिमी शेरगिल अभिनीत फिल्म जजमेंटल है क्या को यूए प्रमाण पत्र दे दिया गया है। अब यह फिल्म अपनी पहले से निर्धारित तारीख़ २६ जुलाई को दर्शकों के सामने होगी।

अब कंगना रनौत की सांसे अटकी होंगी कि दर्शक उनकी फिल्म देखते समय कितने और कैसे जजमेंटल होते हैं।

Th Lion King में बॉलीवुड के सितारे


डिज्नी की, पूरी दुनिया के साथ, भारत के बच्चों द्वारा भी बेसब्री से इंतज़ार की जा रही, फिल्म द लायन किंग के दर्शकों के लिए बढ़िया खबर है। जैसा कि पहले बताया गया था कि फिल्म के दो मुख्य एनीमेशन चरित्रों प्राइड लैंड के राजा मुफासा और उसके बेटे सिम्बा को, बॉलीवुड के किंग शाहरुख़ खान और उनके बेटे आर्यन खान क्रमशः अपनी आवाज़े दे रहे हैं। द इन्क्रेदिब्लेस के बाद, यह दूसरा मौका है, जब खान पिता-पुत्र किसी एनीमेशन करैक्टर को वॉइसओवर कर रहे हैं। 


टीमोन पुम्बा जाजू और स्कार
डिज्नी की सबसे प्रसिद्द जंगल गाथा द जंगल बुक ने २०१६ में भारत के दर्शकों को मुग्ध कर लिया था। अब, डिज्नी द लायन किंग के ज़रिये भारतीय दर्शकों का मनोरंजन उत्कृष्ट और प्रेरणाप्रद कथानक तथा श्रेष्ठ तकनीक के साथ पेश कर रहे हैं। जॉन फाव्रो निर्देशित इस फिल्म में, पिता और बेटा मुफासा और सिम्बा की जोड़ी दर्शकों को अपने भावुक संबंधों से प्रभावित करेगी ही, कुछ दूसरे करैक्टर इसे हलके फुल्के और तनावपूर्ण क्षण भी देंगे। इनमे टीमोन और पुम्बा की श्रेष्ठ हास्य जोड़ी के साथ चतुर चिड़िया जाजू और खतरनाक खलनायक स्कार शामिल है। 


आशीष विद्यार्थी के स्कार तेवर  
अब चूंकि, मुफासा और सिम्बा को शाहरुख़ खान और उनके बेटे आवाज़ दे रहे है तो दूसरे चरित्रों को बॉलीवुड के अपने काम में माहिर एक्टर आवाज़ दे रहे हैं। आशीष विद्यार्थी को अपने श्रेष्ठ अभिनय के लिए नेशनल अवार्ड सहित कई पॉपुलर अवार्ड मिले हैं। उनके खल तेवर दर्शकों को गुस्सा दिलाने वाले होते हैं। वह द लायन किंग में, मुफासा के द्रोही भाई स्कार को अपनी आवाज़ देंगे। 


असरानी के साथ श्रेयस और संजय मिश्रा
फिल्म में, सिम्बा को पालने वाले नेवले टिमोंन और सूअर पुम्बा के किरदार काफी ख़ास हैं। यह दोनों सिम्बा के साथ हमेशा रहने और रक्षा करने वाले हैं। इनसे फिल्म में हास्य भी पैदा होता है। इन दोनों चरित्रों को हिंदी फिल्मों के मशहूर एक्टर श्रेयस तलपडे और संजय मिश्र आवाज़ दे रहे हैं। बड़ा पक्षी हार्नबिल जाजू की भूमिका भी मुफासा के निकट की है। वह मुफासा के घर का प्रबंधक है। मुफासा उससे राय लेता है। इस एनीमेशन करैक्टर को असरानी ने अपनी विशिष्ट शैली में आवाज़ दी है।  



Abhinay Dev का पॉवरपैक फिल्म DOOSRA



निर्देशक अभिनय देव की आने वाली स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म दूसरा अपने पोस्टर से दर्शकों के ध्यान आकर्षित कर चुकी थी। एक परंपरावादी परिवार की युवा लड़की के जरिए सुनाई गई इस फिल्म का ट्रेलर आज जारी हुआ। इस ट्रेलर से कहानी की एक झलक देती है। साहस और स्वतंत्रता की दो कहानियों को साथ बुनते हुए यह फिल्म उस क्षण से प्रेरित है, जब लॉर्ड्स के मैदान पर नेटवेस्ट सीरिज जीतने के बाद सौरव गांगुली ने अपनी टी-शर्ट निकाल कर हवा में लहराई थी। यह फिल्म खेल और नई पीढी के सपने और आकांक्षाओं को एक साथ लाती है। 

क्रिकेट इतिहास में भारत की सबसे प्रसिद्ध जीत में से एक (नेटवेस्ट) ने देश को एक साथ ला दिया था। इसने राष्ट्रीय गौरव की भावना को उभार दिया था। नब्बे के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में, यह कहानी इंग्लैंड के खिलाफ 2002 के नेटवेस्ट फाइनल में भारत की जीत के बाद एक महत्वपूर्ण चरमोत्कर्ष पर आती है। यह एक ऐसा पल था जिसने एक पूरी पीढ़ी को बदल दिया, एक ऐसा पल जिसने भारतीयों को उनकी कीमत बताई। 

यह फिल्म उपन्यास प्रारूप में एक स्पोर्ट्स ड्रामा है, जिसमें वास्तविक फुटेज के साथ एक काल्पनिक कथा दिखाई गई है। दूसरा में भारतीयों के वास्तविक जीवन और उनके दृष्टिकोण पर क्रिकेट के प्रभाव को दर्शाया है। इस ट्रेलर में गांगुली की टी-शर्ट क्षण के साथ नायक को दिखाया गया है। हर्षा भोगले, राजदीप सरदेसाई, शशि थरूर, बोरिस मजुमदार और पीयूष पांडे जैसे क्रिकेट जगत से जुड़े जाने-माने लोगों के साक्षात्कार हैं। 

फिल्म के पीछे मूल विचार शिकागो स्थित कार्यकारी निर्माता माशा और रोहन सजदेह का था। बाद में, इस मूल विचार पर कान्स में आयोजित भारत के पहले एडवर्टिजमेंट ग्रां प्री विजेता एंजेलो डायस ने इसकी कहानी और पटकथा लिखी। 

फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेत्री प्लाबिता बोरठाकुर (पीके, लिपस्टिक अंडर माय बुर्का) और अंकुर विकल (स्लमडॉग मिलियनेयर) निभा रहे हैं। 

Friday, 28 June 2019

क्रिकेट पर अभिनय देव की दूसरा (Doosra)


नवोदय टाइम्स २८ जून २०१९





Thursday, 27 June 2019

हलकी फुलकी हास्य फिल्मों के आयुष्मान के लिए तनाव भरी होगी Article 15


पिछले शुक्रवार (२१ जून)शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह रिलीज़ हो रही थी।  लेकिनउनका कोई इम्तिहान नहीं था। पिछले चार सालों में वह, पद्मावत के अलावा  एक्शन जैक्सन, शानदार, उड़ता पंजाब, रंगून और बत्ती गुल मीटर  चालू जैसी फ्लॉप फ़िल्में दे चुके थे।  उनकी इस फिल्म से  दूसरी पद्मावत बनने की उम्मीद नहीं की जाती थी।  अलबत्ताट्रेलर से उम्मीद ज़रूर थी।  शाहिद कपूर बिना परीक्षा के अव्वल नंबर साबित हुए।   कबीर सिंह ने, पांच दिनों में १०० करोड़ उड़ा लिए।

इस शुक्रवार (२८ जून) फिल्म आर्टिकल १५ रिलीज़ हो रही है।  लेकिन, आयुष्मान खुराना का कडा  इम्तिहान होना है।  वह पिछले साल दो फिल्मों बधाई हो और अंधाधुन और २०१७ में तीन फिल्मों यानि शुभ मंगल सावधान, बरेली की बर्फी और मेरी प्यारी बिंदु के नायक थे।  यानि दो साल में पांच हिट फ़िल्में।  वह तो हिट फिल्मों की मशीन बन चुके हैं।  उनकी फिल्म आर्टिकल १५ से काफी उम्मीदें हैं। ट्रेड रिकॉर्ड तोड़े जाने की राह देख रहा है।

लेकिन, सब इतना आसान नहीं होगा।  आयुष्मान  खुराना की फिल्मों के विषय तो भिन्न रहे थे।  लेकिन, उन्हें ख़ास फॉर्मेट में पेश किया जा रहा था।  यानि एक सीधा सदा, अमोल पालेकर मार्का लड़का और उसके चारों ओर हास्य-व्यंग्य का जाल।  इसमें गूँथ कर आयुष्मान खुराना तीर मार ले जाते थे। यह ज़्यादातर फ़िल्में इनके निर्देशकों की थी। लेकिन, तारीफ २१वी सदी के अमोल पालेकर को मिल रही थी।

इसलिए, फिल्म आर्टिकल १५ से, आयुष्मान खुराना काँटों वाली रहा पर चल  निकले हैं।  आर्टिकल १५ का विषय विवादित हैं।  इसमें कोई नयापन नहीं है।  विषय गंभीर है।  आयुष्मान का पहली बार सामना तनाव भरे माहौल से होगा।  क्या वह पुलिस भूमिका में कामयाब होंगे उनके प्रशंसक दर्शक उम्मीद तो रख ही रहे हैं । यहीं पर उन्हें तनाव होना चाहिए । वह अपनी वर्दी मे कितने पुलिस वाले साबित होंगे, यह खुराना को साबित करना है ।


अनुभव सिन्हा ने, रा.वन के फ्लॉप होने के बाद ट्रैक बदला है । वह विवादित विषयों पर फ़िल्में बनाने लगे हैं । इसके बावजूद गुलाब गैंग, जिद और तुम बिन २ फ्लॉप रही । मुल्क से हिन्दू-मुस्लमान का मसला उठा । पर काठ की हांड़ी पहली बार भी नहीं चढ़ी । अब उन्होंने जात-पात की बात की है । पर जातिवाद अब उस रूप में नहीं रहा । यह कथित शोषित भी जानता है और शोषण करने वाला भी । अनुभव सिन्हा क्या कहना चाहेंगे ? ऐसे में आयुष्मान खुराना कथानक के तनाव में तो फसेंगे ही ।

Laughing Colors के १६ साल



Laughing Colors, फेसबुक पर कॉमेडी एंटरटेनमेंट शुरू करने वाला हिंदुस्तान का पहला पेज था । लाफिंग कलर्स (Laughing Colors) कई जानेमाने एक्टर्स का काम देखती है।

सोलह साल पहले, Laughing Colors ने, सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों को हँसाने का जिम्मा उठाया। लाफिंग कलर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश शर्मा का एक ही सपना रहा है कि दुनिया में हर इंसान को हास्य से जोड़ दूँ।

वह कहते हैं, "जब एक बच्चे को देखकर हम मुस्कुराते हैं तब बच्चा भी हमें देखकर मुस्कुराता है। इस कहते हैं लाफ्टर का जादू।"

वैदेही तेंदुलकर इस पेज का पूरा ख्याल रखती हैं। एक समय था जब Laughing Colors में सिर्फ दो लोग काम करते थे पर आज ८० लोग काम करते हैं। वैदेही इस कंपनी की बैकबोन हैं। लौघिंग कलर्स के फेसबुक पर ३० मिलियन प्रशंसक हैं । इंस्टाग्राम पर १.८ मिलियन लोग फॉलो करते हैं और यूट्यूब पे दो लाख़ सब्सक्राइबर हैं। इस समय हर रोज़ लगभग ५ से ६ लाख लोग रोज़ वेबसाइट देखते हैं।

लाफिंग कलर्स शुरू हुआ था लोगों को हँसाने के लिए । आज पूरी दुनिया इस पेज के बारे में जानती है।

Ajith Kumar की तमिल फिल्म Nerkonda Paarvai का गीत Vaanil Irul


साउथ एक्टर कबीर दूहन सिंह की डॉली सिद्धू से सगाई



जील और वेदलम फेम कबीर दूहन सिंह, जो की दक्षिण में नकारात्मक भूमिकाएं निभाने के लिए जाने जाते हैं, ने गायिका डॉली सिद्धू से सगाई कर ली है।

पांच साल से एक-दूसरे को जानने वाले इस जोड़े ने मुंबई में सप्ताहांत में एक दूसरे को अंगूठियां पहनाई। यह सगाई परिवार और करीबी दोस्तों की उपस्थिति में एक अंतरंग समारोह में हुई ।

कबीर ने जैसे ही अपनी सगाई की पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताई, उनकी वाल बधाई संदेशों से भर गई । किच्छा सुदीप कुछ उन पहले लोगों में से थे जिन्होंने स्टार को शुभकामनाये दी ।

इस सगाई के बारे में बताते हुए कबीर ने कहा, “मेरे मन में सगाई का ख्याल कुछ समय से चल रहा था । हम रिश्ते को औपचारिक बनाने पर विचार कर रहे थे । अब वह खुशी का पल आ गया । हमने सगाई कर ली । यह समारोह एक रोका समारोह जैसा था।”

एक सूत्र ने बताया कि कबीर और डॉली आम पारिवारिक मित्रों के माध्यम से मिले और फिर बातचीत शुरू हुई। दोनों न केवल रोमांटिक साथी है, बल्कि जिम के साथी भी है ।”