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Tuesday 11 August 2020

तख़्त से पहले करण के साथ रणवीर की सोलो

चूंकि, तख़्त में, भारी स्टार कास्ट और क्रू मेम्बर शामिल थे, इसलिए कोरोना प्रकोप के बाद लगे लॉकडाउन ने फिल्म की शूटिंग रोक दी गई थी. अब यह शूटिंग फिर कब शुरू होगी, कहा नहीं जा सकता. लेकिन, तख़्त से पहले रणवीर सिंह और करण जौहर की अभिनेता निर्देशक की जोड़ी बनने जा रही है. तख़्त के दौरान करण जौहर एक दूसरी स्क्रिप्ट पर भी काम कर रहे थे. यह स्क्रिप्ट अब पूरी तरह से तैयार है. यह एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म होगी. तख़्त में जहाँ सितारों की भीड़ थी. इस नई फिल्म में पूरी कहानी एक अदद हीरो के चारों ओर ही घूमेगी. यह सोलो हीरो रणवीर सिंह ही होंगे. चूंकि, फिल्म की कहानी रणवीर को पसंद आई है. इसलिए, रणवीर सिंह पहली बार करण जौहर के निर्देशन में रोमांस करते नज़र आयेंगे. अब देखने वाली बात यह होगी कि वह किससे रोमांस करेंगे. हो सकता है कि इसके जानकारी फिल्म का शूटिंग शिड्यूल तय होने तक इसका भी पता चल जाए. रणवीर सिंह, अपनी आने वाली फिल्मों में से ’८३ में दीपिका पादुकोण के साथ और जयेशभाई ज़ोरदार में नया चेहरा शालिनी पाण्डेय से रोमांस करेंगे.

माँ कसम फिल्म्स बनायेंगे रणवीर सिंह !


रणवीर सिंह, इस साल दिसम्बर में, इंडस्ट्री में अपने दस साल पूरे कर लेंगे। उनकी, नायक के रूप में पहली फिल्म बैंड बाजा बारात १० दिसम्बर २०१० को प्रदर्शित हुई थी। अनुष्का शर्मा के साथ यशराज बैनर की मनीष शर्मा निर्देशित यह फिल्म हिट साबित हुई थी।
फ़िल्में बनाएंगे
रणवीर सिंह, अपने इंडस्ट्री में १० सालों को स्टाइलिस्ट तरीके से मनाने जा रहे हैं। अब वह फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कूदने जा रहे हैं। इसके लिए, उन्होंने जिस प्रॉडक्शन कंपनी की नीव डाली है, उसका नाम उन्ही की तरह मस्त और मजाकिया है। रणवीर सिंह के प्रोडक्शन हाउस का टाइटल माँ कसम फिल्म्स रजिस्टर किया गया है।
किया था इंकार
हालांकि, रणवीर सिंह पत्नी दीपिका पादुकोण के फिल्म निर्माता बन जाने के बावजूद निर्माता बनने से इनकार करते रहे है। क्योंकि, बकौल उनके, फिल्म निर्माण बड़ी समझ-बूझ वाला काम है। बिज़नस की समझ उनमे बिलकुल नहीं है। अलबत्ता उन्होंने क्रिएटिव प्रोडूसर बनने से इनकार नहीं किया था।
२०१७ में रजिस्टर हुआ टाइटल
लेकिन, इसके बावजूद, उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी का नाम २०१७ में ही रजिस्टर करा लिया था। इससे पहले, वह दीपिका पादुकोण के साथ चाक एंड चीज इंटरप्राइजेज की स्थापना कर चुके थे। दीपिका पादुकोण ने भी अपने बैनर केए प्रोडक्शन्स के तहत फिल्म  छपाक (२०२०) का निर्माण किया है। यह फिल्म इस साल प्रदर्शित हो कर फ्लॉप हो चुकी है।
यूनिवर्सल थीम वाली फिल्म
अब देखने वाली बात होगी कि रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण की तरह कोई गंभीर सामजिक विषय वाली फिल्म बनाते हैं ! हालाँकि, बातचीत में वह कहते रहे हैं कि वह एक ऐसी फिल्म बनाना चाहेंगे, जो मनोरंजक तो हो ही यूनिवर्सल थीम वाली भी हो। इसलिए, संभव है कि उनकी, माँ कसम फिल्म्स के तहत पहली फिल्म युवाओं को निशाने पर लेने वाली कोई यूनिवर्सल विषय वाली फिल्म होगी।


Sunday 26 April 2020

Zoya Akhtar के साथ तीसरी बार Ranveer Singh !


ज़ोया अख्तर और रणवीर सिंह तीसरी बार फिर साथ काम करने जा रहे हैं। लेखक-निर्देशक ज़ोया अख्तर की स्क्रिप्ट के नायक के तौर पर रणवीर सिंह फिट बैठते हैं। सूत्रों का कहना है कि ज़ोया अख्तर जानती हैं कि रणवीर सिंह, आज के ऐसे अभिनेताओं में हैं, जो किसी भी प्रकार की भूमिका को  आसानी से कर सकते हैं।  खुद रणवीर सिंह को भी मालूम है कि ज़ोया उनके एक्टर से मनचाहा निकाल कर स्क्रीन पर ला सकती है। रणवीर सिंह और ज़ोया अख्तर का साथ पांच साल पुराना है। इन दोनों ने पहली बार, फिल्म दिल धड़कन दो में पहली बार साथ काम किया था।  इस फिल्म में अनिल कपूरप्रियंका चोपड़ा, अनुष्का शर्मा, फरहान अख्तर और शेफाली शाह जैसे कई एक्टरों की भीड़ थी। इसके बावजूद, रणवीर सिंह उभर कर आये थे।  दिल धड़कने दो के चार साल बाद, ज़ोया अख्तर ने जो स्क्रिप्ट लिखी, उसमे एक बार फिर रणवीर सिंह फिट बैठते थे। फिल्म का नाम था गली बॉय। यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में शामिल हो पाने में कामयाब हुई। इसके बाद से, रणवीर सिंह और ज़ोया अख्तर एक दूसरे के मुरीद बन गए।  रणवीर सिंह के करियर में, निर्देशकों का बड़ा सहयोग रहा है।  उनके करियर की पहली दो फ़िल्में बैंड बाजा बारात और लेडीज वर्सेज रिकी बहल के निर्देशक मनीष शर्मा थे।  यह दोनों फ़िल्में हिट साबित हुई थी। फिर रणवीर सिंह के करियर में संजय लीला भंसाली आये। संजय लीला भंसाली ने, पांच सालों के अंदर, दीपिका पादुकोण के साथ तीन फिल्मों के ज़रिये रणवीर सिंह को टॉप पर पहुंचा दिया।  गोलियों की रास लीला राम-लीला (२०१३), बाजीराव मस्तानी (२०१५) और पद्मावत (२०१८) को बड़ी सफलता मिली थी। साफ तौर पर, रणवीर सिंह के करियर में दो निर्देशकों ज़ोया अख्तर और संजय लीला भंसाली की फिल्मों का बड़ा महत्व है।  छह सालों के अंतराल मेंरिलीज़ इन दो निर्देशकों की पांच फिल्मों ने रणवीर सिंह को सुपरस्टार का दर्जा दे दिया है।  यही कारण है कि वह कबीर खान और रोहित शेट्टी की फिल्मों में भी शामिल किये जा रहे हैं। इसके बावजूद, रणवीर सिंह को नवोदित निर्देशकों के साथ फिल्म करने से कोई परहेज नहीं।  वह दिव्यांग ठक्कर की पहली हिंदी फिल्म जयेशभाई ज़ोरदार में केंद्रीय भूमिका कर रहे हैं। यह फिल्म रणवीर सिंह के करियर के लिहाज़ से इसलिए ख़ास है कि फिल्म में उनकी भूमिका खालिस हास्य अभिनेता की है।  जयेशभाई ज़ोरदार से  पहले उनकी कोई भी फिल्म हास्य शैली में नहीं थी। 

Friday 17 April 2020

Zoya Akhtar के साथ तीसरी बार Ranveer Singh


ज़ोया अख्तर और रणवीर सिंह तीसरी बार फिर साथ काम करने जा रहे हैं। लेखक-निर्देशक ज़ोया अख्तर की स्क्रिप्ट के नायक के तौर पर रणवीर सिंह फिट बैठते हैं। सूत्रों का कहना है कि ज़ोया अख्तर जानती हैं कि रणवीर सिंह, आज के ऐसे अभिनेताओं में हैं, जो किसी भी प्रकार की भूमिका को  आसानी से कर सकते हैं।  खुद रणवीर सिंह को भी मालूम है कि ज़ोया उनके एक्टर से मनचाहा निकाल कर स्क्रीन पर ला सकती है।

जोया अख्तर के साथ दो फ़िल्में
रणवीर सिंह और ज़ोया अख्तर का साथ पांच साल पुराना है। इन दोनों ने पहली बार, फिल्म दिल धड़कन दो में पहली बार साथ काम किया था।  इस फिल्म में अनिल कपूरप्रियंका चोपड़ा, अनुष्का शर्मा, फरहान अख्तर और शेफाली शाह जैसे कई एक्टरों की भीड़ थी। इसके बावजूद, रणवीर सिंह उभर कर आये थे।  दिल धड़कने दो के चार साल बाद, ज़ोया अख्तर ने जो स्क्रिप्ट लिखी, उसमे एक बार फिर रणवीर सिंह फिट बैठते थे। फिल्म का नाम था गली बॉय। यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में शामिल हो पाने में कामयाब हुई। इसके बाद से, रणवीर सिंह और ज़ोया अख्तर एक दूसरे के मुरीद बन गए।

निर्देशकों के एक्टर रणवीर सिंह
रणवीर सिंह के करियर में, निर्देशकों का बड़ा सहयोग रहा है।  उनके करियर की पहली दो फ़िल्में बैंड बाजा बारात और लेडीज वर्सेज रिकी बहल के निर्देशक मनीष शर्मा थे।  यह दोनों फ़िल्में हिट साबित हुई थी। फिर रणवीर सिंह के करियर में संजय लीला भंसाली आये। संजय लीला भंसाली ने, पांच सालों के अंदर, दीपिका पादुकोण के साथ तीन फिल्मों के ज़रिये रणवीर सिंह को टॉप पर पहुंचा दिया।  गोलियों की रास लीला राम-लीला (२०१३), बाजीराव मस्तानी (२०१५) और पद्मावत (२०१८) को बड़ी सफलता मिली थी।

२ निर्देशक ५ फ़िल्में
साफ तौर पर, रणवीर सिंह के करियर में दो निर्देशकों ज़ोया अख्तर और संजय लीला भंसाली की फिल्मों का बड़ा महत्व है।  छह सालों के अंतराल मेंरिलीज़ इन दो निर्देशकों की पांच फिल्मों ने रणवीर सिंह को सुपरस्टार का दर्जा दे दिया है।  यही कारण है कि वह कबीर खान और रोहित शेट्टी की फिल्मों में भी शामिल किये जा रहे हैं।

पहली कॉमेडी फिल्म

इसके बावजूद, रणवीर सिंह को नवोदित निर्देशकों के साथ फिल्म करने से कोई परहेज नहीं।  वह दिव्यांग ठक्कर की पहली हिंदी फिल्म जयेशभाई ज़ोरदार में केंद्रीय भूमिका कर रहे हैं। यह फिल्म रणवीर सिंह के करियर के लिहाज़ से इसलिए ख़ास है कि फिल्म में उनकी भूमिका खालिस हास्य अभिनेता की है।  जयेशभाई ज़ोरदार से  पहले उनकी कोई भी फिल्म हास्य शैली में नहीं थी।  

Thursday 9 April 2020

बैजू बावरा में गली बॉय के एक्टर !



पिछले साल, फिल्म निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की कुछ फिल्मों की चर्चा हुई थी । इनमे सलमान खान के साथ इंशाल्लाह, प्रियंका चोपड़ा के साथ गंगुबाई और अजय देवगन को लेकर बैजू बावरा बनाए जाने की चर्चा प्रमुख थी । अब यह बात दीगर है कि इंशाल्लाह डब्बाबंद हो गई । गंगुबाई में, प्रियंका चोपड़ा की जगह अलिया भट्ट आ गई । सिर्फ बैजू बावरा की स्टारकास्ट में ख़ास तब्दीली नहीं हुई । अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि संजय लीला भंसाली द्वारा म्यूजिकल रोमांस फिल्म बैजू बावरा बनाई जायेगी । २०२१ के बैजू बावरा में रणवीर सिंह और अलिया भट्ट को लिए जाने की खबर है । इस फिल्म में रणवीर सिंह बैजू की भूमिका करेंगे । बैजू की प्रेरणा और प्यार गौरी की भूमिका अलिया भट्ट करेंगी । अलिया भट्ट और रणवीर सिंह ने जोया अख्तर की फिल्म गली बॉय में सफीना और मुराद की भूमिका की थी । यह दोनों काफी हद तक काल्पनिक चरित्र थे । लेकिन, बैजू बावरा की कहानी काफी हद तक काल्पनिक होने के बावजूद रियल जैसी लगती है । क्योंकि, संजय लीला भंसाली की फिल्म बैजू बावरा, १९५२ में प्रदर्शित विजय भट्ट निर्देशित फिल्म बैजू बावरा की रीमेक है । १९५२ की बैजू बावरा में बैजू और गौरी की भूमिका भारत भूषण और मीना कुमारी ने की थी । इस फिल्म के लिए मीना कुमारी को पहला फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था । इस फिल्म में ऐतिहासिक चरित्र अकबर की भूमिका बिपिन गुप्ता और तानसेन की भूमिका सुरेन्द्र ने की थी । रीमेक फिल्म में तानसेन की भूमिका में दर्शकों को दिलचस्पी हो सकती है । क्योंकि, विजय भट्ट की बैजू बावरा में तानसेन और बैजू बावरा का संगीत मुकाबला बेहद दिलचस्प और महत्वपूर्ण था । अजय देवगन का नाम भंसाली की फिल्म में तानसेन की भूमिका के लिए ही सामने आया था । अब वक़्त बतायेगा कि संजय लीला भंसाली के बैजू बावरा, गौरी और तानसेन कौन एक्टर बनते हैं । फिलहाल तो संजय लीला भंसाली गंगुबाई की शूटिंग में व्यस्त है, जो इस समय रुकी पड़ी है ।


Sunday 15 March 2020

Ranveer Singh का सितारा बुलंद


अनुष्का शर्मा के साथ, २०१० में फिल्म बैंड बाजा और बारात से फिल्म डेब्यू करने वाले रणवीर सिंह का सितारा बुलंदी पर है । उन्हें इस दशक का सितारा अभी से मान लिया गया है। रणवीर सिंह ने, बैंड बाजा बारात के तीन साल बाद, दीपिका पादुकोण का दामन थामा तो उनकी तक़दीर बदल गई । संजय लीला भंसाली के निर्देशन में, दीपिका पादुकोण के साथ तीन फिल्मों गोलियों की रास लीला : राम-लीला, बाजीराव मस्तानी और पद्मावत की सफलता ने रणवीर सिंह को बड़े सितारों के बीच ला दिया । हालाँकि, इन तीन फिल्मों के बीच गुंडे, किल दिल और बेफिक्रे फ्लॉप हो गई । दीपिका पादुकोण के साथ तीन फ़िल्में करके रणवीर का सितारा किस तरह से चमका, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उन्हें, हमेशा अजय देवगन के साथ कोप फ़िल्में बनाने रोहित शेट्टी ने अपनी अगली कोप फिल्म सिम्बा का सिम्बा रणवीर सिंह को बना दिया । यह फिल्म भी बड़ी हिट साबित हुई । अब उन्हें, बॉलीवुड के तीनों बड़े निर्देशकों की फिल्मों में काम करने का मौक़ा मिल रहा है । संजय लीला भंसाली के अलावा, रणवीर सिंह कबीर खान और अली अब्बास ज़फर की फ़िल्में भी कर रहे हैं । कबीर खान के निर्देशन में उनकी स्पोर्ट्स बायोपिक फिल्म ८३ में, रणवीर सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टेन कपिल देव की भूमिका कर रहे हैं । इस फिल्म में दीपिका पादुकोण की कपिल देव की पत्नी रोमी देव का रील लाइफ किरदार कर रही हैं । कुछ समय से यह अफवाहे गर्म हैं कि निर्देशक अली अब्बास ज़फर की मिस्टर इंडिया ट्राइलॉजी के मिस्टर इंडिया रणवीर सिंह ही होंगे । यहाँ बताते चलें कि संजय लीला भंसाली, कबीर खान और अली अब्बास ज़फर, तीनों ने ही सलमान खान के साथ बड़ी हिट फ़िल्में बनाई हैं । संजय लीला भंसाली का बतौर निर्देशक डेब्यू सलमान खान के साथ फिल्म ख़ामोशी द म्यूजिकल से ही हुआ था । अली अब्बास ज़फर ने टाइगर जिंदा है, सुल्तान और भारत जैसी फ़िल्में सलमान खान के साथ बनाई हैं । कबीर खान भी सलमान खान की बड़ी हिट फिल्मों बजरंगी भाईजान और टाइगर जिंदा है के निर्देशक थे । ज़ाहिर है कि जिन निर्देशकों के साथ फ़िल्में करके सलमान खान, बुलंदियों तक पहुंचे, उन तीन निर्देशकों की फ्लिमें रणवीर सिंह को भी टॉप पर पहुंचा देंगी ।

Wednesday 4 December 2019

Ranveer Singh बनाम Arjun Kapoor तो Sanjay Dutt क्यों नहीं ?


निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत का फर्स्ट लुक जारी  होने बाद, अर्जुन कपूर की तुलना रणवीर सिंह से की जाने लगी है। पानीपत में अर्जुन कपूर सदाशिव राव भाऊ का ऐतिहासिक चरित्र कर रहे हैं। जबकि रणवीर सिंह ने, २०१५ में रिलीज़ संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक रोमांस फिल्म बाजीराव मस्तानी में पेशवा बाजीराव की भूमिका की थी। अर्जुन कपूर और रणवीर सिंह की तुलना उनकी इन्ही भूमिकाओं के कारण हो रही है।
किरदारों की स्वाभाविक समानता !
अर्जुन कपूर के पानीपत लुक की रणवीर सिंह के बाजीराव मस्तानी लुक से होना स्वाभाविक भी है और अनावश्यक भी। स्वाभाविक इस लिए कि बाजीराव मस्तानी में, रणवीर सिंह अपनी बाजीराव की भूमिका के लिए मोटी-लम्बी चोटी वाली गंजी खोपड़ी में नज़र आये थे। अर्जुन कपूर के किरदार का मेकअप भी कुछ ऐसा ही है। क्योंकि, यह दोनों ही मराठा पेशवा किरदार कर रहे हैं। यह मराठा पेशवा की वेशभूषा के उपयुक्त है ।
बाजीराव का भतीजा सदाशिवराव
यहाँ बताना उचित होगा कि फिल्म बाजीराव मस्तानी में रणवीर सिंह ने मराठा साम्राज्य के पेशवा बाजीराव की भूमिका की थी। फिल्म पानीपत में अर्जुन कपूर, पेशवा बाजीराव के भतीजे और उनके सेनापति बने हैं। इन दोनों किरदारों का खानदान एक ही है। ऐसे में लुक में भिन्नता कैसे हो सकती है! दोनों फिल्मों की कहानियाँ कहीं न कहीं मिलती और ख़त्म होती नज़र आयेंगी ।
रोमांटिक और योद्धा भूमिका का फर्क
रणवीर सिंह से अर्जुन कपूर की तुलना  तुलना जितनी स्वभाविक है, उतनी ही अनावशयक भी है। बाजीराव मस्तानी में रणवीर सिंह को अपनी छवि के अनुरूप योद्धा से ज़्यादा प्रेमी के तौर पर दिखाया था। फिल्म में उनकी रील लाइफ रोमांस मस्तानी रियल रोमांस दीपिका पादुकोण बनी थी। दीपिका से रोमांस करते रणवीर सिंह हाथोंहाथ लिए गए। लेकिन, पानीपत के अर्जुन कपूर का सदाशिव राव अपनी सेना का सेनापति और वीर योद्दा है। वह बहादुरी के साथ लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होता है। यह भूमिका अर्जुन कपूर की इमेज के सर्वथा भिन्न है। इस भूमिका में उनका प्रभाव फर्स्ट लुक देखा कर नहीं, बल्कि फिल्म देखने के बाद ही मासूस किया जा सकेगा ।
संजय दत्त से क्यों नहीं ?
रणवीर सिंह से अर्जुन कपूर की तुलना करने वालों का रणवीर सिंह से संजय दत्त की तुलना न करना अजीब लगता है। रणवीर सिंह, फिल्म पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका कर चुके हैं। संजय दत्त ने पानीपत में अहमद शाह अब्दाली की भूमिका की है। खिलजी और अब्दाली का मेकअप और गेटअप काफी समानता वाला है। दोनों ही किरदारों के सर पर भारी सा मुकुट है।  चेहरे पर पहचान बताने वाली लम्बी दाढ़ी है। तो रणवीर सिंह बनाम संजय दत्त क्यों नहीं ? दोनों ही आक्रमणकारी थे !

Jayeshbhai is an unlikely hero!’ : Ranveer Singh and YRF launches the first look of the hugely anticipated film Jayeshbhai Jordaar



Ranveer Singh and Yash Raj Films are coming together on what Ranveer has called ‘a miracle script’ penned by debutant writer-director Divyang Thakkar. The first-timer is directing Ranveer in a humourous entertainer set in Gujarat and the superstar will be seen playing the role of a Gujarati man for the first time. Naturally, the anticipation to see the first look of Ranveer from the film was immense.

In the still, Ranveer is seen to have visibly transformed himself again, shedding many kilos and he looks unrecognisable as a Gujarati man who is definitely trying to protect the women standing behind him. He isn’t the alpha hero as played by leading men in Bollywood and from the first look, it is obvious that the film will champion the cause of women empowerment.

“As Charlie Chaplin once said, ‘To truly laugh, you must be able to take your pain, and play with it!’. Jayeshbhai is an unlikely hero - an ordinary man, who ends up doing something extraordinary when he’s hurled into a threatening situation. Jayeshbhai is sensitive and compassionate. He believes in equal rights between men and women in a society that is deeply rooted in patriarchal ideals, practices and doctrines,” Ranveer reveals about his character.

He adds, “Jayeshbhai presented an exciting challenge - to deconstruct myself in order to transform into a kind of character I’ve never inhabited before.”

Ranveer has stamped his superstardom with his incredible body of work. He’s been consistently collaborating with all the top film-makers of the country and has also been displaying exceptional script-sense in selecting projects. He has instinctively backed stories like Padmaavat, in which he wowed the world with his portrayal of an anti-hero in Alauddin Khillji and extended his extraordinary range in Gully Boy, a content film that went on to become a blockbuster. Today, he has amassed nationwide love as an actor across all demographics. So, naturally, when Ranveer decides to back a rank new-comer, one can assume that Divyang is a very special talent to watch out for.

The versatile actor showered heaps of praise on his director. “Divyang has poured his soul into this brilliant piece of writing that will nudge you to introspect whilst making you smile and laugh the entire time,” he says.

The film is being produced by YRF’s homegrown producer Maneesh Sharma, who also discovered Divyang. Maneesh says, “Ranveer is fearless when it comes to inhabiting a role and has continued his risk taking behaviour, eschewing his looks for his character’s needs. For Jayeshbhai Jordaar, Divyang had the vision of a protagonist that went against the cloth - a hero that isn’t necessarily hyper-masculine or Alpha. This faith on the director’s vision, and the self confidence of going against your “image” is what makes Ranveer a filmmaker’s delight and one of India’s biggest stars - not just commercially but critically as well.”

Wednesday 13 November 2019

फिल्म Panipat गीत Mard Maratha एक समीक्षा


आशुतोष गोवारिकर (Ashutosh  Gowarikar) निर्देशित फिल्म पानीपत (Panipat) का गीत मर्द मराठा थोड़ी देर पहले रिलीज़ हुआ है।  इस गीत को अजय-अतुल (Ajay-Atul) जोड़ी ने संगीतबद्ध किया है। बोल जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने लिखे हैं। गीत को अजय-अतुल के साथ सुदेश भोसले (Sudesh Bhosle), कुणाल गांजावाला (Kunal Ganjawala), स्वप्निल भांडोडकर (Swapnil Bandodkar), पद्मनाभ गायकवाड़ (Padmanabh Gaikwad) और प्रियंका बर्वे (Priyanka Barve) ने गाया है।
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इस गीत में फिल्म की लगभग पूरी स्टारकास्ट (संजय दत्त (Sanjay Dutt), ज़ीनत अमान (Zeenat Amaan), आदि को छोड़ कर) अर्जुन  कपूर (Arjun Kapoor),कृति सैनन (Kriti Sanon), पद्मिनी कोल्हापुरे (Padmini Kolhapure), मोहनीश बहल (Mohnish Bahl), सुहासिनी मुले (Suhasini Muley), रविंद्र महाजनी (Ravindra Mahajani), आदि शामिल है। यह गीत मराठा जश्न को दर्शाता जोश से भरा गीत है।

इसमें कोई शक नहीं कि गीत में भव्य सेट्स, वस्त्राभूषण, हथियार, दरबार और  दरबारी मुस्तैद है।  गीत में शामिल चरित्र गीत की चंद पंक्तियों में अपनी भावनाये भी प्रकट कर जाते हैं।  एक ही गीत में इतना सब कुछ तारीफ के काबिल है।

पानीपत में, अफगान बादशाह और आक्रमणकारी अहमद शाह  दुर्रानी या अब्दाली की भूमिका संजय दत्त ने की है।   बाजीराव पेशवा के सेनापति सदाशिव राव भाऊ की भूमिका अर्जुन कपूर कर रहे हैं। फिल्म में इन्ही दोनों किरदारों का महत्त्व है।  इसीलिए इन दोनों चरित्रों के  एक्टरों संजय दत्त और अर्जुन कपूर का भी महत्व है।  संजय दत्त, शायद इस प्रकार की भूमिकाओं के लिए ही बने हैं।इसलिए, उनके अहमद शाह अब्दाली के तौर पर फबने में कोई शक नहीं।

मगर, तस्वीर तब पूरी होगी, जब अर्जुन कपूर अपनी भूमिका में खरे उतरेंगे। अर्जुन कपुर, पहली बार किसी कॉस्ट्यूम ड्रामा फिल्म में काम कर रहे हैं।  वह एक राजसी भूमिका, वह भी योद्धा की, को अंजाम दे रहे हैं। फिल्म पानीपत में, अर्जुन कपूर, मराठा शासक पेशवा बाजीराव के भतीजे की भूमिका कर रहे है।  इस पेशवा बाजीराव को रील लाइफ में रणवीर सिंह (Ranveer Singh), संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) की फिल्म बाजीराव मस्तानी (Bajirao Mastani) में सफलतापूर्वक कर चुके हैं। शायद यह कारण है कि पानीपत का ट्रेलर देखते समय दर्शकों को बरबस रणवीर सिंह और उनके पेशवा बाजीराव की याद आ जाती है।  दर्शक, रणवीर के मुक़ाबले अर्जुन कपूर को तौलने लगता है।  हालाँकि, यह गलत होगा। लेकिन दर्शकों का क्या !


ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या अर्जुन कपूर ने, सदाशिव राव भाऊ की भूमिका सही तरह से अंजाम दी होगी ? सब कुछ निर्भर करेगा आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन और फिल्म की स्क्रिप्ट पर।  आशुतोष गोवारिकर को अर्जुन कपूर के अभिनय और शारीरिक संरचना को ध्यान में रखते हुए, अभिनय करना होगा।  अगर वह ऐसा  करा ले गए तो अर्जुन कपूर परदे पर इस वीर मराठा को अमर कर देंगे।










Monday 11 November 2019

Kapil Dev का पसंदीदा नटराज शॉट लगाते Ranveer Singh


बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह ने, थोड़ी देर पहले, अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपना एक फोटो जारी किया। इस फोटो पर कैप्शन था- नटराज शॉट।  नटराज शॉट, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव का प्रिय सिग्नेचर शॉट था।  रणवीर सिंह ने इस चित्र  को लगा कर यह भी लिखा है- रणवीर एज़ कपिल।

दरअसलकपिल का प्रिय नटराज शॉट लगाते हुए रणवीर सिंह का यह चित्र उनकी फिल्म '८३ से लिया गया है। फिल्म '८३, कपिल देव के नेतृत्व में, भारतीय टीम के एक दिनी विश्व क्रिकेट कप जीतने की घटना पर फिल्म है।  भारतीय टीम ने, १९८३ में वेस्ट इंडीज की टीम को हरा कर पहला विश्व कप जीता था।  इसी घटना पर, निर्देशक कबीर खान फिल्म '८३ का निर्माण कर रहे हैं।  इसी फिल्म में, रणवीर सिंह ने कपिल देव की भूमिका की है।

भारतीय क्रिकेट के गौरवपूर्ण क्षणों को दिखाने वाली फिल्म '८३, कपिल देव के सक्षम नेतृत्व का भी चित्रण करती है।  कैसे कपिल देव ने ज़िम्बाबवे के खिलाफ आसन्न हार को, जीत में बदल लिया।  किसी प्रकार से कपिल देव ने अपनी टीम की सीमित और धीमी गेंदबाज़ी का बढ़िया उपयोग किए।  इन सभी का चित्रण फिल्म '८३ में किया गया है।

'८३ में, रणवीर सिंह के कपिल देव के अलावा, कपिल  की पत्नी रोमा की भूमिका दीपिका पादुकोण कर रही हैं।  बताते हैं कि इस छोटी सी भूमिका के लिए दीपिका को मोटी रकम मिली है।

इन दो भूमिकाओं के अलावा मदन लाल (हार्डी संधू), सुनील गावस्कर (ताहिर राज भसीन)मोहिंदर अमरनाथ (साकिब सलीम), बलविंदर संधू (एमी विर्क), कृष्णमाचारी श्रीकांत (जीवा), सय्यद किरमानी (साहिल खट्टर), संदीप पाटिल (चिराग पाटिल), दिलीप वेंगसरकर (आदिनाथ कोठारे), रवि शास्त्री (धैर्य करवा), कीर्ति आज़ाद (दिनकर शर्मा), यशपाल शर्मा (जतिन सरना), रॉजर बिन्नी (निशांत दाहिया), सुनील वालसन (आर बद्री) और फारूख इंजीनियर (बोमन ईरानी) की भूमिकाओं में बॉलीवुड, पंजाबी और दक्षिण की इंडस्ट्री के सितारे नज़र आएंगे।











Sunday 20 October 2019

Ranveer Singh के साथ Shalini Pandey का फिल्म डेब्यू


अनुष्का शर्मा के साथ यशराज फिल्म्स की फिल्म बैंड बाजा बारात (२०१०) से अपना फिल्म करियर शुरू करने वाले रणवीर सिंह को अब एक नए चेहरे का हिंदी फिल्म दर्शकों से परिचय कराने का मौका मिल रहा है । वह यशराज बैनर की ही गुजराती कॉमेडी फिल्म जयेशभाई जोरदार एक नए चेहरे शालिनी पाण्डेय का बॉलीवुड से परिचय कराने जा रहे हैं । हालाँकिजयेशभाई ज़ोरदारशालिनी पाण्डेय की पहली हिंदी फिल्म होगी । लेकिनवह अनुभवी फिल्म अभिनेत्री हैं । दक्षिण की फिल्मों में एक बड़ा नाम है । हिंदी फिल्म दर्शकों ने उनकी हिट तेलुगु फिल्म अर्जुन रेड्डी की रीमेक फिल्म कबीर सिंह देखी है । शालिनी ने मूल फिल्म में किअरा अडवाणी वाली भूमिका की थी. यशराज फिल्म्स ने शालिनी पाण्डेय के साथ तीन फिल्मों को अनुबंध कर रखा है । इससे पहले यह बैनरअनुष्का शर्मापरिणीती चोपड़ाभूमि पेडनेकर और वाणी कपूर का परिचय अपने बैनर की तीन फिल्मों के ज़रिये करा चुका है। जयेशभाई जोरदार की पृष्ठभूमि गुजराती है । शालिनी का किरदार भी गुजराती है । इसके लिए रणवीर सिंह और शालिनी पाण्डेय को गुजराती उच्चारण में महारत हासिल करनी होगी । जयेशभाई ज़ोरदार से गुजराती फिल्मों के जाने माने डायरेक्टर दिव्यांग ठक्कर का भी हिंदी फिल्म डेब्यू हो रहा है । वह केवी रीते जैश और बे यार जैसी हिट गुजराती फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं । उनकी इस साल रिलीज़ फिल्म चासनी ने ज़ोरदार कारोबार किया है । रणवीर सिंह ने ८३ की शूटिंग पूरी करने के बाद जयेशभाई ज़ोरदार की शूटिंग मुंबई में शुरू कर दी है । इस फिल्म की शूटिंग पूरी करने के बादवह करण जौहर की फिल्म तख़्त में व्यस्त हो जायेंगे। 

Thursday 13 June 2019

Ranveer Singh की बीवी बनने के लिए Deepika Padukone ने लिए १४ करोड़ !


पिछले साल, नवंबर में रणवीर सिंह के साथ शादी और हनीमून मनाने के बाद वापस लौटी दीपिका पादुकोण ने कोई नई फिल्म साइन नहीं की थी। उस समय, रणवीर सिंह, भारतीय क्रिकेट टीम के पहला विश्व क्रिकेट कप जीतने की कहानी पर, कबीर खान की फिल्म '८३ की तैयारियों में जुट गए थे।

उसी समय, यह खबर आई थी कि '८३ के निर्माताओं ने, दीपिका पादुकोण के सामने कपिल देव की पत्नी रोमी भाटिया की भूमिका करने का प्रस्ताव रखा था।  लेकिन, रणवीर सिंह की रियल बीवी दीपिका पादुकोण ने, रणवीर की रील लाइफ बीवी बनने से इंकार कर दिया था। '८३ भारतीय क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप जीतने, ख़ास तौर पर कपिल देव की इस जीत में भूमिका को लेकर थी। इस फिल्म में, कपिल देव की पत्नी रोमी की भूमिका बहुत छोटी थी। इसलिए, कहा गया कि दीपिका पादुकोण ने, फिल्म के सेंटर में न होने के कारण रोमी की भूमिका को इंकार कर दिया था।

कुछ समय पहले, जब भारतीय क्रिकेट टीम, लंदन में विश्व कप क्रिकेट खेल रही है, दीपिका पादुकोण के, रणवीर सिंह की रील वाइफ भी बनने की खबरें आ गई।  दीपिका पादुकोण ने अपनी भूमिका का काफी हिस्सा शूट भी कर लिया है।  आम तौर पर  केंद्रीय  भूमिका वाली फिल्मों में काम करने वाली दीपिका पादुकोण ने, '८३ की छोटी भूमिका करना क्यों स्वीकार किया ?

इसमें कोई शक नहीं कि दीपिका पादुकोण ने फिल्म '८३ रील लाइफ कपिल देव यानि रणवीर सिंह के लिए मंज़ूर नहीं की होगी।  दोनों शादी-शुदा है।  घर में रोज ही मिलते होंगे।  फिल्म के सेट्स पर कुछ घंटे नहीं भी मिलें तो क्या फर्क पड़ता है।  इसके अलावा, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह, कई विज्ञापन फिल्मे एक साथ कर रहे हैं। एक पूरी तीन घंटे की फिल्म की कुछ मिनट की भूमिका, केवल रणवीर सिंह के लिए करने का क्या मतलब ?


सूत्र बताते हैं कि  दीपिका पादुकोण को '८३ की कुछ मिनट की रोमी भाटिया की भूमिका के लिए १४ करोड़ का भारी चेक दिया गया है।  कुछ मिनट की भूमिका के लिए १४ करोड़ का चेक और साथ भी रणवीर सिंह का साथ, किसी भी दीपिका को ललचाएगा नहीं तो और क्या ?

Tuesday 28 May 2019

Ranveer is Jayeshbhai Jordaar!


Ranveer Singh and Yash Raj Films are coming together on what Ranveer calls ‘a miracle script’ penned by debutant writer-director Divyang Thakkar. The first-timer will be directing Ranveer in what is a humourous entertainer set in Gujarat. The film is being produced by YRF’s homegrown producer Maneesh Sharma, who also discovered Divyang, and it will go on floors this October. 

Ranveer has stamped his superstardom with his incredible body of work. He’s been consistently collaborating with all the top film-makers of the country. From Sanjay Leela Bhansali to Rohit Shetty, from Zoya Akhtar and Kabir Khan to Karan Johar – he has been a favourite of the biggest names in the business. He has also been displaying exceptional script-sense in selecting projects. He has instinctively backed stories like Padmaavat, in which he wowed the world with his portrayal of an anti-hero in Alauddin Khillji and extended his extraordinary range in Gully Boy, a content film that went on to become a blockbuster. Today, he has amassed nationwide love as an actor across all demographics. So, naturally, when Ranveer decides to back a rank new-comer, one can assume that Divyang is a very special talent to watch out for.

Ranveer says, “I have been immensely fortunate to have collaborated with some of the finest film-makers of our country. It is humbling and gratifying that they believed in my craft and chose me to lead their cinematic vision. All that I have achieved as an actor today is due to these titanic cinematic forces having put their faith in me. I’m glad that today I find myself in a position where I can recognise exceptional talent and wholeheartedly back the vision of a brilliant new writer-director like Divyang. Jayeshbhai Jordaar will be my next release after 83.

Ranveer adds, “Jayeshbhai is a film with a big heart. In its concept as well as in its appeal, it encompasses the broadest spectrum of the cinema-loving audience- it’s a film for everyone! It is, in fact, a ‘miracle script’ that YRF found for me out of nowhere. The sheer brilliance of the writing compelled me to immediately green-light this film. Both humourous and poignant, Jayeshbhai is right up there with the most solid on-paper material I’ve ever come across” 


Maneesh Sharma says, “For a producer and a filmmaker, the holy grail is a script that is a balance of a relevant message delivered in an entertaining manner. Divyang’s script is a great example of this balance and we are all very excited to have him helm it. What makes this a truly thrilling venture is that I see this as Ranveer and I ‘paying it forward’. Almost a decade ago, we started our journey together when YRF placed their faith in us newcomers and today we collaborate with another new talent to offer the audiences a content driven mass entertainer.”



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