Thursday 18 July 2013

क्या रमैया वस्तावैया होगा गिरीश के मामले में !

शुक्रवार को गिरीश कुमार की बॉक्स ऑफिस पर कड़ी परीक्षा होनी है. वह टिप्स इंडस्ट्री के मालिक कुमार तौरानी के बेटे है। पर खुद को साबित करने के लिए गिरीश कुमार के लिए इतना परिचय काफी नही। टिप्स फ़िल्में भी  बनाती  है. इसलिए कुमार तौरानी के लिए अपने बेटे गिरीश को हीरो बनाने के लिए फिल्म बनाना आसान था. उन्होंने एक बड़ा सेटअप और प्रभु देवा के रूप में एक सफल डायरेक्टर भी जुटा लिया। मगर परदे पर दर्शकों का सामना तो गिरीश को ही करना है. ठीक एक महीना पहले दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत के दामाद और तमिल फिल्मों के स्टार धनुष की राँझना से परीक्षा हुई थी. वह  चेहरे से कहीं से भी हीरो मटेरियल  नहीं रखते थे. शरीर से दुबले धनुष को देख कर उनके हीरो होने पर शक होता था . लेकिन खास अपनी अभिनय प्रतिभा के बल पर वह उत्तर के दर्शकों को अपनी पहली हिंदी फिल्म से ही अपना मुरीद बना पाने में कामयाब हुए. गिरीश कुमार के सामने धनुष की सफलता चुनौती भी है और प्रेरणा भी. वह आश्वस्त हो सकते है कि वह भी हिंदी फिल्मों के हीरो बन सकते है. हालाँकि उनका चेहरा भी हिंदी फिल्मों के हीरो जैसा नहीं . धनुष अपनी अभिनय प्रतिभा के बल पर ही सफल हुए थे. गिरीश के लिए यह चुनौती है. क्योंकि उन्हें अपनी अभिनय प्रतिभा के बल पर हिंदी दर्शकों को रिझाना होगा! फिल्म की कहानी सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार किया जैसी है. इस हीरो सेंट्रिक कहानी के बल पर सलमान खान जैसा कम प्रतिभाशाली अभिनेता भी हिंदी दर्शको का प्रेम बन गया। पर वह ज़माना दूसरा था. आज हिंदी फिल्मों का कैनवास काफी बदल गया है. स्क्रिप्ट और निर्देशकीय कल्पनाशीलता काफी मायने रखने लगी है. कहानी को कुछ इस तरह मोड़ लेना चाहिए होगा कि दर्शकों को लगे कि वाह वाह कमाल हो गया. इसके बावजूद गिरीश का अभिनय मायने रखेगा. गिरीश के पास अच्छा मौका है. उन्हें वांटेड और राऊडी राठौर  जैसी फिल्मों का प्रभु मिला है, जो हिंदी दर्शकों की नब्ज़ समझता है. प्रभु की यह पहली हिंदी रोमकॉम फिल्म है. फिल्म में गिरीश की नायिका शुर्ती हासन है. श्रुति तमिल तेलुगु फिल्मों में अपनी अभिनय प्रतिभा साबित कर चुकी है. उन्हें एक फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार भी मिल चूका है. वह गिरीश को काफी सपोर्ट कर सकती है. श्रुति की आज ही एक अन्य फिल्म डी-डे भी रिलीज़ हो रही है. डी-डे में श्रुति ने एक वैश्य का किरदार किया है. श्रुति के लिए हिंदी फिल्म में अपनी लक कायम करने का सुनहरा मौका है.
गिरीश कुमार ने बढ़िया अभिनय किया. दर्शकों ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और फिल्म हिट हो गयी तो समझिये की दर्शकों की योग्यता भी साबित हो गयी. क्योंकि, अभी तक सलमान खान जैसे अभिनेताओं की माइंडलेस फिल्मों को सुपर डुपेर हिट बनाता हिंदी दर्शक दुनिया के सामने मूर्ख साबित होता था. रमैया वस्तावैया का मतलब हिंदी में राम क्या तुम मेरे लिए आओगे होता है. क्या इस तेलुगु कहावत की तरह हिंदी दर्शक गिरीश के लिए रमैया वस्तावैया बनेगा!


 

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