Tuesday 4 June 2013

अबीर का यों चले जाना


मौत कब दबे पाँव पास आ जाती है और एक ज़िंदा शरीर को दबोच कर मुर्दा कर देती है, अबीर गोस्वामी इसका ताज़ातरीन उदाहरण है। इस टीवी एक्टर को क्या पता था कि वह जिस सेहत के लिए जिम में वर्कआउट कर रहा है, वह उसको बिल्कुल खत्म कर देगी। ट्रेड मिल पर दौड़ रहे अबीर को हार्ट अटैक ने वहीं दबोच लिया। उन्हे अस्पताल ले जाया गया। पर वह बच नहीं सके। मुश्किल से 34 साल के थे अबीर। यह उम्र तो अभी जवान होने की होती है। इस उम्र में कोई खाक मरता है। फिर तीन साल पहले ही तो अबीर ने शादी की थी। अच्छी ख़ासी ज़िंदगी चल रही थी। हिन्दी टीवी सिरियल कुसुम और प्यार का दर्द है काफी लोकप्रिय हुए थे। होटल किंगडम, छोटी माँ, बदलते रिश्तों की दास्तां और घर आजा परदेशी में भी उनके काम को सराहा गया। टीवी दर्शकों में अबीर की फ़ैन फॉलोइंग बन गयी थी। उन्होने एक बांगला फिल्म में षयांतनी घोष के साथ काम किया था। षयांतनी से ही उनकी आखिरी बार रात 11 बजे बात हुई थी। उन्होने पिछले साल ही अपना ऑपरेशन करा कर रक्त कैंसर से छुटकारा पाया था। लगता था कि सब ठीक हो जाएगा। पर मौत को शायद यह मंजूर नहीं था। एक दिन पहले ही ऋतुपर्णों घोष की मृत्यु पर टिवीटर पर शोक व्यक्त करने वाले अबीर को क्या पता था कि दूसरे दिन ही उनके लिए ट्वीट किए जाएंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

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