कंगना रानौत की ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी की
शूटिंग लगभग पूरी होने को है। अब कंगना रानौत का ध्यान अपनी अगली फिल्म मेंटल की
ओर लग गया है। यह एक हत्या रहस्य थ्रिलर फिल्म है। सूत्र बताते हैं कि फिल्म में
कंगना रानौत का किरदार अपराधी प्रवृति का है। मेंटल में एक भूमिका कंगना के विरोधी की भी है। खबर यह थी कि इस किरदार के लिए आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव से बातचीत की
जा रही है। लेकिन, अब खबर यह है कि विक्की कौशल ने फिल्म साइन कर ली है। विक्की को आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव पर तरजीह
इसलिए मिली कि एक टफ और नकारात्मक किरदार प्रभावशाली ढंग से निभाने की ज्यादा क्षमता विक्की कौशल में नज़र
आई थी। विक्की कौशल फिल्म रमन राघव में इस प्रकार के तेवर दिखा भी चुके हैं। इसलिए,
उनके लिए मेंटल का किरदार ज्यादा आसन होगा। अलबत्ता, इस किरदार के लिए उन्हें १५
दिनों में अपना वजन काफी बढ़ाना होगा। फिल्म का पहला शिड्यूल अगस्त में शुरू होगा। इस लिहाज़ से विक्की कौशल के पास काफी समय है। इस समय विक्की कौशल अपनी वॉर ड्रामा फिल्म उड़ी के चालीस दिनों के शिड्यूल में भी व्यस्त होंगे। अगस्त का महीना मेंटल की शूटिंग शुरू करने के लिए काफी उपयुक्त होगा। तब तक कंगना रानौत की फिल्म मणिकर्णिका
द क्वीन ऑफ़ झाँसी भी रिलीज़ हो चुकी होगी। हालाँकि, पहले यह खबर थी कि मेंटल की
शूटिंग फरवरी से शुरू हो जायेगी। लेकिन, इस समय कंगना को मणिकर्णिका का पैचवर्क,
पोस्ट प्रोडक्शन, आदि तथा प्रचार में व्यस्त होंगी। अगस्त में मेन्टल की शूटिंग करने पर कंगना रानौत, मणिकर्णिका द
क्वीन ऑफ़ झाँसी के प्रचार, आदि के तनाव से बिलकुल उबर चुकी होंगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 31 January 2018
कंगना रनौत के मेन्टल हैं विक्की कौशल
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जूनियर एनटीआर के साथ भी श्रद्धा कपूर की फिल्म
तेलुगु स्टार प्रभाष के साथ तीन भाषाओँ में बनाई जा रही फिल्म साहो की नायिका
बनने का फायदा बॉलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर को मिलता नज़र आ रहा है। उन्हें,
तेलुगु फिल्म अभिनेता से नेता बने आंध्र के मुख्यमंत्री रहे नंदी मुरी तारक रामाराव के पोते जूनियर एनटीआर
की त्रिविक्रम श्रीनिवास निर्देशित फिल्म मिल गई है। शुरुआत में, श्रीनिवास की इस
फिल्म को लेकर शंकाएं व्यक्त की जा रही थी। त्रिविक्रम की इसी साल १० जनवरी को रिलीज़ पवन कल्याण
के साथ फिल्म अज्ञातवासी को बॉक्स ऑफिस पर असफलता का मुंह देखना पडा था। इसलिए, श्रीनिवास
पर भारी दबाव था कि उनकी अगली फिल्म को ऐसी सफलता मिले कि उनकी फिल्म अज्ञातवासी के
वितरकों को हुए नुकसान की कुछ भरपाई हो सके। परन्तु, श्रीनिवास की नई फिल्म के
निर्माता इन तमाम चिताओं से परे, जूनियर एनटीआर के लिए नायिका की तलाश में जुटे
हुए थे। अब उनकी यह तलाश श्रद्धा कपूर पर ख़त्म हो गई है। हालाँकि, त्रिविक्रम अपनी
नई फिल्म में अभिनेत्री अनु इमानुएल को लेना चाहते थे। अज्ञातवास से पहले की बात
होती तो शायद त्रिविक्रम की पसंद ही जूनियर एनटीआर की नायिका बनती। अज्ञातवासी
में पवन कल्याण की एक नायिका अनु इमानुएल ही थी। हालाँकि, फिल्म निर्माताओं के
श्रद्धा कपूर के चुनाव के पीछे त्रिविक्रम की फिल्म अज्ञातवासी की असफलता
महत्वपूर्ण नहीं थी। निर्माता चाहते थे कि ४६ साल के पवन कल्याण की जोड़ीदार कोई नई अभिनेत्री
बने। श्रद्धा कपूर की पहली तेलुगु फिल्म प्रभाष के साथ साहो की दर्शक बेताबी से
प्रतीक्षा कर रहे हैं। जूनियर एनटीआर की फिल्म साहो से पैदा श्रद्धा कपूर के क्रेज का फायदा उठा
सकती है। जूनियर एनटीआर और त्रिविक्रम श्रीनिवास की फिल्म इस साल की सबसे बड़े बजट
की फिल्म बताई जा रही है। इस लिहाज़ से श्रद्धा कपूर को बॉलीवुड के अलावा साउथ की
बड़ी फिल्मों में बड़े अभिनेताओं की फिल्मों में काम करने का मौक़ा मिल रहा है। ज़ाहिर
है कि यह श्रद्धा कपूर के लिए यह सुनहरा मौक़ा है कि वह बॉलीवुड के साथ साथ दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री की पसंदीदा अभिनेत्री बन रही है।
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रिश्ता लिखेंगे हम नया में दिया की शादी (photo feature)
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सोन चिरैया में सुशांत सिंह राजपूत बने डाकू
सुशांत सिंह राजपूत |
ज्यादा फैन चाहिए तपसी पन्नू को- पढ़ने के लिए क्लिक करें
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Tuesday 30 January 2018
ज्यादा फैन चाहिए तपसी पन्नू को
पहचान कौन ! |
कॉमेडी फिल्म चश्मेबद्दूर से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली तमिल और तेलुगु
फिल्मों की अभिनेत्री तापसी पन्नू का फिल्म प्रोफाइल पलटे तो उसमे पिंक और नाम
शबाना जैसी फिल्मों के साथ जुड़वा २ जैसी फिल्म भी नज़र आती हैं। पिंक से आइफा
अवार्ड्स में खुद के लिए वीमेन ऑफ़ द ईयर का अवार्ड जुटाने वाली तापसी पन्नू, वरुण
धवन की दोहरी भूमिका वाली फिल्म जुड़वा २ में टूपीस बिकिनी के अलावा माइक्रो या
मिनी ड्रेस में ही नज़र आती थी। फिल्म पिंक में पुरुष मानसिकता को झकझोर कर रख
देने वाला मीनल अरोडा और नाम शबाना में मज़बूत इरादा भारतीय एजेंट शबाना खान का किरदार करने वाली यह अभिनेत्री किस प्रकार से पुरुषों को
नेत्र सुख देने वाली समारा का किरदार कर सकीं ? तापसी पन्नू के तर्क उनकी बॉक्स
ऑफिस की मज़बूरी का प्रदर्शन करने वाले हैं। वह कहती हैं, “पिंक और नाम शबाना बॉक्स
ऑफिस पर १०० का कलेक्शन नहीं कर सकी। लेकिन, जुड़वा २ ने आसानी से बॉक्स ऑफिस पर
१०० प्लस जुटा लिए। अगर पिंक और नाम शबाना भी १०० करोड़ जुटा ले जाती तो मुझे जुड़वा
२ करने के ज़रुरत नहीं पड़ती।” तापसी पन्नू की मज़बूरी सिर्फ बॉक्स ऑफिस ही नहीं। बहनजी
का तमगा भी उन्हें डराता है। नाम शबाना और पिंक उन पर बहनजी का तमगा लगा सकती थी। इसलिए उन्होंने जुड़वा २ जैसी करके बता दिया कि वह केवल बहनजी नहीं है, उनमे ग्लैमरस तडका भी है। पन्नू कहती हैं, “जब
लोग मुझसे मिलते हैं तो वह कहते हैं, "मैं तो वास्तव में बहुत खूबसूरत हूँ।” कहने
का मतलब यह कि पिंक और नाम शबाना उन्हें ग्लैमर अभिनेत्री के तौर पर पहचान नहीं देती। इसीलिए अपना फैन बेस बढाने के लिए ही तापसी पन्नू जुड़वा २ करने को मज़बूर होती हैं। तापसी पन्नू कहती हैं, “ऐसे लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है।”
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ये ल्लों !!!
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शाहरुख़ खान के लिए बाहुबली लेखक
दिलवाले, फैन और जब हैरी मेट सजल को मिली बुरी असफलता और रईस की साधारण
सफलता के बाद, शाहरुख़ खान को अच्छी तरह से समझ में आ गया है कि उनकी इमेज को ध्यान
में रख कर लिखी गई स्टीरियो टाइप फिल्मों से उनका करियर बहुत लंबा नहीं चलने वाला। इसलिए, उन्होंने अब अपनी फिल्मों के लेखकों की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया है। इसलिए, निश्चय ही, इस
समय शाहरुख़ खान की निगाहें केवी विजयेन्द्र प्रसाद पर लगी होंगी । केवी विजयेद्र
प्रसाद ने बाहुबली सीरीज की द बिगिनिंग और द कांक्लुजन की कहानी लिखी थी। सलमान
खान की सुपर हिट फिल्म बजरंगी भाईजान की कहानी भी विजयेन्द्र प्रसाद की लिखी हुई थी। झाँसी की रानी पर डायरेक्टर कृष की फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी की कहानी भी
केवी विजयेन्द्र प्रसाद की लिखी हुई है। सूत्र बताते हैं कि विजयेन्द्र प्रसाद एक
एक्शन से भरपूर बदला कहानी की स्क्रिप्ट लेकर शाहरुख़ खान से मिले थे। शाहरुख़ खान
ने उनसे कहानी तो सुनी। लेकिन, अभी तक आखिरी फैसला नहीं लिया है। खान आजकल आनंद एल
राज की बौना किरदार वाली फिल्म जीरो में व्यस्त है। जीरो को इस साल दिसम्बर में रिलीज़
होना है। इस फिल्म की रिलीज़ से पहले शाहरुख़ खान अपनी अगली फिल्म का ऐलान नहीं करना
चाहते। इसलिए, बाहुबली लेखक बॉलीवुड के बादशाह की हाँ का इंतज़ार कर रहे हैं। यहाँ
बताते चलें कि विजयेन्द्र प्रसाद को अनिल कपूर की, २००१ में रिलीज़ फिल्म नायक और
अक्षय कुमार की, २०१२ में रिलीज़ फिल्म राऊडी राठौर की स्क्रिप्ट लिखने का जिम्मा
भी सौंपा गया है। कुछ समय पहले, विजयेन्द्र प्रसाद बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के
पास एक पीरियड फिल्म की कहानी ले कर गये थे। लेकिन, खुद विजयेन्द्र प्रसाद ने
बताया कि अजय देवगन ने इस फिल्म को करने से मना कर दिया। अब, जबकि विजयेन्द्र प्रसाद
शाहरुख़ खान के लिए भी बड़े कैनवास पर एक्शन फिल्म की कहानी लेकर गए थे, देखने वाली
बात होगी कि उनका इंतज़ार कितना लम्बा खींचता है !
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गर्मागर्म
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तीसरी रेस से पिछड़ी दूसरी इश्क विश्क
२००३ में, जब इश्क़ विश्क रिलीज़ हुई थी, उस समय सीक्वल फिल्मों का चलन नहीं बना
था। इसलिए, उस समय शाहिद कपूर की बतौर रोमांटिक नायक पहली फिल्म इश्क़ विश्क का सीक्वल
नहीं बन सका। लेकिन, २०१४ में पहली बार, इश्क विश्क का सीक्वल इश्क विश्क २ बनाए
जाने की सुगबुगाहट शुरू हुई । केन घोष
अपनी फिल्म का सीक्वल बनाना चाहते थे । मगर उन्हें तलाश थी अच्छी कहानी की, जो आधुनिक सन्दर्भ में, इश्क विश्क से शुरू हुए युवा रोमांस को एक कदम आगे बढ़ा सके । यहाँ, बताते चलें कि इश्क विश्क के निर्माता टिप्स इंडस्ट्रीज के कुमार
तौरानी और रमेश तौरानी थे । इस फिल्म में
अमृता राव नायिका की भूमिका में थी । बतौर उनकी सह नायिका शेनाज ट्रेज़रीवाला का
डेब्यू हुआ था । हाँ तो, २०१६ में एक बार फिर इश्क विश्क २ बनाए
जाने की खबरें आने लगी । एक अखबार की माने
तो फिल्म का निर्देशन केन घोष नहीं, बल्कि फिल्म के सिनेमेटोग्राफर अमित रॉय करने वाले थे । इस फिल्म से, निर्माता रमेश तौरानी की बेटी रवीना तौरानी का फिल्म डेब्यू होना था । अभी फिल्म के नायक का चुनाव नहीं हो सका था.
लेकिन, इसके बाद से, इश्क विश्क २ की कोई खबर नहीं सुनाई पड़ी
। अफवाह यह थी कि फिल्म ओवर बजट हो गई थी
। रमेश तौरानी फिल्म से किसी बड़े स्टार का
नाम भी जोड़ना चाहते थे,
इसलिए फिल्म
का बजट नवोदित की फिल्म से ज्यादा हो ना लाजिमी था । वास्तविकता क्या थी, टिप्स इंडस्ट्री के बड़े लोगों को ही
जानकारी होगी । लेकिन, अब जबकि सलमान खान, अनिल कपूर, बॉबी देओल,
जचकी
फेर्नान्देज़,
डेज़ी शाह, आदित्य पंचोली, आदि के साथ रेस फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म
रेस ३ का निर्माण शुरू हो चूका है । इस
फिल्म को कोई छः महीने बाद ही, ईद वीकेंड पर रिलीज़ होना है ।
इसलिए,
इश्क विश्क २
की अगली खबर सुनने के लिए जुलाई तक इंतज़ार तो करना ही होगा !
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खबर चटपटी
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अब कबीर खान की चौथी फिल्म नहीं करेंगे सलमान खान
कुछ दिनों पहले,
डायरेक्टर कबीर खान ने, अपनी एक फिल्म का प्रस्ताव, सलमान खान
के सामने रखा। सलमान खान और कबीर खान की अभिनेता निर्देशक जोड़ी ने एक था टाइगर और बजरंगी भाईजान जैसी सुपर हिट फ़िल्में दी थी। लेकिन, सलमान खान ने कबीर खान की फिल्म में कोई रूचि नहीं ली। इससे
भी पहले, जब एक था टाइगर का सीक्वल टाइगर जिंदा है शुरू किया जाने लगा, तब उसके
डायरेक्टर के रूप में कबीर खान नहीं, सुल्तान के अब्बास अली ज़फर का नाम सामने आया था। उस समय भी
कबीर खान की फिल्मों के प्रशंसक दर्शक चौंके थे। लेकिन, यह समझा गया कि शायद
अब्बास अली ज़फर का चुनाव, दंगल की बड़ी सफलता का परिणाम था। लेकिन, उस समय किसी को
यह इल्हाम नहीं था कि दोनों खानों-कबीर खान और सलमान खान के बीच ठन चुकी है। उनमे
यह तनातनी फिल्म ट्यूबलाइट के निर्माण के दौरान पैदा हुई थी, जब शूटिंग लद्दाख में
चल रही थी। सलमान खान और कबीर खान के बीच गंभीर क्रिएटिव डिफरेंस पैदा हो चुके थे। सलमान खान चाहते थे कि फिल्म का कोई सीन इस तरह से लिया जाए, कबीर खान इसके लिए
बिलकुल तैयार नहीं होते थे। वह उस सीन को उसी तरह से करते, जैसा वह सोचते थे।इन दोनों के बीच गर्मागर्म झड़प का गवाह पूरी यूनिट बना करती
थी। अब अगर, ट्यूबलाइट हिट हो गई होती तो यह गर्मागर्मी सतह पर उभर कर नहीं आती। लेकिन, ट्यूबलाइट बुरी तरह से फ्लॉप हुई। कबीर खान की चौथी फिल्म नकार चुके सलमान
खान, अली अब्बास ज़फर के साथ चौथी फिल्म भारत पर काम शुरू करने जा रहे हैं। उधर, कबीर खान भी अपनी वेब सीरीज 'द फॉरगॉटन आर्मी के अलावा, बॉलीवुड के नए सुपर स्टार रणवीर
सिंह के साथ, हिंदुस्तान के १९८३ में पहला एक दिवसीय विश्वकप क्रिकेट जीतने की
घटना पर फिल्म बनाने के लिए आगे बढ़ चुके हैं।
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Monday 29 January 2018
धड़क में धडकेगा सैराट का ज़िंगत
निर्माता करण जौहर की, मराठी फिल्म सैराट की रीमेक फिल्म धड़क के बारे में ताज़ा खबर यह है कि इस फिल्म में मराठी सैराट का एक गीत ज़िंगत शामिल किया जायेगा। यह गीत युवा खुशियों से भरा, एनर्जी वाला गीत है। फिल्म के निर्देशक शशांक खेतान इस गीत की एनर्जी को कायम रखते हुए, इसके बोलों में थोड़ा परिवर्तन करवाना चाहते हैं। मराठी गीत ज़िंग ज़िंग ज़िंग ज़िंगत सुनाने में तो वैसा ही लगेगा, लेकिन इसके शब्द बदले हुए होंगे। इस गीत की कोरियोग्राफी फराह खान करेंगी। मूल गीत की खासियत यह थी कि इसमें कोरियोग्राफी नज़र नहीं आती था। लगता था जैसे युवा जमघट ख़ुशी मना रहा है। यानि, कोई बीट नहीं, कोई तैयारी नहीं। सिर्फ नाचना गाना -ज़िंग ज़िंग ज़िंग ज़िंगत। मगर हिंदी ज़िंगत मूल से अलग होगा। फिल्म मेकर का मानना है कि ईशान (खट्टर) और जाह्नवी (कपूर) गज़ब के डांसर हैं। इस गीत में उनकी प्रतिभा का उपयोग किया जायेगा। चूंकि, यह इस जोड़े की पहली फिल्म है तथा इसी गीत में दोनों नायक और नायिका की पहली मुलाक़ात होती है। इसके लिए इन दोनों कलाकारों की पहचान बनाने वाले स्टेप्स तैयार किये जायेंगे। एक बात और ! सैराट, मराठी परिवेश के कथानक वाली, मराठी फिल्म थी। लेकिन धड़क, राजस्थान की पृष्ठभूमि पर हिंदी फिल्म है। करण जौहर, शशांक खेतान और फराह खान, फिल्म और गीत को किस प्रकार प्रस्तुत करते हैं कि दो भिन्न जातियों के प्रेमियों की इस हिंदी फिल्म को यूनिवर्सल अपील मिल सके। धड़क २० जुलाई को रिलीज़ होगी। ऊपर देखिये और सुनिए सैराट का ज़िंग ज़िंग ज़िंगत गीत।
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फरवरी से शुरू होगी अजित कुमार की फिल्म विश्वासम
अजित कुमार |
ताजातरीन खबर है कि तमिल फिल्म सुपर स्टार अजित (कुमार) की ५८वी फिल्म विश्वासम
की शूटिंग २२ फरवरी से शुरू हो जाएगी। जुलाई में विश्वासम की शूटिंग पूरी भी हो
जाएगी। इसके बाद फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन बचा होगा। इसके पूरा होने के बाद
विश्वासम को दिवाली २०१८ पर पूरी दुनिया में रिलीज़ किया जायेगा। सिर्फ ४६ साल के, आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में जन्मे अभिनेता अजित कुमार की इस ५८वी फिल्म के
टाइटल की खासियत यह है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी फिल्म की शूटिंग शुरू होने
से काफी पहले ही फिल्म का टाइटल बता दिया गया था । वरना आम तौर पर तमिल-तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में टाइटल को लम्बे समय तक गुप्त रखने का चलन है। जबकि, विश्वासम टाइटल पिछले साल, नवम्बर
में ही बता दिया गया था। दूसरी बात यह है कि अजित के फिल्म का पहला अक्षर वी। उनकी
वी अक्षर से शुरू पिछली दो फ़िल्में वेदलम और विवेगम बड़ी हिट साबित हुई थी। सच कहा
जाये तो अजित के करियर में वी का बड़ा महत्त्व है। १९९० में तमिल फिल्म एन वीडु एन
कनावर में छोटी भूमिका से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अजित कुमार की पहली लीड
रोल वाली तेलुगु फिल्म प्रेमा पुस्तकम को बड़ी सफलता मिली थी। थ्रिलर आसाईं के बाद
रोमांटिक कधल कोट्टई, अवल वरुवाला और सिटीजन ने उन्हें स्थापित कर दिया। लेकिन,
अजित कुमार की सबसे ज्यादा सफल फिल्मों के टाइटल वी अक्षर से ही शुरू होते थे। मसलन,
विलेन, वाली, वरलारू और वीरम। हिंदी फिल्म दर्शकों ने अजित को श्रीदेवी की हिंदी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश मे श्रीदेवी के कोपैसेंजर के बतौर देखा था। अजित और शिवा की अभिनेता-निर्देशक जोड़ी की वीरम,
वेदलम और विवेगम के बाद विश्वासम चौथी फिल्म होगी। हालाँकि, शिवा की फिल्मों को समीक्षक बहुत अच्छी समीक्षा नहीं देते। विवेगम को भी बुरे रिव्यु दिए गए थे। लेकिन,
दर्शक है कि इस जोड़ी की फिल्मों पर अपना पूरा प्यार उड़ेल देता है। विश्वासम एक
पारिवारिक फिल्म होगी। इस फिल्म में हास्य भी होगा और इमोशन भी। संगीत भी ज़बरदस्त
साबित होने की संभावना है। पारिवारिक विश्वासम, अजित कुमार की एक्शन इमेज से अलग
उनके इमेज को तरोताज़ा करने वाली फिल्म साबित हो सकती है।
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साउथ सिनेमा
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Sunday 28 January 2018
खान अभिनेताओं की फिल्मों को पीछे छोड़ा पद्मावत ने
क्या इसे ऐसे कुछ कहा जा सकता है? दीपिका पादुकोण ने अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ और करीना कपूर को पीछे छोड़ दिया है। आमिर खान और सलमान खान से रणवीर सिंह आगे निकल गए हैं। यह सब कुछ हुआ है नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर। नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर हिंदी फिल्मों का पहला दिन कैसा गया, इस पर बॉलीवुड की निगाहें लगी रहती हैं। अभी तक, नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर, हिंदी फिल्मों के लिहाज़ से आमिर खान का दबदबा रहा है। उनकी तीन फ़िल्में टॉप ५ में जगह बना सकी हैं। सलमान खान की इकलौती फिल्म बजरंगी भाईजान पांचवे स्थान पर है। आमिर खान की फिल्म पीके १,४१८,८१७ डॉलर के कलेक्शन के साथ दूसरे, १,३४६,२४७ डॉलर के साथ दंगल तीसरे और १,३०४,६७९ डॉलर के साथ धूम ३ चौथे स्थान पर रही है।सलमान खान और आमिर खान की फ़िल्में एक एक दर्जा इसलिए गिर गई, क्योंकि, उनके ऊपर आ बैठी थी रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म पद्मावत। इस फिल्म ने पहले दिन, उत्तरी अमरीका के बॉक्स ऑफिस पर १,८४१,६२८ डॉलर का कारोबार किया था। यह फ़िल्में नार्थ अमेरिका में क्रमशः २७ जनवरी २०१८, २० दिसम्बर २०१४, २५ दिसम्बर २०१६, २१ दिसम्बर २०१३ और १८ जुलाई २०१५ को रिलीज़ हुई थी। अमेरिकी बाज़ार में दक्षिण की फिल्मों का दबदबा भी रहता है। यह तुलना, बाहुबली सीरीज की फिल्मों के साथ नहीं है। पद्मावत के टॉप में जाने का फायदा शाहिद कपूर को ज्यादा लगता है। क्योंकि, पद्मावत के कारण वह भी टॉप फाइव के एक्टरों में शामिल हो गए हैं।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जुलाई में रिलीज़ होगी कंगना रानौत की मणिकर्णिका
ऐतिहासिक-कल्पना फिल्म पद्मावत की बड़ी सफलता के बाद, स्वभाविक रूप से अब सभी का ध्यान
कंगना रानौत की झाँसी की रानी पर फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी पर लगा होगा।आजकल, इस फिल्म की शूटिंग बीकानेर में चल रही है। कंगना रानौत कडाके की ठण्ड की
परवाह किये बिना अपने किरदार पर मेहनत करती जा रही हैं। दीपिका पादुकोण को
पद्मावत से मिली सफलता और प्रशंसा से कंगना रानौत की मुश्किलें बढ़ी होंगी। इन
दोनों अभिनेत्रियों की अदावत के किस्से आम है। जब, पद्मावत को लेकर दीपिका
पादुकोण को धमकी दिए जाने पर इंडस्ट्री में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था, कंगना
ने अपने हस्ताक्षर देने से इनकार कर दिया था। कंगना रानौत के हिस्से का पुरस्कार
दीपिका पादुकोण को दिए जाने के प्रसंग ने कंगना को दीपिका के काफी खिलाफ कर दिया था। पद्मावत की सफलता और इस फिल्म में दीपिका के अभिनय की प्रशंसा के बाद, यह तय
सा हो गया है कि दीपिका पादुकोण को इस साल का कोई न कोई पॉपुलर पुरस्कार ज़रूर मिले। कंगना रानौत, बेशक इसमे बाधा बनना चाहेंगी। मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी की की रानी ऎसी बड़ी
बाधा फिल्म बन सकती है। कंगना रानौत इस फिल्म का हैदराबाद और जोधपुर शिड्यूल पूरा
कर चुकी हैं। जोधपुर शिड्यूल के दौरान उन्हें चोट भी लगी थी। एक हफ्ते आराम के
बाद, वह फिर इस फिल्म में जुट गई है। फिल्म का मुख्य किरदार होने के कारण कंगना की
भूमिका काफी सशक्त तो होगी ही, कंगना को खुद को दीपिका पादुकोण से बेहतर साबित
होने का मौका भी मिलेगा। इस मे फिल्म में एक्शन भी है, उत्साहित करने वाले संवाद भी और वीरता
भी। इमोशन तो है ही। फिल्म का यह शिड्यूल काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमे लक्ष्मी बाई के जीवन का
आखिरी युद्ध लड़ा जा रहा है। अपनी पीठ में बच्चा बांधे, घोड़े में बैठा कंगना का रानी झाँसी का
किरदार दर्शकों में जोश पैदा करने वाला होना चाहिए। २००८ में गम्यम फिल्म से
डेब्यू करने वाले तमिल और तेलुगु फिल्मों के निर्देशक कृष को पीरियड फ़िल्में बनाने
मे महारत हासिल है। उन्होंने ही, अक्षय कुमार की २०१५ में रिलीज़ फिल्म गब्बर इज
बेक का निर्देशन किया था। कृष की फिल्मों के एक्शन काफी ज़बरदस्त और हैरतंगेज़ होते हैं। इसलिए, मणिकर्णिका कंगना के फिल्म करियर को नया आयाम देने वाली फिल्म साबित हो
सकती है। पहले इस फिल्म के अप्रैल में रजनीकांत की फिल्म २.० के अपोजिट रिलीज़ किये जाने की खबर थी। लेकिन, अब यह फिल्म जून या जुलाई में रिलीज़ होगी। कंगना अपने हिस्से की
शूटिंग फरवरी में पूरी कर लेंगी। उसके बाद उन्हें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक टॉक
देनी है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
हॉरर कॉमेडी फिल्म कंचना २ का रीमेक करेंगे अक्षय कुमार
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, फिल्म निर्माता, निर्देशक, लेखक और अभिनेता राघव लॉरेंस की तमिल फिल्म कंचना २ का हिंदी रीमेक करना चाहते हैं। राघव की इस फिल्म में ऐसा क्या है कि अक्षय कुमार फिल्म का हिंदी रीमेक बनाना चाहते हैं। दरअसल, कंचना २, २००७ में शुरू मुनि सीरीज की तीसरी फिल्म है। मुनि की सफलता के बाद दूसरा हिस्सा मुनि २ : कंचना था। इस लिहाज़ से कंचना २ मुनि सीरीज की तीसरी और कंचना सीरीज में दूसरी फिल्म है। पहली फिल्म मुनि के निर्माता सरन थे, लेकिन फिल्म निर्देशक, लेखक और अभिनेता राघव लॉरेंस ही थे। दो करोड़ के बजट में बनी मुनि ने १५ करोड़ का कारोबार किया था। इसकी ७ करोड़ के बजट में बनी सीक्वल फिल्म मुनि २ : कंचना ने ७० करोड़ का कारोबार किया। २०१५ में रिलीज़ कंचना २ ने १७ करोड़ के बजट के बदले १२० करोड़ का कारोबार किया। इन तीनों फिल्मों के नायक राघव लॉरेंस ही थे। इन तीनों ही हिस्सों का नायक भूतों से डरने वाला था। अब कंचना का तीसरा और मुनि का चौथा हिस्सा इसी साल रिलीज़ होने जा रहा है, तब अक्षय कुमार के कंचना २ का रीमेक बनाये जाने की खबर है। कंचना २ की कहानी का नायक राघव ग्रीन टीवी चैनल का कैमरामैन है। उसकी गर्लफ्रेंड भी वहीँ काम करती है। ग्रीन टीवी की हालत खस्ता है। राघव, चैनल के मालिकों को एक हॉरर सीरीज चलाने का सुझाव देता है, ताकि चैनल को बचाया जा सके। विचार विमर्श के बाद मालिक इसकी अनुमति दे देते हैं। इसके बाद,. राघव और उसकी गर्लफ्रेंड अजीबोगरीब डरावने सिलसिले में फंस जाते हैं। इस फिल्म में राघव लॉरेंस ने राघव और शिवा की दोहरी भूमिका की थी। ऐसा क्या है कंचना २ में कि अक्षय कुमार इस फिल्म का हिंदी रीमेक बनाना चाहते हैं। हॉरर कॉमेडी फिल्म का अक्षय कुमार के करियर में बड़ा हाथ है। २००७ में रिलीज़ हॉरर कॉमेडी फिल्म भूल भुलैया, अक्षय कुमार की इस साल की चार हिट फिल्मों की एक कड़ी थी। भूल भुलैया जहाँ हॉरर कॉमेडी थी, कंचना २ के भूत कॉमेडी है। पिछले साल ही, अजय देवगन की भूत कमेडी फिल्म गोलमाल अगेन को बड़ी सफलता मिली थी। कंचना २ तो अपने आप मे साबित बड़ी फिल्म थी। ऐसे में कंचना २ का रीमेक करके अक्षय कुमार अपनी बायोपिक फिल्मों के एक्टर की बनती जा रही इमेज से भी छुटकारा पा सकेंगे।
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बाल बाल बचे ईगा के मक्खी किरदार करने वाले नानी
फिल्म ईगा में नानी |
लोकप्रिय तेलुगु सितारे नानी (नवीन घंटा) एक कार दुर्घटना में बाल बल बचे। नानी, अपनी एक फिल्म की शूटिंग के बाद तड़के सुबह वापस लौट रहे थे, तभी जुबिली हिल्स एरिया में, ड्राईवर को झपकी लग गई। नतीजे के तौर पर उनकी कार बिजली के खम्भे से जा टकराई। चूंकि, कार में एयरबैग थे, इसलिए ३३ वर्षीय यह एक्टर बाल बाल बच गए, अन्यथा कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। मगर, नानी को हलकी छोटे आई हैं। उन्होंने अपने प्रशंसकों को इसकी सूचना ट्विटर के ज़रिये दी। उन्होंने लिखा, "मैं ठीक हूँ। बस थोड़ी की खरोंच है। अब युद्धं से छोटा ब्रेक। एक हफ्ते में वापस लौटूंगा।" नानी इस समय, कृष्णअर्जुन युद्धं की शूटिंग कर रहे हैं। निर्देशक मेर्लापका गाँधी की इस फिल्म में नानी की दोहरी टाइटल भूमिका है। फिल्म में उनकी नायिका अनुपमा परमेश्वरन और रुखसार मीर है। महाभारत के किरदारों पर फिल्म का टाइटल होने के बावजूद, कृष्णअर्जुन युद्धम पौराणिक गाथा नहीं। यह समकालीन फिल्म है। नानी तेलुगु सिनेमा के सफल सितारों में हैं। रोमांटिक कॉमेडी फिल्म अष्ट चम्मा (२००८) से फिल्म डेब्यू करने वाले नानी ने अब तक राइड, भीमिली कबड्डी जट्टू, अला मोडलैंडी, पिल्ला जमींदार, ईगा, येतो वेल्लीपोइंधि मानसु, येवडे सुब्रमण्यम, भाले भाले मगदिवो, कृष्णा गाडी वीरा प्रेमा गाढ़ा, जेंटलमैन, नेनु लोकल, निन्नू कोरी और एमसीए- मिडिल क्लास अब्बाई जैसी टॉप ग्रॉसर फ़िल्में दे चुके हैं। पिछले साल नेनु लोकल, निन्नू कोरी और एमसीए ने बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया कारोबार किया था। निन्नू कोरी ने पहले तीन दिनों में २५ करोड़ का कारोबार किया था। इस फिल्म ने अमेरिकी बॉक्स ऑफिस पर भी १ मिलियन डॉलर का कारोबार किया था। हिंदी फिल्म दर्शकों ने नानी को एसएस राजामौली की फिल्म ईगा में नानी नाम के युवा के किरदार में देखा होगा, जिसकी हत्या हो जाती है और वह फिर मक्खी बन कर अपनी हत्या का बदला लेता है। वह राज्य के नंदी अवार्ड्स और फिल्मफेयर क्रिटिक अवार्ड्स से सम्मानित हो चुके हैं। नानी की लम्बी उम्र की दुआ है। वह अगले महीने २४ फरवरी को ३४ के हो जायेंगे। नानी की २०१८ में कृष्ण युद्धम के अलावा दो अन्य फ़िल्में भी रिलीज़ होंगी।
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बॉलीवुड न्यूज़ २८ जनवरी
बनेगा रईस का सीक्वल !
क्या रईस रिटर्न्स
बनेगी ? रईस के
निर्देशक राहुल ढोलकिया और निर्माता रितेश सिधवानी की ट्वीट से ऐसा लगाया है कि
रईस रिटर्न्स बनेगी । एक विदेशी कंपनी द्वारा सर्वे में शाहरुख़ खान और पाकी अभिनेत्री माहिरा खान की
फिल्म रईस को मोस्ट पायरेटेड फिल्म पाया गया है। राहुल ढोलकिया निर्देशित रईस को
बॉक्स ऑफिस पर उतनी सफलता नहीं मिली थी, जितनी कि शाहरुख़ खान की किसी फिल्म को मिलती है। लेकिन,
इस फिल्म को अवैध तरीके से डाउनलोड कर खूब देखा
गया। यहाँ तक कि फिल्म को अफगानिस्तान में भी, अफगानियों ने फिल्म को पायरेटेड
सीडी के ज़रिये खूब देखा। पता चला है कि ऎसी मोस्ट पायरेटेड मूवी का सीक्वल बनाया
जायेगा। इस सीक्वल फिल्म के बनाये जाने का अंदाजा राहुल ढोलकिया और रईस के
निर्माता रितेश सिधवानी की ट्वीट से लगाया जा सकता है। एक ट्वीट कर राहुल ने लिखा-
रईस २०१७ की सबसे ज्यादा पायरेटेड फिल्म। अब कोई इस पर कैसी प्रतिक्रिया देगा ?
इस पर रितेश सिधवानी रिट्वीट करते हैं- इसका उजला
पक्ष देखो। यह लोग हमारी सीक्वल फिल्म रईस रिटर्न्स के दर्शक हैं। इस ट्वीट से
समझा जा सकता है कि रईस की सीक्वल फिल्म रईस रिटर्न्स हो सकती है। इस सीक्वल फिल्म
में शाहरुख़ खान होंगे, यह तो तय है। लेकिन,
पाकी एक्ट्रेस होगी या नहीं, यह भारत और पाकिस्तान संबंधों पर निर्भर करेगा।
वैसे शाहरुख़ खान को सोचना होगा कि वह कितनी डॉन फ़िल्में करेंगे ! एक्सेल द्वारा ही
डॉन ३ बनाये जाने की खबर है ! क्या रिटर्न ऑफ़ रईस ऐज डॉन ३ जैसा कुछ होगा ?
व्हाट्सएप्प रोमांस के कुछ भीगे अलफ़ाज़
सारेगामा यूड्ले
प्रोडक्शनस की दूसरी फिल्म कुछ भीगे अलफ़ाज़ इस वैलेंटाइन्स डे के लिए परफेक्ट फिल्म
लगती है। इस फिल्म का टाइटल भावनाओं से भीगा है। शब्द खुद ब खुद बोलने वाले है। यह
फिल्म व्हाट्सएप्प के ज़रिये शुरू हुई प्रेम कहानी है। यह ऐसा रोमांस हैं, जिसमे दो जोड़े कभी आमने सामने नहीं आते, लेकिन, उनमे रोमांस पैदा हो
चुका होता है। फिल्म का नायक एक रेडियो जॉकी है अलफ़ाज़। नायिका मेमे आर्टिस्ट है
अर्चना। इन दोनों किरदारों में उपजे अनदेखे और अनछुए रोमांस की कहानी है कुछ भीगे
अलफ़ाज़। इस फिल्म के मुख्य किरदार जईन खान दुर्रानी और अंजलि थापा ने किये हैं। फिल्म
का निर्देशन माय ब्रदर निखिल और आई एम जैसी फिल्मों के पुरस्कार विजेता निर्देशक
ओनिर ने किया है। अभिनेत्री गीतांजलि फिल्म लिएर्स डाइस के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुकी
हैं। मॉडल जईन की यह पहली फिल्म है। यह फिल्म वैलेंटाइन्स डे वीकेंड पर १६ फरवरी
को रिलीज़ होगी।
पाकिस्तानी होने के कारण सबा कमर की तलाशी
यशराज फिल्म्स और
अली अब्बास ज़फर. अपनी फिल्मों में चाहे तो पकिस्तान को आतंकवाद का शिकार बताएं और
कुख्यात आईएसआई को आतंकवाद से लड़ने वाली एजेंसी बताये । लेकिन, पाकिस्तान की
अभिनेत्री माहिर खान की ट्विटर पर पोस्ट बॉलीवुड के इन फिल्मकारों की आँखे खोलने
वाली साबित हो सकती है। यह वही सबा कमर हैं, जिन्होंने पिछले साल इरफ़ान खान के साथ हिट फिल्म हिंदी मीडियम से
डेब्यू किया था। वह पाकिस्तान की एक बड़ी एक्ट्रेस हैं। वह पाकिस्तान के बाहर भी
अपने टीवी शो दास्तान, जिन्ना के नाम और
आइना के लिए पहचानी जाती हैं। वह मंटो और लाहौर से आगे जैसी फिल्मों के लिए कई
प्रमुख पुरस्कारों के लिए नामित हुई हैं। इसलिए, उनको हुआ बुरा अनुभव पूरे पाकिस्तान और भारतीय फिल्म उद्योग के लिए
सबक के समान है। हुआ यह कि एक फिल्म की शूट के लिए माहिर खान जॉर्जिया की राजधानी
तबिलिसी गई हुई थी। उनके साथ भारतीय क्रू भी था। माहिरा खान एअरपोर्ट पर हुए अनुभव को ट्विटर पर लिखती
हैं, | ”हम पाकिस्तान को लेकर शेखी बघारते है। हम कहते
हैं पाकिस्तान यह है, पाकिस्तान वह है।
लेकिन, अगर आप विदेश जाओ, वह जिस प्रकार से हमारी तलाशी लेते है, मैं कह नहीं सकती। मेरी जिस प्रकार से तलाशी हुई, मैं अपमानित महसूस कर रही हूँ। मुझे याद है मैं
एक शूट के लिए तबिलिसी गई हुई थी। मेरे साथ की पूरी भारतीय क्रू को जाने दिया गया।
लेकिन, मुझे रोका गया, क्योंकि मेरे पास पाकिस्तानी पासपोर्ट था। मेरी जांच की गई। उन्होंने
मुझसे पूछताछ की। इसके बाद ही मुझे जाने दिया गया।” सबा कमर ने आगे कहा, “तब मुझे महसूस हुआ
कि हम कहाँ खड़े हुए हैं, दुनिया में हमारी
पोजीशन क्या है।”
शिबानी का सिंगल वान्ना बी फ्री
शिबानी कश्यप की
आकर्षक आवाज़ लोगों को अपनी गायिकी के जादू से मंत्रमुग्ध करने के लिए मशहूर हैं।
अपने नए सिंगल 'वान्ना बी फ्री'
में, प्रसिद्ध गायिका
संगीत के सहारे लोगों को सोशल मीडिया के बंधनों से मुक्त होने के लिए प्रोत्साहित
करती हैं। इस म्यूजिक वीडियो के लिए अभिनेत्री रिचा चड्ढा से बेहतर चेहरा और कौन
हो सकता है, जो किसी भी सामाजिक मंच पर अपने मन की बात
को स्वच्छंद तरीके से रखने के लिए जानी जाती हैं। समय-समय पर रिचा ने बिना किसी डर
के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अपने विचारों और मन की पीड़ा को व्यक्त किया है,
और दुनिया भर में मौजूद उनके प्रशंसकों एवं
आलोचकों ने उनकी इस निडरता की सराहना की है। विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात को
स्पष्टता से रखने के कारण सोशल मीडिया में उनकी एक अलग पहचान है। रश्मि विराग के
गीत और शिबानी कश्यप के संगीत से सुसज्जित “वान्ना बी फ्री”, सचमुच रिचा के
व्यक्तित्व को बड़े पैमाने पर अभिव्यक्त करती है। पिछले साल अक्टूबर माह में रिचा
ने इस वीडियो की शूटिंग गोवा में की, जिसमें वह रोजमर्रा
की जिंदगी में सोशल मीडिया की लत के प्रतिकूल परिणामों से प्रभावित एक औरत के
अवतार में नजर आएंगी। यह गीत हमें इंसानों के आपसी प्रेम और भावनाओं के महत्व का
एहसास कराता है और हमें इस तकनीकी दुनिया से थोड़ा विश्राम लेने के लिए प्रेरित
करता है। जनवरी के अंत तक इस गीत को ज़ी म्यूजिक के लेबल के तहत रिलीज किया जाएगा।
आतंकवाद पर प्रहार करती टेरर स्ट्राइक
मनोरंजन को ध्यान
में रखकर फिल्म बनाने वाले बॉलीवुड में कुछ फ़िल्मकार सिर्फ यही चाहते हैं कि उनकी
फिल्में समाज की धारा को नई दिशा प्रदान करे, जनता जागरूक हो सके, युवा अपनी संस्कृति
सहेज कर रखे न कि पश्चिमी सभ्यता में ढलकर अपना जीवन बर्बाद कर डाले । ऐसे ही देश
के प्रति ईमानदार और सकारात्मक सोच वाले निर्माता मनोज पांडे ने एक देशभक्ति फिल्म
टेरर स्ट्राइक बियॉन्ड बाउंड्रीज का निर्माण किया है । सैन्य पृष्ठभूमि पर इस
फिल्म में सीमा पर तैनात जवानों की हालत,
मानसिक स्थति तथा कठिनाइयों के बावजूद सैनिकों
में देशप्रेम का जज़्बा दिखाया गया है । वह
आतंकवाद के खिलाफ सीना तानकर तो खड़े हैं लेकिन अफसरशाही और राजनीति के समक्ष बेबस
भी हैं । देश विदेश के कई फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कृत इस फिल्म का लेखन निर्देशन
कमल नथानी ने किया है और शूटिंग एलओसी कश्मीर और
मनाली में की गयी है । फिल्म में रजत बेदी, मुकेश तिवारी, ज़ाकिर हुसैन,
मनीष वाधवा और नवोदित तारिका तान्या पुरोहित
महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नज़र आएंगे । टेरर स्ट्राइक बियॉन्ड बाउंड्रीज १९ जनवरी को रिलीज हो रही है ।
तब्बू से रोमांस नहीं करेंगे अजय देवगन !
एक फिर विजयपथ
(१९९४) वाला रोमांस देखने की उम्मीद पाले दर्शकों के लिए अच्छी खबर नहीं है।अकिव
अली की अनाम फिल्म में अजय देवगन और तब्बू को लिए जाने से यह उम्मीद बनी थी कि
फिल्म में दोनों की रोमांटिक जोड़ी बनी होगी। अख़बारों की खबरों में भी ऐसा ही जताया
गया था। लेकिन, स्टार कास्ट पर नज़र
डालते समय प्रशंसक भूल गए कि फिल्म में यारियां एक्ट्रेस राकुल प्रीत सिंह भी है।
अब यह जानकारी मिली है कि अकिव अपनी फिल्म में मिक्स रोमांस दिखायेंगे। यानि फिल्म
में अजय देवगन और राकुल प्रीत सिंह की रोमांटिक जोड़ी बनी होगी। निर्माता लव रंजन
की लव फिल्म्स के लिए इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म को अनोखी रोमांस कथा बताया जा रहा
है। फिल्म में तब्बू की भूमिका बड़ी ख़ास और सशक्त है। लेकिन, वह अजय देवगन और राकुल प्रीत सिंह के बीच प्रेम त्रिकोण नहीं बना रही
होंगी। लव रंजन की यह फिल्म दशहरा वीकेंड पर रिलीज़ होगी। वैसे दिलचस्प खबर यह भी
है कि फिल्म में अभी एक बड़ी एक्ट्रेस को और लिया जाना है। यानि कुछ और छुपा है इस
फिल्म में !
प्रदीप सरकार की सिंगल मदर काजोल
काफी समय से यह
खबरें आ रही थी कि अभिनेत्री काजोल किसी फिल्म में गायिका का किरदार कर सकती है।
इस फिल्म का निर्माण पति अजय देवगन की कंपनी से होना था। अब यह पुष्टि हो गई है कि काजोल निर्माता अजय
देवगन की फिल्म इला में एक गायिका और सिंगल मदर की भूमिका करेंगी। इस फिल्म का निर्देशन प्रदीप सरकार करेंगे। इस फिल्म की शूटिंग २४ जनवरी से शुरू हो
जायेगी। गुजरात की पृष्ठभूमि पर इला कहानी
है एक महिला की जो गायिका बनना चाहती हैं, लेकिन शादी और
बच्चों के कारण वह ऐसा नहीं कर पाती। ऐसे
में जब, वह अपनी जिम्मेदारियां पूरी कर लेती हैं तब वह
गायन की ओर ध्यान देती है और वह इसमे सफल भी होती है। प्रदीप सरकार को कोई चार
महीना पहले स्क्रिप्ट दी गई थी। उन्होंने
इस फिल्म की टोन को समझ कर, इसमे अपनी
अंतर्दृष्टि के कारण कुछ परिवर्तन भी किये।
प्रदीप सरकार को नारी प्रधान फिल्मों के निर्माण में महारत हासिल है। पहली फिल्म परिणीता और लागा चुनरी में दाग इसका
प्रमाण हैं। जहाँ तक काजोल का सवाल है,
वह इस भूमिका के लिए बढ़िया चुनाव इस लिए नहीं
साबित होती कि वह फिल्म के निर्माता की पत्नी हैं। बल्कि, काजोल इमोशनल भूमिकाएं करने में दक्ष है । इला, काजोल की दिलवाले के तीन साल
बाद रिलीज़ होने वाली कोई हिंदी फिल्म होगी। उन्हें पिछले साल ही, सौंदर्य रजनीकांत की तमिल फिल्म वीआइपी २ में
धनुष के अपोजिट खल नायिका के किरदार में देखा गया था।
चोर-पुलिस वाली साहो में सस्पेंस का तड़का
दुबई और भारत में अब
तक हुई प्रभाष और श्रद्धा कपूर की फिल्म साहो की शूटिंग से जो कुछ छन कर आया है,
वह है फिल्म के नायक प्रभाष का ढका हुआ चेहरा....
और बस। डायरेक्टर सुजीत की इस फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता नील नितिन मुकेश बतौर
विलेन किरदार कर रहे हैं। सूत्रों का तो कहना है कि इस फिल्म के सभी किरदार ग्रे
शेड लिए हुए हैं। यानि इनके चारों ओर अपराध का घेरा है। हर चरित्र संदेह और सस्पेंस
के घेरे में नज़र आएगा। खबर है कि बाहुबली प्रभाष इस फिल्म में पुलिस किरदार में
होंगे। लेकिन, इस
करैक्टर में ग्रे शेड हैं। यह ग्रे शेड क्या हैं ? क्या यह अपराधियों का मददगार है या वर्दी के पीछे अपराध करने वाला ?
फिलहाल इन सब सवालों का जवाब नहीं मिलता। तमाम ग्रे चरित्रों के बीच एक करैक्टर
उजाला दिखाने का मतलब रहस्य पर थोड़ा पर्दा उठाना हो जाता है। लेकिन, इतना तय है कि यह चोर पुलिस फिल्म है। श्रद्धा
कपूर का रोल भी काफी गंभीर किस्म का, गहराई लिए हुए हैं।
यह श्रद्धा कपूर की पहली तेलुगु फिल्म है। नील भी पहली बार किसी तेलुगु फिल्म मे
निगेटिव रोल कर रहे हैं।
बनने अब्रॉडिया राजा चला अब्रॉड
म्यूनिख में रहने
वाले जर्मन-भारतीय लखविंदर शबला ने पहली शॉर्ट फिल्म जर्मन भाषा में बनाई थी। फिर
वह भारत आये तो उन्होंने पहली देसी फिल्म 'वापसी' पंजाबी भाषा में बनाई। इस फिल्म में वह अभिनय भी
कर रहे थे। हाल ही में उनकी दूसरी फिल्म राजा अब्रॉडिया का फर्स्ट लुक पोस्टर जारी
किया गया है। लेकिन, यह फिल्म पंजाबी
भाषा में नहीं, बल्कि हिंदी में है।
यह एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसे निर्माता,
निर्देशक, लेखक और एक्टर लखविंदर शबला ही है। शबला फिल्म्स के अंतर्गत बनाई जा
रही राजा अब्रॉडिया में रॉबिन सोही, वैष्णवी पटवर्धन,
अभिषेक सिंह पठानिया, ओल्गा हॉफमैन, अलंकृता बोरा,
वैष्णवी मैक्डोनाल्ड और योगराज सिंह को लिया गया
है। पोस्टर लॉन्चिंग के मौके पर लखविंदर के साथ फिल्म के नायक-नायिका रॉबिन सोनी
और वैष्णवी पटवर्धन के साथ हैरी वर्मा और अभिषेक सिंह मौजूद थे। फिल्म की कहानी
राजा के अब्रॉडिया बनने की है। राजा एक
गाँव का अमीर युवक है। मस्त मौला और शाही तरीके से जीने वाला। एक शराबी ग्रामीण
उसका अपमान कर देता है क्योंकि ग्रामीण का बेटा अब्रॉड से एक विदेशी लड़की से शादी
कर आया था। इस पर नाराज़ राजा प्रण करता है कि वह भी अब्रॉडिया बनेगा यानि विदेश
जायेगा। फिल्म की नायिका प्रीटी भी अब्रॉड जाना चाहती है। तब दोनों एक डील करते
हैं, अब्रॉड जाने और अपने सपने पूरे करने की। क्या
झेलना पड़ता है, फिल्म देख कर मालूम
करें। इस फिल्म की शूटिंग पंजाब और जर्मनी में हुई है। यह फिल्म, दर्शकों को २३ फरवरी को देखने का मौका मिलेगी।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
हिंदी फ़िल्में टीवी अभिनेत्रियां के नहीं, अभिनेता के जलवे !
कलर्स के सबसे सफल शो में एक नागिन २ के २५ जून
को ख़त्म हो जाने के बाद, फिल्म और टीवी के गलियारों में यह खबर ख़ास थी कि नागिन शिवन्या/शिवानी अब इच्छाधारी नागिन के किरदार में नहीं लौटेंगी। उनके हिंदी
फिल्मों में काम करने की खबरें भी आ रही थी । अब, टीवी की इस इच्छाधारी नागिन ने कम
से कम तीन फ़िल्में साइन कर ली हैं । इस साल स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज़ होने जा रही फिल्म
गोल्ड में अक्षय कुमार और निकिता दत्ता के साथ मौनी रॉय को भी लिए जाने की खबरें
आई थी । गोल्ड में मौनी रॉय की भूमिका साफ़ नहीं हुई है, लेकिन खबर ताज़ा यह है कि
करण जौहर की फंतासी ट्राइलॉजी ब्रह्मास्त्र की पहली कड़ी में मौनी रॉय का किरदार ग्रे
शेड वाला होगा । मौनी की ब्रह्मास्त्र भूमिका वैम्प की होगी या कुछ निगेटिव टच
वाली, अभी साफ़ नहीं है । लेकिन, इतना तय है कि वह ब्रह्मास्त्र में रणबीर कपूर की
नायिका नहीं है। ब्रह्मास्त्र में रणबीर की नायिका अलिया भट्ट हैं।
टीवी सीरियलों से ग्रेसी सिंह, विद्या बालन और
यमी गौतम
क्या टीवी सीरियलों की नायिकाओं की त्रासदी है कि
वह हिंदी फिल्मों मे प्रवेश तो कर ले जाती हैं, लेकिन इन फिल्मों की नायिका नहीं
बन पाती ? मौनी रॉय के संदर्भ में यह सच हो सकता है । लेकिन, ध्यान रखना होगा कि मौनी ने
अभी शुरुआत भर की है । लेकिन, जहाँ तक दूसरी टीवी स्टार्स की बात है, उनके लिए अनुभव
मिला जुला ही रहा है । यहाँ, पहले टेलीविज़न सीरियलों की तीन प्रमुख अभिनेत्रियों की बात
करते हैं । विद्या बालन ने एकता कपूर के शो हम पाँच के २००५ से शुरू दूसरे
सीजन में अमिता नांगिया की जगह राधिका का किरदार करके टीवी दर्शकों को लुभाया ही,
हिंदी फिल्म निर्माताओं का ध्यान भी आकृष्ट किया । विद्या बालन को प्रदीप सरकार
निर्देशित फिल्म परिणीता (२००६) में लोलिता का किरदार करने का पहला मौका मिला । तब तक
वह, एक बांगला और एक मलयालम फिल्म कर चुकी थी । विद्या बालन से पहले और उनके बाद दो
दूसरी टेलीविज़न एक्ट्रेस हिंदी फिल्मों में आई। ग्रेसी सिंह के करियर की शुरुआत,
जी टीवी के शो अमानत (१९९७) से हुई थी । इस शो में उन्होंने डिंकी के किरदार से
अपने दर्शकों को मुग्ध कर लिया था । इस किरदार की ग्रेसी पर पकड़ का अनुमान
इसी से लगाया जा सकता है कि जब उन्होने आशुतोष गोवारिकर निर्देशित फ़िल्म लगान
(२००१) से अपने फिल्म करियर की शुरुआत की गई तो उन्हें काफी समय तक डिंकी सिंह के
नाम से भी जाना गया । विद्या बालन के बाद एक टीवी एक्ट्रेस यमी गौतम ने भी हिंदी
फिल्म डेब्यू किया था । वह एनडीटीवी इमेजिन के शो चाँद के पार चलो (२००८-०९) में
सना के किरदार से काफी लोकप्रिय हुई थी । यमी गौतम का फिल्म करियर की शुरूआत आयुष्मान खुराना
के साथ फिल्म विक्की डोनर (२०१२) से हुई ।
लेकिन, मेन स्ट्रीम हिंदी फिल्मों की नायिका नहीं
ख़ास बात यह रही कि ग्रेसी सिंह, विद्या बालन और
यमी गौतम की टेलीविज़न सीरियलों की लोकप्रियता फिल्मों में काम आई । इन तीनों अभिनेत्रियों
की पहली फ़िल्में लगान, परिणीता और विक्की डोनर को सफलता भी मिली . लगान तो बड़ी हिट
फिल्मों में शुमार है. लेकिन, इसके बावजूद यह तीनों ही अभिनेत्रियां मुख्य धारा की
फिल्मों यानि व्यवसायिक फिल्मों में अपनी स्थाई जगह नहीं बना सकी । इन तीनों ही
अभिनेत्रियों को कभी भी समकालीन रानी मुख़र्जी, प्रीटी जिंटा, आदि का समकक्ष नहीं
समझा गया । ग्रेसी सिंह की पहली फिल्म लगान ज़रूर आमिर खान के साथ थी, लेकिन विद्या
बालन और यमी गौतम को कभी किसी खान अभिनेता की नायिका बनने का मौका नहीं मिला । आज
यमी गौतम, काबिल में हृथिक रोशन की नायिका बन चुकी है, लेकिन इसके बावजूद बत्ती
गुल मीटर चालू में शाहिद कपूर के साथ उन पर श्रद्धा कपूर भारी पड़ रही है । ग्रेसी
सिंह के साथ तो ज्यादा बुरी बीती है । वह अब फिल्मों के बजाय टीवी सीरियल संतोषी माँ में संतोषी माँ का
किरदार कर रही हैं । विद्या बालन को हिंदी की ख़ास कथानक वाली फ़िल्में ही कर पाती
है ।
कहानी घर घर की, कसौटी ज़िन्दगी की
कभी टेलीविज़न पर एकता कपूर के दो सीरियलों कसौटी
ज़िन्दगी की (२००१) और कहानी घर घर की (२०००) का डंका बजा करता था । इन सीरियलों की बहुएं
प्रेरणा बासु और पारवती, आम हिन्दुस्तानी घर में आदर्श बहुए मानी जाती थी ।श्वेता
तिवारी ने प्रेरणा बासु और साक्षी तंवर ने पारवती के किरदार से दर्शकों के दिलों
में अपनी प्रतिष्ठित इमेज बनाई थी । लेकिन, इस बहू इमेज से इन दोनों अभिनेत्रियों को
फिल्म करियर बनाने में कोई मदद नहीं मिली । अपने शो की वजह से श्वेता तिवारी को मदहोशी,
आबरा का डबरा और बेनी और बबलू जैसी फिल्मों में मामूली सी भूमिकाये मिली ख़ुद को सेक्सी भी साबित करने के लिये, श्वेता तिवारी ने फिल्म बिन बुलाये बाराती में जम कर अंग
प्रदर्शन किया ।भीगी साडी से अपना देह दर्शन करवाया । लेकिन, बड़ी फिल्म क्या, किसी
छोटी फिल्म की नायिका बनने में भी सफलता नहीं मिली । कहानी घर घर की की बहू पारवती साक्षी
तंवर २७ साल की उम्र में भी परिपक्व चहरे वाली थी । उन्हें भी हिंदी की कूड़ा
फिल्मों में ही किरदार करने का इक्का दुक्का मौका ही मिला. अलबत्ता, चेहरे की
परिपक्वता का तकाजा था कि साक्षी तंवर फिल्म दंगल और मोहल्ला अस्सी में आमिर खान
और सनी देओल की पत्नियों और दो दो बच्चो की माँ के भूमिकाये ही पा सकी.
टीवी अभिनेता बनाम टीवी अभिनेत्री
टेलीविज़न के सितारों को लेकर बॉलीवुड पूर्वाग्रही
लगता है. वह टीवी सीरियलों के अभिनेताओं की हीरो बनाने का मौका नहीं चूकता . लेकिन
अभिनेत्रियों को लेकर उसकी हिचक साफ़ नज़र आती है. इरफ़ान खान को ही लीजिये, इरफ़ान ने
१९८५ में टीवी सीरियल श्रीकांत, चाणक्य, भारत एक खोज, चन्द्रकान्ता, बनेगी अपनी
बात, आदि बहुत से टीवी सीरियल करके अपने एक्टिंग करियर का आगाज़ किया. इरफ़ान आम
बॉलीवुड फिल्मों के चॉकलेटी चेहरा नहीं थे. इसके बावजूद उन्हें बॉलीवुड ने खुले दिल
से स्वीकार किया. इरफ़ान में तो खैर प्रतिभा थी, लेकिन बॉलीवुड ने टीवी एक्टर
शाहरुख़ खान को उनकी इमेज में बंधे होने के बावजूद अपना सुपर स्टार बना लिया.
लेकिन, शांति की मंदिर बेदी को क्रिकेट में शरण लेनी पड़ती है. शाकालाका बूम बूम और
देश में निकला होगा चाँद की हंसिका मोटवानी को दक्षिण की फ़िल्में खुली बांह
स्वीकार करती हैं. पोपुलर टीवी सीरीज कसम से की प्राची देसाई सुन्दर और
प्रतिभाशाली होने के बावजूद लीड एक्ट्रेस नहीं बन पाती. लोकप्रिय टीवी सीरियल कहानी
घर घर की की टीना पारेख (सत्य बोल, खिचड़ी द मूवी). श्वेता क्वात्रा (माय ब्रदर
निखिल, मर्डर २), स्वाभिमान और कहानी घर घर की की अचिन्त्य कौर, श्वेता केसवानी
(लव इन नेपाल), कविता कौशिक, रूपा गांगुली तथा कसौटी ज़िन्दगी की की कोमोलिका
उर्वशी ढोलकिया, मानसी पारेख, तसनीम शेख, बरखा बिष्ट, शुभांगी अत्रे, आदि को भी
फिल्मों में स्वीकार नहीं किया गया.
बॉलीवुड के मेल-फीमेल एक्टर के बीच भेदभाव बरतने
का बढ़िया उदाहरण पवित्र रिश्ता की नायक नायिका हैं . इस सीरियल में मानव और अर्चना
की भूमिका करने वाले दो कलाकार सुशांत सिंह राजपूत और अंकिता लोखंडे ज्वलंत प्रमाण
है. जहाँ सुशांत सिंह राजपूत फिल्म पीके में अनुष्का शर्मा के हीरो बनने के बाद
केदारनाथ में सारा अली खान के नायक बन रहे हैं, वही सीरियल में उनकी अर्चना को एक
भी फिल्म नहीं मिली. अब जाकर उनके मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी में कंगना रानौत
के साथ झलकारी बाई के किरदार को करने की खबर है. क्या अंकिता लोखंडे प्रतिभा के
लिहाज़ से सुशांत सिंह राजपूत से कमतर थी ? यही कारण है कि मौनी रॉय नागिन की अपनी इमेज का शिकार हो वैम्प बनाई जा सकती है, लेकिन रणबीर कपूर की नायिका आलिया भट्ट ही बन सकेगी। गोल्ड में भी, मौनी रॉय अपने नायक अक्षय कुमार की बाँट सीरियल हासिल की नायिका निकिता दत्ता के साथ कर रही हैं।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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