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Wednesday 8 December 2021

अनुपमा से चुपके चुपके तक धर्मेन्द्र और शर्मीला टैगोर





आज ८ दिसम्बर को, बॉलीवुड की हर प्रकार की भूमिका कर लेने वाली, दो हस्तियों का जन्म दिन है. आज धर्मेन्द्र ८६ के हो गयी, जबकि शर्मीला टैगोर ७७ की. इन दोनों को हार्दिक बधाई.
धर्मेन्द्र और शर्मीला टैगोर, रुपहले परदे की एक ऎसी जोड़ी है, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध करती रही, उन्हें अपने अभिनय से चकित करती रही. इसी जोड़ी की फिल्मों पर के नज़र डालने से यह साफ हो जाता है.



धर्मेन्द्र और शर्मीला टैगोर ने जहाँ अनुपमा, देवर और सत्यकाम जैसी अभिनय प्रधान फिल्मों मे काम किया, वही मेरे हमदम मेरे दोस्त, यकीन और एक महल हो सपनों का मसाला फ़िल्में थी. हृषिकेश मुख़र्जी की फिल्म चुपके चुपके में इन दोनों का हास्य अभिनय और केमिस्ट्री देखने के काबिल थी.


धर्मेन्द्र और शर्मीला टैगोर की जोड़ी पहली बार परदे पर नज़र आई १९६६ में प्रदर्शित दो फिल्मों, हृषिकेश मुख़र्जी की फिल्म अनुपमा और मोहन सेगल की फिल्म देवर में. इन एक्टरों की पहले की फिल्मों के देखने वाले दर्शकों के लिए इन दोनों का यह रूप चकित कर देने वाला और चौकाऊ था. इसके बाद यह दोनों मेरे हमदम मेरे दोस्त, यकीन, सत्यकाम, एक महल हो सपनों का और चुपके चुपके में नज़र आये.



शर्मीला टैगोर को हिंदी फिल्म मौसम और बांगला फिल्म अबार अरण्ये में अभिनय के लिए क्रमशः श्रेष्ठ अभिनेत्री और सह अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला. शर्मीला टैगोर को २०१३ में पद्म सम्मान पद्म भूषण मिला.



धर्मेन्द्र को २०१२ में पद्म भूषण सम्मान मिला. परन्तु धर्मेन्द्र को कभी भी अभिनय का राष्ट्र्रीय फिल्म पुरस्कार नही मिला . उन्हें फिल्म घायल के निर्माता के रूप में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जरूर मिला. @aapkadharam #sharmilatagore

Wednesday 13 October 2021

३१ साल की पूजा हेगड़े (@hegdepooja)

 


 

एक तमिल और दो तेलुगु फिल्मों के बाद, पूजा हेगड़े ने आशुतोष गोवारिकर की पीरियड फिल्म मोहन जोदड़ो से हिंदी फिल्मो में कदम रखा था. इस फिल्म में उनके नायक हृथिक रोशन थे.


सामान्य रूप से, हिंदी फिल्म दर्शाको की दक्षिण की किसी अभिनेत्री को परदे पर देखने का उत्साह होता है. विशेष रूप से उसकी सेक्स अपील को लेकर. यही पूजा हेगड़े के साथ भी था.


फिल्म मोहन जोदड़ो में वह बेहद खुबसूरत लगी थी. भारत के प्रगैतिक इतिहास को उकेरने वाली इस फिल्म में पूजा के लिए कपडे उतारने की गुंजाईश नहीं थी. पर पूजा की अतीव सुन्दरता भी इस धीमी रफ़्तार की फिल्म उकताहट को कम नहीं कर सकी. मोहन जोदड़ो बड़ी फ्लॉप साबित हुई.


इस फिल्म के बाद, पूजा हेगड़े दक्षिण की तेलुगु फिल्मों में व्यस्त हो गई . वह कई तेलुगु सुपरस्टार की फिल्मो में नायिका बनी.


उन्हें हिंदी फिल्मों में नया जीवन दिया अक्षय कुमार की पुनर्जन्म पर फिल्म हाउस फुल ४ ने. इस फिल्म में पूजा की भूमिका छोटी थी. पर वह अपनी सह अभिनेत्रियों कृति सेनन और कृति खरबंदा के मुकाबले काफी खूबसूरत लगी.


इस समय वह रणवीर सिंह के साथ रोहित शेट्टी की कॉमेडी फिल्म सर्कस कर रही है. लेकिन उन्हें टॉप पर पहुंचाएगी प्रभास के साथ रोमांस फिल्म राधे श्याम. इस फिल्म में वह प्रेरणा की भूमिका कर रही है.

पूजा हेगड़े आज ३१ साल की हो गई.

Monday 14 December 2020

राणा डग्गुबाती (Rana Daggubati) के जन्मदिन पर विराट पर्वं !



हिंदी फिल्म दर्शकों के बीच सामान  रूप से लोकप्रिय तेलुगु फिल्म राणा डग्गुबाती आज ३६  साल के हो गए।  जैसी की दक्षिण के फिल्म उद्योग की परंपरा है, राणा का जन्मदिन मनाने के लिए निर्माता डी सुरेश बाबू ने राणा की प्रमुख भूमिका वाली फिल्म विराट पर्वं का  फर्स्ट लुक पोस्टर जारी किया।  इस पोस्टर में  राणा डग्गुबाती का वर्दीधारी चरित्र  हाथ में बन्दूक थामे नज़र आ रहा  है। उनके पीछे कोहरे से झांकते कुछ दूसरे सैन्य चहरे नज़र आ रहे हैं।  फिल्म के टाइटल के साथ टैग लाइन रिवॉल्यूशन इज  एन एक्ट ऑफ़ लव- फिल्म को रहस्य की धुंध में लपेट देता है।  अपना अंतिम शिड्यूल शूट कर रही इस फिल्म में राणा डग्गुबाती का साथ सई पल्लवीनंदिता दास और प्रियमणि दे रही हैं।  फिल्म का निर्देशन वेणु उडुगुला कर रहे हैं।  इस फिल्म के निर्माता डी सुरेश बाबू के बेटे हैं राणा डग्गुबाती।  

Wednesday 21 October 2020

श्रीनिधि शेट्टी के जन्मदिन पर दूसरा चैप्टर !



नवोदित फिल्म अभिनेत्री श्रीनिधि शेट्टी आज २८ साल की हो गई. २०१५ की मिस साउथ इंडिया और २०१६ की मिस दीवा और मिस सुपरानेशनल श्रीनिधि को ज़ल्द ही फिल्मों के प्रस्ताव मिलने लगे थे. ऐसा ही पहला प्रस्ताव केजीएफ़ चैप्टर १ था.



यह फिल्म श्रीनिधि के लिहाज़ से इस लिए महत्वपूर्ण थी कि यह कन्नड़ फिल्म उद्योग से सबसे बड़े बजट की फिल्म थी. इस फिल्म में कन्नड़ सुपरस्टार यश नायक की भूमिका में थे.



केजीएफ़ चैप्टर १ को बड़ी सफलता मिली थी. इसे देखते हुए ही निर्देशक प्रशान्त नील ने चैप्टर २ में श्रीनिधि को फिर ले लिया. इस सीक्वल फिल्म के अलावा श्रीनिधि का सुपरनेचुरल थ्रिलर फिल्म कोबरा से तमिल फिल्म डेब्यू भी हो रहा है. कोबरा के नायक विक्रम हैं. ख़ास बात यह है कि कोबरा से क्रिकेटर इरफ़ान पठान का तमिल फिल्म डेब्यू भी हो रहा है.



केजीएफ़ चैप्टर कन्नड़ और हिंदी के अलावा तेलुगु, तमिल और मलयालम में भी रिलीज़ होगी. आज श्रीनिधि के जन्मदिन के मौके पर फिल्म का श्रीनिधि का करैक्टर पोस्टर जारी किया गया.

Tuesday 1 September 2020

राजकपूर को 'राज' कहने वाले के एन सिंह

 
अपनी भौहों के सञ्चालन, खास प्रकार की संवाद अदायगी और मुंह से सिगार का धुआ उगलते हुए, सामने वाले के पसीने छुडा देने वाले विलेन के एन सिंह ने अभिनय के दुनिया में जाने की कभी नहीं सोची थी. वह तो अपने क्रिमिनल लॉयर पिता की तरह वकील बनना चाहते थे. लेकिन, एक दिन पिता के डिफेन्स की वजह से एक वास्तविक अपराधी के छूट जाने पर उन्हें लगा की न्यायालय से न्याय नहीं दिलाया जा सकता. उनका मन वकालत से हट गया. वह खेल में रूचि रखते थे. वह जेवेलिन थ्रो के खिलाड़ी थे. उनका १९३६ के ओलंपिक्स में चयन होना था. लेकिन, उसी दौरान उन्हें अपनी बीमार बहन को देखने कलकत्ता जाना पडा. वह ओलिंपिक नहीं खेल पाए. क्योंकि, वह तो फिल्मों में खेल दिखाने के लिए बने थे. पृथ्वीराज कपूर उनके पारिवारिक मित्र थे. उन्होंने, कलकत्ता में के एन सिंह का परिचय देबकी बोस से करा दिया. देबकी बोस ने उन्हें फिल्म सुनहरा संसार में डॉक्टर की छोटी सी भूमिका सौंप दी. इसके साथ ही अभिनेता के एन सिंह का जन्म हो गया. कलकत्ता में उन्होंने चार दूसरी फ़िल्में हवाई डाकू, अनाथ आश्रम, विद्यापति और मिलाप भी की. मिलाप का निर्देशन ए आर कारदार ने किया था. जब कारदार बॉम्बे जाने लगे तो उन्होंने के एन सिंह को भी साथ ले लिया. इसके बाद, के एन सिंह बॉम्बे फिल्म इंडस्ट्री में इतना रमे कि उन्होंने १९८० के दशक तक कोई २५० फ़िल्में कर डाली. उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में एक रात, इशारा, ज्वार भाता, द्रौपदी, इंस्पेक्टर, हावड़ा ब्रिज, बरसात, आवारा, तीसरी मंजिल, एन इवनिंग इन पेरिस, लाट साहब, हाथी मेरे साथी उल्लेखनीय थी. फिल्म इशारा में के एन सिंह ने उम्र में बड़े पृथ्वीराज के पिता की भूमिका की थी. उस समय पृथ्वीराज कपूर ने उनसे कहा था कि फिल्म में तुम साबित करो की एक्टिंग में तुम मेरे बाप हो. के एन सिंह ने राजकपूर की निर्देशित लगभग सभी फिल्मों में अभिनय किया था. लेकिन, उन्होंने कभी राजकपूर को दूसरों की तरह राज साब नहीं कहा. वह कहते थे यह लड़का तो मेरी गोद में खेला है. के एन सिंह का जन्म आज के दिन १ सितम्बर १९०८ को देहरादून में हुआ था. उनका देहांत ३१ जनवरी २००० को मुंबई में हुआ.

Sunday 23 August 2020

हिंदी फिल्मों की परी चेहरा सायरा बानू

निर्माता शशधर मुख़र्जी के भाई सुबोध मुख़र्जी ने, जब निर्माता बनने का निश्चय किया तो पहली फिल्म देवानंद और माला सिन्हा के साथ लव मैरिज (१९५९) बनाई. इससे पहले उन्होंने भाई शशधर के लिए फिल्म मुनीमजी और पेइंग गेस्ट का निर्देशन किया था. यह उनकी आखिरी श्वेत श्याम फिल्म थी. इस दौरान फिल्मों में रंगों ने प्रवेश कर लिया था. हिंदी फिल्म उद्योग बड़ी तेज़ी से सेल्युलाइड पर रंग उतार रहा था. श्वेत श्याम रंग विदा ले रहे थे. १९६१ में उनकी निर्मित और निर्देशित पहली रंगीन फिल्म जंगली थी. इस फिल्म में नायक शम्मी कपूर के साथ अपने जमाने की ब्यूटी क्वीन नसीम बानू की १७ साल की बेटी सायरा बानू को नायिका बनाया था. सायरा बानू का तीखा हुस्न और तीखी आवाज आँखों के साथ साथ दिमाग में घर कर गई. फिल्म, हिट हुई. सायरा बनू के पास फिल्मों की भरमार हो गई. अगला साल, उनके लिए असफलता का साल था. जंगली के दौर में सायरा बानू ने दो श्वेत श्याम फ़िल्में मनोज कुमार के साथ  शादी और शम्मी कपूर के साथ ब्लफ मास्टर साइन कर ली थी. शादी को असफलता हाथ लगी. उस समय कई समीक्षकों ने सायरा की आलोचना करते हुए लिखा कि वह रंगीन पिक्चर में सुन्दर लगती है. श्वेत श्याम में उनका चेहरा अच्छा नहीं लगता. इसके साथ ही सायरा बानू ने कसम खा ली कि वह आगे से केवल रंगीन फिल्मों में ही काम करेंगे. ऐसा हुआ भी. उनकी अगली फ़िल्में आई मिलन की बेला, आओ प्यार करें, अप्रैल फूल, दूर की आवाज़साज़ और आवाज़, प्यार मोहब्बत, शागिर्द, आदि रंगीन थी. अब यह बात दीगर है कि इनमे से आओ प्यार करें और साज़ और आवाज़ जैसी कुछ फ़िल्में असफल भी हुई. अप्रैल फूल और साज़ और आवाज़, सुबोध मुख़र्जी निर्देशित फ़िल्में ही थी. साज़ और आवाज़ की असफलता के बाद, सुबोध मुख़र्जी ने सायरा बानू से किनारा कर लिया और हेमा मालिनी और शशि कपूर के साथ अभिनेत्री और शशि कपूर के साथ राखी को लेकर शर्मीली फ़िल्में बनाई. यह दोनों फ़िल्में हिट हुई. उधर सायरा बानू, पड़ोसनझुक गया आसमान, आदमी और इंसान, गोपी, पूरब और पश्चिम, विक्टोरिया नंबर २०३, ज्वार भाटा, रेशम की डोरी, सगीना, आरोप, ज़मीर और साजिश जैसी फिल्मों के जरिये सफलता हासिल करती चल गई. १९६६ में उनका दिलीप कुमार के साथ निकाह हो गया. निर्देशक प्रकाश मेहरा की फिल्म हेरा फेरी, सायरा बानू की आखिरी फिल्म थी. इस फिल्म में वह अमिताभ बच्चन से रोमांस फरमा रही थी. हालांकि, वास्तविक उम्र में सायरा बानू अमिताभ बच्चन से दो साल छोटी थी. लेकिन, फिल्म में अमिताभ से रोमांस करते हुए, ३१ साल की सायरा बड़ी लग रही थी. इसके साथ ही सायरा बानू को अपने ढलते हुस्न का एहसास हो गया. उन्होंने फिल्मों को अलविदा कह दी. सायरा बानू का जन्म २३ अगस्त १९४४ को मसूरी में हुआ था.

Wednesday 12 August 2020

कमल हासन के ६० साल

हिंदी फिल्म दर्शकों के लिए कमल हासन को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं. उनका नाम ही खुद उनका परिचय है. हालाँकि, हिंदी फिल्म दर्शकों का, कमल हासन से पहला परिचय, १९८१ में प्रदर्शित म्यूजिकल रोमांस फिल्म एक दूजे के लिए से हुआ था. इस फिल्म में वासु की भूमिका से कमल हासन ने हिंदी दर्शकों का दिल जीत लिया था. फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी. हालाँकि, इस फिल्म से पहले, कमल हासन ने मुमताज़ की फिल्म आइना में प्रेम कुमार की एक छोटी भूमिका की थी. एक दूजे के लिए के बाद रिलीज़ कमल हासन की तमाम हिंदी फ़िल्में सनम तेरी कसम, यह तो कमाल हो गया, ज़रा सी ज़िन्दगी, सदमा, यह देश, एक नई पहेली, यादगार, राज तिलक और करिश्मा फ्लॉप हो गई. १९८५ में, सागर और गिरफ्तार जैसी सफल फिल्मों से कमल हसन की वापसी हुई. लेकिन, इसके बाद, फिर असफलता ने उन्हें घेर लिया. उनकी डब फिल्मों हे राम, अभय, इंडिया, विश्वरूपम, आदि को जो चर्चा मिली उतनी चर्चा अगर उन्हें हिंदी फिल्मों से मिलती तो शायद कमल हासन का करियर हिंदी फिल्मों में नई ऊँचाइयाँ स्थापित कर देता. ऐसे चमत्कारी प्रतिभा वाले एक्टर कमल हासन को १२ अगस्त २०२० को फिल्म इंडस्ट्री में ६० साल हो जायेंगे. उनकी पहली फिल्म कलाथुर कन्नमा १२ अगस्त १९६० को प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म में वह बाल भूमिका कर रहे थे. कमल हासन के चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और १९ फिल्मफेयर अवार्ड्स उनकी प्रतिभा की खुद गवाह हैं. कमल हासन इसी ७ नवम्बर को ६६ साल के हो जायेंगे.  

Saturday 1 August 2020

मीना कुमारी के कामुक हावभाव वाली ‘दायरा’



कमाल अमरोही की फिल्म दायरा कई मायनों में बड़ी ख़ास है. यह फिल्म मीना कुमारी से शादी के बाद, कमाल अमरोही की मीना कुमारी के साथ बतौर निर्देशक पहली फिल्म थी. यह फिल्म मास्टरपीस फिल्मों में गिनी जानी चाहिए. क्योंकि, दायरा की कहानी एक जवान लड़की के एक बूढ़े से शादी पर आधारित थी. मीना कुमारी ने जवान लड़की की भूमिका की थी. उनके बूढ़े पति कुमार थे. उस जवान लड़की की शारीरिक ज़रूरतों को वह बूढा पति पूरी नहीं कर पाता. इसलिए वह एक जवान लडके नासिर खान के प्रति आसक्त हो जाती है. इस फिल्म का ज़िक्र मीना कुमारी की इमेज के लिहाज़ से बेहद ख़ास है. मीना कुमारी का हिंदी फिल्म डेब्यू विजय भट्ट की एक्शन एडवेंचर फिल्म लेदर फेस (१९३९) में बाल भूमिका से हुआ था. विजय भट्ट ने ही महज़बीं को मीना कुमारी नाम दिया था. मीना कुमारी की नानाभाई और विजय भट्ट और होमी वाडिया की धार्मिक फिल्मों तथा अपनी सामजिक पारिवारिक फिल्मों की वजह से बेहद साफ़ सुथरी इमेज बन गई थी. दायरा में एक दृश्य में पति से असंतुष्ट मीना कुमारी कामुकता महसूस करती है. इसलिए वह अपने बाथरूम में घुस कर शावर के नीचे आ जाती है. इस सीन में वह बेहद कामुक हावभाव दे रही थी. इस दृश्य को लेकर, मीना कुमारी के प्रशंसकों में तीखी प्रतिक्रिया हुई. उनसे ऐसे दृश्य न करने की गुज़ारिश की गई. इस आलोचना के बाद मीना कुमारी इस प्रकार के दृश्य करने से तौबा कर ली. इस फिल्म में मीना कुमारी के क्लोज-अप में साढ़े छः मिनट लम्बा शॉट फिल्माया गया था. यह बॉलीवुड की किसी भी एक्टर का सबसे लम्बा क्लोज-अप माना जाता है. मीना कुमारी की मृत्यु ३१ मार्च १९७२ को ३८ साल की आयु में हो गई थी. अगर, आज वह जिंदा होती तो अपना ८८वा जन्मदिन मना रही होती. उन्हें श्रद्धांजलि.

Monday 20 July 2020

अपनी फिल्मों में भिन्न भूमिकाये कर सकने वाली Bhumi Pednekar


यशराज फिल्म्स की कास्टिंग डायरेक्टर भूमि पेड्नेकर को, यशराज फिल्म्स ने ही, आयुष्मान खुराना के साथ दम लगा के हईशा फिल्म में कास्ट कर हिंदी फिल्म डेब्यू करवाया था. इसके बाद से अब तक भूमि नौ फिल्मों में भिन्न किरदार कर चुकी हैं. वह दम लगा के हईशा मे वह ऐसी मोटी लड़की बनी थी, जिसके मोटापे के कारण उसका पति शर्मिंदगी महसूस करता है. अक्षय कुमार की फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा में उनकी जया गाव में टॉयलेट बनवाने के लिए घर तक छोड़ देती है. शुभ मंगल सावधान में वह अपने नपुंसक पति की मदद करने वाली सुगंध बनी थी. लस्ट स्टोरीज में बाई बनी सुधा अपने मालिक की सेक्स लाइफ देख कर कामुकता महसूस करती थी. सुशांत सिंह राजपूत की डाकू फिल्म सोन चिड़िया में वह महिला डाकू इंदुमती तोमर बनी थी. सांड की आँख की चंदो तोमर भुदपे में भी निशाना साध लेती थी. बाला की लतिका गंज को प्राप्त हो रहे बाला समझती और समझाती है. लम्पट पति कि पत्नी वेदिका बन कर पति पत्नी और वह में पत्नी की नई परिभाषा लिख रही थी. भूत पार्ट वन द हॉन्टेड शिप में उनकी भूमिका एक मृत महिला की थी. स्पष्ट है कि भूमि ने भिन्न फिल्मों में भिन्न भूमिकाये कर अपनी अभिनय प्रतिभा का परिचय दिया था. ऐसी हरफनमौला भूमि पेडनेकर का जन्म आज ही के दिन १८ जुलाई १९८५ को हुआ था. 

Monday 8 June 2020

बाज़ीगर Shilpa Shetty का हंगामा २

शिल्पा शेट्टी एक ऐसी अभिनेत्री है, जिनकी पहली फिल्म पूरी हो जाने के बावजूद प्रदर्शित नहीं हो सकी. शिल्पा शेट्टी का फिल्म डेब्यू रॉय बंधुओं रोनित और रोहित के साथ रोमांटिक ड्रामा फिल्म गाता रहे मेरा दिल (१९९२) से होना था. लेकिन, यह फिल्म रिलीज़ नहीं ओ सकी. अगले साल, उनकी काजोल और शाहरुख़ खान के साथ फिल्म बाज़ीगर रिलीज़ हुई. फिल्म की नायिका काजोल के मुकाबले शिल्पा शेट्टी की भूमिका छोटी थी. लेकिन, फिल्म हिट होने के बाद शिल्पा शेट्टी दर्शकों की पसंदीदा अभिनेत्री बन गई. इसके बाद उन्होंने गोविंदा, अक्षय कुमार, सैफ अली खान, सलमान खान, अमिताभ बच्चन, आदि अभिनेताओं के साथ कोई ५२ फ़िल्में की है.शिल्पा शेट्टी मॉडल बनना चाहती थी. क्योंकि, वह अपने कद के लिहाज़ से काफी लम्बी थी. परन्तु, ५ फीट ७ इच लम्बी शिल्पा शेट्टी बन गई ५ फीट ७ इंच के शाहरुख़ खान की. शिल्पा शेट्टी की बतौर नायिका पिछली फिल्म अपने २००७ में प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म के बाद, शिल्पा शेट्टी ने फिल्मों से दूरी बना ली. शिल्पा शेट्टी की प्रियदर्शन की कॉमेडी फिल्म हंगामा २ से वापसी होने जा रही है. शिल्पा शेट्टी का आज जन्मदिन है. वह ८ जून १९७५ को जन्मी थी. उन्हें जन्मदिन की बधाई.

Dimple Kapadia :६३ साल की बॉबी गर्ल


 
२८ सितम्बर १९७३. देश के सिनेमाघरों में, बॉलीवुड के शो-मैन राजकपूर की निर्मित और निर्देशित फिल्म बॉबी रिलीज़ होने जा रही थी. राज कपूर की यह फिल्म मेरा नाम जोकर की बड़ी असफलता के बाद, उनकी महत्वकांक्षी फिल्म थी. इस फिल्म को उन्होंने आरके स्टूडियो को गिरवी रख कर बनाया था. इस फिल्म से उनके बेटे ऋषि कपूर का डेब्यू होने जा रहा था. हालाँकि, ऋषि कपूर ने फिल्म मेरा नाम जोकर में अपने पिता राजकपूर के बचपन की बूमिका की थी. लेकिन, बॉबी के वह नायक थे. इस फिल्म में उनकी नायिका की भूमिका एक गुजरातन डिंपल कपाडिया कर रही थी. डिंपल उस समय सिर्फ १५ साल की थी. लेकिन, टीनएजर रोमांस वाली इस फिल्म में डिम्पल कपाडिया ने अपनी देख का अंधाधुंद प्रदर्शन कर दर्शकों को चमत्कृत कर दिया था. अपने कर्णप्रिय संगीत की बदौलत यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी. ऐसे समय में जब बॉलीवुड डिंपल-ऋषि जोड़ी के साथ फ़िल्में बनाने की कल्पना कर रहा था, डिंपल ने उन्हें चौंकाया ही नहीं, निराश भी किया. जब यह मालूम पडा कि डिंपल कपाडिया ने उस समय के सुपरस्टार राजेश खन्ना से शादी कर ली है और फ़िल्में न करने का फैसला किया है. राजेश खन्ना के स्टारडम से मुग्ध डिंपल ने, मिसेज खन्ना बनाने के लिए चमकदार स्टारडम ठुकराने में कोई देर नहीं लगाई. इसके ११ साल और दो बेटियों के बाद, डिंपल कपाडिया ने फिल्मों में फिर वापसी की. क्योंकि, उनकी राजेश खन्ना के साथ शादी निभ नहीं पाई थी. उनकी वापसी फिल्म ज़ख़्मी शेर भी उसी तारीख़ २८ सितम्बर १९८४ में रिलीज़ हुई, जिस तारीख़ में डिंपल की पहली फिल्म बॉबी रिलीज़ हुई थी. हालाँकि, डिंपल उस समय तक काफी भर और भारी हो गई थी. इसके बावजूद दर्शकों ने उन्हें हाथों हाथ लिया. डिंपल ने वापसी के बाद अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और जीतेंद्र जैसे वरिष्ठ अभिनेताओं के साथ फ़िल्में की तो ऋषि कपूर, सनी देओल, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, आदि हमउम्र अभिनेताओं के साथ भी फ़िल्में की. इस साल, डिंपल की एक फिल्म अंग्रेजी मीडियम प्रदर्शित हो चुकी है तथा एक बॉलीवुड फिल्म ब्रह्मास्त्र और एक हॉलीवुड फिल्म टेनेट रिलीज़ होने वाली है. आज यही डिंपल ६३ साल की हो गई है. उन्हें जन्मदिन की बधाइयाँ .

Sunday 19 April 2020

Arshad Warsi को Amrtia Rao का हैप्पी बर्थडे



अभिनेता हर दिन कई लोगों से मिलते हैं, लेकिन फिर कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनके साथ वे काम करते हैं और सहकर्मियों से मित्र तक का सफर खास बन जाता है। अभिनेत्री अमृता राव और अरशद वारसी ऐसा ही एक उदाहरण हैं। आज अरशद वारसी का जन्मदिन है और उनकी तीन-फिल्म सह-कलाकार अमृता राव ने उन्हें ट्विटर और इंस्टाग्राम पर बड़े अच्छे तरीके से जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और साथ में COVID 19 महामारी से बचने के लिए एक संदेश भी दिया। सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो गए और उनके प्रशंसकों से बहुत प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।

" ऑल-राउंडर अभिनेता, डांसर और कलाकार मेरे जॉली गुड को-स्टार @ अरशदवर्सी को जन्मदिन की शुभकामनाएं , हमेशा की तरह चमकते रहें। स्टे होम, स्टे सेफ अमृता ने कैप्शन में लिखा। अमृता और अरशद ने 'शॉर्ट कट', 'वाह लाइफ हो तो ऐसी' और 'जॉली एलएलबी' में एक साथ स्क्रीन शेयर की। लॉकडाउन के कारण, अभिनेता को घर पर अपना जन्मदिन मनाना होगा। अभिनेत्री ने उन दोनों की कुछ मनमोहक तस्वीरें भी एक साथ अपलोड कीं। अरशद वारसी जो अमृता को मिस वाओ कहते हैं, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर "थैंक यू मिस वाओ " का जवाब दिया।

अभिनेत्री द्वारा साझा की गई तस्वीरें इंटरनेट पर प्रशंसकों ने काफी पसंद की । फैंस तस्वीर की तारीफ कर रहे हैं। कई प्रशंसकों ने यह भी इच्छा व्यक्त की कि दोनों को किसी परियोजना के लिए फिर से सहयोग करना चाहिए। अमृता और अरशद को आखिरी बार जॉली एलएलबी में एक साथ देखा गया था जिसने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था।

Saturday 2 November 2019

Deepika Padukone को रिप्लेस करने वाली Diana Penty


डायना पेंटी का हिंदी फिल्म डेब्यू एक साल पहले, इम्तियाज़ अली की फिल्म रॉकस्टार से हो जाता, अगर वह मॉडलिंग में व्यस्त न होती।  डायना के इंकार के बाद, रॉकस्टार में रणबीर कपूर की नायिका नरगिस फाखरी बना दी गई।  अब यह बात दूसरी है कि इम्तियाज़ अली के कारण ही डायना पेंटी को पहली हिंदी फिल्म कॉकटेल मिली।  इम्तियाज़ अली ने कॉकटेल के निर्देशक होमी अदजानिया से डायना की सिफारिश की थी।

होमी अदजानिया की फिल्म कॉकटेल में मीरा की भूमिका में डायना पेंटी को काफी पसंद किया गया।इस फिल्म में सैफ अली खान के साथ दीपिका पादुकोण भी थी।  यह वही दीपिका पादुकोण थी, जिन्हे डायना पेंटी ने २००५ में मेबेलीन के विज्ञापन से बाहर कर दिया था।  सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और डायना पेंटी की तिकड़ी की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म कॉकटेल को दर्शकों ने काफी पसंद किया। यह फिल्म डायना की पहली सुपरहिट फिल्म भी थी।

इस पहली सफलता के बावजूद, डायना पेंटी की दूसरी हिंदी फिल्म के लिए उनके प्रशंसकों को चार साल तक इंतज़ार करना पड़ा।  डायना की दूसरी हिंदी फिल्म हैप्पी भाग जाएगी भी एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म थी।  इस फिल्म में वह, अभय देओल, जिम्मी शेरगिल और अली फज़ल की इकलौती नायिका थी।  फिल्म हिट हुई।  डायना का फिल्म करियर धीमी रफ़्तार से चल निकला।


डायना की बॉम्बे सेंट्रल और हैप्पी फिर भाग जाएगी जैसी फ़िल्में असफल हो चुकी हैं। अपने सात साल लम्बे फिल्म करियर में छह फ़िल्में करने वाली डायना की तीन फ़िल्में कॉकटेल, हैप्पी भाग जाएगी और परमाणु  द स्टोरी ऑफ़ पोखरण हिट फिल्मों में शुमार है।

डायना पेंटी ने आज ३५वे साल में कदम रखा है।  उन्हें बधाइयाँ  मिल रही हैं। लेकिन, डायना के प्रशंसकों को उनकी अगली फिल्म का इंतज़ार है।  डायना पेंटी जल्द ही, कुणाल  देशमुख के निर्देशन में इंटेंस लव स्टोरी शिद्दत की शूटिंग शुरू करने जा रही है।  दो जोड़ों की इस जीवन यात्रा फिल्म में डायना पेंटी मोहित रैना के साथ जोड़ी बना रही हैं।  फिल्म की दूसरी जोड़ी राधिका मदान और सनी  कौशल की है।  यह फिल्म अगले साल के मध्य में प्रदर्शित होगी।   

Friday 1 November 2019

४६ की Aishwarya Rai Bachchan का ४६ फिल्म लंबा सफर


१६ जनवरी १९९४ को, गोवा में हुए मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता में १ नवंबर १९७३ को जन्मी २१ साल की ऐश्वर्या राय ने मिस इंडिया वर्ल्ड का खिताब जीता था। बाद में वह मिस वर्ल्ड १९९४ बनी।मिस इंडिया बनने के ४ साल बाद, १४ जनवरी १९९७ को ऐश्वर्या राय की दोहरी भूमिका वाली पहली फिल्म तमिल भाषा में इरुवर रिलीज़ हुई थी। इसी साल, १५ अगस्त को ऐश्वर्या राय की पहली हिंदी फिल्म, बॉबी देओल के साथ और प्यार हो गया रिलीज़ हुई।

आज ऐश्वर्या राय ४६ साल की हो गई।  २२ साल लम्बे फिल्म करियर में, ऐश्वर्या राय ने ४६ हिंदी, तमिल, तेलुगु, बंगला और इंग्लिश फिल्मों में अभिनय किया है।  ऐश्वर्या राय की दोहरी भूमिका वाली इकलौती फिल्म इरुवर है।  जबकि, वह दो ऎसी फ़िल्में, तमिल में जीन्स और हिंदी में शब्द कर चुकी हैं, जिनमे उनके एक किरदार के दो नाम है।  यानि, फिल्म जीन्स और शब्द में उनका एक ही किरदार दो नामों से जाना जाता है।


ऐश्वर्या राय का, सौंदर्य प्रतियोगिता में पहला मुक़ाबला सुष्मिता सेन के साथ हुआ था।  ऐश्वर्या राय को पछाड़ कर सुष्मिता सेन पहले मिस इंडिया यूनिवर्स और फिल्म मिस यूनिवर्स बनी, जबकि  ऐश्वर्या राय पिछड़ कर दूसरे नंबर पर रह गई।  फिल्म करियर के लिहाज़ से भी, सुष्मिता सेन की पहली हिंदी फिल्म दस्तक २९ नवंबर १९९६ यानि ऐश्वर्या राय की इरुवर से ४५ दिन पहले रिलीज़ हुई थी।  लेकिनइसके  बादऐश्वर्या राय लगातार आगे बढ़ती चली गई।  वह हिंदी फिल्मों की नायिका के टॉप पर पहुंची।  जबकि, सुष्मिता सेन का सितारा अस्त हो गया।

ऐश्वर्या राय, बॉलीवुड की पहली ऎसी अभिनेत्री हैं, जिन्होंने तीनों खान अभिनेताओं सलमान  खान (हम दिल दे चुके सनम)  शाहरुख खान (जोश, मोहब्बतें, देवदास, शक्ति द पावर) और आमिर खान (मेला)  के साथ फ़िल्में की। उन्होंने हृथिक रोशन के साथ धूम २, जोधा अकबर और गुज़ारिश जैसी फ़िल्में की।

वह अपनी पहली तमिल फिल्म इरुवर के निर्देशक मणि रत्नम के साथ, २२ साल बाद, बहुभाषी फिल्म पोंनियिन सेल्वन कर रही हैं।  प्राचीन भारतीय इतिहास के पन्ने खंगालने वाली इस फिल्म में भी ऐश्वर्या राय बच्चन की दोहरी भूमिका है।  

Wednesday 30 October 2019

२१ की हुई ३ फिल्मों की Ananya Panday

 

१९८७ में, शिबू मित्रा निर्देशित धर्मेंद्र,  शत्रुघ्न सिन्हा,  मौशुमी चटर्जी और विनोद महरा की एक्शन फिल्म आग ही आग में नीलम के नायक के बतौर डेब्यू करने वाले चंकी पांडेय की बेटी अनन्या पांडेय आज २१ की हो गई । पिता चंकी पांडेय जहाँ फिल्मों में विलेन के तौर पर सिक्का जमाने में जुटे हुए हैं, वही उनकी बेटी अनन्या ने बतौर नायिका अपने करियर शुरुआत कर दी है।

फिल्म करियर के लिहाज़ से अनन्या पांडेय अभी छह महीने की हैं। उनकी पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर २ के निर्माता करण जौहर का धर्मा प्रोडक्शंस था। यह फिल्म १० मई २०१९ को रिलीज़ हुई। नई पीढ़ी के सबसे सफल एक्शन हीरो टाइगर श्रॉफ के साथ यह फिल्म फ्लॉप हुई।

स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर २ में, अनन्या पांडेय, तारा सुतरिया के साथ टाइगर श्रॉफ की नायिका थी।  अपनी दूसरी फिल्म पति पत्नी और वह में भी वह भूमि पेडनेकर के साथ आज के हिट रोमांटिक एक्टर कार्तिक आर्यन की नायिका हैं। यह फिल्म, १९७८ में रिलीज़ निर्देशक बीआर चोपड़ा की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म पति पत्नी और वह की रीमेक फिल्म है । इस फिल्म में अनन्या रंजीता वाली ग्लैमरस भूमिका कर रही हैं ।

अनन्या पाण्डेय की तीसरी फिल्म के निर्माता अली अब्बास ज़फर हैं । इस सुपरनेचुरल कॉमेडी थ्रिलर फिल्म खाली पीली के निर्देशक मक़बूल खान हैं । यह फिल्म विजय देवरकोंडा की तेलुगु फिल्म टैक्सीवाला (२०१८) की रीमेक फिल्म है । इस फिल्म में अनन्या पाण्डेय के हीरो ईशान खट्टर हैं । यह अनन्या पाण्डेय की पहली सोलो हीरोइन फिल्म है ।

अनन्या पांडेय को जन्मदिन पर बधाइयां। 

Wednesday 6 March 2019

For her 22nd birthday, Janhvi wishes to be in a creative environment


Janhvi Kapoor, who is currently filming debutant director Sharan Sharma’s Gunjan Saxena biopic took off to Varanasi on Tuesday to bring in her 22nd birthday today.

“We drove to Varanasi from Lucknow after the day’s work so I could see the Ganga aarti and go to the Kashi Vishwanath temple. I wanted to visit Tirupati (in Andhra Pradesh) again, mom used to climb up to the temple every year for her birthday when she was working. I went there earlier this year and wanted to go again on my birthday, but arrangements couldn’t be made on time. I might go next week,” she informed.

For her 22nd, Janhvi wishes to be on a set and in a creative environment. “There’s no better place for me in the world than a film set. My only wish is that I get the chance to do good work and make my parents proud,” Janhvi says.


Janhvi will also be seen in Karan Johar's Takht which also features Kareena Kapoor, Ranveer Singh, Anil Kapoor, Bhumi Pednekar and Vicky Kaushal


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Saturday 8 December 2018

अनुपमा से अधूरी देवदास तक धर्मेंद्र और शर्मीला टैगोर !


आज बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्म हस्तियों धर्मेंद्र और शर्मीला टैगोर का जन्मदिन है। आज ही के दिन, १९३५ में जन्मे थे धर्मेंद्र और १९४४ में जन्मी थी शर्मीला टैगोर। इस लिहाज़ से, धर्मेंद्र आज ८३ साल के हो गए। शर्मीला टैगोर ने ७५वां जन्मदिन मनाया। दिलचस्प तथ्य यह हैं कि ८ दिसंबर को जन्मी इन दोनों हस्तियों ने, अपने स्टारडम के दौर में ८ हिंदी फिल्मों में काम किया। इनकी दो फ़िल्में पूरी नहीं हो सकी।


धर्मेंद्र को हिंदी फिल्मों का ओरिजिनल ही-मैन कहा जाता है।  उन्हें यह खिताब मिला, १९६५ में रिलीज़, ओपी रल्हन निर्देशित फिल्म फूल और पत्थर में शाका की भूमिका से। इस फिल्म में, पहली बार बॉलीवुड के किसी नायक ने अपनी शर्ट उतार कर, अपने गठीले सौंदर्य का प्रदर्शन किया था।  हालाँकि, उन्होंने ऐसा अपने शरीर को दिखाने के लिए नहीं, बल्कि फिल्म के एक सीन में ठण्ड में ठिठुर रही एक भिखारिन को ठण्ड से बचाने के लिए किया था।  बाद में, सलमान खान जैसे सितारे महिला दर्शकों को आकर्षित करने के लिए अपने कपडे उतारने लगे।  धर्मेंद्र की बॉलीवुड में एंटी, उनके रिश्तेदार अर्जुन हिंगोरानी निर्देशित फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे (१९५८) से हुई थी।  धर्मेंद्र की पहली हिट फिल्म माला सिन्हा के साथ अनपढ़ (१९६२) थी।


धर्मेंद्र के बॉलीवुड डेब्यू के छह साल बाद, बांगला फिल्मों की अभिनेत्री शर्मीला टैगोर का, शक्ति सामंत की फिल्म कश्मीर की कली से डेब्यू हुआ।  पहली ही फिल्म ने, शर्मीला टैगोर को टॉप पर पहुंचा दिया। एन इवनिंग इन पेरिस में टू-पीस बिकिनी पहन कर, उन्होंने खुद के बोल्ड अभिनेत्री होने ऐलान कर दिया। शर्मीला टैगोर के करियर की खासियत यह रही कि उन्हें अपने समय के सबसे सफल डायरेक्टर शक्ति सामंत का वरदहस्त प्राप्त रहा। शर्मीला टैगोर के हिंदी फिल्म डेब्यू के बाद, शक्ति सामंत ने लगभग दो दर्जन हिंदी फ़िल्में बनाई।  इनमे से १० शर्मीला टैगोर के साथ थी। 


धर्मेंद्र और शर्मीला टैगोर की एक साथ पहली फिल्म अनुपमा (१९६६) की थी।  इसी साल, इस जोड़ी की फिल्म देवर भी रिलीज़ हुई। इस जोड़ी ने बाद में, सत्यकाम, यकीन, मेरे हमदम मेरे दोस्त, चपके चुपके, एक महल हो सपनों का और सनी जैसी फ़िल्में दी।  इस जोड़ी की दो फ़िल्में चैताली और देवदास भी शुरू हुई।  चैताली को का निर्देशन बिमल रॉय कर रहे थे।  बिमल रॉय के अकस्मात देहांत के बाद, चैताली की कमान उनके चेले हृषिकेश मुख़र्जी के हाथों में आ गई। फिल्म की लॉन्चिंग इसी जोड़ी के साथ हुई।


लेकिन, जब तक चैताली पूरी हुई, फिल्म में शर्मीला टैगोर की जगह सायरा बानू आ गई।  इसी प्रकार से, गुलज़ार का इरादा, शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के देवदास को परदे पर उतारने का था।  वह धर्मेंद्र को देवदास, शर्मीला टैगोर को पारो और हेमा मालिनी को चंद्रमुखी बना कर पेश करना चाहते थे। फिल्म का महूरत भी हुआ।  कुछ का कहना है कि फिल्म की १० दिनों की शूटिंग हुई भी।  लेकिन, फिर यकायक फिल्म के निर्माताओं ने फिल्म बंद कर दी। इस प्रकार से, धर्मेंद्र और शर्मीला टैगोर की, ८ दिसंबर को जन्मी जोड़ी, ८ फिल्मों में काम करने तक सीमित रह गई।   

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