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Sunday 21 April 2024

#Vijay की रिरिलीज़ फिल्म #Ghilli ने रचा इतिहास !



किसी फिल्म कलाकार की उसके अपने दर्शकों पर पकड़ का अनुमान किस प्रकार से लगाया जा सकता है? क्या किसी फिल्म का पुनर्प्रदर्शन इसे प्रमाणित कर सकता है? यहाँ हम बात करते है, तमिल फिल्म सुपरस्टार विजय (#Vijay) की.

 

 

उनकी एक फिल्म #Ghilli (कुहिली) पहली बार १७ अप्रैल, २००४ को रिलीज़ हुई थी. कबड्डी खिलाड़ी पर आधारित यह फिल्म मात्र ८ करोड़ के बजट से निर्मित हुई थी. इस फिल्म ने सम्पूर्ण विश्व में बॉक्स ऑफिस पर ५० करोड़ का ग्रॉस किया था. धरनी (#Dharani) निर्देशित यह फिल्म मुख्य जोड़ी विजय और तृषा के करियर की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक है. यह फिल्म तमिलनाडु में लगातार २०० दिनों तक सिनेमाघरों में चलती रही थी.

 

 

स्पष्ट रूप से, घिल्ली या कुहिनी को प्रदर्शित हुए २० साल व्यतीत हो चुके है. अभिनेता विजय भी अब राजनीति में प्रवेश करने जा रहे है. ऐसे में फिल्म का पुनर्प्रदर्शन विजय और उनकी फिल्म के एक कबड्डी खिलाड़ी के एक युवती को गैंगस्टर की पकड़ से छुडाने के कथानक की वर्तमान पकड़ पर प्रकाश डाल सकती है.

 

 

यही कारण था कि घिल्ली उर्फ़ कुहिनी को २० अप्रैल २०२४ को सीमित पर्दों पर विश्व चित्रपटल पर प्रदर्शित किया गया. विश्वास कीजिये फिल्म ने साबित कर दिया कि बीस साल पहले का कथानक और ५० साल के विजय तमिल दर्शकों के बीच अभी भी जवान है. उनकी इस फिल्म ने पुनर्प्रदर्शन की स्थिति में भी पहले दिन १० करोड़ का व्यवसाय कर डाला. इसके दूसरे दिन बॉक्स ऑफिस पर और बेहतर कारोबार करने की उम्मीद की जा रही है.

 

 

अब सवाल यह है कि क्या घिल्ली की सफलता, विजय की तमिल राजनीति में सफलता की भविष्यवाणी मानी जाए ? वर्तमान में यह कहना समीचीन नहीं होगा. परन्तु, घिल्ली को मिली आशातीत सफलता के बाद फिल्म व्यवसाय और दर्शकों की दृष्टि निर्देशक वेंकट प्रभु (#VenkatPrabhu) के साथ विजय की फिल्म #GOAT (#The Greatest of All Time) पर टिकी हुई हैं कि विजय की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल होगी.

 

 

यहाँ बताते चलें कि घिल्ली तेलुगु फिल्म अभिनेता #MaheshBabu की २००३ में प्रदर्शित तेलुगु हिट  #Okkadu की रीमेक थी.

Sunday 20 August 2023

क्यों नहीं हुई Sunny Deol की Indian2 की घोषणा ?


ग़दर २  की सफलता के साथ ही, सनी देओल की पुरानी फिल्मों के सीक्वल बनाये जाने का प्रारंभ हो चुका है.

 



कल ही निर्माता निर्देशक जेपी दत्ता और उनकी पुत्री निधि दत्ता ने, १९९७ की हिट फिल्म बॉर्डर के सीक्वल बॉर्डर २ के निर्माण की घोषणा की थी।  इस फिल्म की स्टारकास्ट क्या होगी, अभी यह सपष्ट नहीं है. परन्तु, सनी देओल को लिया जाना सुनिश्चित है।  कुछ का कहना है कि बॉर्डर २ में बॉर्डर की स्टारकास्ट ही होगी।  कहानी वही १९७१ के भारत -पाकिस्तान युद्ध की होगी।  फिल्म बॉर्डर में सनी देओल ने एक सिख मेजर की रील लाइफ को साकार किया था। कुल १० करोड़ के बजट में बनी  बॉर्डर ने अब तक की सूचना के अनुसार ६५,५७ करोड़ का ग्रॉस कर रखा है। 

 



आज सोशल मीडिया पर  सनी देओल की, २००२ में प्रदर्शित फिल्म माँ तुझे सलाम के सीक्वल की सूचना एक पोस्टर के साथ दी गई है।  इस पोस्टर में, फिल्म का एक संवाद तुम दूध मांगोगे तो खीर देंगे, तुम कश्मीर मांगोगे तो  चीर देंगे बहुत प्रसिद्द हुआ था।  सूचना पोस्टर में यह संवाद तिरंगे के साथ दिखाई देता है। यद्यपि सनी देओल के साथ तब्बू और अरबाज खान की भूमिका वाली टीनू वर्मा निर्देशित इस फिल्म का उपरोक्त संवाद हिट अवश्य हुआ था, परन्तु यह संवाद फिल्म निर्माताओं ने पूरी धर्मनिरपेक्षता दिखाते हुए अरबाज खान के कश्मीरी मुस्लिम चरित्र अलबख्श के मुंह से बुलवाया है। अरबाज खान ने इस संवाद को बेहद सपाट तरीके से बोला था।  इस बदलाव का परिणाम था कि सात महीने बाद प्रदर्शित १३ करोड़ की माँ तुझे सलाम केवल २२,८४ करोड़ का कारोबार ही कर सकी।

 



इस लिए, स्पष्ट रुप से माँ तुझे सलाम का सीक्वल बनाये जाने की घोषणा का उद्देश्य ग़दर २ की सफलता को ही भुनाना है।  परन्तु, ध्यान दें कि सनी देओल की ग़दर एक प्रेमकथा के पूर्व और  पश्चात्  प्रदर्शित एक्शन फिल्मों के सीक्वल बनाये जाने की इस होड़ में सनी देओल की, ग़दर की सफलता के ठीक चार महीने बाद प्रदर्शित फिल्म इंडियन के सीक्वल बनाये जाने की घोषणा नहीं की गई है। जबकि, यह फिल्म बड़ी हिट हुई थी। फिल्म का बजट १५ करोड़ था।  फिल्म ने १५.६० करोड़ का कारोबार किया था।

 



वास्तव में, इंडियन का निर्माण निर्माता धर्मेंद्र ने किया था।  इस फिल्म  के निर्देशक  निर्देशक  एन महाराजन थे।  महाराजन मूल रूप में तमिल फिल्म निर्देशक थे।  इंडियन की सफलता के १६ साल बाद, २०१८ में इंडियन २ बनाये जाने की घोषणा हुई थी।  पर सनी देओल की २००२ के पश्चात् प्रदर्शित हुई फिल्मों को एक के बाद एक मिल रही असफलता ने उनके पिता को पैर पीछे खींच लेने को विवश कर दिया। 

 



हो सकता है कि विजयता फिल्म शीघ्र ही इंडियन २ को पुनर्जीवित कर दे। परन्तु, यहाँ बताते चलें कि कमल हासन अभिनीत फिल्म इंडियन २ शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाले है .


Thursday 16 February 2023

क्या फिर ग़दर मचाएगी Sunny Deol और Ameesha Patel की जोड़ी ?

 


अनिल शर्मा निर्देशित फिल्म ग़दर २ के फर्स्ट लुक में सोशल मीडिया पर ग़दर मचा दिया था. २००१ में प्रदर्शित फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा के दर्शक ट्रक ड्राईवर तारा सिंह के एक कान्वेंट पढी लड़की से प्रेम की इस देश विभाजन की पृष्ठभूमि पर बनी कहानी में खो गए.




यह सनी देओल के एक्शन का जलवा तो था ही, अपनी दूसरी हिंदी फिल्म कर रही अमीषा पटेल की सकीना के साथ उनकी रोमांटिक केमिस्ट्री का भी जादू था.




अब यह बात दूसरी है कि इस फिल्म के बाद, सनी देओल और अमीषा पटेल ने पांच साल बाद ही दूसरी फिल्म तीसरी आँख द हिडन कैमरा (२००६) की. इसके बाद, इन दोनों की जोड़ी सिंह साहब द ग्रेट और रुकती बनती फिल्म भैयाजी सुपरहिट में दिखाई दी.




ग़दर के सीक्वल के रूप में २२ साल बाद प्रदर्शित होने जा रही ग़दर २ इस जोड़ी की पांचवी फिल्म होगी. क्या ग़दर २ से तारा सिंह के ढाई किलो के हाथ का ग़दर वाला जलवा देखने को मिलेगा ? क्या सकीना का हुस्न आज भी तारा सिंह के प्रशंसकों को लुभा सकेग?



इन प्रश्नों का उत्तर ११ अगस्त २०२३ को मिलेगा, जब ग़दर २, रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल से टकराएगी. 

Tuesday 14 February 2023

NTR Jr. की एक्शन ड्रामा फिल्म 'Temper' के 8 साल



मैन ऑफ मासेस एनटीआर जूनियर की फिल्म 'टेम्पर' में एस.आई. दया के किरदार को आज 8 साल पूरे हो गए हैं। पुरी जगन्नाथ द्वारा निर्देशित, यह फिल्म 13 फरवरी 2015 को दुनिया भर में रिलीज़ हुई और इसने नए रिकॉर्ड बनाए, क्योंकि एनटीआर जूनियर  फैंस ने उनके शानदार परफॉर्मेंस के लिए अपार प्यार बरसाया  था।




टेम्पर की कहानी एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी दया (एनटीआर जूनियर) के किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक जीवन बदलने वाली घटना का अनुभव करता है जब वह एक लड़ाई में शामिल हो जाता है और बाद में एक हत्या के मामले में फंस जाता है। एनटीआर जूनियर के शानदार लुक वाली इस एक्शन फिल्म को दर्शकों ने इतना पसंद किया कि इसने हिंदी और तमिल रीमेक सिम्बा और अयोग्या को भी जन्म दिया।




एनटीआर जूनियर जल्द ही एनटीआर 30 की शूटिंग शुरू करेंगे, यह फिल्म जनता गैराज के कोराताला शिव द्वारा निर्देशित है। यह फिल्म 5 अप्रैल 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस फिल्म में जाह्नवी कपूर पहली बार दक्षिण की किसी फिल्म में अभिनय करेंगी. एनटीआर जूनियर के पास NTR31 भी है जिसे KGF के निर्देशक प्रशांत नील द्वारा निर्देशित किया जाएगा।

Monday 19 September 2022

नरगिस दत्त से प्रेरित सैयामी खेर का नया लुक



गुजरे जमाने की अभिनेत्रियों में ऐसा कुछ अछूता हुआ करता था, जिसे आज की अभिनेत्रियाँ भी आजमाती है. अब यह बात दूसरी है कि इनमे से बहुत कम सफल हुई.




सैयामी खेर की नवीनतम तस्वीरों में वह नर्गिस के समय में आपको वापस ले जा सकती है। अपनी आगामी फिल्म की श्वेत श्याम तस्वीरों में उनका लुक लेजेंडरी नरगिस दत्त से प्रेरित लगता है। इस चित्र में सैयामी ने एक साधारण सूती साड़ी पहनी है और बिंदी लगा रखी है । उनका यह लुक नर्गिस दत्त की १९५८ में प्रदर्शित फिल्म लाजवंती में नरगिस के लुक से प्रेरित है।



इस चित्र को लेकर सैयामी कहती हैं,”नरगिस दत्त एक लेजेंड हैं और उनसे सिर्फ तुलना होना ही मेरी सबसे बड़ी तारीफ है। मुझे यह तुलना सम्मान की तरह महसूस होती है। मुझे उनकी अधिकांश फिल्में पसंद हैं. श्री 420, आग और मदर इंडिया मेरी पसंदीदा फ़िल्में हैं। मुझे हमेशा आश्चर्य होता है कि उस युग में रहना और फिर फिल्में करना कैसा होता होगा। मुझे ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें और फिल्में पसंद हैं। वास्तव में मेरे लिए एक ऐसी फिल्म करना एक सपना है जो ब्लैक एंड व्हाइट होगी!"



सैयामी का 2022 एक व्यस्त वर्ष रहा है। उन्होंने गुलशन देवैया के साथ एक अनटाइटल प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। इस की शूटिंग आजकल हैदराबाद में जारी है। वह राहुल ढोलकिया की अग्नि, एक्सेल एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन के लिए स्कैम 1992 फेम प्रतीक गांधी के साथ भी काम कर रही हैं। यह फिल्म अग्निशामकों पर आधारित है। इस फिल्म की भी शूटिंग इस महीने शुरू हो चुकी है और ज़्यादातर शूटिंग मुंबई और दिल्ली में होगी।



इसके अलावा, वह जल्द ही ब्रीद इनटू द शैडो सीजन 3 और घूमर में अभिषेक बच्चन के साथ नज़र आएंगी।

Wednesday 17 August 2022

सुपरहिट आशिकी की फ्लॉप जोड़ी !



बत्तीस साल पहले, १७ अगस्त १९९०. देश के तमाम सिनेमाघरों में महेश भट्ट निर्देशित मुसिक्ला रोमांस फिल्म आशिकी प्रदर्शित होने जा रही थी. इस फिल्म के गीत कई हफ़्तों पहले ही लोकप्रियता की पायदान पर शीर्ष पर बने हुए थे. नदीम श्रवण और समीर, रानी मलिक और मदन पाल के तमाम गीत कुमार सानु, अनुराधा पोडवाल और उदित नारायण की आवाज़ में श्रोताओं के कानों में रस घोल रहे थे.




इस फिल्म से एक नई जोड़ी अनु अगरवाल और राहुल रॉय का दर्शकों से पहला परिचय होने जा रहा था. फिल्म के संगीत से पहले ही दर्शकों की जुबान में  चढ़ चुकी आशिकी इसकी नई जोड़ी के कारण दिलों में समा गई. मॉडल अनु अगरवाल का काला रंग दर्शकों की आशिकी में शुमार हो चुका था. युवाओं में राहुल रॉय कट लम्बे बाल रखने का फैशन बन गया. दोनों की जोडी सुपरहिट हो गई.




पर पहली फिल्म की सफलता ही, इस जोड़ी की विफलता का बड़ा कारण बन गई. इन दोनों को अपनी फिल्मो में साइन करने के लिए निर्माताओं की भीड़ इनके मकान के बाहर पंक्तिबद्ध हो रही थी. अपनी सफलता को भुनाने के लिए दोनों ही युवा एक्टरों ने दाए बाएं जो फ़िल्में आई, उन्हें साइन कर लिया. उनमे से ज्यादातर बन ही नहीं पाई. लेकिन, जो बनी भी वह इस जोड़ी के एक्टरों को भुनाने के ख्याल से कच्ची पक्की बनी था.




परिणामस्वरूप अनु अगरवाल ने गजब तमाशा, किंग अंकल. खलनायिका, जन्म कुंडली. राम शास्त्र और रिटर्न ऑफ़ ज्वेल थीफ जैसी असफल फ़िल्में दी. खलनायिका ने तो अनु को बिलकुल डुबो दिया. इसी समय १९९९ में, जब अनु अगरवाल योग को समर्पित होने के लिए बॉम्बे से अपना सामान ले जाने के लिए आ रही थी कि उसका एक भयानक एक्सीडेंट हुआ. वह बुरी तरह से घायल हो गई. किसी प्रकार से उसकी जान बची. लेकिन, इस हादसे के बाद, अनु अगरवाल इतनी भयभीत हो गई कि उन्होंने बॉलीवुड की ओर देखने तक से मना कर दिया.




उधर राहुल रॉय ने तो फ्लॉप फिल्मों की जैसे बारिश सी कर दी. प्यार का साया, बारिश, जूनून, गजब तमाशा, दिलवाले कभी न हारे, जानम, सपने साजन के, पहला नशा, गुमराह, गेम फिर तेरी कहानी याद आये, हँसते खेलते, मझधार, नसीब, अचानक, आदि ढेरो फ्लॉप फिल्मों का अम्बार लगा दिया राहुल रॉय ने.

Saturday 13 August 2022

आज ही के दिन जन्मी थी बॉलीवुड प्रतिभाशाली श्रीदेवी और वैजयंतीमाला

 


आज की तिथि में यानि १३ अगस्त को बॉलीवुड की दो बहुमुखी अभिनय प्रतिभा की धनी अभिनेत्रियों का जन्म हुआ था. वैजयंतीमाला का जन्म १३ अगस्त १९३६ हुआ था. जबकि, श्रीदेवी २७ साल बाद, १३ अगस्त १९६३ को जन्मी थी.



श्रीदेवी, बॉलीवुड की पहली सुपरस्टार अभिनेत्री थी, जो सबसे ज्यादा मेहनताना लिया करती थी. वही वैजयंतीमाला भारत की पहली अखिल भारतीय पहचान बनाने वाली अभिनेत्री थी. उन्होंने हिंदी, तमिल और तेलुगु फिल्मों में साथ साथ काम किया. उनके कारण ही बॉलीवुड को दक्षिण की अभिनेत्रियों की अतुलनीय अभिनय और नृत्य प्रतिभा का परिचय मिला.



बॉलीवुड ने इन दोनों अभिनेत्रियों की इसी प्रतिभा का अपनी फिल्मों में भरपूर उपयोग किया. बॉलीवुड का दुर्भाग्य ही था कि वह इन दो प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों की प्रतिभा का उपयोग एक साथ किसी फिल्म में नहीं कर सका. क्योंकि, जब श्रीदेवी ने हिंदी फिल्मो में कदम रखा उससे पहले ही वैजयंतीमाला ने हिंदी फिल्मों से विदा ले ली थी.



वैजयंतीमाला की अंतिम हिंदी फिल्म गंवार थी, जो १९७० में प्रदर्शित हुई थी. जबकि, श्रीदेवी को पहली बार बाल भूमिका में फिल्म रानी मेरा नाम और जूली में देखा गया.



नायिका के रूप में उनकी पहली फिल्म सोलहवा सावन १९७९ में प्रदर्शित हुई थी. १९७९ में प्रदर्शित जीतेंद्र के साथ फिल्म हिम्मतवाला ने उन्हें थंडर थाई गर्ल के रूप में स्थापित कर दिया.

Tuesday 12 July 2022

मन्दाकिनी ने ऐसे लिया कुमार गौरव से बदला !



१९८० का दशक। हिंदी फिल्मों के जुबली कुमार राजेंद्र कुमार का बेटा कुमार गौरव, विजयेता पंडित के साथ फिल्म  लव स्टोरी ( १९८१) के बड़ी हिट हो जाने के बादयुवा सुपरस्टार की तरह चमक रहा था। उसी समय, निर्माता दिनेश बंसल उनके पास फिल्म तेरी कसम का प्रस्ताव ले कर आये।



वह इस फिल्म से  मेरठ की यास्मीन जोसफ का डेब्यू कराना  चाहते थे। लेकिन, तब तक कुमार गौरव ने यह फैसला कर ले लिया था कि अब वह किसी नवोदित अभिनेत्री के साथ नहीं, बल्कि स्थापित अभिनेत्री के साथ ही फिल्म करेंगे।




यास्मीन के लिए यह बड़ा मौक़ा था। यास्मीन और निर्माता दिनेश बंसल ने कुमार गौरव को समझाने की लाख कोशिश की। पर कुमार टस से मस नहीं हुए। दिनेश बंसल ने, यास्मीन को निकाल कर किसी स्थापित अभिनेत्री को ले कर कुमार गौरव के साथ तेरी कसम बनाने के बजाय फिल्म को बंद कर देना उपयुक्त समझा ।




टूटी हुई यास्मीन मेरठ वापस लौट गई। अब यह बात दूसरी है कि यास्मीन को बॉलीवुड में चमकना था । राजकपूर, अपने सबसे छोटे बेटे राजीव कपूर के साथ फिल्म राम तेरी गंगा मैली बना रहे थे । उन्हें इस फिल्म के लिए नए चेहरे की ज़रूरत थी । यास्मीन का किस्सा उनके सामने से गुजरा था । उन्होंने यास्मीन को मेरठ से बुला कर, मन्दाकिनी नाम दिया और फिल्म राम तेरी गंगा मैली की गंगा बना दिया । फिल्म जबरदस्त हिट हुई । मन्दाकिनी सुपरस्टार बन गई ।




लेकिन, तब तक कुमार गौरव का सितारा अस्त हो चुका था । उनकी फ़िल्में लगातार फ्लॉप हो रही थी । इसी समय निर्माता रोमू एन सिप्पी फिल्म जीवा का प्रस्ताव लेकर मन्दाकिनी के पास आये । इस फिल्म के नायक कुमार गौरव थे ।




इस बार कुमार गौरव को  मन्दाकिनी के नाम पर कोई ऐतराज़ नहीं था । पर बदला लिया मन्दाकिनी ने । उन्होंने कुमार गौरव के साथ फिल्म जीवा करने से इनकार कर दिया । उन्होंने कुमार गौरव को हटाने की शर्त रख दी । इसके लिए वह अपना पारिश्रमिक कम करने के लिए भी तैयार हो गई.



निर्माता ने कुमार गौरव को हटा दिया । उनकी जगह संजय दत्त आ गए, जो उस समय विधाता फिल्म से चमके ही थे । मन्दाकिनी ने इस प्रकार, कुमार गौरव से अपना बदला ले लिया था । 

Thursday 2 December 2021

सिल्की सेक्स अपील वाली सिल्क स्मिता

 


1980 के दशक में अपनी सेक्स अपील से दक्षिण के सिनेमा में तहलका मचा देने वाली अभिनेत्री सिल्क स्मिता आज जीवित होती तो ६० साल की हो गई होती.


लेकिन, केवल ३५ साल की उम्र मे इस सेक्सी मगर प्रतिभाशाली अभिनेत्री को अवसाद ग्रस्त हो कर आत्महत्या करनी पड़ी.


सिल्क स्मिता ने अपने १७ साल लम्बे फिल्म करियर में तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलायलम और हिंदी में ४५० से अधिक फ़िल्में की.


ज़्यादातर , दक्षिण के दर्शकों को अपने सेक्स अपील से नहलाने वाली सिल्क स्मिता की सेक्स अपील का पहला परिचय हिंदी फिल्म दर्शकों को कमल हासन के साथ फिल्म सदमा से मिला. इस फिल्म की नायिका श्रीदेवी थी.


सिल्क स्मिता की स्कूल के हेडमास्टर की कामुक पत्नी की थी, जो कमल हासन के किरदार को लुभाने की कोशिश करती है.


सिल्क स्मिता ने हिंदी फिल्मों में ज्यादातर आइटम नंबर ही किये. उनकी दक्षिण की डब फ़िल्में खूब रिलीज़ हुई.


सिल्क स्मिता के हिंदी फिल्म उद्योग पर प्रभाव का अनुमान इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि एकता कपूर ने २०११ में फिल्म द डर्टी पिक्चर का निर्माण किया. इस फिल्म का निर्देशन मिलन लुथरिया ने किया था.


फिल्म में सिल्क स्मिता की भूमिका विद्या बालन ने की थी. इस फिल्म के लिए विद्या को श्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला. यह फिल्म उस साल की टॉप ग्रोसर फिल्मों में शामिल हुई.


सिल्क स्मिता के जीवन पर एक कन्नड़ और मलयालम फिल्म भी बनाई गई. कन्नड़ फिल्म डर्टी पिक्चर सिल्क सक्काथ हॉट में सिल्क स्मिता की भूमिका पाकिस्तानी अभिनेत्री वीणा मलिक ने की थी. मलयालम फिल्म क्लाइमेक्स में सिल्क की भूमिका सना खान ने की थी.

Wednesday 15 September 2021

पेशे से इंजिनियर थे बॉब क्रिस्टो

 




आज देश में इंजिनियरस डे मनाया जा रहा है. ऐसे में अनायास याद आ जाते हैं बॉब क्रिस्टो. बॉब क्रिस्टो को हिंदी दर्शक गंजे बुरे आदमी के रूप मे याद करते हैं.



अरविन्द देसाई की अजीब दास्तान और पहरेदार फिल्म में छोटी भूमिका करने वाले बॉब क्रिस्टो को पहला बड़ा मौक़ा दिया स्वर्गीय फ़िरोज़ खान ने अपनी फिल्म क़ुरबानी में.इस फिल्म के बाद, वह फ़िरोज़ खान की हर फिल्म में नज़र आने लगें.



बॉब क्रिस्टो को पहला मौका परवीन बाबी के कारण मिला. उस समय वह वर्क परमिट के लिए बॉम्बे में रुके हुए थे. किसी ने परवीन बाबी से बॉब क्रिस्टो का परिचय करवाया था.



बॉब क्रिस्टो ने डेढ़ सौ के करीब फिल्मों में अभिनय किया क्या मार खाई. ज़्यादातर वह अमिताभ बच्चन से लेकर अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ तक से मार खाते रहे.



उनका हिंदी बोलने का ऑस्ट्रेलियाई लहजा दर्शकों का पसंदीदा था. उनकी आखिरी फिल्म अमन के फ़रिश्ते २०१६ में प्रदर्शित हुई थी. उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई.



एक बहुत जरूरी बात. बॉब क्रिस्टो का पूरा नाम रोबर्ट जॉन क्रिस्टो था. वह पेशे से सिविल इंजिनियर थे. उन्होंने फ्रांसिस फोर्ड कोपोला की फिल्म अपोकैलिप नाउ के जंगल का महल बनवाया था.

Tuesday 15 June 2021

क्या वृत्त चित्र बतायेगा क्यों टूटी थी सलीम-जावेद जोड़ी ?



आज एक वृत्त चित्र 'सलीम-जावेद' का ऐलान किया गया है. इस डाक्यूमेंट्री फिल्म के निर्माण की खासियत यह है कि इस फिल्म को बनाने के लिए लेखक जावेद अख्तर के बेटे फरहान अख्तर से, लेखक जोड़ी सलीम-जावेद के सलीम के बेटे सलमान खान ने पहली बार सहकार करना स्वीकार किया है.


इससे पहले सलमान खान ने कभी भी फरहान अख्तर के साथ किसी फिल्म में अभिनय किया, न ही उनके साथ कोई फिल्म की. बॉलीवुड के दिग्गजों के इस दुराव का कारण क्या था? यह सब हुआ था सलीम-जावेद जोड़ी के टूटने के घटनाक्रम के कारण.


सलीम खान को लगता था कि जावेद अख्तर ने चुगली कर के उन्हें फिल्मों से अलग करवाया. बताते हैं कि सलीम-जावेद फिल्म मिस्टर इंडिया की स्क्रिप्ट लेकर अमिताभ बच्चन के पास गए थे. अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म को इस आधार पर करने से इनकार कर दिया था कि फिल्म का नायक ज़्यादातर गायब रहता है, उसकी आवाज़ ही सुनाई देती है. जबकि दर्शक उन्हें यानी अमिताभ बच्चन को देखने सिनेमाघर आता है.


अमिताभ के इनकार करने पर, सलीम और जावेद बेहद निराश हुए. उनका मानना था कि यह फिल्म अमिताभ बच्चन की आवाज़ का बहुत अच्छा इस्तेमाल करती थी. वापसी पर जावेद ने सलीम से कहा कि अब से वह अमिताभ बच्चन के साथ कोई फिल्म नहीं करेंगे. सलीम इसके लिए राजी थे.


अब हुआ यह कि जावेद ने बाद में में अमिताभ बच्चन के पास जाकर यह कहा कि सलीम खान कह रहे हैं कि अमिताभ बच्चन के साथ आगे काम न करो. जावेद की चुगली के कारण अमिताभ बच्चन ने सलीम की लिखी फिल्मों में काम करने से इनकार कर दिया.


सलीम खान, इसके लिए जावेद अख्तर को दोषी मानते थे. क्योंकि, जावेद अख्तर ने बाद में अमिताभ बच्चन के लिए फ़िल्में लिखी. पिता का रंज सलमान खान को बहुत सालता था. इसीलिए उन्होंने कभी भी फरहान अख्तर के साथ कोई फिल्म नहीं की.


सिख युवक और मुस्लिम लड़की के प्रेम ने मचाया था ग़दर !



१५ जून २००१ को निर्माता नितिन केनी और निर्देशक अनिल शर्मा की शक्तिमान द्वारा लिखित फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा रिलीज़ हुई थी.


देश विभाजन के दौर में, एक सिख युवक के मुस्लमान युवती से विवाह की कहानी की पृष्ठभूमि वाली इस फिल्म ने शक्तिमान के धुंआधार संवादों ने ग़दर मचा दिया था. इन संवादों पर, जहाँ सिनेमाहाल में बैठे दर्शकों ने तालियाँ मचाई, वही मुस्लमान जनता ने इन्हें जहरीला बताया, जो पाकिस्तान की बेइज्जती करने वाले थे.


इस फिल्म ने अपने एक्शन और ढाई किलों के घूंसे के लिए मशहूर अभिनेता सनी देओल की एक्शन इमेज पुख्ता तो की ही, उन्हें रोमांटिक हीरो भी बना दिया. सनी देओल के साथ खूबसूरत तारिका अमीषा पटेल का रोमांस दिलों को छूने वाला था. इस फिल्म के एक्शन दृश्य गज़ब के थे.


फिल्म के ज़्यादातर हिस्से लखनऊ के विभिन्न हिस्सों में शूट हुए थे. अमरीश पुरी और लिलेट दुबे के बेमिसाल अभिनय ने फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर जमाने में काफी मदद की.


एक तरह जहाँ सिख हिन्दू ढोल ताशों के साथ फिल्म देखने सिनेमाघर जाते, वही, सिनेमाघरों के बाहर मुस्लिम आबादी विरोध में बैठी नज़र आती.


लखनऊ में यह फिल्म आनंद थिएटर में प्रदर्शित हुई थी. फिल्म को लीला सिनेमा के मालिक मामा जी ने, आनंद थिएटर किराए में लेकर रिलीज़ किया था.


ग़दर एक प्रेमकथा के निर्माण में १९ करोड़ खर्च हुए थे. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर १३३ करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया था. इस फिल्म की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग़दर के सामने आमिर खान की फिल्म लगान भी रिलीज़ हुई थी. अंग्रेजो से लगान माफ़ करवाने के लिए उनसे किसानों द्वारा क्रिकेट मैच जीतने की इस कहानी वाली फिल्म लगान की सफलता पर किसी को संदेह नहीं था. परन्तु, यह फिल्म शुरुआत से ही ग़दर एक प्रेम कथा को पछाड़ नहीं पाई.


लगान के निर्माण में २५ करोड़ खर्च हुए थे. फिल्म ने ९६ करोड़ के आसपास का कारोबार किया था. फिल्म के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर थे. निर्माता आमिर खान की फिल्म ग़दर के चुटीले संवाद लखनऊ के व्यंग्यकार केपी सक्सेना ने लिखे थे. अब यह बात दीगर है कि लगान जैसी बड़ी सफल फिल्म लिखने वाले सक्सेना को बॉलीवुड में ख़ास सफलता नहीं मिल सकी.