वायकोम १८ मोशन पिचर्स की फिल्म "टाइम आउट " से रिखिल बाहदुर का निर्देशन डेब्यू हो रहा है। उन्होंने फिल्म में बोल्ड सब्जेक्ट लिया है। 'टाइम आउट' ऐसे दो भाइयो की कहानी जो ताजीवन अपनी अलग पहचान तलाशते है। परन्तु यह फिल्म समलैंगिकता पर आधारित है, जो कि भारतीय समाज और कानून में टैबू है। ज़ाहिर है कि यह बहुत ही सेंसेटिव विषय है। इस फिल्म में समलैंगिक संबंधों के दृश्यों में अभिनेता प्रणय पचौरी और वेदब्रत राव के बीच कुछ चुम्बन दृश्य फिल्माये जाने थे, पर बाद में पता चला कि किसी कारणवश इन दृश्यों का फिल्मांकन नहीं हो सका । आप सोच रहे होंगे कि सेंसर बोर्ड के डर के कारण समलैंगिक फिल्म में चुम्बन दृश्य नहीं फिल्माए जा सके ! काफी मामलों में सेंसर का भय हकीकत हो सकता है। परन्तु, टाइम आउट के मामले में कुछ दूसरा ही कारण था। फिल्म की शूटिंग के दौरान मजूद सूत्र बताते हैं, " निर्माताओ ने दोनों मेल अभिनेता को चुंबन दृश्य के लिए राजी भी कर लिया था। लेकिन जिस दिन यह सीन होना था, उसी दिन इन दोनों अभिनेताओं के पैरेंट सेट पर आ धमके। जब उन्हें इस बारे में पता चला वे बहुत ही गुस्सा हुए। हालाँकि, फिल्म टाइम आउट के लिए यह सीन काफी मायने रखता था। पर एक्टर्स के पेरेंट्स के कारण इस सीन को फिल्म की स्क्रिप्ट से ही निकाल दिया गया।" चिराग मल्होत्रा, प्रणय पचौरी और वेदब्रत राव अभिनीत फिल्म "टाइम आउट" २५ सितम्बर २०१५ को सभी सिनेमाग्रहो में प्रदर्शित होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 5 September 2015
समलैंगिकता पर फिल्म 'टाइम आउट' से 'चुंबन' गायब !
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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