हर दशक की तरह, २०१० के दशक ने भी बड़े बजट, बड़े सितारों वाली फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरते देखा। इस दशक की फ्लॉप हुई फिल्मों में ह्रितिक रोशन और कंगना रनौत की फिल्म काइट्स (बजट ५० करोड़), ऐश्वर्या राय बच्चन, अभिषेक बच्चन, विक्रम और गोविंदा की फिल्म रावण (बजट ३० करोड़), अभिषेक बच्चन, राणा डग्गुबाती और बिपाशा बासु की फिल्म दम मारो दम (बजट ३१ करोड़), आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में प्रियंका चोपड़ा, इरफ़ान खान, जॉन अब्राहम और नील नितिन मुकेश की फिल्म ७ खून माफ़ (बजट १५ करोड़), अक्षय कुमार और अनुष्का शर्मा की फिल्म पटियाला हाउस (बजट २६ करोड़), अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म आरक्षण (बजट ४२ करोड़), शाहिद कपूर और सोनम कपूर की फिल्म मौसम (बजट ३८ करोड़), विनोद खन्ना, अभिषेक बच्चन, बॉबी देओल, बिपाशा बासु, सोनम कपूर, नील नितिन मुकेश की फिल्म प्लेयर्स (बजट ७० करोड़), सैफ अली खान और करीना कपूर की फिल्म एजेंट विनोद (बजट ६० करोड़), अजय देवगन, अनिल कपूर, मोहनलाल, कंगना रनोट और समीरा रेड्डी की फिल्म तेज़ (बजट ५२ करोड़), अमिताभ बच्चन, संजय दत्त, राणा डग्गुबाती की फिल्म डिपार्टमेंट (बजट ३२ करोड़), अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म जोकर (बजट ४७ करोड़), अर्जुन रामपाल, मनोज बाजपेई एशा गुप्ता की फिल्म चक्रव्यूह (बजट ३० करोड़), अजय देवगन और तमन्ना भाटिया की फिल्म हिम्मतवाला (बजट ६८ करोड़), प्रीटी ज़िंटा की फिल्म इश्क इन पेरिस (बजट १५ करोड़), अक्षय कुमार, सोनाक्षी सिन्हा, इमरान खान की फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा (बजट ८५ करोड़), रामचरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, संजय दत्त और प्रकाश राज की फिल्म ज़ंजीर (बजट ६० करोड़), अमिताभ बच्चन, अजय देवगन, करीना कपूर और अर्जुन रामपाल की फिल्म सत्याग्रह (बजट ५० करोड़), अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म एक्शन जैक्सन (बजट ९३ करोड़), अमिताभ बच्चन और धनुष की फिल्म षमिताभ (बजट ४५ करोड़), रणबीर कपूर और जैकलिन फर्नॅंडेज़ की फिल्म रॉय (बजट ५० करोड़), रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा बॉम्बे वेलवेट (बजट १२० करोड़), अक्षय कुमार, सिद्धार्थ मल्होत्रा, जैकी श्रॉफ और जैकलिन फर्नॅंडेज़ की फिल्म ब्रदर्स (बजट ८२ करोड़), सैफ अली खान और कैटरीना कैफ की फिल्म फैंटम (बजट ७२ करोड़), अक्षय कुमार और एमी जैक्सन की फिल्म सिंह इज ब्लिंग (बजट ९१ करोड़), रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म तमाशा (बजट ६० करोड़), शाहरुख़ खान, काजोल और वरुण धवन की फिल्म दिलवाले (बजट १२७ करोड़), अजय देवगन, सिद्धार्थ रॉय कपूर, कैटरिना कैफ और तब्बू की फिल्म फितूर (बजट ३५ करोड़), हृथिक रोशन और पूजा हेगड़े की फिल्म मोहन जोदड़ो (बजट १२० करोड़), निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म मिर्ज्या (बजट ४५ करोड़), रणवीर सिंह और वाणी कपूर की फिल्म बेफिक्रे (बजट ६४ करोड़), शाहिद कपूर, कंगना रनौत और सैफ अली खान की फिल्म रंगून (बजट ३० करोड़), अमिताभ बच्चन की फिल्म सरकार ३ (बजट १२ करोड़), सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म राब्ता (बजट ४५ करोड़), सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट (बजट १०० करोड़), रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ की फिल्म जग्गा जासूस (बजट १३१ करोड़), शाहरुख़ खान और अनुष्का शर्मा की फिल्म जब हैरी मेट सेजल (बजट ११९ करोड़), अजय देवगन, इमरान हाश्मी और इलीना डिक्रूज़ की फिल्म बादशाहों (बजट ८० करोड़), संजय दत्त की फिल्म भूमि(बजट ३० करोड़), अनिल कपूर और ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म फन्ने खान (बजट ४० करोड़), अमिताभ बच्चन और आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान (बजट ३०० करोड़), अनिल कपूर और जॉन अब्राहम की फिल्म पागलपंथी (बजट ८० करोड़) उल्लेखनीय हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 17 December 2019
बड़ी फ्लॉप फ़िल्में
हर दशक की तरह, २०१० के दशक ने भी बड़े बजट, बड़े सितारों वाली फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरते देखा। इस दशक की फ्लॉप हुई फिल्मों में ह्रितिक रोशन और कंगना रनौत की फिल्म काइट्स (बजट ५० करोड़), ऐश्वर्या राय बच्चन, अभिषेक बच्चन, विक्रम और गोविंदा की फिल्म रावण (बजट ३० करोड़), अभिषेक बच्चन, राणा डग्गुबाती और बिपाशा बासु की फिल्म दम मारो दम (बजट ३१ करोड़), आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में प्रियंका चोपड़ा, इरफ़ान खान, जॉन अब्राहम और नील नितिन मुकेश की फिल्म ७ खून माफ़ (बजट १५ करोड़), अक्षय कुमार और अनुष्का शर्मा की फिल्म पटियाला हाउस (बजट २६ करोड़), अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म आरक्षण (बजट ४२ करोड़), शाहिद कपूर और सोनम कपूर की फिल्म मौसम (बजट ३८ करोड़), विनोद खन्ना, अभिषेक बच्चन, बॉबी देओल, बिपाशा बासु, सोनम कपूर, नील नितिन मुकेश की फिल्म प्लेयर्स (बजट ७० करोड़), सैफ अली खान और करीना कपूर की फिल्म एजेंट विनोद (बजट ६० करोड़), अजय देवगन, अनिल कपूर, मोहनलाल, कंगना रनोट और समीरा रेड्डी की फिल्म तेज़ (बजट ५२ करोड़), अमिताभ बच्चन, संजय दत्त, राणा डग्गुबाती की फिल्म डिपार्टमेंट (बजट ३२ करोड़), अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म जोकर (बजट ४७ करोड़), अर्जुन रामपाल, मनोज बाजपेई एशा गुप्ता की फिल्म चक्रव्यूह (बजट ३० करोड़), अजय देवगन और तमन्ना भाटिया की फिल्म हिम्मतवाला (बजट ६८ करोड़), प्रीटी ज़िंटा की फिल्म इश्क इन पेरिस (बजट १५ करोड़), अक्षय कुमार, सोनाक्षी सिन्हा, इमरान खान की फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा (बजट ८५ करोड़), रामचरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, संजय दत्त और प्रकाश राज की फिल्म ज़ंजीर (बजट ६० करोड़), अमिताभ बच्चन, अजय देवगन, करीना कपूर और अर्जुन रामपाल की फिल्म सत्याग्रह (बजट ५० करोड़), अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म एक्शन जैक्सन (बजट ९३ करोड़), अमिताभ बच्चन और धनुष की फिल्म षमिताभ (बजट ४५ करोड़), रणबीर कपूर और जैकलिन फर्नॅंडेज़ की फिल्म रॉय (बजट ५० करोड़), रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा बॉम्बे वेलवेट (बजट १२० करोड़), अक्षय कुमार, सिद्धार्थ मल्होत्रा, जैकी श्रॉफ और जैकलिन फर्नॅंडेज़ की फिल्म ब्रदर्स (बजट ८२ करोड़), सैफ अली खान और कैटरीना कैफ की फिल्म फैंटम (बजट ७२ करोड़), अक्षय कुमार और एमी जैक्सन की फिल्म सिंह इज ब्लिंग (बजट ९१ करोड़), रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म तमाशा (बजट ६० करोड़), शाहरुख़ खान, काजोल और वरुण धवन की फिल्म दिलवाले (बजट १२७ करोड़), अजय देवगन, सिद्धार्थ रॉय कपूर, कैटरिना कैफ और तब्बू की फिल्म फितूर (बजट ३५ करोड़), हृथिक रोशन और पूजा हेगड़े की फिल्म मोहन जोदड़ो (बजट १२० करोड़), निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म मिर्ज्या (बजट ४५ करोड़), रणवीर सिंह और वाणी कपूर की फिल्म बेफिक्रे (बजट ६४ करोड़), शाहिद कपूर, कंगना रनौत और सैफ अली खान की फिल्म रंगून (बजट ३० करोड़), अमिताभ बच्चन की फिल्म सरकार ३ (बजट १२ करोड़), सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म राब्ता (बजट ४५ करोड़), सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट (बजट १०० करोड़), रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ की फिल्म जग्गा जासूस (बजट १३१ करोड़), शाहरुख़ खान और अनुष्का शर्मा की फिल्म जब हैरी मेट सेजल (बजट ११९ करोड़), अजय देवगन, इमरान हाश्मी और इलीना डिक्रूज़ की फिल्म बादशाहों (बजट ८० करोड़), संजय दत्त की फिल्म भूमि(बजट ३० करोड़), अनिल कपूर और ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म फन्ने खान (बजट ४० करोड़), अमिताभ बच्चन और आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान (बजट ३०० करोड़), अनिल कपूर और जॉन अब्राहम की फिल्म पागलपंथी (बजट ८० करोड़) उल्लेखनीय हैं।
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बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड के ३०० करोड़ क्लब के सदस्य
चालू दशक के शुरू होने के चार साल बाद, बॉलीवुड में ३०० करोड़ की शुरुआत हुई। अब तक, एक हिंदी डब
फिल्म और ८ बॉलीवुड फिल्मे इस क्लब में प्रवेश पा चुकी हैं। २०१४ में एक फिल्म ने
३०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाया। २०१५ और २०१९ में भी १-१ फिल्म ३०० करोड़ क्लब में
नाम दर्ज करा चुकी है। २०१६, २०१७ और
२०१८ में दो- दो फिल्मों ने ३०० करोड़ क्लब में प्रवेश किया। इस प्रकार से ९ फ़िल्में ३०० करोड़ क्लब की सदस्य
बन चुकी हैं।
पीके (२०१४) - आमिर खान
और अनुष्का शर्मा की मुख्य भूमिका वाली फिल्म पीके, ३०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाने वाली पहली
फिल्म थी। इस फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी ने किया था। इस क्लब के दूसरे
सदस्यों में संजय दत्त,
सुशांत सिंह राजपूत, सौरभ शुक्ल, बोमन ईरानी, परीक्षित साहनी, आदि थे।
बजरंगी भाईजान (२०१५) - सलमान
खान, करीना कपूर
खान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी की फिल्म बजरंगी भाईजान ने बॉक्स ऑफिस पर ३२०.३४ करोड़
का नेट करके दूसरी ३०० करोडिया फिल्म होने का गौरव हासिल किया। इस फिल्म का
निर्देशन कबीर खान ने किया था।
दंगल (२०१६) - आमिर खान
की मुख्य भूमिका वाली फिल्म दंगल ने बॉक्स ऑफिस पर ३८७ करोड़ का नेट कलेक्शन किया
है। इस फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी थे।
फिल्म के दूसरे सदस्यों में साक्षी तंवर, फातिमा सना शैख़, सान्या
मल्होत्रा, ज़ायरा वसीम, आदि थे।
सुल्तान (२०१६) - सलमान
खान, अनुष्का
शर्मा, रणदीप हूडा
और अमित साध की फिल्म सुल्तान, ३०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाने वाली २०१६ की दूसरी
और बॉलीवुड की चौथी फिल्म थी। इस फिल्म का निर्देशन अली अब्बास ज़फर ने किया था।
बाहुबली २: द कन्क्लूजन (२०१७) - बाहुबली
२, बॉलीवुड
द्वारा निर्मित फिल्म नहीं थी। लेकिन, इस फिल्म का ५१०.९९ करोड़ का नेट कलेक्शन
किसी भी बॉलीवुड फिल्म और फिल्म स्टार के लिए चुनौती के सामान है। इस फिल्म में प्रभास, राणा
डग्गुबाती, तमन्ना
भाटिया, अनुष्का
शेट्टी, राम्या
कृष्णन, नासर और
सत्यराज की भूमिकाये थी।
टाइगर ज़िंदा है (२०१७) - टाइगर
ज़िंदा है, सलमान खान
और अली अब्बास ज़फर की अभिनेता-निदेशक की दूसरी ३०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाने वाली
फिल्म है। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर
३३९.१६ करोड़ का नेट किया है। इस क्लब के दूसरे सदस्यों में कैटरीना कैफ, परेश रावल, अंगद बेदी, गिरीश
कर्नाड, आदि हैं।
संजू (२०१८) - रणबीर
कपूर, परेश रावल, अनुष्का
शर्मा, विक्की कौशल
और मनीषा कोइराला की बायोपिक फिल्म संजू ने बॉक्स ऑफिस पर ३४२.५३ करोड़ का नेट किया
था। ३०० करोड़ क्लब में पहुंचने वाली राजकुमार हिरानी की दूसरी फिल्म थी संजू। इस क्लब के दूसरे सदस्यों में जिम सरभ, दिया मिर्ज़ा, बोमन ईरानी, करिश्मा
तन्ना, आदि भी थे।
पद्मावत (२०१८) - रणवीर
सिंह, दीपिका
पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म पद्मावत ने बॉक्स
३०२.१५ करोड़ के नेट कलेक्शन किया था।
इस फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली थी। पद्मावत क्लब के दूसरे सदस्यों
में अदिति राव हैदरी,
जिम सरभ,
रज़ा मुराद और अनुप्रिया गोयनका भी थे।
वॉर (२०१९)- हृथिक
रोशन और टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म वॉर ने बॉक्स ऑफिस पर ३१७.९१ करोड़ का नेट किया
है। इस फिल्म के निर्देशक सिद्धार्थ आनंद है।
यह फिल्म हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की पहली ३०० करोडिया फिल्म है। वॉर
क्लब के दूसरे सदस्यों में वाणी कपूर, आशुतोष राणा, अनुप्रिया गोयनका, दीपानिता
शर्मा, आरिफ ज़करिया
और सोनी राज़दान भी हैं।
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बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सुपरहिट फ्रैंचाइज़ी फिल्मों की शुरुआत
सुपरहिट फ्रैंचाइज़ी फिल्मों का सिलसिला चल निकलना इस दशक की
खासियत रही। अपनी फिल्मों की बदौलत सलमान खान और अक्षय कुमार ने खुद को स्टारडम के टॉप पर रखने में सफलता हासिल की। सलमान खान की दबंग और अक्षय कुमार की हाउसफुल फ्रैंचाइज़ी की
शुरुआत इसी दशक में हुई। हालाँकि, उस समय ऐसा नज़र नहीं आता था। लेकिन, दबंग और हाउसफुल की बड़ी
सफलता ने इन फिल्मों के निर्माताओं को इन फिल्मों को फ्रैंचाइज़ी फिल्मों के तौर पर
विकसित करने के लिए प्रेरित किया। सलमान खान की फिल्म दबंग १० सितम्बर २०१० को प्रदर्शित हुई थी। दबंग के निर्माण में ४२ करोड़ खर्च किये गए थे। यह फिल्म अब तक १४१ करोड़ का नेट कर चुकी है। दबंग से पहले, अक्षय कुमार की फिल्म हाउसफुल ३० अप्रैल २०१० को प्रदर्शित हुई थी। हाउसफुल के निर्माण में ४१ करोड़ खर्च हुए थे। इस फिल्म ने भी अब तक १६५ करोड़ से ज़्यादा का नेट किया है। इसी का परिणाम था कि २०१० से २०१९ तक दबंग
फ्रैंचाइज़ी में दो नई फ़िल्में दबंग २ और दबंग ३ तथा हाउसफुल फ्रैंचाइज़ी में तीन
फ़िल्में हाउसफुल २, हाउसफुल ३ और हाउसफुल ४ प्रदर्शित हो सकी। दबंग ३ को २० दिसंबर को रिलीज़ होना है। हाउसफुल फ्रैंचाइज़ी की तो
पांचवी फिल्म हाउसफुल ५ भी ७५ करोड़ के बजट से बनाई जा रही है। दबंग फ्रैंचाइज़ी के बारे में भी चौथी दबंग बनाए
जाने की खबर है। २०१०-२०१९ के दस सालों ने अक्षय कुमार को सुपरस्टार के तौर पर
स्थापित कर दिया।
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बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सुपर सितारों के जन्म का दशक
इसमे कोई शक नहीं कि २०१० को नए सुपर सितारों को जन्म देने वाला दशक कहा
जाना चाहिए। इस दशक में लगभग १० के करीब ऐसे नए एक्टर सामने आये, जिनमे टॉप
पर काबिज़ होने का माद्दा था। आज के सब से ऊर्जावान एक्टर रणवीर सिंह की पहली फिल्म
अनुष्का शर्मा के साथ बैंड बाजा बारात (१० दिसंबर २०१०) थी। यह फिल्म बड़ी हिट
साबित हुई। इस सफलता के बावजूद रणवीर सिंह को आज का मुकाम हासिल करने के लिए
दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का साथ लेना पड़ा। उनकी दीपिका पादुकोण के साथ
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में फिल्मों
गोलियों की रास लीला - राम-लीला, बाजीराव मस्तानी और पद्मावत ने रणवीर सिंह
के साथ दीपिका पादुकोण को भी टॉप पर ला दिया। अब तो वह सिम्बा और गली बॉय के साथ
सुपर स्टार बन चुके हैं। आयुष्मान खुराना की पहली फिल्म विक्की डोनर (२० अप्रैल
२०१२) थी। इस फिल्म का निर्माण जॉन अब्राहम ने किया था। अपने अनोखे विषय के कारण
फिल्म हिट हुई। आम आदमी की अजीबोगरीब समस्या का ज़िक्र करने वाली फिल्मों ने
आयुष्मान खुराना को आज का सुपरस्टार बना दिया। स्टूडेंट ऑफ़ द इयर से वरुण धवन, अलिया भट्ट
और सिद्दार्थ मल्होत्रा का डेब्यू हुआ था। वरुण
धवन और आलिया भट्ट,
आजकल बॉलीवुड के टॉप स्टार्स में शामिल हैं। सिद्धार्थ मल्होत्रा ने भी मरजावां फिल्म से
अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। कार्तिक आर्यन की पहली फिल्म प्यार का पञ्चनामा
(२० मई २०११) थी। इस फिल्म में उनका डेब्यू कार्तिक तिवारी के तौर पर हुआ था।
रंझाना (२१ जून २०१३) से दक्षिण के सुपरस्टार धनुष का हिंदी फिल्म दर्शकों से पहला
परिचय हुआ था। २०१४ में फिल्म हीरोपंथी (२३ मई २०१४) से जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर
श्रॉफ का हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ था। इस फिल्म में उनका साथ कृति सेनन ने दिया था।
दंगल से फातिमा सना शैख़ और सान्या मल्होत्रा का डेब्यू हुआ। किअरा अडवाणी का फिल्म
डेब्यू फगली (२०१४) से हुआ था। फिल्म बुरी तरह से असफल हुई। लेकिन, किअरा
अडवाणी ने अपनी मेहनत और अभिनय प्रतिभा की बदौलत बॉलीवुड में अपना स्थान बना लिया
है। शाहिद कपूर के साथ फिल्म कबीर सिंह के बाद वह टॉप की अभिनेत्री बन चुकी हैं।
फिल्म धडक से,
शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर के साथ श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर का
हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ था। केदारनाथ से, सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली
खान का फिल्म डेब्यू हुआ। स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर २ ने भी तारा सुतरिया और अनन्या
पांडेय का परिचय हिंदी फिल्म दर्शकों से कराया।
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कुछ चटपटी
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Monday, 16 December 2019
Rajinikanth की फिल्म Darbar का ट्रेलर
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ट्रेलर
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फिल्म Tanhaji: The Unsung Warrior का ट्रेलर 2
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ट्रेलर
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चित्रों में KIara Advani
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Kiara |Advani,
फोटो फीचर
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Sunday, 15 December 2019
Rajinikanth की फिल्म Darbar का हिन्दी पोस्टर
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साउथ सिनेमा
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Prati Roju Pandaage की tik tok गर्ल Raashi Khanna
तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस राशि खन्ना ने, आजकल बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रखी है। उनकी १३ दिसम्बर को वर्ल्डवाइड रिलीज़ नाग चेतन्य और वेंकटेश के साथ के एस रविन्द्र निर्देशित तेलुगु एक्शन कॉमेडी फिल्म वेंकी मामा ने बॉक्स ऑफिस पर १६.५ करोड़ की जबरदस्त ओपनिंग ली है। इस फिल्म में वेंकटेश और नाग चैतन्य की रियल चाचा-भतीजा जोड़ी मामा-भांजा बनी है। इस फिल्म में राशि खन्ना को काफी पसंद किया जा रहा है।
राशि खन्ना की धूम साल ख़त्म होने तक मचती रहेगी। उनकी एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म प्रति रोजु पांडगे २० दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म में, राशि के नायक सई धरम राज हैं। इस फिल्म को मारुती दसारी ने लिखा और निर्देशित किया है। इस पारिवारिक फिल्म में राशि खन्ना के लिए अभिनय प्रतिभा दिखाने के बेहतरीन मौके हैं। फिल्म में वह टिक टॉक गर्ल बनी हैं। हालाँकि, उन्हें रियल लाइफ में टिक टॉक में व्यस्त रहना नापसंद है।
हालाँकि, राशि खन्ना ने अभी तक कोई हिंदी फिल्म नहीं
की है। इसके बावजूद हिंदी अख़बारों की सुर्ख़ियों में बनी रहती हैं। हाल ही में, उनके भारतीय
क्रिकेट टीम के फ़ास्ट बॉलर जसमीत बुमरा के साथ संबंधों को लेकर सुर्खियां बनी थी।
लेकिन, राशि खन्ना ने इन संबंधों का बेलाग खंडन कर
दिया।
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नई फिल्म,
साउथ सिनेमा
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रोमांटिक कॉमेडी फिल्म नहीं है Free Guy
हॉलीवुड की फिल्म फ्री गाइ के पोस्टर
से ऐसा लगता है, जैसे यह फिल्म कोई रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है।
जबकि, चीपर बाइ द डज़न, नाईट एट द म्यूजियम सीरीज और स्ट्रेंजर
थिंग्स के निर्देशक शॉन लेवी की फिल्म फ्री ग़य वास्तव में विज्ञान-फंतासी कॉमेडी
एक्शन फिल्म है। यह फिल्म ३ जुलाई २०२० को प्रदर्शित हो रही है।
विडियो गेम में फंसा गाइ
बैंक के कॅश लेनदेन काउंटर पर काम करने
वाले गाइ को पता लगता है कि वह वीडियो गेम फ्री सिटी के खतरनाक खेल में नॉन-प्लेयर
करैक्टर है। उसे इस खेल से निकलने के लिए इस गेम के प्रोग्रामर मिली और कीज का साथ
तो मिला है। मगर उसके पास समय कम है। उसे
डेवलपर द्वारा गेम बंद कर देने से पहले ही निकलने के लिए समय को भी पछाड़ना होगा।
फ्री गाइ रयान रेनॉल्ड्स
फ़्री गाइ में, गाइ
की भूमिका अभिनेता रयान रेनॉल्ड्स ने की है। जोडी कमर और जोए कीरी, मिली
और कीज की भूमिका है। मैट लिबरमैन ने अपनी लिखी कहानी पर ज़ेक पेन के साथ फिल्म
की पटकथा लिखी है।
६ अंडरग्राउंड के वन
हॉलीवुड की विज्ञान फंतासी फिल्मों में
वेड विल्सन उर्फ़ डेडपूल से मशहूर एक्टर रयान रेनॉल्ड्स की माइकल बे निर्देशित
विजिलान्ते एक्शन थ्रिलर फिल्म ६ अंडरग्राउंड में वन की भूमिका कर रहे हैं। यह फिल्म १३ दिसंबर को रिलीज़ हुई है।
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हिट फ्लॉप फिल्मों के Ajay Devgan
२०१० के दशक की फ़िल्में अजय देवगन को बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त पकड़ रखने वाले
अभिनेता के तौर पर स्थापित करती थी। वह एक ऐसे अभिनेता माने जाते हैं, जो बिना
किसी इमेज में बंधे फ़िल्में भी हिट करा सकता है । यानि उन्हें स्टार एक्टर की संज्ञा दी जा
सकती है । अजय देवगन के इस दशक की शुरुआत ७ फिल्मों में देख और सुन कर हुई। यानि २०१०
में अजय देवगन की रिलीज़ फिल्मों में तीन पत्ती में उनका कैमिया था, जबकि टूनपुर
का सुपर हीरो में वॉइसओवर। उनकी बाकी की फिल्मों में अतिथि तुम कब जाओगे, राजनीति, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई और गोलमाल ३ हिट
साबित हुई। आक्रोश और तीन पत्ती को असफलता का मुंह देखने को मिला। २०११ में अजय
देवगन की फिल्म दिल तो बच्चा है जी, रेडी, सिंघम और रास्कल्स में रेडी और सिंघम बड़ी
हिट फिल्मों में शामिल हैं। अजय देवगन की २०१२ में प्रदर्शित फिल्म तेज़ असफल हुई
तो बोल बच्चन और सन ऑफ़ सरदार हिट हुई। अजय देवगन के लिए २०१३, हिम्मतवाला
और सत्याग्रह जैसी फ्लॉप फ़िल्में देने वाला साबित हुआ। अजय देवगन के करियर में २०१४ से बदलाव साफ़ नज़र
आता है, जब उनकी
प्रदर्शित तमाम फिल्मे हिट और लीक से हट कर थी। उनकी हिट फिल्मों में सिंघम
रिटर्न्स, दृश्यम, शिवाय, गोलमाल अगेन, रेड, टोटल धमाल
और दे दे प्यार दे शामिल हैं। लेकिन, एक्शन जैक्सन, फितूर और बादशाहो को असफलता का मुंह देखना
पड़ा।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सुपरडुपर हिट Akshay Kumar
अक्षय कुमार
के लिए इस दशक की शुरुआत मिश्रित रही। अक्षय कुमार की २०१० में चार फ़िल्में रिलीज़
हुई। हाउसफुल को बड़ी सफलता मिली। लेकिन, उनकी बाकी की तीन फ़िल्में खट्टा मीठा, एक्शन रीप्ले और तीस मार खान फ्लॉप हुई। अक्षय कुमार की २०११ में तीन
फ़िल्में पटियाला हाउस,
थैंक यू और
देसी बॉयज रिलीज़ हुई। इनमे देसी बॉयज हिट
हुई। हाउसफुल २, राउडी राठौर, जोकर, ओएमजी-ओह माय गॉड और खिलाड़ी ७८६ में से जोकर छोड़ कर, अक्षय कुमार की २०१२ में प्रदर्शित सभी
फ़िल्में हिट या सुपरहिट हुई। २०१३ में, अक्षय कुमार स्पेशल २६, वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा और बॉस रिलीज़ हुई। लेकिन, क्लीन हिट स्पेशल २६ ही साबित हुई। अक्षय कुमार की २०१४ में रिलीज़ हॉलिडे, एंटरटेनमेंट और द शौकीन्स में सिर्फ
हॉलिडे क्लीन हिट थी। २०१५ में अक्षय कुमार की फिल्म बेबी को सफलता मिली। लेकिन, गब्बर इज बैक, ब्रदर्स और सिंह इज ब्लिंग सफल फिल्मों
में अपना नाम नहीं दर्ज करा पाई। अक्षय कुमार के करियर में २०१६ से २०१९ तक के चार
सालों का बड़ा महत्व है। इन चार सालों में अक्षय कुमार, बॉलीवुड एक्टरों में सबसे
ज्यादा विश्वसनीय और बॉक्स ऑफिस पर सफल अभिनेता बन गए । इन सालों में प्रदर्शित उनकी एयरलिफ्ट, हाउसफुल ३,
रुस्तम, जॉली एलएलबी २, टॉयलेट एक प्रेम कथा, पैड मैन, गोल्ड,
२.०, केसरी, मिशन मंगल और हाउसफुल ४ फिल्मों को सुपरडुपर हिट सफलता मिली। उम्मीद
की जा रही है कि गुड न्यूज़ के बाद, अक्षय कुमार भी सलमान खान और आमिर खान की तरह
एक साल में १००० करोड़ का कारोबार करने वाली फिल्मों के अभिनेता बन जायेंगे ।
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वीर से Salman Khan की फ्लॉप शुरुआत
आज बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रहे सलमान
खान की इस दशक की शुरुआत फ्लॉप फिल्म से हुई थी। सलमान खान के दशक की शुरुआत २०१०
में रिलीज़ फिल्म वीर हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन, ग़दर एक प्रेम कथा के निर्देशक अनिल
शर्मा ने किया था। सलमान खान को इस फिल्म से काफी उम्मीदें थी। वीर से ज़रीन खान के
हिंदी फिल्म करियर की भी शुरुआत हो रही थी। लेकिन, फिल्म वीर बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से
असफल हुई थी। हालाँकि, दबंग की सफलता के
बाद, सलमान खान का सिक्का चल निकला। लेकिन, ज़रीन खान
के करियर की यह हालत हो गई कि उन्हें हेट स्टोरी ३ जैसी इरोटिक थ्रिलर फिल्म में
कामुकता का प्रदर्शन करना पडा । वीर की बड़ी असफलता के बाद सलमान खान ने रेडी, बॉडीगार्ड, एक
था टाइगर, दबंग २,
जय हो, किक, बजरंगी भाईजान, प्रेम
रतन धन पायो, सुल्तान,
ट्यूबलाइट, टाइगर
ज़िंदा है, रेस ३ और भारत जैसी १०० करोड़ क्लब में जगह
बनाने वाली फ़िल्में की। सलमान खान की ३०० करोड़ क्लब में शामिल फ़िल्में टाइगर ज़िंदा
है, बजरंगी भाईजान और सुल्तान हैं। उनकी दो
फ़िल्में प्रेम रतन धन पायो और भारत २०० करोड़ क्लब में शामिल हैं। इसके बाद, वह
बॉलीवुड के सबसे विश्वसनीय अभिनेता मान लिए गए । उन्हें लेकर महँगी फिल्मों का
ऐलान होने लगा । कभी, ७० करोड़ का पारिश्रमिक लेने वाले सलमान खान, आज अपनी फिल्मों
के फायदे में हिस्सा माँगने लगे हैं । यह उनके विश्वास का नतीजा है । इससे, सलमान
खान की फिल्मों के लागत कम होगी । फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर फायदा कमाने में आसानी
होगी । इस स्थिति में सलमान खान फायदे मे १०० करोड़ भी पा सकते हैं और १५० करोड़ भी ।
इससे कम से कम, उन्हें अपने वितरकों को हुए नुकसान की भरपाई की जिल्लत नहीं झेलनी
होगी !
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Hrithik Roshan के दशक की फ्लॉप शुरुआत
हृथिक रोशन के करियर की
शुरुआत २००० के दशक में हुई थी, जब उनकी डेब्यू फिल्म अमीषा पटेल के साथ कहो न
प्यार है सुपरहिट हो गई । लेकिन, २०१०
के दशक में उनकी शुरुआत फ्लॉप
फिल्मों से हुई । हृथिक रोशन की २०१० में दो फ़िल्में काइट्स और गुज़ारिश रिलीज़ हुई
और बड़ी फ्लॉप फिल्मों में शुमार हुई। इतनी बड़ी असफलता किसी भी अभिनेता के करियर को
डांवाडोल कर देने के लिए काफी थी ।
मगर, इस असफलता के बावजूद हृथिक रोशन अपनी काबिलियत के बदौलत दर्शकों के पसंदीदा बने
रहे । अलबत्ता, उन्होंने प्रयोगात्मक फिल्मों से परहेज रखा, जो उनके व्यक्तित्व और
इमेज के अनुरूप नहीं थी । नतीजे के तौर पर हृथिक रोशन की ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा (२०११), अग्निपथ (२०१२), कृष ३ (२०१३), बैंग बैंग (२०१४) और काबिल (२०१७)
जैसी फ़िल्में हिट हुई। लेकिन, मोहनजोदड़ो जैसी बड़ी असफलता ने
हृथिक रोशन को सहमा दिया। २०१८ में उनकी कोई भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हो सकी ।
इसके बावजूद, हृथिक रोशन ने खुद पर प्रयोग करने का फैसला किया । उन्होंने, पटना के
एक गणितज्ञ आनंद कुमार पर बायोपिक फिल्म सुपर ३० का नायक बनना मंजूर किया । यह एक
बड़ा ख़तरा था । हृथिक के इस फैसले पर सवाल भी उठाये गए । सुपर ३० की असफलता का
ऐलान, फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही कर दिया गया । सुपर ३० की शुरुआत धीमी हुई थी ।
इससे ऐसा लगाने लगा कि हृथिक का दांव इस बार भी गलत पडा । लेकिन, बाद में सुपर ३०
ने रफ़्तार पकड़ी । यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में शामिल हो गई । २०१९ में सुपर ३० की सफलता के बाद, हृथिक रोशन की एक्शन
फिल्म वॉर रिलीज़ हुई । इस फिल्म में बॉलीवुड के युवा एक्शन हीरो टाइगर श्रॉफ भी थे
। लेकिन, फिल्म मे हृथिक रोशन की मौजूदगी ज़बरदस्त मानी गई । यह फिल्म हृथिक रोशन
और टाइगर श्रॉफ की ३०० करोड़ क्लब मे शामिल होने वाली पहली फिल्म बन गई । सुपर ३ और
वॉर की सफलता के बाद हृथिक रोशन ने खुद को सुपरस्टार पर काबिज़ कर दिया।
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दशक में ५०+ का कारोबार करने वाली हॉलीवुड की २४ फ़िल्में
हिंदी फिल्मों की तरह, हॉलीवुड की
फिल्मों के लिहाज़ से २०१०-२०१९ का दशक शानदार रहा। इस दशक में हॉलीवुड की हिंदी में डब २४ फिल्मों
ने ५०+ का कारोबार किया। यह सभी फ़िल्में हॉलीवुड की भारतीय बॉक्स ऑफिस पर श्रेष्ठ
प्रदर्शन करने वाली फ़िल्में हैं। इस साल प्रदर्शित हॉलीवुड की सुपरहीरो फिल्म
अवेंजर्स एन्डगेम ने अब तक सबसे ज़्यादा कारोबार कर, हिंदी
फिल्मों को भी पछाड़ रखा है। अवेंजर्स एन्डगेम ने ३७३.२२ करोड़ का कारोबार किया है।
दूसरे स्थान पर, अवेंजर्स सीरीज की इंफिनिटी वॉर है। इस फिल्म का लाइफटाइम २२७.४३ करोड़ है। लाइव
एनीमेशन फिल्म द जंगल बुक ने १८८ करोड़ का कारोबार कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
भारत में १०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाने वाली तीन फ़िल्में द लायन किंग (१५८.७१
करोड़), फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ७ (१०८ करोड़) और जुरैसिक
वर्ल्ड (१०१ करोड़) हैं। पचास करोड़ से ज़्यादा का कारोबार करने वाली फिल्मों में
फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८ (८६.२३ करोड़), स्पाइडर-मैन:
फार फ्रॉम होम (८६.११ करोड़), कैप्टेन
मार्वेल (८४.३६ करोड़), जुरैसिक वर्ल्ड: फालेन किंगडम (८२.६०),
मिशन इम्पॉसिबल-फॉलआउट (८०.२० करोड़), अवेंजर्स:
एज ऑफ़ उल्ट्रॉन (८० करोड़), फ़ास्ट एंड फ्यूरियस प्रेजेंट्स हॉब्स एंड शॉ
(७५.८५ करोड़), जोकर (६७.९५ करोड़),
२०१२ (६३.७५ करोड़), द कंजूरिंग २ (६१.७८ करोड़),
स्पाइडर-मैन होमकमिंग (५९.९६ करोड़), कैप्टेन
अमेरिका : सिविल वॉर (५९.५० करोड़), थॉर:
रग्नारॉक (५८.७३ करोड़), डेडपूल २ (५८.०८ करोड़),
अलादीन (५५.७३ करोड़), एक्वामैन
(५४.६० करोड़), ब्लैक पैंथर (५२.५३ करोड़) और जुमान्जी:
वेलकम टू द जंगल (५१.९० करोड़) के नाम शामिल हैं। एनाबेली;
क्रिएशन सिर्फ ५० लाख की कमी के कारन ५० करोड़ क्लब में शामिल होने से
वंचित रह गई।
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हॉलीवुड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सबसे अधिक ग्रॉस करने वाली ५० फ़िल्में
बीत रहे दशक की टॉप ग्रॉसर फिल्मों पर नज़र डालना
दिलचस्प होगा। हर साल,
टॉप पर रहने वाली पांच फिल्मों में, बॉलीवुड के स्थापित सितारों की फ़िल्में ही नज़र आती हैं। बहुत कम ऐसा हुआ कि
कोई सरप्राइज हिट या स्लीपर हिट फिल्म टॉप ५ में शामिल हुई हो और उस फिल्म का नायक
टॉप ५ में शामिल हुआ हो।
खान, कपूर,
देवगन और कुमार का २०१०
२०१० में टॉप की ५ फिल्मों में शाहरुख़ खान की माय
नेम इज खान, सलमान खान की दबंग,
अजय देवगन की गोलमाल ३, अक्षय कुमार की हाउसफुल और रणबीर कपूर और अजय देवगन की राजनीति शामिल हैं। टॉप
की ग्रॉस करने वाली फिल्म शाहरुख़ खान की माय नेम इज खान थी। चूंकि, राजनीति में अजय देवगन भी थे, इसलिए २०१० में अजय देवगन की
दो फ़िल्में टॉप ५ में शामिल नज़र आती हैं।
खान अभिनेताओं का २०११
२०११ की टॉप ५ ग्रॉसर फिल्मों में चार फ़िल्में खान
अभिनेताओं की है। टॉप ५ में शामिल गैर खान अभिनेता की फिल्म में हृथिक रोशन की
फिल्म ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा है। हालाँकि, शीर्ष की चार फिल्मों
में शामिल शाहरुख खान की फिल्म रा.वन टॉप ग्रॉस करने वाली फिल्म होने के बावजूद
भारी बजट के बोझ तले दब गई। शाहरुख़ खान दूसरी फिल्म डॉन २ तीसरे नंबर की हिट फिल्म
में शामिल हुई। सलमान खान की टॉप ग्रॉस करने वाली बॉडीगार्ड के अलावा फिल्म रेडी
है।
फिर खान अभिनेताओं की तीन
फिल्मों का २०१२
२०१२ की टॉप ग्रॉसर फिल्मों में तीन फ़िल्में खान
अभिनेताओं की थी। सलमान खान की दो फ़िल्में
एक था टाइगर और दबंग २ टॉप २ पर थी। तीसरे नंबर पर शाहरुख़ खान की जब तक है
जान थी। अक्षय कुमार राऊडी राठोर और हृथिक रोशन की अग्निपथ टॉप ५ में शामिल थी।
हृथिक रोशन का २०१३
२०१३ में टॉप ५ में दो फ़िल्में धूम ३ और कृष ३ हृथिक
रोशन की थी और एक एक फिल्म शाहरुख़ खान की चेन्नई एक्सप्रेस, रणबीर कपूर की यह जवानी है दीवानी और रणवीर सिंह की राम-लीला थी। यानि इस साल
सिर्फ एक ही खान यानि शाहरुख खान चेन्नई एक्सप्रेस से टॉप पर काबिज़ था। राम-लीला
से रणवीर सिंह ने टॉप की ओर कदम बढ़ा दिए थे। उनके साथ, फिल्म ये जवानी है दीवानी का सहारा लेकर दीपिका पादुकोण भी थी।
२०१४ में हृथिक की बैंग बैंग, सलमान खान की किक
आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख
खान ! इन तीन खान सितारों की फ़िल्में पीके, किक और हैप्पी न्यू
इयर इसी क्रम में टॉप ५ पर काबिज़ नज़र आती हैं। हृथिक रोशन की, हॉलीवुड की फिल्म नाइट एंड डे की ऑफिसियल रीमेक फिल्म बैंग बैंग तथा अजय देवगन
की सिंघम रिटर्न्स टॉप ५ में शामिल फ़िल्में थी।
कंगना रानौत का २०१५
दशक में पहली बार कोई नायिका प्रधान फिल्म टॉप ५ में
शामिल थी। इसका श्रेय जाता है ज़बरदस्त प्रतिभा की धनी अभिनेत्री कंगना रानौत को।
उनकी सीक्वल फिल्म तनु वेड्स मनु रिटर्न्स टॉप ५ में पांचवे स्थान पर रही। टॉप ५
में पहले दो स्थानों पर सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान और प्रेम रतन धन पायो
थी। शाहरुख़ खान की बजट के लिहाज़ से फ्लॉप फिल्म दिलवाले बढ़िया ग्रॉस के कारण तीसरे
स्थान की फिल्म बनी। रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की बाजीराव मस्तानी ने चौथा
स्थान पाया।
कुश्ती और क्रिकेट का २०१६
ऐसा लगता है कि सबसे अधिक कारोबार करने वाली फिल्म
देने वाले एक्टर के तौर पर खान अभिनेता अपनी पकड़ खो रहे थे। २०१६ में आमिर खान की
दंगल और सलमान खान की सुल्तान ही दो ऎसी फ़िल्में थी, जो टॉप पर थी। बाकी की
तीन टॉप ग्रॉसर फिल्मों में रणबीर कपूर की ऐ दिल है मुश्किल, अक्षय कुमार की रुस्तम और सुशांत सिंह राजपूत की एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी
थी।
इरफ़ान खान का २०१७
एक बार फिर पुष्टि हुई कि अब बॉक्स ऑफिस को किसी
दूसरे खान या सुपरस्टार की ज़रुरत है। विदेशी बाज़ार में कारोबार की वजह से, आमिर खान की कैमिया भूमिका वाली फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार टॉप पर रही। टाइगर
जिंदा है की बदौलत सलमान खान ने लगातार
दूसरे साल टॉप ग्रॉस करने वाली फिल्मों में दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस साल एक
नया खान टॉप पर पहुँचा। यह थे इरफ़ान खान और फिल्म थी हिंदी मीडियम। अक्षय कुमार ने
एक बार फिर टॉयलेट एक प्रेम कथा से दर्शकों को प्रभावित कर टॉप ५ फिल्मों में
स्थान पाया।
रणबीर कपूर और रणवीर सिंह का
२०१८ भी
अगर दिवाली न होती, फिल्म में आमिर खान और
अमिताभ बच्चन न होते तो निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य की पीरियड ड्रामा फिल्म ठग्स
ऑफ़ हिंदुस्तान का कलेक्शन इतना न होता कि बॉक्स ऑफिस के टॉप ५ ग्रॉस में स्थान बना
पाती। यह फिल्म टॉप ५ ग्रॉसर फिल्मों में पांचवे स्थान पर थी। टॉप पर थे रणबीर
कपूर, संजय दत्त पर बायोपिक फिल्म संजू से। रणवीर सिंह ने दीपिका पादुकोण और शाहिद
कपूर के साथ पद्मावत से अपनी एंट्री टॉप ५ मे की। लगातार दूसरे साल बिलकुल नया
सितारा टॉप ५ में चमका। यह थे आयुष्मान खुराना और फिल्म थी अंधाधुन। रणवीर सिंह ने
साल ख़त्म होते होते अपनी दूसरी फिल्म सिम्बा टॉप ५ पर पहुंचा दी।
२०१९ में टॉप पर हृथिक रोशन
अगर, २० दिसम्बर २०१९ को
प्रदर्शित होने जा रही सलमान खान की फिल्म दबंग ३ बड़ी हिट हो गई तो गणित बदल सकती
है। अन्यथा, आज की स्थिति में टॉप ५ के शीर्ष पर वॉर फिल्म के साथ हृथिक रोशन और टाइगर
श्रॉफ हैं। शाहिद कपूर,
खुद के बूते पर फिल्म कबीर सिंह को इतना सफल बना सके
हैं कि टॉप २ की पोजीशन पर हैं। कबीर सिंह और उरी द सर्जिकल स्ट्राइक दो ऎसी
फ़िल्में हैं,
जो अपनी कम लागत के कारण अपने निर्माताओं के लिए
भारी भरकम मुनाफ़ा कमाने का जरिया बन चुकी है। उरी के कारण, संजू के बाद विक्की कौशल की दूसरी फिल्म टॉप ५ में पहुंची है। सलमान खान की
फिल्म भारत और अक्षय कुमार की फिल्म मिशन मंगल भी टॉप ५ में हैं।
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खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सुपर डुपर हिट फिल्मों और परिवर्तन का दशक
२०१० के दशक
को ख़त्म होने में, आज के बाद सिर्फ १६ दिन और दो शुक्रवार बाकी हैं। ट्रेड पंडितों
ने, २०१० से २०१९ के बीच प्रदर्शित फिल्मों का लेखाजोखा बांचना शुरू कर दिया है। हिसाब किताब लगाया जा रहा है कि पिछले १० सालों में कितनी फ़िल्में रिलीज़ हुई ?
कितनी फिल्में सफल हुई ? इनमे कितनी हिट और सुपर हिट या ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई
? इंडस्ट्री ने कितना खोया, कितना पाया ? ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि २०१०
से शुरू इस दशक में बॉलीवुड में कितना और कैसा बदलाव हुआ ! कैसी फ़िल्में बनी ?
क्या लीक पीटता रहा बॉलीवुड या कुछ नए प्रयोग हुए ?
वीकेंड का चलन
हिंदी फिल्मो के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन की बात करें तो इस दशक को बेहद उपजाऊ दशक कहना उपयुक्त होगा। बड़ी फ़िल्में रिलीज़ हुई। हॉलिडे वीकेंड का चलन बना। गणतंत्र दिवस वीकेंड, स्वतंत्र दिवस वीकेंड, गाँधी जयंती वीकेंड, होली वीकेंड, ईद वीकेंड, दिवाली वीकेंड, क्रिसमस वीकेंड, पोंगल और किसी भी राष्ट्रीय अवकाश के वीकेंड पर कब्ज़ा जमाने का चलन शुरू हो गया। हालाँकि, हॉलिडे वीकेंड की शुरुआत आमिर खान की फिल्म गजिनी (२००७) से शुरू हो चुकी थी, जब उनकी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ क्लब की स्थापना की। इस कब्ज़े मे सबसे आगे रही बड़े सितारों की फ़िल्में. यह बॉलीवुड के सुपर सितारों का खोखला स्टारडम कहें या असफलता का भय, हॉलिडे वीकेंड पर इन्ही सितारों की फ़िल्में प्रदर्शित हुई। अब यह बात दीगर है कि इसके बावजूद फ़िल्में असफल हुई। यह असफलता इन सितारों की फिल्मों के बड़े बजट का परिणाम थी। इस बड़े बजट में बड़ा हिस्सा इन्ही सितारों के पारिश्रमिक का था। इस लिहाज़ से, अक्षय कुमार एक ऐसे एक्टर साबित हुए, जिन्होंने खुद फिल्म निर्माण में कदम रख कर, अपनी फिल्मों की लागत काफी कम कर दी। वैसे भी अक्षय कुमार का पारिश्रमिक उचित होता है। इतना बड़ा नहीं कि फिल्म औंधे मुंह गिर जाए तो निर्माता बर्बाद हो जाए।
दिलचस्प आंकड़े
एक वेब साईट द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि अब तक ८६ हिंदी फ़िल्में १०० करोड़ या इससे अधिक का कारोबार कर चुकी हैं। इनमे से एक फिल्म बाहुबली द कांक्लुजन दक्षिण से आई और हिंदी में डब है। इस फिल्म के ५१०.९० करोड़ के कारोबार को कोई भी हिंदी फिल्म अब तक छू तक नहीं सकी है। बाहुबली २ के अलावा ८ हिंदी फ़िल्में ऎसी हैं, जिन्होंने ३०० करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। उपरोक्त फिल्मों के अलावा १४ फ़िल्में २०० के पार मगर, ३०० करोड़ से नीचे रह गई है। इस प्रकार से लगभग ८६ फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल हैं। यहाँ दिलचस्प तथ्य यह है कि इन ८६ फिल्मों में सिर्फ २ फ़िल्में ३ इडियट्स (२००९) और गजिनी (२००७) ही ऐसी हैं, जो २००० के दशक में प्रदर्शित हुई थी। बाक़ी ८४ फ़िल्में २०१० के दशक की देन हैं। इससे पता लगता है कि हिंदी फिल्मों को, इस दशक में, कितनी ज़बरदस्त सफलता मिली है।
५०० करोड़ ही बाहुबली
वीकेंड का चलन
हिंदी फिल्मो के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन की बात करें तो इस दशक को बेहद उपजाऊ दशक कहना उपयुक्त होगा। बड़ी फ़िल्में रिलीज़ हुई। हॉलिडे वीकेंड का चलन बना। गणतंत्र दिवस वीकेंड, स्वतंत्र दिवस वीकेंड, गाँधी जयंती वीकेंड, होली वीकेंड, ईद वीकेंड, दिवाली वीकेंड, क्रिसमस वीकेंड, पोंगल और किसी भी राष्ट्रीय अवकाश के वीकेंड पर कब्ज़ा जमाने का चलन शुरू हो गया। हालाँकि, हॉलिडे वीकेंड की शुरुआत आमिर खान की फिल्म गजिनी (२००७) से शुरू हो चुकी थी, जब उनकी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ क्लब की स्थापना की। इस कब्ज़े मे सबसे आगे रही बड़े सितारों की फ़िल्में. यह बॉलीवुड के सुपर सितारों का खोखला स्टारडम कहें या असफलता का भय, हॉलिडे वीकेंड पर इन्ही सितारों की फ़िल्में प्रदर्शित हुई। अब यह बात दीगर है कि इसके बावजूद फ़िल्में असफल हुई। यह असफलता इन सितारों की फिल्मों के बड़े बजट का परिणाम थी। इस बड़े बजट में बड़ा हिस्सा इन्ही सितारों के पारिश्रमिक का था। इस लिहाज़ से, अक्षय कुमार एक ऐसे एक्टर साबित हुए, जिन्होंने खुद फिल्म निर्माण में कदम रख कर, अपनी फिल्मों की लागत काफी कम कर दी। वैसे भी अक्षय कुमार का पारिश्रमिक उचित होता है। इतना बड़ा नहीं कि फिल्म औंधे मुंह गिर जाए तो निर्माता बर्बाद हो जाए।
दिलचस्प आंकड़े
एक वेब साईट द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि अब तक ८६ हिंदी फ़िल्में १०० करोड़ या इससे अधिक का कारोबार कर चुकी हैं। इनमे से एक फिल्म बाहुबली द कांक्लुजन दक्षिण से आई और हिंदी में डब है। इस फिल्म के ५१०.९० करोड़ के कारोबार को कोई भी हिंदी फिल्म अब तक छू तक नहीं सकी है। बाहुबली २ के अलावा ८ हिंदी फ़िल्में ऎसी हैं, जिन्होंने ३०० करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। उपरोक्त फिल्मों के अलावा १४ फ़िल्में २०० के पार मगर, ३०० करोड़ से नीचे रह गई है। इस प्रकार से लगभग ८६ फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल हैं। यहाँ दिलचस्प तथ्य यह है कि इन ८६ फिल्मों में सिर्फ २ फ़िल्में ३ इडियट्स (२००९) और गजिनी (२००७) ही ऐसी हैं, जो २००० के दशक में प्रदर्शित हुई थी। बाक़ी ८४ फ़िल्में २०१० के दशक की देन हैं। इससे पता लगता है कि हिंदी फिल्मों को, इस दशक में, कितनी ज़बरदस्त सफलता मिली है।
५०० करोड़ ही बाहुबली
बॉक्स ऑफिस
पर ५०० करोड़ से ज्यादा का कारोबार करने वाली फिल्म बाहुबली द कांक्लुजन के अलावा
३०० करोड़ से ज्यादा का कारोबार करने वाली फिल्मों में दंगल, संजू, टाइगर जिंदा है,
बजरंगी भाईजान, वॉर, पद्मावत, सुल्तान, धूम ३ के नाम शामिल हैं। दो सौ करोड़ क्लब की फिल्मों में कबीर सिंह, उरी: द सर्जिकल
स्ट्राइक, सिम्बा, कृष ३, किक, चेन्नई एक्सप्रेस, प्रेम रतन धन पायो, भारत, गोलमाल
अगेन, मिशन मंगल, हाउसफुल ४ और हैप्पी न्यू इयर के नाम शामिल हैं। एक सौ करोड़ क्लब
वाली फिल्मों में एक था टाइगर, २.० (डब), बाजीराव मस्तानी, यह जवानी है दीवानी,
रेस ३, बैंग बैंग, बागी २, दबंग २, केसरी, टोटल धमाल, छिछोरे, ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान,
तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, साहो, बॉडीगार्ड, दिलवाले, सुपर ३०, दबंग, सिंघम रिटर्न्स,
ड्रीम गर्ल, गली बॉय, जुड़वाँ २, बधाई हो, रईस, राऊडी राठोर, टॉयलेट एक प्रेम कथा,
एम्एस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी, स्त्री, एयरलिफ्ट, रुस्तम, राज़ी, अग्निपथ, रेडी, जब
तक है जान, ट्यूबलाइट, रा.वन, जॉली एलएलबी २, बाहुबली द बेगिनिंग, बद्रीनाथ की
दुल्हनिया, राम-लीला, जय हो, ऐ दिल है मुश्किल, हाउसफुल २, हॉलिडे, बर्फी, डॉन २,
गोल्ड, भा मिल्खा भाग, हाउसफुल ३, सोनू के टीटू की स्वीटी, एबीसीडी २, गोलमाल ३,
सन ऑफ़ सरदार, काबिल, २ स्टेट्स, रेड, एक विलेन, दे दे प्यार दे, रेस २, बोल बच्चन,
शिवाय, सिंघम और बाला के नाम शामिल हैं। अभी इस लिस्ट में दबंग ३ और गुड न्यूज़
जैसी फ़िल्में भी शामिल हो सकती हैं।
सीक्वल और रीमेक फिल्मों का जलवा
सीक्वल और रीमेक फिल्मों का जलवा
चालू दशक में
रीमेक और सीक्वल फिल्मों का बोलबाला रहा। ऐसी ज्यादातर फ़िल्में सफल हुई। इन
फिल्मों ने अपनी पिछली फिल्मों से ज्यादा कारोबार किया। मसलन, हाउसफुल और एबीसीडी
फिल्मों की सीक्वल फिल्मों को पहले की फिल्म से ज्यादा सफलता मिली। प्रयोगात्मक फिल्मों का
सिलसिला चालू हुआ. स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं और विदेशी स्टूडियोज के आने से इस
सिलसिले ने जोर पकड़ा। नायिका प्रधान फिल्मों को सफलता मिली। फिल्मों में श्रेष्ठ तकनीक
का उपयोग किया जाने लगा। विदेशी तकनीशियनों के कारण हिंदी दर्शकों को साहो और वॉर
जैसी फ़िल्में देखने को मिली। ऐतिहासिक और पीरियड फिल्मों का निर्माण हुआ। द ताशकंद
फाइल्स, द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, आदि राजनीतिक फिल्मों का निर्माण भी हुआ।
स्टारडम का दशक
स्टारडम का दशक
जहाँ तक स्टारडम
की बात है तो वह २०१० के दशक में भी बना रहा। हालाँकि, इस पूरे दशक में खान
अभिनेता यानि सलमान खान, शाहरुख़ खान और आमिर खान की फ़िल्में सफल होती रही। बॉक्स
ऑफिस पर इनका दबदबा कायम रहा। लेकिन, नए सितारों के उभर ने इन खान अभिनेताओं की
रोशनी को मलिन कर दिया। विक्की कौशल, टाइगर श्रॉफ, आयुष्मान खुराना, आदि एक्टरों
ने बॉक्स ऑफिस पर खुद की विश्वसनीयता साबित कर दिखाई। संभव है कि २०२० के दशक में
इन्ही सितारों का वर्चस्व कायम हो। नए सितारों का भी उदय हो सकता है। विद्या बालन
और अलिया भट्ट ने महिला प्रधान फिल्मों को सहारा दिया। इन्हें नायक प्रधान फिल्मों
के बराबर खड़ा करने की कोशिश की।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
दक्षिण के सितारों ने बोली हिंदी जुबान
हालाँकि,
दक्षिण की हिंदी में डब फिल्मों का जलवा रोजा और बॉम्बे से ही नज़र आने लगा
था। अरविंद स्वामी के साथ,
निर्देशक मणिरत्नम की इन दोनों फिल्मों को बड़ी सफलता मिली थी। लेकिन, इस ट्रेंड
ने जोर पकड़ा बाहुबली द बिगिनिंग और बाहुबली २ द कांक्लुजन की बड़ी सफलता के बाद। हालाँकि, इससे काफी
पहले रजनीकांत के विज्ञान फंतासी तमिल फिल्म के हिंदी डब संस्करण रोबोट (२०१०) को बड़ी सफलता मिली थी। इसके
बाद रजनीकांत की अक्षय कुमार के साथ फिल्म २.० को भी बड़ी सफलता मिली। रजनीकांत की रोबोट के बाद उनकी तमाम तमिल फ़िल्में कबाली,
लिंगा और काला को भी हिंदी में डब कर रिलीज़ किया गया। इसी साल, २०१९ में, उनकी तमिल फिल्म
पेट्टा हिंदी में डब कर रिलीज़ की गई। रजनीकांत की अगले साल रिलीज़ होने जा रही तमिल फिल्म
दरबार भी हिंदी में रिलीज़ की जायेगी। कन्नड़ फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ ने शाहरुख़ खान
की फिल्म जीरो तक को पानी पिला दिया। वहीँ कमल हासन की तमिल फिल्म विश्वरूपम के हिंदी डब संस्करण विश्वरूप को भी सफलता
मिली। अब उनकी फिल्म इंडियन २ भी हिंदी में रिलीज़ की जायेगी। २०१९ में, सुदीप की
कन्नड़ फिल्म पहलवान और चिरंजीवी की तेलुगु फिल्म सये रा नरसिम्हा रेड्डी हिंदी में
डब कर प्रदर्शित की गई। ऐसा ही ट्रेंड हिंदी फिल्मों का भी देखा गया। इस तर्ज़ पर रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावत और अमिताभ बच्चन और आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान को तमिल और
तेलुगु में डब कर रिलीज़ किया गया। सलमान खान की फिल्म दबंग ३ को भी दक्षिण की भाषाओं
में डब कर रिलीज़ किया जाएगा। चालू दशक में हिंदी में डब कर प्रदर्शित फिल्मों में
आइ, ईगा (मक्खी), पुली, रुद्रमादेवी, वीआईपी २, द हाउस नेक्स्ट डोर, आदि फ़िल्में
हिंदी में भी रिलीज़ हुई। टीवी चैनलों पर तो दक्षिण की हिंदी में डब फ़िल्में बड़ी
सफलता पाती है।
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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