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Tuesday 1 September 2020

केजीएफ चैप्टर २ में प्रकाश राज शामिल !

करीब छः महीने के अंतराल के  बाद, निर्देशक प्रशांत नील की कन्नड़ सुपरस्टार यश की कन्नड़ फिल्म केजीएफ चैप्टर २ की शूटिंग  बेंगलुरु में फिर शुरू हो गई। सभी जानते है कि कोलार  के गोल्ड माफिया पर यह फिल्म २०१८ में प्रदर्शित कन्नड़ फिल्म केजीएफ चैप्टर १ की दूसरा चैप्टर है। केजीएफ चैप्टर १ के हिंदी डब संस्करण को अभूतपूर्व सफलता मिली थी।  इस फिल्म की सफलता का अंदाज़ा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि इस फिल्म ने मुक़ाबले में आई  शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो को पछाड़ दिया था।

पैन-इंडिया अपील - चैप्टर १ की सफलता को देखते हुए ही, दूसरे चैप्टर को हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम में रिलीज़ किया जाएगा। इस फिल्म को अखिल भारतीय स्वरुप देने की कोशिश भी की गई है।  फिल्म के मुख्य खलनायक अधीरा की भूमिका संजय दत्त कर रहे हैं। फिल्म में १९८१ के काल्पनिक प्रधानमंत्री रामिका सेन की भूमिका रवीना टंडन कर रही है। फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका में प्रकाश राज लिए गए हैं। खल भूमिकाओं से प्रकाश राज की पहचान हिंदी फिल्म दर्शकों में बन गई है।

प्रकाश राज भी शामिल- केजीएफ चैप्टर २ का बेंगलुरु शिड्यूल पूरे छह महीने बाद शुरू हुआ है।  इससे पहले, कोरोना  प्रकोप के कारण फिल्म की शूटिंग रद्द कर देनी पड़ी थी।  इस शिड्यूल में, फिल्म के नायक यश के साथ प्रकाश राज और मालविका अविनाश ने  भी हिस्सा लिया। सूत्र बताते हैं कि केजीएफ चैप्टर २ में प्रकाश राज की नई एंट्री हैं। क्योंकि,वह भारत की सभी प्रमुख भाषाओं के दर्शकों के जाने पहचाने एक्टर हैं। कुछ का कहना था कि प्रकाश राज ने अनंत नाग की जगह ली है।  लेकिन, उन्हें एक महत्वपूर्ण भूमिका के लिए शामिल किया गया बताया जा रहा है। मालविका अविनाश अपनी २४ न्यूज़ की एडिटर की मूल  भूमिका में ही  हैं।

कीर्तिमान दामों में बिकी - लॉकडाउन के दौरान यह खबर थी कि केजीएफ चैप्टर २ भी ओटीटी पर रिलीज़ हो सकती है। उस समय कई बड़े  बजट की फिल्मों को ओटीटी पर रिलीज़ किये जाने की खबर थी।   लेकिन, फिल्म के निर्माताओं ने इसका पुरजोर खंडन कर दिया। हालाँकि,  अब चैप्टर २ पहले सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। लेकिन, इसकी अखिल भारतीय अपील को देखते हुए अमेज़न प्राइम ने फिल्म के डिजिटल अधिकार ५५ करोड़ में खरीद लिए हैं। इसके सॅटॅलाइट अधिकार १२० करोड़ में खरीदे गए हैं।

Tuesday 25 August 2020

संजय दत्त को कैंसर, फ़िल्में कोमा में !

संजय दत्त को जांच में फेफड़े के कैंसर की चौथी स्टेज में पाया गया है। उन्होंने अपने  प्रशंसकों को सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि वह अपने ईलाज के लिए कुछ दिन फिल्मों से दूर रहेंगे। संजय दत्त, फ़िल्में फ्लॉप होने के बावजूद व्यस्त अभिनेताओं में से एक हैं।  उनकी एक फिल्म सड़क २ डिज्नी प्लस हॉटस्टार से स्ट्रीम होने वाली है।  लेकिन, संजय दत्त को अभी इस फिल्म की डबिंग पूरी करनी है। संजय दत्त ने एक बयान द्वारा फिर साफ़ किया  कि वह ईलाज के लिए जाने से पहले सड़क २ की डबिंग पूरी करेंगे।

चार फ़िल्में है अधूरी - परन्तु, केवल सड़क २ ही संजय दत्त की अधूरी फिल्म नहीं। संजय दत्त की कम से कम चार, दूसरी फ़िल्में अधूरी हैं। इन फिल्मों में भुज द प्राइड ऑफ़  इंडिया, केजीएफ (कोलार गोल्ड फील्ड) चैप्टर २. शमशेरा और पृथ्वीराज हैं। संजय दत्त के साथ दो दूसरी फिल्मों को लेकर भी बात चल रही थी। संजय दत्त के द्वारा एक तीसरी फिल्म भी साइन कर लेने की खबर है ।

दूसरे से केजीएफ़ चैप्टर २ की डबिंग - संजय दत्त की अधूरी फिल्मों में से दो, केजीएफ़ चैप्टर २ और भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया में संजय दत्त की डबिंग और कुछ काम बाकी है । केजीएफ़ चैप्टर २ की शूटिंग कोरोना लॉकडाउन की वजह से २० बीस दिन पहले रोकनी पड़ी थी । डबिंग के अलावा संजय दत्त का तीन दिन का काम बाकी था । निर्माताओं की लिहाज़ से यह हिस्सा ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं । संजय दत्त से डबिंग नहीं हो पाई तो इसे किसी दूसरे डबिंग आर्टिस्ट से पूरा करवा लिया जायेगा ।

पैचवर्क बाकी - भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया को भी ओटीटी पर रिलीज़ होना है । इस फिल्म के बारे में बताया जा रहा है कि इसका १० दिनों का पैचवर्क बाकी है । संजय दत्त अपने हिस्से की शूटिंग पूरी कर चुके हैं । उनके हिस्से की डबिंग अभी होनी बाकी है । अगर वह उपलब्ध न भी हो पाए तो किसी दूसरे आर्टिस्ट से डबिंग करा ली जायेगी ।

पृथ्वीराज अधूरी - संजय दत्त की तीसरी फिल्म शमशेरा रणबीर कपूर के साथ है । इस फिल्म में वह डकैत बने रणबीर कपूर के विरोधी की भूमिका में है । अक्षय कुमार के साथ फिल्म पृथ्वीराज में उनकी भूमिका जयचंद या पृथ्वीराज के चाचा की है । शमशेरा में भी संजय दत्त का काम पूरा हो चुका है । डबिंग बाकी है । वही पृथ्वीराज की शूटिंग बीच में ही रोक दी गई थी । संजय दत्त ने इस फिल्म की सिर्फ १४ दिन ही काम किया था ।

Tuesday 28 July 2020

Sanjay Dutt की फ़िल्में ओवर द टॉप

संजय दत्त अगर बाहुबली सीरीज की फिल्मों के कटप्पा बन जाते तो क्या उनके करियर में कोई ख़ास बदलाव आ जाता ? अब इस सवाल का जवाब देना काफी मुश्किल है। लेकिन, फिलहाल इतना तय है कि बतौर एकल नायक उनकी फिल्मों का कोई नामलेवा नहीं है।
जेल से छूटने के बाद फ्लॉप 
पानीपत में अहमद शाह अब्दाली की भूमिका करने वाले संजय दत्त की तमाम रिलीज़ फ़िल्में फ्लॉप होती रही है। इन फ्लॉप फिल्मों की शुरुआत, उनकी जेल से छूटने के बाद रिलीज़ भूमि से हो गई थी।  इसके बाद रिलीज़ साहब बीवी और गैंगस्टर, प्रस्थानम, कलंक और पानीपत को भी बड़ी असफलता का मुंह देखना पड़ा।
फिर भी फिल्मों का ढेर
हालाँकि, उनके पास आज भी फिल्मों की कमी नहीं है। वह सड़क २, शमशेरा, भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया, केजीएफ़ चैप्टर २, पृथ्वीराज और तोरबाज़ में अहम् भूमिकाये कर रहे हैं। पर सड़क २ और तोरबाज़ छोड़ कर, कोई भी फिल्म संजय दत्त पर केन्द्रित नहीं। यही कारण है कि उनकी फ़िल्में अब सिनेमाघरों के बजाय ओटीटी पर स्ट्रीम होने के लिए बेचीं जा रही है।
डिज्नी और नेटफ्लिक्स पर
पिछले दिनों, डिज्नी प्लस हॉट प्लस ने, संजय दत्त की भूमिका वाली दो फिल्मों सड़क २ और भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया के अपने प्लेटफार्म से स्ट्रीम करने का ऐलान किया था। इन फिल्मों में सड़क २ दत्त पर केन्द्रित है। अजय देवगन की फिल्म भुज में उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। अब संजय दत्त की एक अन्य फिल्म तोरबाज़ के भी डिजिटल माध्यम से रिलीज़ होने की खबर है। गिरीश मलिक निर्देशित एक्शन थ्रिलर फिल्म तोरबाज़ को भी नेटफ्लिक्स द्वारा अक्टूबर में रिलीज़ किये जाने की संभावना है।
५५ करोड़ में केजीएफ चैप्टर २
संजय दत्त किस कदर ओटीटी के अभिनेता बन गए हैं, इसका अंदाजा केजीएफ़ चैप्टर २ से लगाया जा सकता है। यह कन्नड़ सुपरस्टार यश की २०१८ में रिलीज़ फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ का अगला चैप्टर है। इस फिल्म में यश के अपोजिट संजय दत्त डॉन अधीरा की भूमिका कर रहे हैं। यह सोचने की ज़ल्दबाज़ी करने की ज़रुरत नहीं कि केजीएफ़ चैप्टर २ भी किसी डिजिटल माध्यम से स्ट्रीम होगी। बिलकुल इस फिल्म को पहले सिनेमाघरों में ही रिलीज़ किया जाएगा। लेकिन, इस फिल्म को डिजिटल प्लेटफार्म अमेज़न प्राइम ने स्ट्रीम करने के लिए रिकॉर्ड ५५ करोड़ में खरीद लिया है।

Wednesday 15 January 2020

Sanjat Dutt और Yash के टकराव का KGF Chapter 2


कन्नड़ फिल्म एक्टर नवीन कुमार गौड़ा उर्फ़ यश ने हिंदी में पहली बार डब अपनी कन्नड़ फिल्म केजीएफ चैप्टर १ से, बॉलीवुड के शहंशाह शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो को औंधे मुंह लुढ़का दिया था। कोई कन्नड़ फिल्म पहली बार १०० करोड़ का कारोबार कर पायेगी, किसी को अंदाजा तक नहीं था। इस फिल्म के डब संस्करण को हिंदी फिल्म दर्शकों ने भी काफी पसंद किया। यही कारण है कि चैप्टर १ के बाद केजीएफ़ चैप्टर २ की बेसब्री से प्रतीक्षा की जा रही है।

३४ के यश पोस्टर में रॉकी 
पिछले हफ्ते अभिनेता यश ३४ साल के हो गए। उनके जन्मोत्सव को मनाने की कड़ी में, फिल्म केजीएफ़ चैप्टर २ का दूसरा फर्स्ट लुक पोस्टर जारी किया गया। इस पोस्टर में यश, बीहड़ अंदाज़ में हाथ में हथोडा थामे नज़र आते हैं। उनकी बढ़ी दाढ़ी और लम्बे बाल, उनके क्रोधित होना बयान करती हैं।

मौनी रॉय का आइटम
हिंदी बेल्ट में केजीएफ़ चैप्टर १ की सफलता इस फिल्म के बेधड़क एक्शन और यश के रूक्षावातार की सफलता थी। फिल्म के प्रति हिंदी दर्शकों का आकर्षण बनाने के लिए नागिन अभिनेत्री मौनी रॉय का एक आइटम सोंग रखा गया था। लेकिन, चैप्टर १ की सफलता मौनी रॉय के डांस की वजह से नहीं थी।

केजीएफ पर वर्चस्व की लड़ाई
केजीएफ़ चैप्टर २ की कहानी चैप्टर १ की उस घटना के बाद से शुरू होगी, जिसमे रॉकी (यश) गरुड़ को मार कर सुर्यवर्द्धन के भाई अधीरा का रास्ता साफ़ कर देता है। लेकिन, रॉकी को नहीं मालूम की अब उसे वर्चस्व की लड़ाई, अधीरा से ही लड़नी पड़ेगी।

अधीरा और रामिका सेन महत्वपूर्ण
चैप्टर २ में चैप्टर १ के किरदारों के साथ कुछ नए किरदार जोड़े गए हैं। हिंदी फिल्म दर्शकों के लिहाज़ से, चैप्टर २ के दो किरदार बहुत ख़ास है। यश के विरोधी अधीरा की भूमिका में बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त है। अस्सी के दशक की कोलार गोल्ड फील्ड के कथानक के लिहाज़ से १९८१ की भारतीय प्रधान मंत्री रामिका सेन की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है। इस भूमिका को अभिनेत्री अनीता राज कर रही है।

Monday 9 December 2019

अंधे व्यक्ति की भूमिका में Sanjay Dutt


यशराज फिल्म्स की ऐतिहासिक फिल्म पृथ्वीराज का ऐलान, अभिनेता अक्षय कुमार के जन्मदिन पर किया गया था।  इस फिल्म में, अक्षय  कुमार को हिंदी सम्राट पृथ्वीराज चौहान की भूमिका सौंपी गई थी।  बाद में, अक्षय कुमार के पृथ्वीराज की संयोगिता की भूमिका के लिए मिस वर्ल्ड २०१७ मानुषी छिल्लर को लिया गया था।  बाद में, अभिनेता संजय दत्त को लिए जाने की खबर भी सामने आई।

जिस समय संजय दत्त को पृथ्वीराज की भूमिका के लिए चुना गया, उस समय यह खबर थी कि संजय दत्त फिल्म में मोहमद गोरी की भूमिका करेंगे।  मोहम्मद गोरी ने ही, भारत में मुग़ल शासन की स्थापना की थी।  उसका, पृथ्वीराज की सेना से कई बार मुक़ाबला हुआ।

हालिया रिलीज़ ऐतिहासिक फिल्म पानीपत में, संजय दत्त ने, एक मुस्लिम आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली की भूमिका की थी। फिल्म पानीपत में  संजय दत्त की कथित गोरी की भूमिका भी मिलती जुलती लगती थी। क्योंकि, दोनों ही ऐतिहासिक चरित्र मुस्लिम आक्रमणकारी के थे।

लेकिन, अब मालूम पड़ा  है कि संजय दत्त फिल्म पृथ्वीराज में गोरी की भूमिका नहीं कर रहे।  फिल्म में उनकी भूमिका एक अंधे व्यक्ति की है।  वह फिल्म में अक्षय कुमार के किरदार पृथ्वीराज के चाचा की भूमिका में होंगे। इस भूमिका का फिल्म में महत्त्व धीरे धीरे ही सामने आ पायेगा।

पृथ्वीराज में एक अंधे की भूमिकासंजय दत्त के फिल्म करियर की दूसरी भूमिका होगी।  संजय दत्त ने, १९९८ में रिलीज़, निर्देशक तनूजा चंद्रा की फिल्म दुश्मन में एक अंधे सैनिक मेजर सूरज सिंह राठौर की भूमिका की थी।  यह किरदार, काजोल के चरित्र के दोस्त का था, जो उसे फिल्म के खलनायक का सामना करने के लिए तैयार करता है।  

Wednesday 4 December 2019

Ranveer Singh बनाम Arjun Kapoor तो Sanjay Dutt क्यों नहीं ?


निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत का फर्स्ट लुक जारी  होने बाद, अर्जुन कपूर की तुलना रणवीर सिंह से की जाने लगी है। पानीपत में अर्जुन कपूर सदाशिव राव भाऊ का ऐतिहासिक चरित्र कर रहे हैं। जबकि रणवीर सिंह ने, २०१५ में रिलीज़ संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक रोमांस फिल्म बाजीराव मस्तानी में पेशवा बाजीराव की भूमिका की थी। अर्जुन कपूर और रणवीर सिंह की तुलना उनकी इन्ही भूमिकाओं के कारण हो रही है।
किरदारों की स्वाभाविक समानता !
अर्जुन कपूर के पानीपत लुक की रणवीर सिंह के बाजीराव मस्तानी लुक से होना स्वाभाविक भी है और अनावश्यक भी। स्वाभाविक इस लिए कि बाजीराव मस्तानी में, रणवीर सिंह अपनी बाजीराव की भूमिका के लिए मोटी-लम्बी चोटी वाली गंजी खोपड़ी में नज़र आये थे। अर्जुन कपूर के किरदार का मेकअप भी कुछ ऐसा ही है। क्योंकि, यह दोनों ही मराठा पेशवा किरदार कर रहे हैं। यह मराठा पेशवा की वेशभूषा के उपयुक्त है ।
बाजीराव का भतीजा सदाशिवराव
यहाँ बताना उचित होगा कि फिल्म बाजीराव मस्तानी में रणवीर सिंह ने मराठा साम्राज्य के पेशवा बाजीराव की भूमिका की थी। फिल्म पानीपत में अर्जुन कपूर, पेशवा बाजीराव के भतीजे और उनके सेनापति बने हैं। इन दोनों किरदारों का खानदान एक ही है। ऐसे में लुक में भिन्नता कैसे हो सकती है! दोनों फिल्मों की कहानियाँ कहीं न कहीं मिलती और ख़त्म होती नज़र आयेंगी ।
रोमांटिक और योद्धा भूमिका का फर्क
रणवीर सिंह से अर्जुन कपूर की तुलना  तुलना जितनी स्वभाविक है, उतनी ही अनावशयक भी है। बाजीराव मस्तानी में रणवीर सिंह को अपनी छवि के अनुरूप योद्धा से ज़्यादा प्रेमी के तौर पर दिखाया था। फिल्म में उनकी रील लाइफ रोमांस मस्तानी रियल रोमांस दीपिका पादुकोण बनी थी। दीपिका से रोमांस करते रणवीर सिंह हाथोंहाथ लिए गए। लेकिन, पानीपत के अर्जुन कपूर का सदाशिव राव अपनी सेना का सेनापति और वीर योद्दा है। वह बहादुरी के साथ लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होता है। यह भूमिका अर्जुन कपूर की इमेज के सर्वथा भिन्न है। इस भूमिका में उनका प्रभाव फर्स्ट लुक देखा कर नहीं, बल्कि फिल्म देखने के बाद ही मासूस किया जा सकेगा ।
संजय दत्त से क्यों नहीं ?
रणवीर सिंह से अर्जुन कपूर की तुलना करने वालों का रणवीर सिंह से संजय दत्त की तुलना न करना अजीब लगता है। रणवीर सिंह, फिल्म पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका कर चुके हैं। संजय दत्त ने पानीपत में अहमद शाह अब्दाली की भूमिका की है। खिलजी और अब्दाली का मेकअप और गेटअप काफी समानता वाला है। दोनों ही किरदारों के सर पर भारी सा मुकुट है।  चेहरे पर पहचान बताने वाली लम्बी दाढ़ी है। तो रणवीर सिंह बनाम संजय दत्त क्यों नहीं ? दोनों ही आक्रमणकारी थे !

Saturday 16 November 2019

मुन्नाभाई में क्यों नहीं Sanjay Dutt और Arshad Warsi की जोड़ी


मुन्नाभाई सीरीज की तीसरी फिल्म का पिछले १३ सालों से इंतज़ार कर रहे प्रशंसकों के लिए बुरी खबर है।  निर्देशक और लेखक राजकुमार हिरानी ने, फिर एक बार, इस फिल्म को ठन्डे बस्ते में डाल दिया है। अंदरखाने की खबर यह है कि राजकुमार हिरानी मुन्ना भाई ३ के बजाय कुछ दूसरा करना चाह रहे हैं। उनकी इस फिल्म को शाहरुख खान के साथ बनाया जाएगा। कुछ दिनों पहले इस बारे में खबर गर्म भी हुई थी।

बेशक, राजकुमार हिरानी की फिल्म में मुन्ना भाई और सर्किट का सर्किट न जम सका हो। लेकिन, इस किरदार को मुन्ना भाई एमबीबीएस और लगे रहो मुन्ना भाई में करने वाले संजय दत्त और अरशद वारसी का सर्किट जुड़ने वाला है। यह दोनों, साजिद फरहाद की कॉमेडी ड्रामा फिल्म में एक साथ काम करने जा रहे हैं।  वैसे यह फिल्म अगले साल अप्रैल में ही शुरू हो पाएगी।

संजय दत्त और अरशद वारसी की जोड़ी मुन्ना भाई एमबीबीएस में अच्छी जमी थी। इस सीरीज की दूसरी फिल्म लगे रहो मुन्ना भाई भी हिट हुई थी। लेकिन, इतनी साल फ्रैंचाइज़ी फिल्म को निर्माता विधु विनोद चोपड़ा ने बहुत तरजीह नहीं दी। इसीलिए २००३ में पहली मुन्ना भाई फिल्म रिलीज़ होने के बावजूद सिर्फ दो फ़िल्में ही मुन्ना भाई सीरीज में बनी।

अलबत्ता, मुन्ना भाई और सर्किट की जोड़ी, दूसरे नामों से दूसरी फिल्मों में ज़रूर जमी। संजय दत्त और  अरशद वारसी ने, वह लाइफ हो तो ऐसी, अन्थोनी कौन है, धमाल, शोर्टकट : द कॉन इज ऑन, डबल धमाल और जिला ग़ाज़ियाबाद जैसी फिल्मों में यह जोड़ी  ली गई। लेकिन, इनमे से किसी भी फिल्म को मुन्ना भाई सीरीज की दोनों फिल्मों जैसी सफलता नहीं मिली।

संजय दत्त और अरसद वारसी के साथ साजिद फरहाद की कॉमेडी ड्रामा फिल्म की कहानी दिलचस्प है।  संजय दत्त, एक बार फिर डॉन किरदार में होंगे।  लेकिन, यह डॉन अंधा होगा। इस अंधे डॉन की आँख ही सर्किट मिया यानि अरशद वारसी बने हैं। इस प्रकार से, संजय दत्त एक बार फिर डॉन की भूमिका में नज़र आएंगे।

साजिद फरहाद  की अनाम फिल्म की शूटिंग अगले साथ अप्रैल में शुरू  होगी।  


Wednesday 13 November 2019

फिल्म Panipat गीत Mard Maratha एक समीक्षा


आशुतोष गोवारिकर (Ashutosh  Gowarikar) निर्देशित फिल्म पानीपत (Panipat) का गीत मर्द मराठा थोड़ी देर पहले रिलीज़ हुआ है।  इस गीत को अजय-अतुल (Ajay-Atul) जोड़ी ने संगीतबद्ध किया है। बोल जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने लिखे हैं। गीत को अजय-अतुल के साथ सुदेश भोसले (Sudesh Bhosle), कुणाल गांजावाला (Kunal Ganjawala), स्वप्निल भांडोडकर (Swapnil Bandodkar), पद्मनाभ गायकवाड़ (Padmanabh Gaikwad) और प्रियंका बर्वे (Priyanka Barve) ने गाया है।
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इस गीत में फिल्म की लगभग पूरी स्टारकास्ट (संजय दत्त (Sanjay Dutt), ज़ीनत अमान (Zeenat Amaan), आदि को छोड़ कर) अर्जुन  कपूर (Arjun Kapoor),कृति सैनन (Kriti Sanon), पद्मिनी कोल्हापुरे (Padmini Kolhapure), मोहनीश बहल (Mohnish Bahl), सुहासिनी मुले (Suhasini Muley), रविंद्र महाजनी (Ravindra Mahajani), आदि शामिल है। यह गीत मराठा जश्न को दर्शाता जोश से भरा गीत है।

इसमें कोई शक नहीं कि गीत में भव्य सेट्स, वस्त्राभूषण, हथियार, दरबार और  दरबारी मुस्तैद है।  गीत में शामिल चरित्र गीत की चंद पंक्तियों में अपनी भावनाये भी प्रकट कर जाते हैं।  एक ही गीत में इतना सब कुछ तारीफ के काबिल है।

पानीपत में, अफगान बादशाह और आक्रमणकारी अहमद शाह  दुर्रानी या अब्दाली की भूमिका संजय दत्त ने की है।   बाजीराव पेशवा के सेनापति सदाशिव राव भाऊ की भूमिका अर्जुन कपूर कर रहे हैं। फिल्म में इन्ही दोनों किरदारों का महत्त्व है।  इसीलिए इन दोनों चरित्रों के  एक्टरों संजय दत्त और अर्जुन कपूर का भी महत्व है।  संजय दत्त, शायद इस प्रकार की भूमिकाओं के लिए ही बने हैं।इसलिए, उनके अहमद शाह अब्दाली के तौर पर फबने में कोई शक नहीं।

मगर, तस्वीर तब पूरी होगी, जब अर्जुन कपूर अपनी भूमिका में खरे उतरेंगे। अर्जुन कपुर, पहली बार किसी कॉस्ट्यूम ड्रामा फिल्म में काम कर रहे हैं।  वह एक राजसी भूमिका, वह भी योद्धा की, को अंजाम दे रहे हैं। फिल्म पानीपत में, अर्जुन कपूर, मराठा शासक पेशवा बाजीराव के भतीजे की भूमिका कर रहे है।  इस पेशवा बाजीराव को रील लाइफ में रणवीर सिंह (Ranveer Singh), संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) की फिल्म बाजीराव मस्तानी (Bajirao Mastani) में सफलतापूर्वक कर चुके हैं। शायद यह कारण है कि पानीपत का ट्रेलर देखते समय दर्शकों को बरबस रणवीर सिंह और उनके पेशवा बाजीराव की याद आ जाती है।  दर्शक, रणवीर के मुक़ाबले अर्जुन कपूर को तौलने लगता है।  हालाँकि, यह गलत होगा। लेकिन दर्शकों का क्या !


ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या अर्जुन कपूर ने, सदाशिव राव भाऊ की भूमिका सही तरह से अंजाम दी होगी ? सब कुछ निर्भर करेगा आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन और फिल्म की स्क्रिप्ट पर।  आशुतोष गोवारिकर को अर्जुन कपूर के अभिनय और शारीरिक संरचना को ध्यान में रखते हुए, अभिनय करना होगा।  अगर वह ऐसा  करा ले गए तो अर्जुन कपूर परदे पर इस वीर मराठा को अमर कर देंगे।










Monday 4 November 2019

Paanipat के अहमद शाह अब्दाली Sanjay Dutt


आशुतोष गोवारिकर की ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म पानीपत का फर्स्ट लुक पोस्टर आज जारी हुआ।  इस करैक्टर पोस्टर में, संजय दत्त फिल्म में अपने अहमद शाह अब्दाली किरदार में नज़र आ रहे हैं।  दिल्ली के पास पानीपत में १४ जनवरी १७६१ को लड़े गए निर्णायक युद्ध पर, आशुतोष गोवारिकर की फिल्म है पानीपत ।  यह युद्ध, सदाशिव राव भाउ के नेतृत्व में अफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली की सेना के बीच लड़ा गया था।

आशुतोष गोवारिकर निर्देशित फिल्म पानीपत में संजय दत्त ने अहमद शाह अब्दाली की भूमिका की है।  संजय दत्त के ४८ साल लम्बे फिल्म करियर की यह पहली ऐतिहासिक फिल्म है।  दो साल पहले, संजय दत्त निर्देशक ओमंग कुमार की फिल्म द गुड महाराजा में, नवानगर के महाराजा जाम साहिब दिग्विजयसिंहजी रणजीतसिंहजी की भूमिका करने वाले थे।  लेकिन, कुछ कारणोंवश यह फिल्म बंद कर दी गई।

संजय दत्त की इस साल दो फ़िल्में प्रस्थानम और कलंक रिलीज़ हो चुकी हैं।  यह दोनों ही फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई है।  पानीपत उनकी इस साल की रिलीज़ तीसरी फिल्म है।


फिल्म में संजय दत्त के अलावा अर्जुन कपूर, कृति सैनन, पद्मिनी कोल्हापुरे, ज़ीनत अमान, मोहनीश बहल और कुणाल कपूर भी है।  पानीपत ६ दिसंबर २०१९ को प्रदर्शित हो रही है।  

Friday 1 November 2019

पानीपत के तीसरे युद्द के विश्वासघात की कहानी है Paanipat !


आज प्राचीन भारतीय इतिहास के बेशक़ीमती पन्नों के रूपहले परदे पर खुलने का ऐलान किया गया।निर्माता-निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने, अपनी ऐतिहासिक फिल्म पानीपत के ६ दिसंबर २०१९ को प्रदर्शित होने का ऐलान किया।

संजय दत्त के साथ अर्जुन कपूर, कृति सैनन, पद्मिनी कोल्हापुरे, ज़ीनत अमान, मिलिंद गुणाजी, आदि की मुख्य भूमिकाओं से सजी फिल्म पानीपत, १४ जनवरी १७६१ को, पानीपत में मराठा सरदार सदाशिव राव भाउ और अफगान के बादशाह अहमद शाह अब्दाली के बीच लड़े गए तीसरे युद्ध पर केंद्रित घटनाओं पर है।  इस फिल्म में अर्जुन कपूर ने सदाशिव राव और संजय दत्त ने अहमद शाह अब्दाली की भूमिका की है।

आशुतोष गोवारिकर को, भारतीय इतिहास के पन्ने पलटना काफी पसंद है।  उनकी फ़िल्में लगान : वन्स अपॉन अ टाइम इन इंडिया, जोधा अकबर, खेले हम जी जान से और मोहन जोदड़ो इसका प्रमाण है।

पानीपत के पोस्टर की टैग लाइन 'द ग्रेट बिट्रेयल' ख़ास है।  पानीपत का युद्ध मराठा सेना और अब्दाली की मुग़ल सेना के बीच लड़ा गया था।  एक समय ऐसा था, जब अब्दाली को बुरी तरह से हार कर, भारत से भागना पड़ता।  लेकिनयुद्ध लड़ते लड़ते दिल्ली के उत्तर मे आ पहुंचे मराठा सैनिकों के पास रसद की कमी हो गई।  उन्होंने जाटों से रसद की मदद करने को कहा।  उधर रोहिला सरदारों और दोआब के अफगानों की सेना के साथ के बावजूद पस्त हो चुका था।  ऐसे समय में अब्दाली ने इस्लामिक कार्ड खेला। उसने इस्लाम के नाम पर अवध के नवाज़ शुज़ाउद्दौला से मदद मांगी।  नवाब भारतीय शासक होते हुए भी, इस्लाम के नाम पर तुरंत सेना सहित तैयार हो गया।  जबकि, जाटों ने सदाशिव राव की किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की।  हिन्दुओं के इसी विश्वासघात की कहानी है पानीपत। 
पानीपत का भारतीय इतिहास में महत्त्व है, क्योंकि इस युद्ध के बाद अब्दाली को इतना नुकसान पहुंचा की उसे वापस भागना पड़ा। इस्लाम के नाम पर देशद्रोह करने वाले मुग़ल शासन की भारत में नीव भी हिल गई। इसके बाद ही, हिंदुस्तान से मुग़ल शासन के अंत की शुरुआत हो गई। दिल्ली की गद्दी ब्रितानी शासन ने हडप ली। 

Sunday 6 October 2019

Satyajeet Dubey ने प्रभावित किया Sanjay Dutt को


देवा कट्टा निर्देशित, निर्माता संजय दत्त की फिल्म प्रस्थानम में, संजय दत्त के किरदार बलदेव सिंह के बेटे रघुवीर सिंह की भूमिका करने वाले सत्यजीत दुबे के लिए यह फिल्म जैकपोट साबित हुई है। फिल्म में, सत्यजीत के अभिनय से प्रभावित हो कर, संजय दत्त ने अपने प्रोडक्शन की अगली तीन फिल्मों के लिए भी सत्यजीत दुबे को साइन कर लिया है। दरअसल, संजय दत्त की पत्नी मान्यता को इस युवा अभिनेता में अभिनय की बड़ी रेंज थी। इसलिए उन्होंने सत्यजीत को अपने प्रोडक्शन हाउस के तीन नए प्रोजेक्ट के लिए साइन कर लिया है। संजय दत्त भी, सत्यजीत को अभिनय की बारीकियां सिखा कर, बेहतरीन काम करने के लिए प्रेरित कर रहे है। अपनी इस सफलता से उत्साहित सत्यजीत बताते हैं, "संजू सर मुझे अपनों में से एक मानते हैं। वह और मान्यता मैम हमेशा ही बड़े प्यार और गर्मजोशी के साथ मुझसे पेश आते हैं। अपने इस सफर की शुरूआत में जब मैं उनसे मिला था, उस वक्त मैं उनके लिए बिल्कुल नया था, लेकिन अब मैं संजू सर के काफी करीब हूं। मुझ जैसे उनके बचपन से प्रशंसक के लिए यह काफी खुशी की बात है। निकट भविष्य में मैं उनके साथ काम करने के एक और अवसर की प्रतीक्षा कर रहा हूं।“ अभी यह तय नहीं हुआ है कि सत्यजीत का दूसरा प्रोजेक्ट क्या होगा। लेकिन, जो भी होगा, उसमे सत्यजीत की प्रतिभा को प्रस्थानम से ज्यादा अच्छा उपयोग किया जाएगा।  

Sunday 15 September 2019

Sanjay Dutt के लिए ज़रूरी है Prasthanam की सफलता



इस शुक्रवार रिलीज़ हो रही फिल्म प्रस्थानम में संजय दत्त के अलावा मनीषा कोइराला, जैकी श्रॉफ, अली ज़फर और सत्यजीत दुबे की भूमिकाएं अहम् है। लेकिन, प्रस्थानम की सफलता की ऎसी आवश्यकता किसी दूसरे एक्टर को नहीं होगी। ऐसा नहीं कि संजय दत्त की रिलीज़ होने वाली आखिरी फिल्म है प्रस्थानम ! प्रस्थानम के बाद, इसी साल संजय दत्त की एक ऐतिहासिक फिल्म पानीपत भी रिलीज़ होगी। अगले साल उनकी तीन फ़िल्में सड़क २, केजीएफ़ चैप्टर २ तथा भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया भी रिलीज़ होनी हैं। उन्होंने कुछ दूसरी फ़िल्में भी साइन कर ली है। जिनका ऐलान होना बाकी है। इसके बावजूद, संजय दत्त को प्रस्थानम की सफलता की आवश्यकता है। क्योंकि, बॉम्बे सीरियल बम ब्लास्ट में मिली अपने हिस्से की सज़ा पूरी करने के बाद जेल से निकले संजय दत्त को फ़िल्में तो तत्काल मिल गई। लेकिन संजय इन फिल्मों को सफलता नहीं दिला सके। उनकी पहली वापसी फिल्म भूमि बुरी तरह से असफल हुई। अभी तक तिग्मांशु धुलिया की सफल हो रही सीरीज साहब बीवी और गैंगस्टर की तीसरी कड़ी भी बुरी तरह से असफल हुई। इस साल रिलीज़ हुई बड़े बजट की सितारों से भरी फिल्म कलंक भी पिट गई। ऐसे में अगर प्रस्थानम भी फ्लॉप हो गई तो फिल्मों में संजय दत्त की उपयोगिता पर सवाल होने लगेंगे। इसलिए संजय दत्त के लिए प्रस्थानम की सफलता सबसे ज़रूरी है। लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि एक फ्लॉप फिल्म की रीमेक फिल्म कैसे सफल होगी ! बताते चलें कि प्रस्थानम, २०१० में रिलीज़ उस तेलुगु फिल्म का रीमेक है, जो बॉक्स ऑफिस पर लागत तक नहीं कमा पाई थी।

Sunday 8 September 2019

Sanjay Dutt की दो फिल्मों की एक कहानी !


हिंदी फिल्मों में सत्तारोहण का दौर चल निकला लगता है।  संजय दत्त की दो फ़िल्में प्रस्थानम और केजीएफ़ चैप्टर २ इस लिहाज़ से ख़ास है। प्रस्थानम, इसी टाइटल के साथ २०१० में प्रदर्शित तेलुगु फिल्म प्रस्थानम की हिंदी रीमेक है।  प्रस्थानम की कहानी गाँव की राजनीति पर केंद्रित पॉलिटिकल एक्शन फिल्म है।  देव कट्टा द्वारा निर्देशित फिल्म की कहानी की शुरुआत में मृत्यु शैया पर लेटा एक स्थानीय नेता, अपनी दो बच्चों की माँ विधवा लड़की से शादी की शर्त पर, अपनी राजनीतिक विरासत एक युवा विरोधी को सौंप देता है। राजनीतिक विरासत पाने वाले भूमिका संजय दत्त कर रहे हैं। अब संजय दत्त असमंजस में है कि वह अपनी राजनीतिक विरासत किसे सौंपे। उसका सौतेला बेटा राजनीतिक समझ वाला है, जबकि सगा बेटा गुस्सैल और अविवेकी। यहीं से शुरू होता है दो भाइयों के साथ साथ परिवार के अंदर का सत्ता युद्ध। प्रस्थानम में, संजय दत्त की भूमिका केंद्रीय है। लेकिन, दूसरी फिल्म कन्नड़ और हिंदी में बनाई जा रही केजीएफ चैप्टर २ में, संजय दत्त खल भूमिका में हैं। अधीरा की उनकी भूमिका इस लिहाज़ से ख़ास है कि अधीरा, अपने बड़े भाई की अंतिम इच्छा  को पूरी करने के लिए सोने की खदानों पर राज करने की अपनी इच्छा अपने भतीजे के लिए छोड़ देता है। लेकिन, क्या इससे सत्ता संघर्ष ख़त्म हो जाएगा ? फिल्म का दिलचस्प हिस्सा यही है। यहाँ बताते चलें कि ३० अगस्त को रिलीज़ हुई फिल्म साहो भी काल्पनिक वाजी सिटी पर अंडरवर्ल्ड के वर्चस्व के लिए खुनी संघर्ष पर फिल्म है। यहाँ एक ख़ास बात यह कि साहो में सत्ता के लिए संघर्ष करने वाले चरित्रों के एक्टर जैकी श्रॉफ और चंकी पांडेय, फिल्म प्रस्थानम में भी संघर्ष में अपनी अपनी भूमिका कर रहे हैं। प्रस्थानम २० सितम्बर को तथा केजीएफ चैप्टर २, दिसंबर में रिलीज़ हो रही है।

Friday 6 September 2019

नेता से अभिनेता बने पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद की ‘किरकेट'


क्रिकेटर से राजनेता बने कीर्ति आज़ाद अब अभिनेता भी बन गए हैं। उनके अभिनय वाली और उनकी आत्मकथा फिल्म किरकेट अब पूरी हो गई है। पिछले दिनों, इस फिल्म के दो पोस्टर जारी किए गए । लाल गमछे बंधे क्रिकेट बैट वाले में पोस्टर में अंग्रेजी में किरकेट और हिंदी में बिहार के अपमान से सम्मान तक लिखा हुआ है । बैट के ब्लेड पर पॉलिटिक्स, दलित, बिहारी, करप्शन, आदि आदि शब्द हिंदी अंग्रेजी में लिखे नज़र आते हैं। दूसरे पोस्टर में स्वयं कीर्ति आज़ाद छाये हुए हैं।

चार साल पहले ‘किरकेट’ !
उस समय बीजेपी के निलंबित सांसद कीर्ति आज़ाद ने, २०१५ में, इस फिल्म का ऐलान किया था।  उस समय फिल्म को दो हिस्सों किरकेट १ और किरकेट २ में बनाये जाने की योजना थी। उस समय, कीर्ति आज़ाद ने फिल्म में खुद अभिनय करने के अलावा फिल्म के बिहार क्रिकेट, क्रिकेट में भ्रष्टाचार और दुर्दशा का मामला उठाने वाली फिल्म बताया था। दो हिस्सों में बनाई जाने वाली इन फिल्मों को फरवरी २०१७ में एक के बाद एक प्रदर्शित होना था। लेकिन, २०१५ के ऐलान के बाद, किरकेट की रफ़्तार धीमी पड़ गई।

पूरी हुई किरकेट !
अब, चार साल बाद, किरकेट के पोस्टर से फिल्म के पूरी होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस फिल्म का निर्देशन योगेन्द्र सिंह ने किया है। योगेन्द्र सिंह की पहचान सनी देओल अभिनीत एक्शन फिल्म घायल वन्स अगेन से बनी थी। इस फिल्म की पटकथा एकता कपूर के कई सीरियल लिखने वाले विशाल विजय कुमार ने लिखी है। विशाल और योगेन्द्र का साथ घायल वन्स अगेन में भी बना था।

क्या क्रिकेट के नाम पर राजनीति ?
२०१९ के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से पराजित हो जाने वाले कीर्ति आज़ाद ने क्या अपनी फिल्म में खालिस क्रिकेट को मुद्दा बनाया होगा ? क्या उनकी क्रिकेट के ज़रिये धुंआधार राजनीतिक पारी खेलने की योजना है ? क्या उनकी निगाहें बिहार के आगामी विधान सभा चुनाव पर टिकी हुई है ?तभी तो उन्होंने बिहार की अस्मिता का सवाल क्रिकेट बैट के ज़रिये उठाया है। निशाने पर अरुण जेटली को सकते हैं। 

Wednesday 21 August 2019

Sanjay Dutt के परिवार की कहानी हैं प्रस्थानम !


संजय दत्त ने, संजय दत्त प्रोडक्शंस की फिल्म प्रस्थानम का पोस्टर जारी करते हुए ट्विटर पर लिखा, "मिलिए बलदेव प्रताप सिंह और उसके परिवार से।" इस पोस्टर में संजय दत्त के साथ मनीषा कोइराला, अली फजल, सत्यजीत दुबे और जैकी श्रॉफ खड़े नज़र आ रहे हैं।  इस परिवार के लिहाज़ से ख़ास है, पोस्टर में लिखे शब्द 'यह गद्दी विरासत से नहीं, काबिलियत से मिलती है।" इन शब्दों के बीच एक गन रखी हुई है। इससे साबित होता है कि विरासत बाहुबलियों के लिए है ।
 
हिंदी में भी तेलुगु प्रस्थानम
प्रस्थानम, इसी टाइटल वाली तेलुगु पोलिटिकल एक्शन फिल्म की रीमेक है। इस फिल्म को भी मूल फिल्म के देव कट्टा ने निर्देशित किया है। प्रस्थानम की कहानी गाँव की राजनीति की पृष्ठभूमि पर एक परिवार की है। बलदेव प्रताप सिंह को, एक गाँव का नेता मरते समय, अपनी राजनीतिक विरासत की एवज में अपनी विधवा बेटी से शादी करने को कहता है। बलदेव इसके लिए तैयार हो जाता है। इसके साथ ही, उसे गाँव की राजनीति की विरासत भी मिल जाती है।  मगर, इस राजनीति की विरासत हथियाने के लिए बलदेव के परिवार के सदस्यों सगा और सौतेला बेटा और सौतेली बेटी में ही खूनी संघर्ष छिड़ जाता है। इस आग में घी डालता रहता है गाँव का ही एक विरोधी बाहुबली।

परिवार का परिचय
बलदेव  यानि  संजय दत्त के परिवार में सौतेला बेटा अली फज़ल, सगा बेटा सत्यजीत दुबे और सौतेली बेटी अमायरा दस्तूर। सौतेला  बेटा काबिल है।  बलदेव गाँव की राजनीति की कमान उसे सौंपना चाहता है। जबकि, सगा बेटा मानता है कि सगा बेटा होने के नाते यह विरासत उसकी है। सौतेली बेटी, अपनी माँ से शादी करने के कारण बलदेव से चिढ़ती है। इसी परिवार के बीच में जैकी श्रॉफ और चंकी पांडेय के करैक्टर भी हैं।

दस साल बाद संजय, जैकी और मनीषा !
संजय दत्त, जैकी श्रॉफ और मनीषा कोइराला की तिकड़ी, १९९९ में प्रदर्शित महेश भट्ट की बतौर निर्देशक आखिरी फिल्म कारतूस में एक साथ नज़र आई थी। संजय दत्त और जैकी श्रॉफ ने हम भी इंसान हैं, खलनायक, मिशन कश्मीर, पिता और एकलव्य : द रॉयल गार्ड में साथ काम किया था। संजय दत्त और मनीषा कोइराला की जोड़ी ७ फिल्मों में बनाई गई। जबकि, जैकी श्रॉफ और मनीषा कोइराला ने दर्जन भर फ़िल्में की हैं।  लेकिन, अब यह तीनों १० साल बाद, फिर नज़र आएंगे।

क्या अजेय साबित होगी तिकड़ी ?
संजय दत्त के साथ मनीषा कोइराला और जैकी श्रॉफ की फिल्मों के बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन के  लिहाज़ से यह तिकड़ी अजेय लगती है। तेलुगु फिल्म प्रस्थानम ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास सफलता नहीं पाई थी। लेकिन, क्या इस तिकड़ी के साथ हिंदी प्रस्थानम कोई कीर्तिमान बना सकेगी ?