एक उपनगर के भुतहा घर में एक परिवार रहने आता है। यह मकान एक कब्रिस्तान की टॉप फ्लोर पर बना हुआ है। इस कब्रिस्तान में नाराज़ भूतों का झुण्ड रहा करता है। परिवार के आने से नाराज़ भूत इस परिवार पर हमला कर देते हैं। इन गैर इंसानी शक्तियों से परेशान उस परिवार को अब आर पार की लड़ाई लड़नी है, क्योंकि उन शक्तियों ने परिवार की बेटी को बंधक बना लिया है। यह कहानी २२ मई को रिलीज़ होने जा रही हॉरर फिल्म 'पोलटेगाइस्ट' (३डी) की है। पोलटेगाइस्ट इसी टाइटल से बनी १९८२ की फिल्म का रीमेक है। इस फिल्म के १९८६ और १९८८ में रिलीज़ सीक्वल भी उतने ही सफल रहे। प्रोडूसर सैम रैमी की जिल केनन निर्देशित इस फिल्म में सैम रॉकवेल, रोज़मरिे डेविट, जार्ड हैरिस, सैक्सन शर्बिनो, जेन एडम्स, काइल कटलेट और केन्नेडी क्लेमेंट्स के तमाम चरित्र हिंदी संवाद बोलते नज़र आएंगे। आम तौर पर, हॉलीवुड की एक्शन या फिर रोमांस फ़िल्में ही हिंदी में डब कर प्रदर्शित की जाती हैं। यह पहला मौका होगा, जब कोई हॉरर फिल्म हिंदी में डब होकर रिलीज़ होगी। ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स के अधिकारीयों को अच्छी तरह से मालूम है कि हॉरर इंडियन ऑडियंस का सबसे प्रिय जॉनर है। यदि हॉलीवुड की भयावनी फिल्मों को भी डब कर रिलीज़ किया जाये तो ज़्यादा दर्शक मिलेंगे। इसीलिए फॉक्स इंडिया की इस फिल्म में दर्शक पहली बार भूत को हिंदी में डराते-धमकाते सुनेंगे।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 10 May 2015
अब हिंदी में भी डराएगा पोलटेगाइस्ट का भूत
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
स्कारलेट जोहनसन बनेंगी भूत
कुछ समय पहले तक खबर यह थी कि मार्गोट रॉबी ड्रीम वर्क्स की लाइव एक्शन फिल्म 'घोस्ट इन द शेल' का भुतहा चेहरा बनेंगी। परन्तु, मार्गोट के वार्नर ब्रदर्स की फिल्म 'सुसाइड स्क्वाड' में व्यस्त होने के कारण ड्रीम वर्क को स्कारलेट जोहानसन को साइन करना पड़ा। इस प्रकार से 'घोस्ट इन द शेल' में स्कारलेट जोहानसन का भूत चेहरा दर्शकों को नज़र आएगा। हालिया रिलीज़ फिल्म 'अवेंजर्स: एज ऑफ़ अल्ट्रान' की ब्लैक विडो स्कारलेट के लिए एक्शन कोई नई चीज़ नहीं। वह पिछले साल ही लूसी में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकी हैं। इस फिल्म के निर्देशन के लिए 'स्नो वाइट एंड द हंट्समैन' के निर्देशक रूपर्ट सांड्र्स को लिया गया है। विलियम व्हीलर ने फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी है। 'अवेंजर्स: एज ऑफ़ अल्ट्रान' के बाद इस साल स्कारलेट जोहानसन की कोई फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। लेकिन, वह इस समय कोएन ब्रदर्स की कॉमेडी ड्रामा फिल्म 'हेल, सीज़र' की शूटिंग कर रही है। यह फिल्म अगले साल २६ फरवरी को रिलीज़ होगी। वह एनीम फिल्म 'द जंगल बुक' में का को आवाज़ देंगी। फिल्म 'कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर' में वह एक बार फिर नताशा रोमनोफ़्फ़ उर्फ़ ब्लैक विडो के किरदार में नज़र आएंगी। यह सभी फ़िल्में अगले साल रिलीज़ होनी हैं। 'घोस्ट इन द शेल' की रिलीज़ डेट ३१ मार्च २०१७ है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड की सिंगल मदर्स
बॉलीवुड में ऎसी फिल्मों की कमी नहीं, जिसमे तलाक़शुदा या धोखे से माँ बन गई कोई बेचारी महिला अपने बच्चे को पाल पोस कर बड़ा करती है। इस माँ का दर्शक तालियां बजा कर स्वागत करते हैं। उसके संघर्ष को आदर्श मानते हैं। तभी तो फिल्म दीवार का शशि कपूर द्वारा अमिताभ बच्चन के मुंह पर मारा गया संवाद 'मेरे पास माँ है' बॉलीवुड दर्शकों का पसंदीदा है। इसी बॉलीवुड में कई सिंगल मदर हैं, जिन्होंने अपने बूते पर अपने बच्चों को अच्छी परवरिश दी है या दे रही हैं। कुछ अभिनेत्रियों ने शादी के बिना बच्चा पैदा किया या अडॉप्ट किया और बन गई माँ। आइये जानते हैं बॉलीवुड की ऐसी सिंगल मदर्स को -
सिंगल मदर- गोद लिया, तलाक़ दिया
सुष्मिता सेन- पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन ने दो बच्चियों को गोद लिया। इसके लिए उन्हें लम्बी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी, क्योंकि, गैर शादीशुदा महिलाएं बच्चा गोद नहीं ले सकती। सुष्मिता सेन ने कानूनी लड़ाई जीतने के बाद २००० में पहली बच्ची अडॉप्ट की। इसके बाद उन्होंने २०१० में एक तीन महीने की बच्ची को गोद लिया। इनके नाम रीनी और अलीशा है।
रवीना टंडन- अभिनेत्री रवीना टंडन ने अनिल थडानी से शादी करने से पहले ही १९९५ में दो बच्चियों पूजा और छाया को गोद लिया था। उस समय इन बच्चियों की उम्र क्रमशः ११ और ८ साल थी। २२ फरवरी २००४ को रवीना ने अनिल थडानी से शादी की। शादी के बाद रवीना और अनिल ४ बच्चो के माता पिता बन गए हैं।
करिश्मा कपूर - करिश्मा कपूर की शादी संजय कपूर से हुई थी। लेकिन, यह शादी २०१४ में तलाक़ के साथ ख़त्म हो गई। इस बीच करिश्मा दो बच्चों समायरा और किआन की माँ बन गई । करिश्मा कपूर लेटेस्ट सिंगल मदर में शुमार की जा सकती हैं।
अमृता सिंह - अभिनेता सैफ अली खान से अभिनेत्री अमृता सिंह की शादी १९९१ में हुई थी। दो बच्चों सारा और इब्राहिम के बाद यह शादी २००४ में ख़त्म हो गई। तलाक़ के बाद अमृता सिंह सिंगल मदर के रूप में इन बच्चों की परवरिश करती रही।
पूजा बेदी- बड़े बिजनेसमैन फरहान इब्राहिम से तलाक़ के बाद मशहूर इंटरनेशनल एक्टर कबीर बेदी और मॉडल प्रोतिमा बेदी की बेटी पूजा बेदी एक गरिमामयी माँ की तरह अपने बच्चों अलिया और ऊमर की परवरिश कर रही हैं। पूजा इस लिहाज़ से आदर्श सिंगल मदर हैं, क्योंकि, उन्होंने अपने बूते पर अपने बच्चों की परवरिश की है।
सारिका- अस्सी के दशक में बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री सारिका ने साउथ की फिल्मों के तलाक़शुदा सुपर स्टार कमल हासन के साथ शादी की। इन दोनों के दो बच्चियां श्रुति अक्षरा हैं। कमल हासन ने श्रुति के जन्म के बाद ही वाणीगणपति को तलाक़ दे कर सारिका से शादी की थी। अब यह बात दीगर है कि सारिका और कमल का भी तलाक़ हो गया। सारिका ने ही अपनी बच्चियों को पाला पोसा।
बबिता- आज की चर्चित अभिनेत्रियां करीना कपूर और करिश्मा कपूर की माँ बबिता खुद फिल्म अभिनेत्री थी। लेकिन, कपूर खानदान की परंपरा का पालन करते हुए उन्होंने शादी के बाद फिल्म करियर को अलविदा कह दिया। रणधीर कपूर से अलगाव के बाद बबिता ने अपनी बेटियों को पाला पोसा और फिल्म अभिनेत्री बनने के लिए प्रेरित किया।
उर्वशी ढोलकिया - भारतीय टेलीविज़न की वैम्प कोमलिका एक आदर्श सिंगल मदर हैं। वह १७ साल की उम्र में ही जुड़वां बच्चों की माँ बन गई थी। पर शादी लम्बी नहीं चल सकी थी। तलाक़ के बाद टीवी पर अपने अभिनय को जरिया बनाते हुए अपने बच्चों को पाला पोसा।
रीना दत्त- आमिर खान की पूर्व पत्नी रीना दत्त ने अपने दो बच्चों जुनैद और इरा को पालने के लिए आमिर खान की तरह शादी नहीं की। वह आदर्श सिंगल मदर हैं।
हनी ईरानी- जावेद अख्तर की इस बीवी हनी ईरानी को कितने लोग फरहान अख्तर और ज़ोया अख्तर की माँ के बतौर जानते हैं। जावेद के साथ तलाक़ के बाद हनी ईरानी ने अपने दोनों बच्चों की परवरिश की।
सिंगल मदर- जिन्होंने शादी कर ली
दीपशिखा नागपाल- बादशाह, कोयला और पार्टनर की दीपशिखा की पहली शादी अभिनेता जीत उपेन्द्र से हुई थी। जीत से शादी के बाद दीपशिखा ने अभिनय छोड़ दिया। उनके दो बच्चे हुए। लेकिन, बच्चे पैदा होने के बाद दोनों में मन मुटाव पैदा हुआ। शादी के १० साल बाद जीत और दीपशिखा अलग हो गए। जीत से तलाक़ के बाद दीपशिखा ने बच्चों का पालन पोषण किया। छोटे और बड़े परदे पर छोटी बड़ी भूमिकाये की। अपनी बतौर निर्देशक पहली फिल्म 'ये दूरियां' के दौरान वह अपनी फिल्म के हीरो जीत अरोरा के प्रेम में गिरफ्तार हो गई और दोनों ने शादी कर ली। लेकिन, अब सुना है कि इन दोनों के बीच खटास पैदा हो गई है।
किरण खेर- देवदास, दोस्ताना, कभी अलविदा न कहाँ, वीर-ज़ारा, आदि फिल्मों की मशहूर युवा माँ किरण खेर ने अभिनेता और बिजनेसमैन गौतम बेरी से शादी की थी। इस शादी से ही सिकंदर का जन्म हुआ। लेकिन, बेटे का जन्म भी गौतम और किरण को बाँध नहीं सका। इन दोनों का तलाक़ हो गया। तलाक़ के बाद किरण ने सिकंदर का पालन पोषण किया। एक नाटक चंदनपुर की चम्पाबाई के दौरान कि अनुपम खेर से मिली। दोनों ने १९८५ में प्रेम विवाह कर लिया।
सिंगल मदर- गोद लिया, तलाक़ दिया
सुष्मिता सेन- पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन ने दो बच्चियों को गोद लिया। इसके लिए उन्हें लम्बी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी, क्योंकि, गैर शादीशुदा महिलाएं बच्चा गोद नहीं ले सकती। सुष्मिता सेन ने कानूनी लड़ाई जीतने के बाद २००० में पहली बच्ची अडॉप्ट की। इसके बाद उन्होंने २०१० में एक तीन महीने की बच्ची को गोद लिया। इनके नाम रीनी और अलीशा है।
रवीना टंडन- अभिनेत्री रवीना टंडन ने अनिल थडानी से शादी करने से पहले ही १९९५ में दो बच्चियों पूजा और छाया को गोद लिया था। उस समय इन बच्चियों की उम्र क्रमशः ११ और ८ साल थी। २२ फरवरी २००४ को रवीना ने अनिल थडानी से शादी की। शादी के बाद रवीना और अनिल ४ बच्चो के माता पिता बन गए हैं।
करिश्मा कपूर - करिश्मा कपूर की शादी संजय कपूर से हुई थी। लेकिन, यह शादी २०१४ में तलाक़ के साथ ख़त्म हो गई। इस बीच करिश्मा दो बच्चों समायरा और किआन की माँ बन गई । करिश्मा कपूर लेटेस्ट सिंगल मदर में शुमार की जा सकती हैं।
अमृता सिंह - अभिनेता सैफ अली खान से अभिनेत्री अमृता सिंह की शादी १९९१ में हुई थी। दो बच्चों सारा और इब्राहिम के बाद यह शादी २००४ में ख़त्म हो गई। तलाक़ के बाद अमृता सिंह सिंगल मदर के रूप में इन बच्चों की परवरिश करती रही।
पूजा बेदी- बड़े बिजनेसमैन फरहान इब्राहिम से तलाक़ के बाद मशहूर इंटरनेशनल एक्टर कबीर बेदी और मॉडल प्रोतिमा बेदी की बेटी पूजा बेदी एक गरिमामयी माँ की तरह अपने बच्चों अलिया और ऊमर की परवरिश कर रही हैं। पूजा इस लिहाज़ से आदर्श सिंगल मदर हैं, क्योंकि, उन्होंने अपने बूते पर अपने बच्चों की परवरिश की है।
सारिका- अस्सी के दशक में बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री सारिका ने साउथ की फिल्मों के तलाक़शुदा सुपर स्टार कमल हासन के साथ शादी की। इन दोनों के दो बच्चियां श्रुति अक्षरा हैं। कमल हासन ने श्रुति के जन्म के बाद ही वाणीगणपति को तलाक़ दे कर सारिका से शादी की थी। अब यह बात दीगर है कि सारिका और कमल का भी तलाक़ हो गया। सारिका ने ही अपनी बच्चियों को पाला पोसा।
बबिता- आज की चर्चित अभिनेत्रियां करीना कपूर और करिश्मा कपूर की माँ बबिता खुद फिल्म अभिनेत्री थी। लेकिन, कपूर खानदान की परंपरा का पालन करते हुए उन्होंने शादी के बाद फिल्म करियर को अलविदा कह दिया। रणधीर कपूर से अलगाव के बाद बबिता ने अपनी बेटियों को पाला पोसा और फिल्म अभिनेत्री बनने के लिए प्रेरित किया।
उर्वशी ढोलकिया - भारतीय टेलीविज़न की वैम्प कोमलिका एक आदर्श सिंगल मदर हैं। वह १७ साल की उम्र में ही जुड़वां बच्चों की माँ बन गई थी। पर शादी लम्बी नहीं चल सकी थी। तलाक़ के बाद टीवी पर अपने अभिनय को जरिया बनाते हुए अपने बच्चों को पाला पोसा।
रीना दत्त- आमिर खान की पूर्व पत्नी रीना दत्त ने अपने दो बच्चों जुनैद और इरा को पालने के लिए आमिर खान की तरह शादी नहीं की। वह आदर्श सिंगल मदर हैं।
हनी ईरानी- जावेद अख्तर की इस बीवी हनी ईरानी को कितने लोग फरहान अख्तर और ज़ोया अख्तर की माँ के बतौर जानते हैं। जावेद के साथ तलाक़ के बाद हनी ईरानी ने अपने दोनों बच्चों की परवरिश की।
सिंगल मदर- जिन्होंने शादी कर ली
दीपशिखा नागपाल- बादशाह, कोयला और पार्टनर की दीपशिखा की पहली शादी अभिनेता जीत उपेन्द्र से हुई थी। जीत से शादी के बाद दीपशिखा ने अभिनय छोड़ दिया। उनके दो बच्चे हुए। लेकिन, बच्चे पैदा होने के बाद दोनों में मन मुटाव पैदा हुआ। शादी के १० साल बाद जीत और दीपशिखा अलग हो गए। जीत से तलाक़ के बाद दीपशिखा ने बच्चों का पालन पोषण किया। छोटे और बड़े परदे पर छोटी बड़ी भूमिकाये की। अपनी बतौर निर्देशक पहली फिल्म 'ये दूरियां' के दौरान वह अपनी फिल्म के हीरो जीत अरोरा के प्रेम में गिरफ्तार हो गई और दोनों ने शादी कर ली। लेकिन, अब सुना है कि इन दोनों के बीच खटास पैदा हो गई है।
किरण खेर- देवदास, दोस्ताना, कभी अलविदा न कहाँ, वीर-ज़ारा, आदि फिल्मों की मशहूर युवा माँ किरण खेर ने अभिनेता और बिजनेसमैन गौतम बेरी से शादी की थी। इस शादी से ही सिकंदर का जन्म हुआ। लेकिन, बेटे का जन्म भी गौतम और किरण को बाँध नहीं सका। इन दोनों का तलाक़ हो गया। तलाक़ के बाद किरण ने सिकंदर का पालन पोषण किया। एक नाटक चंदनपुर की चम्पाबाई के दौरान कि अनुपम खेर से मिली। दोनों ने १९८५ में प्रेम विवाह कर लिया।
नीलिमा अज़ीम- नीलिमा अज़ीम ने कई विवाह किये। पर उन्हें ज़्यादा में असफलता हाथ लगी। एक्टर पंकज कपूर के साथ शादी से शाहिद कपूर का जन्म हुआ। पंकज से तलाक़ के बाद नीलिमा ने एक अन्य अभिनेता राजेश खट्टर से शादी की। राजेश से ईशान का जन्म हुआ। फिर नीलिमा का राजेश से भी तलाक़ हो गया। अब वह उस्ताद राजा अली खान से शादी के बाद सेटल हो चुकी हैं। लेकिन, उन्होंने पंकज कपूर से तलाक़ के बाद अपने बेटे शाहिद की परवरिश की और फिल्म निर्माताओं से मिलवाया।
नीना गुप्ता- नीना गुप्ता ने वेस्ट इंडीज के क्रिकेटर विव रिचर्ड्स के साथ शादी नहीं की, लेकिन, उसकी बच्ची मसाबा को जन्म दिया और पाला पोसा। वह पहली ऎसी इंडियन सेलिब्रिटी थी, जिसने बिना शादी के बच्चा पैदा किया। नीना गुप्ता ने २००८ में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट विवेक महरा से शादी कर ली।
श्वेता तिवारी- टेलीविज़न की आदर्श बहु के रूप में मशहूर श्वेता तिवारी को शादी रास नहीं आई। टीवी एक्टर राजा चौधरी से श्वेता की शादी एक बच्ची पलक के जन्म के बाद ख़त्म हो गई । उन्होंने अपने बूते पलक की परवरिश करनी शुरू की । इस बीच जाने क्या बात हुई के सेट पर वह एक्टर अभिनव कोहली से मिली। २०१३ में दोनों ने शादी कर ली।
फिल्म और टीवी सेलिब्रिटी की सिंगल मदर के अफ़साने इस बात के गवाह हैं कि उनके पतियों ने बच्चों के जन्म के बाद उन्हें बेसहारा कर दिया। अब यह बात दीगर है कि इन अभिनेत्रियों ने हिम्मत जुटाते हुए अपने बच्चों की परवरिश की और सिंगल मदर के ओहदे को गरिमापूर्ण बना दिया।
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 9 May 2015
इस साल कान फिल्म समारोह मिस करेंगे नवाज़
कश्मीर की खूबसूरत वादियों में अपनी अगली फिल्म बजरंगी बाईजान की शूटिंग में लगे नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी विश्व की चुनिंदा फिल्म समारोहों में से एक कान फिल्म समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे. गौरतलब है कि पिछले दिनों पहले कश्मीर में मौसम में आई खराबी के कारण शूटिंग में व्यवधान पडा और अब जब अगले 25 दिन जोधपुर में सलमान का कोर्ट ट्रायल शुरू होगा उसमें वक़्त बर्बाद होने की आशंका है तो वह इस समारोह में शिरकत नहीं कर पाएंगे. खबर है कि इस समारोह में नवाज़ के भाई शमस सिद्दीक़ी द्वारा निर्देशित फिल्म मियां कल आना की स्क्रिनींग रखी गयी है. बतौर निर्माता नवाज़ की यह पहली फिल्म है. इस सिलसिले में अपनी बात रखते हुए नवाज़ ने कहा, ‘’मुझे बहुत बुरा लग रहा है कि इस साल मैं इस फिल्म महोत्सव में नहीं जा पाऊंगा. हालांकि मुझे खुशी इस बात की है कि मेरी फिल्म वहां जा रही है. बतौर निर्माता यह मेरी पहली फिल्म है. मेरे भाई शमस ने बतौर निर्देशक बहुत ही बेहतर काम किया है. मैं उसके लिए बहुत खुश हूं. सच कहूं तो शारीरिक रूप से भले ही मैं वहां ना जा सकूं लेकिन मुझे गर्व है कि फिल्म के ज़रिये ही सही हमारी सोच उस फिल्म समारोह का हिस्सा बनेगी.’’
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हस्तियां
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तापसी ने किया अपने स्पॉट बॉय की बिटिया का नामकरण
विश्वास और सम्मान की परिभाषा ज़रूरी नहीं सबके लिए एक समान हो. हो सकता है कुछ लोग इन शब्दों का ज़िक्र ना करते हों लेकिन वक्त पडने पर वह अपने काम से यह बात ज़ाहिर कर देते हैं कि इन शब्दों में उनकी कितनी आस्था है. कुछ ऐसा ही अनुभव पिछले दिनों तापसी पन्नू को मिला. सूत्रों की मानें तो अब तक कि उनकी ज़िंदगी का यह सबसे बडा और खूबसूरत अनुभव था. खबर है कि तापसी के करियर में मुख्य भूमिका निभानेवाले स्पॉट बॉय नरेंद्र के जीवन में तापसी इतनी बडी भूमिका निभाती हैं कि तापसी के शूटिंग में व्यस्त रहने के कारण नरेंद्र ने अपनी बेटी का नाम तीन महीने तक नहीं रखा. ऐसा इसलिए क्योंकि नरेंद्र की चाहत थी कि उनकी हाल ही में जन्मीं बेटी का नाम तापसी ही रखें. मज़े की बात यह है कि नरेंद्र ने नामकरण का आयोजन किया था लेकिन बॉलीवुड और टॉलीवुड में व्यस्त रहने के कारण तापसी उसमें शामिल नहीं हो पाई. इसका नतीजा यह निकला कि नरेंद्र ने तीन महीने तक अपनी बेटी का नाम ही नहीं रखा. इस सिलसिले में जब तापसी से बात की गयी तो उन्होंने कहा, ‘’यदि कोई आपको इतना मान सम्मान देता है तो इससे बडी बात और कुछ नहीं. नरेंद्र मेरे लिए मेरे बडे भाई जैसे हैं और आखिरकार हमनें मिलकर उनकी बेटी का नाम तमिरा रखा है.’’
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हस्तियां
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मैं खुद मांगलिक हूँ - प्रियल गोर
प्रियल गोर १५ साल की थी, जब उन्होंने एक्टिंग करियर में कदम रखा। टेलीविज़न सीरीज 'ईशान: सपनो को आवाज़ दे' उनका पहला सीरियल था। राम मिलाई जोड़ी की लीडिंग लेडी प्रियल को बाद में अम्माजी की गल्ली, देखा एक ख्वाब, बात हमारी पक्की है, गुमराह, यह है आशिक़ी जैसे सीरियलों में भी देखा गया। उन्होंने दक्षिण और पंजाबी फिल्मों में भी काम किया। अब वह सोनी के सीरियल अदालत में रोनित रॉय के अपोजिट रोल प्ले कर रही हैं। पेश है उनसे संक्षिप्त बात-
रोनित रॉय के साथ काम करने का अनुभव ?
वह बड़े प्रोफेशनल और अपने को-स्टार के लिए फ्रेंडली हैं। उन्होंने यह ध्यान रखा कि मैं कम्फर्ट फील करू । मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि मैं उनके साथ पहली बार काम कर रही हूँ। उनकों कैमरा फेस करते देख कर ही एक्टिंग सीखी जा सकती है। वह अपने काम के प्रति समर्पित हैं। मेरे लिए उनके साथ काम करना अच्छा अनुभव था।
अल्पना कांडपाल
रोनित रॉय के साथ काम करने का अनुभव ?
वह बड़े प्रोफेशनल और अपने को-स्टार के लिए फ्रेंडली हैं। उन्होंने यह ध्यान रखा कि मैं कम्फर्ट फील करू । मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि मैं उनके साथ पहली बार काम कर रही हूँ। उनकों कैमरा फेस करते देख कर ही एक्टिंग सीखी जा सकती है। वह अपने काम के प्रति समर्पित हैं। मेरे लिए उनके साथ काम करना अच्छा अनुभव था।
अदालत में आपका रोल ?
उत्तरा दृढ निश्चयी और इमोशनल है। जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ेगी आपको उसके नए रूप नज़र आएंगे। मोहब्बत करने वाली अपने पति के लिए कुछ भी करने वाली एक साधारण लड़की से लेकर खुद को निर्दोष साबित करने के लिए प्रतिबद्ध लड़की है यह। कठिन समय में उसकी ताक़त और धैर्य को आप देख सकेंगे। मैं उम्मीद करती हूँ कि सभी लड़कियां इस करैक्टर से प्रेरणा लेंगी।
उत्तरा दृढ निश्चयी और इमोशनल है। जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ेगी आपको उसके नए रूप नज़र आएंगे। मोहब्बत करने वाली अपने पति के लिए कुछ भी करने वाली एक साधारण लड़की से लेकर खुद को निर्दोष साबित करने के लिए प्रतिबद्ध लड़की है यह। कठिन समय में उसकी ताक़त और धैर्य को आप देख सकेंगे। मैं उम्मीद करती हूँ कि सभी लड़कियां इस करैक्टर से प्रेरणा लेंगी।
आप इस करैक्टर से कितनी भिन्न हैं
मैं खुद को इस करैक्टर से जुड़ा महसूस करती हूँ, क्योंकि मैं खुद मांगलिक हूँ। मैं अपने परिवार में इसी प्रकार की परिस्थिति से गुजर चुकी हूँ। बड़ा अजीब लगता है कि लोग मांगलिक के लिए अजीब धारणाएं बना लेते हैं और अलग तरह का व्यवहार करते हैं। अब समय आ गया है कि लोग ऑर्थोडॉक्स सोच से उबरे और वास्तविकता स्वीकार करें।
मैं खुद को इस करैक्टर से जुड़ा महसूस करती हूँ, क्योंकि मैं खुद मांगलिक हूँ। मैं अपने परिवार में इसी प्रकार की परिस्थिति से गुजर चुकी हूँ। बड़ा अजीब लगता है कि लोग मांगलिक के लिए अजीब धारणाएं बना लेते हैं और अलग तरह का व्यवहार करते हैं। अब समय आ गया है कि लोग ऑर्थोडॉक्स सोच से उबरे और वास्तविकता स्वीकार करें।
आगे क्या करने का इरादा है ?
इस समय मैं अपने माँ के सपने पूरे कर रही हूँ। मैं कभी एक्टर बनना नहीं चाहती थी। लेकिन, माँ मुझमे एक्टर देखती थी। उन्ही के कारण मैं यहाँ हूँ। फिलहाल, मैं सब करते चली जा रही हूँ।
क्या कोई पूरा शो करने का प्लान है ?
मैंने इसी मध्यम से अपनी शुरुआत की है। यह मध्यम मेरे दिल के नज़दीक है। मैं इसे कभी छोड़ने नहीं जा रही। चाहे मैं साऊथ में कोई फिल्म क्यों न कर रही हूँ।
आपने दर्शकों को क्या मैसेज देंगी ?
मुझे कोई डेली सोप किये दो साल हो रहे हैं। इसके बावजूद दर्शकों का प्यार मेरे लिए बना हुआ है। मुझे बहुत अच्छा लगता हैं, जब मैं टेलीविज़न पर आती हूँ तो दर्शकों का वैसा ही प्यार मिलता है। मुझे उम्मीद है कि मेरे दर्शक अदालत में मेरे काम को वैसे ही सराहेंगे।
इस समय मैं अपने माँ के सपने पूरे कर रही हूँ। मैं कभी एक्टर बनना नहीं चाहती थी। लेकिन, माँ मुझमे एक्टर देखती थी। उन्ही के कारण मैं यहाँ हूँ। फिलहाल, मैं सब करते चली जा रही हूँ।
क्या कोई पूरा शो करने का प्लान है ?
मैंने इसी मध्यम से अपनी शुरुआत की है। यह मध्यम मेरे दिल के नज़दीक है। मैं इसे कभी छोड़ने नहीं जा रही। चाहे मैं साऊथ में कोई फिल्म क्यों न कर रही हूँ।
आपने दर्शकों को क्या मैसेज देंगी ?
मुझे कोई डेली सोप किये दो साल हो रहे हैं। इसके बावजूद दर्शकों का प्यार मेरे लिए बना हुआ है। मुझे बहुत अच्छा लगता हैं, जब मैं टेलीविज़न पर आती हूँ तो दर्शकों का वैसा ही प्यार मिलता है। मुझे उम्मीद है कि मेरे दर्शक अदालत में मेरे काम को वैसे ही सराहेंगे।
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साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बेल मिलने के बाद करीना के साथ सलमान गाएंगे गाना
गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा सज़ा ससपेंड किये जाने के बाद सेशन कोर्ट से ज़मानत पा कर सलमान खान जो पहला काम करेंगे वह होगा गीत गाने का। जी हाँ, सलमान खान कश्मीर वापस लौट रहे हैं। कश्मीर में उनका इंतज़ार 'बजरंगी भाईजान' की नायिका करीना कपूर कर रही हैं। करीना कपूर खान, सलमान खान के साथ एक डुएट शूट करेंगी। इस डुएट के पूरा होने के साथ ही सलमान खान की इस साल की ईद रिलीज़ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की शूटिंग पूरी हो जाएगी। इसके बाद सलमान खान, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायों' की शूटिंग में जुट जायेंगे। इस फिल्म की भी केवल ३० प्रतिशत शूटिंग ही बाकी है। सलमान खान, 'प्रेम रतन धन पायो' के लिए नॉन-स्टॉप शूट करेंगे। सलमान खान ने अभी अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट्स को डेट्स नहीं दी हैं। क्योंकि, १ जून को उन्हें जोधपुर जाना हैं, जहाँ उन पर ब्लैक बक के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में सुनवाई होनी है। सलमान खान की आगे की फ़िल्में जोधपुर कोर्ट के निर्णय पर काफी निर्भर करेंगी। सलमान खान, आदित्य पंचोली और ज़रीना वहाब के बेटे सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म 'हीरो' के प्रोडूसर हैं। सलमान खान ने इस फिल्म का एक गीत अपनी आवाज़ में गाया है। यह फिल्म ३ जुलाई को रिलीज़ होनी है। इस फिल्म का प्रमोशन खुद सलमान खान करेंगे। इस लिहाज़ से, सलमान खान की ज़िन्दगी फिर पटरी पर आ जाएगी। बशर्ते, कोई दूसरा लोचा न हो जाये। 'सुल्तान' के निर्देशक अली अब्बास ज़फर और 'शुद्धि' के करण मेहरोत्रा यही दुआ कर रहे होंगे कि फिर कोई लोचा न हो।
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 8 May 2015
बड़े खतरे में है ब्रांड सलमान खान
सलमान खान को २००२ के हिट एंड रन केस में पांच साल की सज़ा के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट से दो दिनों की ज़मानत मिल गई। अब सलमान खान दो रातें अपने घर में माँ के हाथ का बना खाना खा कर गुजार सकते हैं। लेकिन, सलमान खान की यह दोनों रातें करवटें बदलते ही गुजरेंगी। वह जितनी भी साँसे लेंगे, उनमे से कोई भी चैन की सांस नहीं होगी। क्योंकि, आगे तो उन्हें हजारों रातें जेल में करवटें बदलते ही गुजारनी हैं।
आम तौर पर, बॉलीवुड एक्टर्स का हर शुक्रवार एक इम्तिहान होता है। उनकी नई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होती है। वह रात भर सो नहीं पाते। बेचैनी से करवटें बदलते दर्शकों के फैसले का इंतज़ार करते हैं। कुछ ऐसा ही ८ मई का शुक्रवार सलमान खान के लिए साबित होगा। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सलमान खान की ज़मानत की अर्ज़ी ठुकरा दी तो सलमान खान अदालत से वापस अपने घर बांद्रा नहीं लौट पाएंगे। उन्हें सीधा जेल भेज दिया जायेगा। लेकिन, बात यहीं और इतने में ही ख़त्म नहीं होगी।
सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं। दो मामलों उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की। यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई रिलीफ नहीं मिली। यह सज़ाएं अलग मामले में हैं। इसलिए जोधपुर कोर्ट से सज़ा को मुंबई कोर्ट की सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता। ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ के हो चुके होंगे। बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता। उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं। तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। जिन ब्रांड्स के विज्ञापन सलमान खान करते हैं, उस पर हिट एंड रन केस में हुई सज़ा के बाद होने वाला असर आईपीएल में ही दिखाई देने लगेगा। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं। आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह हो सकते हैं। इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू १००० करोड़ के आसपास की है। इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे एम्बेसडर को चुन सकते हैं।
उनकी इस समय शूट हो रही दो फिल्मों में 'बजरंगी भाईजान' काफी हद तक पूरी हो चुकी है। हो सकता है कि सलमान खान ने मुंबई लौटने से पहले कश्मीर में अपने हिस्से के सीन शूट कर दिए हो। उनका कुछ मामूली काम बचा होगा तो निर्देशक कबीर खान उसे निकाल भी सकते हैं। सलमान खान के संवादों की डबिंग किसी डबिंग आर्टिस्ट से कराई जा सकती है। लेकिन, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा। इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है। इसलिए प्रेम रतन धन पायो दिवाली में रिलीज़ नहीं हो पाएगी। यह दोनों फ़िल्में ७५-७५ करोड़ की फ़िल्में हैं। सलमान खान के पास दो अन्य फ़िल्में 'नो एंट्री में एंट्री', 'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। हो सकता है कि सलमान खान के जेल जाने के बाद इन फिल्मों में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले ले या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़ खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं। इन तीनों खानों में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं। उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है। यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान ३५ साल के थे। काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं। बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर था। उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे। तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे। उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी। उस समय लोग सलमान खान को एक था टाइगर कह कर पुकारेंगे।
राजेंद्र कांडपाल
आम तौर पर, बॉलीवुड एक्टर्स का हर शुक्रवार एक इम्तिहान होता है। उनकी नई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होती है। वह रात भर सो नहीं पाते। बेचैनी से करवटें बदलते दर्शकों के फैसले का इंतज़ार करते हैं। कुछ ऐसा ही ८ मई का शुक्रवार सलमान खान के लिए साबित होगा। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सलमान खान की ज़मानत की अर्ज़ी ठुकरा दी तो सलमान खान अदालत से वापस अपने घर बांद्रा नहीं लौट पाएंगे। उन्हें सीधा जेल भेज दिया जायेगा। लेकिन, बात यहीं और इतने में ही ख़त्म नहीं होगी।
सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं। दो मामलों उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की। यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई रिलीफ नहीं मिली। यह सज़ाएं अलग मामले में हैं। इसलिए जोधपुर कोर्ट से सज़ा को मुंबई कोर्ट की सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता। ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ के हो चुके होंगे। बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता। उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं। तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। जिन ब्रांड्स के विज्ञापन सलमान खान करते हैं, उस पर हिट एंड रन केस में हुई सज़ा के बाद होने वाला असर आईपीएल में ही दिखाई देने लगेगा। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं। आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह हो सकते हैं। इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू १००० करोड़ के आसपास की है। इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे एम्बेसडर को चुन सकते हैं।
उनकी इस समय शूट हो रही दो फिल्मों में 'बजरंगी भाईजान' काफी हद तक पूरी हो चुकी है। हो सकता है कि सलमान खान ने मुंबई लौटने से पहले कश्मीर में अपने हिस्से के सीन शूट कर दिए हो। उनका कुछ मामूली काम बचा होगा तो निर्देशक कबीर खान उसे निकाल भी सकते हैं। सलमान खान के संवादों की डबिंग किसी डबिंग आर्टिस्ट से कराई जा सकती है। लेकिन, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा। इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है। इसलिए प्रेम रतन धन पायो दिवाली में रिलीज़ नहीं हो पाएगी। यह दोनों फ़िल्में ७५-७५ करोड़ की फ़िल्में हैं। सलमान खान के पास दो अन्य फ़िल्में 'नो एंट्री में एंट्री', 'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। हो सकता है कि सलमान खान के जेल जाने के बाद इन फिल्मों में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले ले या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़ खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं। इन तीनों खानों में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं। उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है। यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान ३५ साल के थे। काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं। बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर था। उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे। तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे। उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी। उस समय लोग सलमान खान को एक था टाइगर कह कर पुकारेंगे।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
चियर्स में नज़र आएंगे अली फज़ल
'फ्यूरियस ७' से अंतर्राष्ट्रीय पटल पर छा चुके एक्टर अली फज़ल, आजकल शॉर्ट फिल्म सर्कल में काफी व्यस्त हैं। हाल ही में इंडो अमेरिकन फिल्म ‘फॉर हेयर टू गो’ में नज़र आये। अब अली फज़ल ने अपनी सफलता में एक और पंख जोड लिया है। जी हां इस फिल्म के बाद अली एक शॉर्ट फिल्म ‘चीयर्स’ में नज़र आएंगे। पियूष द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अली, अंजु बेदी के बेटे की भूमिका में नज़र आएंगे। मदर्स डे के अवसर पर यह फिल्म यू ट्यूब सहित अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ होगी। यह फिल्म एक दिल को व्यथित कर देनेवाली मां बेटे की कहानी पर आधारित है, जहां बडा हो कर बेटा अपनी शराबी मां से मिलता है, जो बीस साल पहले अलग हो चुकी होती है। जिन्होंने भी यह फिल्म देखी है उनका कहना है अपने विरक्त बचपन से जुडी इन दो किरदारों की प्यारी बातचीत काफी खूबसूरत है। इस फिल्म के बारे में अली कहते हैं, ‘’यहां अच्छे भी हैं और बुरे भी हैं और इन्हीं में मां भी है। यह वह हिस्सा है जो आप और वह शेयर करते हैं। मेरे लिए यह फिल्म किसी भावनात्मक सफर से कम नहीं। इस फिल्म के दौरान मुझे कई ऐसे अनुभव मिले जिन्होंने मेरा दिल छू लिया।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 6 May 2015
सलमान खान की ११ प्रेमिकाएं
बॉलीवुड के इकलौते अविवाहित खान की लव लाइफ अपनी रील लाइफ की तरह काफी रंगीन थी। उनकी संगीता बिजलानी से लेकर रोमानियाई लुलिआ वंतूर तक रोमांस की खबरें सुर्ख हुई, कोई रोमांस कुछ समय तक चला, कुछ महीनों के अंदर ख़त्म हो गए। संगीता बिजलानी और सोमी अली से लेकर ऐश्वर्या राय तक सलमान खान के रोमांस बेहद चर्चित हुए। पेश है सलमान खान की प्रेमिकाओं पर के नज़र -
संगीता बिजलानी- संगीता बिजलानी मिस इंडिया १९८० की विजेता थी। वह सलमान खान का पहला रोमांस बताई जाती हैं। अलविरा के साथ दोस्ती के कारण संगीता बिजलानी खान परिवार के काफी निकट भी आ गई थी। सलमान खान और संगीता बिजलानी ने इक्का दुक्का फिल्मों में काम भी किया। यह रोमांस करीब दस साल तक फूला फला। सलमान खान से संगीता बिजलानी की निकटता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि क्रिकेटर अज़हरुद्दीन से अलगाव के बाद संगीता को सपोर्ट करने में सलमान खान सबसे आगे थे। आज सज़ा के दौरान भी संगीता खान परिवार के साथ उनके घर पर थी।
सोमी अली- संगीता बिजलानी के बाद सलमान खान पाकी अभिनेत्री सोमी अली से जुड़े। सोमी अली तो सलमान खान के साथ शादी करने के सपने तक देखने लगी थी। लेकिन, सलमान खान के बहुत शराब पीने और हिसंक बिहेवियर के कारण वह सलमान खान को छोड़ कर देश से बाहर चली गई।
ऐश्वर्या राय- सलमान खान और ऐश्वर्या राय का रोमांस सबसे ज़्यादा चर्चित, विवादित और हिंसक साबित हुआ। इन दोनों ने १९९९ में रिलीज़ संजयलीला भंसाली की फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' में साथ काम किया था। इस फिल्म में इन दोनों के बीच का रोमांस साफ़ झलकता है। २००२ में फिल्म 'चलते चलते' की शूटिंग के दौरान सलमान खान द्वारा फिल्म के सेट पर गाली गलौच और मारपीट करने के बाद यह रोमांस हमेशा के लिए ख़त्म हो गया। इस हादसे के बाद ऐश्वर्या राय को 'चलते चलते' से बाहर हो जाना पड़ा था।
स्नेह उल्लाल- सलमान खान ऐश्वर्या राय को भूल नहीं सके थे। इसीलिए उन्होंने ऐश्वर्या राय की हमशक्ल अभिनेत्री स्नेह उल्लाल के साथ २००५ में'लकी नो टाइम फॉर लव' जैसी फिल्म स्वीकार की। परन्तु नकली सूरत वाला यह रोमांस परवान नहीं चढ़ सका।
कैटरीना कैफ- कैटरीना कैफ ने बूम की असफलता के बावजूद सलमान खान के साथ फिल्म 'मैंने प्यार क्यों किया' पाने में सफलता हासिल की। सलमान खान के साथ नाम जुड़ने के बाद कैटरीना कैफ का बॉलीवुड में करियर फर्राटे भरने लगा। लेकिन सलमान खान हिंसक व्यवहार ने कैटरीना को सलमान खान का साथ छोड़ने को मज़बूर कर दिया। एक था टाइगर के सेट पर सलमान खान द्वारा कैटरीना कैफ से कथित मारपीट के बाद कैटरिना कैफ सलमान से अलग हो गई।
क्लाउडिआ सिएस्ला- कैटरीना कैफ से अलगाव के बाद सलमान खान इस जर्मन मॉडल से जुड़ गए। उन्होंने क्लाउडिआ को अच्छी बच्ची बताते हुए घर के लोगों से भी मिलवाया। सलमान खान के कारण क्लाउडिआ को कुछ छोटे मोटे रोल मिले भी। लेकिन, यह रोमांस ख़ास गुल नहीं खिला सका।
ज़रीन खान- २०१० में सलमान खान कैटरीना कैफ की हमशक्ल ज़रीन खान को लंदन से लेकर आये। वह फिल्म 'वीर' में सलमान खान की नायिका भी बनी। फिल्म ज़बरदस्त फ्लॉप हुई। इसके साथ ही यह रोमांस भी फ्लॉप हो गया । हालाँकि, सलमान खान और ज़रीन खान को देर रात तक साथ बिताते देखा गया।
महक चहल- नयी पड़ोसन जैसी हिट फिल्म की नायिका महक चहल ने २००७ की हिट फिल्म वांटेड में एक आइटम किया था। इस आइटम और फिल्म के बाद वह सलमान खान की ख़ास दोस्त बन गई। उन्होंने सलमान खान के सहयोग से ही एक शो भी चलाया।
डेज़ी शाह और सना खान- फिल्म 'जय हो' में सलमान खान ने दो नए चेहरों को बॉलीवुड से परिचित कराया था। जय हो में सलमान खान की नायिका डेज़ी शाह थी और वैम्प का रोल सना खान ने किया था। दोनों पर सलमान खान का हाथ और साथ हुआ करता है।
लुलिआ वंतूर- सलमान खान से लुलिआ का परिचय लुलिआ के बॉय फ्रेंड ने करवाया था। लेकिन, सलमान खान गर्ल फ्रेंड को ही ले उड़े। कहा जा रहा है कि सलमान खान लुलिआ के मामले में गंभीर हैं।
राजेंद्र कांडपाल
संगीता बिजलानी- संगीता बिजलानी मिस इंडिया १९८० की विजेता थी। वह सलमान खान का पहला रोमांस बताई जाती हैं। अलविरा के साथ दोस्ती के कारण संगीता बिजलानी खान परिवार के काफी निकट भी आ गई थी। सलमान खान और संगीता बिजलानी ने इक्का दुक्का फिल्मों में काम भी किया। यह रोमांस करीब दस साल तक फूला फला। सलमान खान से संगीता बिजलानी की निकटता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि क्रिकेटर अज़हरुद्दीन से अलगाव के बाद संगीता को सपोर्ट करने में सलमान खान सबसे आगे थे। आज सज़ा के दौरान भी संगीता खान परिवार के साथ उनके घर पर थी।
सोमी अली- संगीता बिजलानी के बाद सलमान खान पाकी अभिनेत्री सोमी अली से जुड़े। सोमी अली तो सलमान खान के साथ शादी करने के सपने तक देखने लगी थी। लेकिन, सलमान खान के बहुत शराब पीने और हिसंक बिहेवियर के कारण वह सलमान खान को छोड़ कर देश से बाहर चली गई।
ऐश्वर्या राय- सलमान खान और ऐश्वर्या राय का रोमांस सबसे ज़्यादा चर्चित, विवादित और हिंसक साबित हुआ। इन दोनों ने १९९९ में रिलीज़ संजयलीला भंसाली की फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' में साथ काम किया था। इस फिल्म में इन दोनों के बीच का रोमांस साफ़ झलकता है। २००२ में फिल्म 'चलते चलते' की शूटिंग के दौरान सलमान खान द्वारा फिल्म के सेट पर गाली गलौच और मारपीट करने के बाद यह रोमांस हमेशा के लिए ख़त्म हो गया। इस हादसे के बाद ऐश्वर्या राय को 'चलते चलते' से बाहर हो जाना पड़ा था।
स्नेह उल्लाल- सलमान खान ऐश्वर्या राय को भूल नहीं सके थे। इसीलिए उन्होंने ऐश्वर्या राय की हमशक्ल अभिनेत्री स्नेह उल्लाल के साथ २००५ में'लकी नो टाइम फॉर लव' जैसी फिल्म स्वीकार की। परन्तु नकली सूरत वाला यह रोमांस परवान नहीं चढ़ सका।
कैटरीना कैफ- कैटरीना कैफ ने बूम की असफलता के बावजूद सलमान खान के साथ फिल्म 'मैंने प्यार क्यों किया' पाने में सफलता हासिल की। सलमान खान के साथ नाम जुड़ने के बाद कैटरीना कैफ का बॉलीवुड में करियर फर्राटे भरने लगा। लेकिन सलमान खान हिंसक व्यवहार ने कैटरीना को सलमान खान का साथ छोड़ने को मज़बूर कर दिया। एक था टाइगर के सेट पर सलमान खान द्वारा कैटरीना कैफ से कथित मारपीट के बाद कैटरिना कैफ सलमान से अलग हो गई।
क्लाउडिआ सिएस्ला- कैटरीना कैफ से अलगाव के बाद सलमान खान इस जर्मन मॉडल से जुड़ गए। उन्होंने क्लाउडिआ को अच्छी बच्ची बताते हुए घर के लोगों से भी मिलवाया। सलमान खान के कारण क्लाउडिआ को कुछ छोटे मोटे रोल मिले भी। लेकिन, यह रोमांस ख़ास गुल नहीं खिला सका।
ज़रीन खान- २०१० में सलमान खान कैटरीना कैफ की हमशक्ल ज़रीन खान को लंदन से लेकर आये। वह फिल्म 'वीर' में सलमान खान की नायिका भी बनी। फिल्म ज़बरदस्त फ्लॉप हुई। इसके साथ ही यह रोमांस भी फ्लॉप हो गया । हालाँकि, सलमान खान और ज़रीन खान को देर रात तक साथ बिताते देखा गया।
महक चहल- नयी पड़ोसन जैसी हिट फिल्म की नायिका महक चहल ने २००७ की हिट फिल्म वांटेड में एक आइटम किया था। इस आइटम और फिल्म के बाद वह सलमान खान की ख़ास दोस्त बन गई। उन्होंने सलमान खान के सहयोग से ही एक शो भी चलाया।
डेज़ी शाह और सना खान- फिल्म 'जय हो' में सलमान खान ने दो नए चेहरों को बॉलीवुड से परिचित कराया था। जय हो में सलमान खान की नायिका डेज़ी शाह थी और वैम्प का रोल सना खान ने किया था। दोनों पर सलमान खान का हाथ और साथ हुआ करता है।
लुलिआ वंतूर- सलमान खान से लुलिआ का परिचय लुलिआ के बॉय फ्रेंड ने करवाया था। लेकिन, सलमान खान गर्ल फ्रेंड को ही ले उड़े। कहा जा रहा है कि सलमान खान लुलिआ के मामले में गंभीर हैं।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सलमान खान : अभिनेता या अपराधी !
सलमान खान को बड़े बाप की बिगड़ैल औलाद कहना ठीक होगा। संजय दत्त जैसे बांद्रा बॉय जैसे सलमान खान भी थे। क्रिमिनल उन्हें आकर्षित करते थे। ज़रा से बात पर मारपीट करना उनकी आदत में शुमार था। यहाँ तक कि वह अपनी प्रेमिकाओं के लिए भी हिंसक थे। बताते हैं कि सलमान ने सोमी अली का सर दीवार पर दे मारा था। ऐश्वर्या राय और कैटरीना कैफ को तो वह अपनी जागीर मानते थे। जब चाहे गली गाळुच करना और सेट से बार खींच लाना और धमकाना तो उनकी आदत थी। इसीलिए ऐश्वर्या राय के माता पिता ने सलमान खान के खिलाफ थाने में रिपोर्ट भी लिखवाई थी। पेश है सलमान खान के कुछ ख़ास अपराधी कारनामे -
जोधपुर चिंकारा केस- फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान और उनके बॉलीवुड साथियों पर काला चिंकारा का शिकार करने के आरोप लगे। इस मामले में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई। वह तीन दिनों बाद जोधपुर जेल से हाई कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद रिहा हुए । फिलहाल यह मामला भी अदालत के विचाराधीन है। लेकिन, इस मामले में ज़्यादा कड़ी सज़ा मिलने की उम्मीद भी है।
हिट एंड रन केस- इस मामले में आज सलमान खान को पांच साल की सज़ा हो गई। उन्होंने २००२ में शराब के नशे में गाडी चलाते हुए फूटपाथ पर सोये लोगों पर चढ़ा दी। इस मामले में नूर उल्लाह खान नाम के व्यक्ति की मौत भी हो गई थी।
मुंबई केस- धमकी देने के लिए ऐश्वर्य राय के माता पिता ने सलमान खान के खिलाफ पुलिस कंप्लेंट दर्ज़ कराई थी ।
जोधपुर केस- काले हिरन के शिकार के मामले में सुनवाई के लिए जाते समय सलमान खान तेज़ रफ़्तार से गाडी चलाते हुए पकड़े गए थे। यहीं नहीं उनकी गाडी पर मंत्रियों द्वारा उपयोग की जाने वाली बत्ती भी लगा राखी। इसके लिए उन पर एक हजार रुपये का जुर्माना भी लगा था।
इनकम टैक्स केस- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने हाई कोर्ट में सलमान खान द्वारा अपनी आय छुपाने का आरोप लगाया था। विभाग ने कहा की सलमान खान ने अपनी आय केवल ९. ३२ करोड़ दिखाई थी। जबकि यह वास्तव में १३ करोड़ थी।
कानपूर केस- २०११ में कानपूर में अन्ना हजारे के समर्थकों से सलमान खान के बॉडी गार्ड्स द्वारा मारपीट का मामला दायर किया गया था। इस मार पीट में एक व्यक्ति को गंभीर छोटे लगी थी।
राजेंद्र कांडपाल
जोधपुर चिंकारा केस- फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान और उनके बॉलीवुड साथियों पर काला चिंकारा का शिकार करने के आरोप लगे। इस मामले में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई। वह तीन दिनों बाद जोधपुर जेल से हाई कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद रिहा हुए । फिलहाल यह मामला भी अदालत के विचाराधीन है। लेकिन, इस मामले में ज़्यादा कड़ी सज़ा मिलने की उम्मीद भी है।
हिट एंड रन केस- इस मामले में आज सलमान खान को पांच साल की सज़ा हो गई। उन्होंने २००२ में शराब के नशे में गाडी चलाते हुए फूटपाथ पर सोये लोगों पर चढ़ा दी। इस मामले में नूर उल्लाह खान नाम के व्यक्ति की मौत भी हो गई थी।
मुंबई केस- धमकी देने के लिए ऐश्वर्य राय के माता पिता ने सलमान खान के खिलाफ पुलिस कंप्लेंट दर्ज़ कराई थी ।
जोधपुर केस- काले हिरन के शिकार के मामले में सुनवाई के लिए जाते समय सलमान खान तेज़ रफ़्तार से गाडी चलाते हुए पकड़े गए थे। यहीं नहीं उनकी गाडी पर मंत्रियों द्वारा उपयोग की जाने वाली बत्ती भी लगा राखी। इसके लिए उन पर एक हजार रुपये का जुर्माना भी लगा था।
इनकम टैक्स केस- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने हाई कोर्ट में सलमान खान द्वारा अपनी आय छुपाने का आरोप लगाया था। विभाग ने कहा की सलमान खान ने अपनी आय केवल ९. ३२ करोड़ दिखाई थी। जबकि यह वास्तव में १३ करोड़ थी।
कानपूर केस- २०११ में कानपूर में अन्ना हजारे के समर्थकों से सलमान खान के बॉडी गार्ड्स द्वारा मारपीट का मामला दायर किया गया था। इस मार पीट में एक व्यक्ति को गंभीर छोटे लगी थी।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बहुत हैं बॉलीवुड में संजय दत्त और सलमान
आज सलमान खान हिट एंड रन केस में सज़ा पाते ही उन तमाम बॉलीवुड सेलिब्रिटी की श्रेणी में आ गए, जो अपराध के मामले में सज़ायाफ्ता साबित हुए। बॉलीवुड अपनी फिल्मों की तरह अपराध में मुब्तिला नज़र आता है। अब यह बात दीगर है कि हिंदी फिल्मों की तरह वह हीरो नहीं बन पाता। संजय दत्त और सलमान खान तो बॉलीवुड के हाई प्रोफाइल अपराधी हैं। शाइनी आहूजा जैसे अभिनेता का करियर शुरू होने से पहले ही ख़त्म हो गया। पेश है ऐसे ही कुछ अपराधी बॉलीवुड सेलिब्रिटी। अरे हाँ, इनमे अभिनेत्रियां भी हैं।
संजय दत्त- संजय दत्त को अवैध हथियार रखने और अबु सालेम के ग्रेनेड रखने के मामले में टाडा कोर्ट द्वारा पांच साल की सज़ा सुनाई गई। चूंकि, वह टाडा मामले में १८ महीना जेल रह चुके थे। इसलिए वह बाकी साढ़े तीन साल की सज़ा काटने के लिए यरवदा जेल में हैं।
सलमान खान- आज सलमान खान को भी हिट एंड रन केस में पांच साल की सज़ा हो गई। उन्हें जोधपुर में फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान काले हिरन के शिकार के मामले में पांच साल की सज़ा हो चुकी है, जो फिलहाल हाई कोर्ट के आदेश से ससपेंड है।
सैफ अली खान- काले चिंकारे के शिकार सैफ अली खान भी अपराधी हैं। उन पर ताज महल होटल में एक एनआरआई पर हमले के मामले में भी चार्ज शीट किया गया है।
शाहरुख खान- आई पी एल के दौरान शाहरुख़ खान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारीयों के साथ नशे की हालत में भिड़ गए। उन पर स्टेडियम में घुसने पर पांच साल तक की रोक लगा दी गई है।
जॉन अब्राहम- तेज़ रफ़्तार बाइक के शौक़ीन जॉन अब्राहम के ऊपर अपनी बाइक से एक्सीडेंट कर ेचार लोगों को घायल करने का मुक़दमा दायर किया गया था। इस मामले में उन्हें २००६ में जेल भी भेजा गया था। उन्हें १५ दिनों की साधारण सज़ा हुई।
फरदीन खान- २००१ में नशीली दवा रखने के मामले में दोषी पाया गया। उन्हें छह महीने की सज़ा भी हुई।
शाइनी आहूजा- अपनी घरेलु नौकरानी से बलात्कार के आरोप में अभिनेता शाइनी आहूजा गिरफ्तार हुए। उन्हें इस मामले में ज़मानत मिल गई है। लेकिन, कोर्ट के निर्णय पर उनका भविष्य निर्भर करता है। वह एक फिल्म वेलकम बैक में काम कर रहे हैं।
मधुर भंडारकर- पेज ३, सत्ता, फैशन, आदि रीयलिस्टिक फिल्मों के निर्देशक मधुर भंडारकर पर एक नवोदित अभिनेत्री ने फिल्म दिलाने का लालच दे कर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। लेकिन, कोई नौ साल बाद मधुर पर सारे आरोप वापस ले लिए गए।
मोनिका बेदी- अबु सालेम की पूर्व प्रेमिका मोनिका बेदी को फ़र्ज़ी पासपोर्ट के आधार पर देश में घुसाने के आरोप में पुर्तगाल में जेल की सज़ा काटनी पड़ी थी। २००५ में अबु सालेम और मोनिका बेदी को पुर्तगाल सरकार ने भारत को डेपोर्ट कर दिया। मोनिका बेदी अपनी सज़ा काटने के बाद जेल से बाहर आ गई।
गोविंदा - मनी है तो हनी है की शूटिंग के दौरान गोविंदा ने अपने एक प्रशंसक के थप्पड़ जड़ दिया था। गोविंदा का कहना था कि वह आदमी महिला आर्टिस्ट के साथ बदतमीजी कर रहा था। संतोष राय नाम के इस व्यक्ति ने गोविंदा पर धारा ३२३,३५२ और ५०६ के अंतर्गत केस दर्ज कराया।
तब्बू, नीलम और सोनाली बेंद्रे- काले हिरन के शिकार के मामले में अभिनेत्री नीलम, सोनाली बेंद्रे और तब्बू भी सह अपराधी हैं।
अक्षय कुमार- एक सामाजिक कार्यकर्ता ने अक्षय कुमार परसरेआम अश्लीलता दिखाने के लिए मुकदमा दर्ज़ कराया था। अक्षय कुमार ने लक्मे फैशन वीक में अपनी बीवी ट्विंकल खन्ना से अपनी जीन्स का बटन खुलवाया था।
राजेंद्र कांडपाल
सुभाष घई ने कहा- सुभाष घई ने सलमान खान के साथ युवराज जैसी फ्लॉप फिल्म बनाई थी। सलमान खान को सज़ा सुनाये जाने की खबर के बाद सुभाष घई ने यह प्रतिक्रिया दी-
हम अदालत के निर्णय का स्वागत करते हैं। लेकिन, पूरी इंडस्ट्री जानती है कि सलमान खान एक शानदार इंसान हैं। उन्होने अपनी चैरिटी द्वारा समाज की सेवा की है। अब हम जमानत और न्याय की लिए ऊंची अदालतों का दरवाज़ा खटखटा सकते हैं। यही हमारे जुडिशल सिस्टम की खूबसूरती हैं। मैं सलमान खान को निकटता से जानता हूँ। इसलिए मैं उनके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
संजय दत्त- संजय दत्त को अवैध हथियार रखने और अबु सालेम के ग्रेनेड रखने के मामले में टाडा कोर्ट द्वारा पांच साल की सज़ा सुनाई गई। चूंकि, वह टाडा मामले में १८ महीना जेल रह चुके थे। इसलिए वह बाकी साढ़े तीन साल की सज़ा काटने के लिए यरवदा जेल में हैं।
सलमान खान- आज सलमान खान को भी हिट एंड रन केस में पांच साल की सज़ा हो गई। उन्हें जोधपुर में फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान काले हिरन के शिकार के मामले में पांच साल की सज़ा हो चुकी है, जो फिलहाल हाई कोर्ट के आदेश से ससपेंड है।
सैफ अली खान- काले चिंकारे के शिकार सैफ अली खान भी अपराधी हैं। उन पर ताज महल होटल में एक एनआरआई पर हमले के मामले में भी चार्ज शीट किया गया है।
शाहरुख खान- आई पी एल के दौरान शाहरुख़ खान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारीयों के साथ नशे की हालत में भिड़ गए। उन पर स्टेडियम में घुसने पर पांच साल तक की रोक लगा दी गई है।
जॉन अब्राहम- तेज़ रफ़्तार बाइक के शौक़ीन जॉन अब्राहम के ऊपर अपनी बाइक से एक्सीडेंट कर ेचार लोगों को घायल करने का मुक़दमा दायर किया गया था। इस मामले में उन्हें २००६ में जेल भी भेजा गया था। उन्हें १५ दिनों की साधारण सज़ा हुई।
फरदीन खान- २००१ में नशीली दवा रखने के मामले में दोषी पाया गया। उन्हें छह महीने की सज़ा भी हुई।
शाइनी आहूजा- अपनी घरेलु नौकरानी से बलात्कार के आरोप में अभिनेता शाइनी आहूजा गिरफ्तार हुए। उन्हें इस मामले में ज़मानत मिल गई है। लेकिन, कोर्ट के निर्णय पर उनका भविष्य निर्भर करता है। वह एक फिल्म वेलकम बैक में काम कर रहे हैं।
मधुर भंडारकर- पेज ३, सत्ता, फैशन, आदि रीयलिस्टिक फिल्मों के निर्देशक मधुर भंडारकर पर एक नवोदित अभिनेत्री ने फिल्म दिलाने का लालच दे कर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। लेकिन, कोई नौ साल बाद मधुर पर सारे आरोप वापस ले लिए गए।
मोनिका बेदी- अबु सालेम की पूर्व प्रेमिका मोनिका बेदी को फ़र्ज़ी पासपोर्ट के आधार पर देश में घुसाने के आरोप में पुर्तगाल में जेल की सज़ा काटनी पड़ी थी। २००५ में अबु सालेम और मोनिका बेदी को पुर्तगाल सरकार ने भारत को डेपोर्ट कर दिया। मोनिका बेदी अपनी सज़ा काटने के बाद जेल से बाहर आ गई।
गोविंदा - मनी है तो हनी है की शूटिंग के दौरान गोविंदा ने अपने एक प्रशंसक के थप्पड़ जड़ दिया था। गोविंदा का कहना था कि वह आदमी महिला आर्टिस्ट के साथ बदतमीजी कर रहा था। संतोष राय नाम के इस व्यक्ति ने गोविंदा पर धारा ३२३,३५२ और ५०६ के अंतर्गत केस दर्ज कराया।
तब्बू, नीलम और सोनाली बेंद्रे- काले हिरन के शिकार के मामले में अभिनेत्री नीलम, सोनाली बेंद्रे और तब्बू भी सह अपराधी हैं।
अक्षय कुमार- एक सामाजिक कार्यकर्ता ने अक्षय कुमार परसरेआम अश्लीलता दिखाने के लिए मुकदमा दर्ज़ कराया था। अक्षय कुमार ने लक्मे फैशन वीक में अपनी बीवी ट्विंकल खन्ना से अपनी जीन्स का बटन खुलवाया था।
राजेंद्र कांडपाल
सुभाष घई ने कहा- सुभाष घई ने सलमान खान के साथ युवराज जैसी फ्लॉप फिल्म बनाई थी। सलमान खान को सज़ा सुनाये जाने की खबर के बाद सुभाष घई ने यह प्रतिक्रिया दी-
हम अदालत के निर्णय का स्वागत करते हैं। लेकिन, पूरी इंडस्ट्री जानती है कि सलमान खान एक शानदार इंसान हैं। उन्होने अपनी चैरिटी द्वारा समाज की सेवा की है। अब हम जमानत और न्याय की लिए ऊंची अदालतों का दरवाज़ा खटखटा सकते हैं। यही हमारे जुडिशल सिस्टम की खूबसूरती हैं। मैं सलमान खान को निकटता से जानता हूँ। इसलिए मैं उनके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'उडनछू' नायक हैं रजनीश दुग्गल
'एक पहेली लीला' की सफलता का फायदा रजनीश दुग्गल को मिलने लगा है। वह फिल्म में सनी लियॉन के पूर्व जन्म के प्रेमी बने थे। 'एक पहेली लीला' की लीला रजनीश को नहीं मिल सकी थी। लेकिन, लीला के कारण रजनीश उड़नछू होने ज़रूर जा रहे हैं। वह आर विज़न की फिल्म 'उड़नछू' में नए चेहरे सायशा के साथ रोमांस लड़ाएंगे। 'उड़नछू' किरदार करने के रजनीश दुग्गल के लिए यह दूसरा मौका है। 'उड़नछू' के निर्देशक विपिन पराशर की पहली पसंद रजनीश ही थे। लेकिन, तारीखों की समस्या के कारण रजनीश ने 'उड़नछू' स्वीकार नहीं की थी। इस पर फिल्म के निर्माता रविन्द्र सिंह ने बिग बॉस के विजेता गौतम गुलाटी को साइन कर लिया। लेकिन, 'उड़नछू' नायक बनना रजनीश के भाग्य में ही बदा था। गौतम के सामने भी तारीखों की समस्या सर उठाने लगी। उधर रजनीश दुग्गल ने 'उड़नछू' के लिए तारीखे मैनेज कर ली। यह देख कर रविन्द्र सिंह और विपिन पराशर ने तुरंत रजनीश दुग्गल को साइन कर लिया। 'उड़नछू' के लिए रजनीश दुग्गल ही पहली पसंद होने को लेकर फिल्म के डायरेक्टर विपिन पराशर कहते हैं, "उड़नछू' मेरे लिए ख़ास है। फिल्म की मेन लीड को पर्याप्त इमोशन भी दिखाना है और कठिन एक्शन भी करने है। रजनीश दुग्गल, लम्बे हैं, सुन्दर दिखाते हैं, खतरों के खिलाड़ी के बात वह ताज़गी भरे भी हो गए हैं और टैलेंटेड तो हैं ही।" विपिन पराशर ने 'नो एग्जिट' और 'सीएम साहब' जैसी लीक से हट कर फ़िल्में बनाई हैं। 'उड़नछू' उनकी मुख्य धारा की बड़े बजट की फिल्म है। इस फिल्म में रजनीश दुग्गल और सायशा के अलावा प्रेम चोपड़ा, ब्रूना अब्दुल्लाह, आशुतोष राणा और बिजेंद्र काला के नाम भी उल्लेखनीय हैं।
राजेंद्र कांडपाल
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कैसे मिली फिल्म,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब कम उम्र अभिनेताओं के साथ फ़िल्में कर रही है कैटरीना कैफ
कैटरीना कैफ, अपना करियर बड़ी चतुराई से हैंडल कर रही हैं। 'बूम' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म से करियर शुरुआत करने के बावजूद कैटरीना आज बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस में शुमार हो रही हैं, तो इसकी हक़दार कैटरीना ही हैं। 'बूम' की असफलता के बावजूद कैटरीना कैफ ने बिना हौसला खोये, सलमान खान के साथ जोड़ी बनाते हुए फिल्म 'मैंने प्यार क्यों किया' की। फिर २००६ में अक्षय कुमार के साथ 'हमको दीवाना कर गए' की सफलता के बाद अक्षय के साथ कैटरीना की जोड़ी हिट हो गई। २००७ में अक्षय कुमार के साथ एक के बाद एक दो फिल्मों 'नमस्ते लंदन' और 'वेलकम' तथा गोविंदा और सलमान खान के साथ फिल्म 'पार्टनर' की सफलता ने कैटरीना को बॉलीवुड की लकी हीरोइन बना दिया। इन फिल्मों में २१ साल की कैटरीना कैफ के नायक उनसे दोगुनी उम्र के थे। लेकिन, थर्टी प्लस के सलमान खान, गोविंदा और अक्षय कुमार थे। २००९ में आई अजब प्रेम की गज़ब कहानी। इस फिल्म में वह अपने हमउम्र रणबीर कपूर की नायिका थी। 'अजब प्रेम की गज़ब कहानी' हिट हुई। फिल्म राजनीति' की सफलता ने कैटरीना कैफ को अपने से उम्र में काफी बड़े अभिनेताओं के साथ जोड़ी बनाने की मज़बूरी से कैटरीना को उबार दिया। इस दौरान, कैटरीना कैफ ने इमरान खान और अली ज़फर के साथ फिल्म 'मेरे ब्रदर की दुल्हन' को खुद के बूते पर हिट बना कर अपनी दर्शकों पर पकड़ साबित कर दी। कैटरीना कैफ ने अक्षय कुमार और सलमान खान की नायिका के ठप्पे से छुटकारा पाने के लिए ह्रितिक रोशन के साथ फ़िल्में करनी शुरू कर दी। 'ज़िन्दगी न मिलेगी दुबारा' में ह्रितिक उनके नायक थे। 'अग्निपथ' में नायक ह्रितिक रोशन के लिए कैटरीना ने एक आइटम करना मंज़ूर कर लिया। फिर वह 'बैंग बैंग' फिल्म में भी ह्रितिक रोशन की नायिका बनी। तीनों खान यानि सलमान खान, आमिर खान और शाहरुख़ खान के साथ सफल जोड़ी बनाने वाली कैटरीना कैफ अब चौथे खान सैफ अली खान के साथ फैंटम कर रही हैं। कैटरीना कैफ इस समय रणबीर कपूर के साथ 'जग्गा जासूस' कर रही हैं तो अपने से उम्र में छोटे आदित्य रॉय कपूर के साथ अभिषेक कपूर की फिल्म 'फितूर' में जोड़ी बना रही हैं। फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की अनाम फिल्म में कैटरीना के नायक सिद्धार्थ मल्होत्रा उनसे एक साल छोटे हैं। सुना है कि वह एक फिल्म अपने से काफी जूनियर रणवीर सिंह के साथ भी करने जा रही हैं। इस प्रकार से कैटरीना कैफ भी मीना कुमारी, नंदा और माला सिन्हा जैसी अभिनेत्रियों की केटेगरी में आ गई हैं, जिन्होंने अपने से काफी युवा अभिनेताओं के साथ बतौर नायिका फ़िल्में की।
कैटरीना कैफ, अपना करियर बड़ी चतुराई से हैंडल कर रही हैं। 'बूम' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म से करियर शुरुआत करने के बावजूद कैटरीना आज बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस में शुमार हो रही हैं, तो इसकी हक़दार कैटरीना ही हैं। 'बूम' की असफलता के बावजूद कैटरीना कैफ ने बिना हौसला खोये, सलमान खान के साथ जोड़ी बनाते हुए फिल्म 'मैंने प्यार क्यों किया' की। फिर २००६ में अक्षय कुमार के साथ 'हमको दीवाना कर गए' की सफलता के बाद अक्षय के साथ कैटरीना की जोड़ी हिट हो गई। २००७ में अक्षय कुमार के साथ एक के बाद एक दो फिल्मों 'नमस्ते लंदन' और 'वेलकम' तथा गोविंदा और सलमान खान के साथ फिल्म 'पार्टनर' की सफलता ने कैटरीना को बॉलीवुड की लकी हीरोइन बना दिया। इन फिल्मों में २१ साल की कैटरीना कैफ के नायक उनसे दोगुनी उम्र के थे। लेकिन, थर्टी प्लस के सलमान खान, गोविंदा और अक्षय कुमार थे। २००९ में आई अजब प्रेम की गज़ब कहानी। इस फिल्म में वह अपने हमउम्र रणबीर कपूर की नायिका थी। 'अजब प्रेम की गज़ब कहानी' हिट हुई। फिल्म राजनीति' की सफलता ने कैटरीना कैफ को अपने से उम्र में काफी बड़े अभिनेताओं के साथ जोड़ी बनाने की मज़बूरी से कैटरीना को उबार दिया। इस दौरान, कैटरीना कैफ ने इमरान खान और अली ज़फर के साथ फिल्म 'मेरे ब्रदर की दुल्हन' को खुद के बूते पर हिट बना कर अपनी दर्शकों पर पकड़ साबित कर दी। कैटरीना कैफ ने अक्षय कुमार और सलमान खान की नायिका के ठप्पे से छुटकारा पाने के लिए ह्रितिक रोशन के साथ फ़िल्में करनी शुरू कर दी। 'ज़िन्दगी न मिलेगी दुबारा' में ह्रितिक उनके नायक थे। 'अग्निपथ' में नायक ह्रितिक रोशन के लिए कैटरीना ने एक आइटम करना मंज़ूर कर लिया। फिर वह 'बैंग बैंग' फिल्म में भी ह्रितिक रोशन की नायिका बनी। तीनों खान यानि सलमान खान, आमिर खान और शाहरुख़ खान के साथ सफल जोड़ी बनाने वाली कैटरीना कैफ अब चौथे खान सैफ अली खान के साथ फैंटम कर रही हैं। कैटरीना कैफ इस समय रणबीर कपूर के साथ 'जग्गा जासूस' कर रही हैं तो अपने से उम्र में छोटे आदित्य रॉय कपूर के साथ अभिषेक कपूर की फिल्म 'फितूर' में जोड़ी बना रही हैं। फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की अनाम फिल्म में कैटरीना के नायक सिद्धार्थ मल्होत्रा उनसे एक साल छोटे हैं। सुना है कि वह एक फिल्म अपने से काफी जूनियर रणवीर सिंह के साथ भी करने जा रही हैं। इस प्रकार से कैटरीना कैफ भी मीना कुमारी, नंदा और माला सिन्हा जैसी अभिनेत्रियों की केटेगरी में आ गई हैं, जिन्होंने अपने से काफी युवा अभिनेताओं के साथ बतौर नायिका फ़िल्में की।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'पीकू' पर 'मकड़ जाल' या सनी लियॉन का 'कुछ कुछ लोचा है'
'पीकू' 'मकड़ जाल' में फंसी छटपटा रही होगी। हम जिस 'पीकू' की बात कर रहे हैं, वह अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण की फिल्म है। फिल्म में बड़ी फिल्मों के छोटे खान यानि इरफ़ान खान भी हैं। वह पहली बार किसी फिल्म में रोमांस, वह भी दीपिका पादुकोण के साथ, लड़ा रहे हैं। एक फिल्म का नाम भी 'मकड़ जाल' है, जो 'पीकू' के वीकेंड में रिलीज़ हो रही है। पीकू की बड़ी स्टार कास्ट के सामने 'मकड़ जाल की अमित पुंडीर और अष्मिता बक्शी की स्टार कास्ट काफी छोटी है। लेकिन, सनी लियॉन की फिल्म 'कुछ कुछ लोचा है' के कारण 'मकड़ जाल' सचमुच 'पीकू' के लिए मकड़ जाल साबित हो रही है। चार फिल्मों के बाद, सनी लियॉन ने बॉलीवुड में अपना एक छोटा ही सही, लेकिन अपना मुकाम बना लिया है। उन्होंने इसी साल फिल्म 'एक पहेली लीला' को अमिताभ बच्चन और धनुष की फिल्म 'षमिताभ' से ज़्यादा ओपनिंग दिलवा कर मात दी है ।' कुछ लोचा है' एक सेक्स कॉमेडी फिल्म है। सेक्स कॉमेडी शैली में बनी फिल्मों ने अपने दर्शक बना लिए हैं। इसलिए '२ एस' यानि सनी लियॉन और सेक्स कॉमेडी 'कुछ कुछ लोचा है' को हफ्ते की हॉट फिल्म बना देती हैं। वहीँ अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण की बाप-बेटी रिलेशन पर फिल्म 'पीकू' में गंभीरता और माहौल का भारीपन फिल्म से दर्शकों को दूर करने वाला है। अमिताभ बच्चन अब दर्शक जुटा नहीं पाते। दीपिका पादुकोण की यह पहली परीक्षा होगी कि वह अपने विटामिन डी (यानि दीपिका) के ज़रिये दर्शकों को कितना आकर्षित कर सकती हैं । उनका वीडियो 'माय चॉइस' वीमेन लिब वाली महिलाओं को तो उत्साहित कर सकता है। लेकिन, विटामिन एस के लिए बेताब दर्शकों को विटामिन डी के फायदे गिना पाने में दीपिका पादुकोण फिलहाल नाकाम नज़र आ रही हैं। इस लिहाज़ से 'कुछ कुछ लोचा है' को 'पीकू' से तो नहीं 'मकड़ जाल' से चुनौती मिल सकती है। मकड़ जाल पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म है। निर्माताओं की माने तो इसमे सब कुछ है। रोमांस भी, एक्शन भी और सेक्स भी। फिल्म के पोस्टर में अभिनेत्री अष्मिता बक्शी नंगी पीठ के साथ नज़र आ रही हैं। इसलिए, 'मकड़ जाल' 'कुछ कुछ लोचा है' के दर्शकों पर डाका डाल सकती है। इसलिए यह कहना तो सही है कि विटामिन दीपिका पादुकोण पर विटामिन सनी लियॉन और सेक्स भारी पड़ने जा रहा है। लेकिन, वह 'मकड़ जाल' के जाल से निकल कर दूसरे नंबर का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन जरूर कर लेगी।
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इस शुक्रवार
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रेडियो चैनल 'फीवर १०४ एफएम' पर 'पीकू' टीम (फोटोज)
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Tuesday, 5 May 2015
इस हफ्ते के कुछ चित्र (फोटोज)
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पुराने गीतों के रीमिक्स शाहिद कपूर-अलिया भट्ट के ठुमके
निर्देशक विकास बहल को पुराने ज़माने की सुपर हिट फिल्मों के रीमिक्स अपनी फिल्म में रखने का चस्का लग गया है । अपनी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता फिल्म 'क्वीन' में उन्होंने १९७३ में रिलीज़ फिल्म 'अनहोनी' का संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की धुन पर आशा भोंसले का गाया सुपर हिट गीत 'हंगामा हो गया' को अमित त्रिवेदी से रीमिक्स करवा कर अभिनेत्री कंगना रनौत पर फिल्माया था। यह तो नहीं कहा जा सकता कि इस एक गीत की वज़ह से क्वीन हिट हो गई। लेकिन, यह गीत फिल्म का ज़बरदस्त आकर्षण ज़रूर था। अब विकास बहल दो कदम आगे बढे है। उन्होंने शाहिद कपूर और अलिया भट्ट के साथ अपनी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'शानदार' में दो पुरानी फिल्मों के हिट गीतों को रीमिक्स कर फिल्म में शामिल किया है। उन्होंने फैंटम फिल्म के पसंदीदा रीमिक्स कंपोजर मिकी मैकक्लेअरी से १९५८ की सुनील दत्त और शकीला अभिनीत फिल्म 'पोस्ट बॉक्स ९९९' का हेमंत कुमार और लता मंगेशकर का गाया 'नींद न मुझको आये' गीत रीमिक्स करवाया है। इस गीत के संगीतकार कल्याणजी वीरजीशाह थे। इस गीत को नींद न आने की बीमारी से ग्रस्त शाहिद कपूर और आलिया भट्ट पर फिल्माया गया है। इसी प्रकार से मिकी ने फिल्म आशा (१९५७) के सी रामचन्द्र के कंपोज़ और किशोर कुमार-आशा भोंसले के गाये गीत 'ईना मीना डीका' को भी रीमिक्स किया है। यह गीत किशोर कुमार और वैजयंतीमाला पर फिल्माया गया था। फिल्म आशा का यह गीत जहां दोगाने के तौर पर था, मिकी ने इसे केवल गायिका की आवाज़ में रिकॉर्ड करवाया है। 'शानदार' १४ सितम्बर २०१५ को रिलीज़ होगी ।
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गीत संगीत,
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 4 May 2015
‘मैं चुनौती मानता हॅू हर किरदार को'- गौतम अरोड़ा
साउथ की अनेक फिल्में करने के बाद में गौतम अरोडा रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण के साथ इम्तियाज़ अली की फिल्म ‘तमाशा' से बालीवुड में डेब्यू करने जा रहे है । दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगें, और बर्फी जैसी फिल्मों को पसंद करने वाले गौतम सही मायने में सलमान खान के दीवाने रहे है ।गौतम को बचपन से ही अभिनय का शौक था, लेकिन बालीवुड में कोई दूर तक रिश्तेदार नही था । इसलिए फ़िल्में पाने के लिए काफी सघर्ष करना पडा । पहले माॅडलिंग की फिर डीजे बने और अभिनय की पायदान पर आ पहुंचे हैं । आज वह तीनों ही जगह सक्रिय है । गौतम के अभिनय करियर की शुरुआत साउथ की कई हिट फिल्मों से हुई है । अब ‘तमाशा’ के ज़रिये वह हिन्दी फिल्म दर्शकों की तरफ मुखातिब है। पेश है कुछ अंश-
आप तीन साल बाद हिंदी फिल्म पा सके। आपके लिए यह कैसा अनुभव रहा?
तीन वर्षों के बाद पुनः फिल्म इंडस्ट्री में आगे आना स्वयं में काफी चुनौतीपूर्ण था। मैंने एक कदम पीछे इसलिए हटाया ताकि लंबी छलांग मार सकूँ । पिछले कई वषों में मैं माॅडल ,डीजे और दक्षिण की फिल्मो में अभिनेता तो बन गया, परंतु अपनी जड़ों तथा हकीकत से दूर चला गया। पिछले 3 वर्षों में मैंने हकीकत को जानने की कोशिश की। फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से दूर रह कर जीवन के विभिन्न पहलुओं का जानने का मौका मिला। यह अनुभव भी काफी जरूरी था ।
‘तमाशा’ फिल्म की शूटिंग के दौरान रंणवीर कपूर के साथ यादगार पल कौन से रहे?
तीन वर्षों के बाद मैं किसी हिंदी फिल्म के सैट पर आने के कारण मैं काफी डरा हुआ था । मेरे मन में भय व खौफ था। कैमरे का सामना करने के लिए अनुभव काफी जरूरी था । शूटिंग के दौरान रणवीर के साथ काम करते हुए मैंने उनको बहुत बारीकी से देखा और उनसे प्रेरणा भी लेता रहा।
आपने साउथ की हिट फिल्मों में काम किया है। क्या आपको लगता है कि आपके जीवन का सबसे अच्छा समय आ चुका है या फिर बाद में आएगा?
(हंसते हुए) - अभी तो पिक्चर बाकी है मेरे भाई, यह तो ट्रेलर था। अभी मेरा अच्छा समय आना है। मैं जब तक इंडस्ट्री में रहूंगा तब तक अपने अच्छे अभिनय से लोगों को प्रभावित करने की कोशिश करूंगा। मैं कॉमेडी और रोमांटिक फिल्म करना चाहता हूं। परंतु मुझे इसका अधिक मौका नहीं मिला। इस फिल्म के दौरान मैंने काफी एंज्वाय किया।
(हंसते हुए) - अभी तो पिक्चर बाकी है मेरे भाई, यह तो ट्रेलर था। अभी मेरा अच्छा समय आना है। मैं जब तक इंडस्ट्री में रहूंगा तब तक अपने अच्छे अभिनय से लोगों को प्रभावित करने की कोशिश करूंगा। मैं कॉमेडी और रोमांटिक फिल्म करना चाहता हूं। परंतु मुझे इसका अधिक मौका नहीं मिला। इस फिल्म के दौरान मैंने काफी एंज्वाय किया।
इम्तिआज अली काफी सुलझे डारेक्टर है,उनके साथ काम करने कैसा अनुभव रहे ?
इम्तियाज जी,अनुभवी व सुलझे इंसान है। कलाकारों से कैसे काम लिया जाता है वह अच्छी तरह से जानते है और उसी के अनुरूप काम लेते है। मेरा उनके साथ करने का एक अलग ही अनुभव रहा है।
इम्तियाज जी,अनुभवी व सुलझे इंसान है। कलाकारों से कैसे काम लिया जाता है वह अच्छी तरह से जानते है और उसी के अनुरूप काम लेते है। मेरा उनके साथ करने का एक अलग ही अनुभव रहा है।
साउथ की फिल्मोें में अच्छा कर रहे है। बालीवुड में आने की कोई खास वजह ?
मेरे पास भी साउथ कई फिल्मों के आफर है, लेकिन तमाशा ख़ास फिल्म है। इसलिए मुझे आफर मिला तो मैने हाॅ कर दी ।
मेरे पास भी साउथ कई फिल्मों के आफर है, लेकिन तमाशा ख़ास फिल्म है। इसलिए मुझे आफर मिला तो मैने हाॅ कर दी ।
आप माॅडल और डीजे भी हैं। कैसे मैनेंज करते हैं इसे ?
मैं कम किन्तु अच्छा काम करना पंसद करता हॅू। उसी के मुताबिक काम करता हॅू। साथ ही इस वक्त का ध्यान रखता हॅू कि किसी की भी डेटस क्लेश ना हो।
राजेंद्र कांडपाल
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सोनम कपूर का नीरजा भनोट लुक
पैन अमेरिका की फ्लाइट ७३ को ५ मई १९८६ को आतंकवादियों द्वारा हाईजैक कर लिया गया था। इस फ्लाइट के अटैंडेंट २३ साल की नीरजा भनोट ने अपनी जान पर खेल कर प्लेन के यात्रियों को बाहर की कोशिश की थी। इसी कोशिश में उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। नीरजा को इस बहादुरी के लिए मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान अशोक चक्र दिया गया। सोनम कपूर इसी बहादुर महिला के जीवन पर बनाई जा रही फिल्म में केंद्रीय भूमिका कर रही हैं। मशहूर फैशन फोटोग्राफर अतुल कस्बेकर इस फिल्म को फॉक्स स्टार सुडिओस के साथ अपनी कंपनी ब्लिंग मीडिया के अंतर्गत बना रहे हैं। फिल्म का निर्देशन राम माधवानी कर रहे हैं। इस फिल्म में अपना पहला लुक अभिनेत्री सोनम कपूर ने जारी किया। पेश है सोनम कपूर का नीरजा भनोट लुक।
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