Wednesday, 5 December 2018

हू एम आई मनीषा मरज़ारा


मनीषा मरज़ारा को बॉलीवुड में नई मेथोडिस्ट के नाम से जाना जा रहा है। मनीषा की बतौर  अभिनेत्री कुछ फिल्मे रिलीज़ हो चुकी है। इसके बावजूद, वह आज भी उतनी ही ताजादम और उत्साहित हैं।

मनीषा ८ साल पहले अम्बाला से मुंबई आई थी। मनीषा एक फैशन छात्रा थी, जिन्हें अक्सर विज्ञापन शूट और बड़ी बॉलीवुड परियोजनाओं के लिए स्टाइलिंग का मौका मिला। उसी दौरान मनीषा को पता चला कि वह सिर्फ फैशन के लिए ही नहीं बनी है।


थियेटर की छात्रा होने के नाते मुंबई की दुनिया मनीषा के लिए जानी पहचानी थी। शहर में अपने  पहले छह महीनों में उन्हें बालाजी के साथ एक टीवी धारावाहिक करने का मौका मिला। अगले वर्ष वह दो फेस्टिवल फिल्मों, मुनिया और लाइव एट फाइव का हिस्सा थीं। उन्होंने डीडी नेशनल और सोनी के साथ टीवी शो जारी रखे ।

अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए, मनीषा बताती हैं, "मैं भावुक थी और सब कुछ कर डालने को तैयार थी। लेकिन ईमानदारी से कहूँ, मुझे तब बहुत कुछ नहीं पता था। मैं जवान थी। आज, मैं मुड़ कर देखती हूं और वास्तव में आश्चर्य करती हूं कि मैंने इतना सब कैसे किया- टेलीविजन, लघु फिल्म, शूट्स ।"


मनीषा ने शुरूआती दौर में महत्वहीन भूमिकाये की। वह इन फिल्मों के अनुभव को लंबे समय तक साथ रखने का इरादा रखती है। मनीषा को आज अपने वजनी और महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। उनकी नवीनतम, हू एम आई ऎसी ही एक भूमिका है। इससे पहले की फिल्म लाइव एट ५  राजनीति में युवाओं की भागीदारी के बारे में थी । मुनिया में बाल श्रम पर बात की गई थी। इस फिल्म में मनीषा ने एक नकारात्मक किरदार निभाया था। 


नवाजुद्दीन सिद्दीकी द्वारा निर्मित मियान कल आना कान्स और २३ दूसरे ऐसे फिल्म समारोहों में दिखाई जा चुकी है।  यह फिल्म निकाह और हलाला पर आधारित थीं। राजपाल यादव के साथ बाबूजी एक टिकट बंबई मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति पर फ़िल्में थी ।

मनीषा के मुताबिक, एक भूमिका के रूप में उनके लिए ये कैरेक्टर्स आवश्यक हैं, "मैं इन कहानियों से इन पात्रों से बहुत कुछ सीखती हूं। एक एक्टर के रूप में, मुझे अपने विकास के लिए कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से दुनिया के असली पक्ष के साथ मिलना चाहिए। मैं इन मुद्दों को  सबके सामने लाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध और जिम्मेदार महसूस करती हूँ।"



मनीषा की नवीनतम फिल्म हू एम आई है, जो ८ दिसंबर को रिलीज हो रही है। यह फिल्म एक आधुनिक महिला के संघर्षों के बारे में है। मनीष का किरदार सब कुछ कर पाने की कोशिश करता है और सफल रहता है, उस समय भी जब हालात उसके पक्ष में नहीं होते हैं।

मनीषा पूछती हैं, "क्या यह सब हमारी कहानी नही है?" 

Go Green with DOT - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

No comments: