खबर है कि अमेरिकी अभिनेता, पटकथा लेखक और फिल्म निर्माता मैट डेमन की बॉर्न फ्रैंचाइज़ी में जल्द वापसी हो सकती है। एरिक वान लस्टबडर के उपन्यासों के काल्पनिक चरित्र जैसन बॉर्न पर पहली फिल्म 'द बॉर्न आइडेंटिटी' २००२ में रिलीज़ हुई थी। जैसन बॉर्न का करैक्टर बाद की दो सीक्वल फिल्मों 'द बॉर्न सुप्रीमसी' और 'द बॉर्न अल्टीमेटम' में दिखाई दिया। तीनो ही फिल्मों में मैट डैमन इस करैक्टर को कर रहे थे। इस फ्रैंचाइज़ी की चौथी फिल्म 'द बॉर्न लिगेसी' में जेरेमी रेनर आ गए। दरअसल, मैट डैमन बिना डायरेक्टर पॉल ग्रीनग्रास के बॉर्न सीरीज की चौथी फिल्म नहीं करना चाहते थे। ग्रीनग्रास बॉर्न सीरीज की दूसरी और तीसरी फिल्म के डायरेक्टर थे। जबकि, चौथी फिल्म को टोनी गिलरॉय डायरेक्ट कर रहे थे। बॉर्न सीरीज की फिल्मों को अच्छी सफलता मिलती रही है। बॉर्न सीरीज की चार फिल्मों के निर्माण में ३७० मिलियन डॉलर खर्च हुए थे। लेकिन, इन फिल्मों ने वर्ल्डवाइड १२२२१.५ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था। एक समय जैसन बॉर्न को ब्रितानी जासूस जेम्स बांड के लिए खतरा बताया जाता था। बॉर्न सीरीज की चौथी फिल्म 'द बॉर्न लिगेसी', जिसमे बॉर्न का किरदार जेरेमी रेनर कर रहे थे, २७६ मिलियन डॉलर का साधारण बिज़नेस किया था, जबकि इसके निर्माण में १२५ मिलियन डॉलर खर्च हुए थे। यह साधारण बिज़नेस था। अब इस सीरीज की पांचवी फिल्म 'द बॉर्न बिट्रेयल' में एक बार फिर पॉल ग्रीनग्रास और मैट डैमन की जोड़ी साथ आ गई है। द बॉर्न बिट्रेयल मशहूर एडवर्ड स्नोडेन स्कैंडल पर फिल्म है। इस व्यक्ति ने सीआईए के अंतर्गत काम किया था और बाद में उसकी कुछ अत्यंत गोपनीय सूचनाएं लीक कर दी थी। द बॉर्न बिट्रेयल की शूटिंग दुनिया के कई देशो में की जाएगी। फिल्म की शूटिंग की शुरुआत ग्रीस से होगी। फिल्म का अंत लॉस वेगस में होगा। द बॉर्न बिट्रेयल २९ जून २०१६ को पूरी दुनिया में रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 6 September 2015
मैट डैमन की बॉर्न फ्रैंचाइज़ी में वापसी !
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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