मेर्सल विवाद के बाद, एक और तमिल फिल्म कुरल ३८८ विवादों में घिरने के लिए कमर कस चुकी है। कुरल का हिंदी मतलब आवाज़ होता है। इसके टाइटल से ही स्पष्ट है कि यह एक पोलिटिकल थीम वाली फिल्म है। यह फिल्म एक आम आदमी, वोटर की दृष्टि से है। इसमें, विष्णु खुद स्वीकार करते हैं कि हमने फिल्म में कई सवाल खड़े किये हैं। कई वास्तविक राजनेताओं के नाम लिए गए हैं। एक्टर विष्णु मांचू की कुरल ३८८ का निर्देशन जीएस कार्तिक ने किया है। विष्णु तमिल फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता हैं। उनकी ज़्यादातर फ़िल्में एक्शन फ़िल्में रही हैं। अब वह कुछ ऐसी फ़िल्में करना चाहते हैं, जिनसे दर्शक उन्हें याद रखे। फिल्म को बार बार देखने आये। इस फिल्म का पोस्टर जारी होते ही विवादित हो रहा है। फिल्म के पोस्टर में विष्णु मांचू के चुनौती देते पोज़ के साथ पार्श्व में भारतीय प्रधान मंत्री से लेकर तमिलनाडु के राजनीतिज्ञों के फोटो भी हैं। यही फोटो फिल्म को विवादों में खिंच रहे हैं। विष्णु कहते हैं, "हम इसके लिए तैयार हैं।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 29 November 2017
कुरल ३८८ का विवादित पोस्टर
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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