यह १५९९ का लन्दन था. भारत में, मुग़ल साम्राज्य पतनशील था. उस समय, लन्दन
की एक गुमनाम सी बिल्डिंग में, ३० लोगों ने एक कंपनी की स्थापना की. देखते ही
देखते इस ३० लोगों की ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में मुग़ल साम्राज्य की जडें उखाड़
दी और भारत को ब्रितानी साम्राज्य में शामिल करने का रास्ता खोल दिया.
भारतीय दर्शकों को उपरोक्त जानकारी अब देखने को मिलेगी स्टूडियो वीप और
रॉय कपूर फिल्म्स की सीरीज में. इस सीरीज को विलियम डेलरिम्पल के सबसे ज्यादा
बिकने वाले ऐतिहासिक उपन्यास द अनार्की: द रेलेंटलेस राइज ऑफ़ द ईस्ट इंडिया कंपनी
के पटकथा रूपांतरण के जरिये बनाया जा रहा है. द अनार्की ईस्ट इंडिया कंपनी के १५९९
से १८०२ तक के कालखंड पर आधारित है.
सिद्धार्थ रॉय कपूर की रॉय कपूर फिल्म्स ने इस पुस्तक के अधिकार जून में
खरीद लिए थे. यह प्रोजेक्ट वीप और रॉय कपूर फिल्म्स का अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट
होगा. इसका विस्तार अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और भारत तक होगा. इस सीरीज के लिए
अंतर्राष्ट्रीय टीम जुटाने का दायित्व इन दोनों कंपनियों का संयुक्त रूप से होगा. इस
सीरीज के लिए ऐसे लेखकों को जुटाया जा रहा है, जो इसे हर लिहाज़ से वैश्विक श्रंखला
बना सकें.
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