२०१४ में रिलीज़ राज एंड डीके की फिल्म हैप्पी एंडिंग में इलीना डिक्रूज़ और सैफ अली खान एक दूसरे के खिलाफ थे। फिल्म में सैफ अली खान एक लेखक के किरदार में थे, जिसका करियर एक महिला लेखिका इलीना डिक्रूज़ के आते ही खतरे में पड़ जाता है। इसके बावजूद, तीन साल बाद, सैफ अली खान इलीना की मदद करेंगे। शिवम् नायर की बायोपिक फिल्म उज़्मा में सैफ अली खान पाकिस्तान में एक भारतीय डिप्लोमैट का किरदार कर सकते हैं। यही किरदार फिल्म में इलीना के किरदार उज़्मा की मदद करता है। उज़्मा अहमद को भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से सुरक्षित निकाला गया था। इस काम में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को मदद करता है यह डिप्लोमेट। सैफ अली खान ने इसी अनजान डिप्लोमेट का किरदार किया है। अभी, फिलहाल, यह चर्चा ही है। शिवम् नायर फिल्म की स्क्रिप्ट पूरी करने के बाद सैफ और इलीना के साथ फिर बैठेंगे। उसके बाद ही फाइनल कास्ट का ऐलान होगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 22 November 2017
फिर साथ होंगे सैफ और इलेअना
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खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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