अमेरिकी
एक्शन-कॉमेडी फिल्म सीरीज 'ऑस्टिन पावर्स' की फ़िल्में हॉलीवुड के जासूसों जेम्स बांड, डेरेक फ्लिंट, जैसन किंग और मैट
हेल्म फिल्मों की पैरोडी हुआ करती थी। इस
सीरीज में तीन फ़िल्में 'ऑस्टिन पावर्स: इंटरनेशनल मैन ऑफ़ मिस्ट्री', 'ऑस्टिन पावर्स: द
स्पाई हु शैग्ड मी' और 'ऑस्टिन पावर्स इन गोल्ड मेंबर' बनाई गई। क्रमशः
१९९७, १९९९ और २००२ में रिलीज़ यह फ़िल्में चिढ़ाने वाली और अपमानजनक कथानक
वाली फ़िल्में थी। इनमे सेक्स की ओवरडोज़
हुआ करती थी। इन फिल्मों का जासूस जेम्स बांड की तरह आकर्षक और खूबसूरत नहीं था। 'ऑस्टिन पावर्स' सीरीज की फिल्मों की
कहानी विलेन डॉक्टर ईविल के सरकार या अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को ब्लैकमेल कर मोटी
रकम की उगाही करने के इरादों के इर्दगिर्द घूमती थी, जिन्हे पावर्स नाकाम कर देती थी। इन
फिल्मों के निर्माता, लेखक और एक्टर माइक मायर्स थे। तीनों फिल्मों में
मुख्य किरदार कभी नहीं बदले। आंद्रेआना
विथ ने वेरियस डांसर्स, सेठ ग्रीन ने स्कॉट ईविल, मिंडी स्टर्लिंग ने फ्राउ फर्बिसिना, रॉबर्ट वैगनर ने
नंबर २ और माइकल यॉर्क ने बेसिल एक्सपोसिशन भूमिका की थी। फिल्म के निर्माता और लेखक माइक मायर्स ने हीरो
ऑस्टिन पावर्स और मुख्य विलेन डॉक्टर ईविल, दोनों की ही भूमिका की थी। माइक मायर्स के दोनों ही भूमिकाएं करने की
कहानी दिलचस्प है। यह तो पहले ही तय था कि
फिल्म के हीरो यानि जासूस ऑस्टिन पावर्स माइक मायर्स ही होंगे। डॉक्टर ईविल का किरदार के लिए जिम कैर्री को
साइन किया गया था। उस दौरान जिम कैर्री 'लिएर् लिएर्' कर रहे थे। इस फिल्म की रीशेड्यूलिंग हो गयी। जिम को 'ऑस्टिन पावर्स' की पहली फिल्म 'इंटरनेशनल मैन ऑफ़
मिस्ट्री' छोड़नी पड़ी। जिम के जाने के
बाद निर्माता माइक मायर्स ने फिल्म की रीकास्ट
करने के बजाय खुद विग लगा कर नायक और खलनायक को अंजाम दिया। पहली फिल्म 'ऑस्टिन पावर्स: इंटरनेशनल मैन ऑफ़ मिस्ट्री' के निर्माण में १६.५
मिलियन डॉलर खर्च हुए थे। यह फिल्म २ मई
१९९७ को रिलीज़ हुई। फिल्म ने वर्ल्डवाइड
बॉक्स ऑफिस पर ६७.६८ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया। दूसरी फिल्म 'ऑस्टिन पावर्स: द स्पाई हु शैग्ड मी' ११ जून १९९९ को
रिलीज़ हुई। ३३ मिलियन डॉलर के बजट में बनी
फिल्म ने वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर ३१२ मिलियन डॉलर का बिज़नेस किया। आखिरी फिल्म 'ऑस्टिन पावर्स इन गोल्ड मेंबर' का बजट बढ़ कर लगभग
दोगुना यानि ६६ मिलियन डॉलर हो गया था। २६
जुलाई २००२ को रिलीज़ इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड २९६.६५ मिलियन डॉलर का कलेक्शन
किया।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 30 September 2015
जेम्स बांड की स्पूफ थी 'ऑस्टिन पावर्स' सीरीज की फ़िल्में
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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