Showing posts with label Silambarasn. Show all posts
Showing posts with label Silambarasn. Show all posts

Wednesday, 29 October 2025

#KamalHaasan की वापसी कराने वाली #AmarHain बन गई #ThugLife



तमिल फिल्म अभिनेता कमल हासन ने, २०१५ के मध्य में, एक फिल्म अमर हैं की घोषणा की थी।  उस समय, कमल  हासन की, २०१३ की मोहनलाल अभिनीत हिट मलयालम फिल्म दृश्यम की, तमिल रीमेक फिल्म पापनाशम प्रदर्शित हुई थी।  इस फिल्म की सफलता से उत्साहित कमल हासन ने, बॉलीवुड में दमदार वापसी के लिए फिल्म अमर रहे की घोषणा की थी।  इस फिल्म में, कमल हासन के साथ बॉलीवुड फिल्म अभिनेता सैफ अली खान काम करने वाले थे।





अमर हैं की स्क्रिप्ट स्वयं कमल हासन ने लिखी थी। उनके अनुसार अमर हैं एक शब्द क्रीड़ा है।  जिस  व्यक्ति को मरा हुआ मान लिया जाता है, वह मरा नहीं होता है।  उसका नाम अमर है। और यही समस्या भी है।  अमर हैं का प्रारम्भ एक लाश से होता है।  फिर वह आदमी जीवित दिखाया जाता है।  कमल हासन अमर हैं की हिंदी पेटी में सफलता को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट थे। 





किन्तु, जैसा कि सामान्य रूप से हो जाता है, कमल हासन की फिल्म अमर हैं के  साथ भी वही हुआ। पापनाशम  की सफलता के बाद, कमल हासन तमिल फिल्मों में व्यस्त हो गए।  कमल हासन की बॉलीवुड में वापसी कराने वाली फिल्म अमर हैं कही  पीछे छूट गई।  सैफ अली खान के हाथों से तमिल सुपरस्टार के साथ जोड़ीदार बनने का अवसर निकल गया। क्या यह फिल्म सदैव के लिए ठन्डे बस्ते में रख दी गई ?





इस तथ्य पर से पर्दा हटा ठग्स लाइफ के दौरान।  जब कमल हासन अपनी २०२५ प्रदर्शित फिल्म ठग्स लाइफ का प्रचार कर रहे थे, तब उन्होंने रहस्योद्घाटन किया कि अमर हैं ही ठग्स लाइफ है।  कमल हासन ने रहस्योद्घाटन किया कि ठग लाइफ एक ऐसी स्क्रिप्ट पर आधारित है जो मूल रूप से उन्होंने लिखी थी। फिल्म ठग्स लाइफ का शीर्षक भी अमर हैं से लिया गया है। ठग्स लाइफ का नायक रंगराया शक्तिवेल नायकर भी मृत्यु के रहस्य से निकल कर सामने आता है। 





 ठग्स लाइफ को कमल हासन के साथ, फिल्म के निर्देशक मणिरत्नम ने लिखा है। वास्तविकता तो यह है कि कमल हासन के लेखन से मणिरत्नम ने एक विचार लिया।  उस पर फिल्म लिख डाली।  इस प्रकार से अमर हैं की राख से ठग्स लाइफ ने जन्म लिया। 





इसमें कोई संदेह नहीं कि सैफ अली खान के हाथ से अवसर निकल गया।  फिल्म ठग्स लाइफ में बॉलीवुड से अली फज़ल, महेश मांजरेकर और सान्या मल्होत्रा हिंदी फिल्म दर्शकों को आकर्षित करने के लिए रखे गए थे। किन्तु, सैफ अली खान के जूनियर गैंगस्टर अमरन की भूमिका के लिए सीलाम्बरासन टीआर को ले लिया गया था।   

Tuesday, 22 July 2025

कमजोर लेखन का शिकार #PathuThala !



तमिल पथु तला, जिओ हॉट स्टार पर हिंदी में स्ट्रीम हो रही है।  इस क्राइम एक्शन ड्रामा फिल्म में सीलाम्बरासन, गौतम कार्तिक, प्रिया भवानी शंकर, गौतम वासुदेव मेनन, आदि बड़े सितारे प्रमुख भूमिकाएं कर रहे है। फिल्म के  निर्देशक ओबली  एन कृष्णा है। उन्होंने ही फिल्म लिखी भी है। उन्होंने ही फिल्म में मुख्यमंत्री वज़ही करुणाकरण की भूमिका भी की है। यद्यपि, यह फिल्म कन्नड़ फिल्म मुफ़्ती की रीमेक फिल्म है।





इन सितारों को पहचानने वाले दर्शकों के फिल्म पथु तला को जिओ हॉटस्टार पर देखना बनता है।  फिल्म में, सीलाम्बरासन ने अपराधियों का गिरोह चलाने वाले एजीआर की भूमिका की है। उसका राजनीति में  दखल रहता है। अंडरकवर कॉप शक्तिवेल की भूमिका गौतम कार्तिक ने की है। गौतम वासुदेव मेनन ने उपमुख्यमंत्री नांजिलार गुणशेखरन की भूमिका की है। प्रिया भवानी शंकर तहसीलदार लीला थॉम्पसन बनी है।





फिल्म की कहानी मिटटी की तस्करी और अपराधी गिरोह चलाने वाले एजीआर की है, जिसे पकड़ने के लिए आईपीएस शक्तिवेल को अंडरकवर भेजा जाता है। एजीआर के निकट पहुंच कर, उसे मालूम पड़ता है कि एजीआर वास्तव में परोपकारी है और वह बुरे लोगों को ही मारता है।  अर्थात सारे अपराध माफ़! 






फिल्म को ओबली  एन कृष्णा ने एस ए रामकृष्णन और नर्तन के साथ ओबली ने ही लिखा  किन्तु, यह तीनों कहानी को सम्हाल नहीं पाए है। फिल्म में अविश्वसनीय से रहस्य खोले गए है।  सीलाम्बरासन का चरित्र शैतान है या साधु ! शक्तिवेल अंडर कॉप एजेंट है या अपराधी ! लिखते समय इन सब की घालमेल कर दी गई है।  शैतान को साधु बता दिया गया है। अंडर कप एजेंट को उसका सहयोगी पहचानता है, किन्तु, एजेंट उसे नहीं पहचानता।  इतनी खूनखराबे वाली राजनीति किस राज्य की है, यह समझ से बाहर है।  पुलिस बिलकुल लाचार दिखाई गई है।





फिल्म पथु तला में सीलाम्बरासन ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से की है। किन्तु, इस गंभीर भूमिका को नाचते गाते दिखाना बॉक्स ऑफिस को ध्यान में रख कर किया गया है। फिर भी दोनों ही रूप में सीलाम्बरासन फबे है।





गौतम कार्तिक की शक्तिवेल उर्फ़ गुना की भूमिका अच्छी तरह से नहीं लिखी गई है।  उन पर सीलाम्बरासन भारी पड़ते है। गौतम वासुदेव मेनन अपनी उपमुख्यमंत्री की नकारात्मक भूमिका में कुछ नए तेवर नहीं दिखा पाए है। वह कभी भारी, कभी असहाय जैसे दिखाई देते हैं।  प्रिया भवानी शंकर अपनी भूमिका में जमी नहीं।





अपराध की पृष्ठभूमि पर बनी तमिल फिल्मकारों की त्रासदी है कि वह अपने खलनायक को नायक बनाने के लिए रॉबिनहुड टाइप का बना देते है। चाहे फिल्म ठग लाइफ हो या पथु तला  ! जबकि, खलनायक को बुरा दिखा कर भी बॉक्स ऑफिस पर सफल बनाया  जा सकता था। यही  कारण है कि ३५ करोड़ के बजट में बनी फिल्म पथु तला  बॉक्स ऑफिस पर ५५ करोड़ का ग्रॉस ही कर पाती है ।