कभी कॉमेडियनों और कॉमेडी फिल्मों का ज़माना था। तब के हास्य अभिनेताओ के लिए पारिवारिक फिल्मों में समान्तर ट्रैक लिखवाये जाते थे। हीरो-हीरोइन के मुकाबले कॉमेडियन जोड़ी को काफी फुटेज दिया जाता था। किशोर कुमार, महमूद, जॉनी वॉकर, शोभा खोटे, आदि कॉमेडियनों को हीरो बना कर फ़िल्में बनाई गई। कॉमेडियन एक्टरों की फिल्मों की नायिका उस ज़माने की बड़ी एक्ट्रेस तक हुआ करती थी।
कॉमेडियन नदारद
आज माहौल बिलकुल अलग है। सत्तर के दशक में एक्शन फिल्मों की शुरुआत के साथ ही राजेन्द्रनाथ, धूमल, महमूद, जॉनी वॉकर, जैसे कॉमेडियन नेपथ्य में चले गए। जब नायक अभिनेताओं ने कॉमेडी करनी शुरू कर दी तो हिंदी फिल्मों से हास्य अभिनेता बिलकुल ख़त्म हो गए। अब ऐसे अभिनेताओं ने कॉमेडी की कमान सम्हाल ली है, जो सीरियस अभिनय कर सकते हैं। नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म फ्रीकी अली ऐसा इकलौता उदाहरण फिल्म नहीं। अब तो कॉमेडी के नए नए रूप दिखाई देने लगे हैं। एक्शन कॉमेडी है तो एडल्ट कॉमेडी भी और सेक्स कॉमेडी भी। रोमकॉम यानि रोमांटिक कॉमेडी फ़िल्में भी बहुत सी बन रही है। पिछले साल, यानि २०१६ में अक्षय कुमार ने हाउसफुल ३ जैसी १०० करोड़िया फिल्म दी थी। एक प्रकार से कहा जा सकता है कि अक्षय कुमार थ्रिलर फिल्मों के अलावा एक्शन कॉमेडी या रोमकॉम फिल्मों से अपनी कॉमेडी शैली विकसित कर चुके हैं।
कॉमेडी की भिन्न शैलियों वाली फ़िल्में
२०१७ की शुरुआत कॉमेडी फिल्म प्रकाश इलेक्ट्रॉनिक से हुई थी। लेकिन, यह फिल्म फ्लॉप हुई। इसके बाद रिलीज़ क्राइम कॉमेडी फिल्म कॉफ़ी विथ डी भी फ्लॉप हुई। अलबत्ता अक्षय कुमार की
एक्शन और रोमांस वाली कॉमेडी ड्रामा फिल्म जॉली एलएलबी २ ने कॉमेडी फिल्मों के १०० करोड़ कमाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस साल भिन्न शैली की कई कॉमेडी फ़िल्में रिलीज़ होंगी। मसलन, रोमांस-कॉमेडी (बद्रीनाथ की दुल्हनिया, फिल्लौरी, भँवरे, मेरी प्यारी बिंदु, हाफ गर्लफ्रेंड, बरेली की बर्फी, मुबारकां), एक्शन- कॉमेडी (आ गया हीरो, जुड़वा २), ड्रामा- कॉमेडी (अनारकली ऑफ़ आरा, जग्गा जासूस, नूर) के अलावा अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म गोलमाल अगेन, अक्षय कुमार की रोमांस व्यंग्य फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा तथा हास्य से भरपूर के विज्ञानं फंतासी फ़िल्म भी रिलीज़ होगी। ऎसी कोई फिल्म सीरियस मोड़ ले सकती है। लेकिन, उसका ट्रीटमेंट कॉमेडी की छौंक के साथ ही होगा। जैसे सोनाक्षी सिन्हा की अप्रैल में रिलीज़ होने जा रही फिल्म नूर है। यह एक ऎसी पत्रकार की कहानी है, जो जिस किसी काम को करने की कोशिश करती है, कुछ न कुछ गड़बड़ हो जाती है। यह कॉमेडी ट्रैक से शुरुआत करती फिल्म मध्यांतर के बाद गंभीर मोड़ लेती है। इस साल की ख़ास बात यह होगी कि कोई भी एडल्ट कॉमेडी या सेक्स कॉमेडी फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। गोविंदा और आज का गोविंदा वरुण धवन
अस्सी के दशक के कॉमेडियन हीरो गोविंदा की एक्शन कॉमेडी फिल्म आ गया हीरो रिलीज़ होगी। लेकिन इस फिल्म की रिलीज़ से एक हफ्ता पहले आज के गोविंदा वरुण धवन की रोमकॉम फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया रिलीज़ हो जाएगी। वरुण धवन खुद को आज का गोविंदा मानते हैं। वह बेहतर अभिनय भी कर लेते हैं और अच्छे डांसर भी है। वह जुडवा के सीक्वल जुडवा २ में सलमान खान के जूते में पैर डाल रहे होंगे। वरुण धवन सही मायनों में कॉमेडियन हीरो हैं।
सीरियस रोल करने वाले कॉमेडियन
अब हिंदी फिल्मों में हरफनमौला युवा अभिनेता आ गए हैं। यह अभिनेता अच्छी कॉमेडी भी कर जाते हैं और सीरियस रोल भी कर लेते हैं। अमित साध को ही लीजिये। उन्होंने कॉमेडी ड्रामा फिल्म रनिंग शादी डॉट कॉम की थी तो वह एक्शन थ्रिलर सरकार ३ में खून खराबा करने को तैयार रहने वाला किरदार कर रहे हैं। संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी, स्वरा भास्कर, ऋचा चड्डा, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, आदि जिस शिद्दत के साथ सीरियस रोल कर सकते हैं, उसी शिद्दत से हास्य अभिनय भी कर ले जाते हैं। पंकज त्रिपाठी को पहचानते हैं आप ! वही गैंग्स ऑफ़ वासेपुर के सुल्तान कुरैशी ! वह जितना अच्छा अभिनय खल भूमिकाओं में करते हैं, उतना ही सीरियस कॉमेडी अभिनय अपनी फुकरे, ग्लोबल बाबा और दिलवाले जैसी फिल्मों में कर ले जाते हैं। संजय मिश्र भी लाजवाब हैं। वह गंभीर और हास्य फिल्मों को पूरी महारत से करते हैं। ऋचा चड्डा ने दिबाकर बनर्जी की कॉमेडी फिल्म ओये लकी लकी ओये से अपने करियर की शुरुआत की थी। वह जितनी सफल कॉमेडी फिल्मों (बेनी और बबलू, फुकरे, आ गया हीरो) में हैं, उतनी ही सफल गंभीर फिल्मों (गैंग्स ऑफ़ वासेपुर, रामलीला, मसान, चाक एंड डस्टर) में भी हैं। सलमान खान के साथ फिल्म प्रेम रतन धन पायो में राजकुमारी चन्द्रिका की गंभीर भूमिका करने वाली स्वरा भास्कर फिल्म अनारकली ऑफ़ आरा में हंसा हंसा के लोटपोट भी कर रही हैं। विक्की डोनर के हीरो आयुष्मान खुराना की इस साल तीन कॉमेडी फ़िल्में मेरी प्यारी बिंदु, बरेली की बर्फी और शुभ मंगल सावधान रिलीज़ होंगी। राजकुमार राव ने शाहिद और अलीगढ से अपनी गंभीर अभिनेता वाली इमेज बना रखी है। यही राजकुमार राव बरेली की बर्फी के अलावा फिल्म फाइव वेडिंग्स और शिमला मिर्ची में बढ़िया कॉमेडी करते नज़र आएंगे। पिछले साल फिल्म पिंक से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली तापसी पन्नू इस साल जहाँ रनिंग शादी और जुड़वा २ में कॉमेडी के रंग बिखेरेंगी, वहीँ नाम शबाना में हैरतअंगेज़ एक्शन भी कर रही होंगी। उड़ता पंजाब के लिए श्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार पाने वाली आलिया भट्ट फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया में हंसा हंसा कर लोटपोट करने जा रही हैं।
कॉमेडी फिल्मों के किंग अक्षय कुमार
अक्षय कुमार २००० में प्रियदर्शन की कॉमेडी फिल्म हेरा फेरी से हास्य अभिनय की ओर मुड़े। उन्होंने खिलाडी ४२०, आवारा पागल दीवाना, मुझसे शादी करोगी, गरम मसाला, फिर हेरा फेरी, भागम भाग, हे बेबी, भूल भुलैया (थ्रिलर कॉमेडी फिल्म), वेलकम, सिंह इज किंग, चांदनी चौक टू चाइना, दे दना दन, हाउसफुल सीरीज की फिल्मों, खट्टा मीठा, थैंक यू, देसी बॉयज़, राउडी राठौर, ओएमजी ओह माय गॉड, बॉस, एंटरटेनमेंट, द शौकीन्स, सिंह इज ब्लिंग, आदि फिल्मों के ज़रिये खुद का नाम कॉमेडी हीरो के रूप में भी दर्ज कराया।
कॉमेडी फिल्मों बदला हुआ है। जहाँ, खालिस रोमकॉम या एक्शन कॉमेडी फ़िल्में बनाई जा रही है, वहीँ व्यवस्था पर चोट करने वाली फिल्मों का निर्माण भी हो रहा है। अनारकली ऑफ़ आरा राजनीतिक व्यंग्य फिल्म है। टॉयलेट एक प्रेम कथा प्रधान मंत्री के स्वच्छता अभियान के तहत गांव में टॉयलेट की ज़रुरत को हलके फुल्के ढंग से पेश करती है। फाइव वेडिंग्स में दैनिक जीवन पर पुलिसिया दखल को दर्शाती है। हिंदी फिल्मों के सशक्त अभिनेताओं ने इन फिल्मों को परदे पर दर्शनीय बना दिया है।
राजेंद्र कांडपाल
कॉमेडियन नदारद
आज माहौल बिलकुल अलग है। सत्तर के दशक में एक्शन फिल्मों की शुरुआत के साथ ही राजेन्द्रनाथ, धूमल, महमूद, जॉनी वॉकर, जैसे कॉमेडियन नेपथ्य में चले गए। जब नायक अभिनेताओं ने कॉमेडी करनी शुरू कर दी तो हिंदी फिल्मों से हास्य अभिनेता बिलकुल ख़त्म हो गए। अब ऐसे अभिनेताओं ने कॉमेडी की कमान सम्हाल ली है, जो सीरियस अभिनय कर सकते हैं। नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म फ्रीकी अली ऐसा इकलौता उदाहरण फिल्म नहीं। अब तो कॉमेडी के नए नए रूप दिखाई देने लगे हैं। एक्शन कॉमेडी है तो एडल्ट कॉमेडी भी और सेक्स कॉमेडी भी। रोमकॉम यानि रोमांटिक कॉमेडी फ़िल्में भी बहुत सी बन रही है। पिछले साल, यानि २०१६ में अक्षय कुमार ने हाउसफुल ३ जैसी १०० करोड़िया फिल्म दी थी। एक प्रकार से कहा जा सकता है कि अक्षय कुमार थ्रिलर फिल्मों के अलावा एक्शन कॉमेडी या रोमकॉम फिल्मों से अपनी कॉमेडी शैली विकसित कर चुके हैं।
कॉमेडी की भिन्न शैलियों वाली फ़िल्में
२०१७ की शुरुआत कॉमेडी फिल्म प्रकाश इलेक्ट्रॉनिक से हुई थी। लेकिन, यह फिल्म फ्लॉप हुई। इसके बाद रिलीज़ क्राइम कॉमेडी फिल्म कॉफ़ी विथ डी भी फ्लॉप हुई। अलबत्ता अक्षय कुमार की
एक्शन और रोमांस वाली कॉमेडी ड्रामा फिल्म जॉली एलएलबी २ ने कॉमेडी फिल्मों के १०० करोड़ कमाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस साल भिन्न शैली की कई कॉमेडी फ़िल्में रिलीज़ होंगी। मसलन, रोमांस-कॉमेडी (बद्रीनाथ की दुल्हनिया, फिल्लौरी, भँवरे, मेरी प्यारी बिंदु, हाफ गर्लफ्रेंड, बरेली की बर्फी, मुबारकां), एक्शन- कॉमेडी (आ गया हीरो, जुड़वा २), ड्रामा- कॉमेडी (अनारकली ऑफ़ आरा, जग्गा जासूस, नूर) के अलावा अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म गोलमाल अगेन, अक्षय कुमार की रोमांस व्यंग्य फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा तथा हास्य से भरपूर के विज्ञानं फंतासी फ़िल्म भी रिलीज़ होगी। ऎसी कोई फिल्म सीरियस मोड़ ले सकती है। लेकिन, उसका ट्रीटमेंट कॉमेडी की छौंक के साथ ही होगा। जैसे सोनाक्षी सिन्हा की अप्रैल में रिलीज़ होने जा रही फिल्म नूर है। यह एक ऎसी पत्रकार की कहानी है, जो जिस किसी काम को करने की कोशिश करती है, कुछ न कुछ गड़बड़ हो जाती है। यह कॉमेडी ट्रैक से शुरुआत करती फिल्म मध्यांतर के बाद गंभीर मोड़ लेती है। इस साल की ख़ास बात यह होगी कि कोई भी एडल्ट कॉमेडी या सेक्स कॉमेडी फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। गोविंदा और आज का गोविंदा वरुण धवन
अस्सी के दशक के कॉमेडियन हीरो गोविंदा की एक्शन कॉमेडी फिल्म आ गया हीरो रिलीज़ होगी। लेकिन इस फिल्म की रिलीज़ से एक हफ्ता पहले आज के गोविंदा वरुण धवन की रोमकॉम फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया रिलीज़ हो जाएगी। वरुण धवन खुद को आज का गोविंदा मानते हैं। वह बेहतर अभिनय भी कर लेते हैं और अच्छे डांसर भी है। वह जुडवा के सीक्वल जुडवा २ में सलमान खान के जूते में पैर डाल रहे होंगे। वरुण धवन सही मायनों में कॉमेडियन हीरो हैं।
सीरियस रोल करने वाले कॉमेडियन
अब हिंदी फिल्मों में हरफनमौला युवा अभिनेता आ गए हैं। यह अभिनेता अच्छी कॉमेडी भी कर जाते हैं और सीरियस रोल भी कर लेते हैं। अमित साध को ही लीजिये। उन्होंने कॉमेडी ड्रामा फिल्म रनिंग शादी डॉट कॉम की थी तो वह एक्शन थ्रिलर सरकार ३ में खून खराबा करने को तैयार रहने वाला किरदार कर रहे हैं। संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी, स्वरा भास्कर, ऋचा चड्डा, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, आदि जिस शिद्दत के साथ सीरियस रोल कर सकते हैं, उसी शिद्दत से हास्य अभिनय भी कर ले जाते हैं। पंकज त्रिपाठी को पहचानते हैं आप ! वही गैंग्स ऑफ़ वासेपुर के सुल्तान कुरैशी ! वह जितना अच्छा अभिनय खल भूमिकाओं में करते हैं, उतना ही सीरियस कॉमेडी अभिनय अपनी फुकरे, ग्लोबल बाबा और दिलवाले जैसी फिल्मों में कर ले जाते हैं। संजय मिश्र भी लाजवाब हैं। वह गंभीर और हास्य फिल्मों को पूरी महारत से करते हैं। ऋचा चड्डा ने दिबाकर बनर्जी की कॉमेडी फिल्म ओये लकी लकी ओये से अपने करियर की शुरुआत की थी। वह जितनी सफल कॉमेडी फिल्मों (बेनी और बबलू, फुकरे, आ गया हीरो) में हैं, उतनी ही सफल गंभीर फिल्मों (गैंग्स ऑफ़ वासेपुर, रामलीला, मसान, चाक एंड डस्टर) में भी हैं। सलमान खान के साथ फिल्म प्रेम रतन धन पायो में राजकुमारी चन्द्रिका की गंभीर भूमिका करने वाली स्वरा भास्कर फिल्म अनारकली ऑफ़ आरा में हंसा हंसा के लोटपोट भी कर रही हैं। विक्की डोनर के हीरो आयुष्मान खुराना की इस साल तीन कॉमेडी फ़िल्में मेरी प्यारी बिंदु, बरेली की बर्फी और शुभ मंगल सावधान रिलीज़ होंगी। राजकुमार राव ने शाहिद और अलीगढ से अपनी गंभीर अभिनेता वाली इमेज बना रखी है। यही राजकुमार राव बरेली की बर्फी के अलावा फिल्म फाइव वेडिंग्स और शिमला मिर्ची में बढ़िया कॉमेडी करते नज़र आएंगे। पिछले साल फिल्म पिंक से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली तापसी पन्नू इस साल जहाँ रनिंग शादी और जुड़वा २ में कॉमेडी के रंग बिखेरेंगी, वहीँ नाम शबाना में हैरतअंगेज़ एक्शन भी कर रही होंगी। उड़ता पंजाब के लिए श्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार पाने वाली आलिया भट्ट फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया में हंसा हंसा कर लोटपोट करने जा रही हैं।
कॉमेडी फिल्मों के किंग अक्षय कुमार
अक्षय कुमार २००० में प्रियदर्शन की कॉमेडी फिल्म हेरा फेरी से हास्य अभिनय की ओर मुड़े। उन्होंने खिलाडी ४२०, आवारा पागल दीवाना, मुझसे शादी करोगी, गरम मसाला, फिर हेरा फेरी, भागम भाग, हे बेबी, भूल भुलैया (थ्रिलर कॉमेडी फिल्म), वेलकम, सिंह इज किंग, चांदनी चौक टू चाइना, दे दना दन, हाउसफुल सीरीज की फिल्मों, खट्टा मीठा, थैंक यू, देसी बॉयज़, राउडी राठौर, ओएमजी ओह माय गॉड, बॉस, एंटरटेनमेंट, द शौकीन्स, सिंह इज ब्लिंग, आदि फिल्मों के ज़रिये खुद का नाम कॉमेडी हीरो के रूप में भी दर्ज कराया।
कॉमेडी फिल्मों बदला हुआ है। जहाँ, खालिस रोमकॉम या एक्शन कॉमेडी फ़िल्में बनाई जा रही है, वहीँ व्यवस्था पर चोट करने वाली फिल्मों का निर्माण भी हो रहा है। अनारकली ऑफ़ आरा राजनीतिक व्यंग्य फिल्म है। टॉयलेट एक प्रेम कथा प्रधान मंत्री के स्वच्छता अभियान के तहत गांव में टॉयलेट की ज़रुरत को हलके फुल्के ढंग से पेश करती है। फाइव वेडिंग्स में दैनिक जीवन पर पुलिसिया दखल को दर्शाती है। हिंदी फिल्मों के सशक्त अभिनेताओं ने इन फिल्मों को परदे पर दर्शनीय बना दिया है।
राजेंद्र कांडपाल