Saturday 23 July 2016

बॉलीवुड की कैबरे गर्ल

पूजा भट्ट की फिल्म 'कैबरे ' के लिए कहा जा रहा है कि यह फिल्म बॉलीवुड में कैबरे को लोकप्रिय बनाने वाली डांसर हेलेन के जीवन पर है।  इस फिल्म में हेलेन वाला किरदार ऋचा चड्डा कर रही हैं।  ऋचा चड्डा के कैबरे डांसर बनने पर संदेह की गुंजाईश थी।  उनमे ग्लैमर की कमी है।  कैबरे में तो उत्तेजना काफी ज़रूरी होती है।  हेलेन बिना अश्लील हुए उत्तेजना पैदा कर देती थी।  क्या ऋचा चड्डा इस काम को सही तरीके से अंजाम दे पाएंगी ? कैबरे फिल्म में ऋचा चड्डा का जो कैबरे डांसर वाला पहला लुक जारी हुआ है, यह इसकी तस्दीक करता है कि वह सेन्सुअस लगती हैं।  क्या ऋचा कभी बॉलीवुड फिल्मों के ज़रूरी तत्व कैबरे को नई ज़िन्दगी दे  पाएंगी ? इसके लिए ज़रूरी है यह जानना कि बॉलीवुड में क्यों लोकप्रिय रहा था कैबरे और कैबरे डांसर ?
हेलेन : बॉलीवुड कैबरे क्वीन
ऐसे समय में जब कैबरे में हिंदी फिल्मों की कैबरे डांसर अभिनेत्री को केंद्र में रखा गया है, याद आ जाती हैं साठ के दशक और  उसके बाद के दिनों के बॉलीवुड की कैबरे डांसरों की।   एक हिट कैबरे डांस के लिए जितना अच्छा डांसर होना ज़रूरी है, उतना ही धमाकेदार तेज़ रफ़्तार पाश्चात्य संगीत, रोशनी से उजला सेट और डांसरों का ग्रुप भी ज़रूरी है।  इस लिहाज़ से बॉलीवुड के कैबरे डांसर युग में राहुल देव बर्मन का संगीत, आशा भोसले की हस्की आवाज़ और हेलेन का डांस, परफेक्ट कॉम्बिनेशन हुआ करता  था।  आशा भोसले के टॉप कैबरे डांस गीत ये मेरा दिल, आओ न गले लग जाओ न, आज की रात कोई आने को है बेकरार,  पिया तू अब तो आजा, ओ हसीना, आदि कैबरे गीत हेलेन पर ही फिल्माए गए हैं।  हालाँकि, हेलेन, आशा भोसले और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने भी अच्छे कैबरे गीतों की रचना की।  हालाँकि, हेलेन को बॉलीवुड की कैबरे गर्ल बनाने वाले गीत ओ पी नय्यर का संगीतबद्ध और गीता दत्त का गाया हुआ था।  फिल्म थी शक्ति सामन्त की हावड़ा ब्रिज और गीत था मेरा नाम चुन चुन चिन।  इसी फिल्म में मधुबाला पर आइये मेहरबान फिल्माया गया था।  इसे आशा  भोसले ने गाया था।
तबकी कैबरे डांसर 
हेलेन से पहले कुकु को इस प्रकार के गीतों के कारण शोहरत मिली थी।  हेलेन के समय में फरयाल नाम की डांसर भी अपने उत्तेजक डांस नंबरों के लिए जानी जाती  थी।  साठ के दशक में उनके कैबरे की धूम मचा करती थी।  उन्हें यह शोहरत देव आनंद, अशोक कुमार, वैजयंती माला और तनूजा की फिल्म ज्वेल थीफ में कैबरे करने के बाद मिली।  अरुणा ईरानी भी अपने कैबरे डांसों के कारण पहचानी गई।  उनके अलावा शशिकला, बिंदु, जयश्री टी, लक्ष्मी छाया, आदि भी कैबरे डांस करती थी।  हालाँकि, इस दौर में मुमताज़ ने भी धमाकेदार कैबरे किये। लेकिन वह लोकप्रिय हुई बतौर नायिका ही। ज़ीनत अमान का फिल्म 'क़ुरबानी' का आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये आज भी पॉपुलर कैबरे में शुमार किया जाता है।  
आज की कैबरे डांसर
हिंदी में कैबरे का वह रूप तो दिखाई नहीं देता, जो साथ के दशक में था।  अब हिंदी फिल्मों में कोई खालिस कैबरे डांसर किरदार नज़र नहीं आता।  कोई कैबरे डांसर वैम्प भी अब फिल्मों का अंग नहीं होती।  इसके बावजूद फिल्मों की नायिका कभी कभार कैबरे डांस करते या कैबरे डांसर की आड़ लेती नज़र आती हैं।  इस लिहाज़ से पिछले साल की बड़ी फ्लॉप फिल्म  बॉम्बे वेलवेट की अनुष्का शर्मा को याद किया जा सकता है।  हालाँकि, वह इस फिल्म में कैबरे डांसर तो नहीं जैज़ सिंगर के किरदार में थी।  २००७ की फिल्म ओम शांति ओम में फिल्म अभिनेत्री बनी दीपिका पादुकोण धूम तना गीत पर शाहरुख़ खान के साथ कैबरे डांसर कर रही थी। दीपिका की बाजीराव मस्तानी में साथी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने यशराज फिल्म्स की पीरियड फिल्म गुंडे में अस्सलाम-ए- इसकुम  गीत पर तड़फड़ाता कैबरे किया था। प्रियंका चोपड़ा फिल्म शूट आउट ऐट वडाला और ज़ंजीर २०१५) में भी कैबरे कर चुकी हैं।  करीना कपूर खान का फिल्म तलाश (आमिर खान और रानी मुख़र्जी की) में मुस्काने झूठी गीत पर कैबरे उत्तेजक बन पड़ा था। करीना कपूर  ने अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन में हेलेन के कैबरे गीत ये मेरा दिल प्यार का दीवाना को काफी उत्तेजक तरीके से  अंजाम दिया था।  इन दोनों फिल्मों में उन्होंने एक कॉल गर्ल का किरदार किया था।  तीस मार खान के शीला की जवानी और धूम ३ के कमली गीत से कैटरिना कैफ अच्छी कैबरे डांसर साबित होती थी।
लता मंगेशकर के छः कैबरे गीत
कैबरे गीतों के लिहाज़ से आशा भोसले परफेक्ट थी।  हालाँकि, दीदी लता मंगेशकर की मौजूदगी में कैबरे जैसे उत्तेजक गीत गाना उनकी मज़बूरी थे। रोमांटिक, चुलबुले और दर्द भरे गीत गाने में लता मंगेशकर बेजोड़ थी।  उनकी मौजूदगी में कौन आशा से लता के गए जा सकने वाले गीत गवाता।  ज़ाहिर है कि लता कैबरे गीतों से परहेज करती होंगी, तभी ऐसे तमाम गीत आशा भोसले को मिली । लेकिन, लता के कुछ ऐसे गीत गवाह हैं कि अगर लता मंगेशकर इंकार न करती तो वह चटपटे-उत्तेजक कैबरे गीत भी गा सकती थी।  आइये जानते हैं लता मंगेशकर के बेहद लोकप्रिय हुए कैबरे गीतों के बारे में
इंतकाम- आ जान ए जां, आ मेरा यह हुस्न जवां- १९६९ में रिलीज़ इस फिल्म के गीत को लता मंगेशकर ने गाया था तथा यह गीत कैबरे क्वीन हेलेन का सबसे ज्यादा मशहूर कैबरे गीत है।  अमूमन फिल्म निर्माता जानते थे कि लता मंगेशकर ऐसे गीतों को गाने से परहेज़ करती हैं।  इंतकाम के संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल की जोड़ी थी। इस जोड़ी ने लता को समझाया कि उनके इस गीत से उन्हें परेशानी नहीं होगी, क्यों गीत की कम्पोजीशन उनकी शैली में की गई है तथा पूरी तरह से कलात्मक है।  वास्तव में हुआ भी ऐसा ही।
गुमनाम- इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात- इससे पहले लता मंगेशकर १९६५ में रिलीज़ हॉरर फिल्म गुमनाम के लिए एक कैबरे गीत गा चुकी थी।  इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात गीत को संगीतबद्ध किया था शंकर जयकिशन ने।  यह गीत भी हेलेन के बिंदास करैक्टर मिस किटी पर फिल्माया गया था।  हालाँकि, इसे विशुद्ध कैबरे नहीं कहा जा सकता  है।  फिर भी यह काफी हद तक कैबरे के निकट था।
वासना- जीने वाले झूम के मस्ताना हो के जी- साउथ के निर्देशक टी प्रकाशराव की फिल्म वासना के इस कैबरे गीत को लता मंगेशकर ने गाया था।  फिल्म में राजकुमार, पद्मिनी, विश्वजीत और कुमुद छुगानी मुख्य भूमिका में थे।  यह गीत हेलेन पर फिल्माया गया था।  इस गीत को चित्रगुप्त ने संगीबद्ध किया था।
अप्रैल फूल- मेरा नाम रीता क्रिस्टीना- विश्वजीत और सायरा बानो की १९६४ में रिलीज़ रोमांटिक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म अप्रैल फूल के मेरा नाम रीता क्रिस्टीना को लता मंगेशकर ने गाया था।  इस गीत को शंकर जयकिशन जोड़ी ने तैयार किया था।  यह ऐसा गीत था, जो किसी कैबरे डांस करने वाली अभिनेत्री पर नहीं, बल्कि फिल्म की नायिका सायरा बानो पर फिल्माया गया था।  फिल्म में सायरा कैबरे डांसर बन कर विलेन के अड्डे पर जाती हैं।  यह गीत भी अपने समय के लोकप्रिय गीतों में शुमार किया जाता है।
नाईट इन लन्दन- और मेरा नाम है जमीला- लता मंगेशकर के गाये इस कैबरे गीत की धुन भी लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने बनाई थी।  माला सिन्हा और विश्वजीत अभिनीत इस फिल्म का यह कैबरे गीत भी हेलेन पर फिल्माया गया था।  यह कैबरे भी लता की गायिकी की शैली  में तैयार किया गया था।  ख़ास बात यह है कि इस गीत को एलपी की जोड़ी ने इंतकाम के कैबरे गीत से पहले ही कंपोज़ कर लिया था।   
इंतक़ाम- महफ़िल सोयी, ऐसा कोई- इंतकाम के आ जाने जां गीत के धूम धड़ाके के बीच इसी फिल्म का   महफ़िल सोयी, ऐसा कोई गीत उतना पॉपुलर नहीं हो सका।  लता मंगेशकर के गए इस गीत का  फिल्मांकन भी हेलेन पर किया गया था।

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