शायरा खान, अर्जुन एन कपूर और प्रेरणा अरोड़ा
की निर्माता तिकड़ी, जो फिल्म बनाने जा रही है, उसे पचास के दशक के डॉन और तस्कर करीम लाला के जीवन पर बताया जा रहा
है। हालाँकि, फिल्म
के निर्देशक अदनान शैख़ इसका खंडन करते हैं।
पुराने जमाने की झलक
अलबत्ता, इस फिल्म में पुराने जमाने की झलक
देखने को मिलेगी। यह फिल्म मुंबई में
अंडरवर्ल्ड के बढ़ते दबदबे, उनके बीच के खून खराबे, एक डॉन के पतन के बाद, दूसरे डॉन के उठने की दास्तान
होगी। ज़ाहिर है कि फिल्म देखते समय, दर्शकों को कुछ दृश्य
सुने सुनाये लगें।
अल पचीनो से प्रेरित बॉबी
देओल
फिल्म से जुड़े सूत्र
बताते हैं कि यह फिल्म एक गैंगस्टर और उसके भाई की कहानी है। इस फिल्म में बॉबी देओल ने गैंगस्टर किरदार
किया है। लेकिन, यह गैंगस्टर किसी भारतीय गैंगस्टर से प्रेरित नहीं होगा। इस चरित्र को हॉलीवुड की फिल्म स्कारफेस के
गैंगस्टर टोनी मोंताना से मिलता जुलता बनाया गया है। स्कारफेस में यह भूमिका हॉलीवुड फिल्म स्टार अल
पचीनो ने की थी।
दूसरी बार नकारात्मक
चरित्र
शायद, एक साल के अंदर, यह दूसरी बार होगा, जब बॉबी देओल किसी गैंगस्टर
फिल्म से जुड़े नज़र आएंगे। रेमो डिसूज़ा की
फिल्म रेस ३ में भी वह निगेटिव भूमिका में थे।
अदनान शैख़ की फिल्म, जिसका फिलहाल टाइटल द राइज एंड
फॉल ऑफ़ बम्बई रखा गया है, में बॉबी देओल की भूमिका, संजय दत्त चरित्र के छोटे भाई की है।
खून खराबा करेंगे बॉबी
देओल
हालाँकि, संजय दत्त भी इस फिल्म में
गैंगस्टर की भूमिका में होंगे। लेकिन, बॉबी देओल का चरित्र
ज़्यादा खतरनाक, खून खराबा करने वाला है। इस किरदार को निभाना, बॉबी
देओल के लिए किसी भी तरह चुनौतीपूर्ण है।
इस फिल्म में वह पहले हत्या करते हैं, फिर हत्या करने
के कारण की तलाश करने लगते हैं। इस चरित्र
को मनोरोगी हत्यारे के चरित्र कहा जा सकता है।
उम्र के अनुरूप भूमिका
बॉबी देओल, अगले साथ २७ जनवरी को ५० के हो
जाएंगे। उम्र के इस पड़ाव पर किसी एक्टर को
ऎसी भूमिकाये फब सकती है। क्या बॉबी देओल इसे अच्छी तरह से कर पाएंगे ?
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