यह सभी को मालूम है कि शूजित सरकार की फिल्म अक्टूबर में वरुण धवन ने बिना मेकअप के अपनी भूमिका की है। इतना ही नहीं, उन्होंने बिना ग्लिसरीन के आंसू भी बहाये हैं। फिल्म एक क्रोधी, निराश और भयभीत युवक की संवेदनशील कहानी है। उसे मोहब्बत में निराशा भी मिलती है। उसका दिल टूट जाता है। इसलिए फिल्म में कई ऐसे मौके है, जब वरुण धवन का किरदार फूट-फूट का रोता है। जब, दिल्ली में फिल्म का पहला इमोशनल सीन फिल्माया जाना था और इसमें वरुण धवन को कैमरा के सामने रोना था, शूजित सरकार वरुण के पास आये। उन्होंने वरुण से कहा, "तुम बिना ग्लिसरीन के आंसू बहाओ। तुम अपनी उस निराशा, दुःख और हताशा को अनुभव करो, जो तुमने रियल लाइफ में भोगी है।" सेट पर मौजूद लोग पुष्टि करते हैं कि वरुण धवन सीन करते समय बुरी तरह से रोये। यहाँ, बताते चलें कि पिछले दिनों, श्रीदेवी और सलमान खान ने बताया था कि वह अपनी फिल्मों मॉम और ट्यूबलाइट के इमोशनल दृश्यों में बिना ग्लिसरीन के रोये थे।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 1 November 2017
वरुण ! आंसू निकालों बिना ग्लिसरीन
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Varun Dhawan,
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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