इसमे कोई शक नहीं कि २०१० को नए सुपर सितारों को जन्म देने वाला दशक कहा
जाना चाहिए। इस दशक में लगभग १० के करीब ऐसे नए एक्टर सामने आये, जिनमे टॉप
पर काबिज़ होने का माद्दा था। आज के सब से ऊर्जावान एक्टर रणवीर सिंह की पहली फिल्म
अनुष्का शर्मा के साथ बैंड बाजा बारात (१० दिसंबर २०१०) थी। यह फिल्म बड़ी हिट
साबित हुई। इस सफलता के बावजूद रणवीर सिंह को आज का मुकाम हासिल करने के लिए
दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का साथ लेना पड़ा। उनकी दीपिका पादुकोण के साथ
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में फिल्मों
गोलियों की रास लीला - राम-लीला, बाजीराव मस्तानी और पद्मावत ने रणवीर सिंह
के साथ दीपिका पादुकोण को भी टॉप पर ला दिया। अब तो वह सिम्बा और गली बॉय के साथ
सुपर स्टार बन चुके हैं। आयुष्मान खुराना की पहली फिल्म विक्की डोनर (२० अप्रैल
२०१२) थी। इस फिल्म का निर्माण जॉन अब्राहम ने किया था। अपने अनोखे विषय के कारण
फिल्म हिट हुई। आम आदमी की अजीबोगरीब समस्या का ज़िक्र करने वाली फिल्मों ने
आयुष्मान खुराना को आज का सुपरस्टार बना दिया। स्टूडेंट ऑफ़ द इयर से वरुण धवन, अलिया भट्ट
और सिद्दार्थ मल्होत्रा का डेब्यू हुआ था। वरुण
धवन और आलिया भट्ट,
आजकल बॉलीवुड के टॉप स्टार्स में शामिल हैं। सिद्धार्थ मल्होत्रा ने भी मरजावां फिल्म से
अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। कार्तिक आर्यन की पहली फिल्म प्यार का पञ्चनामा
(२० मई २०११) थी। इस फिल्म में उनका डेब्यू कार्तिक तिवारी के तौर पर हुआ था।
रंझाना (२१ जून २०१३) से दक्षिण के सुपरस्टार धनुष का हिंदी फिल्म दर्शकों से पहला
परिचय हुआ था। २०१४ में फिल्म हीरोपंथी (२३ मई २०१४) से जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर
श्रॉफ का हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ था। इस फिल्म में उनका साथ कृति सेनन ने दिया था।
दंगल से फातिमा सना शैख़ और सान्या मल्होत्रा का डेब्यू हुआ। किअरा अडवाणी का फिल्म
डेब्यू फगली (२०१४) से हुआ था। फिल्म बुरी तरह से असफल हुई। लेकिन, किअरा
अडवाणी ने अपनी मेहनत और अभिनय प्रतिभा की बदौलत बॉलीवुड में अपना स्थान बना लिया
है। शाहिद कपूर के साथ फिल्म कबीर सिंह के बाद वह टॉप की अभिनेत्री बन चुकी हैं।
फिल्म धडक से,
शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर के साथ श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर का
हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ था। केदारनाथ से, सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली
खान का फिल्म डेब्यू हुआ। स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर २ ने भी तारा सुतरिया और अनन्या
पांडेय का परिचय हिंदी फिल्म दर्शकों से कराया।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 17 December 2019
सुपर सितारों के जन्म का दशक
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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