यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका के ४० वे राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन, कभी फिल्म अभिनेता हुआ करते थे। वह १९३७ से हॉलीवुड के स्टूडियो वार्नर ब्रदर्स की फिल्मों में अभिनय के लिए सात साल के कॉन्ट्रैक्ट से बंधे । वह १९३९ तक बेट्टे डेविस और हम्फ्रे बोगर्ट के साथ 'डार्क विक्ट्री' जैसी १९ फिल्मों में अभिनय कर चुके थे। लेकिन, उन्हें स्टार बनाया फिल्म किंग रो ने। लेकिन, इस फिल्म के ठीक बाद उन्हें अनिवार्य सैन्य सेवा के लिए उपलब्ध होना पड़ा। दूसरे विश्व युद्ध के बाद वह फिर फिल्मों में वापस आये। इस दौर की उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में द वौइस् ऑफ़ द टर्टल, जॉन लव्स मैरी, द हेस्टी हार्ट, बेडटाइम फॉर बोन्ज़ो, कैटल क्वीन ऑफ़ मोंताना, टेनेसी'ज पार्टनर, हेलकैट्स ऑफ़ द नेवी, आदि ख़ास हैं। फिल्म हेलकैट्स ऑफ़ द नेवी में वह अपनी पत्नी नैंसी रीगन के नायक थे। द किलर्स में उन्होंने एक विलेन की भूमिका की थी। २० जनवरी १९८१ को अमेरिका के प्रेजिडेंट बने। लेकिन, आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि बतौर अभिनेता उनमे राष्ट्रपति के योग व्यक्तित्व नहीं पाया गया था। यह १९६० की बात है। एक नाटक 'द बेस्ट मैन' खेला जाने वाला था। गोर विडाल का लिखा यह नाटक राष्ट्रपति चुनाव के इर्दगिर्द बना गया था, जिसमे एक ईमानदार कैंडिडेट और एक बेईमान कैंडिडेट का मुक़ाबला था। इस नाटक को छह टोनी अवार्ड्स मिले थे। १९६४ में इस नाटक पर एक फिल्म भी बनाई गई थी। इस नाटक के प्रोडूसर के सामने जब रोनाल्ड रीगन का नाम गया तो उन्होंने रीगन को पूरी तरह से नकार दिया कि उनमे प्रेजिडेंट जैसा लुक नहीं है, इसलिए वह दर्शकों को विश्वसनीय नहीं लगेंगे । अब यह बात दीगर कि नाटक के प्रेजिडेंट के लिए नकारे गए रोनाल्ड रीगन एक बार नहीं दो दो बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 12 December 2015
राष्ट्रपति के उपयुक्त नहीं लगे थे रोनाल्ड रीगन
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कौन होगा बॉक्स ऑफिस का बादशाह और टाइगर !
२०१५ ख़त्म होने को है। खान अभिनेताओं - आमिर खान, शाहरुख़ खान और सलमान खान की उम्र में एक एक साल का इजाफा हो चूका है। आमिर खान अगले साल १४ मार्च को फिफ्टी प्लस के अभिनेता बन जायेंगे। शाहरुख़ खान भी फिफ्टी प्लस के हैं। सलमान खान २७ दिसंबर को फिफ्टी के हो जायेंगे। साफ़ है कि अब यह काफी उम्र के हो गए हैं। अपनी से आधी उम्र की अभिनेत्री के साथ रोमांस लड़ाना इन्हे फबता नहीं। इसके बावजूद यह खान अभिनेता रोमांस पे रोमांस दे मारे हैं। सलमान खान अभी दिवाली में ३० साल की सोनम कपूर के साथ रोमांस कर प्रेम रतन धन पायो की झोली में १०० करोड़ गिरवा चुके हैं। शाहरुख़ खान ने ३१ साल की दीपिका पादुकोण के साथ रोमांस लड़ा लड़ा कर 'चेन्नई एक्सप्रेस' और 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी हिट फ़िल्में दी हैं। आमिर खान की फिल्म 'पीके' की नायिका अनुष्का शर्मा मात्र २७ साल की हैं। धूम ३ की कैटरिना कैफ भी ३२ साल की हैं। उम्र के इतने फासले के बावजूद इन्हे बेमेल जोड़ा नहीं समझा जा रहा। दर्शक इनकी फ़िल्में देख रहे हैं।
बेमेल जोड़ी बनाने के बावजूद खान अभिनेता लोकप्रिय हैं। इनकी फिल्मों को दर्शक मिलते हैं। यह अभिनेता एक्शन भी करते हैं और रोमांस भी लड़ाते हैं। यह इन खान अभिनेताओं की स्टार पावर ही है कि इन अभिनेताओं की फिल्म लगते ही दर्शक सिनेमाघरों में टूट पड़ते हैं। ऎसी फ़िल्में दर्शकों के लिए फेस्टिवल सेलिब्रेशन जैसा माहौल ले आती हैं। बॉक्स ऑफिस पर जितने दर्शक किसी सलमान खान, शाहरुख़ खान या आमिर खान की फिल्म को जुटते हैं, उतने किसी भी अभिनेता की फिल्म के लिए नहीं जुटते। टॉप ग्रॉसिंग १० फिल्मों के चार्ट पर नज़र डालें तो आठ फिल्मों के नायक खान अभिनेताओं में से कोई नज़र आता है। आमिर खान और सलमान खान की तीन तीन फ़िल्में इस चार्ट में हैं। बाकी दो फ़िल्में शाहरुख़ खान की हैं। टॉप पर काबिज़ आमिर खान की फिल्म 'पीके' का वर्ल्डवाइड कलेक्शन ७३५ करोड़ का है। सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान ६२६ करोड़ के कलेक्शन के साथ दूसरी पायदान पर है। धूम ३ ने ५४२ करोड़, चेन्नई एक्सप्रेस ने ४२३ करोड़, प्रेम रतन धन पायो ४०० करोड़, ३ इडियट्स ३९५ करोड़, हैप्पी न्यू ईयर ३८३ करोड़ और किक ३७७ करोड़ का कलेक्शन कर चुकी हैं ।
इससे साफ़ है कि बॉलीवुड में सबसे ज़्यादा सफल अभिनेता यही तीन हैं। लेकिन, यह तीनों अभिनेता, ख़ास कर शाहरुख़ खान और सलमान खान, अपनी इमेज को भुना रहे हैं। इनकी फ़िल्में और इनिशियल पर डिपेंड करती हैं। आम तौर पर इन तीनों खानों की फ़िल्में तीन हजार से चार हजार प्रिंट्स में रिलीज़ होती हैं। प्रेम रतन धन पायो तो ४००० प्लस प्रिंट में रिलीज़ हुई थी। इनका बिज़नेस पहले वीकेंड पर टिका होता है। वीकडेस में यह फ़िल्में धड़ाम हो जाती हैं। 'प्रेम रतन धन पायो' का बिज़नेस तो वीकेंड में संडे को ही गिर गया था। आमिर खान की फिल्म ३ इडियट्स और पीके ही वीकडेस को होल्ड कर पाई थी। इससे ज़ाहिर है कि दर्शक इनकी स्टार पावर के कारण और इनका प्रशंसक होने के कारण सिनेमाघर तक जाता है। लेकिन, फिल्म में कुछ ख़ास न होने पर वह फिल्म से मुंह मोड़ लेता है। यानि, दर्शक कंटेंट पर आधारित फिल्म को तवज्जो देने लगा है।
ऐसे में खान अभिनेताओं के अलावा अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती हैं। यह कहना ठीक नहीं होगा कि सभी निर्माता इन तीन खान अभिनेताओं को लेना चाहते हैं। इसके दो कारण है। सभी निर्माताओं के पास इन तीन अभिनेताओं की फीस भरने लायक रकम नहीं जुटती। दूसरी बात यह अभिनेता कितने निर्माताओं की फ़िल्में करेंगे और कब शूट करेंगे। आमिर खान साल में एक फिल्म के फ्रॉमूला पर चल रहे हैं। सलमान खान की व्यस्तता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह अपने भाई अरबाज़ खान की फिल्म दबंग ३ के लिए तारीखे एलाट नहीं कर पा रहे हैं। जबकि, बॉलीवुड हर साल २०० से ज़्यादा फिल्मों का निर्माण करता है। पिछले साल २०१४ में २०१ हिंदी फ़िल्में रिलीज़ हुई थी। ऐसे में नए अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती है।
ऐसा नहीं है कि दर्शक किसी सलमान, शाहरुख़ या आमिर की फिल्म ही देखना चाहते हैं। इस साल आमिर खान की कोई फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। शाहरुख़ खान की इकलौती फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है। सलमान खान की रिलीज़ दो फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल है। इसके बावजूद इस साल बॉलीवुड की दो फ़िल्में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और एबीसीडी २ मशहूर सौ करोडिया क्लब में शामिल हो चुकी है। तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की नायिका कंगना रनौत के वजह से फिल्म हिट हुई। एबीसीडी २ में वरुण धवन और श्रद्धा शर्मा ही जमे जमाये चहरे थे। तीन फ़िल्में अक्षय कुमार की फिल्म बेबी और सिंह इज़ ब्लिंग तथा जॉन अब्राहम की फिल्म 'वैलकम बैक' ने ९० करोड़ से अधिक का बिज़नेस किया। ऐसे में दर्शकों को खान अभिनेताओं को विकल्प दिया जा सकता है। यह विकल्प सस्ता भी होगा और प्रोडूसर के लिए फायदेमंद भी।
तब कौन चेहरा या कौन कौन से चेहरे इन तीन खानों की जगह ले सकते हैं? अगर किसी अभिनेता को खान अभिनेताओं के जूते पर पैर घुसेड़ने को कहा जायेगा तो मामला मिसफिट का हो जायेगा। कोई अभिनेता हू-ब- हू किसी दूसरे अभिनेता की जगह नहीं ले सकता। मौलिकता बेहद ज़रूरी है। इस लिहाज़ से कुछ चहरे घूमते हैं। इस साल अक्षय कुमार की चार फिल्मों बेबी, सिंह इज़ ब्लिंग, गब्बर इज़ बैक और ब्रदर्स ने ठीक ठाक बिज़नेस किया था। वह खुद को इमेज से हटा कर हिट फ़िल्में देने वाले अभिनेता हैं। यह खासियत किसी सलमान खान या शाहरुख़ खान में नहीं है। ह्रितिक रोशन टॉप पर जा सकते थे। लेकिन, उनका इमेज से न बंधने का इरादा, उनके स्टारडम के आड़े आता है। हालाँकि टॉप ग्रॉसर दस फिल्मों में शेष दो फ़िल्में 'बैंग बैंग' और 'कृष ३' ह्रितिक रोशन की ही हैं। वह खान अभिनेताओं जैसे लोकप्रिय भी हैं। हालाँकि, इस साल रणबीर कपूर 'बॉम्बे वेलवेट' जैसी १०० करोडिया असफलता दे चुके हैं। इसके बावजूद वह सबसे ज़्यादा प्रतिभाशाली और प्रशंसक रखने वाले अभिनेता हैं। अजय देवगन भी विश्वसनीय अभिनेता हैं। जहाँ तक अभिनेताओं की नई खेप का सवाल है. फिलहाल रणवीर सिंह, वरुण धवन, अर्जुन कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, सुशांत सिंह राजपूत, आदि ही विश्वसनीय नाम लगते हैं। रणवीर सिंह और वरुण धवन बड़ी फिल्मों के नायक बन रहे हैं। रणवीर सिंह की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' और वरुण धवन की फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ होगी। ख़ास बात यह है कि जहाँ रणवीर 'बाजीराव मस्तानी' के नायक हैं, वहीँ वरुण धवन 'दिलवाले' में सह नायक हैं। रणवीर सिंह 'दिल धड़कने दो' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म के नायक रहे हैं। परन्तु, वरुण धवन ने इस साल दो हिट फ़िल्में 'एबीसीडी २' और 'बदलापुर' दी है। यह दोनों अभिनेता आगे चल कर अलग अलग भूमिकाओं में पकड़ बना सकते हैं। सुशांत सिंह राजपूत हर प्रकार की फ़िल्में कर रहे हैं। वह हरफनमौला अभिनेता साबित हो सकते हैं। भविष्य में कौन अभिनेता खान तिकड़ी की जगह लेगा, यह बड़ा सवाल है। इसलिए, जवाब मिलने तक खान अभिनेताओं के साथ अक्षय कुमार, ह्रितिक रोशन और अजय देवगन की फिल्मों से ही संतोष करना होगा।
बेमेल जोड़ी बनाने के बावजूद खान अभिनेता लोकप्रिय हैं। इनकी फिल्मों को दर्शक मिलते हैं। यह अभिनेता एक्शन भी करते हैं और रोमांस भी लड़ाते हैं। यह इन खान अभिनेताओं की स्टार पावर ही है कि इन अभिनेताओं की फिल्म लगते ही दर्शक सिनेमाघरों में टूट पड़ते हैं। ऎसी फ़िल्में दर्शकों के लिए फेस्टिवल सेलिब्रेशन जैसा माहौल ले आती हैं। बॉक्स ऑफिस पर जितने दर्शक किसी सलमान खान, शाहरुख़ खान या आमिर खान की फिल्म को जुटते हैं, उतने किसी भी अभिनेता की फिल्म के लिए नहीं जुटते। टॉप ग्रॉसिंग १० फिल्मों के चार्ट पर नज़र डालें तो आठ फिल्मों के नायक खान अभिनेताओं में से कोई नज़र आता है। आमिर खान और सलमान खान की तीन तीन फ़िल्में इस चार्ट में हैं। बाकी दो फ़िल्में शाहरुख़ खान की हैं। टॉप पर काबिज़ आमिर खान की फिल्म 'पीके' का वर्ल्डवाइड कलेक्शन ७३५ करोड़ का है। सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान ६२६ करोड़ के कलेक्शन के साथ दूसरी पायदान पर है। धूम ३ ने ५४२ करोड़, चेन्नई एक्सप्रेस ने ४२३ करोड़, प्रेम रतन धन पायो ४०० करोड़, ३ इडियट्स ३९५ करोड़, हैप्पी न्यू ईयर ३८३ करोड़ और किक ३७७ करोड़ का कलेक्शन कर चुकी हैं ।
इससे साफ़ है कि बॉलीवुड में सबसे ज़्यादा सफल अभिनेता यही तीन हैं। लेकिन, यह तीनों अभिनेता, ख़ास कर शाहरुख़ खान और सलमान खान, अपनी इमेज को भुना रहे हैं। इनकी फ़िल्में और इनिशियल पर डिपेंड करती हैं। आम तौर पर इन तीनों खानों की फ़िल्में तीन हजार से चार हजार प्रिंट्स में रिलीज़ होती हैं। प्रेम रतन धन पायो तो ४००० प्लस प्रिंट में रिलीज़ हुई थी। इनका बिज़नेस पहले वीकेंड पर टिका होता है। वीकडेस में यह फ़िल्में धड़ाम हो जाती हैं। 'प्रेम रतन धन पायो' का बिज़नेस तो वीकेंड में संडे को ही गिर गया था। आमिर खान की फिल्म ३ इडियट्स और पीके ही वीकडेस को होल्ड कर पाई थी। इससे ज़ाहिर है कि दर्शक इनकी स्टार पावर के कारण और इनका प्रशंसक होने के कारण सिनेमाघर तक जाता है। लेकिन, फिल्म में कुछ ख़ास न होने पर वह फिल्म से मुंह मोड़ लेता है। यानि, दर्शक कंटेंट पर आधारित फिल्म को तवज्जो देने लगा है।
ऐसे में खान अभिनेताओं के अलावा अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती हैं। यह कहना ठीक नहीं होगा कि सभी निर्माता इन तीन खान अभिनेताओं को लेना चाहते हैं। इसके दो कारण है। सभी निर्माताओं के पास इन तीन अभिनेताओं की फीस भरने लायक रकम नहीं जुटती। दूसरी बात यह अभिनेता कितने निर्माताओं की फ़िल्में करेंगे और कब शूट करेंगे। आमिर खान साल में एक फिल्म के फ्रॉमूला पर चल रहे हैं। सलमान खान की व्यस्तता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह अपने भाई अरबाज़ खान की फिल्म दबंग ३ के लिए तारीखे एलाट नहीं कर पा रहे हैं। जबकि, बॉलीवुड हर साल २०० से ज़्यादा फिल्मों का निर्माण करता है। पिछले साल २०१४ में २०१ हिंदी फ़िल्में रिलीज़ हुई थी। ऐसे में नए अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती है।
ऐसा नहीं है कि दर्शक किसी सलमान, शाहरुख़ या आमिर की फिल्म ही देखना चाहते हैं। इस साल आमिर खान की कोई फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। शाहरुख़ खान की इकलौती फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है। सलमान खान की रिलीज़ दो फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल है। इसके बावजूद इस साल बॉलीवुड की दो फ़िल्में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और एबीसीडी २ मशहूर सौ करोडिया क्लब में शामिल हो चुकी है। तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की नायिका कंगना रनौत के वजह से फिल्म हिट हुई। एबीसीडी २ में वरुण धवन और श्रद्धा शर्मा ही जमे जमाये चहरे थे। तीन फ़िल्में अक्षय कुमार की फिल्म बेबी और सिंह इज़ ब्लिंग तथा जॉन अब्राहम की फिल्म 'वैलकम बैक' ने ९० करोड़ से अधिक का बिज़नेस किया। ऐसे में दर्शकों को खान अभिनेताओं को विकल्प दिया जा सकता है। यह विकल्प सस्ता भी होगा और प्रोडूसर के लिए फायदेमंद भी।
तब कौन चेहरा या कौन कौन से चेहरे इन तीन खानों की जगह ले सकते हैं? अगर किसी अभिनेता को खान अभिनेताओं के जूते पर पैर घुसेड़ने को कहा जायेगा तो मामला मिसफिट का हो जायेगा। कोई अभिनेता हू-ब- हू किसी दूसरे अभिनेता की जगह नहीं ले सकता। मौलिकता बेहद ज़रूरी है। इस लिहाज़ से कुछ चहरे घूमते हैं। इस साल अक्षय कुमार की चार फिल्मों बेबी, सिंह इज़ ब्लिंग, गब्बर इज़ बैक और ब्रदर्स ने ठीक ठाक बिज़नेस किया था। वह खुद को इमेज से हटा कर हिट फ़िल्में देने वाले अभिनेता हैं। यह खासियत किसी सलमान खान या शाहरुख़ खान में नहीं है। ह्रितिक रोशन टॉप पर जा सकते थे। लेकिन, उनका इमेज से न बंधने का इरादा, उनके स्टारडम के आड़े आता है। हालाँकि टॉप ग्रॉसर दस फिल्मों में शेष दो फ़िल्में 'बैंग बैंग' और 'कृष ३' ह्रितिक रोशन की ही हैं। वह खान अभिनेताओं जैसे लोकप्रिय भी हैं। हालाँकि, इस साल रणबीर कपूर 'बॉम्बे वेलवेट' जैसी १०० करोडिया असफलता दे चुके हैं। इसके बावजूद वह सबसे ज़्यादा प्रतिभाशाली और प्रशंसक रखने वाले अभिनेता हैं। अजय देवगन भी विश्वसनीय अभिनेता हैं। जहाँ तक अभिनेताओं की नई खेप का सवाल है. फिलहाल रणवीर सिंह, वरुण धवन, अर्जुन कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, सुशांत सिंह राजपूत, आदि ही विश्वसनीय नाम लगते हैं। रणवीर सिंह और वरुण धवन बड़ी फिल्मों के नायक बन रहे हैं। रणवीर सिंह की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' और वरुण धवन की फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ होगी। ख़ास बात यह है कि जहाँ रणवीर 'बाजीराव मस्तानी' के नायक हैं, वहीँ वरुण धवन 'दिलवाले' में सह नायक हैं। रणवीर सिंह 'दिल धड़कने दो' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म के नायक रहे हैं। परन्तु, वरुण धवन ने इस साल दो हिट फ़िल्में 'एबीसीडी २' और 'बदलापुर' दी है। यह दोनों अभिनेता आगे चल कर अलग अलग भूमिकाओं में पकड़ बना सकते हैं। सुशांत सिंह राजपूत हर प्रकार की फ़िल्में कर रहे हैं। वह हरफनमौला अभिनेता साबित हो सकते हैं। भविष्य में कौन अभिनेता खान तिकड़ी की जगह लेगा, यह बड़ा सवाल है। इसलिए, जवाब मिलने तक खान अभिनेताओं के साथ अक्षय कुमार, ह्रितिक रोशन और अजय देवगन की फिल्मों से ही संतोष करना होगा।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
द साइलंट हीरोज एक इमोशनल एडवेंचर फिल्म है- महेश भट्ट
फिल्म द साइलेंट हीरोज १३ मूक बधिर बच्चों पर आधारित फिल्म। यह फिल्म 11 दिसंबर को रिलीज
होने जा रही है । इस फिल्म की कहानी भावनात्मक तो है ही प्रेरणादायक दी है। फिल्म
के बारे में तफ्सील से बता रहे हैं डायरेक्टर महेश भट्ट। यहाँ बताते चलें कि 'ये' 'वो' महेश भट्ट नहीं है, जो हॉरर फ्रैंचाइज़ी फ़िल्में बनाते हैं। यह महेश भट्ट उत्तराखंड से हैं। उनकी फिल्म 'द साइलेंट हीरोज' की शूटिंग भी उत्तराखंड में ही हुई है। पेश हैं उनसे बातचीत-
द साइलेंट हीरोज जैसा सब्जेक्ट चुनने की वजह?
मैं मूक बधिर बच्चों के एक स्कूल में डाक्यूमेंट्री फिल्म शूट कर रहा था। शूटिंग के दौरान मैंने महसूस किया कि
जिन्हें हम बेचारा या डेफ कहते हैं, वे हमसे ज्यादा समझदार और ज्यादा सक्षम हैं।
उनका दिमाग हमसे कहीं स्ट्रांगली काम करता
है। उनके माता पिता भी उन्हें अलग नजर से देखते हैं। ऐसे में मेरे मन में विचारा
आया कि क्यों न इस सब्जेक्ट पर फिल्म बनाई जाए ताकि लोगों का नजरिया बदले। इनको
देखे तो लोग सिर उठा कर देखे। दूसरी अहम बात मुझे एक साफ सुथरी फिल्म बनानी थी
और इससे बेहतर हो नहीं सकती थी। फिर मैंने सोचा कि क्यों न मैं उत्तराखंड की पृष्टभूमि
पर फिल्म शूट की जाए जिससे उत्तराखंड टूरिज्म को बढ़ावा भी मिले।
द साइलेंट हीरोज जोखिम भरा प्रोजेक्ट नहीं ?
बिलकुल इस फिल्म में सब नॉन स्टार्स काम कर रहे है। न कोई नामी गिरामी
हीरोइन है न हीरो। इसमें सब कुछ नया है । यह एक थीम बेस्ड फिल्म है।
मुझे उम्मीद है यह फिल्म अपना प्रभाव जरूर छोड़ेगी।
फिल्म के 13 मूक बधिर कलाकारों का चुनाव कैसे किया ?
मुझे कुछ मूक बधिक यानि डेफ बच्चों की जरुरत थी। ऐसे में मैं देहरादून के एक
इंस्टीटूट में गया।मैंने अपनी बात
रखी। स्कूल की प्रिंसिपल राजी हो गईं। लेकिन यह इतना सरल भी नहीं था। ऐसे में करीब 6 महीने तक इन बच्चों की कक्षा में जाकर चुपचाप बैठ जाता था और उनको देखता
था की उनका व्यवहार कैसा है, वो
आपस में कैसे बात करते हैं। जब सब कुछ तय हो गया तो सोंच कैमरा वो कैसे फेस
करेंगे। क्योंकि मैं एक्शन बोलूंगा तो उनको तो पता ही नहीं कि एक्शन क्या होता है, उन्हें तो इशारों में बोलना होता था तो तब
एक आदमी कैमरा के नीचे छिप कर उनको इशारो
में समझाता था तब जाकर शूटिंग संभव हो पाई। शूटिंग छह महीने में पूरी हो पाई ।
अपने बाॅलीवुड तक के लम्बे सफर के बारे में कुछ बताएं ?
मुझे इस सफर में लगभग बीस साल हो गए हैं। मैंने उत्तरारखंड के कई ज्वलंत मुद्दों पर छोटी-छोटी
फिल्में बनाई हैं जैसे पर्यावरण, पानी
बचाओ, बालिका शिक्षा, वन प्रबंधन, आदि। मैं इन फिल्मों को जब
गांव-गांव जाकर दिखता था,
उनका रिस्पांस
देखकर मुझे लगता था कि शायद बदलाव आएगा। लेकिन वह बदलाव मुझे दिखा नहीं। इसलिए मैंने अपनी बात बड़े परदे के माध्यम से कहने
की कोशिश की है, ताकि जहां से मेरी आवाज क्षेत्रीय न होकर राष्ट्रीय हो जाए।
फिल्म के लिए क्या रिसर्च की !
करीब डेढ़ साल तक कहानी पर काम किया है । मैंने रिसर्च करने के बाद पाया कि हममें और उनमें बहुत ज्यादा फर्क नहीं है। हमनें फिल्म
में समानता की बात की है। उन्हें जो लोग भी डिसेबल कहते हैं, वह सही नहीं हैं।
फिल्म वास्तिविक
दिखे इसके लिए आपने क्या कुछ किया?
फिल्म में काम कर रहे 13
बच्चे सचमुच में मूक-बधिर ही हैं। ये
दुनिया की पहली फिल्म है जो ओपन कैप्सन के
साथ रिलीज हो रही है, जिससे पहली बार मूक-बधिर बच्चे भी थियेटर
में फिल्म देखने का आनन्द उठा सकेंगे। ये दुनिया भर की डैफ कम्यूनिटी के लिए एक
ग्लोबल फिल्म है। फिल्म को वास्तविकता के करीब ले जाने लिए इसे सिंक साउंड में शूट किया गया है। अर्थात सभी सांउड को लोकेशन में ही रिकार्ड किया गया है। फिल्म की शूटिंग हिमालयी प्रदेश उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्र में की गयी है।
आप
क्या मैसेज देना चाहते हैं?
मैं चाहता हूँ कि समाज इन मूक-बधिर बच्चों को विकलांग
ना समझे, बल्कि यह तो कई मायनों में ये हमसे श्रेष्ठ हैं। इसलिए स्पेशल हैं। इंडीपेंडेट
सिनेमा की ये एक कैम्पेन फिल्म है, जो मनोरंजन के साथ ही एक अलग समाज और संवाद की
दुनिया से परिचय कराती है। यह सन्देश देती है कि अगर ठान लीजिये तो कुछ भी नामुमकिन नहीं ।
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महेश भट्ट,
साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बदलते इंसानी जीवन की यात्रा : ब्लू माउंटेन्स
निर्देशक सुमन गांगुली की फिल्म 'ब्लू माउंटेन्स' इंसान की जीवन यात्रा और संवेगों की तुलना नीले पहाड़ से करती है, जो बदलते मौसम के साथ रंग बदलता है। फिल्म की कहानी रणवीर शोरी के चरित्र ओम के इर्दगिर्द घूमती है। टैलेंट हंट में ओम का चुनाव हो जाता है। वह गायक बनने की प्रक्रिया में है। उधर उसकी पूर्व गायिका माँ अपने अधूरे सपने अपने बेटे पर लादती चली जाती है। इस फिल्म माँ निर्माण राजेश जैन और सरजू कुमार आचार्य ने किया है। इस फिल्म को हैदराबाद में हुए १९वे चिल्ड्रन फिल्म फेस्टिवल में 'ब्लू माउंटेन्स' को गोल्डन एलीफैंट अवार्ड मिला है। इस फिल्म में रणवीर शोरी, ग्रेसी सिंह, राजपाल यादव, यथार्थ रत्नम, सिमरन शर्मा, महेश ठाकुर और ऋषभ शर्मा ने अभिनय किया है। पिछले दिनों, इस फिल्म का प्रेस शो और स्टार मीट आयोजित की गई। जिसमे फिल्म के सितारों के अलावा परीक्षित साहनी भी पहुंचे। 'ब्लू माउंटेन्स' अगले साल रिलीज़ की जाएगी।
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आज जी,
ब्लू माउंटेन्स
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
फिर 'तेरे बिन लादेन---'
२०१० में रिलीज़ राजनीतिक व्यंग्य फिल्म 'तेरे बिन लादेन' स्लीपर हिट फिल्म साबित हुई थी। वॉकवाटर मीडिया की ६ करोड़ के मामूली बजट से बनी इस फिल्म ने १५ करोड़ का बिज़नेस किया था । अभिषेक शर्मा निर्देशित यह फिल्म आज भी श्रेष्ठ व्यंग्य फिल्मों में शुमार की जाती है। अब एक बार फिर, वॉकवाटर मीडिया और अभिषेक शर्मा की जोड़ी अगले साल १९ फरवरी को इस फिल्म का सीक्वल 'तेरे बिन लादेन- डेड ऑर अलाइव' ले कर आ रही है। २०१० की फिल्म में रिपोर्टर की भूमिका करने वाले अली ज़फर इस बार ख़ास भूमिका में होंगे। मुख्य भूमिका में मनीष पॉल और सिकंदर आ गए हैं। अभिनेता प्रद्युम्न सिंह ने पिछली फिल्म में ओसामा बिन लादेन के हमशक्ल नूरा की हास्य भूमिका की थी। इस बार भी वह इसी अवतार में नज़र आएंगे।पिछले दिनों फिल्म 'तेरे बिन लादेन- डेड ऑर अलाइव' का फर्स्ट लुक रिलीज़ हुआ। इस मौके पर निर्देशक अभिषेक शर्मा ने अपनी फिल्म को ओरिजिनल सीक्वल फिल्मों में से सबसे ज़्यादा ओरिजिनल फिल्म बताया। वह कहते हैं, "यह पहली ऎसी सीक्वल फिल्म है, जिसकी कहानी पहली फिल्म की कहानी से जुडी हुई है, लेकिन ठीक उसी जगह से नहीं शुरू होती, जहाँ पहली फिल्म ख़त्म हुई थी। आप इस फिल्म को परंपरागत सीक्वल फिल्म नहीं कह सकते।" फिलहाल, 'तेरे बिन लादेन- डेड ऑर अलाइव' की टीम को फिल्म की रिलीज़ के बाद दर्शकों के रिस्पांस का इंतज़ार है। क्या पहली फिल्म की तरह सीक्वल फिल्म भी हिट होगी ? वैसे पहली फिल्म के कारण दूसरी फिल्म से उम्मीदें ज़्यादा बन जाती हैं। फिल्म का वितरण अनुराग कश्यप की कंपनी फैंटम फिल्म कर रही है।
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अनुराग कश्यप,
अभिषेक शर्मा,
तेरे बिन लादेन,
फैंटम फिल्म्स,
ये ल्लों !!!
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Thursday, 10 December 2015
अनिल कपूर द्वारा कबीर बेदी के प्रतिष्ठित अंतराष्ट्रीय टीवी धारावाहिक 'संदोकन' की डीवीडी हुई लांच
भारत के पहले अंतरष्ट्रीय अभिनेता कबीर बेदी ने अपने विश्व विख्यात टीवी धारावाहिक की डीवीडी सेट भारत में लांच किया हैं।
सुपर हिट अंतराष्ट्रीय टीवी सीरीज 'संदोकन' में कबीर बेदी ने मुख्य भुमिका निभाई है। 70 के दशक में यह सीरीज यूरोप और लैटिन अमेरिका में तूफ़ान की तरह छाई हुई थी। इसी 6 घंटे की सीरीज को हिंदी में डब करके डीवीडी के रूप में रिलीज़ किया जा रहा है। 'संदोकान' जैसे महाकाव्य साहसिक और रोमांस नाटक की डीवीडी बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अनिल कपूर द्वारा लांच किया गया। अन्तर्ष्टीय टीवी शो '24' के रीमेक को भारत तक लाने वाले अनिल कपूर ने इस मौके पर 'संदोकन' और कबीर बेदी का समर्थन करते हुए इस महफ़िल की शोभा बढ़ाई ।
'संदोकन' एशियाई राजकुमार की कहानी है जो अपने देश और प्रेमिका को ब्रिटिश साम्राज्य से मुखता करने के लिए समुद्री डाकू बन जाता है, जिसकी भूमिका कबीर बेदी ने निभाई है। यह साहसिक, कार्रवाई, दोस्ती, विश्वासघात और एक असंभव प्रेम-कहानी की गाथा है।इस शो ने कबीर बेदी को रात को रात इटली, फ्रांस और जर्मन जैसे महाद्वीपों का सुपरस्टार बना दिया था और लैटिन अमेरिका में एक नया रिकॉर्ड कायम किया था।
भारत देश के पहले अंतरष्ट्रीय अभिनेता कबीर बेदी को हाल ही में उनके यूरोपियन टीवी शो 'संदोकान' के लिए 'रोम फिक्शन टीवी फेस्टिवल' में सम्मानित किया गया है। कबीर बेदी भारत के पहले अभिनेता है जिन्होंने विदेशों में अपनी लोकप्रियता हासिल की है। कबीर 'ऑक्टोपस्सी' और 'बोल्ड एंड द ब्यूटीफुल' जैसी कई हॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं। यह 'संदोकन' ही था ही था जिसने कबीर बेदी के एक्टिंग करियर में चार चांद लगा दिए। 40 वर्ष बीतने बाद भी इस शो लोकप्रियता आज भी बरकरार है। यह टीवी सीरीज एमिलो सलगरी के काल्पनिक किरदार पर आधारित है। 'संदोकन' के इस कलेक्टर्स एडिशन के डीवीडी सेट में दर्शकों के लिए ख़ास हिंदी डब हुई 'संदोकान' टीवी सीरीज के डीवीडी के साथ 'संदोकन' के लिए रचा गया हिंदी गाना भी है।
इस अवसर पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कबीर बेदी ने कहा है ' मुझे बेहद ख़ुशी है की मेरे भारत देश वो चीज़ देखने का अवसर मिलेगा जिसने मुझे एक अंतराष्ट्रीय सितारा बना दिया। यह मेरे विरासत का हिस्सा है। मै भारत में 'संदोकन' को स्वतंतरा रूप से रिलीज़ कर रहा हूँ। आज की इस आधुनिक युग में मै 'इ कॉमर्स' और डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से संदोकान को लोगों तक पंहुचा रहा हूँ।
इस समारोह में मौजूद अभिनेता अनिल कपूर ने कहा है ' मै बचपन से ही कबीर बेदी जी का सच्चा प्रशंशक हूँ। मुझे गर्व है की कबीर जी जैसे महान व्यक्ति मेरे मित्र हैं। मै उनके व्यक्तित्व और आवाज़ का बहुत बड़ा फैन हूँ। उन्होंने सिर्फ अंतराष्ट्रीय जगत में नाम ही नहीं कमाया बल्कि आणि वाली पीढ़ी के लिए अंतरष्ट्रीय जगत का दरवाज़ा खोला है। मुझे बेहद गर्व है की विश्वविख्यात टीवी शो 'संदोकान' भारत में लांच किया जा रहा है।
प्रतिष्ठित 'संदोकन' सीरीज के ट्रेलर को कबीर बेदी के यूट्यूब चैनल, फेसबुक और ट्विटर पर देखा जा सकता है। 'संदोकन' के कलेक्टर्स एडिशन के डीवीडी बॉक्ससेट एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी वेब्सीटेस से भी खरीदा जा सकता है। इन डीवीडी को हंगामा से किराया पर भी लिया जा सकता है।
नोट : कबीर बेदी 1982 के बाद से, 30 से अधिक वर्षों के लिए ऑस्कर अकादमी के मतदान सदस्य और इटैलियन गणराज्य के एक शूरवीर है। कबीर बेदी अब कैवलिएर कबीर बेदी हैं।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड हस्तियों को पसंद आई 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस'
हाल ही में रिलीज़ हुई अंतराष्ट्रीय विख्यात निर्देशक पैन नलिन की फिल्म 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' केवल समीक्षकों और दर्शकों को ही नहीं बल्कि बॉलीवुड हस्तियों को भी खूब पसंद आरही हैं। 4 दिसंबर को रिलीज़ हुई फिल्म 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' सोशल मीडिया पर जमकर तारीफें हो रही हैं। बॉलीवुड हस्तियां भी इस फिल्म की तारीफ करने में पीछे नहीं हैं। जॉन अब्राहम, रणवीर सिंघ, कबीर खान, मिनी माथुर, अरशद वारसी, जावेद अख्तर, शेखर कपूर, वहीदा रेहमान, शोभा डे, आयुष्मान खुराना, राकेश मेहरा, आर बल्कि और कल्कि कोएच्लिन जैसे कई बॉलीवुड हस्तियों की सोशल मीडिया पर अपनी राय रखते हुए इस फिल्म की बहुत तारीफ की है।
जॉन अब्राहम ने कहा है 'फिल्म एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' सुंदर और निर्भीक फिल्म है इससे ज़रूर देखें।'
रणवीर सिंघ ने फिल्म देखने के बाद कहा है 'फिल्म बहुत ही शानदार है। इस फिल्म को तहे फिल्म से देखना चाहिए। सभी लड़कियों के कमाल का अभिनय किया है।'
आयुष्मान खुराना ने कहा है 'फिल्म एंग्री 'इंडेन गौड़ेसेस' एक ऐसी फिल्म है जो जैविक होने साथ ही वर्त्तमान पर आधारित है और आपको सोचने पर ज़रूर मजबूर कर्देगी।'
जावेद अख्तर के कहा है 'आज तक हिंदी सिनेमा में ऐसा कुछ देखने नहीं मिला है जो फिल्म 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' में है. फिल्म का थीम बहुत ही शानदार है।'
वहीदा रेहमान जी ने कहा है' मुझे यह फिल्म बहोत ही पसंद आई है। मै सभी को यह फिल्म देखने के लिए आग्रह करुँगी। सभी अभनेत्रियों ने शानदार काम किया है।'
आर बाल्की ने कहा है 'इतने सालों में मैंने अबतक ऐसी बेहतरीन फिल्म नहीं देखि थी। उम्मीद करता हूँ सेंसर बोर्ड इस फिल्म पर ज़्यादा सकती न दिखाई। मै फिल्म 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' का फैन बन गया हूँ।
राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने कहा है 'मेरे ख्याल से आज के युग के लिए यह बहुत है महत्वपूर्ण फिल्म है। इस फिल्म में आपको हँसाने और रुलाने की क्षमता है। फिल्म का म्यूजिक लाहजवाब है।'
कल्कि कोएच्लिन ने कहा है 'यह बहुत ही दमदार फिल्म है। फिल्म की हर एक अदाकारा में आश्चर्यजनक अभिनय किया है। फिल्म को देखके वक़्त आप इस फिल्म की कहानी में कब खो जाओगे पता नहीं चलेगा। यह फिल्म हर वो बात का जिक्र करती है जिनसे आज के दौर की महिलाऐं गुज़र रही हैं।'
गौरी शिंदे ने कहा है 'मेरे लिए इस वर्ष सबसे बेहतरीन फिल्म 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' है। फिल्म देखने के बाद मै बिलकुल हैरान रह गयी। सभी अदाकाराओं ने शानदार काम किया है , काश मई भी इन अभिनेत्रियों के साथ काम कर पाती।
अरशद वारसी ने कहा है ' सभी का अभिनय बहुत ही शानदार है। मैंने अबतक ऐसा काम केवल हॉलीवुड फिल्मों में ही देखा है। यहाँ सभी ने किरदार निभाया नही बल्कि उस किरदार को जिया है। '
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आखरी बार प्रस्तुत होगा 70 एमएम कल्चर फिल्म द हेटफुल एट' के ज़रिए
ऑस्कर विजेता निर्देशक 'क्वेंटिन टारनटिनो' द्वारा लिखित और निर्देशित फ़िल्म 'द हेटफुल एट' को प्रायोगिक फिल्म कहा जा सकता है। क्योंकि, इस फ़िल्म को ७० ऍम ऍम फ़िल्म प्रोजेक्शन तकनीक पर शूट किया गया है। जो लुप्त हुए इस खूबसूरत कल्चर को ज़िंदा करने का एक बेहद संजीदा प्रयास है।यह फ़िल्म उन पाश्चात्य फिल्मों की उस प्रथा की तरह है जिसमे वह पले बढे हैं। सिविल वॉर के चलते व्योमिंग की प्रष्ठभूमि में गुथी यह फ़िल्म ऐसे इनामी शिकारियों की कहानी है जो एक बहुत बड़ी साजिश में फंस जाते हैं।
हाल ही में एक बातचीत में सैमुअल एल जैक्सन ने इस फ़िल्म की मेकिंग के बारे में बातचीत की, " द हेटफुल एट 70 ऍम ऍम पर शूट की गयी है,जो हमें 50 और 60 के दशक की फिल्मों के दौर में ले जाती है जैसे कि ओखलम और बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर शोले।" क्वेंटिन टारनटिनो ने भी 70 ऍम ऍम को चुने जाने का कारण हमारे साथ साझा किया, " मैं इस फ़िल्म के द्वारा उस पुरानी कहावत को तोडना चाहता हूँ जो यह कहती है कि 70 ऍम ऍम सिनेमा सिर्फ यात्रा विवरण के लिए है' जो कहती है कि यह तकनीक सिर्फ लॉरेंस ऑफ़ अरेबिया, पहाडी द्रश्यों और रेगिस्तानों द्रश्यों को ही शूट करने के लिए है।इन सारी कही सुनी बातों पर मेरा सिर्फ एक ही जबाब है।'नहीं'।जब आप बन्द जगहों पर भी 70 ऍम ऍम से शूट करते हो तो द्रश्य ज़्यादा अंतरंग नज़र आते हैं।पहले से कही ज़्यादा जीवंत और संजीदे।यह तकनीक सिर्फ सीनरी को शूट करने के लिए नहीं है बल्कि इससे बड़ी बड़ी फ़िल्मी सीक्वेंस शूट की जा सकती हैं।" निर्देशक टारनटिनो और सैमुअल जैक्सन की ज़बरदस्त जोड़ी, जानदार कहानी और 70mm पर एक निश्चित अल्ट्रा वाइड अनुपात इस फ़िल्म को देखने योग्य बनाता है। यह फ़िल्म पीवीआर पिक्चर्स द्वारा 15 जनवरी 2016 को भारत में रिलीज होने को पुरी तरह तैयार है।
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Wednesday, 9 December 2015
एंग्री इंडियन गॉडेसस पर चली सेंसर की कैंची
भारत की पहली महिला मित्रता फिल्म 'एंग्री इंडियन गौड़ेसेस' भारत में रिलीज़ से पहले ही 60 देशों में बेचीं जा चुकी है। लेकिन, भारत में इस फिल्म पर सेंसर बोर्ड की खूब कैंची चली है। फिल्म के कई सीन काट दिए गए हैं। फिल्मों में महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किये गए अभिशाप शब्द हटा दिए गए हैं। जबकि हाल ही रिलीज़ हुई फिल्म में पुरूषों द्वारा इस्तेमाल किये गए अभिशाप शब्दों को ना काटते हुए 'ए' सर्टिफिकेट दे दिया गया है। इतना ही नहीं इस फिल्म में 'माल', 'आदिवासी' और 'इंडियन फिगर' जैसे शब्दों को फिल्म से निकल दिया गया है। जो फिल्म पूरी दुनिया द्वारा सराही जा रही है, उस फिल्म को अपने ही देश में रिलीज़ के लिए कठनाईओं से गुज़रना पड़ रहा है। इन सब के अलावा सबसे अहम बात इस फिल्म में देवियों (गॉडेस) की तस्वीरों को धुंधला कर दिया गया है। बताते हैं कि एक बरगी सेंसर बोर्ड ने तो इस फिल्म के नाम से 'गौड़सेसेस' शब्द को भी हटाना को कह दिया था, लेकिन फिर फिल्म के टाइटल पर कोई कैंची नहीं चली है। फिल्म एंग्री इंडियन गौड़ेसेस के प्रोडूसर गौरव ढींगरा ने इस बारे में बताया, "सेंसर बोर्ड ने हमे इस फिल्म में जितने भी सीन काटने को कहा हैं, वह सब हास्यास्पद हैं। इन्हे फिल्म से हटाने की कोई वजह ही नहीं है । फिल्म में कई शब्दों को म्यूट किया गया है, जबकि उन दृश्यों में उन शब्दों का होना ज़रूरी है। मुझे समझ नहीं आता जिस फिल्म को पूरी दुनिया पसंद कर रही है उसी फिल्म को अपने ही देश में रिलीज़ के लिए मुश्किलों का सामना क्यों करना पड़ रहा है। क्या हमारा सेंसर सेंसर बोर्ड महिलाओं को अपनी आवाज़ उठाने का मौका नहीं देना चाहता है।" इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने १६ कट के साथ पारित कर दिया है।
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Tuesday, 8 December 2015
पाकिस्तानी मावरा की बॉलीवुड फिल्म
निर्देशक जोड़ी राधिका राव और विनय सप्रू की ८ जनवरी २०१६ को रिलीज़ होने जा रही फिल्म 'सनम तेरी कसम' एक रोमांस फिल्म है। इस फिल्म से नवोदित हर्षवर्द्धन राने का बॉलीवुड डेब्यू हो रहा है। यह फिल्म कुछ ख़ास इसलिए है कि फिल्म में हर्षवर्द्धन के साथ रोमांटिक जोड़ी मावरा हुसैन की है। मावारा पाकिस्तानी टीवी सीरियल की एक्ट्रेस हैं। वह पिछले दिनों उस समय पाकिस्तान के साथ साथ पूरे हिंदुस्तान में चर्चित हो गई थी, जब उन्होंने सैफअली खान की फिल्म 'फैंटम' को पाकिस्तान में रिलीज़ न होने देने के लिए पाकिस्तान के अधिकारीयों और फिल्म इंडस्ट्री की ट्विटर पर आलोचना की थी। इस पर पूरे पाकिस्तान में बवाल मच गया था। मावरा की आलोचना करने वाले जहाँ उन्हें हिंदुस्तान चले जाने और पाकिस्तान फिल्म इंडस्ट्री से मावरा को बेदखल करने की वकालत कर रहे थे, वहीँ काफी ऐसे थे जो उनकी पीठ थपथपा रहे थे। पाकी फिल्म इंडस्ट्री के कुछ बड़े लोगों के द्वारा विरोध पर उतरने से मावरा थोड़ा सहमी ज़रूर। लेकिन उन्होंने बिना पीछे हटे उनका विरोध ज़ारी रखा। 'सनम तेरी कसम' उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म है। नीचे फिल्म का फर्स्ट लुक देखा जा सकता है।
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मलैका और अरबाज़ का ‘पॉवर’ डेब्यू
सलमान खान के भाई और
भाभी से ज्यादा मशहूर अरबाज खान और मलैका अरोरा खान की जोड़ी १२ दिसम्बर की रात
अपना टेलीविज़न डेब्यू कर लेगी। यह दोनों सोनी टेलीविज़न पर प्रसारित होने जा रहे
रियलिटी शो पॉवर कपल के द्वारा पहली बार टीवी पर एक साथ इस शो को होस्ट करते नज़र
आयेंगे। यह रियलिटी शो दूसरे नाटकीय शो से इस लिहाज़ से अलग है कि इसमे हिस्सा लेने
वाली १० जोड़ियों को अपने प्यार की परीक्षा से गुजरना होगा। टेलीविज़न पर एक साथ या
अलग अलग काम कर रही या कर चुकी इन जोड़ियों को यह साबित करना होगा कि वह अपने प्यार
के लिए किस हद तक जा सकते हैं। यह दस जोड़ियाँ प्रत्युषा बनर्जी- राहुल राज सिंह,
नवेद जाफरी- सईदा, जेसी रंधावा- संदीप सोपारकर, अपूर्व अग्निहोत्री- शिल्पा सकलानी, आमिर अली- संजीदा शेख, डेलनाज़ ईरानी- पर्सी करकरिया, सलिल अंकोला- रिया बनर्जी, शावर अली-मार्सेला, अश्मित पटेल- महक चहल और राहुल देव- मुग्धा गोडसे
की हैं। इन सेलिब्रिटीज के साथ गुडगाँव के कृतिका और विशाल की जोडी आम कपल बन कर
इन सेलिब्रिटीज के साथ ख़ास बन जायेंगे। इस शो के लिए गोवा में एक खूबसूरत विला का
निर्माण किया गया है। यह सभी रोमांटिक जोड़े पूरे सीजन इस विला में रहेंगे और
दर्शकों के सामने हर सप्ताह अपने प्यार की परीक्षा देने आते रहेंगे।
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हैरिसन फोर्ड ही होंगे इंडिआना जोंस !
इस साल के शुरू में मशहूर
फ्रैंचाइज़ी इंडियन जोंस का पांचवां सीक्वल बनाए जाने की अफवाहें थी। कहा गया कि
डिज्नी की नज़रे ओरिजिनल इंडिआना जोंस हैरिसन फोर्ड के बदल के लिए गार्डियनस ऑफ़ गैलेक्सी और जुरैसिक वर्ल्ड के अभिनेता क्रिस प्राट पर टिकी हुई थी। हालाँकि,
उसी समय क्रिस ने इन अफवाहों का यह कहते हुए खंडन कर दिया था कि उनसे कभी इंडिआना
जोंस के लिए संपर्क नहीं किया गया। लेकिन, इंडिआना जोंस ५ बनाए जाने की खबरों को
किसी ने नहीं नकारा। इसलिए, यह अफवाह भी बनी रही कि जब भी इंडिआना जोंस ५ बनेगी,
पुरातत्ववेत्ता डॉक्टर हेनरी ‘इंडिआना’ जोंस जूनियर का किरदार हैरिसन फोर्ड नहीं
कर रहे होंगे। लेकिन, एक इंटरव्यू में इंडिआना जोंस के डायरेक्टर स्टीवन
स्पीलबर्ग ने इन सभी अफवाहों को नकार दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि ‘मैं नहीं सोचता
कि इंडी के किरदार में कोई हैरिसन फोर्ड की जगह ले सकता है। मेरा कोई ऐसा इरादा
भी नहीं है कि स्पाइडर-मैन और बैटमैन की तरह इंडिआना जोंस भी कोई दूसरा एक्टर करे।’ हालाँकि, इसमे भी कोई शक नहीं कि इंडिआना जोंस का किरदार करने वाले हैरिसन फोर्ड
अकेले एक्टर नहीं। इंडिआना जोंस सीरीज की पहली फिल्म ‘रेडर्स ऑफ़ द लॉस्ट आर्क
१९८१ में रिलीज़ हुई थी। फिल्म में इंडिआना जोंस की भूमिका में पहली बार हैरिसन
फोर्ड नज़र आये और दर्शकों के दिलो दिमाग पर छा गए। इसके बाद तीन अन्य फ़िल्में ‘इंडिआना
जोंस एंड द टेम्पल ऑफ़ डूम’ (१९८४), ‘इंडिआना जोंस एंड द लास्ट क्रूसेड’ (१९८९) और ‘इंडिआना
जोंस एंड द किंगडम ऑफ़ द क्रिस्टल स्कल’ (२००८) रिलीज़ हुई। इन चारों फिल्मों में
इंडिआना जोंस हैरिसन फोर्ड ही थे। लेकिन, द लास्ट क्रूसेड में रिवर फ़ीनिक्स ने
युवा इंडिआना जोंस का किरदार किया था। १९९२ की टीवी सीरीज ‘द यंग इंडिआना जोंस
क्रॉनिकलस’ में सीन पैट्रिक फ्लानेरी इंडिआना जोंस के युवा अवतार में थे। इस
लिहाज़ से इंडिआना जोंस के हैट में किसी दूसरे एक्टर का सर घुसाने की गुंजायश है। लेकिन,
स्टीव स्पीलबर्ग के बाद प्रोडूसर फ्रैंक मार्शल के द्वारा भी नकारे जाने के बाद
हैरिसन फोर्ड के बदल की अफवाहों पर विराम लग जाना चाहिए। डिज्नी ने इंडिआना जोंस
फ्रैंचाइज़ी पर फिल्म बनाने के अधिकार दिसम्बर २०१३ में ही खरीद लिए थे। पर यह
स्टूडियो फिलहाल तो स्टार वार्स सीरीज की सातवीं फिल्म की रिलीज़ को लेकर काफी
व्यस्त है। वैसे अन्दर खाने चर्चा है कि इंडिआना जोंस ५ खालिस कल्पना नहीं रह गई
है। यह फिल्म ज़रूर बनाई जायेगी, चाहे हैरिसन फोर्ड के साथ या उनके बिना।
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Monday, 7 December 2015
करीना कपूर का कॉर्पोरेट लुक
आर बाल्की की फिल्म 'की एंड का' में करीना कपूर का लुक सोशल मीडिया में जारी होते ही काफी चर्चित हो गया। 'की एंड का' में करीना कपूर एक कॉर्पोरेट वुमन के किरदार में हैं। ऐसे में उन्होंने अपने किरदार के अनुरूप पेंट सूट, शर्ट्स, पेंसिल स्कर्ट्स, आदि पहने हैं। सोशल मीडिया में उनके ऐसे ही कुछ लुक्स वाली तस्वीरें जारी हुई हैं। इन तस्वीरों को देख कर करीना कपूर के प्रशंसक खुश हैं ही, इंडस्ट्री भी उन्हें सराह रही है। सूत्र बताते हैं कि इन तस्वीरों को देख कर एक क्लोथिंग ब्रांड ने अभिनेत्री करीना कपूर को न्यू क्लोथिंग लाइन एंडोर्स करने की पेशकश की है। यह क्लोथिंग लाइन वर्किंग वीमेन और जो महिलाये कॉर्पोरेट जगत में है, उनके वर्क प्लेस के अनुरूप होगी । चूंकि, दर्शको ने करीना कपूर को पहले कभी बिज़नेस वूमेन के किरदार में नहीं देखा है। इसलिए करीना कपूर का यह अवतार दर्शकों में उत्सुकता पैदा कर रहा है, इसे देखते हुए ख़ास ब्रांड को लग रहा है कि उनके उत्पाद की एडवरटाइजिंग के लिए यह बेहतरीन मौका है। इस तरह से वह अपने टारगेट ऑडियंस तक पहुँच सकेंगे । इसी लिए ब्रांड करीना के फिल्म "की एंड का" के लुक को एनकॅश करना चाहता है ।
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ये ल्लों !!!
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Sunday, 6 December 2015
Appu Trilogy
Appu Trilogy restored
An Act of Faith: Saving the Apu Trilogy
Find out how the legendary movie trilogy by Oscar recipient Satyajit Ray was saved from near destruction by the Academy Film Archive, The Criterion Collection, and L'Immagine Ritrovata.
Posted by The Academy on 30 नवंबर 2015
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विन डीजल के साथ दीपिका पादुकोण की ट्रिपल एक्स मूवी
बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल के साथ ट्रिपल एक्स फिल्म करने की खबर हैं। खुद दीपिका पादुकोण ने अपने फेस बुक पेज पर अपनी विन डीजल का आलिंगन करती फोटो पेस्ट करते हुए यह सूचना दी। यहाँ बताते चलें कि ट्रिपल एक्स (एक्सएक्सएक्स) २००२ में रिलीज़ अभिनेता विन डीजल की फिल्म की तीसरी कड़ी है। 'एक्सएक्सएक्स' में अभिनेता विन डीजल ने तेज़ रफ्तार स्पोर्ट्स कार चलाने वाले और खतरनाक स्टंट के खिलाड़ी जेंडर केज का किरदार किया था। यह धुंआधार एक्शन और हैरतअंगेज स्टंट से भरपूर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त हिट हुई थी। दीपिका पादुकोण ने विन डीजल के साथ इस फिल्म को शायद इसी लिए मंज़ूरी दी कि उन्होंने विन डीजल के साथ 'फ्यूरियस ७' के प्रस्ताव को नामंज़ूर कर दिया था। दुनिया जानती है कि 'फ्यूरियस ७' हॉलीवुड की बड़ी हिट फिल्मों में शुमार की गई। दीपिका इस फिल्म को स्वीकार अपनी फ्यूरियस ७ वाली गलती सुधारती लगती है। लेकिन, यहाँ दीपिका पादुकोण को यह नहीं भूलना चाहिए कि फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों की तरह 'एक्सएक्सएक्स सीरीज उतनी सफल नहीं हुई है। एक्सएक्सएक्स सीरीज की दूसरी फिल्म 'एक्सएक्सएक्स: स्टेट ऑफ़ यूनियन' को बॉक्स ऑफिस पर खराब रिस्पांस मिला था। स्टेट ऑफ़ यूनियन में न तो विन डीजल थे, न ही डायरेक्टर रॉब कोहेन। 'स्टेट ऑफ़ यूनियन' के नायक आइस क्यूब थे और फिल्म का निर्देशन ली तमहोरी कर रहे थे। अब इस तीसरी एक्सएक्सएक्स में विन डीजल वापसी कर रहे हैं। इसी साल अगस्त में विन डीजल ने अपने प्रशंसकों को इंस्टाग्राम पेज पर इसकी सूचना दी थी। दीपिका पादुकोण के साथ विन डीजल की फिल्म का नाम 'एक्सएक्सएक्स: जेंडर केज रिटर्न्स' है । सूत्र बताते हैं कि तीन चार दिन पहले दीपिका पादुकोण इस फिल्म के सिलसिले में विन डीजल से मिलने अमेरिका गई थी। अब चूंकि, दीपिका पादुकोण ने खुद यह खबर दी हैं तो साफ़ है कि वह आखिरकार विन डीजल की नायिका बनने में कामयाब हुई। लेकिन, सवाल यह है कि विन डीजल के साथ दीपिका क्या करेंगी ? बॉलीवुड एक्शन फिल्मों में ही अभिनेत्री के करने के लिए सिर्फ अपनी सेक्स अपील का प्रदर्शन करना होता है। हॉलीवुड को तो उत्तेजक सेक्स सींस की दरकार होती है। अब देखिये न बॉलीवुड की एक दूसरी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा अमेरिका की टीवी सीरीज 'क्वांटिको' में क्या कर रही है। शायद वैसा ही कुछ दीपिका को भी करना होगा। जहाँ तक स्टंट की बात है वह या तो डीजल करेंगे या दीपिका के लिए वायर करेंगे। फिलहाल तो इंतज़ार करिये 'जेंडर केज रिटर्न्स' से जुडी अन्य खबरों का।
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Saturday, 5 December 2015
गंजे अवतार में प्रोफर्सोर एक्स और लेक्स लूथर
पूरी दुनिया के दर्शकों के लिए सुपर हीरो फिल्मों के प्रोफेसर एक्स और लेक्स लूथर के किरदार जाने पहचाने हैं। अगले साल रिलीज़ होने जा रही फिल्मों में यह किरदार गंजे अवतार में नज़र आएंगे। २५ मार्च २०१६ को रिलीज़ होने जा रही दो सुपर हीरो के टकराव वाली फिल्म 'बैटमैन वर्सेस सुपरमैन : डॉन ऑफ़ जस्टिस में जेसी आइजनबर्ग सुपर विलेन लेक्स लूथर के किरदार में नज़र आएंगे। इस किरदार में जेसी का सर बिलकुल सफाचट होगा। हालाँकि, अब तक इस फिल्म के लिए जेसी के जितने फोटोज रिलीज़ हुए हैं, उनमे जेसी लाल भूरे झबरे बालों में दिखाई दिए थे। हो सकता है कि फिल्म में जेसी के दोनों रूप देखने को मिले। इसी प्रकार से 'एक्स-मेन : अपोकलीप्स' का प्रोफेसर एक्स का किरदार भी गंजा नज़र आएगा। एक्स- मेन सीरीज की २००२ में रिलीज़ पहली फिल्म 'एक्स-मेन' में पैट्रिक स्टीवर्ट ने बूढ़े प्रोफेसर एक्स का किरदार किया था। उस समय वह प्रोफेसर एक्स के गंजे अवतार में थे। एक्स- मेन सीरीज की प्रीक्वेल फिल्मों में प्रोफेसर एक्स का किरदार अभिनेता जेम्स मैकवॉय ने किया था । इन फिल्मों में वह हमेशा बालों के साथ दिखाए गए थे। लेकिन, खुद जेम्स ने रहस्य खोला है कि वह 'अपोकलीप्स' में प्रोफेसर एक्स के गंजे अवतार में होंगे। इस फिल्म में अपोकलीप्स का ताकतवर किरदार अभिनेता ऑस्कर इसाक कर रहे हैं।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
टूट गया 'अवेंजर्स २' का रिकॉर्ड
अगले साल की गर्मियों में रिलीज़ होने जा रही मार्वेल की फिल्म 'कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर' के पहले ट्रेलर ने ऑनलाइन रिलीज़ के बाद नया विश्व रिकॉर्ड कायम कर दिया है । इस ट्रेलर को रिलीज़ के २४ घंटों के अंदर ६.१० करोड़ दर्शकों ने देख लिया था। कैप्टेन अमेरिका फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म 'सिविल वॉर' से पहले मार्वेल की ही फिल्म 'अवेंजर्स एज ऑफ़ अल्ट्रान' के ट्रेलर को चौबीस घंटों के अंदर कीर्तिमान ३.४ मिलियन दर्शकों द्वारा देखा गया था। मार्वेल के सूत्र बताते हैं कि दर्शक इस फिल्म के नए ट्रेलर का बड़े परदे पर आनंद १८ दिसंबर को रिलीज़ होने जा रही फिल्म 'स्टार वार्स : द फ़ोर्स अवकेंस' के साथ ले सकते हैं। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि 'कैप्टेन अमेरिका : सिविल वॉर' का दूसरा ट्रेलर कब तक जारी होगा। लेकिन, जैसी की परंपरा है, इसका दूसरा ट्रेलर फरवरी में सुपर बाउल के दौरान रिलीज़ हो सकता है। वैसे इस रिकॉर्ड ब्रेकिंग कारनामे पर शंकाएं भी उठाई जा रही हैं। कारण यह है कि १८ दिसंबर को जिस फिल्म 'स्टार वार्स : द फ़ोर्स अवकेंस' के साथ 'सिविल वॉर' का ट्रेलर रिलीज़ होना है, उस फिल्म के फाइनल ट्रेलर को ऑनलाइन २४ घंटों में ११.२० करोड़ दर्शकों द्वारा देखा गया था। इसलिए, सवाल यह पूछा जा रहा है कि सिविल वॉर ने किस फिल्म के ट्रेलर का रिकॉर्ड तोड़ा ! क्योंकि, द फ़ोर्स अवकेंस के ट्रेलर को तो ११ करोड़ से ज़्यादा दर्शकों द्वारा देखा गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि मार्वेल का इशारा सुपर हीरो फिल्म के रिकॉर्ड की और रहा होगा।
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हॉलीवुड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा अनुभव था - दिव्यज्योति शर्मा
निर्देशक जयंत गिल्टार की फिल्म 'चाक एंड डस्टर' छात्रों और अध्यापकों के बीच संवाद की कमी पर है। इस फिल्म में जूही चावला, शबाना आज़मी, दिव्या दत्ता, उपासना सिंह, आर्य बब्बर, समीर सोनी, आदि फिल्म और टीवी के कलाकार अभिनय कर रहे हैं। इसी फिल्म में अभिनेत्री दिव्यज्योति शर्मा एक क्रिस्चियन टीचर मिसेज़ पिंटो का किरदार कर रही हैं। पेश फिल्म में काम कर रहे कलाकारों के साथ दिव्यज्योति के अनुभव और रोल पर एक संक्षिप्त बातचीत-
फिल्म की कहानी क्या है ?
यह फिल्म टीचर और स्टूडेंट्स के कम्युनिकेशन को लेकर है। यह उन समस्याओं को उजागर करती है, जो एजुकेशन सिस्टम में बार बार किये जा रहे बदलाव के कारण पैदा होती है।
फिल्म में आपका रोल क्या है ?
मैं इस फिल्म में एक क्रिस्चियन टीचर मिसेज पिंटो का रोल कर रही हूँ। यह रोल करना मेरे लिए चुनौती जैसा था, क्योंकि, यह रोल मेरी उम्र से कहीं ज़्यादा उम्र की टीचर का था। लेकिन, मैंने इस रोल को आत्मसात कर कैमरे के सामने कर दिया ।
फिल्म में कई बड़े कलाकार है ! उनके साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा ?
इतने बड़े कलाकारों के साथ काम करना मेरे जीवन का गौरवपूर्ण अनुभव था। शुरू में मुझे लगा कि यह थोड़ा मुश्किल होगा। लेकिन, सेट पर मुझे इन लीजेंड एक्टरों ने गर्मजोशी से लिया। इससे मैं गदगद हो गई।
जूही चावला, शबाना आज़मी, दिव्या दत्ता, आदि फिल्मों के अनुभवी एक्ट्रेस हैं। इनसे आपको कुछ सीखने को मिला ?
इंडस्ट्री के इन अनुभवी और प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ काम करके मुझे अभिनय कला की गहराइयों से परिचित होने का मौका मिला। किसी चरित्र की ख़ास नुक्तों को समझना और उसके अनुसार कैसे अभिनय करना है, मैंने इन्ही लोगों से सीखा। मेरे लिए इतनी बड़ी कास्ट के साथ फिल्म करना स्वप्न के सच होने के समान था।
अपने अब तक भिन्न रोल किये हैं। और दर्शकों ने इन्हे पसंद भी किया है। क्या दर्शक मिसेज पिंटो के किरदार को भी उतना ही पसंद करेंगे ?
मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरी प्रौढ़ टीचर की भूमिका दर्शकों को पसंद आयेगी।
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साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कभी अक्षय कुमार का हुआ करता था क्रिसमस वीकेंड !
इस साल, १८ दिसंबर को बॉक्स ऑफिस पर दिलचस्प मुक़ाबला है। संजयलीला भंसाली और उनके कभी के प्रिय एक्टर शाहरुख़ खान की फ़िल्में आमने सामने होंगी । हालाँकि, यह दोनों फ़िल्में १८ दिसंबर को रिलीज़ हो रही हैं, लेकिन निगाहें क्रिसमस वीकेंड पर हैं। यह वीकेंड काफी दर्शक दिलाने वाला होता है। एक बारगी यह खबर थी कि 'बाजीराव मस्तानी' २५ दिसंबर को रिलीज़ होगी और 'दिलवाले' के लिए १८ दिसंबर का हफ्ता खुला मैदान होगा। लेकिन, भंसाली इस खान अभिनेता की फितरत को जानते हैं। शाहरुख़ खान गच्चा देने में तेज़ है। २०१४ में दिवाली वीकेंड पर शाहरुख़ खान की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' और अक्षय कुमार की फिल्म 'वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा' का मुक़ाबला तय माना जा रहा था। ऐसे में दोस्ताना रवैया अपनाते हुए फिल्म की निर्माता एकता कपूर और नायक अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म 'वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा' की रिलीज़ एक हफ्ते पोस्टपोन कर दी। तय था कि खान अगले हफ्ते अपनी पर्याप्त स्क्रीन अक्षय की फिल्म के लिए छोड़ देंगे। लेकिन, इस खान एक्टर ने इन दोनों को झटका दे दिया। शायद खान की इसी फितरत को देखते हुए संजयलीला भंसाली ने अपनी फिल्म की रिलीज़ टाली नहीं। इसलिए, अब अगर क्रिसमस वीकेंड का फायदा होना है तो दोनों ही फिल्मों को होगा।
क्रिसमस पर राजकुमार हिरानी की फिल्म
वास्तविकता तो यह है कि क्रिसमस वीकेंड कभी भी खान अभिनेताओं का था ही नहीं। कभी शाहरुख़ खान या आमिर खान की फिल्म के किसी फिल्म निर्माता ने क्रिसमस के छुट्टियो और त्योहारी माहौल का फायदा उठाने की कोशिश नहीं की थी । क्रिसमस वीकेंड पर ज़्यादातर अक्षय कुमार की फ़िल्में रिलीज़ हुई। कुछ दूसरे एक्टर्स की फ़िल्में भी रिलीज़ हुई। लेकिन, किसी खान अभिनेता की फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हुई। इस लिहाज़ से राजकुमार हिरानी अपनी तमाम निर्देशित फिल्मों को क्रिसमस वीकेंड पर ही रिलीज़ करते रहे। उनकी २००३ में रिलीज़, मुन्नाभाई सीरीज की पहली फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' १९ दिसंबर को रिलीज़ हुई थी। ट्रेड पंडितों के अनुसार इस फिल्म ने आज के लिहाज़ से ६५ करोड़ का बिज़नेस किया था ।
क्रिसमस के अक्षय कुमार
क्रिसमस वीकेंड पर, आम तौर पर, अक्षय कुमार की फ़िल्में ही रिलीज़ होती रही हैं । पिछले दस सालों का लेख जोखा इसकी पुष्टि करता है। कोई दस साल पहले, २३ दिसंबर २००५ को अक्षय कुमार की बॉबी देओल, लारा दत्ता और करीना कपूर के साथ निर्देशक सुनील दर्शन की फिल्म 'दोस्ती: फ्रेंड्स फॉरएवर' रिलीज़ हुई। इसके सामने थी मुन्नाभाई वाले संजय दत्त की शाहिद कपूर और अमृता राव के साथ महेश मांजरेकर निर्देशित फिल्म 'वाह! लाइफ हो तो ऎसी' । लेकिन आगे रही अक्षय कुमार की फिल्म जिसने संजय दत्त की फिल्म के १३.५३ करोड़ के बिज़नेस के मुकाबले १६ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस किया। २००६ में अक्षय कुमार गोविंदा, जैकी श्रॉफ, परेश रावल और तनुश्री दत्ता के साथ निर्देशक प्रियदर्शन की फिल्म 'भागमभाग' में बॉक्स ऑफिस पर दौड़ मार रहे थे। यह फिल्म २००६ की सबसे ज़्यादा बिज़नेस करने वाली टॉप टेन फिल्मों में शामिल हुई। फिल्म ने आज के लिहाज़ से कमाए ६९.३० करोड़। इससे पहले के सालों में भी अक्षय कुमार की फ़िल्में ही क्रिसमस वीकेंड का ख़ास आकर्षण हुआ करती थी।
आमिर खान को लगा क्रिसमस वीकेंड का चस्का
आमिर खान को क्रिसमस वीकेंड का चस्का लगा था २००७ में। इस साल २१ दिसंबर को अक्षय कुमार की फिल्म 'वेलकम' और आमिर खान की फिल्म 'तारे ज़मीन पर' रिलीज़ हुई थी। हालाँकि, २००७ की टॉप की कमाई करने वाली फिल्म 'वेलकम' बनी, जिसने उस समय बॉक्स ऑफिस पर ७२.२४ करोड़ का नेट बिज़नेस किया। लेकिन, आमिर खान निर्देशित और अभिनीत फिल्म 'तारे ज़मीन पर' ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ बनाते हुए ५९.७२ करोड़ का बिज़नेस कर लिया। तारे ज़मीन पर की सफलता ने बिज़नेस सेंस रखने वाले आमिर खान को क्रिसमस वीकेंड का महत्व समझा दिया। २००८ में ए आर मुरुगदॉस के निर्देशन में आमिर खान की फिल्म 'गजिनी' २४ दिसंबर को रिलीज़ हुई। इस फिल्म ने बॉलीवुड फिल्मों को १०० करोड़ क्लब का रास्ता दिखाया। किसी फिल्म की सफलता में एक्सटेंडेड वीकेंड कितना फायदेमंद हो सकता है, यह भी गजिनी के सफलता ने स्थापित कर दिया। 'गजिनी' ने एक्सटेंडेड वीकेंड का फायदा उठाते हुए ११७.४८ करोड़ का बिज़नेस करते हुए बॉलीवुड के पहले १०० करोड़ क्लब की शुरुआत कर दी।
क्रिसमस वीकेंड पर खान अभिनेताओं का कब्ज़ा
इसके बाद खान अभिनेताओं ने क्रिसमस वीकेंड पर भी कब्ज़ा कर लिया। २०१० में रिलीज़ फराह खान के साथ अक्षय कुमार की फिल्म 'तीस मार खान' अपवाद फिल्म थी। अन्यथा, २००८ से लगातार कोई न कोई खान क्रिसमस वीकेंड पर अपनी झोली भरता रहा। अलबत्ता, क्रिसमस वीकेंड में २४ दिसंबर को रिलीज़ अक्षय कुमार की फिल्म 'तीस मार खान' बुरी तरह से पिट गई। इसी फिल्म के साथ रिलीज़ अजय देवगन की कार्टून फिल्म 'टूनपुर का सुपर हीरो' और 'इसी लाइफ में' भी ध्वस्त हो गई। अब क्रिसमस वीकेंड पर खान अभिनेताओं का कब्ज़ा हो गया था। आमिर खान ने तो क्रिसमस वीकेंड पर रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाये। उनकी फिल्म ने १०० करोड़ क्लब की स्थापना की ही, टॉप टेन कलेक्शन करने वाली फिल्मों में आमिर खान की तीन फ़िल्में पीके, धूम ३ और ३ इडियट्स शामिल हैं। आमिर खान की राजकुमार हिरानी निर्देशित फिल्म '३ इडियट्स' २५ दिसंबर को रिलीज़ हुई थी। आईबोसनेटवर्क के अनुसार ३ इडियट्स ने १८९.३९ करोड़ का नेट बिज़नेस किया। हालाँकि, कुछ ट्रेड मैगज़ीन इसे पहली २०० करोड़ क्लब बनाने वाली फिल्म बताते हैं। इसके बाद, लगातार दो साल आमिर खान की कोई फिल्म क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ नहीं हुई। लेकिन, खान अभिनेताओं का कब्ज़ा बना रहा। २३ दिसंबर २०११ को शाहरुख़ खान और प्रियंका चोपड़ा की फिल्म 'डॉन २' रिलीज़ हुई। अगले साल २१ दिसंबर को सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा 'दबंग २' के ज़रिये क्रिसमस वीकेंड पर काबिज़ थे। दोनों ही फ़िल्में ज़बरदस्त हिट हुई। इसके बाद, २०१३ और २०१४ में लगातार अभिनेता आमिर खान क्रिसमस वीकेंड में बॉक्स ऑफिस पर थे। आमिर खान की २०१३ में रिलीज़ फिल्म 'धूम ३' कमाई के लिहाज़ से बॉलीवुड की तीसरी बड़ी हिट फिल्म है। जबकि २०१४ में रिलीज़ उनकी राजकुमार हिरानी के साथ फिल्म 'पीके' टॉप पर काबिज़ है।
इस बार क्रिसमस वीकेंड का फायदा उठाने के लिए १८ दिसंबर को 'दिलवाले' के ज़रिये शाहरुख़ खान फिर सामने हैं। लेकिन, इस बार उनके लिए राह आसान नहीं होगी। बाजीराव मस्तानी के रणवीर सिंह, प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण उन्हें कड़ी चुनौती देंगे। दीपिका पादुकोण उनकी हैप्पी न्यू ईयर और चेन्नई एक्सप्रेस जैसी सुपर हिट फिल्मों की नायिका रही हैं। प्रियंका चोपड़ा ने खान का साथ डॉन सीरीज की फिल्मों की सफलता में दिया है। खुद खान को अपने कभी के मेंटर संजयलीला भंसाली की फिल्म से मुक़ाबला करना पड़ रहा है।हालाँकि, २००७ में उन्होंने भंसाली की दो नए चेहरों रणबीर कपूर और सोनम कपूर की फिल्म 'सांवरिया' को दीपिका पादुकोण के साथ अपनी फिल्म 'ओम शांति ओम' से मात दी थी। लेकिन, शाहरुख़ खान आमिर खान की फिल्मों पीके और धूम ३ को पछाड़ पाएंगे, इसमे शक की पर्याप्त गुंजायश है।
क्रिसमस पर राजकुमार हिरानी की फिल्म
वास्तविकता तो यह है कि क्रिसमस वीकेंड कभी भी खान अभिनेताओं का था ही नहीं। कभी शाहरुख़ खान या आमिर खान की फिल्म के किसी फिल्म निर्माता ने क्रिसमस के छुट्टियो और त्योहारी माहौल का फायदा उठाने की कोशिश नहीं की थी । क्रिसमस वीकेंड पर ज़्यादातर अक्षय कुमार की फ़िल्में रिलीज़ हुई। कुछ दूसरे एक्टर्स की फ़िल्में भी रिलीज़ हुई। लेकिन, किसी खान अभिनेता की फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हुई। इस लिहाज़ से राजकुमार हिरानी अपनी तमाम निर्देशित फिल्मों को क्रिसमस वीकेंड पर ही रिलीज़ करते रहे। उनकी २००३ में रिलीज़, मुन्नाभाई सीरीज की पहली फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' १९ दिसंबर को रिलीज़ हुई थी। ट्रेड पंडितों के अनुसार इस फिल्म ने आज के लिहाज़ से ६५ करोड़ का बिज़नेस किया था ।
क्रिसमस के अक्षय कुमार
क्रिसमस वीकेंड पर, आम तौर पर, अक्षय कुमार की फ़िल्में ही रिलीज़ होती रही हैं । पिछले दस सालों का लेख जोखा इसकी पुष्टि करता है। कोई दस साल पहले, २३ दिसंबर २००५ को अक्षय कुमार की बॉबी देओल, लारा दत्ता और करीना कपूर के साथ निर्देशक सुनील दर्शन की फिल्म 'दोस्ती: फ्रेंड्स फॉरएवर' रिलीज़ हुई। इसके सामने थी मुन्नाभाई वाले संजय दत्त की शाहिद कपूर और अमृता राव के साथ महेश मांजरेकर निर्देशित फिल्म 'वाह! लाइफ हो तो ऎसी' । लेकिन आगे रही अक्षय कुमार की फिल्म जिसने संजय दत्त की फिल्म के १३.५३ करोड़ के बिज़नेस के मुकाबले १६ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस किया। २००६ में अक्षय कुमार गोविंदा, जैकी श्रॉफ, परेश रावल और तनुश्री दत्ता के साथ निर्देशक प्रियदर्शन की फिल्म 'भागमभाग' में बॉक्स ऑफिस पर दौड़ मार रहे थे। यह फिल्म २००६ की सबसे ज़्यादा बिज़नेस करने वाली टॉप टेन फिल्मों में शामिल हुई। फिल्म ने आज के लिहाज़ से कमाए ६९.३० करोड़। इससे पहले के सालों में भी अक्षय कुमार की फ़िल्में ही क्रिसमस वीकेंड का ख़ास आकर्षण हुआ करती थी।
आमिर खान को लगा क्रिसमस वीकेंड का चस्का
आमिर खान को क्रिसमस वीकेंड का चस्का लगा था २००७ में। इस साल २१ दिसंबर को अक्षय कुमार की फिल्म 'वेलकम' और आमिर खान की फिल्म 'तारे ज़मीन पर' रिलीज़ हुई थी। हालाँकि, २००७ की टॉप की कमाई करने वाली फिल्म 'वेलकम' बनी, जिसने उस समय बॉक्स ऑफिस पर ७२.२४ करोड़ का नेट बिज़नेस किया। लेकिन, आमिर खान निर्देशित और अभिनीत फिल्म 'तारे ज़मीन पर' ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ बनाते हुए ५९.७२ करोड़ का बिज़नेस कर लिया। तारे ज़मीन पर की सफलता ने बिज़नेस सेंस रखने वाले आमिर खान को क्रिसमस वीकेंड का महत्व समझा दिया। २००८ में ए आर मुरुगदॉस के निर्देशन में आमिर खान की फिल्म 'गजिनी' २४ दिसंबर को रिलीज़ हुई। इस फिल्म ने बॉलीवुड फिल्मों को १०० करोड़ क्लब का रास्ता दिखाया। किसी फिल्म की सफलता में एक्सटेंडेड वीकेंड कितना फायदेमंद हो सकता है, यह भी गजिनी के सफलता ने स्थापित कर दिया। 'गजिनी' ने एक्सटेंडेड वीकेंड का फायदा उठाते हुए ११७.४८ करोड़ का बिज़नेस करते हुए बॉलीवुड के पहले १०० करोड़ क्लब की शुरुआत कर दी।
क्रिसमस वीकेंड पर खान अभिनेताओं का कब्ज़ा
इसके बाद खान अभिनेताओं ने क्रिसमस वीकेंड पर भी कब्ज़ा कर लिया। २०१० में रिलीज़ फराह खान के साथ अक्षय कुमार की फिल्म 'तीस मार खान' अपवाद फिल्म थी। अन्यथा, २००८ से लगातार कोई न कोई खान क्रिसमस वीकेंड पर अपनी झोली भरता रहा। अलबत्ता, क्रिसमस वीकेंड में २४ दिसंबर को रिलीज़ अक्षय कुमार की फिल्म 'तीस मार खान' बुरी तरह से पिट गई। इसी फिल्म के साथ रिलीज़ अजय देवगन की कार्टून फिल्म 'टूनपुर का सुपर हीरो' और 'इसी लाइफ में' भी ध्वस्त हो गई। अब क्रिसमस वीकेंड पर खान अभिनेताओं का कब्ज़ा हो गया था। आमिर खान ने तो क्रिसमस वीकेंड पर रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाये। उनकी फिल्म ने १०० करोड़ क्लब की स्थापना की ही, टॉप टेन कलेक्शन करने वाली फिल्मों में आमिर खान की तीन फ़िल्में पीके, धूम ३ और ३ इडियट्स शामिल हैं। आमिर खान की राजकुमार हिरानी निर्देशित फिल्म '३ इडियट्स' २५ दिसंबर को रिलीज़ हुई थी। आईबोसनेटवर्क के अनुसार ३ इडियट्स ने १८९.३९ करोड़ का नेट बिज़नेस किया। हालाँकि, कुछ ट्रेड मैगज़ीन इसे पहली २०० करोड़ क्लब बनाने वाली फिल्म बताते हैं। इसके बाद, लगातार दो साल आमिर खान की कोई फिल्म क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ नहीं हुई। लेकिन, खान अभिनेताओं का कब्ज़ा बना रहा। २३ दिसंबर २०११ को शाहरुख़ खान और प्रियंका चोपड़ा की फिल्म 'डॉन २' रिलीज़ हुई। अगले साल २१ दिसंबर को सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा 'दबंग २' के ज़रिये क्रिसमस वीकेंड पर काबिज़ थे। दोनों ही फ़िल्में ज़बरदस्त हिट हुई। इसके बाद, २०१३ और २०१४ में लगातार अभिनेता आमिर खान क्रिसमस वीकेंड में बॉक्स ऑफिस पर थे। आमिर खान की २०१३ में रिलीज़ फिल्म 'धूम ३' कमाई के लिहाज़ से बॉलीवुड की तीसरी बड़ी हिट फिल्म है। जबकि २०१४ में रिलीज़ उनकी राजकुमार हिरानी के साथ फिल्म 'पीके' टॉप पर काबिज़ है।
इस बार क्रिसमस वीकेंड का फायदा उठाने के लिए १८ दिसंबर को 'दिलवाले' के ज़रिये शाहरुख़ खान फिर सामने हैं। लेकिन, इस बार उनके लिए राह आसान नहीं होगी। बाजीराव मस्तानी के रणवीर सिंह, प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण उन्हें कड़ी चुनौती देंगे। दीपिका पादुकोण उनकी हैप्पी न्यू ईयर और चेन्नई एक्सप्रेस जैसी सुपर हिट फिल्मों की नायिका रही हैं। प्रियंका चोपड़ा ने खान का साथ डॉन सीरीज की फिल्मों की सफलता में दिया है। खुद खान को अपने कभी के मेंटर संजयलीला भंसाली की फिल्म से मुक़ाबला करना पड़ रहा है।हालाँकि, २००७ में उन्होंने भंसाली की दो नए चेहरों रणबीर कपूर और सोनम कपूर की फिल्म 'सांवरिया' को दीपिका पादुकोण के साथ अपनी फिल्म 'ओम शांति ओम' से मात दी थी। लेकिन, शाहरुख़ खान आमिर खान की फिल्मों पीके और धूम ३ को पछाड़ पाएंगे, इसमे शक की पर्याप्त गुंजायश है।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
भोजपुरी फ़िल्म पी आर ओ एसोशियेशन का गठन
मुम्बई में भोजपुरी फ़िल्म पी आर ओ एसोशियेशन यानि बीएफपीए का गठन किया गया और सर्वसम्मति से सारे पदाधिकारियों की घोषणा की गयी । बीएफपीए में अध्यक्ष पद पर समरजीत , महासचिव पद पर उदय भगत , उपाध्यक्ष पद पर शशिकांत सिंह - रंजन सिन्हा , सचिव पद पर निशांत उज्जवल और कोषाध्यक्ष पद पर संजय भूषण पटियाला की नियुक्ति की गयी । एसोशियेशन ने कुलदीप श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक सलाहकार मंडल का भी गठन किया है जिसमे सुभा सिंह , रामचंद्र यादव, पवन दुबे , सर्वेश कश्यप और कुंदन कुमार को शामिल किया गया है । बी एफ पी ए के नव नियुक्त अध्यक्ष समरजीत व महासचिव उदय भगत ने बताया की फ़िल्म की प्लानिंग से फ़िल्म के रिलीज़ होने के बाद तक किसी भी फ़िल्म से प्रोड्यूसर के अलावा मात्र पी आर ओ ही जुड़ा होता है लेकिन सबसे अधिक उपेक्षा का शिकार वही हैं खासकर भोजपुरी में जहां रेगुलर प्रोड्यूसर्स की संख्या काफी कम है । नवगठित संगठन जल्द ही इम्पा व फ़िल्म जगत की अन्य संगठनो से संलग्न होने का प्रस्ताव उन संगठनो तक रखेगा ।
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भोजपुरी
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