Tuesday 29 September 2015

रॉबर्ट ज़ेमेकिस के प्रशंसक सर बेन किंग्सले

ब्रिटेन-भारतीय सहयोग से १९८२ में बनी रिचर्ड एटनबरो की फिल्म 'गांधी' में महात्मा गांधी की भूमिका से सर बेन किंग्सले भारतीय दर्शकों द्वारा पहचाने जाने लगे। इस महान नेता के किरदार को बेहद संजीदा तरह से जीने  के लिए उन्हें ऑस्कर पुरूस्कार भी मिला था। इसके बाद बेन किंग्सले कई हॉलीवुड फिल्मों में नज़र आये। एचबीओ की फ़िल्म 'मर्डर अमंग अस' (१९८९)  में नाजी शिकारी साइमन विज़ंथल का उनका किरदार भी काफी लोकप्रिय हुआ। अब बेन किंग्सले रोबर्ट ज़ेमेकिस की महाकाव्य जैसी नयी 3डी फ़िल्म 'द वाक' में रुडोल्फ ओमनकोव्स्की उर्फ़ पापा रूडी का किरदार निभाते दिखेंगे । रूडी वह व्यक्ति है, जिसने फ्रेंच कलाकार फिल्लिप पेटिट को ऊँचे तारों पर चलना सिखाया था। फिलिप ने १९७४ में ट्विन टावर्स के बीच खींचे तार पर चल कर हैरतअंगेज कारनामा कर दिखाया । सर बेन किंग्सले ने अपने हाल ही के साक्षात्कार में अपने  इस फिल्म से जुड़ने के बारे में बताया,"मुझे इस किरदार को निभाने के लिए रोबर्ट ज़ेमेकिस ने आमंत्रण दिया था । उनका काम करने का एक अलग ही तरीका है। वह मुझे बहुत पसंद है। मैं हमेशा से ही उनका प्रशंसक था, लेकिन कभी उनके साथ काम करने का अवसर प्राप्त नहीं कर पाया था । जब मैंने इस फ़िल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे लगा कि वाकई यह बेहद मजबूत तरीके से लिखी एक दमदार स्क्रिप्ट है । मैं महान पेटिट से पहले भी मिल चुका था, जब मैंने उनकी 'मैन ऑन वायर' देखी थी।" यहाँ बताते चले कि मैन ऑन वायर जॉन मार्श द्वारा २००८ में बनायीं गयी डॉक्यूमेंट्री है। जिसे २००९ में बेस्ट डाक्यूमेंट्री के लिए ऑस्कर भी मिला था । 'द वायर' सोनी पिक्चर्स इंडिया द्वारा ९ अक्टूबर को भारत में रिलीज की जा रही है। 

No comments:

Post a Comment