Thursday 8 September 2016

बार बार देखो : हॉलीवुड से प्रेरित टाइम ट्रेवल रोमांस

कुछ दिनों पहले, ९ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही सिद्धार्थ मल्होत्रा और कटरीना कैफ की रोमांस फिल्म बार बार देखो का ट्रेलर सोशल साइट्स पर वायरल हुआ। यही ट्रेलर सिनेमाघरों में भी दिखाया जा रहा है। इस ट्रेलर को देखने के बाद ही यह कहा जाने लगा कि बार बार देखो हॉलीवुड की फिल्मों से प्रेरित टाइम ट्रेवल फिल्म है। ट्रेलर में सिद्धार्थ मल्होत्रा के चरित्र जय को कभी फ़्लैश बैक तो कभी फ़्लैश फॉरवर्ड में जाते और फिर वर्तमान में वापस आते हुए दिखाया गया।  एक सीन में जय से दिया (कटरीना कैफ) कहती है कि दो दिनों के हनीमून के बाद पूछ रहे हो कि मैं इस कमरे में क्या कर  रहा हूँ। यह सभी प्रसंग जय के किरदार के  माध्यम से दिखाई देते हैं। यानि, जय का किरदार कल्पना करता या भूत और भविष्य में जाता और वापस आता लगता है। साफ़ तौर पर यह चरित्र टाइम ट्रेवल कर सकता है। इसके साथ ही कहा गया कि बार बार देखो इस या उस हॉलीवुड फिल्म से प्रेरित लगती है। इन अनुमानों पर कान दे तो बार बार देखो से डेब्यू कर रही नित्या मेहरा की फिल्म एक-दो नहीं कोई आधा दर्जन हॉलीवुड की टाइम ट्रेवल फिल्मों की नक़ल या कॉपी-पेस्ट लगती है। 
हॉलीवुड की कॉपीकैट हिंदी फ़िल्में बनाना बॉलीवुड का पुराना शगल है। चूंकि, बड़ी संख्या में हिंदी दर्शक हॉलीवुड की फिल्मों को नहीं देखता।  इसलिए, हॉलीवुड की हिंदी कॉपी करना ओरिजिनल जैसा लगता है। इसलिए, जैसे ही किसी भिन्न कहानी वाली फिल्म का ऐलान होता है, कयास लगाए जाने लगते हैं कि यह फिल्म किस हॉलीवुड फिल्म से प्रेरित है या उसकी कॉपी कैट है। इस लिहाज़ से बार बार देखो का किसी हॉलीवुड फिल्मों की नक़ल होना ख़ास बात नहीं। यहाँ जो ख़ास बात यह है कि बार बार देखो कोई आधा दर्ज़न फिल्मों की घालमेल है। पूरी फिल्म किस फिल्म या फिल्मों से प्रेरित है, इसका पता तो फिल्म रिलीज़ होने के बाद ही चलेगा। लेकिन, फिलहाल उन हॉलीवुड फिल्मों के बार में जानना दिलचस्प होगा, जिन पर बार बार देखों को बना कहा जा रहा है। 
पांच हॉलीवुड फ़िल्में की बार बार देखो 
नित्या मेहरा की फिल्म बार बार देखो टाइम ट्रेवल फिल्म लगती है। ट्रेलर जितना कुछ कहता है, उससे बार बार देखो हॉलीवुड कि पांच टाइम ट्रेवल फिल्मों का चर्बा लगती है।  बिल मरे की फिल्म ग्राउंडिंग डे, जेनिफर गार्नर की फिल्म १३ गोइंग ऑन ३०, एरिक बाना की फिल्म द टाइम ट्रैवलर्स वाइफ, डोम्ह्नल ग्लीसन की फिल्म अबाउट टाइम और एडम सैंडलर की क्लिक हिट और मशहूर टाइम ट्रेवल फ़िल्में हैं। ,कम से कम, बार बार देखो का ट्रेलर इन्हीं फिल्मों की ओर इशारा करता लगता है। आइये जानते हैं हॉलीवुड की इन टाइम ट्रेवल फ़िल्मों के बारे में- 
एडम संड्लेर की क्लिक (२००६)
यह मानने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है, जो दावा करते हैं कि अपने ट्रेलर से बार बार देखो एडम सैंडलर की फिल्म ‘क्लिक’ की नक़ल है। अपने काम में डूबे हुए आर्किटेक्ट को एक यूनिवर्सल रिमोट मिल जाता है।  इस रिमोट के ज़रिये वह समय को आगे पीछे कर सकता है और अपनी ज़िन्दगी के विभिन्न पहलुओं को खंगाल सकता है।  अब गड़बड़ यहाँ होती है की रिमोट खुद उसकी  ज़िन्दगी को नियंत्रित करने लगता है।  इस फिल्म का निर्देशन फ्रैंक करसी ने किया था। फिल्म में एडम सैंडलर के साथ केट बेकिंस्ले और क्रिस्टोफर वाल्केन की मुख्य भूमिका थी।  
१३ गोइंग ऑन ३० (२००४)

एक लड़की अपनी १३ वी वर्षगाँठ पर इच्छा व्यक्त करती है कि जब वह अगली सुबह उठे तो तीस साल की परिपक्व औरत के रूप में। वह टाइम ट्रेवल कर अपना भविष्य देखती है, गलतियाँ समझती है और फिर वापस आकर उन्हें सुधारने में जुट जाती है। डायरेक्टर गैरी विनिक की इस फिल्म में जेनिफर गार्नर,मार्क रुफेलों और जूडी ग्रीअर ने मुख्य किरदार किये थे। मार्क रुफेलो के किरदार के लिहाज़ से देखें तो बार बार देखो १३ गोइंग ऑन ३० से प्रेरित लगती है। बार बार देखो में भी सिड यानि सिद्धार्थ मल्होत्रा का किरदार अपने भविष्य में जाकर होनी को देखता है। 
द टाइम ट्रैवलर्स वाइफ (२००९)

शिकागो के लाइब्रेरियन में ऐसी शक्ति है कि वह जब चाहे टाइम ट्रेवल कर सकता है। अब यह बात दीगर है कि इससे उसके वैवाहिक जीवन में जटिलताएं पैदा होने लगती है। डायरेक्टर रॉबर्ट श्वेंटके की फिल्म 'द टाइम ट्रेवलर्स वाइफ' में एरिक बाना ने लाइब्रेरियन की भूमिका की थी, जो टाइम ट्रेवल कर सकता है। २००९ में रिलीज़ एरिक बाना और राचेल मैकएडम्स की केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म ड्रामा से भरपूर थोड़ी गंभीर फिल्म थी। लेकिन, बार बार देखो में सिद्धार्थ मल्होत्रा और कटरीना कैफ की जोड़ी हंसी मज़ाक के क्षणीं में डूबी भी नज़र आती है। वहीँ हॉलीवुड की फिल्म की कहानी नायिका के माध्यम से कही गई है। 
डोम्ह्नल ग्लीसन की अबाउट टाइम (२०१३)

इक्कीस साल के टिम को पता चलता है कि वह टाइम ट्रेवल कर सकता है तथा उसकी ज़िन्दगी में क्या होना है और जो हो चुका है, का पता भी लगा सकता है। वह एक लड़की के साथ अपनी ज़िन्दगी अच्छी तरह से बिताने के लिए टाइम ट्रेवल का इस्तेमाल करता है, लेकिन सब कुछ इतना आसान भी नहीं होता। अबाउट टाइम २०१३ में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन और लेखन रिचर्ड कर्टिस ने किया था। फिल्म में डोम्ह्नल ग्लीसन, रेचल मैकएडम्स और बिल नाइ की मुख्य भूमिका थी। अबाउट टाइम की कहानी के अनुरूप ही बार बार देखो के दोनों मुख्य चरित्रों की ज़िन्दगी में भूचाल आया जैसा नज़र आता है। ,
केआनु रीव्स की लेक हाउस (२००६)


एक डॉक्टर और एक आर्किटेक्ट, दो भिन्न टाइम फ्रेम में रह रहे हैं। दोनों एक दूसरे को रोमांटिक पत्र लिखने लगते हैं और पोस्ट भी करते हैं। डॉक्टर २००६ के टाइम फ्रेम में रह रही है, जबकि आर्किटेक्ट २००४ के टाइम फ्रेम में। डायरेक्टर अलेजांद्रो अग्रेस्ती कि इस फिल्म में केआनु रीव्स ने आर्किटेक्ट और सांड्रा बुलक ने डॉक्टर का रोल किया था। स्पीड के बाद यही जोड़ी फिल्म साथ आ रही थी। क्या बार बार देखो में भी यही कहानी है !
सीन भी कॉपी 
बार बार देखो हॉलीवुड फिल्मों की कट-पेस्ट ही नहीं, दृश्यों की कॉपी भी की गई है। फिल्म के कुछ शॉट्स हूँ-ब-हूँ हॉलीवुड फिल्मों से कॉपी किये गए है। जय (सिद्धार्थ मल्होत्रा) का  टाइम ट्रेवल करने के दृश्य हैंगओवर २ के दृश्यों की नक़ल लगते है। ट्रांसपेरेंट हॉलोग्राफिक स्क्रीन पर जोड़ घटना करता जय का किरदार अ ब्यूटीफुल माइंड और द सोशल नेटवर्क के हीरो की याद दिलाता है ।   

नित्या मेहरा की फिल्म तीस सालों के टाइम फ्रेम में फैली फिल्म है। फिल्म के प्लाट को भी पिछले १२ सालो के दौरान रिलीज़ फिल्मों से लिया गया है। ज़ाहिर है कि हिंदी फिल्मों के काफी दर्शक लेक हाउस, क्लिक और १३ गोइंग ऑन ३० जैसी हॉलीवुड फिल्मों से परिचित नहीं। यही कारण है कि फिल्म का ट्रेलर हिंदी फिल्म दर्शकों में उत्सुकता और उत्तेजना पढ़िए करने वाला है। अब काफी कुछ निर्भर करेगा नित्या मेहरा की कल्पनाशीलता और नित्या मेहरा के साथ अनुवब पाल और श्री राव की पटकथा पर।  


अल्पना कांडपाल 

No comments:

Post a Comment