Tuesday, 22 March 2016

दक्षिण का सरदार गब्बर सिंह हिंदी में !

ईरोस इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड के सूत्रों से बड़ी खबर है।  ईरोस, पवन कल्याण क्रिएटिव वर्क्स और नॉर्थस्टार एंटरटेनमेंट के सौजन्य से एक तेलुगु एक्शन फिल्म 'सरदार गब्बर सिंह' हिंदी में डब कर के हिंदी बेल्ट में बड़े पैमाने पर रिलीज़ की जाने वाली है।  इस फिल्म के हीरो तेलुगु सुपर स्टार पवन कल्याण हैं।  पवन कल्याण की सुपर कॉप की भूमिकाएं तेलुगु दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।  सरदार गब्बर सिंह भी किसी डाकू की कहानी नहीं, बल्कि एक ईमानदार और कड़क पुलिस अधिकारी गब्बर सिंह की कहानी है।  गब्बर सिंह तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित रतनपुर कसबे में तैनात है। वह किस प्रकार से बुरे किरदारों से निबटता है, यही डायरेक्टर के एस रविंद्रनाथ की कहानी का ख़ास मोड़ है। इस फिल्म में पहली बार पवन कल्याण काजल अग्रवाल के साथ जोड़ी बना  रहे हैं।  काजल अग्रवाल का चेहरा हिंदी दर्शकों का जाना पहचान है।  वह अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और  विवेक ओबेरॉय की फिल्म क्यों हो गया न (२००४) में ऐश्वर्या की बहन के किरदार में थी।  क्यों हो गया न के फ्लॉप हो जाने के बाद काजल साउथ  चली गई।  वहां उन्हें अच्छी सफलता मिली।  आठ साल बाद उन्होंने हिंदी फिल्मों में वापसी की अजय देवगन के साथ कॉप फिल्म 'सिंघम' से।  इस फिल्म के बाद वह स्पेशल २६ में अक्षय कुमार की नायिका थी।  सरदार गब्बर सिंह में शरद केलकर, मुकेश ऋषि, टिस्का चोपड़ा के जाने पहचाने चेहरे भी हैं। सरदार गब्बर सिंह के हीरो पवन कल्याण कहते हैं, "इस फिल्म की यूनिवर्सल अपील है।  फिल्म मेकिंग को किसी क्षेत्र विशेष में नहीं बाँधा जा सकता।  हिंदी बेल्ट के लिए सरदार गब्बर सिंह एक यूनिक कांसेप्ट है, जो दर्शकों को पसंद आएगा।" सरदार गब्बर सिंह ८ अप्रैल को रिलीज़ होगी।    

चड्डी पहन के २३ साल बाद जंगल में फिर खिलेगा फूल !

तेईस साल पहले, जब बच्चे-बूढ़े और जवानों की नींद खुलती थी तो उन्हें इंतज़ार रहता था एनीमेशन टीवी सीरियल जंगल बुक का।  इसके साथ ही खास तौर पर उस गीत का इंतज़ार रहता था, जो मोगली के जंगल में होने का ऐलान करता था।  'जंगल जंगल बात  चली है पाता चला है' जी हाँ, इस गीत के साथ ही जंगल बुक के मोगली का जंगल एडवेंचर शुरू हो जाता था।  अब जबकि, भेड़िया बालक मोगली का फिर से लाइव एनीमेशन फिल्म 'द जंगल बुक' से ८ अप्रैल को पुनर्जन्म होने जा रहा है, जंगल जंगल बात चली है कि इस बार फिर बड़ी स्क्रीन पर मोगली का जादू छिड़ने जा रहा है।  डिज्नी इंडिया २३ साल पहले के इस हिट गीत के संगीतकार विशाल भरद्वाज और गीतकार गुलजार को एक सूत्र में बाँध कर 'जंगल जंगल बात चली है पता चला है, चड्डी पहन के फूल खिला है' को नया रूप देकर पेश कर रहे हैं।  यहाँ बताते चले कि यह गीत संगीतकार विशाल भारद्वाज का पहला सफल  गीत था।  इस गीत में पहली बार गुलजार और विशाल भारद्वाज का साथ हुआ था।  यह गीत साबित करता था कि बच्चों के लिए बोल लिखने में गुलजार का कोई सानी नहीं।  याद दिलाते चलें कि द जंगल बुक के एनीमेशन किरदारों को प्रियंका चोपड़ा, नाना पाटेकर, इरफ़ान खान, शेफाली शाह और ओमपुरी जैसी बॉलीवुड हस्तियां आवाज़ दे रही हैं।  'द जंगल बुक' अमेरिका में इसकी रिलीज़ १५ अप्रैल से एक हफ्ता पहले यानि ८ अप्रैल को भारत में इंग्लिश, हिंदी, तमिल और तेलुगु संस्करणों में रिलीज़ हो रही है।  देखिये, 'जंगल जंगल बात चली है पता चला है, चड्डी पहन के फूल खिला है' को इस वीडियो में -

Sunday, 20 March 2016

हॉलीवुड की फिल्मों में बॉलीवुड की आवाज़ !

डिज्नी की ८ अप्रैल को रिलीज़ होने जा रही बहुचर्चित और बहुप्रतीक्षित फिल्म 'द जंगल बुक' में बॉलीवुड के कई एक्टरों की भरमार है।  दर्शकों को फिल्म में उनकी मौजूदगी उनकी आवाज़ों के ज़रिये महसूस होगी। यह बॉलीवुड हस्तियां फिल्म 'द जंगल बुक' के एनीमेशन करैक्टरों को अपनी आवाज़ देंगे। नाना पाटेकर ने फिल्म के मुख्य विलेन करैक्टर शेर खान को अपनी आवाज़ दी है।  बाजीराव मस्तानी की काशीबाई प्रियंका चोपड़ा द जंगल बुक में अजगर की फुफकार मारती सुनाई देंगी। वह फिल्म में का अजगर को आवाज़ दे रही हैं।  ओमपुरी  ने काले तेंदुए बघीरा का वॉयस ओवर किया है।  इरफ़ान खान ने बालू भालू के संवाद बोले हैं।  शेफाली शाह की आवाज़ मादा भेड़िया रक्षा की होगी।  इसे डिज्नी स्टूडियो का एक प्रकार का कास्टिंग कू कहा जा सकता है कि एक फिल्म में बॉलीवुड के इतने ज़्यादा एक्टर अपनी आवाज़ दे रहे हैं। क्योंकि, हॉलीवुड की फिल्मों में करैक्टरों को अपनी आवाज़ देने के इक्का दुक्का प्रयास पहले से होते रहे हैं।  शाहरुख़ खान से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक हॉलीवुड फिल्मों के लिए वॉइस ओवर आर्टिस्ट का काम कर चुके हैं।
 डबिंग क्यों !   
कभी हिंदी फिल्मो में साउथ की नायिका के संवाद कोई डबिंग आर्टिस्ट डब किया करता था।  रेखा और  श्रीदेवी तक यह सिलसिला चलता रहा। यहाँ तक कि फिल्म गुलाम में रानी मुख़र्जी के संवाद भी डब कराये गए थे। बाद में फिल्म अभिनेत्रियों ने खुद की आवाज़ का महत्व समझा।  हिंदी सीखी और अपने संवाद खुद बोले।  अब तो इंग्लिस्तान से आई कटरीना कैफ तक अपने हिंदी संवाद बोलने की कोशिश करती है।  कुछ इसी  तर्ज़ पर हॉलीवुड की फिल्मों के एनीमेशन या सजीव चरित्रों को आवाज़ देने यानि वॉयस ओवर करने का सिलसिला शुरू हो चला है।  हॉलीवुड की तमाम फ़िल्में इंग्लिश वर्शन के साथ साथ हिंदी, तमिल और तेलुगु में भी रिलीज़ होने लगी है।  इसलिए, इन फिल्मों के चरित्रों के हिंदी संवाद किसी डबिंग आर्टिस्ट से डब कराये जाने स्वाभाविक है।  आम तौर पर  हॉलीवुड फिल्मों के हिंदी संवाद पेशेवर वॉयस ओवर आर्टिस्ट्स से डब कराये जाते हैं।  लेकिन, कभी बड़ी हॉलीवुड फिल्मो के हिंदी संवाद बॉलीवुड के जाने पहचाने चहरे बोलते सुनाई पड़ते हैं।  ख़ास तौर पर, हॉलीवुड के बड़े एक्टर्स का हॉलीवुड की एनीमेशन फिल्मों के संवाद बोलने के बढ़ाते चलन को देखते हुए बॉलीवुड एक्टर्स भी हॉलीवुड एनीमेशन फिल्मों के एनीमेशन करैक्टरों  के हिंदी संवाद बोलने के प्रति उत्साहित हुए हैं।  
बॉलीवुड की एनीमेशन फिल्मों के लिए वॉइस ओवर 
हिंदी फिल्म निर्माताओं ने एनीमेशन फिल्मों के निर्माण में भी रूचि दिखाई है।  लेकिन, यह बात दीगर है कि यह फ़िल्में हॉलीवुड फिल्मों की तुलना में पासंग तक नहीं थी।  बॉलीवुड का एनीमेशन फिल्म बनाने का बड़ा प्रयास २००८ में रिलीज़ यशराज फिल्म्स की एनीमेशन फिल्म रोडसाइड रोमियो के रूप में। इस फिल्म के रोमियो, लैला, चार्ली अन्ना और गुरु जैसे एनिमेटेड किरदारों को क्रमशः सैफअली खान, करीना कपूर, जावेद जाफरी और वृजेश हीरजी ने दी थी।  इसके बावजूद रोडसाइड रोमियो असफल हुई।  करण जौहर ने अपने धर्मा प्रोडक्शंस के अंतर्गत अपनी १९९८ की हिट फिल्म कुछ कुछ होता है का एनीमेशन संस्करण कूची कूची होता है बनाई थी।  इस फिल्म में रॉकी, ऐन्जि, और टीना के किरदारों को शाहरुख़ खान, काजोल और रानी मुख़र्जी ने वॉयस ओवर किया था।  इसी फिल्म में संजय दत्त ने सलमान खान के किरदार को आवाज़ दी थी।  अमन खान का महाभारत का एनीमेशन संस्करण २०१३ में रिलीज़ हुआ था।  इस एनिमेटेड महाभारत में अमिताभ बच्चन ने भीष्म पितामह, विद्या बालन ने द्रौपदी,  शत्रुघ्न सिन्हा ने कृष्णा, सनी देओल ने भीम, अजय देवगन ने अर्जुन, मनोज बाजपेई ने युधिष्ठिर,  अनिल कपूर ने कर्ण, अनुपम खेर ने शकुनि, दीप्ति नवल ने कुंती, जैकी श्रॉफ ने दुर्योधन  हीरजी ने दुःशासन के किरदारों को अपनी आवाज़ दी थी।  डायरेक्टर सौमित्र रानाडे की एनीमेशन फिल्म अलीबाबा और ४१ चोर में जॉन अब्राहम अलीबाबा, प्रियंका चोपड़ा मरजीना, आशुतोष राणा अबु हसन, राजा मुराद बौने और अतुल कुलकर्णी  बोलते ऊँट के एनिमेटेड किरदारों को आवाज़ दे रहे थे।  एनीमेशन फिल्म भागमती में मुख्य किरदार को महिमा चौधरी ने वॉयस ओवर किया था।  अक्षय कुमार, लारा दत्ता और डिंपल कपाडिया ने फिल्म जंबो के एनिमेटेड किरदारों को आवाज़ दी थी।  इसके अलावा गोविंदा, अक्षय खन्ना, उर्मिला मातोंडकर, बोमन ईरानी और सुनील शेट्टी डेल्ही सफारी, अमरीश पूरी, शत्रुघ्न सिन्हा,  अरुण गोविल और रामेश्वरी ने एनीमेशन रामायण, के एनिमेटेड करैक्टरों का वॉयस ओवर किया।
एनीमेशन किरदारों को बॉलीवुड स्टार्स की आवाज़ 
बॉलीवुड के बड़े सितारों का एनीमेशन फिल्मों में एनिमेटेड किरदारों को आवाज़ देने का सिलसिला अब बढ़ चला है।  हालाँकि, हॉलीवुड की कई एनीमेशन या लाइव फ़िल्में डब हो कर रिलीज़ हुई हैं।  लेकिन, २००४ में उस समय सुर्खियां बनी, जब खबर आई कि बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान ने पिक्सर की कंप्यूटर एनिमेटेड फिल्म 'द इन्क्रेडिबल्स' के हिंदी संवाद बोले हैं।  द इन्क्रेडिबल्स को हिंदी में हम हैं लाजवाब टाइटल के साथ रिलीज़ किया गया  था।  इस फिल्म के मिस्टर इनक्रेडिबल को लाजवाब नाम दिया गया था।  खान ने इसी लाजवाब करैक्टर को वॉयस ओवर किया था।  इस फिल्म के बाद, खान की देखा देखी बॉलीवुड के अन्य सितारे भी हॉलीवुड की एनीमेशन फिल्मो को आवाज़ देने के लिए  आगे आये।  फिर २०१३ में प्रियंका चोपड़ा के डिज्नी की फिल्म 'प्लेन्स' में इशानी नाम के प्लेन को आवाज़ देने की खबर आई।  प्रियंका को यह फिल्म उनके सिंगल एक्सोटिक के रिलीज़ होने के बाद मिली। अगले ही साल, ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स की एनीमेशन फिल्म रिओ २ में उस समय फिल्म वन्स अपॉन टाइम इन मुंबई दोबारा से चर्चित हो रही सोनाक्षी सिन्हा और इमरान खान की जोड़ी ने  वॉयस ओवर किया था।  सोनाक्षी सिन्हा और इमरान खान ने मादा और नर तोता ज्वेल और  ब्लू को अपनी आवाज़ दी थी।
हॉलीवुड स्टार को बॉलीवुड स्टार  की आवाज़
सनी देओल की आवाज़ के वजन का हॉलीवुड ने भी लोहा  माना है।  विन डीजल की रिडिक सीरीज की तीसरी फिल्म रिडिक (२०१३) में विन डीजल के टाइटल करैक्टर के हिंदी संवाद डब किये थे। इसी साल हॉलीवुड के मिलेनियम फिल्म्स ने फिल्म 'द लीजेंड ऑफ़ हरक्यूलिस' में केलन लुट्ज़ के किरदार हरक्यूलिस की हिंदी आवाज़ देने के लिए सोनू सूद को लिया गया था।  उनसे पहले निर्माता ने अक्षय कुमार से संपर्क किया था।  विवेक ओबेरॉय की कृष की सफलता को भुनाने के लिए २०१४ में मार्वल ने अपनी फिल्म द अमेजिंग स्पाइडर-मैन २ के विलेन किरदार इलेक्ट्रो को आवाज़ दी थी। 
हॉलीवुड के अभिनेताओं को परदे पर दी आवाज़ !
आजकल हॉलीवुड की इंग्लिश फ़िल्में हिंदी, तमिल  और तेलगु में डब कर अंग्रेजी संस्करण के साथ रिलीज़ की जा रही हैं।  ऐसे में हिंदी न जानने वाले हॉलीवुड एक्टर्स को आवाज़ देने का जिम्मा बॉलीवुड के कलाकारों या वॉयस ओवर आर्टिस्ट का होता है।  अभिनेता शाहिद कपूर के सौतेले पिता और अभिनेता राजेश खट्टर ने आयरन मैन सीरीज की फिल्मों के टोनी स्टार्क यानि रोबर्ट डाउनी जूनियर और पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन सीरीज की फिल्मों के जैक स्पैरो यानि जोहनी डेप को आवाज़ दी है।  उन्होंने टॉम हैंक्स, ह्यू जैकमैन, द रॉक और निकोलस केज के अलावा कई बड़े हॉलीवुड एक्टर्स की फिल्मों में हिंदी संवाद बोले हैं। एक अन्य चरित्र अभिनेता मोहन कपूर ने डाई हार्ड के जॉन मैकलेन  यानि अभिनेता ब्रूस विलिस और बैटमैन सीरीज की फिल्म द डार्क नाइट राइजेज में टॉम हार्डी  के करैक्टर बेन को अपनी आवाज़ दी है। फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों में द रॉक के करैक्टर ल्यूक हॉब्स को हिंदी जुबान मोहन कपूर ने ही दी है।  वह हॉलीवुड एक्टर केविन बेकन के ऑफिसियल डबिंग आर्टिस्ट हैं।  समय राज ठक्कर ने बैटमैन सीरीज की फिल्मों में ब्रूस वेन और स्पाइडर मैन सीरीज की फिल्मों में पीटर पार्कर को और इटैलियन जॉब में चार्ली को अपनी आवाज़ दी है। इस प्रकार से दूसरे डबिंग आर्टिस्ट संकेत म्हात्रे ने डेडपूल के रयान रेनॉल्ड्स, इनग्लोरियस बास्टर्ड्स के ब्रैड पिट के करैक्टर, ग्रीन लैंटर्न में रयान रेनॉल्ड्स के करैक्टर तथा कैप्टेन अमेरिका सीरीज की फिल्मों में क्रिस इवांस के करैक्टर को अपनी आवाज़ दी है।  विराज अधव ऐसे वॉयस ओवर आर्टिस्ट हैं, इनकी सेवाओं को टॉम क्रूज की हर फिल्म में लिया जाता है।  वह टॉम की मिशन इम्पॉसिबल सीरीज की फिल्मों को आवाज़ देते ही हैं, मैट्रिक्स के निओ को भी उन्होंने आवाज़ दी है।

अल्पना कांडपाल 

चलता रहेगा कॉमेडी फिल्मों के नायक बनने का सिलसिला

होली आते ही कॉमेडी की याद आती है।  होली और हास्य का साथ ही ऐसा है।  ख़ास कर याद आती हैं कॉमेडी फ़िल्में और कॉमेडियन।  साठ के दशक तक की पारिवारिक हिंदी फिल्मों में होली भी होती थी, होली गीत भी, हास्य भी और हास्य अभिनेता भी।  कॉमिक रिलीफ के लिए यह ज़रूरी था।  इसलिए, हास्य अभिनेताओं के लिए ख़ास तौर पर गुंजाईश निकाली जाती थी। हास्य प्रसंग लिखे जाते थे।  जॉय मुख़र्जी, शम्मी कपूर, विश्वजीत और राजेश खन्ना के रोमांस के युग में भी हास्य हिंदी फिल्मों ज़रूरी तत्व हुआ करता था।  हास्य अभिनेताओ को बराबर के अवसर हुआ करते थे।  फिर एक्शन फिल्मो का युग आया।  हीरो अब रोमांस नहीं हिंसा करता था।  उसका  परिवार विलेन द्वारा ख़त्म कर दिया गया था या वह बिछुड़ गया था। यह समाज का ठुकराया हमेशा समाज से नाराज़ रहा करता था।  ऎसी फिल्मों में परिवार को करीब करीब नदारद रहना ही था, कॉमेडी या कॉमेडियन तो पूरी तरह से नदारद हो गए।
कभी हिंदी फिल्मों में हास्य और  हास्य अभिनेता फूला फला करते  थे।  एक से बढ़ कर कॉमेडी फ़िल्में हास्य अभिनेताओं को  केंद्र में रख कर ढेरों फ़िल्में बनाई जाती थी। चलती का नाम  गाडी, छू  मंतर, भगवान दादा की बाद की अलबेला,  दामाद, अच्छाजी, बख्शीश और भोले भाले, किशोर कुमार की सभी फ़िल्में, आई एस जौहर की बेवक़ूफ़, हम सब चोर जैसी तमाम फिल्मों का निर्माण हुआ।  इस दौर की तमाम फिल्मों के केंद्र में कॉमेडियन एक्टर थे।  इन इन कॉमेडियन एक्टरों के साथ उस समय की बड़ी अभिनेत्रियां भी काम करने में नहीं हिचकती थी।  चलती का नाम गाडी में अशोक कुमार, किशोर कुमार अनूप कुमार पर केंद्रित कॉमेडी थी।   लेकिन, इनकी  जोड़ीदार किशोर कुमार की मधुबाला और अशोक कुमार की वीणा सीरियस  अभिनेत्रियों में शुमार की जाती थी। छू मंतर में जॉनी वॉकर की नायिका श्यामा थी। मिस  मैरी (१९५७) में ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी ने किशोर कुमार के साथ बेहतरीन कॉमेडी जोड़ी बनाई थी।  इसी दौर में हाफ टिकट,  हाय मेरा दिल,  आशा, मनमौजी, दिल्ली का ठग,  बाप रे  बाप, न्यू डेल्ही, झुमरू, पैसा या पैसा,  प्यार किये जा, नॉटी बॉय, चाचा ज़िंदाबाद, साधू और शैतान, भूत बंगला, श्रीमान फंटूश, अपना हाथ  जगन्नाथ, पड़ोसन,  आदि बेहतरीन कॉमेडी फिल्मों का निर्माण हुआ।  इन फिल्मों में किशोर कुमार, आई एस जौहर, महमूद, ओमप्रकाश, धूमल, आगा, आदि हास्य अभिनेताओं की भूमिकाएं केंद्रीय थी या खास थी।  जॉनी  वॉकर, महमूद, आई एस  जौहर, राजेंद्रनाथ, आदि कॉमेडियन हिंदी फिल्मों की ज़रुरत बन गए थे। 
राजेश खन्ना के रोमांटिक नायक की विदाई और अमिताभ बच्चन के एंग्री यंगमैन के आने के साथ ही बॉलीवुड फिल्मों से कॉमेडी लगभग विदा हो गई।  एक्शन के सहारे कॉमेडी और नायिका को गर्त  में डालने वाली फिल्म शोले में असरानी का  अंग्रेज़ो के ज़माने का जेलर और जगदीप का सूरमा भोपाली था।   लेकिन,  धर्मेन्द्र के वीरू ने इन सभी कॉमेडी किरदारों को पस्त कर दिया।  जहाँ शोले में धर्मेन्द्र कॉमेडी कर रहे थे और अमिताभ बच्चन नाराज़ बने हुए थे,  वहीँ बाद की फिल्मों में अमिताभ बच्चन ने भी कॉमेडी का दामन थाम लिया।  इसके साथ ही हर अभिनेता कॉमेडी करने लगा।  सुर असुर में रोहन कपूर जैसा नॉन एक्टर भी कॉमेडी कर रहा था।  अमोल पालेकर आम आदमी के रूप में अपनी फिल्मों से दर्शकों को गुदगुदा रहे थे।  गोलमाल फिल्म में उनकी और उत्पल दत्त की जोड़ी यादगार है।  बासु चटर्जी की छोटी सी बात में अशोक कुमार के साथ अमोल पालेकर,  हमारी बहु अलका में उत्पल दत्त के साथ राकेश  रोशन, दिल्लगी में धर्मेन्द्र, हेमा मालिनी और मिथुन चक्रवर्ती और किरायेदार में उत्पल दत्त के साथ राज बब्बर कॉमेडी कर रहे थे।  इस दौर में बनी कॉमेडी फिल्मों में तक हास्य का बोझ भी नायक के कन्धों पर था।  इस दौर में फिल्म अभिनेत्री रेखा, जुहू चावला और श्रीदेवी ने खूबसूरत,  हम हैं रही प्यार के, बोल राधा बोल, मिस्टर इंडिया जैसी फिल्मों में कॉमेडी के जलवे बिखेरे।  
१९७०- १९८० के दशक के बाद से बनी फिल्मों दो और दो पांच, गोलमाल (नई और पुरानी), चुपके चुपके, चमेली की  शादी, अंदाज़ अपना अपना, ढोल, धमाल, १२३, हेरा फेरी, फिर हेरा फेरी, मुन्ना  भाई सीरीज और बड़े मिया छोटे मिया पर एक नज़र  डालें तो साफ़ होता है कि इन हास्य फिल्मों के मुख्य किरदार में सही मायनों में कोई कॉमेडियन नहीं था।  दो और दो पांच में अमिताभ बच्चन और शशि कपूर, चुपके चुपके में अमिताभ बच्चन के साथ  धर्मेन्द्र, अंदाज़ अपना अपना में सलमान खान और आमिर खान, बड़े मिया छोटे मिया में अमिताभ बच्चन और गोविंदा कॉमेडी तथा हेरा फेरी और फिर हेरा फेरी में अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी हास्य जोड़ी बना रहे थे।  चमेली की शादी में अनिल कपूर, चश्मे बद्दूर और जाने भी दो यारो में रवि बासवानी, सतीश शाह और सतीश कौशिक  जैसे हास्य अभिनेताओं की कमान नसीरुद्दीन शाह, ओम पूरी और पंकज कपूर के हाथों में थी, जो मुख्य रूप से कला या समानांतर फिल्मों के अभिनेता थे।  बासु चटर्जी की तमाम हास्य फिल्मों छोटी सी बात, हमारी बहु अलका, दिल्लगी और किरायेदार में सीरियस अभिनेता ही कॉमेडी कर रहे थे।  हृषिकेश मुख़र्जी भी अपनी कॉमेडी फिल्मों के कारण जाने जाते हैं। 
कभी हिंदी फिल्मों का स्थाई मसाला होने वाला कॉमेडियन हिंदी फिल्मों में उपेक्षित हो गया।  हिंदी फिल्मों के परंपरागत नायकों का दबदबा कितना  रहा होगा कि उत्पल  दत्त,  देवेन वर्मा, रवि वासवानी,  जगदीप, असरानी, आदि जैसे सशक्त अभिनेताओं को भी पापड बेलने पड़े।  इस दौर में कॉमेडी को कुछ चरित्र अभिनेताओं का साथ मिला।  कादर खान फिल्म लेखक भी भी थे।  उन्होंने फिल्मों की स्क्रिप्ट में कॉमेडियन के लिए गुंजायश निकाली।  उन्होंने खुद भी  कॉमेडियन का चोला पहना।  उनकी  लिखी फिल्म हिम्मतवाला में कॉमेडियन जोड़ी के अलावा अमजद खान के रूप में कॉमेडियन विलेन देखने को मिला।  हिम्मतवाला  के हिट होने के बाद कॉमेडी करने वाला विलेन चल निकला।  कादर खान ने इस किरदार को बखूबी निभाया। इस काम में उनका साथ हिंदी फिल्मों का नायक बनने आये शक्ति कपूर ने बखूबी दिया।  अनुपम खेर चरित्र अभिनेता थे। उन्होंने कर्मा और दिल जैसी फिल्मों में निर्मम विलेन पेश किया।  वह अच्छे कॉमेडियन तो थे ही।  सतीश शाह ने भी अपने सशक्त अभिनय के बूते पर रूपहले परदे पर कॉमेडियन को ज़िंदा रखा।   
आजकल हिंदी फिल्मों में कॉमेडी  को अपने सशक्त कन्धों में सम्हालने का ज़िम्मा बोमन ईरानी, राजपाल यादव, जॉनी लीवर, संजय मिश्रा, विजय राज, आदि पर है।  बोमन ईरानी तो बड़ी फिल्मों की  ज़रूरी शर्त बन गए हैं।  राजपाल यादव की कद काठी को ध्यान में रख कर मैं मेरी पत्नी और वह का छोटे बाबू का किरदार लिखा गया।  संजय मिश्रा अलग तरह के कॉमेडियन हैं। वह कभी लाउड नहीं होते।  उनके संवाद बोलने का ढंग और हावभाव दर्शकों का मनोरंजन करते हैं।  अभी वह शाहरुख़ खान की फिल्म दिलवाले और सलमान  खान की  फिल्म प्रेम रतन धन पायो में हंसा हंसा के लोटपोट कर रहे थे।  विजय राज का भी बॉलीवुड में दबदबा है।  उनका फिल्म रन (२००४) में कौवा बिरयानी का प्रसंग आज भी चहरे पर मुस्कान ला देता है।  अब तो स्टैंडअप कॉमेडियन कपिल शर्मा भी बड़े परदे पर आ पहुंचे हैं।  उम्मीद की जा सकती है कि कॉमेडी फिल्म किस किस को प्यार करूँ से शुरू हुआ कॉमेडी फिल्मों का नायक बनाने का उनका सिलसिला यहीं नहीं रुकेगा।   

पिच्चा रेड्डी बन तेलगु में छाये हरफनमौला राजन मोदी

बॉलीवुड में कई फिल्मो में अपने अभिनय का जलवा बिखेर चुके राजन मोदी अपनी पहली तेलगु फिल्म से ही दर्शको के दिलो दिमाग पर छा गए हैं।  पिछले माह ही रिलीज़ हुई उनकी पहली फिल्म कृष्णाष्टमी ना सिर्फ सुपर हिट हुई है बल्कि फिल्म ने पचास करोड़ से भी अधिक का व्यवसाय किया है।  तेलगु फिल्म जगत की बड़ी फिल्म निर्माण कंपनी वेंकेटश्वरा फिल्म्स के बैनर तले बनी कृष्णाष्टमी के  निर्माता दिल राजू हैं जबकि  फिल्म के निर्देशक हैं वासु वर्मा। कृष्णाष्टमी में उनके किरदार का नाम है  पिच्चा रेड्डी।  फिल्म की सफलता के साथ ही अचानक पिच्चा रेड्डी की लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ गया और दर्शको की नज़र में वो पिच्चा रेड्डी ही बन गए हैं।  फिल्म में राजन मोदी  खलनायक की भूमिका में हैं जबकि जाने माने खलनायक आशुतोष राणा और  मुकेश ऋषि साकारात्मक भूमिका में।  बॉलीवुड के दो बड़े दिग्गजों के बीच राजन मोदी ने खलनायकी का नया रंग बिखेरा है।  राजन मोदी ने बताया की फिल्म की सफलता के साथ साथ उनके किरदार की भी सफलता का श्रेय निर्माता दिल राजू और निर्देशक वासु वर्मा को जाता है क्योंकि फिल्म के हर किरदार को उन्होंने अच्छी तरह से पिरोया था।  उल्लेखनीय है की राजन मोदी बॉलीवुड से  ना सिर्फ अभिनय बल्कि कई और भूमिका में हैं।  उन्होंने बतौर कास्टिंग डायरेक्टर कई बड़ी फिल्मो की कास्टिंग की है , इसके अलावा कई क्षेत्रीय फिल्मो के निर्माण में भी उनकी अहम भूमिका रही है। 

सोनू सूद ने फिल्म कुंग फु योगा में एक सॉन्ग रखने पर दिया जोर।

​अभिनेता सोनू सूद ​एक्शन फिल्मो के सुपरस्टार जैकी चैन के साथ आगमी फिल्म कुंग फु योगा में एक साथ काम कर रहे है।  सूत्रों की माने तो सोनू ने फिल्म के निर्माता समेत निर्देशक स्टेनली टोंग तथा को स्टार जैकी चैन के इस इंडो चाइनिस प्रोडक्शन में एक बॉलीवुड स्टाइल सॉन्ग रखने पर जोर दे रहे है , सोनू मानते है की अगर फिल्म में बॉलीवुड स्टाइल सॉन्ग हो तो इस फिल्म से भारतीय दर्शक खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेंगे। जब सोनू ने जैकी और स्टेनली के साथ सॉन्ग  के विचार पर चर्चा की तो उन्हें यह पसंद आया और इस बात से सहमत हुए। " ​सोनू ने जो सॉन्ग सुझाया है ​, उस सॉन्ग मे सोनू , जैकी समेत उनके महिला कोस्टार अमायरा दस्तूर तथा दिशा पाटनी नजर आएंगे। यह सॉन्ग भारतीय और चाइनिस सभ्यता को दर्शायेगा। 
सूत्रों की माने तो सॉन्ग की शूटिंग बड़े स्तर पर जोधपुर और चीन  में की जाएगी। 

रितेश देशमुख का सिक्स पैक लुक फिल्म बैंजो के लिए

​एरोस इंटरनेशनल की फिल्म बैंजो में रितेश देशमुख के लुक को देख कर सभी लोग दंग रह गए थे। ​रितेश को खास कर जाना जाता है उनके ब्रिलियंट सेन्स ऑफ़ ह्यूमर , उनकी मस्ती और मस्करा अंदाज के लिए। ​​कृषिका लूला ,एरोस इंटरनेशनल​ हमेशा ही स्ट्रांग कॉन्टेंट से भरी फिल्म पर पैसा लगाते आये है, उन्होंने हालही में बैंजो फिल्म की घोषणा की इस फिल्म को निर्देशक रवी जाधव निर्देशित कर रहे है। हालही में रितेश न सेट पर से कुछ हास्य से भरपूर फोटो एक माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर अपलोड किये। इन फोटोज में एक फोटो ऐसी थी जिसमे रितेश के सिक्स पैक थे , जी हा सिक्स पैक पर वह बिस्किट्स से बने हुए सिक्स पैक एब्स थे , रितेश ने अपने पेट पर ६ बिस्किट रखे और उन्हें मिल गया सिक्स पैक एब लुक। ​कृषिका कहती है " रितेश का सेट पर होना एक मजेदार अनुभव होता है , वे फिल्म इंडस्ट्री में से एक बहुत ही उम्दा अभिनेता है वे उतने ऑफ द कमेरा बहुत ही मजाकिया और एंटरटेनिंग है। ​

Saturday, 19 March 2016

होली पर बोल कर रंग गई दिया मिर्ज़ा !

बॉलीवुड के बकतोद जब बोलते हैं तो यह नहीं सोचते कि वह किसका कुंडा खड़का रहे हैं। कुछ समय पहले शाहरुख़ खान और आमिर खान टेलीविज़न पर सेक्युलर जुगाली करते हुए खुद के दम घुटने का ऐलान कर आम हिन्दुस्तानियों के निशाने पर आ चुके थे। अब इस कुंडे खटकाने की कड़ी में दिया मिर्ज़ा भी शामिल हो गई है। ट्विटरबाज़ी की शौक़ीन दिया मिर्ज़ा ने ट्विटियाया कि यह समय की विडम्बना है कि एक तरफ किसान सूखे के कारण आत्महत्या कर रहे हैं, दूसरी ओर लोग होली में पानी की बर्बादी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने ललकार भी दिया कि आओ मुझे एंटी हिन्दू करार दो। दिया मिर्ज़ा की यह सेक्युलर छाप ट्वीट उन पर भारी पड़ गई। यह वही दिया मिर्ज़ा है, जिसका हिंदी दर्शकों को पहला परिचय फिल्म रहना है तेरे दिल में के बारिश गीत से होता है (देखिये फोटो) ट्विटरबाज़ों ने दिया को उनकी इस फिल्म के रेन डांस का वास्ता देते हुए लताड़ लगाईं। एक ट्विटरबाज़ ने लिखा कि दिया मिर्ज़ा को पानी का बिल न भरने वाली अभिनेत्री का पानी बचाने का स्वांग रचाने का आरोप लगाया। ध्यान रहे कि दिया मिर्ज़ा को हैदराबाद मेट्रोपोलिटन वॉटर सप्लाई एंड सेवेरज बोर्ड ने २.२६ लाख का बिल न जमा करने पर नोटिस जारी किया था। एक ने दिया को ह्य्पोक्रिटिक करार दिया और पूछा कि क्या वह बकरीद के लिए भी ऐसा कहेंगी, जिसमे लाखों मासूम पशु मार दिए जाते हैं। अफ़सोस दिया मिर्ज़ा ! करियर ख़त्म हो चूका है। इससे कुछ नहीं होने वाला।

बहत्तर साल के डि नीरो के साथ 'बस ६५७' पर सवार केट बॉसवर्थ

केट बॉसवर्थ को हॉलीवुड की सबसे प्रतिभावान अभिनेत्रियों में शुमार किया जाता है।  वह अभी ३३ साल की हैं।  इस उमर में हॉलीवुड में  नायिका परिपक्व होने लगती है। उन्होंने हॉलीवुड की फिल्मों में अहम् रोल किये हैं।  वह सुपरमैन रिटर्न्स में सुपरमैन का प्यार लुइस लेन बनी थी।  स्टिल ऐलिस में वह अल्झाइमर रोग से ग्रस्त जुलिआने मूर की  बेटी के किरदार में थी। इस समय उनकी मल्टीस्टार फिल्म बस ६५७ ख़ास चर्चा में हैं।  बस ६५७ में केट बॉसवर्थ को डेव बॉटिस्टा, जीना करानो, जेफ्री डीन मोरान जैसे सितारों के साथ काम करने का मौका मिला है।  लेकिन, केट उत्साहित हैं रोबर्ट डि नीरो के साथ काम करने को लेकर।  वह इस फिल्म में गैंगस्टर फ्रैंक पोप (रोबर्ट डि नीरो) की बेटी सिडनी के किरदार में हैं। फिल्म में केट और डि नीरो के बीच काफी गंभीर दृश्य हैं।  बताते हैं कि इन दृश्यों में बॉसवर्थ और डि नीरो ने अपना सब कुछ उड़ेल कर रख दिया है। रॉबर्ट डि नीरो के साथ अपने दृश्यों को लेकर उत्साहित बॉसवर्थ कहती हैं, "उनके (रॉबर्ट डि नीरो) के साथ काम करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। क्योंकि, मैं उनकी फ़िल्में देख देख कर बड़ी हुई हूँ।  मैंने उनकी फिल्म के हर फ्रेम को समझा है।  फिल्म में उनके सामने भावनाओं के उतार चढ़ाव और गहराई वाले दृश्यों को करना मेरे लिए मूल्यवान अनुभव और खुद को मज़बूत बनाने जैसा था।" 

तीसरी डिवेर्जेंट की फिल्म अलिजन्ट

अमेरिकन उपन्यासकार वेरोनिका रॉथ के डिवेर्जेंट सीरीज के तीन उपन्यास २०११ से २०१३ के बीच प्रकाशित हुए थे। यह उपन्यास क़यामत के बाद के नष्टप्राय शिकागो पर केंद्रित था।  इस समाज के लोग पांच समूहों में अपने व्यक्तित्व के हिसाब से बंटे हुए हैं।  यह समूह अपने बीच अपनी महत्वाकांक्षा का शिकार हो कर समाज को नुक्सान पहुंचाने वाले हर व्यक्ति को ख़त्म कर देते हैं।  वेरोनिका ने जब इस उपन्यास को लिखना शुरू किया, तब वह २३ साल की थीं।  उनके इस उपन्यास में युवा शक्ति और समझ का परिचय मिलता है।  २०१४ में इस उपन्यास पर पहली फिल्म डिवेर्जेंट रिलीज़ हुई।  इस फिल्म को लूसी फिशर, पौया शबाज़िआन और डगलस विक ने प्रोडूस किया था।  डिवेर्जेंट को नील बर्गर ने  निर्देशित किया था।  डिवेर्जेंट सीरीज की फिल्मों में दस मुख्य करैक्टरों- बीट्राइस 'ट्रिस' प्रायर, टोबीस 'फोर' ईटों, कालेब प्रायर, मार्कस ईटों, जीनीने मैथ्यूज, क्रिस्टीना, टोरी वु, एरिक, पीटर हैस और एडवर्ड के अलावा कई दूसरे करैक्टर भी ख़ास हैं। इन भूमिकाओं को शैलेन वूडले, थेओ जेम्स, एश्ले जुड़, जै कॉर्टनी, रे स्टीवेंसन, जोए क्राविट्ज़, टोनी गोल्ड्वीन, एनसल एल्गोर्ट, माइल्स टेलर, मैगी क्यू, मेखी फिफेर, केट विंसलेट, बेन लॉयड, क्रिस्चियन माड़सन और एमी न्यूबोल्ड ने किया है। नील बर्गर निर्देशित डिवेर्जेंट के वीरवार के प्रीमियर में ४.९ मिलियन डॉलर का कलेक्शन हुआ।  इसे देख कर निर्माता स्टूडियो समिट एंटरटेनमेंट इस सीरीज की दूसरी फिल्म इंसर्जेंट के निर्माण का ऐलान कर दिया।  डिवेर्जेंट ने वर्ल्डवाइड २८८ मिलियन डॉलर का बिज़नेस किया।  इंसर्जेंट के निर्देशक रॉबर्ट श्वेन्टके थे।  इंसर्जेंट २०१५ में रिलीज़ हुई और फिल्म ने वर्ल्डवाइड २९७ मिलियन डॉलर का बिज़नेस किया।  इंसर्जेंट आईमैक्स ३ डी मे भी रिलीज़ हुई थी।  बाद में अलिजन्ट के निर्देशन का भी जिम्मा रॉबर्ट श्वेन्टके को सौंप दिया गया।  १८ मार्च को रिलीज़ होने जा रही अलेजायंट की कहानी इंसर्जेंट के रहस्य खुलने के बाद शुरू होती है।  शिकागो को बचाने का पूरा दारोमदार ट्रिस और फोर पर है।  शैलेन वूडले और थेओ जेम्स एक बार फिर फिल्म की कमान सम्हाल रहे होंगे।  इस सीरीज की चौथी फिल्म असेंडेंट २०१७ में रिलीज़ होगी।  

द ममी में टॉम क्रूज़ के साथ एनाबेली वॉलिस

द मंमी फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म द मंमी: तुंब ऑफ़ द ड्रैगन एम्परर २००८ में रिलीज़ हुई थी।  उसी समय द मंमी सीरीज की चौथी फिल्म का ऐलान किया गया था।  लेकिन, बाद में इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया।  २०१२ में यूनिवर्सल स्टूडियोज ने द मंमी सीरीज को रिबूट करने का फैसला किया।  फिलहाल, रिबूट फिल्म को टाइटल नहीं दिया गया है।  लेकिन, यूनिवर्सल स्टूडियोज ने फिल्म को ९ जून २०१७ को रिलीज़ करने का ऐलान ज़रूर कर दिया है।  यह फिल्म आज के दिनों की कहानी होगी। जबकि, पहले की ब्रेंडन फ़्रेज़र अभिनीत फ़िल्में पीरियड ड्रामा हुआ करती थी। यह फिल्म बहुत कुछ २०१४ की ड्रैकुला अनटोल्ड की तरह की कहानी वाली होंगी।  इस फिल्म में टॉम क्रूज़ स्पेशल फ़ोर्स के सिपाही की मुख्य भूमिका में होंगे।  सोफ़िया बौटला टाइटल करैक्टर में नज़र आएंगी।  यह पहला मौका होगा, जब यूनिवर्सल की किसी फिल्म का टाइटल किरदार कोई महिला कर रही होगी।  अब खबर यह है कि रिबूट फिल्म में टॉम क्रूज की नायिका एनाबेली वालिस होंगी। एनाबेली वालिस का किरदार पुरातत्ववेत्ता का है।  अफवाह यह भी है कि फिल्म की कहानी इराक में नेवी सील्स के ऑपरेशन की पृष्ठभूमि पर है।  इस फिल्म के निर्देशक अलेक्स कुर्त्ज़मैन होंगे।

क्या टॉम हिड्लेस्टन बनेंगे जेम्स बांड ?

पिछले साल, जेम्स बांड सीरीज की २४वीं फिल्म 'स्पेक्ट्र' को बड़ी सफलता मिली थी। बांड फिल्म की सफलता के इसी दौर में यह खबर भी गर्म हुई कि  बांड एक्टर डेनियल क्रैग अब इस फ्रैंचाइज़ी फिल्म का अलविदा कहना चाहते हैं।  उसी समय डेनियल क्रैग के बदल के नामों पर कयास लगने  हो गए थे। ऐसा ही एक नाम अभिनेता टॉम हिड्लेस्टन का भी उछला। टॉम भी डेनियल क्रैग की तरह इंग्लिश एक्टर हैं।  वह क्रिमसन पीक, हाई-राइज, आई सॉ द लाइट, आदि फिल्मों के अलावा सुपर हीरो फिल्म थॉर: द डार्क वर्ल्ड में लोकी का किरदार कर चुके हैं। टॉम जेम्स बांड करैक्टर के दीवाने हैं।  तभी तो वह हवाई में अपनी फिल्म कॉंग: स्कल आइलैंड की  दौरान हो रही स्पेक्ट्र की शूटिंग देखने जा पहुंचे।  वैसे जेम्स बांड के किरदार को परदे पर उतारने के लिए उतावले अभिनेता इकलौते टॉम हिड्लेस्टन नहीं हैं।  मैड मैक्स फरी रोड के टॉम  हार्डी, अवेंजर्स: एज ऑफ़ अल्ट्रान के इदरीस एल्बा, टीवी सीरीज होमलैंड के डेमियन लेविस, मैन ऑफ़ स्टील के बैटमैन हेनरी केविल और द होब्बिट सीरीज की फिल्मों के किलि ऐडं टर्नर भी बांड के दावेदार हैं।  यह सभी इंग्लिश एक्टर हैं।  केवल टर्नर ही आयरिश एक्टर हैं।  जेम्स बांड किरदार को लेकर उत्साहित टॉम हिड्लेस्टन कहते हैं, "अगर मुझे कभी मौक़ा मिला तो मेरे लिए असाधारण घटना होगी।  मैं बांड के शारीरिक गठन को समझता हूँ।  मैं इसे आसान नहीं लूँगा।" 

Sunday, 13 March 2016

कैबरे के सेट पर पूजा भट्ट से मिले राहुल रॉय

टी सीरीज, फिशऑय नेटवर्क प्रोडक्शंस और वेव सिनेमाज  की फिल्म 'कैबरे' के सेट अनोखा मिलन हुआ। महबूब स्टूडियोज  में फिल्म की शूट के दौरान मौजूद लोगों को नब्बे का दशक याद आ गया।  १९९० में रिलीज़ महेश भट्ट के निर्देशन में म्यूजिकल रोमांस फिल्म 'आशिक़ी' ने राहुल रॉय और अनु अग्रवाल की जोड़ी सुपर हिट साबित हुई थी।  इस फिल्म का संगीत टी सीरीज ने जारी किया था।  आशिक़ी के बाद गुलशन कुमार और महेश भट्ट की म्यूजिकल जोड़ी जम गई। आशिक़ी के हीरो राहुल रॉय ने महेश भट्ट की बिटिया पूजा भट्ट के साथ जूनून, फिर तेरी कहानी याद आई  और जूनून जैसी फिल्मों में जोड़ी बनाई।  बाद में राहुल रॉय अपनी सफलता बरकरार नहीं रख सके।  पूजा भट्ट भी कुछ फिल्मों के बाद कैमरा के पीछे चली गई।  उन्होंने दुश्मन, ज़ख्म, जिस्म, पाप, आदि फिल्मों का निर्माण किया।  पाप,  हॉलिडे, धोखा, आदि फिल्मों की निर्देशक पूजा भट्ट ही थी।  कौस्तव नारायण नियोगी निर्देशित फिल्म 'कैबरे' ने राहुल रॉय, फिल्म की निर्मात्री पूजा भट्ट और महेश भट्ट का मिलन कराया था।  वैसे टी सीरीज की भी फिल्म होने के कारण यह चार हस्तियों का मिलन था। फिल्म  सेट पर राहुल रॉय का बर्थडे मनाया गया।  फिल्म में राहुल रॉय खुद की यानि फिल्म निर्माता की भूमिका कर रहे हैं।  बताते चलें कि फिल्मों में बतौर एक्टर असफल होने के बाद राहुल रॉय ने फिल्म निर्माण में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था।  कैबरे की मुख्य भूमिका ऋचा चड्डा कर रही हैं।  यह फिल्म एक कैबरे गर्ल की कहानी है।  इस किरदार में एक औरत का दर्द है, उसकी नाराज़गी है  और संघर्ष से भरी जीवन यात्रा भी।  एक छोटे किरदार से फिल्मों में वापसी को लेकर राहुल रॉय कहते हैं, "आशिकी से मेरा जन्म हुआ था।  मैं अपने जन्मदिन पर कैबरे के सेट पर फिर पैदा हुआ हूँ।  मैं उस भट्ट कैंप में वापसी कर बेहद  खुश हूँ, जो लोग मुझे सबसे अच्छी तरह जानते हैं ।" 




Saturday, 12 March 2016

लीज़ा मालिक के दो शो

एक्टर सिंगर लीज़ा मालिक के प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर है।  चार्ट बस्टर गीत 'आई एम द ओनली सेक्सी लेडी' की गायिका लीज़ा टीवी पर दो शो में नज़र आएँगी।  चैनल वी पर प्रसारित होने वाला ड्रामा शो इश्क़ अनप्लग्ड पैनोरमा एंटरटेनमेंट बना रहा है।  दूसरा सीरियल कॉमेडी क्लासेज लाइफ ओके से प्रसारित होगा। इस शो के प्रोडूसर विपुल डी शाह हैं।  अपने शोज के बारे में बताते हुए लीज़ा मालिक कहती हैं, "इश्क़ अनप्लग्ड का कांसेप्ट बिलकुल नया और अलग तरह का है।  इस रियलिटी शो की खासियत है कि इस में हिस्सा लेने वाले तमाम एक्टर वास्तव में सिंगर हैं।" लीज़ा को यह शो उनके गायिका होने के कारण मिला। इसमें लिए एक नेगेटिव रोल में हैं।  वह कहती हैं, "इस रोल में मैं अपनी गायन और अभिनय क्षमता, दोनों का प्रदर्शन कर सकूंगी।" दूसरा शो कॉमेडी क्लासेज, जैसा कि टाइटल से साफ़ है, एक कॉमेडी शो है।  इस कॉमेडी शो में लीज़ा ने भिन्न करैक्टर किये हैं।  लेकिन, इनका रंग हास्य से सरोबार होगा।  लीज़ा कहती हैं, "मैं जानती हूँ कि कॉमेडी करना आसान नहीं।  फिर भी मैं कोशिश करूंगी।  उम्मीद है कि मेरी कोशिश दर्शकों को पसंद आयेगी।" 

जॉन विक के चैप्टर २ में किआनु रीव्स

१३ अक्टूबर २०१४ को एक अपराध एक्शन फिल्म जॉन विक रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म में अभिनेता किआनु रीव्स ने एक रिटायर हिटमैन जॉन विक का किरदार किया था, जो इस कारण से हथियार उठा लेता है कि कुछ लोग उसकी विंटेज कार और उसके प्यारे पप्पी की निर्मम हत्या कर गए थे, जिसे उसकी हालिया दिवंगत पत्नी ने उपहार स्वरुप दिया था।  फिल्म में जॉन विक की भूमिका किआनु रीव्स ने की थी।  पचास साल के हो चुके रीव्स के लिए यह फिल्म सेलिब्रेशन का मौका थी।  बीस मिलियन डॉलर से बनी इस फिल्म ने ८६ मिलियन डॉलर का कारोबार किया था।  स्वाभाविक है कि फिल्म का सीक्वल बनाया जाए और उसके हीरो किआनु रीव्स ही हो।  फिल्म में कई दूसरे सितारों की वापसी हो रही है या नए सदस्य शामिल किये जा रहे हैं।  द मैट्रिक्स में किआनु के साथी लॉरेंस फिशबर्न फिर साथ आ रहे हैं। वह फिल्म में अंडरवर्ल्ड सरगना द बोवेरी किंग का किरदार कर रहे हैं।  फिल्म में पीटर स्टोर्मर की नई भूमिका है।  उनके अलावा कॉमन, रूबी रोज और रिकर्डो स्कैमरचो की खल भूमिकाये हैं।  २०१४ की जॉन विक के इआन मैकशन, ओहन लेगुइज़मो, ब्रिजेट मोइनहन, थॉमस सडोस्की और लांस रेड्डिक अपनी मूल भूमिकाओं में हैं।  इस फिल्म की पृष्ठभूमि रोम है।  फिल्म को डेविड लेिच के साथ चाड स्तहेल्स्की  निर्देशित कर रहे हैं।  यह फिल्म १० फरवरी २०१७ को रिलीज़ होगी।


जेसी आइजनबर्ग चाहें दूसरी जोबीलैंड भी

यह वाक़या २००९ का है।  फिल्म ज़ोम्बीलैंड थिएटरों में रिलीज़ हुई थी।  २३ मिलियन डॉलर  में बनी चलते फिरते पागल मुर्दों की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर १०२ मिलियन डॉलर से ज़्यादा का कलेक्शन किया था।  इतनी बड़ी सफलता फिल्म की ही नहीं, फिल्म में ज़ॉम्बीज़ से लड़ने वाले कॉलेज के छात्र कोलंबस का किरदार करने वाले २६ साल के एक्टर जेसी आइजनबर्ग की भी बड़ी सफलता थी।  हालाँकि, सोशल नेटवर्क में मार्क जुकेरबर्ग की भूमिका के लिए उन्हें ऑस्कर अवार्ड्स सहित तमाम अन्य पुरस्कारों में या तो नॉमिनेशन मिला या उन्होंने यह पुरस्कार जीते।  लेकिन, बॉक्स ऑफिस पर ज़ोम्बीलैंड जैसी सफलता का स्वाद कुछ दूसरा ही था।  इसलिए, जेसी का ज़ोम्बीलैंड का सीक्वल बनाये जाने पर उसमे कोलंबस को फिर जीवंत करने की इच्छा रखना लाज़िमी था।  जेसी ने इसे जब तब दिए गए अपने इंटरव्यूज में इसे साफ़ भी किया।  अब ज़ोम्बीलैंड २ बनाये जाने की खबरें गर्म हैं।  डेडपूल की रहेट रीस और पॉल वेर्निक की लेखक जोड़ी ज़ोम्बीलैंड २ में एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर की भूमिका में है।  रूबेन फ्लैशर फिल्म को डायरेक्ट करेंगे।  जेसी फिल्म बैटमैन वर्सेज सुपरमैन: डॉन ऑफ़ जस्टिस में लेक्स लूथर के किरदार में नज़र आएंगे।

बॉलीवुड के बिग बॉस क्यों नहीं साबित होते बिग बॉस के विजेता !

डच रियलिटी शो बिग ब्रदर्स पर आधारित हिंदी रियलिटी शो बिग बॉस ने अपने बोल्ड कांसेप्ट और कंटेंट से दर्शकों में उत्सुकता पैदा की थी।  एंडमॉल द्वारा तैयार और वर्तमान में कलर्स चैनल पर प्रसारित इस शो ने सफलता के ऐसे आयाम स्थापित किये कि कोई दूसरा चैनल ऐसे शो बनाने की सोच तक नहीं सका।  इस चैनल के  बड़े से घर में रह रहे सेलिब्रिटी खुद ही निश्चित  रकम से अपना घर चला रहे थे और मेनू तैयार कर रहे थे।  यह लोग खुद को बॉस साबित करने के लिए दांव पेंच भी रचते थे।  अब यह बात दीगर है कि इनमे से बिग बॉस  एक ही प्रतिभागी साबित होता था।  यह प्रतिभागी करोड़ रुपये और ट्रॉफी जीतता ही था, ढेरो शोहरत भी पाता था।  लेकिन, बिग बॉस के विजेताओं का इतिहास गवाह है कि  इतनी शोहरत के बावजूद कोई भी बिग बॉस बॉलीवुड का बॉस नहीं बन सका।  हालाँकि, इस शो का पहला विजेता पूर्व स्टार अभिनेता था।  इस शो को टीवी एक्ट्रेस ने भी जीता और नए चेहरों ने भी।  क्यों नहीं सफल हो सके यह प्रतिभागी ! आइये जानने की कोशिश करते हैं।
राहुल रॉय तो पहले ही असफल थे-  बिग बॉस की शुरुआत सोनी एंटरटेनमेंट पर २००६ में हुई थी। बिग बॉस  सीजन २ के विजेता राहुल रॉय थे।  राहुल रॉय को १९९० की म्यूजिकल रोमांस ब्लॉकबस्टर फिल्म 'आशिक़ी' से ज़बरदस्त सफलता मिली थी।  वह एक ही शुक्रवार सुपर स्टार बन गए थे।  उनके बाल और कपडे युवाओं में  क्रेज बन गए।  लेकिन, राहुल रॉय इस सफलता को गलत फिल्मों के चुनाव के कारण बरकरार नहीं रख सके।  हालाँकि, जब उन्होंने २००६ में बिग बॉस को जीता, तब वह मात्र ४० साल के थे।  लेकिन, करियर उनके हाथों से निकल चूका था।  उन्होंने बिग बॉस का फायदा अपनी प्रोडक्शन कंपनी और एलान फिल्म बना  कर उठाया ज़रूर,  लेकिन फिल्म के हीरो होने के बावजूद वह जीरो ही  रहे।
मॉडल आशुतोष कौशिक बने ज़रूर हीरो - बिग बॉस सीजन २ विजेता मॉडल आशुतोष कौशिक थे।  उन्होंने टीवी एक्टर राजा चौधरी को इस खेल में मात दी।  आशुतोष एमटीवी हीरो हौंडा रोडीज़ के विजेता भी थे।  बिग बॉस  जीतने के बाद आशुतोष कौशिक ने किस्मत लव पैसा  दिल्ली, शॉर्टकट रोमियो, भड़ास, जिला गाज़ियाबाद जैसी फ़िल्में की।   लेकिन, ख़ास सफल नहीं हो सके।  वैसे इस समय भी उनके पास पितामह, लव के फंडे, यह लाल रंग और चल जा बापू जैसी फ़िल्में हैं।
पहलवान का कमज़ोर बेटा बिंदु -  बिग  बॉस के तीसरे विजेता बिंदु द्वारा सिंह के साथ अपने पहलवान पिता दारा सिंह की शोहरत थी।  लेकिन, कहा जाता है कि वह अक्षय कुमार के कारण इस शो के विजेता बने।  जहाँ तक  फिल्मों की बात है, विंदू बिग बॉस से पहले ही फ्लॉप हीरो साबित हो चुके थे और इसे जीतने के बाद भी फ्लॉप ही रहे।  उनसे ज़्यादा सफलता तो इसके रनरअप प्रवेश राणा को मिली।
टीवी का ग्लैमरस चेहरा श्वेता- टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी ने जब बिग बॉस के सीजन ४ में हिस्सा लिया, वह टीवी सीरियल कसौटी ज़िन्दगी की की प्रेरणा बासु के बतौर मशहूर हो चुकी थी।  श्वेता को प्रेरणा  बासु की इमेज का फायदा पहुंचा।  श्वेता तिवारी बिग बॉस की विजेता ज़रूर बनी, लेकिन वह सफल टीवी एक्ट्रेस से सफल फिल्म एक्ट्रेस नहीं बन सकी।  हालाँकि, उन्होंने फिल्म बिन बुलाये बाराती और दो फिल्मों में अपने आइटम सांग में अपनी सेक्स अपील का ठोंक कर प्रदर्शन किया था।
अगले तीन सीजन, विजेता तीन एक्ट्रेस- श्वेता तिवारी के बाद लगातार तीन सीजन अभिनेत्रियों के नाम रहे।  बिग बॉस सीजन ५ जीता टीवी एक्ट्रेस जूही परमार ने।  जूही को भी टीवी सीरियल की अभिनेत्री होने का फायदा हुआ।  बिग बॉस में आने से पहले जूही परमार को कुमकुम के टाइटल रोल से शोहरत मिल चुकी थी।  उन्होंने सलमान खान की चहीती एक्ट्रेस महक चहल को पछाड़ कर बिग बॉस सीजन ५ जीता।  जूही के बाद बिग बॉस सीजन ६ और ७ की विजेता क्रमशः उर्वशी ढोलकिया और गौहर खान बनी।  उर्वशी ढोलकिया सीरियल कसौटी ज़िन्दगी की कोमलिका बासु के नेगेटिव किरदार के कारण चर्चित हुई थी।  गौहर खान ने बिग बॉस सीजन ७ की विजेता होने से पहले रणबीर कपूर के साथ फिल्म राकेट सिंह : सेल्समेन ऑफ़ द ईयर से धमाकेदार शुरुआत की थी। लेकिन, यह तीनों ही अभिनेत्रियां बिग  बॉस की अपनी सफलता को फिल्मों में बदल नहीं सकी।  सिर्फ गौहर खान ही हिंदी फिल्मों की आइटम गर्ल बन पाने में कामयाब हो पाई।
गौतम गुलाटी- गौतम गुलाटी बिग बॉस सीजन ८ जीतने से पहले टीवी सीरियल कहानी हमारे महाभारत की के दुर्योधन के रूप में मशहूर हो चुके थे।  वह दिया और बाती हम के विक्रम राठी के रूप में दर्शकों की पसंदगी बने हुए थे।  उन्होंने अभिनेत्री करिश्मा तन्ना को हरा कर बिग बॉस सीजन ८ जीता।  बिग बॉस से पहले उन्होंने सिद्धार्थ: द बुद्धा और डरपोक जैसी फ़िल्में की थी।  लेकिन, बिग बॉस सीजन ८ के बाद वह किसी तीसरी फिल्म को नहीं पा सके। 
फिल्मों के प्रिंस (नहीं बन सके) नरूला-  प्रिंस नरूला ने मंदना करीमी को हरा कर सीजन ९ जीता।  वह एमटीवी रोडीज़ और स्प्लिट्सविला के बिजेता भी हैं।  लेकिन, बिग बॉस प्रिंस नरूला हिंदी फिल्मों के प्रिंस साबित नहीं हो सके।  उनसे ज़्यादा सफलता तो उपविजेता मंदना करीमी को मिली।
बिग बॉस का पहला सीजन २००६ में शुरू हुआ था।  इस शो की शुरुआत सोनी से हुई थी।  आजकल यह कलर्स से प्रसारित हो रहा है।  इस शो के पहले प्रजेंटर अरशद वारसी थे।  वह असफल रहे तो इस शो की कमान शिल्पा शेट्टी, अमिताभ बच्चन और संजय दत्त के पास आई।  इनके बाद सलमान खान को इस शो में ख़ास सफलता मिली।  ठीक प्रजेंटर की असफलता की तरह बिग बॉस सीजन के विजेता भी हिंदी फिल्मों में असफल होते रहे।  बिग बॉस के विजेताओं में ऎसी   क्या कमी थी कि वह बिग बॉस बनाने के बावजूद बॉलीवुड के बिग बॉस नहीं बन सके ? बताते हैं बिग बॉस सीजन के कई प्रतिभागियों के पीआर डेल भगवागर, "स्टार होना इतना इम्पोर्टेन्ट नहीं, जितना बिग बॉस से मिली पहचान को बरकरार रखना और उसके साथ खुद को विकसित करना।   बिग बॉस के विजेता यहीं लड़खड़ा गए।  रातों रात मिली सफलता, प्रशंसकों की नई उगी भीड़, उनके कट्टर समर्थकों की थी।  यह काफी हद तक नकली थी।  अगर इन सेलिब्रिटी प्रोफेशनल पीआर का सहारा मिलता तो बात कुछ दूसरी होती।" इसमे कोई शक नहीं कि बिग बॉस से मिली शोहरत इनके दिमाग पर चढ़ गई।  यकीनन ऐसे बरसाती कुकुरमुत्तों को ख़त्म होना ही था। वही  हुआ बिग बॉस के विजेताओं के साथ।  वह बॉलीवुड में सफल नहीं हो सके।

राजेंद्र कांडपाल

Thursday, 10 March 2016

क्यों नाराज़ हैं 'एक योद्धा शूरवीर' से विद्या बालन !

इस शुक्रवार (११ मार्च) को एक डब फिल्म 'एक योद्धा शूरवीर' रिलीज़ हो  रही है।  इस फिल्म के पोस्टर में साउथ के अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन के साथ  बॉलीवुड के ज़्यादा जाने पहचाने चहरे प्रभुदेवा, तब्बू, विद्या बालन, जेनेलिआ डिसूज़ा और अमोल गुप्ते नज़र आते हैं।  यह एक पीरियड ड्रामा फिल्म है।  लेकिन, यह डब संस्करण २०१० में रिलीज़ मलयालम फिल्म 'उरुमी' का है।  इस मलयालम फिल्म में विद्या बालन ने एक कैमिया किया था।  अब जबकि यह फिल्म हिंदी में डब कर रिलीज़ की जा रही है तो बताते हैं कि विद्या बालन बेहद नाराज़ हैं कि एक डब फिल्म के पोस्टर में उन्हें ख़ास अहमियत दी जा रही है, जबकि फिल्म में उनका कैमिया है।  यहाँ बताते चले कि यह पीरियड फिल्म १५०० वी शताब्दी के केरल की है।  पूरी फिल्म में पृथ्वीराज सुकुमारन, प्रभुदेवा और  अमोल  गुप्ते के अलावा जेनेलिआ डिसूज़ा की ही मुख्य भूमिका है।  बॉलीवुड की एक्ट्रेस तब्बू और विद्या बालन का एक्सटेंडेड कैमिया है।  विद्या बालन का कहना है कि जब फिल्म में उनका कैमिया है।  उन्होंने फिल्म में केवल एक गीत और कुछ मिनटों के चार सीन किये हों।  तब हिंदी फिल्म के पोस्टरों में उन्हें अहमियत दे कर उनके बॉलीवुड स्टारडम का फायदा उठाया जा रहा है।  क्या विद्या बालन के दावे में बल है ? इसमे कोई  शक नहीं कि फिल्म के निर्माता उरुमी को डब कर बॉलीवुड के चेहरों का फायदा उठाना चाहते हैं।  लेकिन, हिंदी फिल्म दर्शकों में जितना परिचित चेहरा विद्या बालन का है, उतना ही जाना पहचाना चेहरा फिल्म की नायिका जेनेलिआ डिसूज़ा, प्रभु देवा और अमोल गुप्ते का भी है।  पृथ्वीराज सुकुमारन भी हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।  फिल्म में तब्बू का भी एक्सटेंडेड कैमिया है।  पोस्टर में इन सभी कलाकारों के चहरे नज़र आते हैं।  तब विद्या बालन की क्यों ऐतराज़ ? उरुमी को तमिल में डब कर भी रिलीज़ किया गया था।  उरुमी के मलयालम और तमिल संस्करणों के पोस्टरों में भी यह चहरे नज़र आते हैं।  विद्या बालन को उस समय विरोध करना चाहिए था। अब उनका विरोध करना फिल्म को पब्लिसिटी दिलाना भी हो सकता  है।  उरुमी के टाइटल्स में मणिरत्नम के साथ शाहरुख़ खान और जूही चावला के भाई बॉबी चावला को थैंक्स दिया गया है।  इस फिल्म के एक निर्माता रिलायंस भी है।  ऐसे में केवल विद्या बालन का विरोध वाजिब नहीं लगता।









ए आर रहमान की फिल्म ९९ सांग्स

भारत के ऑस्कर अवार्ड विजेता फिल्म संगीतकार ए आर रहमान की फिल्म '९९ सांग्स' आजकल चर्चा में हैं।  अभी इस फिल्म का पोस्टर रिलीज़ किया गया।  यह पोस्टर रहमान के संगीत की तरह दिल को छू लेने वाला साबित होता है।  इस पोस्टर में स्वर्ग से पियानो को लटका दिखाया गया है।  मुख्य पुरुष चरित्र अपने हाथ से इस पियानो के एक पाँय को पकड़े हुए है और उसके दूसरे हाथ से एक स्त्री लटकी हुई है। यह कोमलांगी नायक का हाथ पकड़े नृत्य मुद्रा में दिखाई देती है।  वह दूसरे हाथ से गुलाब की पंखड़ियों को बिखेर रही है।  यह पंखुड़ियां आकाश में उठ कर ९९ का  अकार बना रही हैं।  लाल गुलाब की पंखुड़ियां पूरे दृश्य को रोमांटिक और जादुई एहसास देती हैं।  इस म्यूजिकल रोमांस फिल्म को विश्वेश कृष्णमूर्ति डायरेक्ट कर रहे हैं।  विश्वेश ने ही फिल्म की स्क्रिप्ट भी लिखी है।  रहमान ने फिल्म का म्यूजिक तैयार किया ही  है, स्टोरी आईडिया भी उन्ही का है।  ए आर रहमान की प्रस्तुति '९९ सांग्स' के निर्माता आइडियल एंटरटेनमेंट और वाय एम मूवीज हैं।  यह फिल्म २०१७ में रिलीज़ होगी।  क्या विचार हैं इन पोस्टर पर ? 


Wednesday, 9 March 2016

अब रियल लाइफ 'गठबंधन' में एक्ट्रेस

दो साल पहले मुंबई के एक अंग्रेजी अख़बार ने बॉलीवुड की ११ अविवाहित अभिनेत्रियों की लिस्ट निकाली थी, जो तीस के पार हो जाने के बावजूद शादी की नहीं सोच रही थी।  हालाँकि, उस समय तक ३६ साल की रानी मुख़र्जी ने ४३ साल के फिल्म निर्माता निर्देशक आदित्य चोपड़ा से शादी कर खुद पर से अविवाहित का टैग हटा दिया था।  इसके बावजूद इस लिस्ट में कुछ ऐसे नाम थे, जिनकी शादी की चिंता उनके माता  पिता  से अधिक फिल्म मॅगज़ीन्स और बॉलीवुड के चाहने वालों को होनी ही थी। इन अभिनेत्रियों में प्रियंका चोपड़ा, बिपाशा बासु, सोहा अली खान, प्रीटी जिंटा, अमृता राव, अमीषा पटेल, नेहा धूपिया, राइमा सेन, तनीषा मुख़र्जी, सुष्मिता सेन, उर्मिला मातोंडकर और तब्बू के नाम शामिल है।  आइये, पहले जानते हैं इन अभिनेत्रियों की वैवाहिक स्थिति और संबंधों के बारे में-
सोहा अली खान- थर्टी प्लस की अविवाहित अभिनेत्रियों की खबर अखबार में छपने के बाद सबसे पहले शादी की खुशखबर सुनाने वाली अभिनेत्री सोहा अली खान थी। उन्होंने २५ जनवरी २०१५  को अपने लम्बे समय से बॉय फ्रेंड कुणाल खेमू को अपना पति बना लिया।  शादी के वक़्त वह घायल वन्स अगेन में काम कर रही थी।  सनी देओल के साथ उनकी यह फिल्म इस साल ५ फरवरी को रिलीज़ हुई है।
अमृता राव- सोहा अली खान के बाद शादी करने वाली अभिनेत्री थी शाहरुख़ खान और ज़ायद खान के साथ फराह खान की फिल्म हैप्पी न्यू ईयर करने वाली अमृता राव। अमृता राव का स्क्रीन डेब्यू आर्य बब्बर के साथ २००२ में रिलीज़ फिल्म 'अब के बरस' से हुआ था।  अमृता राव के बारे में खबर थी कि  उन्होंने ४ फरवरी २०१५ को आरजे अनमोल के साथ गुपचुप शादी कर ली।  हालाँकि, इस दौरान उनके द लीजेंड ऑफ़ कुणाल और सत्संग जैसी फिल्मे करने की खबरे भी गर्म थी।
मिनिषा लाम्बा- हालाँकि, मुंबई के अख़बार ने मिनिषा लाम्बा  का नाम नहीं शामिल किया था।  लेकिन, अख़बार की खबर पर शादी करने वाली तीसरी अभिनेत्री मिनिषा लाम्बा ही थी।  उन्होंने मुंबई में रेस्टोरेंट चलाने वाले रयान थामस के साथ ६ जुलाई को शादी कर ली।  रयान बिग बॉस में मिनिषा के साथी प्रतिभागी थे।  उनका कुछ समय से रोमांस सुर्ख हो रहा था।  शादी के वक़्त मिनिषा लाम्बा हिंदी फिल्मों में असफलता के बाद पंजाबी फ़िल्में करके अपना दिल बहला रही थी।
प्रीटी जिंटा ने सोचा भी न था- तीनों खान अभिनेताओं के साथ फ़िल्में करने वाली अभिनेत्री प्रीटी जिंटा ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनकी शादी की खबर इतनी फीकी साबित होगी। लेकिन, खुद को नायिका बना कर २०१३ मे फिल्म इश्क़ इन पेरिस बनाने वाली प्रीटी जिंटा को दर्शकों से इतने फीके रिस्पांस की उम्मीद नहीं थी ।  ऐसे में इश्क़ इन पेरिस की असफलता के बाद प्रीटी जिंटा के लिए शादी ही एक रास्ता बच गई थी।  सो उन्होंने एक अमेरिकन कॉर्पोरेट जीन गुडएनफ के साथ २९ फरवरी २०१६ को लॉस एंजेल्स में शादी कर ली। प्रीटी जिंटा वाडिया-सन के बाद जीन के साथ लम्बे समय से डेटिंग कर रही थी।
उर्मिला  मातोंडकर- कभी उर्मिला मातोंडकर ने रामगोपाल वर्मा के निर्देशन में मस्त फिल्म करके मस्तानी और रंगीला करके रंगीली एक्ट्रेस की उपाधि पाई थी। उन्होंने सत्या में  विद्या के किरदार में जान भर दी थी।  लेकिन, उनका करियर बड़ी ऊंचाइयों को तय नहीं कर पाया।  उनकी आखिरी फिल्म संजय दत्त के साथ 'ईएमआई' २००८ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद उनके लिए शादी ही एकमात्र रास्ता था। जिसे ४२ साल की उर्मिला मातोंडकर ने कश्मीर के एक व्यवसाई और मॉडल मोहसिन अख़्तर मीर के साथ ३ मार्च २०१६ को शादी कर तय कर लिया।
अमीषा पटेल- कभी अमीषा पटेल ने कहो न प्यार है, ग़दर एक प्रेमकथा और हमराज़ जैसी फिल्मों से बॉलीवुड की टॉप की अभिनेत्रियों को चुनौती पेश की थी।  लगता था कि वह लम्बे समय तक फिल्मकाश पर छाई रहेंगी।  लेकिन, वह अपने रियल लाइफ रोमांस में कुछ इतना बिजी हुई कि अपने करियर को ही भूल गई।  बतौर नायिका उनकी आखिरी फिल्म चतुर सिंह टू स्टार २०११ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद उनकी भैयाजी सुपरहिट, रन भोला रन और देसी मैजिक जैसी फिल्मों की चर्चा ही सुनने को मिली।  लेकिन, इन फिल्मों से ज़्यादा उन्हें सुर्खियां मिली कुणाल घूमर के साथ अपने रोमांस और शादी की खबरों के कारण।  अब वक़्त बताएगा कि अमीषा पटेल शादी का सुर्ख जोड़ा कब तक पहनती हैं।  अमीषा पटेल इसी ९ जून को ४१ साल की हो जाएंगी।
तनीषा कपूर - रानी मुख़र्जी तो शादी कर एक बच्ची की माँ भी बन गई हैं।  लेकिन, उनकी छोटी बहन और ३८ साल की असफल फिल्म अभिनेत्री तनीषा कपूर अभी तय नहीं कर पाई हैं कि वह कब और किससे शादी करेंगी।  हालाँकि, उनके बिग बॉस में उनके प्रतिद्वंदी और प्रेमी के रूप में उभरे अरमान कोहली से रोमांस की खबरे शादी तक पहुँचाने से पहले ही ख़त्म हो गई।  अब देखने वाली बात होगी कि तनीषा अपनी बड़ी बहन रानी मुख़र्जी की तरह इटली में शादी करती हैं  या उर्मिला की तरह चुपचाप मुंबई या कलकत्ता में !
नेहा धूपिया- नेहा धूपिया ने कभी जूली, सिसकियाँ, क्या कूल हों हम और शीशा जैसी फिल्मों से साबित कर दिया था कि बॉक्स ऑफिस पर सेक्स बिकता है।  लेकिन, जैसे ही दर्शकों के सर से अर्धनग्न नायिका और कामुक सेक्स अपील  का बुखार उतरा नेहा धूपिया बाहर हो गई।  उन्होंने, सिंह इज़ किंग जैसी फिल्मों से अपनी इमेज बदलने की कोशिश की, लेकिन दर्शकों को जूली का यहाँ बदला रूप रास नहीं आया।  वह कभी स्क्वाश खिलाड़ी ऋत्विक भट्टाचार्य  तो  कभी किसी विदेशी जेम्स सीलवेस्टर के  साथ जोड़ी जमाती नज़र आती।  २०१४ में उनकी आखिरी फिल्म ऊँगली रिलीज़ हुई थी।  ऐसे में दर्शकों को भी इस ३६ साल की अभिनेत्री की शादी की खुशखबरी सुनने की उत्सुकता है।
राइमा सेन- गॉड मदर और दमन से अपने अभिनय लोहा मनवाने वाली  राइमा सेन कमर्शियल हिंदी फिल्मों में असफल साबित हुई हैं।  हालाँकि, उन्होंने दस, हनीमून ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड्, परिणीता और एकलव्य द रॉयल गार्ड जैसी कमर्शियल फ़िल्में की।  इसीलिए, अब सुचित्रा सेन के प्रशंसकों को उनकी ३७ साल की नातिन राइमा सेन की शादी की चिंता सताने लगी है।  लेकिन, राइमा है कि कभी  ट्विटर पर अपनी सगाई के चित्र डालने के बाद उन्हें मज़ाक साबित करने का मज़ा ले रही हैं।
बिपाशा बासु- सचमुच! सेक्स बम  बिपाशा बासु की शादी की चिंता किसे नहीं होगी।  जब उन्होंने अपने फिल्म जिस्म के को-स्टार जॉन अब्राहम के साथ रोमांस जमाया था, तब लोगों को लगा था कि यह बंगाली बाला ठीक समय पर मिसेज अब्राहम बन जाएगी।  लेकिन, दस साल बाद यह रिश्ता टूट गया।  २०१४ में उन्होंने हरमन बवेजा के साथ अपने रिलेशन को उजागर किया।  लेकिन, जल्द ही यह रिश्ता भी टूट गया।  अब उनके फिल्म अलोन में अपने हीरो करण सिंह ग्रोवर से रोमांस और शादी की खबरे सुर्ख हो रही हैं।  लेकिन, दर्शक अब इस ३७ साल की सेक्स सिंबल की शादी की फोटो देखने को बेताब है।
तब्बू- थर्टी प्लस की अविवाहित अभिनेत्रियों के जत्थे में ४५ साल की तब्बू ही अपवाद है, जिसके रोमांस की खबरें लम्बे समय से नहीं सुनी गई।  वह हैदर, दृश्यम और फितूर जैसी फिल्मों से दर्शकों को चौंका रही है।  वैसे अगर तब्बू शादी कर भी लेगी तो उसके करियर को कोई नुकसान नहीं होने जा रहा।
प्रियंका चोपड़ा- ऐसे में जबकि दर्शकों को थर्टी प्लस की तमाम अभिनेत्रियों की शादी की चिंता है, कोई भी नहीं चाहेगा कि प्रियंका चोपड़ा शादी करें। मैरी कॉम और बाजीराव मस्तानी के बाद प्रियंका चोपड़ा क्वांटिको करके अन्तर्राष्टीय हस्ती बन गई है।  वह बेवॉच का हॉलीवुड फिल्म रीमेक कर रही हैं।  इसी  २८  जुलाई को प्रियंका चोपड़ा ३४ साल की हो जाएंगी, लेकिन हिंदी फिल्म दर्शकों को उनकी शादी नहीं, उनकी जय  गंगाजल जैसी फिल्मों का इंतज़ार है।
शादी नहीं करेगी सुष्मिता सेन- रील लाइफ में गर्मागर्म रोमांस करने वाली सुष्मिता सेन के रियल लाइफ रोमांस चर्चित ज़रूर हुए, लेकिन रणदीप हूडा तक वह शादी की दहलीज़ तक नहीं पहुँच सके।  पाकिस्तानी क्रिकेटर से उनका रोमांस सबसे ज़्यादा गर्म था।  लेकिन, फिलहाल वह शादी के बजाय अपनी दत्तक पुत्रियों की शादी की चिंता करना  चाहेंगी।
हॉलीवुड से विपरीत बॉलीवुड में थर्टी प्लस की अभिनेत्री बूढी मान ली जाती है। ऐसे में उनके करियर में कुछ ख़ास नहीं रह जाता।  नए और ताज़ा चेहरे दर्शकों को ज़्यादा  अपील करते हैं।  ऐसे में ज़्यादातर थर्टी प्लस अभिनेत्रियां बेकार हो जाती हैं।  ज़ाहिर है कि घर बैठी लड़की की चिंता किसे न हो।  अख़बारों को भी होती है।  और अख़बारों की सुर्खियां बनती हैं - कब रियल लाइफ गठबंधन में बंधेंगी  फिल्म एक्ट्रेस।

राजेंद्र कांडपाल